Sunday 23 January 2022

भारतीय गणतंत्र पर फ़िल्में

भारत में देश की स्वतंत्रता के लिए लड़े गए युद्धों और उनके योद्धाओं पर बहुत सी फ़िल्में बनी है. लेकिन यह युद्ध अपने राज्यों को बचाने के लिए विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध लड़े गए थे. ऎसी ही एक फिल्म पृथ्वीराज में अक्षय कुमार अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की भूमिका कर रहे है. अगर, कोरोना का प्रकोप न होता तो यह फिल्म अब तक प्रदर्शित हो चुकी होती. परन्तु, यह सभी अपने राज्यों की स्वतंत्रता के लिए युद्ध थे. भारत को गणराज्य बनाने के लिए लड़े गए युद्ध और सेनानियों पर फ़िल्में, आज अधिक ख़ास है. यह फ़िल्में ऐतिहासिक चरित्र पर है, तो कुछ काल्पनिक चरित्रों के माध्यम से गणतंत्र की बात कही गई है.


सेनानियों पर फिल्म -भारत को स्वतंत्र गणराज्य बनाने के लिए हुए संग्राम और उनके सेनानियों पर फ़िल्में इस मायने में महत्वपूर्ण हैं कि इनमे देश को अंग्रेजो से स्वतंत्र करवा कर, एक गणतंत्र बनाने की बात थी. महात्मा गाँधी और पंडित जवाहर लाल नेहरु के नेतृत्व में गणतंत्र बनाने का सपना पूरा भी हुआ. सुभाष, पटेल, आदि भी ऐसे ही कुछ सेनानी थे. इन सबके जीवन पर कैसी कैसी फ़िल्में बनी, इनकी एक झलक.


रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, मंगल पाण्डेय - भारत को स्वतंत्र करने की पहली शुरुआत १८५७ के सैनिक विद्रोह के साथ हो चुकी थी. इसका नेतृत्व झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई कर रही थी. इस युद्ध में तात्या टोपे, मंगल पाण्डेय, आदि भी उनके साथ थे. रानी लक्ष्मी बाई पर पहली फिल्म सोहराब मोदी ने झाँसी की रानी, अभिनेत्री महताब के साथ बनाई थी. इस फिल्म के अलावा कंगना रानौत की मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी भी उल्लेखनीय फिल्म रही. पहले स्वतंत्रता संग्राम पर आमिर खान की फिल्म मंगल पाण्डेय द राइजिंग २००५ में प्रदर्शित हुई थी. दूसरे सेनानी तात्या टोपे पर फिल्म १८५७ तात्या टोपे के निर्देशक एस के शाम द्वारा बनाये जाने की खबर थी.


महात्मा गाँधी - महात्मा गाँधी पर बायोपिक फ़िल्में भी बनाई गई है और उनकी शिक्षाओं पर भी. रिचर्ड एटनबरो की फिल्म गाँधी (१९८३) को पूरी दुनिया में सफलता और सराहना मिली. फिल्म में गांधी की भूमिका बेन किंग्सले कर रहे थे. महात्मा गाँधी की हत्या पर द गाँधी मर्डर, नाइन ऑवरस टू रामा में महात्मा गाँधी की हत्या की पड़ताल की गई थी. १९५३ की एक अमेरिकी वृत्त चित्र महात्मा गाँधी द ट्वेंटिएथ सेंचुरी प्रोफेट में महात्मा गाँधी और उनकी शिक्षा की गहराई से पड़ताल की गई थी.  महात्मा द लाइफ ऑफ़ गाँधी और द मेकिंग ऑफ़ द महात्मा में गांधी के जीवन पर प्रकाश डाला गया था. गांधीगिरी और लगे रहो मुन्नाभाई गाँधी जी की शिक्षाओं सत्य और अहिंसा पर थी. फ़िरोज़ अब्बास खान की फिल्म गाँधी माय फादर में महात्मा गाँधी और उनके बेटे के संबंधो पर थी. ए बालकृष्णन की वेलकम बेक गाँधी में यह दिखाने की कोशिश की गई थी कि यदि आज गाँधी जीवित होते तो उनकी क्या प्रतिक्रिया होती! गाँधी टू हिटलर महात्मा गाँधी के हिटलर को लिखे गए पत्रों पर आधारित थी.


सुभाष चन्द्र बोस - सुभाष चन्द्र बोस के जीवन पर बहुत सी फ़िल्में हिंदी और बांगला भाषा में बनी है. इनमे सुभाष चन्द्र (१९६६), नेताजी सुभाष चन्द्र बोस (१९६६), नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द फॉरगॉटन आर्मी (२००२), बांगला फिल्म अमी सुभाष बोल्छी (२०११), सीरीज बोस डेड ऑर अलाइव (२०१७) और गुमनामी (२०१९) के नाम उल्लेखनीय हैं. गुमनामी में नेताजी की रहस्यमय मौत पर रोशनी डाली गई थी.


भगत सिंह -शहीद भगत सिंह नाम से मशहूर इस क्रांतिकारी पर भी कुछ अच्छी फ़िल्में बनाई गई है. इनमे मनोज कुमार की फिल्म शहीद विशेष चर्चित हुई थी. इस फिल्म में मनोज कुमार ने भगत सिंह की भूमिका की थी. भगत सिंह की भूमिका फिल्म शहीद भगत सिंह (१९६३) में शम्मी कपूर ने की थी. २००२ में शहीद भगत सिंह पर पांच फ़िल्में बननी शुरू हुई थी. लेकिन, बन कर रिलीज़ हुई सिर्फ तीन फ़िल्में अजय देवगन को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाने वाली फिल्म द लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह, बॉबी देओल की भगत सिंह की भूमिका वाली फिल्म २३ मार्च १९३१ शहीद और सोनू सूद की शहीद ए आज़म एक ही दिन प्रदर्शित हुई थी. पर सबसे ज्यादा सफल अजय देवगन की फिल्म ही हुई.


चन्द्र शेखर आज़ाद - इस लिहाज़ से भगत सिंह के समकालीन चन्द्र शेखर आज़ाद पर कम फ़िल्में ही बनी है. भगत सिंह के साथी सुखदेव और राजगुरु को भी फिल्मकारों ने भुला सा दिया है. चंद्रशेखर आज़ाद पर फिल्म चंद्रशेखर आज़ाद (१९६३) में शीर्षक भूमिका पी जयराज ने की थी. फिल्म २३ मार्च १९३१ शहीद में आज़ाद की भूमिका में सनी देओल खूब तालियाँ बटोरी. राजेश मित्तल की एक फिल्म शहीद चन्द्र शेखर आज़ाद का भी जिक्र है. निर्देशक राजा रणदीप गिरी की फिल्म हीरो ऑफ़ द नेशन चन्द्र शेखर आज़ाद का जिक्र आईएमडीबी में मिलता है. मशहूर बैनर बॉम्बे टॉकीज ने २०१८ में चन्द्र शेखर आज़ाद पर फिल्म राष्ट्रपुत्र बनाए जाने की घोषणा की थी. पर यह फिल्म घोषणा से आगे नहीं जा सकी.


दक्षिण के सेनानी - रॉयलसीमा आंध्र प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी उय्यालावाडा नरसिम्हा रेड्डी पर फिल्म सये रा नरसिम्हा रेड्डी का निर्देशन सुरेंदर रेड्डी ने किया था. इस फिल्म मे शीर्षक भूमिका चिरंजीवी ने की थी. १९२० के दशक के स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू पर इसी टाइटल के साथ तेलुगु फिल्म का निर्माण वी रामचंद्र राव ने १९७४ में किया था. अभिनेता कृष्णा ने शीर्षक भूमिका की थी. इसी स्वतंत्रता सेनानी पर, एस एस राजामौली ने फिल्म आरआरआर का निर्माण किया है. इस भूमिका को रामचरण कर रहे है. पर यह फिल्म कल्पना की उड़ान ज्यादा है.


कुछ अन्य सेनानी - वीर सावरकर पर निर्देशक वेद राही ने फिल्म वीर सावरकर का निर्माण किया था. इसमें शीर्षक भूमिका शैलेन्द्र गौर ने की थी. सरदार पटेल पर फिल्म पटेल का निर्माण केतन मेहता ने परेश रावल के साथ किया था. सरदार उधम सिंह पर फिल्म शहीद उधम सिंह मे राज बब्बर ने और उधम सिंह में विक्की कौशल ने सरदार उधम सिंह की भूमिका की थी.


स्वतंत्रता संग्राम पर फ़िल्में - हालाँकि, इससे पहले स्वतंत्रता के ठीक बाद दिलीप कुमार की फिल्म शहीद (१९४८) को भगत सिंह से जोड़ा जाता है. परन्तु यह फिल्म काल्पनिक स्वतंत्रता सेनानी युवा की प्रेम त्रिकोण फिल्म थी. रमेश सहगल की फिल्म समाधी इंडियन नेशनल आर्मी के एक सिपाही पर थी. इसमें नेताजी सुभाषचंद्र बोस के विचारों का चित्रण हुआ था. निर्देशक कबीर खान की फिल्म द फॉरगॉटन आर्मी आज़ादी के लिए तिग्मांशु धुलिया की फिल्म राग देश सुभाष चन्द्र बोस के जीवन पर नहीं थी. यह फिल्म १९४४ में इंडियन नेशनल आर्मी के तीन सैनिकों पर चले मुकदमें पर फिल्म थी; इस फिल्म में बोस के चरित्र को भी दिखाया गया था. १९३० के चटगाव विद्रोह पर दो फ़िल्में चटगाव (२०१२) और खेले हम जी जान से (२०१०) का निर्माण हुआ था. निर्देशक बेदब्रता पैन की फिल्म चटगांव मे क्रन्तिकारी सूर्यसेन की भूमिका मनोज बाजपेई ने की थी, जबकि आशुतोष गोवारिकर की फिल्म खेले हम जी जान से में यह भूमिका अभिषेक बच्चन ने की थी. यह दोनों ही फ़िल्में असफल हुई थी. श्याम बेनेगल की फिल्म जूनून (१९७८) का निर्माण शशिकपूर ने किया था और वह मुख्य भूमिका में भी थे. १९४२ अ लव स्टोरी में भी स्वतंत्रता संग्राम था. मनोज कुमार की सितारा बहुल फिल्म क्रांति में भी स्वतंत्रता संग्राम का चित्रण हुआ था. 

Thursday 20 January 2022

एल्टन जॉन के "सैक्रिफाइस" को रेगो बी का अनोखा अंदाज़



 

दुनिया भर के दर्शकों द्वारा अपने पहले गीत '*बच्चा पार्टी*' के लिए पहले से ही सराहना पा चुके ग्लोबल सुपरस्टार रेगो बी ने अपने दादा बप्पी लहिरी के गानो सूची से हर हफ्ते उसे अपने अंदाज़ में गाते हुए हमें आश्चर्यचकित किया है। और इस बार तो, उन्होंने हमें आश्चर्यचकित करने के लिए अगले स्तर पर चले गए, क्योंकि उन्होंने एल्टन जॉन द्वारा गाए गए सबसे प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय गीत 'सैक्रिफाइस' को अपना अलग रूप दिया।



 

'सैक्रिफाइस' अंग्रेजी संगीतकार और गायक एल्टन जॉन का एक गाथागीत है। यह गीत एल्टन जॉन और उनके सहयोगी बर्नी ताउपिन द्वारा लिखा गया था l  यह गीत 1989 के एल्बम 'स्लीपिंग विद द पास्ट' में दिखाया गया था। यह यूके सोलो चार्ट में जॉन का पहला सोलो सिंगल बन गया, जो कई हफ्तों तक शीर्ष स्थान पर रहा। गीत के प्रति निष्ठावान रहकर और इसके संगीतकार का आदर करते हुए रेगो-बी ने अपने अनोखे अंदाज़ में गीत को एक विशेष स्पर्श दिया है।



 

रेगो बी के खून में संगीत है, उनके पास अपने दादा बप्पी लहिरी जैसी ही शैली और ऊर्जा है जो उनके सुनहरे दिनों में थी। रेगो-बी ने न केवल इस गाने में अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा दिखाई है, बल्कि दो से भी अधिक पीढ़ियों से सुन रहे इस गीत को रीमेक करने के इस प्रयास के साथ उन्होंने भावपूर्ण संगीत की संवेदनशीलता और प्रशंसा भी दिखाई है।



 

'बच्चा पार्टी' के लिए, रेगो बी को कई ऑडिशन के राउंड्स और बहुत ही कठिन प्रक्रिया से गुज़रना पड़ा। रेगो बी जैसे प्रतिभाशाली बच्चे को खोजने का श्रेय बच्चा पार्टी के संगीतकार शमीर टंडन को जाता है, जिन्होंने मुंबई के एक प्रतिष्ठित संगीत विद्यालय द्वारा अनुशंसित बच्चों के एक बड़े समूह के माध्यम से रेगो बी को चुना है।

 



अपने इस नए यूट्यूब वीडियो के बारे में बताते हुए रेगो-बी ने कहा, "मैं पश्चिमी शास्त्रीय संगीत और पॉप का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। मैं हिप-हॉप सिंगर्स और रैपर्स को भी सुनता हूं। मैं माइकल जैक्सन, एल्टन जॉन और एड शीरन को बहुत पसंद करता हूं और उनके सभी गाने सुनता हूं। मुझे उनसे बहुत प्रेरणा मिलती है।  एल्टन जॉन के इस गाने के प्रयास में, मैंने केवल इस गीत और इसके जादुई एहसास के प्रति अपना प्यार दिखाने और महसूस करने की कोशिश की है l



 

रेगो बी अब अपने अगले गाने 'कल छुट्टी है' की रिलीज की तैयारी में लगे है।

'मॉडर्न लव' के भारतीय रूपांतरण में प्रतीक गांधी, वामिका गब्बी, फातिमा सना शेख



 

जॉन कार्नी द्वारा विकसित 'मॉडर्न लव' नामक अमेरिकी रोमांटिक कॉमेडी एंथोलॉजी स्ट्रीमिंग टेलीविजन सीरीज़ को आधिकारिक तौर पर भारतीय रूपांतरण में ढ़ाला जा रहा है। हंसल मेहता, विशाल भारद्वाज, अंजलि मेनन, अलंकृता श्रीवास्तव, ध्रुव सहगल और शोनाली बोस सहित कई उल्लेखनीय निर्देशक इस विशाल प्रोजेक्ट के लिए वामीका गब्बी, प्रतीक गांधी और फातिमा सना शेख जैसे अभिनेताओं में से एक मुख्य भूमिका निभाएंगे।

 


एंथोलॉजी सीरीज़ अपने सभी जटिल और सुंदर रूपों में प्रेम की खोज करती है, साथ ही साथ मानव संबंध पर इसके प्रभाव को भी। प्रत्येक एपिसोड एक अलग कहानी को जीवंत करता है जो एक अखबार के कॉलम से प्रेरित है। एपिसोड के रूप में प्रस्तुत की जा रही विभिन्न कहानियों के इर्द-गिर्द भारतीय रूपांतरण में एक समान लेकिन ताज़ा अवधारणा होगी। माना जाता है कि इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने वाले सभी कलाकार वामीका, फातिमा और प्रतीक सहित प्रभावशाली काम कर रहे हैं, जिन्होंने 2020 और 2021 में अपना भव्य ओटीटी डेब्यू कर लिया है।

 


सूत्रों का कहना है, “एंथोलॉजी में हर अभिनेता अलग-अलग निर्देशकों की कहानियों का हिस्सा है। और यह निर्देशक और अभिनेताओं की एक रोमांचक गठजोड़ है जो एक साथ आए हैं। सीरीज़ को 2021 के आखिर में शूट किया गया था और माना जाता है कि यह जल्द ही एक बड़े OTT प्लेटफार्म पर रिलीज़ होगी।

कोरोना काल में एक्टर्स के लिए सिन्टा (CINTA) की चिंता !

 



भारत में COVID-19 की तीसरी लहर के मद्देनजर नियमों में बदलाव के संबंध में चिंताओं पर चर्चा करने के लिए, और अभिनेताओं द्वारा सहन की गई कई चुनौतियों को दूर करने के लिए, संयुक्त सचिव संजय भाटिया,सचिव महोदया श्रम विभाग श्रीमती विनीता वेद सिंघल-आईएएस प्रमुख सचिव।सीईओ सतीश वासन और कार्यकारी समिति सहित CINTAA के गणमान्य व्यक्ति सदस्य हेतल परमार ने लेबर कमिश्नर शिरीन यस लोखंडे के साथ कामगार भवन, बीकेसी में जाकर मुलाकात की।



 माननीय श्रम आयुक्त ने जिन प्रमुख चिंताओं पर ध्यान दिया, वे निम्नलिखित थीं:



 • महीने में सात दिन से कम काम करने वाले अभिनेताओं को अनुबंध के तहत लाया जाएगा और 30 दिनों के भीतर भुगतान किया जाएगा ।



 • बच्चों को दिन में 8 घंटे से अधिक काम नहीं करना चाहिए और उचित दिशा-निर्देश होने चाहिए।



 • अभिनेताओं को कॉन्ट्रैक्ट पेपर जल्द से जल्द दिए जाए।



 • शूटिंग शिफ्ट के विषम घंटों जैसे बहुत जल्दी कॉल टाइम और लेट-नाइट पैक अप के मामले में महिला और बाल कलाकारों को उनके घरों से पिकअप और ड्रॉप प्रदान किया जाए।



 • यूनिफार्म कॉन्ट्रैक्ट के लिए अनुरोध किया जाए। और प्रसारणकर्ता को एक पार्टी कॉन्ट्रैक्ट के तौर पर शामिल किया जाए।



• एडिशनल कमिश्नर तैयार हो जानकारी हो तांकि भुगतान में देरी और चूक करनेवाले निर्माता की बातों पर नजर रखी जा सके।


कलाकारों को निर्माताओं द्वारा समझौते की अनैच्छिक कॉपी पहले दी जाए । इस बात पर जोर दिया जाए कि दोनों के पास समझौते की एक जैसी कॉपी होनी चाहिए ।

 

अभिनेताओं की आवाज को सुनिश्चित करने के लिए एक लिखित विरोध पत्र लेबर कमिश्नर को दिया गया तांकि जल्द से जल्द इसपर न्याय मिल सके और कलाकारो को उनका हक।

डांस इंडिया डांस की जज बनी मौनी रॉय

 


पिछले तीन दशकों से ज़ी टीवी भारत में रियलिटी टेलीविजन को आकार देने में सबसे आगे रहा है। इस चैनल ने दर्शकों को अंताक्षरी, सारेगामापा, डांस इंडिया डांस और इंडियाज़ बेस्ट ड्रामेबाज़ जैसे घरेलू नॉन-फिक्शन फॉर्मेट दिए, जो न सिर्फ बेहद पॉपुलर टैलेंट-बेस्ड रियलिटी फ्रेंचाइज़ी बनकर सामने आए, बल्कि आज भी बेहद चर्चित हैं और दर्शकों के दिलों पर राज करते हैं।



डांस इंडिया डांस लिटिल मास्टर्स के पिछले चार सीज़न्स को मिले जबर्दस्त रिस्पॉन्स के बाद जीटीवी. डीआईडी लिटिल मास्टर्स सीज़न 5 के साथ इस शो को भी नए स्तर पर ले जाने के लिए तैयार है, जिसने दर्शकों को कुछ असाधारण नन्हें डांसर्स दिए हैं। हाल ही में बॉलीवुड कोरियोग्राफर रेमो डिसूज़ा को इस शो के पहले जज के रूप में चुना गया और अब इस पैनल में उनके साथ शामिल हो रही हैं पॉपुलर एक्ट्रेस मौनी रॉय, जो पहली बार किसी रियलिटी शो को जज करेंगी।



मौनी ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन से की थी और जल्द ही शोहरत की बुलंदियों पर पहुंच गईं। टेलीविजन पर उनकी लोकप्रियता के बाद उन्होंने फिल्मों की दुनिया में सफलतापूर्वक कदम रखा, जहां उन्होंने कुछ ए-लिस्ट सितारों के साथ काम किया। अब वह डीआईडी लिटिल मास्टर्स के पांचवें सीजन में जज के रूप में अपना डेब्यू करने जा रही हैं। ग्लैमर की दुनिया में कदम रखने से पहले ही मौनी एक बढ़िया डांसर रही हैं और अब हमें यह देखने का बेसब्री से इंतजार है कि वो डीआईडी के मंच पर किस तरह की एनर्जी लेकर आती हैं।



मौनी रॉय बताती हैं, ‘‘मैं सुपर टैलेंटेड लिटिल मास्टर्स से मिलने के लिए बेहद उत्साहित हूं, जो इतनी कम उम्र में अपनी शानदार डांसिंग कुशलता के साथ सभी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। हमें उनकी भावनाओं का ख्याल रखने की जरूरत है। मुझे भी बच्चे बहुत अच्छे लगते हैं। तो मैं अपने कॉमेंट्स में अपने शब्दों का खास ध्यान रखूंगी। मुझे यकीन है कि मुझे रेमो सर से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, क्योंकि यह जज के रूप में मेरा पहला शो है और मैं सभी कंटेस्टेंट्स से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं। मैं जानती हूं कि इतने टैलेंटेड बच्चों को जज करना आसान काम नहीं है, लेकिन मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगी और मुझे उम्मीद है कि मैं इस जिम्मेदारी के साथ न्याय कर पाऊंगी।‘‘



जहां रेमो और मौनी इस शो के नए सीज़न को लेकर उत्साहित हैं, वहीं डीआईडी लिटिल मास्टर्स सीज़न 5 के ऑडिशन्स शुरू हो चुके हैं। इसमें 3 से 13 वर्ष की उम्र के बच्चे हिस्सा लेकर अल्टीमेट लिटिल मास्टर बनने के लिए एक दूसरे से मुकाबला करेंगे। अपने सफर के दौरान हर कंटेस्टेंट को 4 स्किपर्स गाइड करेंगे, जो इन यंग डांसिंग सेंसेशन को सिखाने, उन्हें आगे बढ़ाने और दर्शकों को इम्प्रेस करने में उनकी मदद करेंगे।

Monday 17 January 2022

अनपॉज्ड से सकीब सलीम का नया सफर



क्रिकेट पर फिल्म ‘८३ में मोहिंदर अमरनाथ की भूमिका करने वाले अभिनेता साकिब सलीम अब अपने दर्शकों को दर्शकों के लिए एक बड़ा सरप्राइज लेकर आ रहे है जिसे लोग अमेज़ॉन प्राइम के संकलन  'अनपॉज्ड - नया सफर' में देख सकेंगे | इस संकलन में पांच अनूठी कहानिया देखने को मिलेंगी जिसमें आशा, सकारात्मकता और नई शुरुआत के बारे में दिखलाया गया है। ओटीटी प्लेटफॉर्म ने इसका पोस्टर रिलीज कर दिया है जिसमें कहानी की झलक को देखा जा सकता है |

 

अभिनेता साकिब सलीम कहानी 'तीन तिगाड़ा' में अपनी दमदार भूमिका निभाते हुए दिखाई देंगे जिसका निर्देशन रुचिर अरुण ने किया है | यह एक ऐसी कहानी है जो महामारी के समय लॉकडाउन लग जाने पर प्रकाश डालती है। साकिब ने इस पर बात करते हुए बताया कि यह सीरीज ना ही केवल महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने बल्कि सकारात्मकता से नए साल को गले लगाने को भी दिखलाता है | सीरीज की भावुकता और सभी उससे अपने आप को जोड़ लेंगे यह बात साकिब को बहुत पसंद आयी।

 

 इस सीरीज पर बात करते हुए साकिब कहते है कि  "'अनपॉज्ड: नया सफर' का विषय दिल को छु लेगा |  २०२२ में इस सिरिज से एक बार फिर मैं अपने अभिनय का जादू फैलाने के लिए तैयार हूँ  और इसके लिए मैं बहुत उत्सुक हूँ | इस सीरीज का हर एक फिल्म महामारी के दौरान निकले हुए भावनाओं को दिखलाता है जिससे हम अपने आपको जुड़ा हुआ महसूस करेंगे | अचानक संपूर्ण भारत में लॉकडाउन लग जाने से तीन व्यक्ति एक जगह फंस जाते है और इसी पर निर्धारित हमारी कहानी 'तीन तिगाडा' है, जिसमें मानवीय भावनाओं को अच्छी तरह से दिखाया गया है |"

Sunday 16 January 2022

राष्ट्रीय सहारा १६ जनवरी २०२२




 

अब आ रहे हैं नए सुपरस्टार !

अगर, ओमिक्रोन वैरिएंट ने कहर न ढाया होता तो हिंदी फिल्म दर्शकों को नए सुपर स्टार मिल गए होते.  परन्तु, वैरिएंट की वजह से पहले बाहुबली निर्देशक एस एस राजामौली की ७ जनवरी २०२२ को प्रदर्शित होने जा रही तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम के अतिरिक्त हिंदी में एक्शन फिल्म आरआरआर की रिलीज़ टाल दी गई । यह फिल्म भारत के बॉक्स ऑफिस पर नया कीर्तिमान लिख सकती थी। इस फिल्म से दक्षिण की तेलुगु फिल्मो के सुपर सितारा अभिनेता रामचरण के साथ दूसरे सुपरस्टार जूनियर एनटीआर का हिंदी बेल्ट के दर्शकों से भी प्रभावशाली परिचय होने जा रहा था । इस फिल्म के बाद, १४ जनवरी को प्रदर्शित होने को तैयार प्रभास की फिल्म राधे श्याम का प्रदर्शन भी रोकना पडा । अगर यह दोनों फ़िल्में प्रदर्शित हो जाती तो हिंदी बेल्ट के बॉक्स ऑफिस और दर्शकों को नई सुपर पॉवर का परिचय मिल जाता ।


पुष्पा ने की शुरुआत ! - वास्तव में, दक्षिण के सितारों का बाहुबल, २०२१ के समाप्त होते होते अनुभव किया जाने लगा था।  फिल्म थी तेलुगु, तमिल और कन्नड़ के साथ हिंदी में प्रदर्शित तेलुगु फिल्मों के स्टाइलिस्ट सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की पुष्पा द राइज पार्ट १।  विश्वास कीजिये , इस फिल्म के हिंदी संस्करण को बिना किसी प्रचार के प्रदर्शित किया गया था। उस पर करेले पर नीम की तरह थी हॉलीवुड की सफल स्पाइडर मैन फ्रैंचाइज़ी की फिल्म स्पाइडर मैन नो वे होम।  इस फिल्म ने पुष्पा की राह कठिन बनाई थी।  अगले हफ्ते बॉलीवुड की क्रिकेट पर फिल्म '८३ और हॉलीवुड से कीअनु रीव्स की विज्ञानं फंतासी फिल्म मैट्रिक्स रेसररेक्शन।  इतनी कड़ी स्पर्द्धा के बीच भी विजेता बनी अल्लू अर्जुन की फिल्म  पुष्पा द राइज।  फिल्म ने कन्नड़ सुपरस्टार यश की फिल्म केजीएफ चैप्टर २ को पछाड़ दिया था। आज यह फिल्म ७५ करोड़ से अधिक का कारोबार कर चुकी है । पुष्पा के साथ ही एक अखिल भारतीय सितारे अल्लू अर्जुन का आगमन हो गया था सुना गया है कि अल्लू अर्जुन की भविष्य में बनने वाली सभी फ़िल्में हिंदी में भी होंगी ।


तेलुगु सुपर सितारों के दो सप्ताह - फिल्म राधे श्याम से दर्शकों को दक्षिण के निर्देशक राधा कृष्ण  कुमार की कलात्मक प्रतिभा से परिचित होने का अवसर मिलता ।  इसके अलावा दर्शक जगपति बाबु, प्रियदर्शी, सत्यन और जयराम की प्रतिभा से भी परिचित हो जाते । प्रभास  की २०२२ में प्रदर्शित होने वाली दूसरी फिल्म सलार हो सकती है।  प्रशांत नील निर्देशित फिल्म सालार १४ अप्रैल २०२२ को प्रदर्शित होनी है।  प्रभास की इस साल प्रदर्शित होने वाली तीसरी फिल्म मर्यादा पुरुषोत्तम राम पर फिल्म आदिपुरुष है।  तानाजी द अनसंग वारियर के निर्देशक ओम राउत निर्देशित आदिपुरुष ११ अगस्त २०२२ को प्रदर्शित होगी।


यश का दूसरा चैप्टर - हिंदी बेल्ट में भी सुपरस्टार बन गया एक दूसरा नाम यश का है।  यश कन्नड़ फिल्म सितारे हैं।  उनकी २०१८ में प्रदर्शित एक्शन फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ के हिंदी संस्करण ने बॉक्स ऑफिस पर शाहरुख़ खान की फिल्म जीरो को धूल कहता दी थी। केजीएफ़ चैप्टर १ की सफलता ने यश को अखिल भारतीय छवि वाला अभिनेता बना दिया गया है। यही कारण है कि इस फिल्म का दूसरा हिस्सा केजीएफ़ चैप्टर २, बड़े बजट और संजय दत्त और रवीना टंडन जिसे बॉलीवुड सितारों के साथ बनाया जा रहा है।  यह हिंदी दर्शकों का दक्षिण के इस सितारे पर विश्वास का प्रमाण है। केजीएफ़ चैप्टर २, १४ अप्रैल २०२२ को प्रदर्शित हो रही है।



सुदीप की फंतासी विक्रांत रोणा - यश के अलावा कन्नड़ फिल्मों के एक अन्य सितारे किच्चा सुदीप से हिंदी फिल्म दर्शक रामगोपाल वर्मा की फिल्मों फूँक, फूँक २, रण, रक्त चरित्र १ और २ तथा दबंग ३ के माध्यम से पहले से ही परिचित हैं।  हालाँकि, इन सभी में सुदीप प्रमुख भूमिका में नहीं थे। लेकिन, अपनी फंतासी एडवेंचर एक्शन फिल्म विक्रांत रोणा से वह पूरा भारत क्या दुनिया में छा सकते हैं। इस फिल्म में सुदीप फैंटम जैसी भूमिका में होंगे। यह फिल्म हिंदी सहित दुनिया की १४ भाषाओं में एक साथ प्रदर्शित होगी।  हिंदी बेल्ट के दर्शक इस फिल्म की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।  विक्रांत रोणा २४ फरवरी २०२२ को प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म को एक ओटीटी प्लेटफार्म से १०० करोड़ का प्रस्ताव मिला है ।


चुनौती ही चुनौती - दक्षिण की चुनौती यही नहीं रुक रही।  दक्षिण के अभिनेता अपनी फिल्मों को बॉलीवुड के सुपर सितारों के खिलाफ भी प्रदर्शित करने में नहीं हिचक रहे।  २४ फरवरी को प्रदर्शन के लिए तैयार सुदीप की फिल्म विक्रांत रोणा, बॉलीवुड के सितारे रणवीर सिंह की हास्य फिल्म जयेश भाई जोरदार को चुनौती देने में नहीं हिचक रही।  १४ अप्रैल को तो कहर  बरप जायेगा।  इस दिनांक को रिलीज़ हो रही आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा को तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों के सुपर सितारों प्रभास की सालार और किच्चा सुदीप की फिल्म विक्रांत रोणा में घेर रखा है।  यह दिलचस्प त्रिकोणात्मक  सामना हो सकता हो सकता है। सालार के प्रभास दो महीने बाद फिर से बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार की फिल्म रक्षा बंधन को चुनौती देते नज़र आ रहे हैं।  उनकी फिल्म आदिपुरुष प्रदर्शित हो रही है।


नहीं आखिरी सुपरस्टार - फिलहाल, फिल्मों की रिलीज़ का  कैलेंडर बना है, उसे दृष्टि में रखे तो  अगस्त के अंतिम सप्ताह में  बॉलीवुड सितारों को दक्षिण  से एक नयी चुनौती मिल सकती है।  पुरी जगन्नाथ की  एक्शन फिल्म लाइगर से तेलुगु फिल्मों के युवा सितारे विजय देवेराकोण्डा का आगमन हो रहा है।  वैसे इस निमंत्रण को बॉलीवुड के बड़े फिल्म निर्माता करण जोहर ने  खुद दिया है।  विजय देवेराकोण्डा की फिल्म अर्जुन रेड्डी के रीमेक कबीर सिंह से बॉलीवुड अभिनेता  शाहिद कपूर के करियर को बड़ा सहारा मिला था।

कुछ बॉलीवुड की १६ जनवरी २०२२

अब सलमान के राडार पर सूरज - सलमान खान ने, आयुष शर्मा के बाद, सूरज पंचोली को भी घोड़ा बनाने की ठान ली है। सूरज पंचोली का फिल्म डेब्यू सलमान खान निर्मित फिल्म हीरो (२०१५) से हुआ था। फिल्म बड़ी फ्लॉप हुई। सूरज पंचोली हीरो नहीं खच्चर साबित हुए थे। जिया खान की कथित हत्या के आरोप में फंसे सूरज की अगली दो फ़िल्में सॅटॅलाइट शंकर और टाइम टू डांस भी बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह लुढ़क गई। इस समय उनके निर्देशक प्रकाश नाम्बियार की बायोपिक फिल्म हवा सिंह में मुक्काबाज़ हवा सिंह की भूमिका करने की खबर है। मुक्का सिंह का ऐलान फरवरी २०२० में हुआ था। इससे फिल्म के बनने की सुस्त रफ़्तार का पता चलता है। सूरज पंचोली की सलमान खान की प्रस्तुति तेलुगु फिल्म गुरुठंडा शीतकालम की रीमेक होगी। गुरुठंडा शीताकालम भी २०२० में प्रदर्शित कन्नड़ फिल्म लव मॉकटेल की रीमेक थी। यहाँ बताते चलें कि गुरुठंडा शीतकालम अभी प्रदर्शित नहीं हुई है। यह रोमांटिक ड्रामा फिल्म सच्चे प्यार की खोज में भटक रहे एक युवा की है।



विक्रांत रोणा को १०० करोड़ ! - हिंदी में रिलीज़ हो रही कन्नड़ फिल्म विक्रांत रोणा को एक ओटीटी प्लेटफार्म द्वारा १०० करोड़ का प्रस्ताव दिया है। इस प्लेटफार्म के मुताबिक विक्रांत रोणा हॉलीवुड के स्तर की फिल्म है। इस लिए इसे पूरी दुनिया में स्ट्रीम किया जा सकता है। इस खबर पर फिल्म के निर्माता ने यह स्वीकार तो किया है कि विक्रांत रोणा के लिए १०० करोड़ का प्रस्ताव मिला है। पर उनका मानना है कि फिल्म को अच्छे ढंग से बड़े परदे पर ही दिखाया जा सकता है। इसलिए निर्माता जैक मंजुनाथ ने साफ़ कर दिया है कि उनकी फिल्म विक्रांत रोणा थिएटर में ही २४ फरवरी २०२२ को प्रदर्शित होगी। यह फिल्म सब से बड़ी रिलीज़ कही जा सकती है। फिल्म ५५ देशों में १४ भाषाओँ में रिलीज़ की जायेगी। कन्नड सुपरस्टार किच्छा सुदीप की यह एक्शन एडवेंचर फंतासी फिल्म अनूप भंडारी ने निर्देशित की है। फिल्म से नए चेहरे नीता अशोक का इंडस्ट्री से परिचय हो रहा है। फिल्म से बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री जैक्वेलिन फर्नांडेज का भी कन्नड़ फिल्मो में प्रवेश भी होने जा रहा है।



पूजा हेगड़े क्यों है बेहद खुश ! - कुछ हफ़्तों पहले पूजा हेगड़े की प्रभास के साथ रोमांस फिम फिल्म 'राधे श्याम' का ट्रेलर रिलीज हुआ था। ट्रेलर में पूजा परी जैसी लग रही थी। पूजा इस फिल्म में प्रेरणा की भूमिका कर रही है, जो प्रभास द्वारा निभाए गए ज्योतिष किरदार के प्यार में पड़ जाती है। प्रभास एक ऐसे ज्योतिषी का किरदार निभा रहे है जो भविष्य भी सच सच बांच सकता है। इस जानने के लिए बड़े बड़े लोग आते है। दोनों के प्यार में कई उतार चढाव देखने को मिलेगा। ट्रेलर से मिल रहे अपार प्यार के बारे में पूजा हेगड़े का कहना है कि "बहुत अच्छा लगा रहा है लोगों  का इतना प्यार देख कर। लोग फिल्म को देखने के लिए बहुत उत्साहित है। मेरे किरदार प्रेरणा में अपने प्यार के लिए लड़ने का साहस है जो ट्रेलर के माध्यम से दर्शको तक अच्छी तरह से पहुंच गया है।" 



विक्रम वेधा का दूसरा शिड्यूल लखनऊ में पूरा - अभिनेता सैफ अली खान ने, तमिल फिल्म विक्रम वेधा की हिंदी रीमेक फिल्म विक्रम वेधा का दूसरा शिड्यूल लखनऊ में पूरा कर लिया गया है।  तमिल फिल्म में पुलिस अधिकारी विक्रम की भूमिका माधवन ने की थी और गैंगस्टर वेधा की भूमिका में विजय सेतुपति थे। मूल निर्देशक जोड़ी की हिंदी रीमेक में यह भूमिकाये क्रमशः सैफ अली खान और हृथिक रोशन ने की है। फिल्म ३० सितम्बर २०२२ को पूरी दुनिया में प्रदर्शित होगी।



रंजिश ही सही की परवीन बाबी अमला पॉल - वूत सेलेक्ट पर १३ जनवरी २०२२ से स्ट्रीम हो रही वेब सीरीज रंजिश ही सही की कई विशेषताएं है। यह सीरीज महेश भट्ट की सीरीज है। दूसरी यह कि यह प्रेम त्रिकोण सीरीज है। तीसरी यह कि यह महेश भट्ट के परवीन बाबी के साथ विवाहेतर संबंधों के कारण प्रेम त्रिकोण है। फिल्म में महेश भट्ट की भूमिका ताहिर राज भसीन और उनकी पत्नी की भूमिका अमृता पुरी कर रही हैं। सीरीज की सबसे बड़ी विशेषता परवीन बाबी की भूमिका करने वाली अभिनेत्री है। इस भूमिका को तमिल, तेलुगु , कन्नड़ और मलयालम फिल्म अभिनेत्री अमला पॉल कर रही है। रंजिश ही सही अमला पॉल का पहला हिंदी प्रोजेक्ट है। वह दक्षिण में अपनी सेक्स अपील के अलावा बेहतरीन अभिनय के लिए भी जानी जाती है। उनके नाम के आगे टंगे ढेरों पुरस्कार इसकी पुष्टि करते हैं। सीरीज के निर्देशक पुष्प दीप भरद्वाज हैं।



बुल्गारिया के जंगल में एनटीआर जूनियर की दौड़ - तेलुगु फिल्म अभिनेता एनटीआर जूनियर एक मल्टी टैलेंटेड सुपरस्टार है। अब वह एस एस राजामौली निर्देशित फिल्म आरआरआर से कई दूसरी भाषाओं के लोगों के दिलों पर राज करने की तैयारी कर रहे है। आर आर आर के प्रमोशन के दौरान राजामौली ने एनटीआर जूनियर सबसे चर्चित रनिंग सीक्वेंस के बारे में दिलचस्प कहानी बताई । एनटीआर जूनियर के परिचय दृश्य के बारे में बात करते हुए निर्देशक ने खुलासा किया कि अभिनेता ने लगभग पांच से छह महीने तक अपने शरीर को किरदार के अनुरूप ढाला। उन्हें बुल्गारिया के जंगल में दौड़ाया गया । राजामौली ने अभिनेता को असली सीक्वेंस के दौरान सरप्राइज कर दिया, क्योंकि एनटीआर ने जूते पहनकर सीन का अभ्यास किया था।हालांकि अभ्यास के दौरान एनटीआर जूनियर को कोई चोट नहीं आयी, लेकिन उनके पैर में  जंगल के कांटे और नुकीले पत्थर चुभ गए थे । राजामौली ने बताया कि अभिनेता के दौड़ने से पहले फिल्म की टीम ने प्रोफेशनल फाइटर के  साथ सीक्वेंस का परीक्षण किया था। साधारणतः अभिनेता फाइटर की तरह तेज रफ़्तार में नहीं दौड़ पाते है लेकिन एनटीआर जूनियर ने लोकेशन पर उसी तरह दौड़ कर  सभी को चौंका दिया। एनटीआर जूनियर फिल्म आरआरआर  में स्वतंत्रता सेनानी कोमाराम भीम की भूमिका कर रहे है।

Saturday 15 January 2022

दस लाख पार #Samantha और #AlluArjun पर फिल्माया गया Pushpa का Oo Bolega ya Oo Oo Bolega



अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा द राइज पार्ट १ का गीत ऊ बोलेगा या ऊ ऊ बोलेगा साला, फिल्म को हिंदी बेल्ट में हिट बनाने वाला एक बड़ा कारक है. इस गीत में अल्लू अर्जुन के साथ तेलुगु फिल्म स्टार सामंथा प्रभु अपनी मादक देह को कामुक ढंग से थिरका रही हैं. यही कारण है कि यह गीत १० लाख से अधिक लोगों द्वारा देखा जा चुका है. 

पर यह गीत विवादों में आ चुका है. कहा जा रहा है कि यह गीत सभी पुरुषों को लम्पट बताने वाला है. इसके बोलों में कामुकता और घटियापन है. इस गीत की धुन देवी श्री प्रसाद ने तैयार की है. गीत के बोल चन्द्र बोस ने लिखे है. 

संगीतकार देवी श्री प्रसाद बचाव करते हुए, इस गीत को हर पुरुष पर आरोप नहीं मानते. उनका कहना है कि इस गीत में सन्देश है. यह गीत एक राजनीतिक दल के समारोह में हो रहा है. यहाँ इसी प्रकार के लोगों का जमावडा है. 


अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा द राइज पार्ट १ ने हिंदी बेल्ट में धमाकेदार कारोबार किया है. यह फिल्म अब तक ८५ करोड़ से अधिक का कारोबार कर चुकी है. तेलूग सुपरस्टार अल्लू अर्जुन का जादू हिंदी दर्शकों के सर चढ़ कर बोल रहा है.