Monday 1 January 2018

यूपी में फिल्मों के विकास में गब्बर सिंह की बाधा !

उत्तर प्रदेश में, २०१७ में शूट हुई कुछ फिल्मों के नामों पर नज़र डालिये। २०१७ में उत्तर प्रदेश में लखनऊ, मथुरा, इलाहाबाद, बरेली, आदि शहरों मे बारात कंपनी, मिस्टर कबाड़ी, बरेली की बर्फी, बाबूमोशाय बन्दूक्बाज़, टॉयलेट एक प्रेम कथा. लखनऊ सेंट्रल, भूमि, मुल्क, रेड, आदि फिल्मों की शूटिंग हो चुकी हैं।  इस फिल्मों की बदौलत अक्षय कुमार, अजय देवगन, तापसी पन्नू, इलीना डिक्रूज़, आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, फरहान अख्तर, आदि अभिनेता उत्तर प्रदेश की सरनामी पर पैर  रख चुके हैं।  इन फिल्मों की शूटिंग में राजकुमार गुप्ता, श्री नारायण सिंह, अनुभव सिन्हा, आदि फिल्म निर्देशक भीं उत्तर प्रदेश भिन्न शहरों की ख़ाक छान चुके हैं।  इन फिल्मों की शूटिंग के बदौलत स्थानीय प्रतिभाओं को अस्थाई  रोजगार के अवसर मिले।  संभव है कि इनमे से कुछ बॉलीवुड के बड़े निर्माताओं की नज़रों में आ जाएँ।  तो क्या इससे यह समझा जाए कि उत्तर प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग के मामले में अच्छे दिन आ गए ? क्या उत्तर प्रदेश सरकार की फिल्म नीति कारगर साबित हो रही है ? क्या उत्तर प्रदेश या ख़ास  तौर पर लखनऊ फिल्म वालों का हब बनता जा रहा है ? 
फिल्म बंधू से जुड़े एक अधिकारी की बात मानी जाए तो लखनऊ फिल्म मेकिंग का हब बनता जा रहा है। जिस तरह से आये दिन उत्तर प्रदेश के लखनऊ आदि शहरों में फिल्मों की शूटिंग होने लगी हैं, इससे भी इस बात की पुष्टि होती है।  फिल्म बंधू के अंतर्गत इसी साल २१ करोड़ रुपये का अनुदान दिया जा चूका है। यह शूट फिल्मो को कुछ शर्तों के साथ कर मुक्त भी किया जा रहा है।गोवा और मुंबई में  उत्तर प्रदेश की फिल्म नीति और इन्वेस्टमेंट के लिए सेमिनार आदि हो चुके हैं।सूत्र बताते हैं कि लखनऊ ही व्यक्तिगत तौर पर फिल्मों का निर्माण जारी है। मेरठ में तो बाकायदा फिल्म इंडस्ट्री है, जो सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए नहीं, बल्कि सीडी के लिए फिल्मों का निर्माण  करते हैं। स्थानीय लोग इसे मॉलीवुड कहते हैं। यह फ़िल्में स्थानीय उच्चारण से सनी भाषा में होती हैं।  इस इंडस्ट्री की फिल्म धाकड़ छोरा को बॉलीवुड की शोले जैसी कहा जाता है। व्यक्तिगत तौर पर बनाई जा रही फिल्मों को छोड़ दें तो क्या सरकारी प्रयासों के परिणामस्वरुप उत्तर प्रदेश के फिल्मों का हब बनने की संभावना की जा सकती है ? 
१९६७ में सुनील दत्त ने उत्तर प्रदेश में फिल्म निर्माण की संभावना देखी थी।  उन्होंने तत्कालीन चंद्रभानु गुप्त सरकार से अजंता आर्ट्स स्टूडियो के लिए ज़मीन भी ली थी।  लेकिन, गुप्त सरकार के गिर जाने के बाद सुनील दत्त के स्टूडियो का पत्थर ही लगा रह गया।  फिर १९७५ में वीपी सिंह सरकार में उत्तर प्रदेश चलचित्र निगम की स्थापना की गई।  फिल्म बनाने वालों को उम्दा उपकरण देने और तीन लाख तक की सब्सिडी देने का ऐलान किया गया।  फिल्मों को कुछ हफ्ते मनोरंजन कर से छूट भी दी गई। चलचित्र निगम के अधिकारीयों ने नीतियों का दोहन करते हुए महंगे और उस समय के सबसे आधुनिक कैमरा आदि उपकरण खरीद कर कमीशन कम लिया। उसके बाद यह उपकरण निगम की गोडाउन में धुल फांकते रहे। अधिकारियों के भ्रष्टाचार ने निगम को घाटे के गम में डुबो दिया। 
ज़ाहिर है कि सुनील दत्त के कथित स्टूडियो के पचास साल बाद भी उत्तर प्रदेश में कोई इंडस्ट्री स्थापित नहीं हो सकी है। निजी स्टूडियो ज़रूर हैं।  लेकिन, इन्हें उत्तर प्रदेश में फिल्मों के विकास का गम नहीं है।  उत्तर प्रदेश में जो भी फिल्म निर्माता आते हैं, वह काहनियों की मांग पर।  अगर उनकी फिल्म में पुरानी इमारतों की ज़रुरत है, स्थापत्य दिखाना है तो लखनऊ, फैजाबाद, आदि जगहे हैं न ! अभी अनुभव सिन्हा की फिल्म मुल्क की शूटिंग भी इसी वजह से लखनऊ में की गई थी।  बकौल, सुनील बत्ता, "माहौल बन रहा है। लेकिन, सब कुछ सरकार की नीतियों पर निर्भर करेगा।" 
लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि आगे कोई सरकार कैसे काम करेगी ? मनोरंजन कर से फिल्म बंधू को प्रति टिकेट ५० पैसे मिलते थे। फिल्म मनोरंजन कर से मुक्त भी कर दी जाती थी।  अब मनोरंजन कर रहा नहीं।  सब राहुल गाँधी के गब्बर सिंह टैक्स यानि जीएसटी में शामिल हो गया है। फिल्म विकास निधि के पैसे कहाँ से आयेंगे ? मनोरंजन कर रहा नहीं।  फ़िल्में टैक्स फ्री किस हिसाब से होंगी सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों के रखरखाव और मल्टीप्लेक्स बनाने के लिए अनुदान कैसे मिलेगा ? इन सवालों का जवाब राज्य सरकार को ढूँढना है। इसके लिए एक बिलकुल नई नीति बनानी होगी। जीएसटी के नियमों में यथावश्यक संशोधन करने होंगे। पहले तो सरकार बदलने के बाद सब उल्टा पुल्टा हो जाता था। अब जीएसटी आने से सब उलटा पुल्टा हो गया है। क्या कुछ सुलटा होगा ?

१९२१ से सिम्बा तक २०१८

बॉलीवुड, हमेशा की तरह तीनों खान एक्टरों -सलमान, आमिर और शाहरुख़- के साथ फ़िल्में रिलीज़ करेगा।  कई ऐतिहासिक, बायोपिक और रीमेक-सीक्वल फ़िल्में भी रिलीज़ होंगी।  कई नए चहरे भी दर्शकों के सामने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।  लेकिन, दर्शकों को बेसब्री से इंतज़ार रहेगा स्त्री लिंग से पुरुष लिंग बनी पद्मावती उर्फ़ पद्मावत का।  इस फिल्म का अब इसलिए इंतज़ार नहीं होगा कि यह संजय लीला भंसाली की महंगे बजट की फिल्म है।  न ही इसका इंतज़ार  रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की हॉट जोड़ी के कारण होगा।  बल्कि, इस फिल्म से जुड़े लम्बे विवाद के मद्देनज़र यह देखने के लिए होगा कि फिल्म में ऐसी क्या गङबङी कर दी गई थी कि इसका लिंग परिवर्तन कर दिया गया।  यह, बॉलीवुड के इतिहास की, शायद ऐसी इकलौती फिल्म होगी, जो २०१७ की ब्लॉकबस्टर मानी जा  रही थी और ब्लॉकबस्टर होगी २०१८ में। 
खान से रणबीर और रणवीर तक हिंदी फ़िल्में
इस साल, हिंदी फिल्मों के प्रदर्शन की शुरुआत इंडस्ट्री के फ्लॉप खान सैफ अली खान की फिल्म कालकांडी से होगी।  यह एक डार्क कॉमेडी फिल्म है।  जबकि, साल का खत्म रणवीर सिंह की एक्शन फिल्म सिम्बा से होगा।  इस फिल्म से रणवीर सिंह पहली बार एक्शन में हाथ आजमाएंगे।  २०१८ की ख़ास बात यह होगी कि बॉक्स ऑफिस पर  बॉलीवुड के सभी सुपर सितारों की फ़िल्में रिलीज़ होंगी।  इनमे अक्षय कुमार की पैडमैन, अजय देवगन की रेड, रणबीर कपूर की संजू, देओल एंड संस की यमला पगला दीवाना फिर से, रजनीकांत और अक्षय कुमार की २.०सलमान खान की रेस ३, ऐश्वर्या राय बच्चन की फन्ने खानबाहुबली एक्टर प्रभाष की साहो, अक्षय कुमार की गोल्ड, अमिताभ बच्चन और  आमिर खान की ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान, हृथिक रोशन की सुपर ३०, अजय देवगन की टोटल धमाल, शाहरुख़ खान की आनंद एल राज निर्देशित अनाम फिल्म और रणवीर सिंह की सिम्बा उल्लेखनीय टाइटल हैं।
हिंदी फिल्मे इंग्लिश टाइटल
हिंदी फिल्मों के इंग्लिश टाइटल होना कोई नई बात नहीं।  मामलाहॉलीवुड से उधार लेने वाली फिल्म इंडस्ट्री की फिल्मों का  जो है।  २०१८ भी इसका अपवाद नहीं होगा।  इस साल इंग्लिश टाइटल वाली फिल्म की शुरुआत जनवरी से ही हो जाएगी।  साल के पहले महीने के दूसरे शुक्रवार रिलीज़ होने वाली विक्रम भट्ट की हॉरर फिल्म का टाइटल १९२१ होगा।  यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल हो या असफल, इंग्लिश टाइटल के साथ फ़िल्में पूरे साल रिलीज़ होती रहेंगी।  इन फिल्मों में साइकोलॉजिकल थ्रिलर माय बर्थडे सॉंग, ड्रामा यूनियन लीडर, कॉमेडी ड्रामा पैडमैन, थ्रिलर मिस्ट्री द विंडो, ३ स्टोरीज, ड्रामा लव सोनिया, एक्शन/ड्रामा ड्राइव, इरोटिक थ्रिलर हेट स्टोरी ४, एक्शन थ्रिलर रेड, कॉमेडी ब्लैक, ड्रामा अक्टूबर, रोमांटिक कॉमेडी लव पर स्क्वायर फुट, साइंस फिक्शन सुपरहीरो २.०थ्रिलर रेस ३, बायोपिक गोल्ड, पीरियड एक्शन एडवेंचर ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान, एक्शन ड्रामा सुपर ३० और बायोपिक द एक्सिंडेंटल प्राइम मिनिस्टर के नाम उल्लेखनीय हैं।  इन फिल्मों के अलावा कुछ इंग्लिश हिंदी टाइटल के घालमेल वाली  फ़िल्में भी रिलीज़ होंगी।  इन फिल्मों में एक्शन ड्रामा परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण, बायोपिक मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झाँसीरोमांटिक कड़ी वीरा दी वेडिंगड्रामा सुई धागा : मेड इन इंडियाकॉमेडी टोटल धमाल, आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।  ख़ास बात यह है कि अंग्रेज़ी शीर्षक वाली तमाम फ़िल्में हर जॉनर की है।  लेकिन, हिंदी अंग्रेजी मिश्रित शीर्षक वाली फिल्मों का मिश्रण हिंदी शीर्षक को अंग्रेजी में विस्तार देने के कारण हुआ है। 
नयी चेहरों का आगमन
कुछ नए चेहरे भी अपनी चमक का एहसास करने आ रहे हैं।  इनमे ज़्यादातर हिंदी  फिल्मों के बड़े सितारों  बच्चे हैं।  सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान का सुशांत सिंह राजपूत के साथ  अभिषेक कपूर निर्देशित फिल्म केदारनाथ से डेब्यू हो रहा है।  सारा, २०१८ में डेब्यू करने वाली आखिर स्टार डॉटर होंगी।  इसी प्रकार से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली टेलीविज़न एक्ट्रेस में मृणाल ठाकुर आखिर एक्ट्रेस होंगी।  वह हृथिक रोशन के साथ फिल्म सुपर ३० से डेब्यू कर रही हैं।  एक्शन कॉमेडी फिल्म पल पल दिल के पास से सनी देओल के बेटे करण का हिंदी फिल्म डेब्यू हो रहा है।   उनकी फिल्म का निर्देशक खुद सनी देओल कर रहे हैं।  इस फिल्म से करण की नायिका सहर बम्बा का भी डेब्यू हो रहा है।  टेलीविज़न की नागिन मौनी रॉय फिल्म गोल्ड में पहली बार।  दर्शक बाहुबली फिल्म सीरीज के नायक प्रभाष को अच्छी तरह से पहचानते हैं।  लेकिन, बाहुबली प्रभाष की तेलुगु में बनी और हिंदी में डब फिल्म थी।  अब प्रभाष पहली बार हिंदी में भी बनाई जा रही फिल्म साहो से डेब्यू कर रहे हैं।  फिल्म में उनकी नायिका श्रद्धा कपूर हैं।  श्रीदेवी की बेटी और शाहिद कपूर के भाई ईशान की डेब्यू फिल्म धड़क का निर्देशन बद्री की दुल्हनिया के शशांक खेतान कर रहे हैं।  टीवी एक्ट्रेस अंकिता 'पवित्र रिश्ते' लोखंडे का कंगना रनौत के साथ फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी से डेब्यू हो रहा है।  वरुण धवन की ड्रामा फिल्म अक्टूबर में उनकी नायिका बनिता संधू की यह पहली फिल्म है।  २०१८ में डेब्यू करने वालों में प्रितीश चक्रवर्ती खुद के डेब्यू के लिए खुद ही फिल्म का निर्माण, निर्देशन, लेखन, आदि आदि कर रहे हैं।  इरोटिक थ्रिलर हेट स्टोरी ४ से पंजाबी फिल्म एक्ट्रेस इहाना ढिल्लों पहली बार किसी हिंदी फिल्म में अभिनय कर रही होंगी। 
जोड़ियों पर लगी निगाहें
हिंदी फिल्म दर्शकों को जोड़ियों की फिल्मों का बेसब्री से इंतज़ार रहता है।  इनमे रियल लाइफ जोड़ियां भी हो सकती हैं और अस्वाभाविक जोड़ियां भी।  नई जोड़ियां भी बन रही हैं।  आर बाल्की की फिल्म पैडमैन में अक्षय कुमार की राधिका आप्टे के साथ जोड़ी बन रही है।  सुशांत सिंह राजपूत और जैक्विलिन फर्नॅंडेज़ फिल्म ड्राइव में, वरुण धवन और बनिता संधू फिल्म अक्टूबर में, रजनीकांत और एमी जैक्सन फिल्म २.० में,   विक्की कौशल और आलिया  भट्ट फिल्म राज़ी में, ऐश्वर्या राय बच्चन और राजकुमार राव फिल्म फन्ने खान में,   ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर फिल्म धड़क में, प्रभाष और श्रद्धा कपूर फिल्म साहो में, अक्षय कुमार और मौनी रॉय फिल्म गोल्ड मेंवरुण  धवन और अनुष्का शर्मा फिल्म सुई धागा में, करण देओल और सहर बम्बा फिल्म पल पल दिल के पास  में, हृथिक रोशन और मृणाल ठाकुर फिल्म सुपर ३० में, सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान  फिल्म केदारनाथ में जोड़ियां बना रहे हैं।  यह जोड़ियां पहली बार बन रही है और पहली पहली बार भी।  अनिल  कपूर और ऐश्वर्या राय फिल्म फन्ने खान में तथा अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित फिल्म टोटल धमाल में नास्टैल्जिया जोड़ी बनाएंगे।  आनंद एल राज और अनुराग कश्यप का भी अस्वाभाविक मिलन हो रहा है।  निर्माता आनंद एल राज ने अनुराग कश्यप को अपनी स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म मुक्केबाज़ का  निर्देशन सौंपा है।

रजनीकांत की फिल्म २.०, प्रभाष की फिल्म साहो, कंगना  रनौत की फिल्म मणिकर्णिका : द रानी ऑफ़ झाँसी, राणा डग्गुबाती की फिल्म हाथी मेरे साथी, विद्युत् जम्वाल की फिल्म जंगलीआदि कुछ ऎसी फ़िल्में हैं, जो हिंदी के अलावा दूसरी भारतीय भाषाओँ और  अंग्रेजी में भी रिलीज़ की जाएँगी।  

Sunday 31 December 2017

कल शाम पांच बजे रिलीज़ होगा शाहरुख़ खान की ड्वार्फ फिल्म का नाम और....!

पिछले सात आठ महीनों से आनंद एल राज के निर्देशन में शाहरुख़ खान की फिल्म की बड़ी चर्चा है।  चर्चा का ख़ास कारण यह है कि इस फिल्म में शाहरुख़ खान एक बौने की भूमिका भी कर रहे हैं तथा इस फिल्म का टाइटल अभी तक बताया ही नहीं गया है।  इस फिल्म  में शाहरुख़ खान की जब तक है जान की दो नायिकाएं कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा, नायिकाएं हैं।  शुरू में इसका नाम कैटरीना मेरी जान बताया गया था।  ऐसा लगता है कि यह  दर्शकों का ध्यान फिल्म की ओर आकर्षित करने का प्रयास मात्र था।  क्योंकि, जल्द ही इस टाइटल को ड्राप किये जाने का ऐलान कर दिया गया।  लम्बे समय तक,  जब किसी फिल्म के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती तो  सुगबुगाहट और अफवाहें फ़ैलने लगती हैं।  इस बौने पर फिल्म को लेकर भी ऐसा ही हुआ।  इसे ड्वार्फ टाइटल दिया गया।  इसे टिंगया यानि टिन्गु यानि बौना भी बताया गया।  लेकिन, इन टाइटलों की किसी स्तर से पुष्टि नहीं हुई।  अब जबकि २०१७ ख़त्म होने वाला है, आनंद एल राज और शाहरुख़ खान जोड़ी की फिल्म फिर चर्चा में है।  इस चर्चा से साफ़ हो जायेगा कि शाहरुख़ खान की फिल्म का टाइटल क्या होगा ? पहले पढ़िए नीचे दिए गए पांच ट्वीट-





फिल्म अभिनेता शाहरुख़ खान और निर्देशक आनंद एल राज के बीच इस मज़ाकिया ट्वीट में सन्देश दे दिया  गया है कि १ जनवरी २०१८ की शाम पांच बजे, आनंद एल  राज निर्देशित और शाहरुख खान, कैटरीना कैफ  और श्रीमती अनुष्का शर्मा कोहली अभिनीत फिल्म का टाइटल बताया जायेगा।  चूंकि, नए साल का पहला दिन है, इसलिए कुछ दिखाया भी जायेगा।  यह कुछ फिल्म का पोस्टर भी हो सकता है, फर्स्ट लुक भी या टीज़र भी।  लेकिन, सूत्र बताते हैं कि फिल्म के बारे में जो कुछ भी सामने आएगा, वह चौंकाने वाला होगा।  ज़ाहिर है कि शाहरुख़ खान ने अपने प्रशंसकों को नए साल का बेहतरीन तोहफा दे दिया है।  

रजनीकांत ने किया राजनीति में आने का एलान, बनायेंगे नया दल

जैसी की उम्मीद की जा रही थी, तमिल सुपर स्टार रजनीकांत ने राजनीति में जाने का ऐलान कर दिया।  वह नया दल बनाएंगे और तमिलनाडु विधान सभा के अगले चुनाव ज़रूर लड़ेंगे।  उन्होंने साफ़ सुथरी राजनीति करने का संकेत दिया।  इसके साथ ही रजनीकांत के समर्थन और  विरोध का सिलसिला भी शुरू हो गया। 
एक्टर रजनीकांत ने, आज सुबह, चेन्नई में इकट्रठा अपने प्रशंसकों के सामने राजनीति में आने का ऐलान कर दिया।  इसकी लोगों को पहले से ही उम्मीद थी।  समझा जा रहा था कई वह अपने ६८वे जन्मदिन पर, १२ दिसंबर को इसका ऐलान करेंगे।  लेकिन, रजनीकांत ने समय लेते हुए, कोई छह दिन पहले अपने समर्थकों से ३१ दिसंबर को पहुँचने को कहा था।  आज सुबह ठीक नौ बजे रजनीकांत सभा स्थल पर पहुंचे।  उन्होंने मौजूदगी के लिए, बड़ी संख्या में एकत्र अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया कि प्रशंसकों ने पिछले छह दिनों में अनुशासन बनाये रखा।  उन्होंने, अपने प्रशंसकों की दुविधा ख़त्म करते हुए कहा, "मेरा राजनीति में प्रवेश निश्चित है।  यह वक़्त की ज़रुरत भी है।  मैं अपनी नई पार्टी बनाऊंगा और तमिलनाडु विधानसभा के अगले चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लडूंगा।  मेरी कोई राजनीतिक आकांक्षा उस समय भी नहीं थी, जब मैं ४५ साल का था, तब ६८ साल में क्यों रखूंगा । मैं यह किसी पद (मुख्यमंत्री) के लिए नहीं कर रहा।  लेकिन, राजनीति इतनी गन्दी हो गई है कि पूरी दुनिया हम पर हंस रही है।" रजनीकांत का साफ़ इशारा पिछले दिनों, जे जयललिता के निधन के बाद, अन्ना डीएमके के दो धड़ों में सत्ता संघर्ष की ओर था। रजनीकांत ने सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन आज की ज़रुरत बताया।  उन्होंने कहा, "मैं जानता हूँ कि यह आसान नहीं होगा।  लेकिन, मैं जनता के विश्वास और समर्थन से सब करूंगा।" उन्होंने समर्थकों को बताया कि लोकतंत्र आज खराब स्थिति में है।  बाकी राज्य हम (तमिलनाडु) पर हंस रहे हैं। उन्होंने साफ़ किया कि अगर वह आज ऐसा नहीं करते तो खुद को दोषी महसूस करते। रजनीकांत के अनुसार राजनीति और सिस्टम में परिवर्तन आज की ज़रुरत है। लेकिन, उन्होंने इसके लिए आध्यात्मिक राजनीति ज़रुरत बताई, जिसमे जाति और धर्म आड़े न आएं। रजनीकांत तमिलनाडु की राजनीति और शासकों से काफी नाराज़ आये।  उन्होंने राजनेताओं को लोकतंत्र के नाम पर जनता के पैसे पर डकैती डालने वाला बताया।  उन्होंने कहा, "आधारभूत  परिवर्तन समय की मांग है।" रजनीकांत अपनी राजनीति के सिद्धांतों के लेकर बेहद स्पष्ट नज़र आये।  उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी के तीन  मन्त्र होंगे- सत्यता, कार्य और विकास।" रजनीकांत को अपने नए दल के लिए राजनीतिक कार्यकर्ताओं की ज़रुरत नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे स्वयंसेवक नहीं, संरक्षक चाहिए। मुझे संरक्षक चाहिए जो अपने निजी काम के लिए राजनीतिकों से मदद मांगे। मैं पार्टी कैडर नहीं चाहता।  मुझे संरक्षक चाहिए, जो लोगों के अधिकारों के लिए लड़ सकें। मैं केवल जनता का प्रतिनिधि होऊंगा, जो संरक्षकों की सेना पर नज़र रखेगा।  मैं चाहूंगा कि यह संरक्षक सरकार से भी बेहिचक सवाल पूछ सके।" रजनीकांत ने आमजन से फैंस वेलफेयर एसोसिएशन में शामिल होने को कहा। उन्होंने कहा, "यह सिनेमा नहीं है। यह राजनीति है। यह समय संगठन बनाने का है, इसलिए हम लोग राजनीति की बात न करें।" रजनीकांत फिलहाल अपने संगठन को तैयार करने और मज़बूत बनाने का काम करना चाहते हैं। उनका रोडमैप सुस्पष्ट है। इस समय वह राजनीतिक दल नहीं बनाने जा रहे।  वह अपनी पार्टी विधान सभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग में रजिस्टर कराएँगे। इसलिए, वह तमिलनाडु के आगामी नगर निकाय चुनाव नहीं लड़ेंगे। जहाँ  तक संसद के चुनाव में हिस्सा लेने का सवाल है, चुनाव नज़दीक आने पर निर्णय लिया जाएगा।  यानि, राष्ट्रीय दलों से तालमेल का पूरा इरादा है।  लेकिन, रजनीकांत का दल विधान सभा चुनाव ज़रूर लड़ेगा। रजनीकांत के राजनीति में आने का ऐलान करते ही, उनका विरोध भी शुरू हो गया है।  भारतीय जनता पार्टी की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष डॉक्टर तमिलिसाई सौंदरराराजन ने तमिल सुपर स्टार के राजनीती में आने का स्वागत किया है।  उन्होंने ट्वीट किया, "रजनीकांत का तमिलनाडु की राजनीति में प्रवेश का उद्देश्य भ्रष्टाचार मुक्त और स्वच्छ सरकार का है।  यही भारतीय जनता पार्टी का भी है।" लेकिन, बीजेपी नेता सुब्रमनियन स्वंय ने रजनीकांत को अनपढ़ बताते हुए कहा, "उन्होंने केवल ऐलान किया है।  उनका कोई विस्तृत डॉक्यूमेंट नहीं है।  यह केवल मीडिया हाइप है।  तमिलनाडु के लोग बुद्धिमान है।" अलबत्ता, खुद राजनीति में आने का इरादा पाले अभिनेता कमल हासन ने रजनीकांत के राजनीती में आने के ऐलान का स्वागत किया है और शुभकामनाये दी है।  वैसे रजनीकांत खुद मीडिया से शंकित नज़र आये। उन्होंने कहा, "मुझे राजनीति में प्रवेश को लेकर कोई डर नहीं है। मुझे मीडिया से डर है।  मैं अभी बच्चा हूँ। मुझे मीडिया को लेकर ज़्यादा सक्रिय और सतर्क रहने की ज़रुरत है।" रजनीकांत ने इस समय अपने राजनीतिक गुरु और तुग़लक़ के संपादक, पूर्व एक्टर, राजनीतिक व्यंग्यकार, नाटककार और वकील चो रामास्वामी को याद किया, :मैं उनकी कमी बेहद महसूस कर रहा हूँ। अगर, वह आज जीवित होते तो मेरी इस नई शुरुआत पर मुझे ताक़त देते।" रजनीकांत के राजनीति में आने के ऐलान के बाद, कार्यक्रम स्थल पर खड़े कार्यकर्ताओं में ख़ुशी की लहर दौड़ गई।  वह जश्न मनाने लगे और आतिशबाज़ी छोड़ने लगे। 

बॉलीवुड न्यूज़ ३१ दिसम्बर

सैफ अली खान को अंडरवाटर स्मूचिंग का सहारा !
रात के अँधेरे में, वही भयानक रात और खूनी पंजा जैसी डरावनी-भयावनी फिल्मों के निर्देशक विनोद तलवार की बिटिया ईशा तलवार की अंडरवाटर स्मूचिंग आजकल गर्मागर्म चर्चा में है।  हमारा दिल आपके पास है में प्रीति यानि ऐश्वर्या राय की छोटी बहन की भूमिका करने वाली ईशा तलवार को बालिग़ भूमिकाएं मिली  दक्षिण की मलयालम फिल्मों में।  पिछले  पांच सालों से दक्षिण की फिल्मों में सक्रिय ईशा का फिल्म ट्यूबलाइट में कैमिया किसी को याद नहीं।  अब २९ साल की ईशा अक्षत वर्मा की फिल्म कालकंडी में ४७ साल के सैफ अली खान की  नायिका बन कर आ रही हैं।  यह ब्लैक कॉमेडी फिल्म पूरी तरह से सैफ अली खान और अक्षय ओबेरॉय के चरित्रों के इर्द गिर्द है।  ईशा का रोमांटिक एंगल ही है । यही कारण है कि ईशा की चर्चा रोमांस के कारण ही हो रही है।  ईशा का यह रोमांस अंडरवाटर है।  फिल्म में उनकी और सैफ की एक अंडरवाटर स्मूचिंग तमाम अख़बारों की सुर्ख़ियों में हैं। यह स्मूचिंग, ठाणे के एक स्विमिंग पूल में सैफ और ईशा के बीच फिल्माई गई।  इस दृश्य को करने में सैफ को कोई मुश्किल नहीं हुई, क्योकि सैफ प्रमाणित गोताखोर हैं। ईशा को इस दृश्य को करने में मेहनत ज़रूर करनी पड़ी। दृश्य करने के लिए स्विमिंग पूल में ऑक्सीजन सिलिंडर के सहारे सांस ली गई। लेकिन, इसके बावजूद यह दृश्य तीन रिटेक में पूरा हो गया। सैफ अली खान का पिछले साल रिलीज़ दो फिल्मों रंगून और शेफ की बुरी असफलता से डांवाडोल करियर क्या इस स्मूचिंग के सहारे ऑक्सीजन पा सकेगा? क्या ईशा तलवार मलयालम फिल्मों से हिंदी फिल्मों में अपना करियर बना पाएगी ? कालकंडी का १२ जनवरी को प्रदर्शन के बाद इन दोनों सवालों का जवाब मिल सकेगा।
शाहिद कपूर की गुल बत्ती चालू कर पायेगी वाणी कपूर ?
टॉयलेट एक प्रेम कथा की सफलता के बाद, बत्ती गुल मीटर चालू का ऐलान करते हुए फिल्म के निर्देशक श्री नारायण सिंह ने इसके नायक के तौर पर शाहिद कपूर के नाम का ऐलान भी कर दिया था।  लेकिन, उनके लिए जोड़ीदार की तलाश अभी शुरू नहीं हुई थी।  अगर सूत्रों की मानी जाए तो १९ जनवरी २०१८ से शूट होने वाली फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू की नायिका की तलाश शायद अभी भी जारी रहेगी। हालाँकि, फिल्म में शाहिद कपूर की नायिका के तौर पर वाणी 'फुकरे' कपूर का नाम तय कर दिया गया है, लेकिन इस फिल्म से नायिकाओं के बाहर होने के सिलसिले को देखते हुए, वाणी कपूर  के नाम पर भी संदेह उठ रहे हैं।  बत्ती गुल मीटर चालू की नायिका के तौर पर पहला नाम कैटरीना कैफ का उभरा था । खबर थी कि उन्हें फिल्म के लिए साइन कर लिया गया है । इस प्रकार से कैटरीना कैफ और शाहिद कपूर की पहली बार जोड़ी बनाने जा रही थी । लेकिन, शाहिद कपूर ने इसे बकवास करार दिया । इसके कुछ समय बाद खबर आई कि फिल्म के वकील शाहिद कपूर के सामने अदालत में कोई महिला वकील गर्मागर्म बहस करेगी । कोई एक हफ्ता पहले इस महिला वकील के तौर पर इलीना डिक्रुज़ का नाम सामने आया । बाद में यह खबर भी अफवाह साबित हुई । इसीलिए, वाणी कपूर का नाम संदेह के घेरे में आ जाता है ।
गोल्डन ग्लोब पर काली छाया
लगभग २५ दिन बाद होने वाले गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स पर मींटू की काली छाया पड़ने जा रही है।  मींटू हॉलीवुड से सोशल साइट्स पर शुरू हुआ एक आंदोलन है, जो यौन शोषण की शिकार महिलाओं के साथ खड़ा होता है। इस आन्दोलन के ज़रिये विश्व के किसी भी हिस्से के सेलिब्रिटी अपनी यौन आपबीती बता सकती या सकता है।  इस आंदोलन का सबसे पहले प्रभाव गोल्डन ग्लोब में दिखाई देगा। लेकिन, यह प्रभाव हॉलीवुड फिल्म सेलिब्रिटी के ग्लोब पुरस्कारों के वहिष्कार के रूप में नहीं होगा। इस  समारोह में गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स की नॉमिनी अभिनेत्रियां और प्रस्तुतकर्त्री काली पोशाकों में मौजूद होंगी। कुछ ऐसा ही नज़ारा २१ जनवरी को होने वाले स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड्स में भी देखने को मिलेगा, जब सभी प्रस्तुतकर्ता अभिनेत्रियां काले कपड़ों में होंगी। हालाँकि, पहले इन अवार्ड्स समारोहों में हॉलीवुड सेलिब्रिटी काली पोशाकों में आती रही हैं, लेकिन, ब्लैक को आंदोलन के रूप में पहनने का यह पहला मौका होगा।
क्या सलमान खान और गोविंदा फिर बनेंगे पार्टनर !
शुक्रवार २० जुलाई २००७ की तारीख, हिंदी फिल्म दर्शकों के ठहाकों की तारीख थी।  सलमान खान, गोविंदा और डेविड धवन की तिकड़ी  की कॉमेडी फिल्म पार्टनर रिलीज़  हुई थी।  इस फिल्म में सलमान खान लड़कियों को पटाने का गुर बताने वाले लव गुरु प्रेम की भूमिका में थे।  फिल्म में उनके शिष्य गोविंदा थे, जो कैटरीना कैफ को पटाने ली ट्रेनिंग सलमान खान से ले रहे थे। अब यह बात दीगर है कि यह लव गुरु अपनी प्रेमिका लारा दत्ता को पटाने में ही बेहाल हो जाता है।  इस फिल्म को ज़बरदस्त सफलता मिली थी।  लेकिन, दुनियां का आठवां आश्चर्य ! आज जबकि सीक्वल फिल्मों का ज़माना है, पार्टनर जैसी हिट फिल्म का सीक्वल नहीं बनाया जा सका। ख़ास बात यह हुई कि यह तिकड़ी ही पूरी तरह से बिखर गई। गोविंदा को लगता था कि उनका और उनकी बेटी का फिल्म करियर बनाने में यह दोनों उनकी मदद नहीं कर रहे। उन्होंने फिर इन दोनों के साथ फ़िल्में करने से मना कर दिया।  पार्टनर बनाने वाला डेविड धवन भी हारा हुआ जुआरी लगाने लगा।  इसके बाद उनकी निर्देशित दो फ़िल्में डू नॉट डिस्टर्ब और रास्कल्स बुरी तरह से फ्लॉप हुई।  लगा डेविड धवन का हास्य बोध ख़त्म हो गया है। सात साल बाद चश्मे बद्दूर ने उन्हें फिर स्थापित किया। लेकिन, पूरे दस साल बाद, जबकि पार्टनर २ बनाये जाने की खबरें सुर्ख हैं, इस फिल्म में गोविंदा और सलमान खान की जोड़ी फिर बनने की खबरे हैं, इस सीक्वल फिल्म के डायरेक्टर की लिस्ट से डेविड धवन का नाम गायब है। डेविड धवन की जगह सलमान खान के भाई सोहैल खान ( पिछली फिल्म फ्रीकी अली) ने ले ली है। क्या सलमान खान और गोविंदा की जोड़ी को हमेशा से ही सुपर हिट मानने वाले डेविड धवन के बिना पार्टनर २ सुपर हिट होगी ?
'गोल्ड' में हॉकी नहीं खेलेंगे, मैनेज करेंगे अक्षय कुमार !
भारतीय हॉकी टीम के, हॉकी का पहला गोल्ड मैडल जीतने की कहानी पर फिल्म गोल्ड के रिलीज़ होने में अभी मुश्किल से आठ माह बचे हैं कि नए खुलासे होते जा रहे हैं।  पहले यह कहा गया था कि अक्षय कुमार आज़ादी के बाद हॉकी का पहला गोल्ड जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान बलबीर सिंह की भूमिका कर रहे हैं। लेकिन, फिल्म में हॉकी खेलते अक्षय कुमार की एक भी फोटो देखने को नहीं मिली थी ।  ऐसे में अक्षय कुमार के रोल को लेकर अनुमान ही लगाए जा रहे थे कि फिल्म की निर्माता कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट के रितेश सिधवानी ने स्थिति काफी साफ़ कर दी है। उन्होंने बताया है कि गोल्ड भारतीय टीम के, स्वतंत्रता के बाद १९४८ में हॉकी का स्वर्ण जीतने की पृष्ठभूमि में एक सत्य घटना पर फिल्म है।  लेकिन, यह बायोपिक फिल्म नहीं है।  फिल्म में अक्षय कुमार बलबीर सिंह का रोल भी नहीं कर रहे।  रितेश कहते हैं, "अक्षय फिल्म में हॉकी नहीं खेल रहे, वह मैनेजर की भूमिका में हैं।" एक्सेल एंटरटेनमेंट की अक्षय कुमार के साथ यह पहली फिल्म है।  एक्सेल एंटरटेनमेंट पहली बार कोई खेल फिल्म बना रहा है।  एक्सेल एंटरटेनमेंट, गोल्ड के बाद रिओ पैरालिम्पिक्स में एथलेटिक्स की रजत पदक विजेता दीपा मालिक पर बायोपिक का निर्माण भी कर रहा है । अगले साल १५ अगस्त को रिलीज़ हो रही फिल्म गोल्ड में अमित साध और मौनी रॉय की भूमिकाएं काफी अहम हैं  ।
विपुल शाह कनाडा से नमस्ते कहने पहुंचे लंदन
नमस्ते लंदन (२००७)  की सफलता के बाद विपुल शाहअक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा को लेकर इस फिल्म का सीक्वल नमस्ते लंदन २  बनाना चाहते थे।  अक्षय कुमार सीक्वल फिल्म का  हिस्सा बनने को भी तैयार थे। लेकिन, विपुल शाह को फिल्म का ऐलान करने में देर हो गयी। अक्षय कुमार टॉयलेट एक प्रेम कथा, पैडमैन, २.० और गोल्ड  में व्यस्त हो गए। इस पर विपुल शाह ने अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा को लेकर फिल्म नमस्ते इंग्लैंड बनाने का निर्णय लिया। लेकिन, अक्षय कुमार ने नमस्ते सीरीज पर अपना अधिकार छोड़ने  से साफ़ मना कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह भविष्य में नमस्ते लंदन २ या नमस्ते इंग्लैंड फ़िल्में कर  सकते हैं। इस पर मायूस विपुल शाह ने अर्जुन और परिणीति की इशकज़ादे जोड़ी  को लेकर नमस्ते कनाडा का ऐलान कर दिया।  फिल्म की शूटिंग भी लंदन के बजाय उत्तरी अमेरिका के किसी देश में करने का ऐलान भी हुआ । अलबत्ताविपुल शाह ने अक्षय कुमार के खिलाफ एक भी शब्द बोलने से इंकार कर दिया। शायदविपुल शाह की चुप्पी  कारगर साबित हुई। अक्षय कुमार ने ओरिजिनल टाइटल नमस्ते इंग्लैंड पर अपना कब्ज़ा छोड़ दिया। ऐसे में, जैसे ही विपुल शाह को टाइटल वापस मिला, उन्होंने नमस्ते कनाडा को ;फिर से नमस्ते इंग्लैंड कर दिया।  अब अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा की जोड़ी की यह तीसरी फिल्म  नमस्ते इंग्लैंड अगले साल रिलीज़ होगी।  ध्यान रहे कि अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा इश्कज़ादे के बाद, दिबाकर बनर्जी की फिल्म संदीप और पिंकी फरार में भी एक साथ हैं।
मिलाप ज़वेरी की फिल्म में पूजा हेगड़े का हाथ युद्ध
नवंबर  में यह ऐलान किया गया था कि जॉन अब्राहम और मनोज बाजपेई निर्माता निखिल अडवाणी निर्देशित फिल्म करेंगे।  इस फिल्म का निर्देशन मिलाप ज़वेरी कर  रहे हैं।  अब इस एक्शन से भरपूर थ्रिलर फिल्म से पूजा हेगड़े को भी जोड़ लिया गया है।   दर्शकों ने पूजा हेगड़े को २०१६ में रिलीज़ हृथिक रोशन की फिल्म मोहनजोदड़ो में चानी की भूमिका में देखा था।  मोहनजोदड़ो बड़ी फ्लॉप फिल्म साबित हुई थी।  पूजा का फिल्म करियर ख़त्म हो गया होता अगर वह तमिल और तेलुगु फिल्मों में पहले से ही स्थापित नहीं होती।  अलबत्ता, हिंदी पेटी में पूजा का ज़िक्र उनके सोशल कार्यों के लिए हमेशा सुर्ख़ियों मे होता रहा।  पिछले दिनों यह खबर थी कि सलमान खान अपनी फिल्म रेस ३ में जैक्विलिन फर्नांडिस के अलावा एक दूसरी अभिनेत्री के रूप में पूजा हेगड़े को लेना चाहते हैं।  हालाँकि, अभी पूजा ने फिल्म साइन नहीं की है।  लेकिन, उनके नाम की सुर्खियां कम  नहीं हो रही।  अब खबर यह है कि निर्देशक मिलाप ज़वेरी ने पूजा हेगड़े को अपनी फिल्म में शामिल कर लिया है।  पूजा को फिल्म में हैंड टू हैंड कॉम्बैट यानि हाथों से गुत्थमगुत्था युद्ध लड़ने होंगे।  यानि  लड़ते समय उनके हाथों में कोई हथियार नहीं होगा।  इसके लिए फिटनेस काफी ज़रूरी होती है।  पूजा हेगड़े खुद को हमेशा से फिट रखने  में विश्वास रखती रही  हैं।  इसीलिए मिलाप ज़वेरी और निखिल अडवाणी को लगता है कि पूजा इस किरदार को कुशलतापूर्वक कर सकती हैं।  पूजा हेगड़े के  बारे में ताज़ातरीन खबर यह है कि उन पर विपुल शाह की भी निगाहें लगी हुई हैं।  विपुल शाह २००७ की हिट फिल्म नमस्ते लंदन की सीक्वल फिल्म नमस्ते कनाडा बना रहे हैं।  अब टाइटल मिल जाने के बाद इस फिल्म को नमस्ते इंग्लैंड के टाइटल से जाना जायेगा।  इस फिल्म में अर्जुन कपूर परिणीति चोपड़ा की जोड़ी पहले से ही है।  अब खबर यह है कि विपुल शाह इस फिल्म में एक दूसरी नायिका जोड़ना चाहते हैं।  इस दूसरी नायिका की भूमिका कौन करेगी ? विपुल को दिशा पाटनी और पूजा हेगड़े में से किसी एक को चुनना है।  जानकार बताते हैं कि पूजा हेगड़े का पलड़ा ज़्यादा भारी है।  अगर, पूजा हेगड़े को विपुल शाह की फिल्म भी मिल गई तो वह तीन तीन हिंदी फिल्मों की नायिका बन जाएंगी। 
रणदीप हूडा बनेंगे सुल्ताना डाकू
भारतीय रॉबिनहुड सुल्ताना डाकू रूपहले परदे पर आने जा रहा है।  सुल्ताना डाकू पर फ़िल्में बनाने के प्रयास के कुछ प्रयास पहले भी हुए, लेकिन परवान नहीं चढ़ सके।  १९७२ में मोहम्मद हुसैन ने दारासिंह को सुल्ताना डाकू का चोला पहनाया। इस फिल्म में अजित, हेलेन, भगवान, पद्मा खन्ना, हीरा लाल, आदि भी थे।  इसके बाद पाकिस्तान में १९७५ में सुल्ताना डाकू का निर्माण किया गया। मुज़फ्फर ताहिर निर्देशित इस  पंजाबी फिल्म में सुधीरनीलो, मुनव्वर सईद, आदि अभिनय कर रहे थे।  अब सुल्ताना डाकू पर फिल्म का निर्माण वेव के राजू चड्ढा के साथ राहुल मित्रा कर रहे हैं। नाटककार सुजीत सराफ के २००९ में प्रकाशित उपन्यास द कॉन्फेशन ऑफ़ सुल्ताना डाकू पर बनाई जा रही इस फिल्म फिल्म  का निर्देशन मधुरीता आनंद करेंगी।  यहाँ बताते चलें कि २०१४ में तिग्मांशु धुलिया ने सुजीत सराफ के उपन्यास पर ब्रिटिश कालीन सेंट्रल  प्रोविंस के गरीबों में लोकप्रिय डाकू पर बनाना चाहते थे।  लेकिन, तिग्मांशु को पछाड़ कर इस  पुस्तक के अधिकार ले लिए।  वह बोनी कपूर के साथ मिल कर इस किरदार को  परदे पर लाना चाहते थे।  इस किरदार को परदे पर सलमान खान से लेकर अर्जुन कपूर तक करना चाहते थे।  लेकिन, अब इस फिल्म को रणदीप हूडा को सुल्ताना डाकू बना कर शुरू किया जा सकेगा। इस फिल्म की शूटिंग अगले साल अप्रैल से शुरू हो जाएगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि २०१८ में सुल्ताना डाकू परदे पर दिखाई पड़ेगा।  इसमें कोई शक नहीं कि इस दयालु डाकू पर फिल्म को दर्शक पसंद भी करेंगे। दारासिंह की फिल्म सुल्ताना डाकू इसका प्रमाण है। 


बॉलीवुड क्लैश यानि बड़ी फिल्मों के टकराव का २०१८

कल से शुरू होने जा रहे साल को बॉलीवुड क्लैश का साल यानि हिंदी की बड़े सितारों और बड़े बजट वाली फिल्मों के टकराव का साल बताया जा रहा है।  यह जानते हुए भी कि दो बड़ी फिल्मों के टकराव से बॉक्स ऑफिस पर अगर किसी फिल्म को नुकसान नहीं होता, तो भी  वीकेंड का समूचा लाभ नहीं मिल पाता, दो फ़िल्में टकरा रही हैं।  ऐसा एक बार नहीं बार बार होगा। ख़ास तौर पर हॉलिडे वीकेंड पर। 
रिपब्लिक डे क्लैश
इसका पहला प्रमाण तो जनवरी में ही मिल जायेगा, जब अक्षय कुमार की आर बाल्की निर्देशित सोशल मैसेज वाली फिल्म पैडमैन का टकराव, सिद्धार्थ मल्होत्रा और मनोज बाजपेई की स्पाई थ्रिलर फिल्म ऐय्यारी से होगा। ख़ास बात यह होगी कि ऐय्यारी के निर्देशक नीरज पांडेय, पैडमैन के हीरो अक्षय कुमार के साथ स्पेशल २६ और बेबी जैसी हिट फ़िल्में बना चुके हैं।
हॉलिडे क्लैश
अप्रैल ऐसा महीना होता है, जिसमे स्कूल -कॉलेज में छुट्टियां रहती हैं।  युवा ब्रिगेड अपने इम्तिहानों से फारिग हो कर, मनोरंजन के मूड में रहता है। फिल्मवाले इसका फायदा उठाने की फिराक में रहते हैं। इस साल, दक्षिण के सितारों की नज़र इन छुट्टियों का फायदा उठाने की है। २०१७ में अप्रैल में रिलीज़ फिल्म बाहुबली २ द कन्क्लूजन के हिंदी संस्करण ने रिकॉर्ड तोड़ कारोबार किया था।  इस साल साउथ के सुपर स्टार रजनीकांत अप्रैल के क्राउड को अपनी फिल्म का दर्शक बनाने के लिए कमर कस चुके हैं। २४ अप्रैल को रजनीकांत की विज्ञानं फ़न्तासी फिल्म २.० रिलीज़ होने जा रही है।इसी तारिख को दक्षिण के डायरेक्टर कृष की ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म में कंगना रनौत की केंद्रीय भूमिका है। टाइगर श्रॉफ की एक्शन फिल्म बागी २ भी २४ अप्रैल को रिलीज़ हो रही है।  इसलिए, यह हॉलिडे क्लैश रजनीकांत, कंगना रनौत और टाइगर श्रॉफ का त्रिकोणात्मक टकराव हो जायेगा। 
ईद क्लैश
एक दिलचस्प टकराव, कभी लव बर्ड्स रहे सलमान खान और ऐशर्य राय की फिल्मों के टकराव के कारण पैदा होगा।  ऐश्वर्या राय बच्चन की म्यूजिकल थ्रिलर फिल्म फन्ने खान उस ईद वीकेंड पर  रिलीज़ हो रही है, जिस पर सलमान खान का कब्ज़ा रहता है।  इसी  दिन सलमान खान के एक्शन  थ्रिलर फिल्म रेस ३ भी रिलीज़ हो रही है।  ख़ास बात यह है कि फन्ने खान और रेस ३ टकराव, अनिल  कपूर का अनिल कपूर से टकराव भी है।  क्योंकि, दोनों ही फिल्मों में अनिल कपूर अभिनय कर रहे हैं।
दिवाली क्लैश
जैसे, ईद वीकेंड सलमान खान  के लिए और क्रिसमस वीकेंड आमिर खान के लिए रिज़र्व होता है, वैसे ही दीवाली वीकेंड पर अजय देवगन राज करते रहे हैं।  २०१७ में भी दिवाली वीकेंड पर अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन ने ब्लॉकबस्टर कारोबार किया था।  लेकिन, इस साल दिवाली वीकेंड पर यशराज फिल्म्स और आमिर खान ने अपनी नाक घुसेड़ दी है।  आमिर खान और अमिताभ बच्चन की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान दिवाली वीकेंड पर रिलीज़ हो रही है।  इसी दिन, निर्देशक इंद्रकुमार की अजय देवगन के साथ कॉमेडी फिल्म टोटल धमाल रिलीज़ हो रही है।  इस प्रकार से, दिवाली २०१७ की तरह दिवाली २०१८ में भी आमिर खान बनाम अजय देवगन का नज़ारा होगा। 
क्रिसमस क्लैश
इस बार क्रिसमस २०१८ में, क्रिसमस २०१५ वाला नज़ारा हो सकता है।  यानि २०१८ में भी शाहरुख़ खान और रणवीर सिंह अपनी फिल्मों से टकराएंगे।  इन दोनों की फ़िल्में अभी अनाम हैं।  शाहरुख़ खान, आनंद एल राज की फिल्म में एक बौने का रोल कर रहे हैं।  वहीँ रणवीर सिंह पहली बार रोहित शेट्टी की फिल्म में धुंआधार एक्शन कर रहे होंगे।  यह टकराव त्रिआयामी हो सकता है, अगर अभिषेक कपूर अपनी फिल्म केदारनाथ समय से  पूरी कर ले जाएँ।  केदारनाथ से सैफ  बेटी सारा अली खान का फिल्म  डेब्यू हो रहा है।  उनके साथ सुशांत सिंह राजपूत नायक की भूमिका में हैं।  निश्चित रूप से इस क्रिसमस वीकेंड में बॉक्स ऑफिस पर सितारों का जमघट लगा होगा।
अगले साल आएँगी बायोपिक फ़िल्में
२०१८ बायोपिक फिल्मों का बड़ा साल हो जाता, अगर आमिर खान ऑस्ट्रोनॉट राकेश शर्मा की बायोपिक फिल्म को छोड़ नहीं देते। अब यह फिल्म अपने रील लाइफ राकेश शर्मा का इंतज़ार कर  रही है। मगर, अक्षय कुमार की बायोपिक फिल्म पैडमैन इसकी  भरपाई करने की पूरी कोशिश करेगी।  महिलाओं के लिए सस्ते सेनेटरी पैड बनाने वाली मशीन की ईज़ाद करने वाले अरुणाचलम मुरुगनांथम पर फिल्म पैडमैन २६ जनवरी को रिलीज़ होगी। अक्षय कुमार एक और बायोपिक फिल्म मुग़ल में टीसीरीज के संस्थापक गुलशन  कुमार की भूमिका कर रहे हैं।  पहले यह चर्चा थी कि वह गोल्ड में हॉकी खिलाडी किशन लाल की भूमिका कर रहे हैं। लेकिन, अब यह साफ़ हो चूका है कि वही एक काल्पनिक किरदार करेंगे।  लेकिन, १८९७ में हुए बैटल ऑफ़ सारागढ़ी में ब्रितानी सेना के साथ अफगानियों के खिलाफ  युद्ध के नायक ईशर सिंह का रोल अक्षय कुमार करेंगे। 
खिलाडियों पर भी फ़िल्में 
कुछ दूसरी बायोपिक फिल्मों में श्रद्धा कपूर फिल्म साइना में बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल की भूमिका कर रही हैं।  रणबीर कपूर, निर्देशक राजकुमार हिरानी की फिल्म में संजय दत्त की भूमिका कर रहे हैं।  कंगना रनौत मणिकर्णिका में झाँसी की रानी की लक्ष्मी बाई की भूमिका कर रही हैं। परालिम्पिक में देश के लिए पदक जीतने वाले दो खिलाड़ियों पर बनाई जा रही फिल्मों में, सेना के बॉक्सर मुरलीकांत पेटकर पर इसी टाइटल के साथ बनाई जा रहे फिल्म में तैराकी का स्वर्ण जितने वाले  पेटकर की भूमिका सुशांत सिंह राजपूत कर रहे हैं। इसी प्रकार से पैरालिम्पिक में एथेलेटिक्स का स्वर्ण जीतने वाले दीपा मालिक का रोल कंगना रनौत द्वारा किये जाने की भी खबर है। गणितज्ञ और हर साल ३० छात्रों को आईआईटी की कोचिंग देने वाले आनंद कुमार पर बायोपिक फिल्म सुपर ३० में आनंद कुमार की भूमिका हृथिक रोशन कर रहे हैं। एक फिल्म में फिल्म नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी की भूमिका बोमन ईरानी करेंगे। केरल की मर्सी मैथ्यू पर फिल्म दया बाई में केंद्रीय भूमिका बिदिता बाग करेंगी। हॉकी खिलाडी संदीप सिंह पर फिल्म सूरमा में संदीप सिंह का किरदार दिलजीत दोसांझ कर रहे हैं।    
तीनों खान अभिनेताओं की फ़िल्में
खान अभिनेताओं, सलमान खान, शाहरुख़ खान और आमिर खान की फिल्मों का दर्शकों को बेसब्री से इंतज़ार रहता है।  २०१८ में इन तीनों अभिनेताओं की फ़िल्में रिलीज़ होंगी।  सलमान खान की फिल्म रेस ३ ईद वीकेंड पर रिलीज़ हो रही है।  दिवाली वीकेंड पर आमिर खान की अमिताभ बच्चन के साथ पीरियड फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान रिलीज़ होगी।  शाहरुख़ खान की आनंद एल राज निर्देशित अनाम फिल्म क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ होगी। सलमान खान की फिल्मों के लेकर यह खबर है कि उनकी कोई दूसरी फिल्म भी २०१८ में रिलीज़ हो सकती है। 
नए चेहरे
बॉलीवुड को नए चेहरों का इंतज़ार हमेशा से ही रहा है।  २०१८ में बॉलीवुड को कई नए, सुपर स्टार और सुपर टैलेंटेड चेहरे मिल सकते हैं।  सैफ अली खान की फिल्म कालकांडी से मलयालम फिल्मों की एक्ट्रेस और बॉलीवुड फिल्मकार विनोद  तलवार की बेटी ईशा तलवार का बतौर नायिका डेब्यू हो रहा है। दिल्ली की ज़ोया खान का हिंदी फिल्म डेब्यू अनुराग कश्यप की स्पोर्ट्स फिल्म मुक्केबाज़ से हो रहा है। पंजाबी फिल्म एक्ट्रेस इहाना ढिल्लों इरोटिका थ्रिलर फिल्म हेट स्टोरी ४ से अपना इरोटिक फिल्म डेब्यू करेंगी। शूजित सरकार निर्देशित फिल्म अक्टूबर में वरुण  धवन की नायिका नवोदित बनिता संधू अपना हिंदी फिल्म डेब्यू करेंगी।  ६ जुलाई को निर्देशक शशांक खेतान की फिल्म धड़क से बॉलीवुड को ईशान खट्टर और जाह्नवी कपूर के दो नयी चेहरे मिल जायेंगे। टेलीविज़न शो देवों के देव महादेव की सती और नागिन की नागिन मौनी रॉय की पहली फिल्म अक्षय कुमार के साथ फिल्म गोल्ड १५ अगस्त को रिलीज़ हो रही है।  सनी देओल की बतौर निर्देशक फिल्म पल पल दिल के पास से उनके बेटे करण देओल के साथ साथ मॉडल सहर बम्बा का भी फिल्म डेब्यू हो रहा है।  पिछले एक साल से  चर्चाओं में रहने वाली सारा अली खान का फिल्म डेब्यू २१ दिसंबर को फिल्म केदारनाथ से होने जा रहा है।