स्पेशल २६ और एम एस
धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी बनाने वाले फिल्मकार नीरज पांडेय एक बार फिर रियल लाइफ
घटना पर फिल्म बना रहे है। ऐयारी टाइटल
वाली यह फिल्म ऐयारों यानि जासूसों पर है।
लेकिन, यह सैन्य जासूसों और उनकी जासूसी वाली
फिल्म है। इस फिल्म में सिद्धार्थ
मल्होत्रा कैप्टेन जय सिंह और मनोज बाजपेई उनके गुरु कैप्टेन अभय सिंह के
किरदार कर रहे हैं। यह दोनों ऑफिसर दृढ
इच्छा शक्ति वाले हैं। नीरज की खासियत
रियल लोकेशन पर शूट करने की है।
इसलिए फिल्म की तमाम शूटिंग कश्मीर
और दिल्ली के अलावा लन्दन में हुई है।
फिल्म में अभिनेत्री राकुल प्रीत सिद्धार्थ मल्होत्रा की लव इंटरेस्ट बनी
हैं। यह फिल्म इंडिपेंडेंस डे वीकेंड २०१८ को रिलीज़ होगी। इसी दिन, नीरज पांडेय की फिल्मों स्पेशल २६, बेबी और रुस्तम के नायक अक्षय कुमार की साउथ के
सुपर स्टार रजनीकांत की विज्ञानं फैंटसी फिल्म २.० भी रिलीज़ हो रही है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 25 June 2017
अब नीरज पांडेय की 'ऐयारी'
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कार्तिक नुसरत और सनी की सोनू की टीटू की स्वीटी
प्यार का पंचनामा, आकाश-वाणी और प्यार का पंचनामा २ के निर्देशक लव रंजन एक बार फिर रोम-कॉम फिल्म यानि रोमांस कॉमेडी फिल्म सोनू की टीटू की स्वीटी लेकर आ रहे हैं। इस फिल्म में प्यार का पंचनामा २ के एक्टर कार्तिक आर्यन, नुशरत भरुचा और सनी सिंह ही सोनू स्वीटी और टीटू के किरदार में नज़र आएंगे। लव रंजन की कॉमेडी का अपना फ्लेवर होता है। इस फॉर्मेट में उनके दो प्रिय एक्टर कार्तिक आर्यन और नुशरत भरुचा फिट बैठते हैं। लव रंजन की सभी फिल्मों में यह एक्टर ज़रूर लिए जाते हैं। पिछले दिनों इस फिल्म को लेकर एक वीडियो जारी किया गया था। इस वीडियो में यह तीनों एक्टर अपने उन अनुभवों को साझा कर रहे थे, जो उन्हें फिल्म की शूटिंग के दौरान हुए। जिनमे वह मज़ाकिया लहज़े में एक दूसरे के साथ काम न करने की कसमे भी खा रहे थे। लव फिल्म्स और टी-सीरीज की यह फिल्म ३ नवंबर को रिलीज़ हो रही है।
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सलमान खान की ट्यूबलाइट हुई फ्यूज
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Saturday 24 June 2017
१२ फीट डीप: पुराना हिसाब चुकाना है !
द शैलोज़ (२०१६) और
हालिया रिलीज़ ४७ मीटर्स डाउन में समुद्र के गहरे पानी में शार्क के हमले की कहानी
को भय और थ्रिल के ज़रिये दिखाया गया था।
साबित होता था कि शार्क के हमले से जीने के लिए जद्दोजहद करनी होती
है। लेकिन पानी के अंदर बिना शार्क के भी
जान जोखिम में पड़ सकती है। २० जून को
रिलीज़ होने जा रही मैट इस्कन्दरी
निर्देशित थ्रिलर फिल्म १२ फ़ीट डीप इसे अपने दर्शकों को महसूस करा सकती है। दो बहाने ब्री (नोरा-जेन नूंए) और जोंना
(अलेक्सांद्रा पार्क) ओलिंपिक के लिए बनाये गए पूल में १२ फ़ीट की गहराई में उस समय
फंस जाती हैं, जब वह पूल के फाइबर ग्लास कवर के नीचे
धोखे से फंस जाती है। इन दोनों बहनों को
कड़ाके की ठण्ड की रात का सामना करते हुए खुद को बचाना है। ऐसे भयानक समय में पूल की रखवाली करने वाली क्लारा
को भी अपना पुराना हिसाब चुकाने का मौका मिल गया है। फिल्म में डिआने फर क्लारा का किरदार कर रहीं
हैं। सॉ फ्रैंचाइज़ी के टोबिन बेल भी इस फिल्म में दिखाई देंगे।
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दो डायरेक्टर के बदले एक डायरेक्टर
स्टार वार्स के
करैक्टर हान सोलो पर एक अनाम फिल्म की शूटिंग फिल लार्ड और क्रिस मिलर द्वारा
जनवरी में शुरू कर दी गई थी। इस डायरेक्टर
जोड़ी ने क्लॉउडी विथ अ चांस ऑफ़ मेटाबॉल्स, २१ जम्प स्ट्रीट्स,
२२ जम्प स्ट्रीट्स और द लीगो मूवी का निर्देशन कर
दुनिया के दर्शकों के बीच अपनी
कल्पनाशीलता के कारण जगह बनाई थी। पिछले
दिनों लुकास फिल्म्स की ओर से यह बयान आया कि अब यह जोड़ी क्रिएटिव डिफरेंस के कारण
हान सोलो पर फिल्म का निर्देशन नहीं कर रही है।
यह इस जोड़ी के प्रशंसकों के लिए निराशा की बात थी। हान सोलो एक प्रतिष्ठित नायक है। इस किरदार को परदे पर साकार करने के लिए फिल और
क्रिस की जोड़ी परफेक्ट लगती थी। परन्तु, अब ऐसे दर्शकों को
तसल्ली होगी कि हान सोलो का बड़े परदे पर विकास सक्षम निर्देशक द्वारा किया
जायेगा। लुकास फिल्म्स के हान सोलो पर
अनाम फिल्म के निर्देशन का जिम्मा स्टार वार्स सीरीज की फिल्म रोग वन: अ स्टार
वार्स स्टोरी के डायरेक्टर गैरेथ एडवर्ड्स को सौंपा गया है। गैरेथ ने मॉन्स्टर्स, गॉडज़िला और मॉन्स्टर्स :डार्क कांटिनेंट के निर्देशन में भी अपनी
क्षमता का परिचय दिया है। चूंकि, हान सोलो स्पिन ऑफ
फिल्म रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी से जुडी हुई है , इसलिए यह उम्मीद की जा सकती है कि गैरेथ फिल्म की पूर्व डायरेक्टर
जोड़ी की विज़न की भरपाई अच्छी तरह से कर पाएंगे।
फिलहाल यह अनाम फिल्म २५ मई २० को रिलीज़ होनी है।
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अक्षय कुमार की 'गोल्ड' में टेलीविज़न की 'नागिन' मौनी रॉय
आजकल मिशिगन में छुट्टियां मना रही मौनी रॉय के लिए खुशखबरी है। वह जब भारत वापस लौटेंगी, तब उनका स्वागत अक्षय कुमार की फिल्म द गोल्ड का सेट कर रहा होगा। फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के बैनर एक्सेल एंटरटेनमेंट के अंतर्गत बनाई जा रही गोल्ड का निर्देशन रीमा कागती कर रही हैं। इस फिल्म की कहानी स्वतंत्रता पूर्व भारत द्वारा जीते गए हॉकी के पहले गोल्ड पर केंद्रित है। इस फिल्म में अक्षय कुमार हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का किरदार कर रहे हैं । पुरुष हॉकी पर, पुरुष किरदारों की इस फिल्म में मौनी रॉय की क्या भूमिका होगी, बहुत साफ़ नहीं है। वैसे सूत्रों का कहना है कि मौनी का किरदार काफी सशक्त होगा। शायद भाग मिल्खा भाग में सोनम कपूर के किरदार जैसा। ३१ साल की मौनी रॉय ने २००७ में कृष्णा तुलसी विरानी के किरदार से टेलीविज़न डेब्यू किया था। देवों के देव महादेव में सति के किरदार से वह काफी लोकप्रिय हुई। टेलीविज़न शो नागिन और नागिन २ में अपने शिवन्या और शिवांगी के दोहरे किरदार से वह टेलीविज़न की टॉप अभिनेत्रियों में शुमार हो गई। पिछले दिनों यह खबर थी कि मौनी रॉय का फिल्म डेब्यू सलमान खान की फिल्म से होयेगा। इस फिल्म में फरहान अख्तर और कुणाल कपूर के साथ कियरा अडवाणी भी काम कर रही हैं।
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हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
इन रीलों में रियल लाइफ की कहानी है !
हिंदी रील पर रियल लाइफ करैक्टरो या रियल लाइफ इंसिडेंट का ज़बरदस्त हमला शुरू हो गया है। अभी जिन दो फिल्मों के पोस्टर बड़े जोरशोर के साथ रिलीज़ गए हैं, उनकी रील लाइफ पर रियल लाइफ तेवर प्रभावी नज़र आते हैं। मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार और मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो की पृष्ठभूमि पर १९७५ की वह इमरजेंसी है, जिस दौरान पूरा हिंदुस्तान एक बड़ी जेल में तब्दील हो गया था । इन दो फिल्मों के अलावा कुछ दूसरी फ़िल्में भी रील लाइफ करैक्टर या इंसिडेंट यानि घटनाओं पर हैं। ज़्यादा फ़िल्में बायोग्राफिकल कही जा सकती हैं।
रियल इंसिडेंट पर फ़िल्में बनाने के अपने खतरे होते हैं। अब गुलज़ार की फिल्म आंधी को ही ले लीजिये। फिल्म के सुचित्रा सेन के करैक्टर आरती का मेकअप-गेटअप तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से क्या मिला, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने फिल्म को सिनेमाघरों से उतरवा दिया । बाद मे यह फिल्म जनता पार्टी के शासन काल में रिलीज़ हो पाई। अमृत नाहटा की फिल्म किस्सा कुर्सी के प्रिंट ही जलवा दिए गए। यह सब इंदिरा गांधी के द्वारा देश में आपातकाल की घोषणा के बाद किया गया। यह दो फ़िल्में आपातकाल के दौरान हुए सरकारी सितम की रियल घटनाये है।
आपातकाल पर दो फ़िल्में
इस साल जुलाई और सितम्बर में एक महीने के अंतराल से दो ऎसी फ़िल्में रिलीज़ होंगी, जो आपातकाल की पृष्ठभूमि पर है। २८ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार आपातकाल के १९७५ से १९७७ के बीच के २१ महीनों की कहानी है। इस फिल्म में कीर्ति कुल्हारी का किरदार का आपातकाल के दौरान आम आदमी के हक़ और स्वतंत्रता के लिए लड़ता है। इस फिल्म में नील नितिन मुकेश ने संजय गांधी और सुप्रिया विनोद ने इंदिरा गांधी का किरदार किया है। फिल्म के अन्य कलाकारों में तोता रॉय चौधरी, अनुपम खेर, शीबा चड्डा और परवीन डबास के नाम शामिल हैं। १ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही दूसरी फिल्म में भी आपातकाल का दौर है। मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो की कहानी इमरजेंसी के दौर के ९६ घंटों की है, जब हथियार बंद गारद के साथ ले जाए जा रहे अरबों के सोने की लूट की योजना बनाई जाती है। इस काम को ६०० किलोमीटर में पूरा किया जाना है। इस समय में छह किरदार अपने अपने काम अंजाम देते हैं। इन छह किरदारों को अजय देवगन, इलीना डिक्रूज़, एशा गुप्ता, विद्युत् जम्वाल, इमरान हाश्मी और संजय मिश्रा ने किया है। हालाँकि यह दोनों फ़िल्में १९७५ में लगी इमरजेंसी की पृष्ठभूमि पर है। लेकिन, इन दोनों फिल्मों की कहानियां और घटनाएं काल्पनिक हैं। मधुर भंडारकर ने अपनी फिल्म का शीर्षक इंदिरा गांधी के उपनाम इंदु पर रखा है तथा फिल्म में संजय गांधी, इंदिरा गांधी, आदि के किरदार भी रखे गए हैं। लेकिन मोटामोटी यह काल्पनिक कहानी है। मिलन लुथरिया की फिल्म तो पूरी तरह से सस्पेंस, थ्रिल और एक्शन से भरपूर काल्पनिक घटना है।
बॉम्बे के डॉन
बॉलीवुड को डॉन करैक्टर बहुत भाते हैं। बॉलीवुड की ज़्यादा फ़िल्में बॉम्बे बम ब्लास्ट के कुख्यात भगौड़े अपराधी डॉन दाऊद इब्राहिम पर कंपनी, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई, आदि फ़िल्में बनाई गई हैं। अब दो ऎसी फ़िल्में आ रही हैं, जिनके मुख्य किरदारों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं या उनके बारे में जानकारी रखते हैं। पहली फिल्म १८ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही हसीना पारकर है। इस फिल्म का निर्देशन अपूर्व लखिया ने किया है। यह फिल्म भगोड़े दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर पर केंद्रित है। हसीना ने मुंबई में अपने भाई के पाकिस्तान भाग जाने के बाद उसका कारोबार बखूबी सम्हाला था। फिल्म का पोस्टर बताता है कि हसीना पर ८८ मुकदमे चल रहे थे। इस फिल्म में मुंबई की महिला डॉन हसीना का किरदार अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने किया है। उनके भाई सिद्धांत कपूर डॉन दाऊद इब्राहिम बने हैं। अंकुर भाटिया ने हसीना का शौहर इब्राहिम पारकर का किरदार किया है। दूसरी डायरेक्टर अशीम अहलूवालिया की फ़िल्म डैडी बॉम्बे के गैंगस्टर अरुण गवली पर है, जिसका १९८० के दशक में मुंबई के चिंचपोकली इलाके में दबदबा हुआ करता था। बाद में अरुण गवली राजनीती में भी उतरा था। इस फिल्म का शीर्षक डैडी इसी लिए रखा गया है कि उसके इलाके के लोग डॉन को डैडी कह कर पुकारते थे। स्थानीय चॉल के लोगों में उसे रोबिन हुड कहा जाता था। इस किरदार को अर्जुन रामपाल ने किया है। उन्होंने ही फिल्म की कहानी में भी योगदान दिया है। यह फिल्म १ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है।
रियल लाइफ फिल्मों के गोल्ड अक्षय कुमार
रियल लाइफ फिल्मों का किरदार करने के जहां अपने खतरे हैं, वही लोकप्रियता के फायदे भी हैं। इसीलिए तमाम बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियां रियल लाइफ किरदारों को करने की कोशिश करते हैं। ऐसे एक्टरों में अभिनेता अक्षय कुमार सबसे आगे हैं। अक्षय कुमार को रियल लाइफ किरदारों के गोल्ड अभिनेता कहना उचित होगा। अक्षय कुमार ने कई रियल लाइफ किरदार किये हैं और उन्हें बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता भी मिली है। २०१३ में अक्षय कुमार ने रियल लाइफ घटनाओं पर दो फ़िल्में की थी। नीरज गुप्ता की फिल्म स्पेशल २६ की कहानी १९८७ में मुंबई के ओपेरा हाउस में जौहरियों के शो रूम में पड़ी अनोखी डकैती पर थी, जिसमे कुछ लोग नकली सीबीआई बन कर लूट करते हैं। अक्षय कुमार ने लुटेरों के सरगना का किरदार किया था। इसी साल रिलीज़ दूसरी फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में अक्षय कुमार ने रियल लाइफ दाऊद इब्राहिम के रील लाइफ किरदार शोएब खान का किरदार किया था। २०१६ में अक्षय कुमार की दो फ़िल्में एयरलिफ्ट और रुस्तम रियल लाइफ किरदारों पर थी। एयरलिफ्ट १९९० में कुवैत पर इराक के हमले के दौरान एक भारतीय मूल के कुवैती व्यापारी मथुनि मैथ्यूज द्वारा कुवैत से भारतीयों को बाहर निकालने की कहानी थी। मैथ्यूज का किरदार अक्षय कुमार ने किया था। रुस्तम में अक्षय कुमार ने नौसेना अधिकारी के एम नानावटी का रील किरदार किया था। यह फिल्म साथ के दशक में बॉम्बे में हुए एक मशहूर हत्याकांड पर थी। अक्षय कुमार इस समय भी रियल लाइफ किरदार कर रहे हैं। १९८९ में रानीगंज कोलफील्ड में हुए हादसे पर बनाई जा रही फिल्म में अक्षय कुमार कोलफील्ड के चीफ इंजीनियर जे एस गिल का किरदार कर रहे हैं, जिसने ६४ खनिकों की जान बचाई थी। रीमा कागती की फिल्म गोल्ड में अक्षय कुमार हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का किरदार कर रहे हैं। पैडमैन में वह सस्ते सेनेटरी पेड बनाने वाले मशीन की ईज़ाद करने वाले अरुणाचलम मुरुगनंथम का किरदार कर रहे हैं। टी सीरीज की फिल्म मुग़ल में अक्षय कुमार ने गुलशन कुमार का किरदार किया है। इसके अलावा बैटल ऑफ़ सरगढ़ी और टॉयलेट एक प्रेम कथा या तो रियल लाइफ किरदार पर हैं या रियल इंसिडेंट पर हैं।
रिलीज़ हो गई फ़िल्में
रियल लाइफ किरदारों या घटनाओं पर कुछ फिल्में इसी साल रिलीज़ हुई हैं। द गाज़ी अटैक १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान हुई उस घटना पर है, जिसमे भारतीय नौसैनिकों ने पाकिस्तान की पनडुब्बी गाज़ी को डुबो दिया था। सचिन: अ बिलियन डॉलर ड्रीम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पर और एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी क्रिकेटर धोनी पर बनाई गई बायोग्राफिकल फ़िल्में हैं। राहुल बोस की फिल्म पूर्णा माउंट एवरेस्ट पर चढाने वाली छोटी बच्ची पूर्ण की रियल लाइफ कहानी थी। जब तक यह लेख प्रकाशित होगा सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट रिलीज़ हो गई होगी। यह फिल्म १९६२ के भारत-चीन युद्ध पर फिल्म है।
बायोग्राफिकल फ़िल्में बनाने के अपने खतरे हैं। रियल लाइफ करैक्टर को ऐतराज़ हो सकता है। जैसे हसीना पार्कर के जीवन पर फिल्म हसीना पारकर को लेकर ऐतराज़ जताया गया था। इसी परिवार ने वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई के निर्माण के दौरान भी आपत्ति जताई थी। इसीलिए फिल्म में करैक्टर के नाम पर बदलाव किया गया। पूर्व प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह पर बनाई जा रहे फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर तो सेंसर बोर्ड चीफ पहलाज निहलानी का ही ऐतराज़ था कि पहले मनमोहन सिंह से अनुमति ली जाए। कांग्रेस को तो इमरजेंसी पर बनाई गई इंदु सरकार पर भी नाराज़गी है।
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फिल्म पुराण
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