प्रभाष की हॉरर कॉमेडी फिल्म द राजासाब, घोषणा के साथ ही चर्चा में आ गई थी। आज भी इस फिल्म के प्रति जानकारी के लिए प्रभास के प्रशंसक इंटरनेट खंगालते रहते हे। किन्तु, इस फिल्म के प्रदर्शन की तिथि को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। भिन्न दावे हैं और भिन्न तिथियां हैं। एक दावा यह है कि फिल्म २०२६ की संक्रांति को प्रदर्शित होगी। इसमें कितनी सच्चाई है !
इस फिल्म को, २०२५
में ५ दिसंबर को प्रदर्शित होना था। इस तिथि को रणवीर सिंह की स्पाई थ्रिलर एक्शन
फिल्म धुरंधर के प्रदर्शन की तिथि तय थी। इस टकराव को पूरे देश के दर्शक उत्सुकता
से देख रहे थे। क्योंकि, प्रभास जहाँ आल वर्ल्ड अभिनेता है, रणवीर
सिंह की बॉलीवुड दर्शकों में अच्छी पकड़ है। उन्हें अभी तक हलकीफुलकी एक्शन रोमांस
और हास्य फिल्मों के लिये ही जाना जाता रहा है। धुरंधर उनके करियर को सशक्त आधार
दे सकती थी।
धुरंधर में वह रॉ एजेंट की भूमिका कर
रहे है। यदि, धुरंधर का प्रभास की फिल्म द राजसाब से टकराव
होता तो निश्चित ही दर्शकों के प्रिय हॉरर कॉमेडी शैली के कारण द राजसाब पहली
पायदान पर रहती। इसका, रणवीर सिंह की धुरंधर को पहले ही दिन से नुकसान
हो सकता था।
बताते हैं कि रणवीर सिंह ने, प्रभास
के दरबार में गुहार लगाई। उन्होंने अपने करियर की दुहाई देते हुए, प्रभास
की सहानुभूति चाही। बताते हैं कि दरियादिल प्रभास ने द राजसाब को ५ दिसंबर के
स्थान पर २०२६ की संक्रांति में प्रदर्शित करने पर सहमति दे दी। चूंकि, द
राजसाब की निर्माता कंपनी डीवीवी एंटरटेनमेंट और पीपल मीडिया फैक्ट्री ने, आज
फिल्म के १४१ दिन बाद प्रदर्शित होने की घोषणा की है, इससे
ऐसा लगता है कि फिल्म संक्रांति २०२६ में ही प्रदर्शित की जाएगी।
यहाँ स्पष्ट करते चले कि रणवीर सिंह की
धर्मपत्नी दीपिका पादुकोण ने, प्रभास की फिल्म कल्कि २८९८एडी में महत्वपूर्ण
भूमिका की थी। कल्कि की शूटिंग के दौरान दीपिका की प्रभास से अच्छी ज़मने लगी थी।
तभी तो वह प्रभास की फिल्म स्पिरिट में प्रभास की नायिका बना दी गई थी। अब यह बात
दूसरी है कि दीपिका पादुकोण ने,
शूटिंग की प्रतिदिन की लम्बी समयावधि
को देखते हुए, फिल्म छोड़ दी।
सुपरनैचरल हॉरर या हॉरर कॉमेडी फिल्मे
दर्शकों की अत्यधिक पसंद आती है। उदाहरण है कि नायिका श्रद्धा कपूर पर केंद्रित
फिल्ल्म स्त्री २ अपनी हॉरर कॉमेडी शैली के कारण ही, अपने
निर्माताओं को शाहरुख़ खान की फिल्म जवान की टक्कर का कारोबार दे पाने में सफल
हुई। अन्य फिल्म मुँज्या के केंद्र में तो
कोई जीवित प्राणी तक नहीं था। यह फिल्म अपने वीएफएक्स चरित्र को हॉरर शैली के कारण
ही १०० करोड़ का व्यवसाय दिला पाने में सफल
हुई।
एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सिनेमा
में सुपरनैचुरल तत्व महत्त्व पा रहे है। इस प्रकार की फिल्मों के निर्माण में १५
प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह फ़िल्में अब एक्शन ड्रामा फिल्मों के लिए गंभीर
चुनौती बन चुकी है। द राजसाब में तो आधुनिक वीएफएक्स तकनीक का प्रयोग कर बनाया गया
है। फिल्म के जारी कुछ चित्र इस प्रभाव के फलस्वरूप भय, भूत
और हास्य का अनोखी त्रिवेणी प्रतीत होते है।
द राजासाब में, प्रभास
की निधि अग्रवाल के साथ जोड़ी पहली बार बन रही है। उनका परदे पर पहला परिचय, टाइगर
श्रॉफ की फिल्म मुन्ना माइकल (२०१७) से हुआ था। किन्तु फिल्म फ्लॉप हुई थी। इसके
बाद, निधि को बॉलीवुड से कोई फिल्म नहीं मिली। किन्तु ,वह
दक्षिण में अत्यधिक सफल हुई। इसी का
परिणाम है कि वह द राजसाब में प्रभास की नायिका है। इस अवसर को वह चूकना नहीं
चाहती। इसलिए वह द राजासाब के संवादों की डबिँग स्वयं कर रही है। निधि जानती हैं
कि द राजासाब की सफलता उन्हें भिन्न भाषाओँ की फिल्मों के दर्शकों से प्रभावशाली
परिचय करवा पाएगी।
यदि, प्रभास
की हॉरर कॉमेडी फिल्म द राजासाब,
संक्रांति २०२६ को प्रदर्शित होगी तो
इसको अपने से वरिष्ठ और तेलुगु फिल्म अभिनेता चिरंजीवी के फिल्म जीवन की १५७वी
फिल्म मन शंकर वारा प्रसाद गारू से प्रतिस्पर्द्धा का सामना करना होगा। इस ड्रामा
फिल्म के निर्देशक अनिल रविपुड़ी है। फिल्म में चिरंजीवी की नायिका नयनतारा
है। कैथरीन ट्रेसा की भूमिका भी पर्याप्त
महत्वपूर्ण है। चिरंजीवी की यह फिल्म पारिवारिक दर्शकों को ध्यान में रख कर
निर्मित की गई है और इसीलिए संक्रांति पर प्रदर्शित की जा रही है।
