बड़ा बजट बड़ी फ़िल्में - इस साल प्रदर्शित बड़े बजट की फिल्म राधे श्याम अभिनेता प्रभास और पूजा हेगड़े की पहली अखिल भारतीय अपील वाली फिल्म थी. इस फिल्म का बजट ३५० करोड़ के लगभग था. पर परदे पर प्रभास और पूजा हेगड़े का रोमांस तथा आकर्षक विदेशी लोकेशन दर्शकों को सिनेमाघरों में आकर्षित नहीं कर सकी. फिल्म बड़ी फ्लॉप साबित हुई. इसके विपरीत, एस एस राजामौली निर्देशित तथा रामचरण, जूनियर एनटीआर, अलिया भट्ट और अजय देवगन की पीरियड फिल्म आर आर आर बड़ी हिट साबित हुई. इस फिल्म के हिंदी संस्करण ने ही ४०० करोड़ से ऊपर का कारोबार किया. जबकि इस फिल्म का बजट ४०० करोड़ से कम था. परन्तु, बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ के आसपास के बजट में बनी प्रशांत नील निर्देशित और यश अभिनीत फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ ने आर आर आर को भी बॉक्स ऑफिस पर परास्त कर दिया. इससे स्पष्ट है कि दक्षिण की फिल्में डब हो कर हिंदी बेल्ट में भी धमाल मचा रही है. यह फिल्में अपनी इंडस्ट्री का कीर्तिमान तोड़ ही रही है, बॉलीवुड की फिल्मों को भी बड़ी चुनौती साबित हो रही है.
किसमें कितना है दम ! - जून २०२२ के पहला शुक्रवार प्रमाण होगा कि किसमे कितना है दम ! यह फिल्में करोडो के बजट की है. इनके विषय दर्शकों को आकर्षित करने वाले है, उन्हें फिल्म देखने के लिए प्रेरित करने वाले है. बजट की दृष्टि से भी यह महँगी फिल्में है. सबसे बड़ी बात, इन फिल्मों से बॉलीवुड के एक सुपरस्टार की परीक्षा भी होगी. इसे समझने के लिए कि बॉक्स ऑफिस का यह टकराव कितना कांटेदार है, इन तीन फिल्मों के बारे में जानना आवश्यक है.
क्या हैं फ़िल्में ! - शुक्रवार ३ जून २०२२ को, तीन फिल्में पूरे देश के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शित होने जा रही है. इन फिल्मों में सैन्य पृष्ठभूमि की मेजर, एक्शन फंतासी रहस्य फिल्म विक्रांत रोणा और ऐतिहासिक फिल्म पृथ्वीराज के नाम शामिल है. आइये इन फिल्मों के बारे में एक एक कर जानकारी लेते है.
मेजर- कभी हिंदी फिल्मों में काम न करने की कसम
खाने वाले तेलुगु फिल्म अभिनेता महेश बाबु की निर्माता के रूप में पहली हिंदी
फिल्म है. यह फिल्म २००८ में पाकिस्तानी आतंकवादियों के मुंबई में आक्रमण के समय
अपनी जान की बाजी लगाने वाले मेजर संदीप उन्नीकृष्णन पर एक्शन फिल्म है. इस फिल्म
का निर्देशन शशि किरण टिक्का ने किया है. फिल्म में मेजर उन्निक्र्ष्णन की भूमिका
तेलुगु फिल्म अभिनेता अदिवी शेष ने की है. यह उनकी पहली हिंदी फिल्म होगी. फिल्म
में महेश मांजरेकर की बेटी सई मांजरेकर और शोभिता धुलिपला के महत्वपूर्ण भूमिका की
है. प्रकाश राज और रेवती की भूमिका मेजर के माता पिता की है. इस फिल्म को ५० करोड़
से कुछ अधिक के बजट में बनाया गया है. बजट के हिसाब से ५० करोड़ कुछ ख़ास नहीं लगता.
परन्तु, किसी फिल्म
का बजट उसके अभिनेता के बाजार में पकड़ का पैमाना है. अभी अदिवी शेष का ऐसा बाजार
नहीं कि उन्हें लेकर बहुत महंगी फिल्म बनाई जाए. हिंदी, मलयालम और तेलुगु
में प्रदर्शित होने वाली फिल्म मेजर बजट के हिसाब से ३ जून को प्रदर्शित होने जा
रही फिल्मों में सबसे कम कीमत वाली फिल्म है.
विक्रांत रोणा - ३ जून को
प्रदर्शित होने जा रही दूसरी फिल्म भी दक्षिण से है. यह फिल्म कन्नड़ भाषा में बनाई
जाने वाली रहस्य फंतासी और एक्शन से भरपूर है. इस फिल्म का बजट १५० करोड़ बताया जा
रहा है. हिंदी फिल्में सामान्य रूप से इतने बजट में बनती रहती है. पर ध्यान रखना
होगा कि कन्नड़ फिल्मों का बाजार सीमित है. यह फिल्म कन्नड़ फिल्म उद्योग की सबसे
महंगी फिल्म बताई जा रही है. फिल्म में विक्रांत रोणा की भूमिका कन्नड़ सितारे
किच्चा सुदीप कर रहे हैं. अनूप भंडारी निर्देशित विक्रांत रोणा में जेक्वेलिन
फर्नांडेज़ हिंदी दर्शकों के लिए बड़ा आकर्षण साबित हो सकती है. इस फिल्म के हिंदी
संस्करण को बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान प्रस्तुत कर रहे है. इस लिहाज से यह फिल्म
हिंदी दर्शकों को आकर्षित कर रही है.
पृथ्वीराज- बजट और
स्टारकास्ट के विचार से सबसे बड़ी फिल्म यशराज फिल्म्स की डॉक्टर चंद्रप्रकाश
द्विवेदी निर्देशित अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के जीवन पर है. इस फिल्म
में अक्षय कुमार शीर्षक भूमिका कर रहे है. पूर्व विश्व सुंदरी मानुषी छिल्लर की
संयोगिता की भूमिका वाली फिल्म पृथ्वीराज का बजट ३०० करोड़ के आसपास है. फिल्म में संजय
दत्त, सोनू सूद और
मानव विज की भूमिकाये क्रमशः काका कान्हा, चंदबरदाई और
मुहम्मद गजनवी की है. पृथ्वीराज, यशराज फिल्म्स की महँगी फिल्मों में से है.
सबसे बड़ी पृथ्वीराज - उपरोक्त तीन फिल्मों की स्टारकास्ट, बजट और सितारा चमक को देखते हुए, पाठकों को कौन सी फिल्म बड़ी और विशेष लगती है. निःसंदेह, यशराज फिल्म्स की अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म पृथ्वीराज सबसे बड़ी फिल्म है. परन्तु, इसके बावजूद सबसे ज्यादा खतरे में यही फिल्म लगती है. मेजर के अदिवी शेष और विक्रांत रोणा के किच्चा सुदीप. हिंदी दर्शकों में कोई प्रभाव नहीं रखते. अदिवी को तो जानने वाले दर्शक भी बहुत कम होंगे. किच्चा सुदीप ने कुछ हिंदी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाये की है. परन्तु, वह कन्नड़ दर्शकों के बीच ही अधिक पकड़ रखते है. इस लिहाज़ से अक्षय कुमार की बॉलीवुड में पकड़ सबसे ज्यादा और उतना ही अधिक खतरा भी है. उनकी पिछली कुछ फ़िल्में, सूर्यवंशी के अतिरिक्त या तो ओटीटी पर प्रदर्शित हुई है या बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई हैं. पिछली फिल्म लल्लन पाण्डेय की तो बॉक्स ऑफिस पर दुर्दशा हो गई थी. लल्लन पाण्डेय की असफलता के बाद, अगर पृथ्वीराज भी असफल हो जाती है, तो अक्षय कुमार के सितारे अस्त होते समझिये. इसलिए अक्षय कुमार को पृथ्वीराज की सफलता की बहुत जरूरत है.
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