ग़दर २ के ट्रेलर की रिलीज़ की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान
सनी देओल ने कहा- भारत पाकिस्तान की जनता झगडा नहीं चाहती. सभी एक मिटटी के बने हैं.
दोनों की राजनीतिक ताकतें ही नफ़रत फैला रही है.
ग़दर २ के तारा सिंह का यह वक्तव्य कई कारणों से महत्वपूर्ण है. एक तो यह कि इसे उन्होंने ११ अगस्त को प्रदर्शित होने जा रही फिल्म के ट्रेलर के अनावरण के दिन कहा. इसे फिल्म के कथानक की झलक भी कहा जा सकता है. इसका मतलब यह लगाया जा सकता है कि ग़दर २ में ग़दर वाली बात नहीं होगी. वह आग उगलने वाले संवाद नहीं होंगे.
ग़दर में तारा सिंह अपनी पत्नी, बच्चे और दोस्त के साथ भागता है. जनता और सैन्य बल के जवान उसे दौडाते है. फिल्म के अंत में दो परिवारों का मिलन होता है, दो देशों की जनता का नहीं.
ग़दर २ का तारा सिंह शायद दो देशों की जनता को मिला रहा होगा. क्या
ग़दर २ का झुकाव दर्शकों को आकर्षित करेगा. शायद नहीं.
दूसरी बात. चूंकि यह बयान फिल्म के ट्रेलर की रिलीज़ के
दौरान दिया गया है, सो इसे फिल्म के
प्रचार के लिए बयान ही समझा जाना चाहिए. यदि ऐसा भी है तो भी यह फिल्म पर भारी
पड़ेगा.
तीसरी बात सनी देओल केवल अभिनेता नहीं है, वह सांसद भी है. वह जब किसी प्रेस
कांफ्रेंस के दौरान बात करते है तब तारा सिंह नहीं, अभिनेता सनी देओल और सांसद सनी देओल के रूप में बात करते
है. अभिनेता सनी देओल फिल्म के प्रचार में कुछ भी कह सकते है. पर एक राजनीतिक
व्यक्ति को इससे बचना चाहिए. क्योंकि, देश में इस समय उनके दल की सरकार ही केंद्र में है. अपनी
सरकार को भी नफ़रत फैलाने वाली बता जाते है.
अब फिल्म पर बात करते है. ग़दर २ का ट्रेलर बेहद साधारण
है. उसमे ग़दर जैसी कुछ भी झलक नहीं. सनी देओल, ग़दर एक प्रेमकथा के समय ४४ साल के थे, ग़दर २ के समय वह ६५ के हैं. उन्हें लाख
साठा पाठा कहें. उम्र और फुर्ती चुगली खाती है.
अमीषा पटेल की सकीना, ग़दर एक प्रेमकथा में माशूका बनी थी और लगी भी थी. बेहद
खूबसूरत और आकर्षक. पर अब अमीषा २६ साल की नहीं, ४७ साल की है. उम्र ने उनके चेहरे को ढांप लिया है. वह
बुड्ढी लगती है. संवाद बोलते समय वह लड़खडाती है.
फिल्म जिस उत्कर्ष शर्मा की प्रेम कहानी पर बनी है, वह खुद बेहद कमजोर है. तो तारा सिंह
क्या ख़ाक उसे ताकत दे पायेगा.
इसका अर्थ यह हुआ कि सनी देओल लाख पाकिस्तान की जनता की
प्रशंसा करे, वह अपनी फिल्म
को पाकिस्तान तो नहीं रिलीज़ करा पाएंगे. पर अपने ग़दर एक प्रेमकथा के दर्शक भारी
संख्या में खो चुके है.
तो इंतज़ार करें ११ अगस्त २०२३ का.
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