भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
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Wednesday 5 December 2018
Friday 30 November 2018
जट्ट दा फ्लैग में जैज़ी बी और कौर बी साथ साथ
जैज़ी बी के कौर बी के साथ नए पंजाबी एल्बम जट्ट दा फ्लैग का वीडियो आज जारी हुआ। इस गीत को जैज़ी बी और कौर बी के लिए ट्रू-स्कूल ने कंपोज़ किया है। वीडियो में, खुद जैज़ी बी और कौर बी गीत गाते और थिरकते नज़र आते हैं। अमृत बोवा ने बोल लिखे हैं। इस वीडियो को दिलशेर सिंह और खुशपाल सिंह ने निर्देशित किया है। यह वीडियो टी-सीरीज ने जारी किया है।
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Wednesday 28 November 2018
Tuesday 27 November 2018
Thursday 11 February 2016
बड़े बजट की फिल्म को छोटी फिल्म का बड़ा झटका !
शुक्रवार (१२ फरवरी को) को दो हिंदी फ़िल्में टकरा रही हैं। वैलेंटाइन्स डे वीकेंड पर रिलीज़ यह फिल्मे अपनी रोमांस थीम के कारण एक दूसरे को चुनौती देती लगती हैं। इन दोनों ही फिल्मों में बड़ा फर्क यह है कि मेकर, कहानी, बजट और स्टार कास्ट के लिहाज़ से दोनों का कोई मुक़ाबला नहीं। फितूर के निर्देशक अभिषेक कपूर उर्फ़ गट्टू हैं, जबकि सनम रे की निर्देशक दिव्या खोसला कुमार हैं। यह दोनों ही हिंदी फिल्मों के असफल एक्टर हैं। इन दोनों ने ही अपनी फिल्मों से सफलता का स्वाद चखा हैं। कहानी के लिहाज़ से चार्ल्स डिकेन्स के रोमांटिक उपन्यास ग्रेट एक्सपेक्टेशन पर आधारित होने के कारण फितूर सनम रे से बड़ी फिल्म हैं। इन दोनों ही फिल्मों के बजट में भारी अंतर हैं। टी सीरीज की फिल्म सनम रे का बजट मात्र १५ करोड़ है, जबकि यू टी वी मोशन पिक्चर्स ने फितूर के निर्माण, आदि पर ९५ करोड़ खर्च किये हैं। स्टार कास्ट के लिहाज़ से भी फितूर तब्बू और कैटरीना कैफ के कारण इतनी बड़ी फिल्म बन चुकी है कि सनम रे की यामी गौतम और पुलकित सम्राट कहीं नहीं नज़र आते। कश्मीरी पृष्ठभूमि पर मुस्लिम संस्कृति झलकाती फिल्म है फितूर । माहौल मुसलमानी होगा। वहीँ सनम रे पंजाबी तड़के वाली फिल्म है। लेकिन---लेकिन------ इन दोनों फिल्मों की स्क्रीन संख्या में भारी अंतर है। सनम रे को दो हजार प्रिंटों में रिलीज़ किया जा रहा है। जबकि, फितूर केवल १२०० स्क्रीन में ही रिलीज़ होगी। बड़ी फिल्म फितूर के मुकाबले छोटी सनम रे ८०० ज़्यादा प्रिंट वीकेंड में फितूर को झटका दे सकते हैं। साथ ही फितूर का बड़ा बजट भी उसके लिए खतरा बन सकता है। ऐसे में साधारण बजट से बनी सनम रे पहले वीकेंड में ही मुस्कुरा सकती है। आइये देखते हैं क्या होता है इस वीकेंड।
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