इस शुक्रवार बड़े पर्दे पर वन वुमन शो होगा। निर्माता निर्देशक और लेखक अजय यादव की थ्रिलर फिल्म भड़ास में इतना दम नज़र नहीं आता कि वह निर्देशक राजकुमार गुप्ता की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म घनचक्कर को बॉक्स ऑफिस पर चक्कर या टक्कर दे सके। पाकिस्तान की अभिनेत्री मीरा की भड़ास में वह बात नहीं कि वह विद्या बालन के घनचक्कर को चकरा सके । मतलब यह कहा जा सकता है कि इस हफ्ते रिलीस हो रही दो हीरोइन ओरिएंटेड़ फिल्मों के बावजूद शो वन वुमन ही होगा। भड़ास की मीरा के बजाय घनचक्कर की विद्या बालन पूरे वीक पर्दे पर छाई रहेंगी। घनचक्कर में उनके हीरो इमरान हाशमी हैं, जो इस फिल्म से पहले विद्या बालन के साथ फिल्म द डर्टी पिक्चर्स में काम कर चुके हैं। इमरान हाशमी रश, राज़ 3 और एक थी डायन जैसी फिल्मों से खुद को एक अलग इमेज दे पाने में सफल हुए हैं। लेकिन, सबसे मुश्किल होगा विद्या बालन को दर्शकों पर अपनी पकड़ साबित करना। लगातार चार फिल्मों पा, इश्किया, नो वन किल्ड जेसिका, द डर्टी पिक्चर्स और कहानी से खुद के लिए पुरस्कार और सम्मान बटोरे ही, खुद के लिए दर्शकों में अपेक्षाएँ कुछ ज़्यादा ही जगा ली। हिन्दी फिल्मों का दर्शक, उनकी हर फिल्म से कुछ अलग और प्रभावशाली
देखने की उम्मीद करने लगा है। विद्या बालन ने अपनी हीरोइन ओरिएंटेड़ फिल्मों से खुद को स्टार एक्ट्रेस का खिताब बटोर रखा है। घनचक्कर में वह एक पंजाबी ग्रहणी की भूमिका में हैं। विद्या बालन ने बंगाली लड़की के रोल खूब किए हैं। द डर्टी पिक्चर्स में वह सिल्क स्मिथा बनीं थी। नो वन किल्ड जेसिका में वह ईसाई लड़की की भूमिका में थीं। अब वह पंजाबन के रोल में पूरे देश के दर्शकों को लुभाने के प्रयास में होंगी। राजकुमार गुप्ता के साथ घनचक्कर विद्या बालन की दूसरी फिल्म है। गुप्ता की फिल्म नो वन किल्ड जेसिका में रानी 0 के साथ विद्या बालन थीं। कहा जा सकता है कि राजकुमार गुप्ता और विद्या बालन एक हिट जोड़ा है। द डर्टी पिक्चर के बाद इमरान हाशमी भी उनके लकी जोड़े बन चुके हैं। ऐसी स्थिति में घनचक्कर की सफलता को ले कर विद्या के दुश्मन भी एक राय होंगे। लेकिन विद्या बालन को घनचक्कर को खुद की फिल्म साबित करना होगा। यह तभी संभव होगा, जब फिल्म पूरी तरह से विद्या के इर्द गिर्द घूमती हो और उनका रोल काफी सशक्त हो। विद्या तो खैर बढ़िया अभिनेत्री हैं ही। ऐसे में घनचक्कर दर्शकों को सिनेमाघरों का चक्कर लगवाने वाली विद्या बालन की फिल्म साबित हो सकती है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 27 June 2013
क्या दर्शक लगाएँगे विद्या बालन की घनचक्कर के चक्कर !
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इस शुक्रवार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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