चार्ल्स
मार्टिन के उपन्यास द माउंटेन बिट्वीन अस का फिल्म रूपांतरण जे मिल्स गूड्लोए और
क्रिस वेत्ज़ द्वारा तैयार किया गया है । यह उपन्यास बर्फीले पहाड़ पर एक हवाई जहाज के
क्रेश हो जाने के बाद एक जोड़े की खुद को जीवित रखने की जद्दोजहद पर है । बेन बास
एक सर्जन है और अलेक्स मार्टिन एक फोटो जॉर्नलिस्ट । अलेक्स को तो अपनी शादी के
लिए ज़ल्दी घर भी पहुँचना है । इस फिल्म का निर्देशन इसरायली डायरेक्टर हनी अबू-असद कर
रहे हैं । असद, पैराडाइस नाउ, ओमर और द
आइडल के कारण पहचाने जाते हैं । असद की फिल्म बताती है कि अगर दुर्भाग्य के दौर
में भी जीवित रहना है तो आपको दुर्भाग्य से लड़ना होगा, अन्यथा आप मार दिए जाओगे ।
साफ़ तौर पर फिल्म के दो केंद्रीय पात्र बेन और अलेक्स दुर्भाग्य के दुष्चक्र में ही
फंसे हैं । इस फिल्म में बेन का किरदार इदरिस अल्बा और अलेक्स का किरदार केट
विंसलेट ने किया है । टाइटैनिक के दुर्भाग्य से जूझने वाली केट विंसलेट दूसरी बार
बर्फीले पहाड़ में अपने दुर्भाग्य से जूझते हुए जीवित रह पाएंगी ! फिल्म २० अक्टूबर
को रिलीज़ होगी ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 3 June 2017
दुर्भाग्य से लड़ते हुए जीना है द माउंटेन बिटवीन अस
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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