देश के सिनेमाघरों में 30 जनवरी को रिलीज़ होने जा रही फिल्म "चल गुरु हो जा हो शुरू" को उत्तराखण्ड सरकार ने टैक्स फ्री कर दिया है। बाबाओं के पाखण्ड को उजागर करने वाली यह फिल्म हिमालयन ड्रीम्स के बैनर की इस फिल्म को उत्तराखण्ड के मुख्य मंत्री हरीश रावत ने देखा और प्रशंसा भी की। उन्होंने पूरी यूनिट और सभी कलाकारों के काम की प्रशंसा भी की । इससे पहले राजधानी दिल्ली में इस फिल्म की लांचिंग पार्टी की गयी ,जिसमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आज के सामाजिक दौर में इस तरह की फिल्में काफी महत्वपूर्ण हैं । राजधानी दिल्ली में ही कत्थक सम्राट बिरजू महाराज ने भी इस फिल्म को देखा । इस फिल्म के निर्देशक हैं मनोज शर्मा हैं। फिल्म के मुख्य कलाकार हेमंत पांडे, टिकू तलसानिया, बिजेन्द्र काला, आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 28 January 2015
उत्तराखंड में टैक्स फ्री हुई 'चल गुरु हो जा शुरू'
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आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
सन्देश शांडिल्य की सिम्फनी
सन्देश शांडिल्य चमेली और जब वी मेट जैसी २७ भारतीय फिल्मों का संगीत दे चुके हैं। इस समय वह वर्ल्ड म्यूजिक सिम्फनी में व्यस्त हैं। 'सर्च फॉर बुद्धा' शीर्षक वाली इस सिम्फनी का वर्ल्ड प्रीमियर कॉलॉन में ६ फरवरी को होगा। दूसरे ही दिन बीएलफेल्ड में इसका शो होगा। बाद में इस सिम्फनी का लंदन में यूके प्रीमियर भी होगा। सन्देश शांडिल्य का इरादा पूरे विषय में अपने शो करने का है। सन्देश हमेशा से ही विश्व शांति का सन्देश देने वाले संगीत की रचना ही करना चाहते हैं। भगवन बुद्ध विश्व शांति के प्रतीक हैं। खुद सन्देश शांडिल्य को विपासना पर विश्वास है। वह कहते हैं, "मैंने सीखा है कि क्रोध, लोभ, मोह, भय और आसक्ति पर विजय प्राप्त कर हम शान्ति प्राप्त कर सकते हैं और विश्व में शांति ला सकते हैं।" बुद्ध की आतंरिक यात्रा को जर्मनी, हंगरी, यूके, जापान, द मिडिल ईस्ट, साउथ अफ्रीका और भारत के साथ संगीतकारों की रचना से सजी इस सिम्फनी से काफी दूसरे ऑर्केस्ट्रा भी जुड़ेंगे। सन्देश शांडिल्य क्रिस्टोफर मसंद के साथ भी कुछ लोक गायिकी की है। इस सिम्फनी को वेन मार्शल कंडक्ट करेंगे। लेकिन, शांडिल्य का इरादा ज़ुबिन मेहता, पंडित रवि शंकर, इलैयाराजा और प्यारेलाल की तरह खुद संचालित करने का है। सन्देश शांडिल्य इस समय जॉन अब्राहम की फिल्म सत्रह को शादी के अलावा सुधीर मिश्रा की फिल्म 'और देवदास' और टाइम आउट तथा रोड टू संगम के डायरेक्टर अमित रॉय के साथ आई पैड पर काम कर रहे हैं।
राजेंद्र कांडपाल
राजेंद्र कांडपाल
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गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
ईद से दिवाली तक सलमान खान !
क्या इस साल, ईद से दिवाली तक सलमान खान होंगे ! फिल्मों की रिलीज़ के लिहाज़ से संयोग ऐसा ही बन रहा है। सलमान खान की दो बड़ी फ़िल्में, मुसलमानों और हिन्दुओं के दो बड़े त्योहारों में रिलीज़ हो रही है। ईद २०१५ यानि १६ जुलाई को निर्देशक कबीर खान की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' रिलीज़ होगी। इस फिल्म में करीना कपूर खान, सलमान खान की नायिका हैं। इस जोड़ी की पिछली फिल्म 'बॉडीगार्ड' ईद २०११ में रिलीज़ हुई थी और बड़ी हिट फिल्म साबित हुई थी। 'बजरंगी भाईजान' भी ईद वीक में रिलीज़ हो रही है। कबीर खान ने सलमान खान को लेकर 'एक था टाइगर' जैसी सुपर डुपर हिट फिल्म बनायी है। 'एक था टाइगर' स्वतंत्रता दिवस और ईद वीक में रिलीज़ फिल्म थी। बॉलीवुड ट्रेड उम्मीद कर रहा है कि 'बजरंगी भाईजान' आमिर खान की फिल्म 'पीके' के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के आंकड़ों को भी ध्वस्त कर देगी। क्योंकि, फिल्म के टाइटल 'बजरंगी भाईजान' ने कुछ हिन्दू संगठनों को उत्तेजित कर दिया था कि हमारे आराध्य बजरंगबली के नाम के साथ भाईजान क्यों लगा है। आग में घी का काम किया इस खबर ने कि फिल्म में करीना कपूर एक ब्राह्मण लड़की बनी हैं, जो एक मुसलमान लडके सलमान खान से प्यार करने लगती हैं। यह मुसलमान लड़का खुद को बजरंगी बताता है। हिन्दू संगठनों ने इसे लव जिहाद का नाम दे दिया। इससे फिल्म को मुसलमान दर्शक ज़बरदस्त मिलेंगे। क्योंकि, हिन्दू सगठनों की उत्तेजना अल्पसंख्यक दर्शकों की उत्तेजना में इज़ाफ़ा करेगी। २०१४ के आखिर में रिलीज़ आमिर खान की फिल्म 'पीके' भी हिन्दू धर्म की आलोचना के कारण अल्पसंख्यक दर्शकों के ख़ास प्यार पाने में सफल हुई थी। कबीर खान जानते हैं कि फिल्म का शीर्षक और ढकी छुपी कहानी बहुसंख्यकों को उकसाने और इस प्रकार से दर्शकों का ध्रुवीकरण करने में कामयाब होगी। हिन्दू उत्तेजना का शिकार हो कर उत्तर प्रदेश की कथित सेक्युलर सरकार इसे टैक्स फ्री भी कर सकती है। ख़ास तौर पर, इन सभी कारणों से, ईद के मौके पर सलमान खान की फिल्म ज़बरदस्त भीड़ बटोर सकती है। इसके बाद दिवाली २०१५ में यानि १ नवंबर को निर्देशक सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' रिलीज़ होगी। सूरज की फ़िल्में हिन्दुओं के त्यौहार में दर्शकों की पसंदीदा साबित होती हैं। हिन्दुओं को सलमान खान के 'प्रेम' से कोई ऐतराज़ भी नहीं होता। प्रेम रतन धन पायो में सलमान खान की दोहरी भूमिका बताई जा रही है। यानि, सलमान खान के प्रशंसकों का डबल मनोरंजन। इस फिल्म में सलमान खान की नायिका सोनम कपूर हैं।
सलमान खान की फिल्म से सलमान खान की फिल्म तक सलमान खान का डंका बज सकता है। ईद के साढ़े तीन महीने बाद दिवाली पड़ रही है। इस बीच, ३१ जुलाई को अक्षय कुमार की फिल्म 'ब्रदर्स', १४ अगस्त को शाहरुख़ खान की फिल्म 'फैन' रिलीज़ होने के अलावा २८ अगस्त को रणबीर कपूर और कटरीना कैफ के जग्गा जासूस का सैफ अली खान और कटरीना कैफ के 'फैंटम' का टकराव हो सकता है । ४ सितम्बर को शाहिद कपूर की 'शानदार' और २ अक्टूबर को अक्षय कुमार की फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' रिलीज़ होगी। इसमे कोई शक नहीं कि यह सभी फ़िल्में बड़े सितारों वाली, ज़बरदस्त बिज़नेस कर सकने का माद्दा रखने वाली फ़िल्में हैं। यह फ़िल्में सौ करोड़ का बिज़नेस आसानी से कर ले जाएंगी। लेकिन,तीन सौ करोड़ का आंकड़ा पार करने का माद्दा सलमान खान की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में ही पाया जा रहा है। अगर, ऐसा हुआ तो ईद के बजरंगी भाईजान की गूँज दिवाली तक तो जाएगी ही।
राजेंद्र कांडपाल
सलमान खान की फिल्म से सलमान खान की फिल्म तक सलमान खान का डंका बज सकता है। ईद के साढ़े तीन महीने बाद दिवाली पड़ रही है। इस बीच, ३१ जुलाई को अक्षय कुमार की फिल्म 'ब्रदर्स', १४ अगस्त को शाहरुख़ खान की फिल्म 'फैन' रिलीज़ होने के अलावा २८ अगस्त को रणबीर कपूर और कटरीना कैफ के जग्गा जासूस का सैफ अली खान और कटरीना कैफ के 'फैंटम' का टकराव हो सकता है । ४ सितम्बर को शाहिद कपूर की 'शानदार' और २ अक्टूबर को अक्षय कुमार की फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' रिलीज़ होगी। इसमे कोई शक नहीं कि यह सभी फ़िल्में बड़े सितारों वाली, ज़बरदस्त बिज़नेस कर सकने का माद्दा रखने वाली फ़िल्में हैं। यह फ़िल्में सौ करोड़ का बिज़नेस आसानी से कर ले जाएंगी। लेकिन,तीन सौ करोड़ का आंकड़ा पार करने का माद्दा सलमान खान की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में ही पाया जा रहा है। अगर, ऐसा हुआ तो ईद के बजरंगी भाईजान की गूँज दिवाली तक तो जाएगी ही।
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
देवगन से रिपब्लिक डे में बचे तो इंडिपेंडेंस डे पर टकराये रोशन !
बॉलीवुड में हॉलिडे वीकेंड के प्रति क्रेज़ का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। हॉलिडे वीकेंड में छोटी फिल्मों को थिएटर नसीब नहीं होते। तमाम थिएटर बड़े सितारों की बड़ी फिल्मों से गुलज़ार रहते हैं। बड़े सितारों का हॉलिडे वीकेंड के प्रति यह लगाव कभी कभी टकराव भी पैदा कर देता है। लेकिन, ऐसा दिलचस्प टकराव बहुत कम होता है या यों कहिये कि होता ही नहीं, जैसा कि ह्रितिक रोशन और अजय देवगन के साथ हुआ। वैसे अजय देवगन हमेशा खानों के सताए हुए हैं। २०१२ में शाहरुख़ खान और यशराज चोपड़ा ने, उनकी फिल्म 'सन ऑफ़ सरदार' के सामने अपनी फिल्म 'जब तक है जान' की रिलीज़ की तारिख तय कर दी। अजय ने लाख कहा। शिकायतें मिन्नतें कीं। पर चोपड़ा और खान नहीं माने। इससे पहले आमिर खान ने अपनी पत्नी की फिल्म धोबी घाट को पूरा हफ्ता सुनिश्चित करने के लिए वितरकों की बांह उमेठ कर दिल तो बच्चा है जी को रिपब्लिक डे वीकेंड २०११ में २६ जनवरी को रिलीज़ नहीं होने दिया था। लेकिन, यहाँ अजय देवगन ह्रितिक रोशन का पीछा करते लग सकते हैं। आशुतोष गोवारिकर ने अपने बैनर पर खुद द्वारा निर्देशित फिल्म 'मोहन जोदड़ो' की रिलीज़ की तारिख रिपब्लिक डे वीकेंड २०१६ तय कर दी थी। इस फिल्म के नायक ह्रितिक रोशन थे। ह्रितिक रोशन की २०१२ में रिलीज़ फिल्म अग्निपथ ने सबसे बढ़िया वीकेंड का कीर्तिमान बनाया था। इसलिए ह्रितिक रोशन की किसी फिल्म के निर्माता का रिपब्लिक डे वीकेंड को महत्व देना स्वाभाविक था। लेकिन,यहाँ टपक पड़े अजय देवगन। अजय देवगन ने बतौर निर्देशक दूसरी फिल्म 'शिवाय' की घोषणा के साथ ही रिलीज़ की तारिख रिपब्लिक डे वीकेंड २०१६ तय कर दी। हालाँकि, इसी वीकेंड में ह्रितिक रोशन की फिल्म की रिलीज़ तय थी। शायद, ह्रितिक रोशन टकराव टालना चाहते थे या फिर कुछ दूसरे कारण रहे होंगे आशुतोष गोवारिकर ने मोहन जोदड़ो की रिलीज़ की तारिख शिफ्ट कर इण्डिपेंडेन्स डे वीकेंड तय कर दी। इस प्रकार से, अब ह्रितिक रोशन और पूजा हेगड़े की आशुतोष गोवारिकर निर्देशित फिल्म मोहन जोदड़ो को १२ अगस्त २०१६ को रिलीज़ होना था। ज़ाहिर है कि रोशन ने देवगन से टकराव टाल दिया था। लेकिन, अजय देवगन टकराव के मूड में ही थे। मोहन जोदड़ो की रिलीज़ बदलने की घोषणा के ठीक बाद, उसी दिन निर्देशक मिलन लुथरिया की प्रेस कांफ्रेंस हुई। उन्होंने बताया कि वह और अजय देवगन फिर एक साथ आ रहे हैं। इन दोनों की साथ फिल्म का नाम था 'बादशाहो' . यह घोषणा अच्छे तालमेल वाले निर्देशक अभिनेता के फिर साथ काम करने की थी। लेकिन, अब चौंकने की बारी पत्रकारों, समूचे बॉलीवुड और ह्रितिक रोशन के प्रशंसकों की थी। बादशाहो रिपब्लिक डे वीकेंड यानि १२ अगस्त को रिलीज़ हो रही थी। यानि अजय देवगन एक बार फिर ह्रितिक रोशन से टकराव के मूड में थे।
राजेंद्र कांडपाल
राजेंद्र कांडपाल
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
रील लाइफ में रियल लाइफ प्ले करते बॉलीवुड स्टार
विद्या बालन ने यह सिलसिला शुरू किया था। उन्होंने मिलन लुथरिया की फिल्म 'द डर्टी पिक्चर्स ' में दक्षिण की सेक्स बम सिल्क स्मिता की दुखद ज़िन्दगी को जीवंत किया था। इस फिल्म के बाद तो बॉलीवुड अभिनेत्रियों के बीच बायोपिक फिल्मे करने की होड़ लग गयी। परिणाम हुआ 'नो वन किल्ड जेसिका', मैरी कॉम और भाग मिल्खा भाग के रूप में। इन फिल्मों में विद्या बालन, रानी मुखेर्जी, प्रियंका चोपड़ा और सोनम कपूर रील पर रियल लाइफ किरदार रही थीं। मधुर भंडारकर की फिल्म 'हीरोइन' में करीना कपूर मनीषा कोइराला का करैक्टर कर रही थी। इस समय भी हर छोटी बड़ी अभिनेत्री रील पर रियल करैक्टर कर रही हैं। आइये, जानते हैं हिंदी फिल्म अभिनेत्रियों के आगामी फिल्मों के रियल चरित्रों के बारे में -
सोनम कपूर बनेंगी 'नीरजा'
मशहूर निर्देशक राम माधवानी १९८६ के पैन अमेरिकन एयरवेज के जहाज को अपहृत कर कराची ले जाने की घटना पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। यह फिल्म इस प्लेन की सीनियर क्रू मेंबर नीरजा भनोट पर केंद्रित होगी, जिसने अपनी जान पर खेल का प्लेन के यात्रियों को आतंकवादियों के चंगुल से निकालने में अपनी जान गंवाई। फिल्म नीरजा भनोट की भूमिका सोनम कपूर करेंगी। इस फिल्म की शूटिंग सलमान खान के साथ सोनम कपूर की फिल्म प्रेम रतन धन पायो की शूटिंग पूरी हो जाने के बाद ही शुरू होगी।
ममता कुलकर्णी के चोले में सनी लियॉन
कंगना रनौत बनेगी बछेंद्री पाल
खबर थी कि कंगना रनौत भी बायोपिक की राह में हैं। कहा गया कि वह हंसल मेहता की फिल्म में मशहूर बछेंद्री पाल का किरदार करेंगी। परन्तु, हंसल मेहता ने इसकी पुष्टि तो की कि वह कंगना के साथ फिल्म कर रहे हैं, यह भी साफ़ कर दिया कि यह फिल्म बछेंद्री पाल पर नहीं होगी।
सोनाक्षी सिन्हा भी पीछे नहीं
रील पर रियल करैक्टर उतरने में सोनाक्षी सिन्हा भी पीछे नहीं । वह जसमीत रीन की फिल्म में कवयित्री अमृता प्रीतम का किरदार करेंगी। यह फिल्म अमृता प्रीतम और शायर साहिर लुधियानवी की प्रेम कहानी पर केंद्रित होगी। सुना जा रहा है कि पाकी अभिनेता फव्वाद 'खूबसूरत' खान फिल्म में साहिर लुधियानवी का किरदार करेंगे। वैसे यह खबर अभी पूरी तरह से परवान नहीं चढ़ी है।
प्रियंका चोपड़ा की मदामजी है मान्यता !
निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म 'मदामजी ' में प्रियंका चोपड़ा का करैक्टर हिंदी फिल्मों की आइटम गर्ल का है, जिसकी शादी एक बड़े स्टार से हो जाती है। मैडमजी के सेट पर भी कोई फिल्म के बारे में बात नहीं करता। खुद प्रियंका चोपड़ा भी फिल्म में अपने रोल रियल स्टार पत्नी के करैक्टर से प्रेरित मानती हैं, लेकिन इसका ख़ास खुलासा नहीं करती। हालाँकि, वह इस फिल्म से एक बार फिर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाने की उम्मीद कर रही हैं। लेकिन, अंदर खाने खबर यह है कि एक आइटम गर्ल के शादी के बाद के उथल पुथल भरे जीवन की कहानी 'मदामजी' वास्तव में संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त की कहानी है, जो एक आइटम गर्ल थीं।
शिरीन बन रही विद्या बालन
मोहित सूरी की फिल्म हमारी अधूरी कहानी की कहानी रियल लाइफ चरित्रों की है। महेश भट्ट की ज़िन्दगी पर 'हमारी अधूरी कहानी एक ऎसी औरत की कहानी है, जिसे कभी पत्नी का कानूनी दर्ज़ा नहीं मिल सका। महेश भट्ट के पिता नानाभाई भट्ट की अवैध पत्नी शिरीन की अधूरी कहानी में शिरीन का किरदार विद्या बालन कर रही हैं। इमरान हाश्मी नानाभाई भट्ट के किरदार में हैं। फिल्म,को महेश भट्ट ने लिखा है।
सुब्बु लक्ष्मी विद्या बालन
विद्या बालन एक बार फिर रील पर रियल लाइफ चेहरा लगाए नज़र आएंगी। वह निर्देशक राजीव मेनन की लिखी कहानी पर एक फिल्म में भारत रत्न और कर्णाटक संगीत की गायिका स्वर्गीय एमएस सुब्बुलक्ष्मी का किरदार कर रही हैं। सुब्बु लक्ष्मी ने भी अपने करियर की शुरुआत बतौर फिल्म एक्ट्रेस की थी।
प्रियंका चोपड़ा की 'किरण'
संजयलीला भंसाली की ओमंग कुमार निर्देशित फिल्म 'मैरी कॉम' में ओलिंपिक गोल्ड विजेता महिला बॉक्सर के किरदार को सजीव करने के बाद प्रियंका चोपड़ा उत्साहित लगती है। वह इस समय एक फिल्म में मान्यता दत्त का किरदार कर रही हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह सोहम शाह की फिल्म में महिला आईपीएस और सोशल एक्टिविस्ट किरण बेदी का किरदार कर सकती है। इस फिल्म के लिए प्रियंका चोपड़ा को १० करोड़ का प्रस्ताव किया गया है।
ममता कुलकर्णी के चोले में सनी लियॉन
फोटोग्राफर जयेश शेठ ने पिछले दिनों नब्बे के दशक की सनसनी ममता कुलकर्णी पर फिल्म बनाने की घोषणा की। यह वही जयेश हैं, जिन्होंने ने एक फिल्म के मुख्य पृष्ठ के लिए ममता कुलकर्णी का टॉपलेस फोटो सेशन किया था। इस टॉपलेस फोटो ने जयेश को बॉलीवुड में सुर्खरू कर दिया था। जयेश ने फिल्म की स्क्रिप्ट पूरी कर ली है। वह ममता के ऑन रील करैक्टर के लिए सनी लियॉन को लेना चाहते हैं। 'क्यूंकि', कहते हैं, 'जयेश शेठ, 'सनी लियॉन भी इनोसेंट फेस और सेंसुअस बॉडी वाली एक्ट्रेस है।'
अभी ऐसे बहुत से रील करैक्टर हो सकते हैं, जो रियल लाइफ चरित्रों से प्रेरित हों। अगर, करीना कपूर मोहित सूरी की फिल्म 'अज़हरुद्दीन' से पैर वापस न खींचती तो वह रील पर संगीता बिजलानी का किरदार कर रही होती। कुछ साल पहले इंदिरा गांधी पर फिल्म में माधुरी दीक्षित को लिए जाने की बात शुरू हुई थी। मधुबाला पर भी फिल्म प्लांड थी। अगर यह फ़िल्में बनती तो कोई बॉलीवुड अभिनेत्री इन्हे परदे पर उतारती। फिलहाल तो सब कागज़ पर भी नहीं हैं।
वरुण धवन
Ranbir Kapoor as Sanjay Dutt
"PK" director Rajkumar Hirani confirmed that he will make a biopic film on Sanjay Dutt, who was also featured in the former's latest blockbuster. It is said that when recently Dutt was out on parole, Hirani has talked about it to the actor. Ranbir Kapoor is the choice of the director for the lead role in the upcoming biopic.
Sushant Singh Rajput as MS Dhoni
Bollywood actor Sushant Singh Rajput has grabbed the opportunity to star as cricketer Mahendra Singh Dhoni. Neeraj Pandey of "A Wednesday" fame is reportedly helming the Indian captain's biography, for which the "PK" star has been chosen.
Considering the fact that Dhoni is the reigning captain of India
and has a huge fan-following, "MS Dhoni - The Untold Story" is expected
to pull crowds to the theatres in 2015.
Emraan Hashmi as Mohammed Azharuddin
Emraan Hashmi is touted to play the biopic of former Indian cricket captain Mohd Azharuddin. It is said that the film won't be entirely about the game, but it will mainly focus on the legend's life. There were reports that Kareena Kapoor Khan might portray the role of Sangeeta Bijlani, Mohd Azharuddin's second wife.
Randeep Hooda as Charles Sobhraj
Randeep Hooda will be seen in "Main Aur Charles". This film is based on the famous serial killer Charles Sohbraj who escaped from Tihar jail in 1986.
Apart from the above, there are reports that director-producer Karan Johar has decided to make a biopic film on late hockey legend Dhyan Chand.
सोनम कपूर बनेंगी 'नीरजा'
मशहूर निर्देशक राम माधवानी १९८६ के पैन अमेरिकन एयरवेज के जहाज को अपहृत कर कराची ले जाने की घटना पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। यह फिल्म इस प्लेन की सीनियर क्रू मेंबर नीरजा भनोट पर केंद्रित होगी, जिसने अपनी जान पर खेल का प्लेन के यात्रियों को आतंकवादियों के चंगुल से निकालने में अपनी जान गंवाई। फिल्म नीरजा भनोट की भूमिका सोनम कपूर करेंगी। इस फिल्म की शूटिंग सलमान खान के साथ सोनम कपूर की फिल्म प्रेम रतन धन पायो की शूटिंग पूरी हो जाने के बाद ही शुरू होगी।
ममता कुलकर्णी के चोले में सनी लियॉन
कंगना रनौत बनेगी बछेंद्री पाल
खबर थी कि कंगना रनौत भी बायोपिक की राह में हैं। कहा गया कि वह हंसल मेहता की फिल्म में मशहूर बछेंद्री पाल का किरदार करेंगी। परन्तु, हंसल मेहता ने इसकी पुष्टि तो की कि वह कंगना के साथ फिल्म कर रहे हैं, यह भी साफ़ कर दिया कि यह फिल्म बछेंद्री पाल पर नहीं होगी।
सोनाक्षी सिन्हा भी पीछे नहीं
रील पर रियल करैक्टर उतरने में सोनाक्षी सिन्हा भी पीछे नहीं । वह जसमीत रीन की फिल्म में कवयित्री अमृता प्रीतम का किरदार करेंगी। यह फिल्म अमृता प्रीतम और शायर साहिर लुधियानवी की प्रेम कहानी पर केंद्रित होगी। सुना जा रहा है कि पाकी अभिनेता फव्वाद 'खूबसूरत' खान फिल्म में साहिर लुधियानवी का किरदार करेंगे। वैसे यह खबर अभी पूरी तरह से परवान नहीं चढ़ी है।
प्रियंका चोपड़ा की मदामजी है मान्यता !
निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म 'मदामजी ' में प्रियंका चोपड़ा का करैक्टर हिंदी फिल्मों की आइटम गर्ल का है, जिसकी शादी एक बड़े स्टार से हो जाती है। मैडमजी के सेट पर भी कोई फिल्म के बारे में बात नहीं करता। खुद प्रियंका चोपड़ा भी फिल्म में अपने रोल रियल स्टार पत्नी के करैक्टर से प्रेरित मानती हैं, लेकिन इसका ख़ास खुलासा नहीं करती। हालाँकि, वह इस फिल्म से एक बार फिर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाने की उम्मीद कर रही हैं। लेकिन, अंदर खाने खबर यह है कि एक आइटम गर्ल के शादी के बाद के उथल पुथल भरे जीवन की कहानी 'मदामजी' वास्तव में संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त की कहानी है, जो एक आइटम गर्ल थीं।
शिरीन बन रही विद्या बालन
मोहित सूरी की फिल्म हमारी अधूरी कहानी की कहानी रियल लाइफ चरित्रों की है। महेश भट्ट की ज़िन्दगी पर 'हमारी अधूरी कहानी एक ऎसी औरत की कहानी है, जिसे कभी पत्नी का कानूनी दर्ज़ा नहीं मिल सका। महेश भट्ट के पिता नानाभाई भट्ट की अवैध पत्नी शिरीन की अधूरी कहानी में शिरीन का किरदार विद्या बालन कर रही हैं। इमरान हाश्मी नानाभाई भट्ट के किरदार में हैं। फिल्म,को महेश भट्ट ने लिखा है।
सुब्बु लक्ष्मी विद्या बालन
विद्या बालन एक बार फिर रील पर रियल लाइफ चेहरा लगाए नज़र आएंगी। वह निर्देशक राजीव मेनन की लिखी कहानी पर एक फिल्म में भारत रत्न और कर्णाटक संगीत की गायिका स्वर्गीय एमएस सुब्बुलक्ष्मी का किरदार कर रही हैं। सुब्बु लक्ष्मी ने भी अपने करियर की शुरुआत बतौर फिल्म एक्ट्रेस की थी।
प्रियंका चोपड़ा की 'किरण'
संजयलीला भंसाली की ओमंग कुमार निर्देशित फिल्म 'मैरी कॉम' में ओलिंपिक गोल्ड विजेता महिला बॉक्सर के किरदार को सजीव करने के बाद प्रियंका चोपड़ा उत्साहित लगती है। वह इस समय एक फिल्म में मान्यता दत्त का किरदार कर रही हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह सोहम शाह की फिल्म में महिला आईपीएस और सोशल एक्टिविस्ट किरण बेदी का किरदार कर सकती है। इस फिल्म के लिए प्रियंका चोपड़ा को १० करोड़ का प्रस्ताव किया गया है।
ममता कुलकर्णी के चोले में सनी लियॉन
फोटोग्राफर जयेश शेठ ने पिछले दिनों नब्बे के दशक की सनसनी ममता कुलकर्णी पर फिल्म बनाने की घोषणा की। यह वही जयेश हैं, जिन्होंने ने एक फिल्म के मुख्य पृष्ठ के लिए ममता कुलकर्णी का टॉपलेस फोटो सेशन किया था। इस टॉपलेस फोटो ने जयेश को बॉलीवुड में सुर्खरू कर दिया था। जयेश ने फिल्म की स्क्रिप्ट पूरी कर ली है। वह ममता के ऑन रील करैक्टर के लिए सनी लियॉन को लेना चाहते हैं। 'क्यूंकि', कहते हैं, 'जयेश शेठ, 'सनी लियॉन भी इनोसेंट फेस और सेंसुअस बॉडी वाली एक्ट्रेस है।'
अभी ऐसे बहुत से रील करैक्टर हो सकते हैं, जो रियल लाइफ चरित्रों से प्रेरित हों। अगर, करीना कपूर मोहित सूरी की फिल्म 'अज़हरुद्दीन' से पैर वापस न खींचती तो वह रील पर संगीता बिजलानी का किरदार कर रही होती। कुछ साल पहले इंदिरा गांधी पर फिल्म में माधुरी दीक्षित को लिए जाने की बात शुरू हुई थी। मधुबाला पर भी फिल्म प्लांड थी। अगर यह फ़िल्में बनती तो कोई बॉलीवुड अभिनेत्री इन्हे परदे पर उतारती। फिलहाल तो सब कागज़ पर भी नहीं हैं।
वरुण धवन
Ranbir Kapoor as Sanjay Dutt
"PK" director Rajkumar Hirani confirmed that he will make a biopic film on Sanjay Dutt, who was also featured in the former's latest blockbuster. It is said that when recently Dutt was out on parole, Hirani has talked about it to the actor. Ranbir Kapoor is the choice of the director for the lead role in the upcoming biopic.
Sushant Singh Rajput as MS Dhoni
Bollywood actor Sushant Singh Rajput has grabbed the opportunity to star as cricketer Mahendra Singh Dhoni. Neeraj Pandey of "A Wednesday" fame is reportedly helming the Indian captain's biography, for which the "PK" star has been chosen.
Emraan Hashmi as Mohammed Azharuddin
Emraan Hashmi is touted to play the biopic of former Indian cricket captain Mohd Azharuddin. It is said that the film won't be entirely about the game, but it will mainly focus on the legend's life. There were reports that Kareena Kapoor Khan might portray the role of Sangeeta Bijlani, Mohd Azharuddin's second wife.
Randeep Hooda as Charles Sobhraj
Randeep Hooda will be seen in "Main Aur Charles". This film is based on the famous serial killer Charles Sohbraj who escaped from Tihar jail in 1986.
Apart from the above, there are reports that director-producer Karan Johar has decided to make a biopic film on late hockey legend Dhyan Chand.
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एक्स-मेन में नया खून
हॉलीवुड फिल्म निर्देशक ब्रयान सिंगर पचास साल के हैं। उनकी एक्स मेन सीरीज की फ़िल्में उन्हें फर्स्ट क्लास डायरेक्टर साबित करती हैं। अब तक एक्स- मेन सीरीज की सात फ़िल्में रिलीज़ हो चुकी है। एक्स-मेन : अपोकलीप्स इस सीरीज की आंठवी फिल्म है, जो २०१६ में रिलीज़ होगी। इस फिल्म का पहले नाम अपनी कॉमिक बुक 'ऐज ऑफ़ अपोकलीप्स' पर ऐज ऑफ़ अपोकलीप्स ही रखा गया था । परन्तु, दूसरी सुपर हीरो फिल्मों 'अवेंजर्स :ऐज ऑफ़ उल्ट्रान' और 'ट्रांसफार्मर्स: ऐज ऑफ़ एक्सटिंक्शन' से तुलना से बचने के लिए ब्रयान ने फिल्म का नाम 'एक्स-मेन :अपोकलीप्स' कर दिया । एक्स- मेन सीरीज की इस आठवी फिल्म में कहानी भूतकाल में जाती है। यह कहानी १९८० के दशक के म्युटेंट के पैदा होने की कहानी है। अब तक की एक्स-मेन फिल्मों के तमाम किरदार अपोकलीप्स में भी हैं। लेकिन, यह सब जवान नज़र आएंगे। हाल ही में फिल्म के तीन मुख्य चरित्रों स्टॉर्म, जीन ग्रे और साईक्लोप्स के लिए कलाकारों का चयन अंतिम रूप से कर लिया गया है। इन भूमिकाओं को अलेक्सांद्रा शिप, सोफी टर्नर और टये शेरिडन क्रमशः करेंगे। एचबीओ की सीरीज गेम ऑफ़ थ्रोन में सांसा स्टार्क के किरदार से मशहूर सोफी टर्नर अभी १८ साल की ही हैं। शिप २३ साल की हैं और शेरिडन १८ साल के हैं। यह तिकड़ी पूर्व के एक्स-मेन फिल्मों की हैली बेरी, फेमके जान्सेन और जेम्स मार्सडेन की जगह लेंगे। यह सभी एक्स-मेन के नियमित किरदारों को करने वाले कलाकारों माइकल फॉस्बेंडर, जेनिफर लॉरेंस और जेम्स मकवॉय के साथ अपनी भूमिकाएं अदा करेंगे। ब्रयान सिंगर 'अपोकलीप्स' की शूटिंग अप्रैल से मॉन्ट्रियल में शुरू करेंगे। एक्स-मेन : अपोकलीप्स २७ मई २०१६ को रिलीज़ होगी।
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Hollywood
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सपना पब्बी ने कहा - मैं मल्लिका शेरावत नहीं हूँ
इस शुक्रवार रिलीज़ होने जा रही निर्देशक करण दारा की अली फज़ल, गुरमीत चौधरी और सपना पब्बी की फिल्म 'खामोशियाँ' को मर्डर की तरह कामुक फिल्म बताया जा रहा है। मर्डर की तरह फिल्म 'खामोशियाँ' में भी सपना पब्बी के अली फज़ल और गुरमीत चौधरी के साथ अंतरंग दृश्य सुर्खियां पा रहे हैं। इन दृश्यों के बारे में काफी कुछ लिखा जा रहा है। महेश भट्ट की पूरी कोशिश है कि 'खामोशियाँ' विशेष फिल्म्स के लिए दूसरी 'मर्डर' बन जाए। परन्तु, फिल्म की नायिका सपना पब्बी को खुद को दूसरी मल्लिका शेरावत कहा जाना नागवार गुजरता है। एक वेब मैगज़ीन के कार्यालय में बात करते हुए सपना पब्बी ने अपनी प्रतिक्रिया कुछ इस प्रकार व्यक्त की, "रियली! मैं समझती हूँ कि वह बहुत बड़ी हैं। उनकी सफलता तरीफेकाबिल है। उनका अपना स्पेस है। उन्होंने बॉलीवुड और सोसाइटी में अपना एक स्थान बना लिया है। मैं कहना चाहूंगी कि मैं मल्लिका शेरावत नहीं हूँ। मैं सपना पब्बी हूँ और मुझे उम्मीद है कि मैं हमेशा सपना पब्बी ही रहूंगी।" सपना पब्बी से फिल्म के बजाय टीवी के दर्शक परिचित हैं अनिल कपूर के सीरियल २४ से। इस सीरियल में वह अनिल कपूर की बेटी की भूमिका में थी। वास्तविकता तो यह है कि सपना को करण दारा की फिल्म 'खामोशियाँ' भी इसी सीरियल के कारण ही मिली । करण ने बीमारी के कारण हॉस्पिटल में भर्ती रहने के दौरान सीरियल २४ देखा था।
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हस्तियां
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अब 'पोगो' पर जीवंत होगी 'शोले'
बच्चों के चैनल 'पोगो' की लॉन्चिंग १ जनवरी २००४ को हुई थी। यह चैनल केवल १० साल के छोटे समय में बच्चों का नंबर वन चैनल बन गया है। रमेश सिप्पी की कल्ट फिल्म 'शोले' १५ अगस्त १९७५ को रिलीज़ हुई थी। इस प्रकार से यह फिल्म भी इस साल अपनी रिलीज़ के चालीस साल पूरे कर लेगी। इस फिल्म के जय, वीरू, बसंती और ठाकुर के किरदार अपने समय में लोकप्रिय हुए ही, आज भी लोकप्रिय हैं । ख़ास तौर पर गब्बर सिंह का डाकू किरदार बच्चो में बेहद लोकप्रिय था। गब्बर की लोकप्रियता को देखते हुए ही एक खास बिस्कुट ब्रांड ने गब्बर सिंह के एनीमेशन से अपने बिस्कुट का प्रचार करवाया था। शायद, इस ही देखते हुए दस साल का 'पोगो' चैनल चालीस साल की 'शोले' को अपने चैनल पर एनीम चरित्रों के माध्यम से उतारने जा रहा है। 'शोले एडवेंचर्स' की खासियत यह होगी कि इसके जय और वीरू के किरदार आठ साल के बच्चे होंगे, जो गब्बर के बुरे इरादों को नाकाम करना चाहेंगे। ग्राफ़िक इंडिया के द्वारा बनाये गए एनिमेटेड किरदारों के ज़रिये कही गयी 'शोले एडवेंचर्स' की कहानी बिलकुल अलग किस्म की होगी, जो आजकल के बच्चों को पसंद आएगी। 'शोले एडवेंचर' अपनी थीम और एडवेंचर के कारण बच्चों के अभिभावकों को भी टीवी के सामने बैठा देगी। इस फिल्म के एक्शन और नए गैजेट्स हर वर्ग को पसंद आने योग्य होंगे। ख़ास बात यह भी होगी कि 'शोले एडवेंचर' की सेंट्रल थीम भी वही फिल्म 'शोले' वाली होगी यानि दोस्ती और समर्पण । 'शोले एडवेंचर्स' ठाकुर द्वारा चलाये जा रहे एक गुप्त संगठन 'एस एच ओ एल ए वाय' है। जय और वीरू रामगढ के ठाकुर के लिए काम करते हैं। इस टीवी संस्करण में नए करैक्टर भी होंगे, जो बाल, युवा और वृद्ध दर्शकों को आकर्षित करने वाले होंगे।
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Television
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अब 'सिंह' नहीं करेगा 'ब्लिंग' !
एक्शन जैक्सन की असफलता का खामियाजा, शायद प्रभु देवा को भुगतना पड़ रहा है। प्रभुदेवा, अक्षय कुमार के साथ फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' बनाने जा रहे थे। इस फिल्म की रिलीज़ की तारिख भी तय कर दी गयी थी। प्रभुदेवा फिल्म 'एनीबॉडी कैन डांस २' की शूटिंग में व्यस्त हो गए थे। इस फिल्म में वह बतौर अभिनेता काम कर रहे हैं। अक्षय कुमार भी पहले नीरज पाण्डेय के साथ थ्रिलर 'बेबी' में व्यस्त थे। इस फिल्म के वह प्रोडूसर भी हैं, इसलिए पोस्ट प्रोडक्शन में भी उन्हें जुड़ना था। वह निर्माता संजयलीला भंसाली की फिल्म 'मैं गब्बर' के भी नायक हैं। इस फिल्म की शूटिंग को भी प्राथमिकता देनी थी। 'मैं गब्बर' १ मई को रिलीज़ होनी है। इधर प्रभुदेवा निर्देशित अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म 'एक्शन जैक्सन' पिछले साल ५ दिसंबर को रिलीज़ हुई। अच्छी ओपनिंग के बावजूद प्रभुदेवा की एक्शन कॉमेडी दर्शकों को प्रभावित नहीं कर सकी। इधर, अक्षय कुमार ने 'बेबी' और 'मैं गब्बर' से फुर्सत पाकर प्रभुदेवा को शिराज अहमद की स्क्रिप्ट सुनने को बुलाया। 'सिंह इज़ ब्लिंग' की स्क्रिप्ट सुनने के बाद अक्षय कुमार को लगा कि सुपर हिट 'सिंह इज़ किंग' की फ्रैंचाइज़ी फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' की स्क्रिप्ट में अभी काफी खामियां हैं। इसलिए, यह तय पाया गया कि स्क्रिप्ट को फिर से तराशा जाये। 'सिंह इज़ ब्लिंग' की शूटिंग अगले महीने या मार्च से शुरू होनी थी। अब चूंकि फिल्म की स्क्रिप्ट में सुधार की ज़रुरत थी, इसलिए फिल्म की शूटिंग अगले महीने शुरू होना तो संभव ही नहीं था। 'इसलिए', फिल्म से जुड़े सूत्र ने कहा, 'फिल्म की शूटिंग अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गयी है।' ऐसे में अक्षय कुमार की 'सिंह इज़ ब्लिंग' को अलॉट तारीखों का क्या होगा ? इस समय अक्षय कुमार के पास करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस की करण मल्होत्रा निर्देशित फिल्म 'ब्रदर्स ' महत्वपूर्ण है। वह अपनी पूरी तारीखें 'ब्रदर्स' को अलॉट कर सकते हैं। हो सकता है कि तारीखों की उपलब्धता की दशा में टी सीरीज की राजा कृष्ण मेनन की फिल्म 'एयरलिफ्ट' की शूटिंग भी शुरू हो जाये। 'एयरलिफ्ट' खाड़ी युद्ध के दौरान कुवैत में फंसे भारतीयों की दास्तान है। फिल्म में अक्षय कुमार अपनी अब तक की बिलकुल अलग भूमिका कर रहे हैं।
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ये ल्लों !!!
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रोमांटिक म्यूजिकल थ्रिलर है 'इश्क़ जूनून'
शांतकेतन एंटरटेनमेंटस की फिल्म 'इश्क़ जूनून' एक रोमांटिक थ्रिलर फिल्म है। इसीलिए फिल्म के टाइटल के साथ 'पैशन ऑफ़ लव' भी जोड़ा गया है। डायरेक्टर संजय शर्मा की फिल्म 'इश्क़ जूनून- पैशन ऑफ़ लव' की खासियत है उसका संगीत। निर्माता अनुज शर्मा इसे म्यूजिकल रोमांटिक थ्रिलर फिल्म बताते हैं। इसी के अनुरूप फिल्म में गीतों का ख़ास ख्याल रखा गया है। सोनू निगम, अंकित तिवारी, जीत गांगुली और अंजन भट्टाचार्य ने फिल्म के संगीत की रचना की है। पिछले दिनों, इस फिल्म के अंकित तिवारी के कंपोज़ और गाये गीत की रिकॉर्डिंग मुंबई के गोरेगांव में कृष्णा ऑडियो स्टूडियो में हुई। अभी फिल्म के कलाकारों का चयन नहीं हुआ है। इस बारे में निर्माता अनुज शर्मा बताते हैं, "अपने प्रोडक्शन हाउस के तीस साल बाद मैं एक फ्रेश रोमांस फिल्म बनाने जा रहा हूँ, जिसमे संगीत ख़ास होगा। फिल्म के लिए नए कलाकारों का चुनाव किया जायेगा। मुझे उम्मीद है कि दर्शकों को एक यादगार फिल्म देखने को मिलेगी।" फिल्म 'इश्क़ जूनून' की शूटिंग फरवरी के अंत में दिल्ली तथा देश की अन्य लोकेशन में शुरू होगी।"
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गीत संगीत
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Monday, 26 January 2015
दर्शकों को थ्रिलिंग मज़ा देगा अक्षय कुमार का 'बेबी'
अक्षय कुमार ने 'बेबी' फिल्म की रिलीज़ से पहले ही कह दिया था कि यह फिल्म पाकिस्तान के विरुद्ध नहीं है। इसके बावजूद 'पीके' को हाथों हाथ लेने वाले पाकिस्तान ने 'बेबी' को अपने देश में रिलीज़ नहीं होने दिया। 'बेबी' में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया है। लेकिन, सन्देश साफ़ है। सीमा पार से बड़े आतंकवादी संगठन भारत पर निगाहें गड़ाए हुए हैं। भारत के शासक ज़ुबानी जमा खर्च करने के अलावा कुछ नहीं कर रहे। ऐसे में, जबकि फिल्म में हफ़ीज़ सईद की दाढ़ी वाला आतंकवादी 'बेबी' में दिखाया गया है, पाकिस्तान फिल्म को कैसे होने दे सकता था। अक्षय कुमार की गणतंत्र दिवस वीकेंड में रिलीज़ हुई फिल्म 'बेबी' एक अच्छी देशभक्तिपूर्ण थ्रिलर फिल्म है। अजय सिंह राजपूत और उसकी टीम बेबी विदेश में भारत पर घात लगा कर बैठे आतंकवादियों का सफाया करती रहती है। वह इन आतंकियों को विदेश में घुस कर मारने में कोताही नहीं बरतती। फिल्म इस मायने में बड़ी अच्छी है कि यह फिल्म अंडरकवर एजेंट की स्थिति, राज नेताओं का दोगलापन और मंत्रालयों के स्टाफ में शहीदों के प्रति अवमानना दर्शाती है। नीरज पाण्डेय ने अपनी थ्रिलर फिल्म का एक एक फ्रेम बहुत खूब लिखा और फिल्माया है। 'बेबी' १५९ मिनट लम्बी है, लेकिन एक सेकंड को भी भटकती नहीं। दर्शकों में अगले फ्रेम को देखने की उत्सुकता बनी रहती है। फिल्म की शूटिंग काठमांडो, अबु धाबी और इस्तांबुल में होने के कारण फिल्म में वास्तविकता बनी रहती है। मुंबई में एक आतंकवादीयों के मददगार और मुसलमानों के नेता को उसके मोहल्ले में घेरने वाला दृश्य थ्रिल पैदा करता है। नीरज पाण्डेय ने अक्षय कुमार के करैक्टर के ज़रिये फिल्म को विवादित होने से बचा लिया है। मौलाना रशीद रहमान की अपने समर्थकों के सामने तकरीर का दृश्य भी बढ़िया बना है। रहमान को अबु धाबी से भारत लाने का सीक्वेंस रोमांचक है। गृह मंत्री के पीए के मुंह पर अक्षय का तमाचा तालियां बटोर ले जाता है।
'बेबी' नीरज पाण्डेय और अक्षय कुमार की जोड़ी की है। नीरज पाण्डेय ने अक्षय कुमार के चरित्र को ख़ास तरजीह दी है। अक्षय कुमार कहीं से भी बॉलीवुड के सुपर स्टार नहीं लगते। जहाँ अन्य बॉलीवुड सितारों की फ़िल्में उनकी मैंनेरिस्म पर भरोसा करती हैं, अक्षय कुमार की फ़िल्में उनके चरित्र पर भरोसा करती हैं। स्पेशल २६ और अब बेबी में अक्षय कुमार यह साबित करते हैं कि अगर कंटेंट चाहिए तो अक्षय कुमार की फिल्म देखों। बेबी में अक्षय कुमार के अलावा डैनी डैंग्जोप्पा का फ़िरोज़ अली खान का चरित्र लेखक की चतुराई दर्शाने वाला है। इस चरित्र के कारण ही नीरज पाण्डेय को मुसलमानों को पाक साफ़ बताने के लिए नाहक भाषणबाज़ी नहीं करनी पड़ी ? डैनी ने फ़िरोज़ के करैक्टर को सहजता से किया है। फिल्म में अनुपम खेर कुछ ख़ास करते नज़र नहीं आते। फिल्म में राणा डग्गुबाती और तापसी पन्नू के चरित्र साउथ की ऑडियंस को आकर्षित करने के लिए क्रिएट किये गए लगते हैं। पाकिस्तान के मिकाल ज़ुल्फ़िकार और रशीद नाज़ अपने अपने करैक्टर के साथ न्याय करते हैं। मधुरिमा तुली के लिए बेबी एक मौका थी, जिसे उन्होंने जाने नहीं दिया। केके मेनन और सुशांत सिंह कुछ ख़ास नहीं।
फिल्म में नाच गीत नहीं रख कर,रफ़्तार को रुकने नहीं दिया गया है। सुदीप चटर्जी का कैमरा लॉन्ग शॉट और क्लोज अप शॉट के ज़रिये दृश्यों पर पकड़ बनाये रखता है। श्री नारायण सिंह की कैंची का कमाल ही है कि १५९ मिनट की फिल्म भी पकड़ बनाये रखती है। विक्की सिडाना ने चरित्रों के अनुरूप कलाकारों को चुना है। विज़ुअल इफेक्ट्स और साउंड इफेक्ट्स का इस फिल्म में ख़ास महत्त्व था। इस लिए इस डिपार्टमेंट की पूरी टीम बधाई के काबिल है। स्टंट्स में अब्बास अली मुग़ल का ह्यूगो बरिल्लेर और सायरिल रफ्फैल्ली ने बढ़िया साथ दिया है।
तो गणतंत्र दिवस है.… झंडा फहराईये और फिर निकल जाइये निकट के सिनेमाघर में बेबी देखने।
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फिल्म समीक्षा
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Saturday, 24 January 2015
उड़ जायेगा आयुष्मान खुराना !
फिल्म हवाईजादे के गीत 'उड़ जायेगा' का वीडियो। इस गीत में सुखविंदर और रणदीप भास्कर की आवाज़ है। संगीतकार संजय धाकड हैं।
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'और देवदास' सुधीर मिश्रा के लिए पार्टी का राहुल भट्ट का 'फितूर'
लोकप्रिय टीवी सीरियल 'हिना ' के समीर यानि राहुल भट को सीरियल के दौरान ही उमेश मिश्रा की फिल्म 'यह मोहब्बत है' मिल गयी थी। फिल्म फ्लॉप रही। दूसरी कॉमेडी फिल्म 'नयी पड़ोसन' के चलने का फायदा राहुल को नहीं मिल सका। नई पड़ोसन २००३ में रिलीज़ हुई थी। इसके बाद राहुल भट एकदम बेकार हो गए। वह दस साल बेकार बैठे रहे। फिर अनुराग कश्यप ने उन्हें लेकर थ्रिलर 'अग्ली' बनाई। २०१३ में पूरी हो जाने के बावजूद यह फिल्म लम्बे समय तक रिलीज़ ही नहीं हो सकी। 'अग्ली' २०१४ के अंत में रिलीज़ हुई। राहुल के काम की प्रशंसा भी हुई। तब तक, राहुल भट की निकल पड़ी थी । उन्हें सुधीर मिश्रा की 'और देवदास' मिल गयी। यह फिल्म शरतचन्द्र चटर्जी के उपन्यास 'देवदास' का आधुनिक राजनीतिक संस्करण है। राहुल भट नेता देवदास की भूमिका कर रहे हैं। उनके पास अभिषेक कपूर उर्फ़ 'काई पो चे' गट्टू की फिल्म 'फितूर' भी है। यह फिल्म भी राजनीतिक पृष्ठभूमि पर है। कश्मीर की पृष्ठभूमि पर 'फितूर' में राहुल भट पाकिस्तान की महरूम प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के बेटे बिलवाल भुट्टो का किरदार कर रहे हैं। इस फिल्म में वह कटरीना कैफ के अपोजिट हैं। इससे साफ़ है कि उनके दिन बहुर रहे हैं। उन्हें सशक्त भूमिकाएं मिलने लगी हैं। ऐसे में उनका शानदार जश्न मनाना स्वाभाविक था। उन्होंने सुधीर मिश्रा को शानदार पार्टी देकर यह जश्न मनाया। आखिर वह राहुल को नेता देवदास बनाने वाले फिल्मकार जो हैं !
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ये ल्लों !!!
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अब बिग बी की आवाज़ में राष्ट्र गान
इस गणतंत्र दिवस को ख़ास बनाने के लिए 'षमिताभ' की टीम कुछ ख़ास कर रही हैं। कविवर रवीन्द्रनाथ टैगोर की रचना जन गण मन को अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज़ दी हैं। इस राष्ट्रगान का फिल्मांकन भी बिग बी पर टैगोर के कलकत्ता स्थित घर पर किया जायेगा। यह वीडियो कविवर को फिल्म की यूनिट की तरफ से श्रद्धांजलि है ही, इसका उपयोग फिल्म 'षमिताभ' के प्रचार में भी क्या जायेगा। इरादा राष्ट्रगान जन गण मन की जानकारी देश और दुनिया को देना भी है। 'षमिताभ' के निर्देशक आर बाल्की कहते हैं, "यह काफी आश्चर्य की बात है कि अब तक राष्ट्रगान को रवीन्द्रनाथ टैगोर के घर क्यूँ नहीं फिल्माया गया ! अमिताभ बच्चन की आवाज में यह गान भारतीय सिनेमा का राष्ट्रीय गान के भक्ति भाव होगा।" राष्ट्रीयगान को अपनी आवाज़ देने के बारे में अमिताभ बच्चन ने कहा" मेरे लिए बड़ी गर्व की बात है कि राष्ट्रीय गान को मेने अपनी आवाज दी है। इस गीत को गाते समय में भावनाओ बह गया था। देश भक्ति में डूबी मेरी आँखों में आंसू में उतर आये थे।"
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Friday, 23 January 2015
दिल्ली में लांच हुआ जय जवान जय किसान का म्यूजिक (फोटो)
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फोटो फीचर
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हिन्दू मुस्लिम एकता पर फिल्म है 'इंटरनेशनल हीरो'
इंटरनेशनल हीरो एक छोटे बजट की एक फिल्म है। इस मे कोई नामचीन एक्टर नहीं है। लेकिन, फिल्म का विषय हिन्दू मुस्लिम एकता पर मज़बूत और समसामयिक सन्देश देने वाला है। फिल्म के निर्माता संजय निरंजन को अपनी फिल्म पर भरोसा है। उन्हें विश्वास है कि यह फिल्म किसी भी बड़ी फिल्म से ज्यादा अच्छा बिज़नेस करेगी। इंटरनेशनल हीरो में चक दे! इंडिया और अब तक छप्पन जैसी फिल्म में सशक्त भूमिका करने वाले अभिनेता नकुल वैद मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में उनकी नायिका गुरलीन चोपड़ा हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत हिंदी फिल्म इंडियन बाबू से की। कुछ तो गड़बड़ है और भागमभाग जैसी फिल्मों के बावजूद गुरलीन का बॉलीवुड में करियर गड़बड़ ही रहा। इस समय वह तमिल और पंजाबी फिल्मों में व्यस्त हैं। वह कोई नौ साल बाद किसी हिंदी फिल्म में फिर नज़र आएंगी। इन दोनों के अलावा, इंटरनेशनल हीरो में जतिन ग्रेवाल, कादर खान, शगुफ्ता अली, शाहबाज़ खान, शिवा, पुनीत इस्सर आदि भी ख़ास भूमिका में हैं। इंटरनेशनल हीरो के लेखक, निर्माता और निर्देशक संजय निरंजन ही हैं। यह फिल्म अगले सप्ताह समस्त भारत में प्रदर्शित हो रही है।
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कर्णप्रिय संगीत के चार शानदार दशक
शेमारू एंटरटेनमेंट के बॉक्स सेट 'द ग्लोरियस डिकेडस' अपने टाइटल की तरह शानदार है। बारह डीवीडी के इस सेट में पचास के दशक से अस्सी के दशक तक के संगीत के मौलिक गीतों के वीडियो को शामिल किया गया है। प्रत्येक दशक के १०१ गीत ३-३ डीवीडी के सेट में शामिल है। इस प्रकार से दर्शकों को १९५०, १९६०, १९७० और १९८० के दशक के लोकप्रिय और कर्णप्रिय १०१ गीतों के वीडियो के ज़रिये देखने-सुनने का मौका मिलेगा। इस प्रकार संगीत प्रेमी १२ डीवीडी में ४०४ मधुर गीतों का आनंद ले सकेंगे।
हिंदी फिल्मों के संगीत में १९५० का दशक स्वर्ण काल माना जाता है। इस दशक में विभिन्न संगीतकारों ने फिल्म संगीत में नए नए प्रयोग किये। नौशाद और शंकर-जयकिशन ने 'ऑर्केस्ट्रा' का इस्तेमाल करना शुरू किया। एस डी बर्मन और सलिल चौधरी लोक धुनों का थोड़े पाश्चात्य लय में मिश्रण कर संगीत बना रहे थे। मदन मोहन और ओ पी नय्यर ने इन सबसे हट कर अपनी पहचान बनाई। इस दौर में लता मंगेशकर, मोहम्मद रफ़ी और मुकेश शीर्ष पर थे।
अस्सी के दशक को बिजली सी चमक और धमक वाले संगीत का दशक कहा जाता है। यह वह समय था जब सनी देओल, कुमार गौरव, संजय दत्त, आदि सितारा पुत्रों ने बॉलीवुड फिल्मों के सिंहासन पर कब्ज़ा ज़माने की कोशिश की। मिथुन चक्रवर्ती के आने पर बप्पी लाहिरी का डिस्को युवाओं में क्रेज बन गया। बप्पी लाहिरी ने लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए कीर्तिमान संख्या में फिल्मों में संगीत दिया। इस दौर में उन्हें आरडी बर्मन और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के समकक्ष रखा गया।
इस सेट के तमाम गीत देखते सुनते समय श्रोता संगीत का फर्क समझ सकेंगे। इसमे कोई शक नहीं कि इन चारों दशकों का संगीत लुभाने, झुमाने और चकाचौंध करने वाला था। इस डीवीडी सेट के हर दशक के सेट को अलग अलग भी खरीदा जा सकता है।
हिंदी फिल्मों के संगीत में १९५० का दशक स्वर्ण काल माना जाता है। इस दशक में विभिन्न संगीतकारों ने फिल्म संगीत में नए नए प्रयोग किये। नौशाद और शंकर-जयकिशन ने 'ऑर्केस्ट्रा' का इस्तेमाल करना शुरू किया। एस डी बर्मन और सलिल चौधरी लोक धुनों का थोड़े पाश्चात्य लय में मिश्रण कर संगीत बना रहे थे। मदन मोहन और ओ पी नय्यर ने इन सबसे हट कर अपनी पहचान बनाई। इस दौर में लता मंगेशकर, मोहम्मद रफ़ी और मुकेश शीर्ष पर थे।
साठ का दशक रोमांस का दशक था। मीठा रोमांस भरा संगीत दर्शकों को लुभा रहा था। इस दशक में आशा भोंसले को ओ पी नय्यर का संरक्षण मिला। वह बहन लता मंगेशकर के साथ बॉलीवुड फिल्मों के गीतों की मुख्य पार्श्व गायिका बन गयी। किशोर कुमार भी अभिनय को किनारे कर, गायिकी में रम रहे थे।
सचिन दा के बेटे राहुल देव बर्मन ने सत्तर के दशक के हिंदी फिल्म संगीत की दिशा ही बदल दी। सस्पेंस और रोमांस से भरपूर हिंदी फिल्मों के निर्माताओं के वह पसंदीदा संगीतकार थे। नय्यर के बाद आरडी बर्मन उर्फ़ पंचम ने आशा भोंसले की आवाज़ का बढ़िया उपयोग किया। कहा जा सकता है कि पंचम ने भारतीय संगीत को देखने वाली दृष्टि ही बदल दी। इसी दौर में, लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल की जोड़ी भारत की मिटटी में रची बसी धुनों को लोकप्रिय बना रहे थे। अस्सी के दशक को बिजली सी चमक और धमक वाले संगीत का दशक कहा जाता है। यह वह समय था जब सनी देओल, कुमार गौरव, संजय दत्त, आदि सितारा पुत्रों ने बॉलीवुड फिल्मों के सिंहासन पर कब्ज़ा ज़माने की कोशिश की। मिथुन चक्रवर्ती के आने पर बप्पी लाहिरी का डिस्को युवाओं में क्रेज बन गया। बप्पी लाहिरी ने लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए कीर्तिमान संख्या में फिल्मों में संगीत दिया। इस दौर में उन्हें आरडी बर्मन और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के समकक्ष रखा गया।
इस सेट के तमाम गीत देखते सुनते समय श्रोता संगीत का फर्क समझ सकेंगे। इसमे कोई शक नहीं कि इन चारों दशकों का संगीत लुभाने, झुमाने और चकाचौंध करने वाला था। इस डीवीडी सेट के हर दशक के सेट को अलग अलग भी खरीदा जा सकता है।
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दिल्ली और मुंबई में सरकारी बाबुओं और नेताओं ने भी देखी 'बेबी' (फोटो)
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
पब्लिक टॉयलेट में चेंज करना पड़ा आयुष्मान को
अपनी अपकमिंग फिल्म हवाईजादा में आयुष्मान खुराना एक ऐसे साइंटिस्ट का किरदार निभा रहें हैं, जिन्होंने राइट ब्रदर्स से पहले ही एयरक्राफ्ट की रचना कर दी थी। इस फिल्म की शूटिंग वेस्ट बंगाल, बिहार और गुजरात के रिमोट एरिया में की गई है । रिमोट एरिया में शूटिंग करना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। इस दौरान एक्टर्स को कई बार अपने कंफर्टजोन से निकलना पड़ता है। हाल ही में हवाईजादा की शूटिंग के दौरान आयुष्मान खुराना को भी इसी प्रॉब्लम से गुजरना पड़ा। आयुष्मान को शूटिंग के लिए अपनी कॉस्ट्यूम एक पब्लिक और काम चलाऊ टॉयलेट में जाकर बदलना पड़ा, क्योंकि उस एरिया में वेनिटी वैन लेकर जाना नामुमकिन था। प्रॉडक्शन टीम भी यह मानती है कि आयुष्मान बेहद सपोर्टिव एक्टर हैं। उन्होंने शॉट के लिए तुरंत पब्लिक टॉयलेट में जाकर बिना किसी कंपलेन के ड्रेस चेंज कर लिया। फिल्म के डायरेक्टर विभु पुरी इस सिचुएशन से काफी शर्मिंदा थे, वे कहते हैं, "मुझे काफी बुरा लग रहा है कि आयुष्मान को पब्लिक एरिया के टॉयलेट में जाना पड़ा। वे काफी सपोर्टिव और प्रफेशनल हैं, उन्हें सिर्फ शॉट बेहतर हो इसी से मतलब होता था।"
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ये ल्लों !!!
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