डीसी कॉमिक्स की किताबों का दूसरा कॉमिक करैक्टर एक्वामैन का है। एक्वामैन पहली बार १९४१ में मोर फन कॉमिक्स में दिखाई दिया था । पॉल नॉरिस और मोर्ट वेईसिंगर के इस करैक्टर को जस्टिस लीग ऑफ़ अमेरिका के स्थापक सदस्य के बतौर मुख्य स्थान दिया गया । पचास और साठ के दशक में एक्वामैन करैक्टर वाले कॉमिक बुक संस्करण प्रकाशित हुए । एक्वामैन को बड़े परदे पर १९६७ में एनिमेटेड सीरीज में स्थान मिला । जहाँ तक लाइव करैक्टर का सवाल है इसी साल रिलीज़ फिल्म बैटमैन वर्सेज सुपरमैन: डॉन ऑफ़ जस्टिस में दूसरे सुपर हीरो के साथ एक्वामैन को भी जगह दी गई । अब एक्वामैन को बतौर सोलो हीरो फिल्म एक्वामैन में पेश किया जा रहा है । डॉन ऑफ़ जस्टिस में एक्वामैन का किरदार करने वाले अभिनेता जैसन ममोया ही २७ जुलाई २०१८ में रिलीज़ के लिए निर्धारित फिल्म में एक्वामैन का किरदार करेंगे । एक्वामैन का निर्देशन सॉ, डेड साइलेंस, द कन्ज्यूरिंग १ और कन्ज्यूरिंग २ तथा इंसीडयूयस इनसिडियस चैप्टर १ और २ के निर्देशक जेम्स वान ही एक्वामैन का निर्देशन करेंगे । जेम्स को हॉरर फिल्मों में महारत हासिल है । हालाँकि, एक्वामैन उनकी अब तक की फिल्मों की शैली से बिलकुल अलग है । एक्वामैन अपेक्षाकृत कम सुपर पॉवर रखने वाला करैक्टर है । इसमे हास्य का पुट भी है । इस लिए, जेम्स वान ने अपने लेखकों से इस करैक्टर की फिल्म में डरावने तत्व शामिल करने के लिए कहा है । इस प्रकार से यह कम शक्ति वाला सुपरमैन दूसरे सुपर पावर कैरेक्टरों के साथ दर्शकों को पसंद आएगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 31 July 2016
डरायेगा भी एक्वामैन
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एक पिछत्तर साल की युवती है वंडर वुमन !
हॉलीवुड से दो और
सुपर हीरो किरदार दुनिया जीतने आ रहे है। यह किरदार मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की देन नहीं
है। डीसी कॉमिक्स के दो सुपरमैन किरदारों
पर दो फिल्में २०१७ और २०१८ में रिलीज़ होंगी । पहला किरदार वंडरवुमन का है । इस
करैक्टर पर फिल्म का निर्माण पैटी जेन्किन्स कर रहे हैं। इस फिल्म में अभिनेत्री
गाल गैडोट वंडर वुमन के किरदार में हैं। कॉमिक्स करैक्टर वंडर वुमन एक योद्धा
राजकुमारी का है। यह जस्टिस लीग की सदस्य है। इस कॉमिक करैक्टर का जन्म दिसंबर १९४१ में आल स्टार कॉमिक्स के पन्नो पर
हुआ था। तब से इस करैक्टर को कॉमिक्स
बुक्स के पन्नों पर आते हुए ७५ साल हो गए हैं। एक प्रकार से कहा जा सकता है कि योद्धा राजकुमारी डायना प्रिन्सेस उर्फ़
वंडर वुमन ७५ साल की युवती है। उसका युद्ध कौशल उसे किसी युवा से कम पेश नहीं
करता। लेकिन, २ डी, ३ डी और आइमैक्स ३ डी के परदे पर ३० अप्रैल १९८५ को जन्मी इस्राइली
एक्ट्रेस गाल गैडोट कर रही हैं। वंडर
वुमन को रुपहले परदे पर आते आते सत्तर साल
से अधिक हो गए। वंडर वुमन को केंद्र में
रख कर एक एनीमेशन फिल्म वंडर वुमन २००९ में रिलीज़ हुई थी। लेकिन, यह फिल्म भी बड़े परदे के बजाय सीधे डीवीडी पर रिलीज़ हुई। वंडरवुमन को सबसे पहले देखा गया १९ मार्च को रिलीज़ फिल्म बैटमैन वर्सेज सुपरमैन:
डॉन ऑफ़ जस्टिस में ब्रूस वेन की साथी की बतौर । अमेज़ॉन में एक प्लेन क्रैश होता है। उसका पायलट स्टीव ट्रेवर डायना
प्रिन्सेस को बताता है कि जल्द ही विश्व युद्ध छिड़ने वाला है। डायना अपना घर छोड़
कर वंडर वुमन का किरदार ओढ़ कर दुनिया को विश्व युद्ध से बचाने के लिए निकल पड़ती
है। इस फिल्म में पायलट स्टीव स्ट्रेवर की
भूमिका में क्रिस पाइन, कनिए नीलसन क्वीन
हिप्पोटिला, रोबिन राइट जनरल
एंटीओप और लूसी डेविस एटा कैंडी के किरदार में नज़र आएंगी। वंडर वुमन का कुल बजट १५० मिलियन डॉलर का
है। यह फिल्म २ जून २०१७ को वार्नर
ब्रदर्स द्वारा पूरी दुनिया में रिलीज़ किया जायेगा।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जब फिल्म अभिनेत्रियाँ बन जाती हैं माँ !
फिल्म अभिनेत्री
करीना कपूर खान के माँ बनने की अटकलें काफी दिनों से लगाईं जा रही थी। अंततः
करीना कपूर ने खुद के गर्भवती होने का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही, करीना ने यह भी ऐलान किया कि वह बच्चे के जन्म से
पहले तक घर में बैठी नहीं रहेंगी। इसी दौरान डायरेक्टर शशांक घोष की फिल्म वीरे
दि वेडिंग का ऐलान हुआ था। इस फिल्म की नायिका करीना कपूर थी। पर करीना कपूर का
दिसम्बर में माँ बनाने का ऐलान इस फिल्म के आड़े नहीं आया था। इस फिल्म की कहानी ऐसी है कि करीना कपूर का गर्भ
फिल्म की कहानी को सपोर्ट करने वाला है। इस प्रकार से करीना कपूर टेलर मेड रोल के
कारण फिल्मों में काम कर सकती थी। लेकिन, यहाँ सवाल यह उठता है कि क्या शादी के बाद सक्रिय रहने वाली करीना
कपूर, बच्चे के जन्म के
बाद भी इतनी ही सक्रिय रह सकेगी ?
याद आते हैं दो ऐलान
यहाँ याद आते हैं दो
ऐलान ! करीना कपूर को नायिका बना कर फिल्म राम-लीला बनाने का ऐलान संजय लीला
भंसाली ने किया था। इसी के बाद करीना कपूर के सैफ अली खान के साथ शादी करने का
ऐलान भी हो गया। यह भंसाली के लिए चौंकाने वाली खबर थी। वह नहीं चाहते थे, राम-लीला की लीला का किरदार कोई विवाहित
अभिनेत्री करे। उन्होंने यह कहते हुए कि ‘लीला कोई शादीशुदा अभिनेत्री नहीं बन सकती’ करीना कपूर को फिल्म से बाहर कर दिया। करीना
कपूर अपने घाव सहलाती रह गई। दूसरा ऐलान मधुर भंडारकर का है। मधुर भंडारकर
ऐश्वर्या राय बच्चन को लेकर हीरोइन का निर्माण करने जा रहे थे। फिल्म का कुछ शूट
हो चुका था। कांस फिल्म फेस्टिवल में इसके टुकड़े दिखाए भी गए। लेकिन, हीरोइन की पोस्टर की रिलीज़ के दिन प्रेगनेंसी बम
फोड़ा अमिताभ बच्चन ने। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐश्वर्या राय के गर्भवती
होने की सूचना दी। यह मधुर के लिए बड़ा झटका था। उनकी फिल्म की शूटिंग अभी शुरू
ही हुई थी। शूटिंग के दौरान ऐश्वर्या का उभरा पेट फिल्म की ग्लैमरस नायिका पर बुरा प्रभाव डालता। मधुर ने अपना रोष प्रकट करते हुए ऐश्वर्या
को बाहर का रास्ता दिखा दिया। उनकी जगह करीना कपूर खान आ गई।
इससे साफ़ है कि
राम-लीला के समय अभिनेत्री का शादीशुदा होना ही गज़ब था। लेकिन, हीरोइन आते आते यह गर्भ पर आकर ठहर गया। उस समय
घबराये फिल्म निर्माताओं ने अपनी फिल्मों की रोमांस में डूबी या निकट भविष्य में शादी कर रही
अभिनेत्रियों के लिए अनुबंध में नो प्रेगनेंसी क्लॉज़ रखवाना शुरू कर दिया। लेकिन,
अब वीरे दि वेडिंग की निर्माता रिया कपूर
बेबी बंप के साथ करीना कपूर को स्वीकार कर रही है। सवाल यह है कि क्या इससे कोई
ट्रेंड बदलेगा ? सबसे बड़ी बात क्या
अब फिल्म निर्माता विवाहित या गर्भवती अभिनेत्री को दर्शक स्वीकार करेंगे ?
शादी तक क्यों
पहुंचे रियल रोमांस
हिंदी फिल्मों की
रोमांटिक नायिका बनाने वाली हिंदी फिल्म अभिनेत्रियाँ अगर रोमांस में डूबी हुई हैं
तो कौन बड़ी बात ! लेकिन, उसके रोमांस की खबरे जहाँ फिल्म को पब्लिसिटी दिलाती हैं, वहीँ शादी की खबर बैड पब्लिसिटी साबित होती है। यही कारण था कि साठ-सत्तर के दशक की फिल्मों की रोमांटिक नायिकाएं जब तक फिल्मों
में नायिका बनती रही, शादी की खबरों से
दूर रही। जैसे ही उनका करियर ढलान पर आया उन्होंने शादी करना मंज़ूर कर लिया। यही
कारण था कि शादी करने के बाद वैजयंतीमाला, जयाप्रदा, श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित, आदि तमाम ग्लैमर गर्ल्स फिल्मों को अलविदा कह गई। उस समय मान्यता थी कि शादी की खबर से जुड़ते ही अभिनेत्री दर्शकों के बीच अपना आकर्षण और
ग्लैमर खो बैठती है। फिल्मों से दूर हो जाने का भय फिल्म अभिनेत्रियों को कितना सताता
होगा, इसका अंदाजा इसी से
लगाया जा सकता है कि महिमा चौधरी, श्रीदेवी, कोंकणासेन शर्मा,
सारिका, सेलिना जेटली, वीणा मलिक, आदि ने अपने गर्भ की खबरों को तब तक छुपाये रखा,
जब तक शादी कर फिल्मों को अलविदा न कह दी।
शादी के बाद- अलविदा
नंदा और आशा पारेख
जैसी अभिनेत्रियाँ कम हैं, जिन्होंने कभी शादी नहीं की। हालाँकि, उनके रोमांस की खबरें काफी सुर्ख हुई। लेकिन,
इस दौर की दूसरी जिन अभिनेत्रियों ने
विवाह किया, फिल्मों की तरह पीठ
कर ली। सायरा बानो ने दिलीप कुमार के साथ निकाह पढ़ने के बाद फिल्मों का रुख नहीं
किया। बबिता और नीतू सिंह कपूर खानदान की बहू बन कर फिल्मों से दूर हो गई। अमृता
सिंह ने सैफ का घर बसा कर बच्चे पैदा करना ही ठीक समझा। मीनाक्षी ‘हीरो’ शेषाद्री, युक्ता मुखी,
नम्रता शिरोढ़कर, मन्दाकिनी, गायत्री जोशी, आदि ने तो शादी के बाद बॉलीवुड क्या देश ही छोड़ दिया। शादी के बाद फिल्मों को हमेशा के लिए अलविदा कहने वाली अभिनेत्रियों में ट्विंकल
खन्ना, हनी ईरानी और इसी
साल असिन के नाम शामिल हैं।
शादी के बाद भी
सक्रिय !
जहाँ, सायरा बानो, बबिता, नीतू सिंह, मीनाक्षी शेषाद्री,
युक्ता मुखी, मन्दाकिनी, नम्रता शिरोढ़कर, गायत्री जोशी, ट्विंकल खन्ना, असिन, आदि ने फिल्मों को
अलविदा कह दी। वहीँ भाग्यश्री और डिंपल
कपाडिया ने शादी और माँ बनने के बाद फिल्मों में वापसी की। लेकिन, भाग्यश्री बिलकुल फ्लॉप हो गई। अमृता सिंह ने
शूट आउट एट लोखंडवाला में चरित्र भूमिकाओं से वापसी की। नीलिमा अज़ीम टीवी सीरियल
करने लगी। सोनाली बेंद्रे, रवीना टंडन, शिल्पा शेट्टी, आदि अभिनेत्रियाँ आजकल फिल्मों के लिए हाथ पैर मार रही हैं। यह
अभिनेत्रियाँ टीवी पर सक्रिय ज़रूर हैं। माधुरी दीक्षित दो फिल्मों गुलाब गैंग और
डेढ़ इश्किया कर चुकी हैं। वह भी टीवी पर रियलिटी शो जज करती देखी जाती हैं।
शादी के बाद नायिका
जहाँ तक शादी के बाद
फिल्मों की नायिका बनाने की बात है, बहुत सी अभिनेत्रियाँ शादी के बाद भी सफल हुई। परिणीता, कहानी, डर्टी पिक्चर, आदि फिल्मों की नायिका विद्या बालन के करियर पर शादी के बाद भी कोई
फर्क नहीं पडा। चित्रांगदा सिंह भी शादी के बाद फिल्मों की नायिका बनी। उन्हें
तो शिरीष कुंदर ने जोकर में एक आइटम करवा दिया। पुराने ज़माने की तमाम नायिकाएं विवाहित थी। नूतन का विवाह १९५९ ही हो गया था। लेकिन, वह इसके बाद सूरत और सीरत, बसंत, मंज़िल, छलिया, बंदिनी, दिल ही तो है, तेरे घर के सामने, खानदान, मिलन, लाट साहब, यादगार, आदि हिट फिल्मों की नायिका बनी। ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी का निकाह कमाल अमरोही से १९५२ में हो गया था। लेकिन, मीना कुमारी ने १९५३ में फिल्म परिणीता का कालजयी करैक्टर लोलिता किया। उनकी बतौर नायिका सुपर हिट फ़िल्में शादी के बाद ही आई। श्यामा ने १९५३ में फली मिस्त्री से शादी के बाद धूप छाँव, आरपार, खानदान, छूमंतर, भाई भाई, शारदा, आदि फ़िल्में बतौर नायिका की। इसी प्रकार, नलिनी जयवंत, बीना राय, माला सिन्हा, शर्मीला टैगोर, आदि अभिनेत्रियां शादी के बाद भी हिंदी फिल्मों की सफल नायिकाएं बनी रहीं। नर्गिस ने सुनील दत्त के साथ शादी के बाद फिल्मों को अलविदा कह दी थी। लेकिन, शादी के लंबे समय बाद रात और दिन करके राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।
क्यों नकारते हैं दर्शक !
आजकल ग्लैमर का ज़माना है। शादी के बाद अभिनेत्री का ग्लैमर फीका पड़ जाता है। इसलिए, यह अभिनेत्रियां खालिस रोमांस भूमिकाओं के योग्य नहीं रहती। लेकिन, अगर परिपक्व भूमिकाएं हो और स्क्रिप्ट में दम हो तो दर्शक इन्हें स्वीकार भी करता है। काजोल लम्बे समय बाद फना में अंधी
नायिका के रूप में आई और सफल हुई। अलबता, उनकी दूसरी कमज़ोर फिल्म दिलवाले बुरी तरह पिटी। श्रीदेवी की इंग्लिश
विन्ग्लिश से वापसी सफल हुई। ऐश्वर्य राय बच्चन ने शादी के बाद जज्बा और सरबजीत जैसी नायिका प्रधान फ़िल्में की। यह फ़िल्में फ्लॉप हुई।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 30 July 2016
टी सीरीज के 'अरमान'- प्यार माँगा है
टी सीरीज ३ अगस्त को एक अगला सिंगल प्यार माँगा है जारी करने जा रहा है। यह सिंगल गायक अरमान मलिक का है। उनका साथ नीति मोहन ने दिया है। अभिजीत की धुनों पर बोल मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं। इस सिंगल के वीडियो में ज़रीन खान और अली फज़ल ने अभिनय किया है। इस एल्बम को जॉर्जिया की खूबसूरत लोकेशन पर फिल्माया गया है। तो इंतज़ार कीजिये ३ अगस्त को प्यार माँगा है का।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
एक पिछत्तर साल की युवती है वंडर वुमन !
हॉलीवुड से एक और सुपर हीरो किरदार दुनिया को जीतने के लिए आ रहा है। इस बार, यह किरदार मार्वल सिनेमेटिक यूनिवर्स की देन नहीं है। डीसी कॉमिक्स के इस सुपरमैन किरदार पर पैटी जेन्किन्स वंडर वुमन का निर्माण कर रहे हैं। इस फिल्म में अभिनेत्री गाल गैडोट वंडर वुमन के किरदार में हैं। कॉमिक्स करैक्टर वंडर वुमन एक योद्धा राजकुमारी का है। यह जस्टिस लीग की सदस्य है। इस कॉमिक करैक्टर का जन्म दिसंबर १९४१ में आल स्टार कॉमिक्स के पन्नो पर हुआ था। तब से इस करैक्टर को कॉमिक्स बुक्स के पन्नों पर आते हुए ७५ साल हो गए हैं। एक प्रकार से कहा जा सकता है कि योद्धा राजकुमारी डायना प्रिन्सेस उर्फ़ वंडर वुमन एक ७५ साल की युवती है। उसका युद्ध कौशल उसे किसी युवा से काम पेश नहीं करता। लेकिन, २ डी, ३ डी और आइमैक्स ३ डी के परदे पर ३० अप्रैल १९८५ को जन्मी इस्राइली एक्ट्रेस गाल गैडोट कर रही हैं। वंडर वुमन को रुपहले परदे पर आते आते सत्तर साल से अधिक हो गए। वंडर वुमन को केंद्र में रख कर एक एनीमेशन फिल्म वंडर वुमन २००९ में रिलीज़ हुई थी। लेकिन, यह फिल्म भी बड़े परदे के बजाय सीधे डीवीडी पर रिलीज़ हुई। वंडर वुमन वुमन को सबसे पहले देखा गया इस साल १९ मार्च को फिल्म बैटमैन वर्सेज सुपरमैन: डॉन ऑफ़ जस्टिस में ब्रूस वेन की साथी के बतौर । अमेज़ॉन में एक प्लेन क्रैश होता है। उसका पायलट स्टीव ट्रेवर डायना प्रिन्सेस को बताता है कि जल्द ही विश्व युद्ध छिड़ने वाला है। डायना अपना घर छोड़ कर वंडर वुमन का किरदार ओढ़ कर दुनिया को विश्व युद्ध से बचाने के लिए निकल पड़ती है। इस फिल्म में पायलट स्टीव स्ट्रेवर की भूमिका में क्रिस पाइन, कनिए नीलसन क्वीन हिप्पोटिला, रोबिन राइट जनरल एंटीओप और लूसी डेविस एटा कैंडी के किरदार में नज़र आएंगी। वंडर वुमन का कुल बजट १५० मिलियन डॉलर का है। यह फिल्म २ जून २०१७ को वार्नर ब्रदर्स द्वारा पूरी दुनिया में रिलीज़ किया जायेगा।
Labels:
Gal Gadot,
Hollywood,
Wonder Woman
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 28 July 2016
महाश्वेता देवी की कहानी पर बनी थी संघर्ष
बांगला लेखिका
महाश्वेता देवी का आज ९० साल की आयु में निधन हो गया। महाश्वेता देवी की रचनाओं
पर कुछ यादगार और बहुप्रशंसित फिल्मों का निर्माण हुआ है। हिंदी दर्शकों को, पहली बार महाश्वेता देवी की कलम से बजरिया रुपहला पर्दा रुबरु होने का मौका मिला हरमन सिंह
रवैल की फिल्म संघर्ष से। २७ जुलाई १९६८ को रिलीज़ यह फिल्म महाश्वेता देवी की लघु
कथा लाय्ली आसमानेर अयना पर आधारित थी। यह फिल्म वाराणसी की मशहूर ठगी और ठगों के
दो गुटों के बीच संघर्ष पर थी। इस फिल्म में दिलीप कुमार, वैजयंतीमाला, जयंत, बलराज
साहनी, संजीव कुमार, उल्हास और इफ़्तेख़ार जैसे सशक्त अभिनेताओं ने दमदार अभिनय किया
था। लेकिन, यह फिल्म फ्लॉप हुई थी। निर्देशक कल्पना लाजमी ने महाश्वेता देवी की
एक अन्य लघु कथा पर फिल्म रुदाली का निर्माण किया। डिंपल कपाडिया, राज बब्बर,
राखी और अमजद खान की मुख्य भूमिका वाली यह फिल्म ऑस्कर की विदेशी फिल्मों की
श्रेणी के लिए भेजी गई। महाश्वेता देवी के १९७५ में प्रकाशित पुस्तक मदर ऑफ़ १०८४
पर गोविन्द निहलानी ने हजार चौरासी की माँ का निर्माण किया था। यह फिल्म एक ऐसी
माँ की कहानी थी, जिसका पुत्र नक्सल आन्दोलन में अपनी जान गंवा देता है। इस फिल्म
में जया बच्चन ने माँ की भूमिका की थी। इस फिल्म ने १९९८ में बेस्ट फीचर फिल्म का
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। उनकी एक दूसरी लघु कथा चोली के पीछे पर एक इतालवी
फिल्म डायरेक्टर इटालोस्पिनेली ने फिल्म गंगोर का निर्माण किया। इस फिल्म को
बंगाली, संथाली और इंग्लिश में बनाया गया। यह फिल्म इतालवी भाषा में डब कर इटली
के फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई। मशहूर फिल्म अभिनेता अमोल पालेकर की पत्नी चित्रा
पालेकर ने महाश्वेता देवी की कहानी बायेन पर मराठी फिल्म माती माय का निर्माण किया
था। महाश्वेता देवी की रचनाओं पर बनी यह सभी फ़िल्में सशक्त चरित्रों और समाज को
निशाना बनाते कथानकों के कारण चर्चा में रहीं। उन्हें श्रद्धांजलि।
Labels:
श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 27 July 2016
बॉलीवुड फिल्मों में मशहूर हत्याकांडों की सनसनी !
इस मशहूर हत्याकांड पर कई किताबें लिखी गई और हिंदी फ़िल्में बनाई गई । अभिनेता सुनील दत्त ने अपने प्रोडक्शन हाउस की नींव इसी हत्याकांड पर फिल्म ये रास्ते हैं प्यार के से रखी । फिल्म के निर्देशक आर के नय्यर थे । सुनील दत्त (नानावटी), रहमान (प्रेम आहूजा) और लीला नायडू (सिल्विया) की मुख्य भूमिका वाली यह रियल लाइफ मर्डर फिल्म फ्लॉप हुई । ये रास्ते हैं प्यार के के बाद इस ट्रायल पर १९७३ में गुलज़ार ने अचानक फिल्म का निर्माण किया । विनोद खन्ना, लिली चक्रवर्ती और ओम शिवपुरी की केंद्रीय भूमिका वाली यह फिल्म हिट साबित हुई । १२ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही अक्षय कुमार की फिल्म रुस्तम भी इसी हत्याकांड पर फिल्म है । अभिनेत्री और फिल्म निर्माता पूजा भट्ट की फिल्म लव अफेयर भी मोटामोटी इसी हत्याकांड पर बनाई जा रही है ।
ज़ाहिर है कि ५७ साल
बाद भी प्रेम आहूजा हत्याकांड हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को हौंट कर रहा है । क्योंकि,
इस हत्याकांड की कहानी में जांबाज़ भारतीय
सैन्य अधिकारी है, अवैध प्रेम सम्बन्ध
हैं, अखबारी सुर्ख़ियों से
भारी सनसनी है और नायक के प्रति भरपूर सहानुभूति के क्षण भी । हिंदी फिल्मों को
ऐसे ही मामलों की तलाश होती है । हत्या अपराध में जहां अपराध होता है, वहीँ सनसनी भी होती है । कहानी जानने में दर्शकों
की उत्सुकता भी होती है । इसीलिए, काफी हिंदी फ़िल्में रियल लाइफ हत्याकांडों पर बनाई गई । इनमे ज्यादा सफल हुई और बुरी तरह से असफल भी ।
आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में।
आयुषी हत्याकांड पर
तलवार और रहस्य –
२००८ में नॉएडा के आयुषी तलवार हत्याकांड पर बॉलीवुड ने दो फ़िल्में बनाई । हालाँकि, मनीष गुप्ता की फिल्म रहस्य शुरुआत में आयुषी हत्याकांड पर लगती थी । लेकिन, फिर वह ट्रैक छोड़ कर एक आम हत्या-रहस्य फिल्म बन कर रह गई । वहीँ, विशाल भरद्वाज द्वारा निर्मित और लिखित फिल्म तलवार में इस हत्याकांड का लेखक ने खुद ट्रायल किया था । फिल्म में इंगित करते हुए सवाल उठाये गए थे । इस फिल्म को मीडिया ने काफी उछला भी । इसलिए, अचानक बनाने वाले गुलज़ार की बेटी मेघना की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही ।
२००८ में नॉएडा के आयुषी तलवार हत्याकांड पर बॉलीवुड ने दो फ़िल्में बनाई । हालाँकि, मनीष गुप्ता की फिल्म रहस्य शुरुआत में आयुषी हत्याकांड पर लगती थी । लेकिन, फिर वह ट्रैक छोड़ कर एक आम हत्या-रहस्य फिल्म बन कर रह गई । वहीँ, विशाल भरद्वाज द्वारा निर्मित और लिखित फिल्म तलवार में इस हत्याकांड का लेखक ने खुद ट्रायल किया था । फिल्म में इंगित करते हुए सवाल उठाये गए थे । इस फिल्म को मीडिया ने काफी उछला भी । इसलिए, अचानक बनाने वाले गुलज़ार की बेटी मेघना की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही ।
नॉट अ लव स्टोरी –
मई २००८ में टीवी एग्जीक्यूटिव नीरज ग्रोवर का भी १९५९ के सूरी हत्याकांड की तरह मर्डर हुआ था । लेफ्टिनेंट एम एल जेरोम मैथ्यू ने अपनी अभिनेत्री दोस्त के साथ नीरज की हत्या कर दी थी । इतना ही नहीं दोनों ने नीरज की लाश के छोटे छोटे टुकडे कर फेंक दिए थे । इस मामले पर निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने नॉट अ लव स्टोरी टाइटल वाली फिल्म का निर्माण किया था । धीमे और क्रूर दृश्यों के कारण यह फिल्म काफी बोझिल हो गई थी । माही गिल, दीपक डोबरियाल और अजय गेही अभिनीत यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी ।
मई २००८ में टीवी एग्जीक्यूटिव नीरज ग्रोवर का भी १९५९ के सूरी हत्याकांड की तरह मर्डर हुआ था । लेफ्टिनेंट एम एल जेरोम मैथ्यू ने अपनी अभिनेत्री दोस्त के साथ नीरज की हत्या कर दी थी । इतना ही नहीं दोनों ने नीरज की लाश के छोटे छोटे टुकडे कर फेंक दिए थे । इस मामले पर निर्देशक रामगोपाल वर्मा ने नॉट अ लव स्टोरी टाइटल वाली फिल्म का निर्माण किया था । धीमे और क्रूर दृश्यों के कारण यह फिल्म काफी बोझिल हो गई थी । माही गिल, दीपक डोबरियाल और अजय गेही अभिनीत यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी ।
मैं और चार्ल्स-
भारतीय पिता और विएतनामी माँ की संतान चार्ल्स शोभराज को भारत से नफ़रत थी । लेकिन, फ्रांस में कुख्यात अपराधी बनने वाले चार्ल्स के नसीब में भारतीय जेल ही थी । सत्तर-अस्सी के दशक में दुनिया, ख़ास तौर पर भारतीय पुलिस को छका मारने वाले चार्ल्स शोभराज को खूबसूरत औरतों की हत्या करने के कारण बिकिनी किलर भी कहा जाता था । इसी करैक्टर पर प्रवाल रमण की फिल्म थी मैं और चार्ल्स । इस फिल्म को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर निखिल कुमार की दृष्टि से बनाया गया था । फिल्म में चार्ल्स शोभराज की भूमिका रणदीप हूडा ने की थी । इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिली ।
भारतीय पिता और विएतनामी माँ की संतान चार्ल्स शोभराज को भारत से नफ़रत थी । लेकिन, फ्रांस में कुख्यात अपराधी बनने वाले चार्ल्स के नसीब में भारतीय जेल ही थी । सत्तर-अस्सी के दशक में दुनिया, ख़ास तौर पर भारतीय पुलिस को छका मारने वाले चार्ल्स शोभराज को खूबसूरत औरतों की हत्या करने के कारण बिकिनी किलर भी कहा जाता था । इसी करैक्टर पर प्रवाल रमण की फिल्म थी मैं और चार्ल्स । इस फिल्म को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर निखिल कुमार की दृष्टि से बनाया गया था । फिल्म में चार्ल्स शोभराज की भूमिका रणदीप हूडा ने की थी । इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिली ।
पांच-
अनुराग कश्यप की फिल्म पांच १९७६-७७ के दौर के कुख्यात सीरियल किलर जोशी –अभ्यंकर पर आधारित थी । यह फिल्म पांच सदस्यों वाले बैंड के सदस्यों के एक अपहरण करने और फिर हत्या कर देने पर आधारित थी । इसके बाद हत्या, दगाबाजी और प्रतिशोध का सिलसिला चल निकलता है । भारतीय सेंसर ने इस फिल्म को सर्टिफिकेट देने से साफ़ इनकार कर दिया था ।
अनुराग कश्यप की फिल्म पांच १९७६-७७ के दौर के कुख्यात सीरियल किलर जोशी –अभ्यंकर पर आधारित थी । यह फिल्म पांच सदस्यों वाले बैंड के सदस्यों के एक अपहरण करने और फिर हत्या कर देने पर आधारित थी । इसके बाद हत्या, दगाबाजी और प्रतिशोध का सिलसिला चल निकलता है । भारतीय सेंसर ने इस फिल्म को सर्टिफिकेट देने से साफ़ इनकार कर दिया था ।
जॉली एलएलबी-
यह फिल्म एक रईस के लडके संजीव नंदा द्वारा तेज़ रफ़्तार गाड़ी से लोगों को कुचलने प्रियदर्शिनी हत्याकांड पर मोटे तौर पर आधारित थी । फिल्म के डायरेक्टर और लेखक सुभाष कपूर ने इस फिल्म को अरशद वारसी, सौरभ शुक्ल और बोमन ईरानी के मध्यम से सहज कॉमेडी के तौर पर पेश किया था । यहाँ कोर्ट की परिस्थितियों पर भी टिपण्णी करती थी । अब इस फिल्म के सीक्वल बनाए जाने की खबर है ।
यह फिल्म एक रईस के लडके संजीव नंदा द्वारा तेज़ रफ़्तार गाड़ी से लोगों को कुचलने प्रियदर्शिनी हत्याकांड पर मोटे तौर पर आधारित थी । फिल्म के डायरेक्टर और लेखक सुभाष कपूर ने इस फिल्म को अरशद वारसी, सौरभ शुक्ल और बोमन ईरानी के मध्यम से सहज कॉमेडी के तौर पर पेश किया था । यहाँ कोर्ट की परिस्थितियों पर भी टिपण्णी करती थी । अब इस फिल्म के सीक्वल बनाए जाने की खबर है ।
नो वन किल्ड जेसिका-
यह फिल्म भी १९९९ में दिल्ली के एक बार में बार गर्ल जेसिका लाल की एक नेता के बेटे मनु शर्मा द्वारा हत्या किये जाने की घटना पर आधारित थी । राजकुमार गुप्ता की यह फिल्म ख़ास तौर पर मानवीय संवेदना का चित्रण करने वाली फिल्म थी । इस फिल्म में विद्या बालन और रानी मुख़र्जी का बेहतरीन अभिनय था । नो वन किल्ड जेसिका को अच्छी सफलता मिली थी ।
यह फिल्म भी १९९९ में दिल्ली के एक बार में बार गर्ल जेसिका लाल की एक नेता के बेटे मनु शर्मा द्वारा हत्या किये जाने की घटना पर आधारित थी । राजकुमार गुप्ता की यह फिल्म ख़ास तौर पर मानवीय संवेदना का चित्रण करने वाली फिल्म थी । इस फिल्म में विद्या बालन और रानी मुख़र्जी का बेहतरीन अभिनय था । नो वन किल्ड जेसिका को अच्छी सफलता मिली थी ।
द स्टोन मैन मर्डर-
अस्सी दशक में मुंबई के फूटपाथ पर सोने वालों का आतंक का दशक था । कोई सिरफिरा आदमी बड़े नुकीले पत्थर की मदद से फूटपाथ पर सोये लोगों की हत्या करता था । इस किलर ने मुंबई पुलिस की नींद हराम कर दी थी । मनीष गुप्ता की इस फिल्म में के के मेनन, अरबाज़ खान, विक्रम गोखले और वीरेंदर सक्सेना ने पुलिस अधिकारीयों और सीरियल किलर की भूमिका की थी ।
अस्सी दशक में मुंबई के फूटपाथ पर सोने वालों का आतंक का दशक था । कोई सिरफिरा आदमी बड़े नुकीले पत्थर की मदद से फूटपाथ पर सोये लोगों की हत्या करता था । इस किलर ने मुंबई पुलिस की नींद हराम कर दी थी । मनीष गुप्ता की इस फिल्म में के के मेनन, अरबाज़ खान, विक्रम गोखले और वीरेंदर सक्सेना ने पुलिस अधिकारीयों और सीरियल किलर की भूमिका की थी ।
एक्सीडेंट ऑन हिल
रोड-
महेश नायर निर्देशित यह फिल्म हॉलीवुड फिल्म स्टक की ऑफिसियल रीमेक थी । लेकिन, स्टक वास्तव में शान्टे मलार्ड ट्रायल पर आधारित थी । मलार्ड अपनी तेज़ रफ़्तार कार से एक राहगीर को रौंद देती है । लेकिन, उस गरीब बेघर आदमी को चिकित्सा मदद पहुंचाने के बजाय अपनी कार की विंड स्क्रीन पर ही पडा हुआ लेकर अपने घर के गेराज में बंद कर देती है । जहाँ उस व्यक्ति ग्रेगरी ग्लेन बिग्स की व्यक्ति हो जाती है । मलार्ड को लम्बे ट्रायल के बाद दोषी मानते हुए पचास साल की सज़ा सुनाई जाती है । एक्सीडेंट ऑन हिल रोड में इंडियन मलार्ड की भूमिका सेलिना जेटली ने की थी । यह फिल्म फ्लॉप हुई थी ।
महेश नायर निर्देशित यह फिल्म हॉलीवुड फिल्म स्टक की ऑफिसियल रीमेक थी । लेकिन, स्टक वास्तव में शान्टे मलार्ड ट्रायल पर आधारित थी । मलार्ड अपनी तेज़ रफ़्तार कार से एक राहगीर को रौंद देती है । लेकिन, उस गरीब बेघर आदमी को चिकित्सा मदद पहुंचाने के बजाय अपनी कार की विंड स्क्रीन पर ही पडा हुआ लेकर अपने घर के गेराज में बंद कर देती है । जहाँ उस व्यक्ति ग्रेगरी ग्लेन बिग्स की व्यक्ति हो जाती है । मलार्ड को लम्बे ट्रायल के बाद दोषी मानते हुए पचास साल की सज़ा सुनाई जाती है । एक्सीडेंट ऑन हिल रोड में इंडियन मलार्ड की भूमिका सेलिना जेटली ने की थी । यह फिल्म फ्लॉप हुई थी ।
सिंस-
एक कैथोलिक पादरी एक सुंदर लड़की से प्रेम करने लगता है । दोनों के बीच सेक्सुअल रिलेशन कायम हो जाते हैं । नतीजे के तौर पर लड़की गर्भवती हो जाती है । जब वह लड़की पादरी से शादी करने के लिए दबाव डालती है तो वह उसे मार डालता है । केरल के एक चर्च के फादर द्वारा एक औरत का मर्डर करने के कारण पूरे देश में चर्चित हुई थी । विनोद पाण्डेय की इस कहानी पर फिल्म सिंस को ईसाई समुदाय द्वारा विरोध किया गया । सेंसर के जाल में फंसने के कारण फिल्म काफी देर से रिलीज़ हुई । इस फिल्म को भी ख़ास सफलता नहीं मिली ।
एक कैथोलिक पादरी एक सुंदर लड़की से प्रेम करने लगता है । दोनों के बीच सेक्सुअल रिलेशन कायम हो जाते हैं । नतीजे के तौर पर लड़की गर्भवती हो जाती है । जब वह लड़की पादरी से शादी करने के लिए दबाव डालती है तो वह उसे मार डालता है । केरल के एक चर्च के फादर द्वारा एक औरत का मर्डर करने के कारण पूरे देश में चर्चित हुई थी । विनोद पाण्डेय की इस कहानी पर फिल्म सिंस को ईसाई समुदाय द्वारा विरोध किया गया । सेंसर के जाल में फंसने के कारण फिल्म काफी देर से रिलीज़ हुई । इस फिल्म को भी ख़ास सफलता नहीं मिली ।
बवंडर-
राजस्थान के भटेरी गाँव की एक समाज सेविका भंवरी देवी के साथ सामूहिक बलात्कार किये जाने की घटना पर जग मूंधड़ा ने फिल्म बवंडर का निर्माण किया था । फिल्म के साथ ख़ास बात यह थी कि खुद बनवारी देवी ने इस फिल्म से खुद को दूर रखा था । फिल्म में भंवरी देवी के ऑन स्क्रीनकरैक्टर नंदिता दास ने किया था । इस फिल्म को समीक्षकों द्वारा सराहा गया । के सी बोकाडिया की मलिका शेरावत की मुख्य भूमिका वाली फिल्म डर्टी पॉलिटिक्स भी भंवरी देवी पर केन्द्रित फिल्म बताई जाती है ।
राजस्थान के भटेरी गाँव की एक समाज सेविका भंवरी देवी के साथ सामूहिक बलात्कार किये जाने की घटना पर जग मूंधड़ा ने फिल्म बवंडर का निर्माण किया था । फिल्म के साथ ख़ास बात यह थी कि खुद बनवारी देवी ने इस फिल्म से खुद को दूर रखा था । फिल्म में भंवरी देवी के ऑन स्क्रीनकरैक्टर नंदिता दास ने किया था । इस फिल्म को समीक्षकों द्वारा सराहा गया । के सी बोकाडिया की मलिका शेरावत की मुख्य भूमिका वाली फिल्म डर्टी पॉलिटिक्स भी भंवरी देवी पर केन्द्रित फिल्म बताई जाती है ।
मशहूर हत्याकांडों
पर बॉलीवुड की ज़्यादातर फ़िल्में ख़राब स्क्रिप्ट और मिस कास्टिंग का शिकार हुई थी ।
इन फिल्मों को सनसनी फैलाने और दर्शकों को आकर्षित करने के ख्याल से ही बनाया गया
था । काफी फ़िल्में अपने सेक्सुअल कंटेंट के कारण सेंसर की कैंची का शिकार भी हुई ।
सेंसर को इनकी ज्यादा हिंसा भी रास नहीं आई । इसके बावजूद नो वन किल्ड जेसिका,
बवंडर, अचानक, जॉली एलएलबी, आदि फिल्मों को सराहना भी मिली और दर्शक भी । दर्शकों का ध्यान आसानी
से खींचने के लिहाज़ से लगभग सभी फिल्मों को कामयाब कहा जा सकता है ।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कर्ट के बदले की कहानी किकबॉक्सर: वेंजन्स
मार्शल आर्ट्स के महारथी कर्ट और एरिक भाइयों की कहानी पर पहली फिल्म किकबॉक्सर १९८९ में रिलीज़ हुई थी। जीन-क्लौड वैन डैम और डेनिस अलेक्सियो की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म ने वैन डैम को विश्व स्तरीय मार्शल आर्ट्स फिल्म एक्टर के बतौर स्थापित कर दिया था। इस फिल्म की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि किकबॉक्सर के कई सीक्वल बनाए गए। डायरेक्टर जॉन स्टॉकवेल की फिल्म किकबॉक्सर: वेंजन्स मूल फिल्म का रिबूट या सेमी रीमेक बताई जा रही है। इस फिल्म में ओरिजिनल फिल्म के वन डैम है, लेकिन वह कर्ट की भूमिका में नहीं है। नई किकबॉक्सर में कर्ट और एरिक की भूमिका अलेन मोउसी और डैरेन शहलावी ने की है। वैन डैम मास्टर डुरांड की भूमिका में हैं। फिल्म किकबॉक्सर : वेंजन्स में एरिक की हत्या हो जाती है और कर्ट इस ह्त्या का बदला मार्शल आर्ट्स के ज़रिये लेने का प्राण करता है। यह फिल्म २ सितम्बर को रिलीज़ हो रही है। फिल्म के सीक्वल रिटैलशन का पहले ही ऐलान कर दिया गया है।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
स्कल आइलैंड में सबसे विशाल काँग !
अमेरिका से एक और मॉन्स्टर यानि दैत्य फिल्म आ रही है। इस फिल्म के निर्देशक जॉर्डन वॉट-रॉबर्ट्स हैं तथा फिल्म का नाम काँग: स्कल आइलैंड है। यह फिल्म मशहूर किंग कॉंग फ्रैंचाइज़ी की रिबूट फिल्म है। यह गॉडजिला- कॉंग फिल्म सीरीज में दूसरी क़िस्त होगी। वार्नर ब्रदर्स द्वारा २०१४ में इस सीरीज की पहली फिल्म गॉडजिला रिलीज़ की थी। लीजेंडरी एंटरटेनमेंट की काँग: स्कल आइलैंड में टॉम हिडलेस्टन, सैम्युएल एल जैक्सन, ब्री लार्सन, जैसन मिशेल, कोरी हॉकिंस, टॉबी केबल, टॉम विल्किंसन, थॉमस मंन, टेरी नोटरी, जॉन गुडमैन और जॉन सी राइली विभिन्न भूमिकाओं में हैं। १० मार्च २०१७ को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म में किंग काँग का ८३ साल पहले का इतिहास शामिल किया गया है। लेकिन, निर्देशक जॉर्डन वॉट-रॉबर्ट्स का वादा है कि इस फिल्म में दैत्याकार काँग का बहुत बड़ा करिश्मा शामिल होगा । स्टूडियो द्वारा इस फिल्म का जो चित्र जारी किया गया है, उसमे टॉम हिड्लेस्टन और ब्री लार्सन हड्डियों के ढेर के बीच विशाल खोपड़ी के अवशेष के नीचे खड़े दिखाए गए हैं। वॉट-रॉबर्ट्स कहते हैं, "खोपड़ी के विशाल आकार से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि अब तक पारम्परिक काँग को देखते आ रहे दर्शकों को क्या-कैसा काँग देखने को मिलेगा। हमारा कॉंग सिनेमा के इतिहास का सबसे विशाल काँग है।" इस ज़िक्र से पढ़ने वाले दर्शक कॉंग की विशालता का अनुमान लगाना चाहेंगे। इसे भांपते हुए वॉट आगे कहते हैं, "पीटर जैक्सन का कॉंग (किंग-कॉंग २००५) लगभग २५ फ़ीट का था। १९३३ की किंग काँग का कॉंग २५ से ५० फ़ीट के करीब था। लेकिन, हमारी फिल्म का कॉंग फिफ्टी प्लस का होगा। फिल्म में इसका आकार बदलता रहेगा। एम्पायर स्टेट बिल्डिंग पर यह सबसे बड़ा नज़र आएगा। आप कह सकते हैं कि १९७६ का काँग इसके आसपास कहीं था।" फिल्म की कहानी के अनुसार लैंडसैट प्रोग्राम के ज़रिये विश्व के विस्तार को नाप रहे नासा के वैज्ञानिक इस आइलैंड की खोज करते हैं। इसी के बाद दुनिया को इस विशाल आकृति का पता चलता है।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 26 July 2016
मुन्ना माइकल फिल्म की सितंबर में शुटिंग शुरू होगी
टायगर श्रॉफ को डान्स और एक्शन करतें हुए उनके चाहनेवाले देखना चाहतें हैं। और मुन्ना माइकल इस रोमँटिक म्युजिकल फिल्म में इन दो चीजों के अलावा बहोत कुछ ओर भी हैं। टायगर के सामने कौन होंगी, इस के लिए कई सारी अभिनेत्रीयों के नाम सामने आ रहें हैं।
टायगर की हिरोइन के लिए जहाँ एक तरफ कई अभिनेत्रीयों के नामों की चर्चा हो रहीं हैं। वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के अनुसार, अब फिल्ममेकर्स सिनेमा के लिए नयी हिरोइन की तलाश में टैलेंट हंट करने की खबर भी उड रहीं हैं।
इस बारे में, फिल्ममेकर्स कोई भी जानकारी बाहर आने नही दे रहें हैं। लेकिन फिल्म के सूत्रों के अनूसार, फिल्म की शुटिंग सितंबर में शुरू हो जाएगी। और यह टैलेंट हंट फिलहाल जोरशोर से जारी हैं।
निर्देशक शब्बीर खान कहते हैं, “जी हाँ, फिलहाल सिनेमा के लिए हम नयी लडकी को तलाश कर रहें हैं। और उसके लिए देश के अलग अलग शहरों में रहें कास्टिंग निर्देशकों ने नये चेहरों की ऑडिशन्स लेना शुरू भी कर दिया हैं। मैंने हमेशा से ही नये टैलेंट को मौका दिया हैं।“
नेक्स्ट जेन फिल्म्स के निर्माता विकी राजानी ने कहा, “शब्बीर ने इससे पहले की फिल्म हिरोपंती के जरीये टायगर श्रॉफ और क्रिती सेनॉन को इंडस्ट्री में लाँच किया था। मुझे पूरा विश्वास हैं, की वो फिल्म इंडस्ट्री को फिर एक बार जेन-एक्स स्टार देंगे। चंडीगढ, दिल्ली, मुंबई, चैन्नई, कोलकता और बैंगलोर में फिलहाल नये चेहरे को तलाश ने के लिए ऑडिशन्स चल रहीं हैं।
क्वान के फाऊंडर और मैनेंजिंग डायरेक्टर अनिरबान ब्लाह कहते हैं, “हमारे फिल्म इंडस्ट्री का फिलहाल सबसे बडा चैलेंज हैं, सुपरस्टार बनने की काबिलियत रहें, नये टैलेंट को ढूंढना। नेक्सट जेन फिल्म्स के साथ मिलकर, इस टैलेंट हंट के जरीये, भारत की नयी सुपरस्टार हिरोइन हम ढूंढ रहें हैं। मुन्ना माइकल फिल्म से जल्द ही आप भारत को नयी टैलेंटेड हिरोइन मिलते हुए आप देखेंगें।“
Labels:
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जॉन अब्राहम की फिल्म में अक्षय कुमार की 'ढिशूम'
निर्माता साजिद नाडियाडवाला की रोहित धवन
निर्देशित फिल्म ‘ढिशूम’ २९ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही है। इस एक्शन कॉमेडी
फिल्म में रोहित धवन के भाई और एक्टर वरुण धवन जॉन अब्राहम के साथ एक्शन जोड़ी में
नज़र आयेंगे। उनके हिस्से कॉमेडी सीन ज्यादा है। इस एक्शन फिल्म के एक सीन में
अभिनेता अक्षय कुमार बॉल शूटिंग करते नज़र आयेंगे। वाटर स्टंट वाले इस सीन में
अक्षय कुमार जेट स्की पर बैठे हुए हैं, उन्होंने काली वेस्ट जैकेट पहन रखी है, उनके बॉल पीछे की ओर बंधे हुए हैं। अक्षय कुमार ने अपनी इस फोटो को सोशल साइट्स
पर डालते हुए, अपने दोस्तों साजिद, जॉन, वरुण और जैकी (जैक्विलिन फ़र्नान्डिस) को ‘ढिशूम’ की सफलता के लिए शुभकामनायें
दी हैं। जॉन अब्राहम और वरुण धवन के पुलिस रोल वाली इस फिल्म में अक्षय खन्ना
लम्बे अरसे बाद फिल्मों में वापसी कर रहे हैं। फिल्म में उनका नेगेटिव किरदार होगा।
Labels:
Akshay Kumar,
खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 23 July 2016
बॉलीवुड की कैबरे गर्ल
पूजा भट्ट की फिल्म 'कैबरे ' के लिए कहा जा रहा है कि यह फिल्म बॉलीवुड में कैबरे को लोकप्रिय बनाने वाली डांसर हेलेन के जीवन पर है। इस फिल्म में हेलेन वाला किरदार ऋचा चड्डा कर रही हैं। ऋचा चड्डा के कैबरे डांसर बनने पर संदेह की गुंजाईश थी। उनमे ग्लैमर की कमी है। कैबरे में तो उत्तेजना काफी ज़रूरी होती है। हेलेन बिना अश्लील हुए उत्तेजना पैदा कर देती थी। क्या ऋचा चड्डा इस काम को सही तरीके से अंजाम दे पाएंगी ? कैबरे फिल्म में ऋचा चड्डा का जो कैबरे डांसर वाला पहला लुक जारी हुआ है, यह इसकी तस्दीक करता है कि वह सेन्सुअस लगती हैं। क्या ऋचा कभी बॉलीवुड फिल्मों के ज़रूरी तत्व कैबरे को नई ज़िन्दगी दे पाएंगी ? इसके लिए ज़रूरी है यह जानना कि बॉलीवुड में क्यों लोकप्रिय रहा था कैबरे और कैबरे डांसर ?
हेलेन : बॉलीवुड कैबरे क्वीन
ऐसे समय में जब कैबरे में हिंदी फिल्मों की कैबरे डांसर अभिनेत्री को केंद्र में रखा गया है, याद आ जाती हैं साठ के दशक और उसके बाद के दिनों के बॉलीवुड की कैबरे डांसरों की। एक हिट कैबरे डांस के लिए जितना अच्छा डांसर होना ज़रूरी है, उतना ही धमाकेदार तेज़ रफ़्तार पाश्चात्य संगीत, रोशनी से उजला सेट और डांसरों का ग्रुप भी ज़रूरी है। इस लिहाज़ से बॉलीवुड के कैबरे डांसर युग में राहुल देव बर्मन का संगीत, आशा भोसले की हस्की आवाज़ और हेलेन का डांस, परफेक्ट कॉम्बिनेशन हुआ करता था। आशा भोसले के टॉप कैबरे डांस गीत ये मेरा दिल, आओ न गले लग जाओ न, आज की रात कोई आने को है बेकरार, पिया तू अब तो आजा, ओ हसीना, आदि कैबरे गीत हेलेन पर ही फिल्माए गए हैं। हालाँकि, हेलेन, आशा भोसले और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने भी अच्छे कैबरे गीतों की रचना की। हालाँकि, हेलेन को बॉलीवुड की कैबरे गर्ल बनाने वाले गीत ओ पी नय्यर का संगीतबद्ध और गीता दत्त का गाया हुआ था। फिल्म थी शक्ति सामन्त की हावड़ा ब्रिज और गीत था मेरा नाम चुन चुन चिन। इसी फिल्म में मधुबाला पर आइये मेहरबान फिल्माया गया था। इसे आशा भोसले ने गाया था।
तबकी कैबरे डांसर
हेलेन से पहले कुकु को इस प्रकार के गीतों के कारण शोहरत मिली थी। हेलेन के समय में फरयाल नाम की डांसर भी अपने उत्तेजक डांस नंबरों के लिए जानी जाती थी। साठ के दशक में उनके कैबरे की धूम मचा करती थी। उन्हें यह शोहरत देव आनंद, अशोक कुमार, वैजयंती माला और तनूजा की फिल्म ज्वेल थीफ में कैबरे करने के बाद मिली। अरुणा ईरानी भी अपने कैबरे डांसों के कारण पहचानी गई। उनके अलावा शशिकला, बिंदु, जयश्री टी, लक्ष्मी छाया, आदि भी कैबरे डांस करती थी। हालाँकि, इस दौर में मुमताज़ ने भी धमाकेदार कैबरे किये। लेकिन वह लोकप्रिय हुई बतौर नायिका ही। ज़ीनत अमान का फिल्म 'क़ुरबानी' का आप जैसा कोई मेरी ज़िन्दगी में आये आज भी पॉपुलर कैबरे में शुमार किया जाता है।
आज की कैबरे डांसर
हिंदी में कैबरे का वह रूप तो दिखाई नहीं देता, जो साथ के दशक में था। अब हिंदी फिल्मों में कोई खालिस कैबरे डांसर किरदार नज़र नहीं आता। कोई कैबरे डांसर वैम्प भी अब फिल्मों का अंग नहीं होती। इसके बावजूद फिल्मों की नायिका कभी कभार कैबरे डांस करते या कैबरे डांसर की आड़ लेती नज़र आती हैं। इस लिहाज़ से पिछले साल की बड़ी फ्लॉप फिल्म बॉम्बे वेलवेट की अनुष्का शर्मा को याद किया जा सकता है। हालाँकि, वह इस फिल्म में कैबरे डांसर तो नहीं जैज़ सिंगर के किरदार में थी। २००७ की फिल्म ओम शांति ओम में फिल्म अभिनेत्री बनी दीपिका पादुकोण धूम तना गीत पर शाहरुख़ खान के साथ कैबरे डांसर कर रही थी। दीपिका की बाजीराव मस्तानी में साथी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने यशराज फिल्म्स की पीरियड फिल्म गुंडे में अस्सलाम-ए- इसकुम गीत पर तड़फड़ाता कैबरे किया था। प्रियंका चोपड़ा फिल्म शूट आउट ऐट वडाला और ज़ंजीर २०१५) में भी कैबरे कर चुकी हैं। करीना कपूर खान का फिल्म तलाश (आमिर खान और रानी मुख़र्जी की) में मुस्काने झूठी गीत पर कैबरे उत्तेजक बन पड़ा था। करीना कपूर ने अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन में हेलेन के कैबरे गीत ये मेरा दिल प्यार का दीवाना को काफी उत्तेजक तरीके से अंजाम दिया था। इन दोनों फिल्मों में उन्होंने एक कॉल गर्ल का किरदार किया था। तीस मार खान के शीला की जवानी और धूम ३ के कमली गीत से कैटरिना कैफ अच्छी कैबरे डांसर साबित होती थी।
लता मंगेशकर के छः कैबरे गीत
हेलेन : बॉलीवुड कैबरे क्वीन
ऐसे समय में जब कैबरे में हिंदी फिल्मों की कैबरे डांसर अभिनेत्री को केंद्र में रखा गया है, याद आ जाती हैं साठ के दशक और उसके बाद के दिनों के बॉलीवुड की कैबरे डांसरों की। एक हिट कैबरे डांस के लिए जितना अच्छा डांसर होना ज़रूरी है, उतना ही धमाकेदार तेज़ रफ़्तार पाश्चात्य संगीत, रोशनी से उजला सेट और डांसरों का ग्रुप भी ज़रूरी है। इस लिहाज़ से बॉलीवुड के कैबरे डांसर युग में राहुल देव बर्मन का संगीत, आशा भोसले की हस्की आवाज़ और हेलेन का डांस, परफेक्ट कॉम्बिनेशन हुआ करता था। आशा भोसले के टॉप कैबरे डांस गीत ये मेरा दिल, आओ न गले लग जाओ न, आज की रात कोई आने को है बेकरार, पिया तू अब तो आजा, ओ हसीना, आदि कैबरे गीत हेलेन पर ही फिल्माए गए हैं। हालाँकि, हेलेन, आशा भोसले और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने भी अच्छे कैबरे गीतों की रचना की। हालाँकि, हेलेन को बॉलीवुड की कैबरे गर्ल बनाने वाले गीत ओ पी नय्यर का संगीतबद्ध और गीता दत्त का गाया हुआ था। फिल्म थी शक्ति सामन्त की हावड़ा ब्रिज और गीत था मेरा नाम चुन चुन चिन। इसी फिल्म में मधुबाला पर आइये मेहरबान फिल्माया गया था। इसे आशा भोसले ने गाया था।
तबकी कैबरे डांसर
हेलेन से पहले कुकु को इस प्रकार के गीतों के कारण शोहरत मिली थी। हेलेन के समय में फरयाल नाम की डांसर भी अपने उत्तेजक डांस नंबरों के लिए जानी जाती थी। साठ के दशक में उनके कैबरे की धूम मचा करती थी। उन्हें यह शोहरत देव आनंद, अशोक कुमार, वैजयंती माला और तनूजा की फिल्म ज्वेल थीफ में कैबरे करने के बाद मिली। अरुणा ईरानी भी अपने कैबरे डांसों के कारण पहचानी गई। उनके अलावा शशिकला, बिंदु, जयश्री टी, लक्ष्मी छाया, आदि भी कैबरे डांस करती थी। हालाँकि, इस दौर में मुमताज़ ने भी धमाकेदार कैबरे किये। लेकिन वह लोकप्रिय हुई बतौर नायिका ही। ज़ीनत अमान का फिल्म 'क़ुरबानी' का आप जैसा कोई मेरी ज़िन्दगी में आये आज भी पॉपुलर कैबरे में शुमार किया जाता है।
आज की कैबरे डांसर
हिंदी में कैबरे का वह रूप तो दिखाई नहीं देता, जो साथ के दशक में था। अब हिंदी फिल्मों में कोई खालिस कैबरे डांसर किरदार नज़र नहीं आता। कोई कैबरे डांसर वैम्प भी अब फिल्मों का अंग नहीं होती। इसके बावजूद फिल्मों की नायिका कभी कभार कैबरे डांस करते या कैबरे डांसर की आड़ लेती नज़र आती हैं। इस लिहाज़ से पिछले साल की बड़ी फ्लॉप फिल्म बॉम्बे वेलवेट की अनुष्का शर्मा को याद किया जा सकता है। हालाँकि, वह इस फिल्म में कैबरे डांसर तो नहीं जैज़ सिंगर के किरदार में थी। २००७ की फिल्म ओम शांति ओम में फिल्म अभिनेत्री बनी दीपिका पादुकोण धूम तना गीत पर शाहरुख़ खान के साथ कैबरे डांसर कर रही थी। दीपिका की बाजीराव मस्तानी में साथी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने यशराज फिल्म्स की पीरियड फिल्म गुंडे में अस्सलाम-ए- इसकुम गीत पर तड़फड़ाता कैबरे किया था। प्रियंका चोपड़ा फिल्म शूट आउट ऐट वडाला और ज़ंजीर २०१५) में भी कैबरे कर चुकी हैं। करीना कपूर खान का फिल्म तलाश (आमिर खान और रानी मुख़र्जी की) में मुस्काने झूठी गीत पर कैबरे उत्तेजक बन पड़ा था। करीना कपूर ने अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन में हेलेन के कैबरे गीत ये मेरा दिल प्यार का दीवाना को काफी उत्तेजक तरीके से अंजाम दिया था। इन दोनों फिल्मों में उन्होंने एक कॉल गर्ल का किरदार किया था। तीस मार खान के शीला की जवानी और धूम ३ के कमली गीत से कैटरिना कैफ अच्छी कैबरे डांसर साबित होती थी।
लता मंगेशकर के छः कैबरे गीत
कैबरे गीतों के लिहाज़ से आशा भोसले परफेक्ट थी। हालाँकि, दीदी लता मंगेशकर की मौजूदगी में कैबरे जैसे उत्तेजक गीत गाना उनकी मज़बूरी थे। रोमांटिक, चुलबुले और दर्द भरे गीत गाने में लता मंगेशकर बेजोड़ थी। उनकी मौजूदगी में कौन आशा से लता के गए जा सकने वाले गीत गवाता। ज़ाहिर है कि लता कैबरे गीतों से परहेज करती होंगी, तभी ऐसे तमाम गीत आशा भोसले को मिली । लेकिन, लता के कुछ ऐसे गीत गवाह हैं कि अगर लता मंगेशकर इंकार न करती तो वह चटपटे-उत्तेजक कैबरे गीत भी गा सकती थी। आइये जानते हैं लता मंगेशकर के बेहद लोकप्रिय हुए कैबरे गीतों के बारे में-
इंतकाम- आ जान ए जां, आ मेरा यह हुस्न जवां- १९६९ में रिलीज़ इस फिल्म के गीत को लता मंगेशकर ने गाया था तथा यह गीत कैबरे क्वीन हेलेन का सबसे ज्यादा मशहूर कैबरे गीत है। अमूमन फिल्म निर्माता जानते थे कि लता मंगेशकर ऐसे गीतों को गाने से परहेज़ करती हैं। इंतकाम के संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारेलाल की जोड़ी थी। इस जोड़ी ने लता को समझाया कि उनके इस गीत से उन्हें परेशानी नहीं होगी, क्यों गीत की कम्पोजीशन उनकी शैली में की गई है तथा पूरी तरह से कलात्मक है। वास्तव में हुआ भी ऐसा ही।
गुमनाम- इस दुनिया में जीना हो तो सुन लो मेरी बात- इससे पहले लता मंगेशकर १९६५ में रिलीज़ हॉरर फिल्म गुमनाम के लिए एक कैबरे गीत गा चुकी थी। इस दुनिया में जीना हो तो सुन लो मेरी बात गीत को संगीतबद्ध किया था शंकर जयकिशन ने। यह गीत भी हेलेन के बिंदास करैक्टर मिस किटी पर फिल्माया गया था। हालाँकि, इसे विशुद्ध कैबरे नहीं कहा जा सकता है। फिर भी यह काफी हद तक कैबरे के निकट था।
वासना- जीने वाले झूम के मस्ताना हो के जी- साउथ के निर्देशक टी प्रकाशराव की फिल्म वासना के इस कैबरे गीत को लता मंगेशकर ने गाया था। फिल्म में राजकुमार, पद्मिनी, विश्वजीत और कुमुद छुगानी मुख्य भूमिका में थे। यह गीत हेलेन पर फिल्माया गया था। इस गीत को चित्रगुप्त ने संगीबद्ध किया था।
अप्रैल फूल- मेरा नाम रीता क्रिस्टीना- विश्वजीत और सायरा बानो की १९६४ में रिलीज़ रोमांटिक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म अप्रैल फूल के मेरा नाम रीता क्रिस्टीना को लता मंगेशकर ने गाया था। इस गीत को शंकर जयकिशन जोड़ी ने तैयार किया था। यह ऐसा गीत था, जो किसी कैबरे डांस करने वाली अभिनेत्री पर नहीं, बल्कि फिल्म की नायिका सायरा बानो पर फिल्माया गया था। फिल्म में सायरा कैबरे डांसर बन कर विलेन के अड्डे पर जाती हैं। यह गीत भी अपने समय के लोकप्रिय गीतों में शुमार किया जाता है।
नाईट इन लन्दन- और मेरा नाम है जमीला- लता मंगेशकर के गाये इस कैबरे गीत की धुन भी लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल ने बनाई थी। माला सिन्हा और विश्वजीत अभिनीत इस फिल्म का यह कैबरे गीत भी हेलेन पर फिल्माया गया था। यह कैबरे भी लता की गायिकी की शैली में तैयार किया गया था। ख़ास बात यह है कि इस गीत को एलपी की जोड़ी ने इंतकाम के कैबरे गीत से पहले ही कंपोज़ कर लिया था।
इंतक़ाम- महफ़िल सोयी, ऐसा कोई- इंतकाम के आ जाने जां गीत के धूम धड़ाके के बीच इसी फिल्म का महफ़िल सोयी, ऐसा कोई गीत उतना पॉपुलर नहीं हो सका। लता मंगेशकर के गए इस गीत का फिल्मांकन भी हेलेन पर किया गया था।
इंतकाम- आ जान ए जां, आ मेरा यह हुस्न जवां- १९६९ में रिलीज़ इस फिल्म के गीत को लता मंगेशकर ने गाया था तथा यह गीत कैबरे क्वीन हेलेन का सबसे ज्यादा मशहूर कैबरे गीत है। अमूमन फिल्म निर्माता जानते थे कि लता मंगेशकर ऐसे गीतों को गाने से परहेज़ करती हैं। इंतकाम के संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारेलाल की जोड़ी थी। इस जोड़ी ने लता को समझाया कि उनके इस गीत से उन्हें परेशानी नहीं होगी, क्यों गीत की कम्पोजीशन उनकी शैली में की गई है तथा पूरी तरह से कलात्मक है। वास्तव में हुआ भी ऐसा ही।
गुमनाम- इस दुनिया में जीना हो तो सुन लो मेरी बात- इससे पहले लता मंगेशकर १९६५ में रिलीज़ हॉरर फिल्म गुमनाम के लिए एक कैबरे गीत गा चुकी थी। इस दुनिया में जीना हो तो सुन लो मेरी बात गीत को संगीतबद्ध किया था शंकर जयकिशन ने। यह गीत भी हेलेन के बिंदास करैक्टर मिस किटी पर फिल्माया गया था। हालाँकि, इसे विशुद्ध कैबरे नहीं कहा जा सकता है। फिर भी यह काफी हद तक कैबरे के निकट था।
वासना- जीने वाले झूम के मस्ताना हो के जी- साउथ के निर्देशक टी प्रकाशराव की फिल्म वासना के इस कैबरे गीत को लता मंगेशकर ने गाया था। फिल्म में राजकुमार, पद्मिनी, विश्वजीत और कुमुद छुगानी मुख्य भूमिका में थे। यह गीत हेलेन पर फिल्माया गया था। इस गीत को चित्रगुप्त ने संगीबद्ध किया था।
अप्रैल फूल- मेरा नाम रीता क्रिस्टीना- विश्वजीत और सायरा बानो की १९६४ में रिलीज़ रोमांटिक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म अप्रैल फूल के मेरा नाम रीता क्रिस्टीना को लता मंगेशकर ने गाया था। इस गीत को शंकर जयकिशन जोड़ी ने तैयार किया था। यह ऐसा गीत था, जो किसी कैबरे डांस करने वाली अभिनेत्री पर नहीं, बल्कि फिल्म की नायिका सायरा बानो पर फिल्माया गया था। फिल्म में सायरा कैबरे डांसर बन कर विलेन के अड्डे पर जाती हैं। यह गीत भी अपने समय के लोकप्रिय गीतों में शुमार किया जाता है।
नाईट इन लन्दन- और मेरा नाम है जमीला- लता मंगेशकर के गाये इस कैबरे गीत की धुन भी लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल ने बनाई थी। माला सिन्हा और विश्वजीत अभिनीत इस फिल्म का यह कैबरे गीत भी हेलेन पर फिल्माया गया था। यह कैबरे भी लता की गायिकी की शैली में तैयार किया गया था। ख़ास बात यह है कि इस गीत को एलपी की जोड़ी ने इंतकाम के कैबरे गीत से पहले ही कंपोज़ कर लिया था।
इंतक़ाम- महफ़िल सोयी, ऐसा कोई- इंतकाम के आ जाने जां गीत के धूम धड़ाके के बीच इसी फिल्म का महफ़िल सोयी, ऐसा कोई गीत उतना पॉपुलर नहीं हो सका। लता मंगेशकर के गए इस गीत का फिल्मांकन भी हेलेन पर किया गया था।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉक्स ऑफिस को झिंझोड़ देते बॉलीवुड के 'ड्रैगन'
क्रिसमस २०१६ अभी
दूर है। लेकिन, बॉलीवुड ने क्रिसमस
२०१७ के लिए कमर कस ली लगती है। लम्बे समय से चर्चा में रही रणबीर कपूर की
सुपरहीरो फिल्म ड्रैगन की शूटिंग निर्देशक अयान मुख़र्जी इस साल के आखिरी में शुरू
कर देंगे। इस फिल्म को २५ दिसम्बर २०१७ को
रिलीज़ करने की योजना है। उधर, सलमान खान ने राजकुमार संतोषी की फिल्म को अपनी
हां कह दी है। इस फिल्म में सलमान खान की नायिका रणबीर कपूर की पूर्व गर्ल फ्रेंड
कटरीना कैफ होंगी। फिलहाल, राजकुमार संतोषी इस फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम कर
रहे है। लेकिन, चर्चा है कि संतोषी और खान दोनों ही अपनी फिल्म
क्रिसमस २०१७ वीकेंड में रिलीज़ करना चाहते हैं। आम तौर पर क्रिसमस वीकेंड आमिर खान
के लिए बुक रहता है। इस साल भी आमिर खान की फिल्म दंगल क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़
होगी। दंगल के बाद आमिर खान ने कोई फिल्म
साइन नहीं की है। हालाँकि, उन्होंने अद्वैत चौहान की फिल्म द सीक्रेट
सुपरस्टार की हरी झंडी दे दी है। लेकिन,
यह फिल्म इतनी ज़ल्दी शुरू भी नहीं होने जा
रही कि क्रिसमस २०१७ में रिलीज़ हो पाए।
पहला ऐलान
यहाँ बताते चलें कि बाजीराव-
मस्तानी की सफलता के तुरंत बाद, संजयलीला भंसाली ने मेवाड़ की रानी पद्मावती पर अपनी
ऐतिहासिक रोमांस फिल्म को क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ करने का फैसला किया था । आम तौर
पर आमिर खान के लिए सुरक्षित क्रिसमस वीकेंड पर पिछले साल शाहरुख़ खान की एक्शन
कॉमेडी फिल्म फिल्म दिलवाले, संजयलीला भंसाली की ऐतिहासिक रोमांस फिल्म ‘बाजीराव
मस्तानी से आ टकराई थी । खान को विश्वास था कि संजय अपनी राह बदल लेंगे । पर
आत्मविश्वास से लबरेज़ संजय ने तारिख नहीं बदली । नुकसान शाहरुख़ खान की फिल्म
दिलवाले को हुआ । इसके बावजूद शाहरुख़ खान आनंद एल राज की एक बौने की कहानी पर अनाम
फिल्म को क्रिसमस २०१७ पर रिलीज़ करना चाहते थे । इस लिए, एक बार फिर संजयलीला
भंसाली और शाहरुख़ खान की फिल्मों का टकराव साफ़ नज़र आ रहा था । अगर, ऐसा होता तो
क्या होता ? २५ दिसम्बर २०१७ को रणबीर कपूर, सलमान खान, शाहरुख़ खान और संजयलीला
भंसाली की फ़िल्में टकरा रही होती । लेकिन, इससे पहले ही संजयलीला भंसाली ने अपनी
ऐतिहासिक फिल्म को १८ दिसम्बर २०१७ को रिलीज़ करने का ऐलान कर दिया था, ताकि बाकी
के दो हफ़्तों का फायदा उठाया जा सके । उधर शाहरुख़ खान की बौने नायक वाली फिल्म भी
स्क्रिप्ट पर काम चलने के कारण ज़ल्द शुरू नहीं हो सकती थी ।
हॉलीडे वीकेंड से
सुपर स्टार
बॉलीवुड करे भी तो
क्या ! उसके कथित सुपर सितारों को भी हॉलिडे वीकेंड की दरकार होती है । एक्सटेंडेड
वीकेंड हो तो सोने पर सुहागा । क्योंकि, सप्ताह का पहला सोमवार ही इन सितारों पर
भारी पड़ता है । यही कारण है कि क्रिसमस, दीवाली, ईद, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र
दिवस, आदि दिवसों पर फिल्मों की रिलीज़ का ऐलान काफी पहले से होने लगा है । इस भगदड़
में बड़े बजट और बड़े सितारों वाली एकाधिक फ़िल्में रिलीज़ के लिए आ टकराती है । अगले
एक साल में ऐसे ही कुछ दिलचस्प मुकाबले देखने को मिल सकते हैं । आइये, जानने की
कोशिश करते हैं कि कौन सी दो फ़िल्में टकरा रही हैं किसी हॉलिडे वीकेंड पर –
स्वतंत्रता दिवस (१२
अगस्त) वीकेंड पर रुस्तम से मोहनजोदड़ो का टकराव- बॉलीवुड फिल्मों के लिहाज़ से
इंडिपेंडेंस डे वीकेंड सुपर सितारों का रहा है । आम तौर पर बॉलीवुड के सुपर
स्टार्स की फ़िल्में इस वीकेंड में रिलीज़ हुई । पिछले पांच सालों में यानि २०११ से
२०१५ तक अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण और मनोज बाजपेई की फिल्म
आरक्षण, सलमान खान और कटरीना कैफ की एक था टाइगर, अक्षय कुमार, इमरान खान और
सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा, अजय देवगन और करीना
कपूर की सिंघम रिटर्न्स और पिछले साल अक्षय कुमार, जैकी श्रॉफ, सिद्धार्थ
मल्होत्रा और जैकलिन फर्नांडीज की ब्रदर्स रिलीज़ हुई । आरक्षण और ब्रदर्स जहाँ औसत
बिज़नस कर सकी, वहीँ एक टाइगर और सिंघम रिटर्न्स सुपर हिट और वन्स अपॉन अ टाइम इन
मुंबई दुबारा फ्लॉप साबित हुई ।
इस साल दो फिल्मों का टकराव है । रुस्तम की रिलीज़
डेट १२ अगस्त पहले से ही तय थी, लेकिन मोहनजोदड़ो पीछे सरका दिए जाने के कारण १२
अगस्त को रिलीज़ हो रही है । एक पीरियड फिल्म है, दूसरी रियल लाइफ घटना पर फिल्म हैं
। मोहनजोदड़ो सिन्धु सभ्यता की शुरुआत को उकेरती है । वहीँ रुस्तम कभी पूरे देश में
चर्चित हुए बॉम्बे के १९५९ के मशहूर आहूजा हत्याकांड पर फिल्म थी । एक नेवी ऑफिसर
अपने दोस्त के बीवी के साथ अवैध रिश्तों के कारण हत्या कर देता है । इस विषय पर
सुनील दत्त ने फिल्म ये रास्ते हैं प्यार के बनाई थी । इस फ्लॉप फिल्म का निर्देशन
आर के नय्यर ने किया था । इस लिहाज़ से मोहनजोदड़ो और रुस्तम के बीच कड़ी टक्कर की
पूरी संभावना है ।
दिवाली पर अजय अजेय
दीवाली वीकेंड (२८
अक्टूबर) पर शिवाय से टकराएगी ऐ दिल है मुश्किल- दीवाली वीकेंड हमेशा से अजय देवगन
का रहा है । २०११ से पहले अजय देवगन दीवाली वीकेंड पर छाये रहते थे । २०११ में
पहली बार शाहरुख़ खान की फिल्म रा.वन रिलीज़
हुई । हालाँकि, इस फिल्म ने १०० करोड़ से ज्यादा का बिज़नस किया । लेकिन, बजट के
लिहाज़ से यह फिल्म फ्लॉप फिल्मों में शुमार हुई । २०१२ में शाहरुख़ खान की जब तक है
जान, अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ़ सरदार से टकराई । हालाँकि, दोनों ही फिल्मों ने
अच्छा बिज़नस किया, लेकिन दीवाली वीकेंड का पूरा फायदा इन दोनों ही फिल्मों को नहीं
मिल सका । पहली बार हृथिक रोशन की सुपर हीरो फिल्म कृष ३ दीवाली वीकेंड पर रिलीज़
हुई । दो साल के अंतराल में यह दूसरी सुपर हीरो फिल्म थी । रा.वन के मुकाबले कृष ३
को अच्छी सफलता मिली । २०१४ की दीवाली शाहरुख़ खान की हैप्पी न्यू इयर लेकर आई ।
बकवास फिल्म होने के बावजूद हैप्पी न्यू इयर ने १०० करोड़ क्लब में दाखिला लिया ।
पिछले साल सलमान खान और सोनम कपूर की सूरज बडजात्या निर्देशित फिल्म प्रेम रतन धन
पायो रिलीज़ हुई थी । इस फिल्म को भी अच्छी सफलता मिली । दीवाली २०१७ दो बड़े बजट की
फिल्मों के टकराव का गवाह बनने जा रही है । शिवाय के निर्देशक भी अजय देवगन हैं ।
यह भगवान् शिव के मानव स्वरुप को पेश करने वाली फिल्म है । इसके एक्शन ख़ास है ।
दिलीप कुमार की नातिन सायेशा का इस फिल्म से डेब्यू हो रहा है । डायरेक्टर करण
जौहर की फिल्म फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में सितारों की भरमार है । रणबीर कपूर,
ऐश्वर्या राय बच्चन, अनुष्का शर्मा, फवाद खान, इमरान अब्बास और लिसा हैडन जैसे
सितारों की भीड़ अजय देवगन की फिल्म को ज़बरदस्त टक्कर देंगी । लेकिन, इतना तय है कि
इनिशियल अजय देवगन की फिल्म को ही मिलेगा ।
टकराव टला
गणतंत्र दिवस वीकेंड
पर रईस टकराव के काबिल- शाहरुख़ खान ने सलमान खान से ईद २०१६ में टकराने का इरादा
छोड़ ज़रूर दिया । लेकिन, टकराव ने उनका साथ न छोड़ा । अब उनकी फिल्म रईस २६ जनवरी
२०१७ को रिलीज़ हो रही है । यानि, अब यह फिल्म हृथिक रोशन की संजय गुप्ता निर्देशित
फिल्म काबिल से टकराएगी । यह टकराव त्रिकोणीय हो जाता, अगर रितेश सिधवानी और फरहान
अख्तर की निर्माता जोड़ निर्माता भूषण कुमार से मिल कर उनकी अजय देवगन अभिनीत फिल्म
बादशाओ की रिलीज़ डेट टलवा नहीं देते । अब बादशाओ १२ मई २०१७ को रिलीज़ होगी । सोचिये
क्या होता, अगर यह सभी फ़िल्में एक साथ रिलीज़ हो गई होती ! बॉक्स ऑफिस को झिंझोड़ कर
रख देते बॉलीवुड के यह ड्रैगन हीरो ।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
मैट डैमन सुपर हीरो बनना चाहेंगे अगर...!
बॉर्न सीरीज की फिल्मों में अमरीकी एजेंट और शार्प शूटर जैसन बॉर्न का किरदार कर रहे मैट डैमन सुपर हीरो किरदार करना चाहेंगे। फिल्म जैसन बॉर्न के प्रचार के दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में मैट ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अब कोई सुपर हीरो बचा रह गया है। यहाँ बताते चलें की सिल्वर स्क्रीन पर फिल्म बैटमैन वेर्सेस सुपरमैन: डॉन ऑफ़ जस्टिस में बैटमैन का किरदार करने वाले बेन अफ्लेक मैट डैमन के घनिष्ठ मित्र है। वह फिल्म निर्देशक भी हैं। जब मैट से पूछा गया कि अगर बेन आपके पास कोई प्रपोजल लाये तो आप सुपर हीरो बनेंगे ? यह सवाल इस लिए पूछा गया था कि बेन अफलेक कुछ सालों में बैटमैन पर अपनी फिल्म बनाना चाहते हैं। इस पर मैट डैमन ने कहा, “अगर बेन डायरेक्ट करेंगे तो मैं कूद पडूंगा। मैं बेन के साथ फिल्म करना चाहूंगा. लेकिन...”, साथ ही मैट ने जोड़ा, “बेन की समस्या यह है कि वह जब भी कोई फिल्म निर्देशित करते हैं, अपने लिए बढ़िया रोल रख ले लेते हैं। इसलिए जब तक बेन यह वादा नहीं करते कि वह बढ़िया रोल देंगे, उनका कोई दोस्त उनकी फिल्म नहीं करेगा।" मैट डैमन की फिल्म जैसन बॉर्न पूरे विश्व में २९ जुलाई को रिलीज़ हो रही है।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
पॉल वॉकर की याद में फ़ास्ट एंड फ्यूरियस
फ़ास्ट एंड फ्यूरियस परिवार एक बार फिर पॉल वॉकर के लिए चैरिटी पर उतर आया है। फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८ की टीम ने पॉल वॉकर फाउंडेशन के लिए ज्यादा से ज्यादा धन जुटाने के लिए प्रशंसकों को अपनी लक साबित करने का मौका दिया है। यह मौका, फाउंडेशन के
लिए १० डॉलर या इससे ज्यादा का दान करने वाले प्रशंसकों में से किसी एक को दिया
जायेगा। इस योजना के तहत ऐसे चुने गए प्रशंसक को फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८ के सेट पर
पूरे दिन मौजूद रहने और फिल्म के कलाकारों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा। फ्यूरियस सीरीज की मशहूर कार रेस के बिहाइंड द सीन्स में रहने का मौका भी मिल सकता है और
मिशेल रोड्रिगुएज के साथ एक्शन करने का मौका भी। पॉल वॉकर फाउंडेशन वन्य जीवन
संरक्षण और समुद्रों की सफाई के लिए काम करता है। सीरीज के प्रमुख सदस्य विन डीजल पॉल वॉकर की इस लिगेसी को कायम रखना चाहते हैं। फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ८ की
पृष्ठभूमि न्यू यॉर्क सिटी और क्यूबा है। इस फिल्म की शूटिंग आइसलैंड में भी होगी। विन डीजल, टायर्स गिब्सन, लुडाक्रिस, मिशेल रोड्रिगुएज, जैसन स्टेथम, जॉर्डन ब्रूस्टर और कर्ट रसेल और ड्वेन जॉनसन के साथ क्रिस्टोफ़र हिव्जू, चार्लीज़ थेरोन और स्कॉट ईस्टवुड का फिल्म में डेब्यू हो
रहा है। क्रिस मॉर्गन की लिखी पटकथा का निर्देशन ऍफ़ गैरी ग्रे कर रहे हैं। यह
फिल्म १४ अप्रैल २०१७ को रिलीज़ होगी।
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉक्स ऑफिस को झिंझोड़ देंगे बॉलीवुड के 'ड्रैगन'
क्रिसमस
२०१६ के अभी चार महीने बाकी है। लेकिन, बॉलीवुड ने क्रिसमस २०१७ के लिए कमर कस
ली लगती है। लम्बे समय से चर्चा में रही रणबीर कपूर की सुपरहीरो फिल्म ड्रैगन की
शूटिंग निर्देशक अयान मुख़र्जी इस साल के आखिरी में शुरू कर देंगे। इस फिल्म को २५ दिसम्बर २०१७ को रिलीज़ करने की
योजना है। उधर, सलमान
खान ने राजकुमार संतोषी की फिल्म को अपनी हां कह दी है। इस फिल्म में सलमान खान की
नायिका रणबीर कपूर की पूर्व गर्ल फ्रेंड कटरीना कैफ होंगी। फिलहाल, राजकुमार संतोषी
इस फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम कर रहे है।
लेकिन, चर्चा है कि संतोषी और खान दोनों ही
अपनी फिल्म क्रिसमस २०१७ वीकेंड में रिलीज़ करना चाहते हैं। आम तौर पर क्रिसमस
वीकेंड आमिर खान के लिए बुक रहता है। इस साल भी आमिर खान की फिल्म दंगल क्रिसमस
वीकेंड पर रिलीज़ होगी। दंगल के बाद आमिर
खान ने कोई फिल्म साइन नहीं की है।
हालाँकि, उन्होंने अद्वैत चौहान की फिल्म द
सीक्रेट सुपरस्टार की हरी झंडी दे दी है।
लेकिन, यह फिल्म इतनी ज़ल्दी शुरू भी नहीं होने
जा रही कि क्रिसमस २०१७ में रिलीज़ हो पाए।
यहाँ
बताते चलें कि बाजीराव- मस्तानी की सफलता के तुरंत बाद, संजयलीला भंसाली ने मेवाड़
की रानी पद्मावती पर अपनी ऐतिहासिक रोमांस फिल्म को क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ करने
का फैसला किया था । आम तौर पर आमिर खान के लिए सुरक्षित क्रिसमस वीकेंड पर पिछले
साल शाहरुख़ खान की एक्शन कॉमेडी फिल्म फिल्म दिलवाले, संजयलीला भंसाली की ऐतिहासिक
रोमांस फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी से आ टकराई थी । खान को विश्वास था कि संजय अपनी
राह बदल लेंगे । पर आत्मविश्वास से लबरेज़ संजय ने तारिख नहीं बदली । नुकसान शाहरुख़
खान की फिल्म दिलवाले को हुआ । इसके बावजूद शाहरुख़ खान आनंद एल राज की एक बौने की
कहानी पर अनाम फिल्म को क्रिसमस २०१७ पर रिलीज़ करना चाहते थे । इस लिए, एक बार फिर
संजयलीला भंसाली और शाहरुख़ खान की फिल्मों का टकराव साफ़ नज़र आ रहा था । अगर, ऐसा
होता तो क्या होता ? २५ दिसम्बर २०१७ को रणबीर कपूर, सलमान खान, शाहरुख़ खान और
संजयलीला भंसाली की फ़िल्में टकरा रही होती । लेकिन, इससे पहले ही संजयलीला भंसाली
ने अपनी ऐतिहासिक फिल्म को १८ दिसम्बर २०१७ को रिलीज़ करने का ऐलान कर दिया था,
ताकि बाकी के दो हफ़्तों का फायदा उठाया जा सके । उधर शाहरुख़ खान की बौने नायक वाली
फिल्म भी स्क्रिप्ट पर काम चलने के कारण ज़ल्द शुरू नहीं हो सकती थी ।
बॉलीवुड
करे भी तो क्या ! उसके कथित सुपर सितारों को भी हॉलिडे वीकेंड की दरकार होती है ।
एक्सटेंडेड वीकेंड हो तो सोने पर सुहागा । क्योंकि, सप्ताह का पहला सोमवार ही इन
सितारों पर भारी पड़ता है । यही कारण है कि क्रिसमस, दीवाली, ईद, स्वतंत्रता दिवस,
गणतंत्र दिवस, आदि दिवसों पर फिल्मों की रिलीज़ का ऐलान काफी पहले से होने लगा है ।
इस भगदड़ में बड़े बजट और बड़े सितारों वाली एकाधिक फ़िल्में रिलीज़ के लिए आ टकराती है
। अगले एक साल में ऐसे ही कुछ दिलचस्प मुकाबले देखने को मिल सकते हैं । आइये, जानने
की कोशिश करते हैं कि कौन सी दो फ़िल्में टकरा रही हैं किसी हॉलिडे वीकेंड पर –
स्वतंत्रता
दिवस (१२ अगस्त) वीकेंड पर रुस्तम से मोहनजोदड़ो का टकराव-
बॉलीवुड फिल्मों के लिहाज़ से इंडिपेंडेंस डे वीकेंड सुपर सितारों का रहा है । आम तौर पर बॉलीवुड के सुपर स्टार्स की फ़िल्में इस वीकेंड में रिलीज़ हुई । पिछले पांच सालों में यानि २०११ से २०१५ तक अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण और मनोज बाजपेई की फिल्म आरक्षण, सलमान खान और कटरीना कैफ की एक था टाइगर, अक्षय कुमार, इमरान खान और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा, अजय देवगन और करीना कपूर की सिंघम रिटर्न्स और पिछले साल अक्षय कुमार, जैकी श्रॉफ, सिद्धार्थ मल्होत्रा और जैकलिन फर्नांडीज की ब्रदर्स रिलीज़ हुई । आरक्षण और ब्रदर्स जहाँ औसत बिज़नस कर सकी, वहीँ एक टाइगर और सिंघम रिटर्न्स सुपर हिट और वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दुबारा फ्लॉप साबित हुई । इस साल दो फिल्मों का टकराव है । रुस्तम की रिलीज़ डेट १२ अगस्त पहले से ही तय थी, लेकिन मोहनजोदड़ो पीछे सरका दिए जाने के कारण १२ अगस्त को रिलीज़ हो रही है । एक पीरियड फिल्म है, दूसरी रियल लाइफ घटना पर फिल्म हैं । मोहनजोदड़ो सिन्धु सभ्यता की शुरुआत को उकेरती है । वहीँ रुस्तम कभी पूरे देश में चर्चित हुए बॉम्बे के १९५९ के मशहूर आहूजा हत्याकांड पर फिल्म थी । एक नेवी ऑफिसर अपने दोस्त के बीवी के साथ अवैध रिश्तों के कारण हत्या कर देता है । इस विषय पर सुनील दत्त ने फिल्म ये रास्ते हैं प्यार के बनाई थी । इस फ्लॉप फिल्म का निर्देशन आर के नय्यर ने किया था । इस लिहाज़ से मोहनजोदड़ो और रुस्तम के बीच कड़ी टक्कर की पूरी संभावना है ।
बॉलीवुड फिल्मों के लिहाज़ से इंडिपेंडेंस डे वीकेंड सुपर सितारों का रहा है । आम तौर पर बॉलीवुड के सुपर स्टार्स की फ़िल्में इस वीकेंड में रिलीज़ हुई । पिछले पांच सालों में यानि २०११ से २०१५ तक अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण और मनोज बाजपेई की फिल्म आरक्षण, सलमान खान और कटरीना कैफ की एक था टाइगर, अक्षय कुमार, इमरान खान और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा, अजय देवगन और करीना कपूर की सिंघम रिटर्न्स और पिछले साल अक्षय कुमार, जैकी श्रॉफ, सिद्धार्थ मल्होत्रा और जैकलिन फर्नांडीज की ब्रदर्स रिलीज़ हुई । आरक्षण और ब्रदर्स जहाँ औसत बिज़नस कर सकी, वहीँ एक टाइगर और सिंघम रिटर्न्स सुपर हिट और वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दुबारा फ्लॉप साबित हुई । इस साल दो फिल्मों का टकराव है । रुस्तम की रिलीज़ डेट १२ अगस्त पहले से ही तय थी, लेकिन मोहनजोदड़ो पीछे सरका दिए जाने के कारण १२ अगस्त को रिलीज़ हो रही है । एक पीरियड फिल्म है, दूसरी रियल लाइफ घटना पर फिल्म हैं । मोहनजोदड़ो सिन्धु सभ्यता की शुरुआत को उकेरती है । वहीँ रुस्तम कभी पूरे देश में चर्चित हुए बॉम्बे के १९५९ के मशहूर आहूजा हत्याकांड पर फिल्म थी । एक नेवी ऑफिसर अपने दोस्त के बीवी के साथ अवैध रिश्तों के कारण हत्या कर देता है । इस विषय पर सुनील दत्त ने फिल्म ये रास्ते हैं प्यार के बनाई थी । इस फ्लॉप फिल्म का निर्देशन आर के नय्यर ने किया था । इस लिहाज़ से मोहनजोदड़ो और रुस्तम के बीच कड़ी टक्कर की पूरी संभावना है ।
दीवाली
वीकेंड (२८ अक्टूबर) पर शिवाय से टकराएगी ऐ दिल है मुश्किल-
दीवाली वीकेंड हमेशा से अजय देवगन का रहा है । २०११ से पहले अजय देवगन दीवाली वीकेंड पर छाये रहते थे । २०११ में पहली बार शाहरुख़ खान की फिल्म रा.वन रिलीज़ हुई । हालाँकि, इस फिल्म ने १०० करोड़ से ज्यादा का बिज़नस किया । लेकिन, बजट के लिहाज़ से यह फिल्म फ्लॉप फिल्मों में शुमार हुई । २०१२ में शाहरुख़ खान की जब तक है जान, अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ़ सरदार से टकराई । हालाँकि, दोनों ही फिल्मों ने अच्छा बिज़नस किया, लेकिन दीवाली वीकेंड का पूरा फायदा इन दोनों ही फिल्मों को नहीं मिल सका । पहली बार हृथिक रोशन की सुपर हीरो फिल्म कृष ३ दीवाली वीकेंड पर रिलीज़ हुई । दो साल के अंतराल में यह दूसरी सुपर हीरो फिल्म थी । रा.वन के मुकाबले कृष ३ को अच्छी सफलता मिली । २०१४ की दीवाली शाहरुख़ खान की हैप्पी न्यू इयर लेकर आई । बकवास फिल्म होने के बावजूद हैप्पी न्यू इयर ने १०० करोड़ क्लब में दाखिला लिया । पिछले साल सलमान खान और सोनम कपूर की सूरज बडजात्या निर्देशित फिल्म प्रेम रतन धन पायो रिलीज़ हुई थी । इस फिल्म को भी अच्छी सफलता मिली । दीवाली २०१७ दो बड़े बजट की फिल्मों के टकराव का गवाह बनने जा रही है । शिवाय के निर्देशक भी अजय देवगन हैं । यह भगवान् शिव के मानव स्वरुप को पेश करने वाली फिल्म है । इसके एक्शन ख़ास है । दिलीप कुमार की नातिन सायेशा का इस फिल्म से डेब्यू हो रहा है । डायरेक्टर करण जौहर की फिल्म फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में सितारों की भरमार है । रणबीर कपूर, ऐश्वर्या राय बच्चन, अनुष्का शर्मा, फवाद खान, इमरान अब्बास और लिसा हैडन जैसे सितारों की भीड़ अजय देवगन की फिल्म को ज़बरदस्त टक्कर देंगी । लेकिन, इतना तय है कि इनिशियल अजय देवगन की फिल्म को ही मिलेगा ।
गणतंत्र
दिवस वीकेंड पर रईस टकराव के काबिल- दीवाली वीकेंड हमेशा से अजय देवगन का रहा है । २०११ से पहले अजय देवगन दीवाली वीकेंड पर छाये रहते थे । २०११ में पहली बार शाहरुख़ खान की फिल्म रा.वन रिलीज़ हुई । हालाँकि, इस फिल्म ने १०० करोड़ से ज्यादा का बिज़नस किया । लेकिन, बजट के लिहाज़ से यह फिल्म फ्लॉप फिल्मों में शुमार हुई । २०१२ में शाहरुख़ खान की जब तक है जान, अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ़ सरदार से टकराई । हालाँकि, दोनों ही फिल्मों ने अच्छा बिज़नस किया, लेकिन दीवाली वीकेंड का पूरा फायदा इन दोनों ही फिल्मों को नहीं मिल सका । पहली बार हृथिक रोशन की सुपर हीरो फिल्म कृष ३ दीवाली वीकेंड पर रिलीज़ हुई । दो साल के अंतराल में यह दूसरी सुपर हीरो फिल्म थी । रा.वन के मुकाबले कृष ३ को अच्छी सफलता मिली । २०१४ की दीवाली शाहरुख़ खान की हैप्पी न्यू इयर लेकर आई । बकवास फिल्म होने के बावजूद हैप्पी न्यू इयर ने १०० करोड़ क्लब में दाखिला लिया । पिछले साल सलमान खान और सोनम कपूर की सूरज बडजात्या निर्देशित फिल्म प्रेम रतन धन पायो रिलीज़ हुई थी । इस फिल्म को भी अच्छी सफलता मिली । दीवाली २०१७ दो बड़े बजट की फिल्मों के टकराव का गवाह बनने जा रही है । शिवाय के निर्देशक भी अजय देवगन हैं । यह भगवान् शिव के मानव स्वरुप को पेश करने वाली फिल्म है । इसके एक्शन ख़ास है । दिलीप कुमार की नातिन सायेशा का इस फिल्म से डेब्यू हो रहा है । डायरेक्टर करण जौहर की फिल्म फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में सितारों की भरमार है । रणबीर कपूर, ऐश्वर्या राय बच्चन, अनुष्का शर्मा, फवाद खान, इमरान अब्बास और लिसा हैडन जैसे सितारों की भीड़ अजय देवगन की फिल्म को ज़बरदस्त टक्कर देंगी । लेकिन, इतना तय है कि इनिशियल अजय देवगन की फिल्म को ही मिलेगा ।
शाहरुख़ खान ने सलमान खान से ईद २०१६ में टकराने का इरादा छोड़ ज़रूर दिया । लेकिन, टकराव ने उनका साथ न छोड़ा । अब उनकी फिल्म रईस २६ जनवरी २०१७ को रिलीज़ हो रही है । यानि, अब यह फिल्म हृथिक रोशन की संजय गुप्ता निर्देशित फिल्म काबिल से टकराएगी । यह टकराव त्रिकोणीय हो जाता, अगर रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर की निर्माता जोड़ निर्माता भूषण कुमार से मिल कर उनकी अजय देवगन अभिनीत फिल्म बादशाओ की रिलीज़ डेट टलवा नहीं देते । अब बादशाओ १२ मई २०१७ को रिलीज़ होगी ।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 21 July 2016
कैटरीना कैफ का 'काला चश्मा'
नित्या मेहरा के निर्देशन में सिद्धार्थ मल्होत्रा और कैटरीना कैफ की मुख्य भूमिका वाली फिल्म बार बार देखों ९ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही है। इस रोमांटिक ड्रामा फिल्म का निर्माण रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर द्वारा किया जा रहा था। उस समय इसका नाम कल जिसने देखा रखा गया था। फिल्म में आमिर खान के साथ दीपिका पादुकोण की जोड़ी बनाई जानी थी। आमिर खान के निकलने के बाद ह्रितिक रोशन के नाम का ऐलान हुआ। इसके बावजूद फिल्म लटकी रही। फिर इससे जुड़े करण जौहर और नीता लुल्ला। अब फिल्म में ह्रितिक रोशन की जगह सिद्धार्थ मल्होत्रा ने ले ली थी। दीपिका पादुकोण की जगह कैटरीना कैफ आ गई। तीस साल के अंतराल में फैले इस रोमांस ड्रामा का नाम कल जिसने देखा से बार बार देखो हो गया। इस फिल्म से फरहान अख्तर और फिल्म लाइफ ऑफ़ पाई और रिलक्टेंट फंडामेंटलिस्ट की सह निर्देशक नित्या मेहरा का डायरेक्टोरियल डेब्यू हो रहा है। २७ जुलाई को इस फिल्म का गीत काला चश्मा रिलीज़ होने वाला है। यह फर्स्ट लुक उसी गीत का है।
Labels:
Katrina Kaif,
Siddharth Malhotra,
गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 20 July 2016
बुधिया सिंह - बॉर्न टू रन के लिए मनोज बाजपेयी ने सीखी उड़िया भाषा
मनोज बाजपेयी, वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स की आगामी फिल्म बुधिया सिंह-बॉर्न टू रन में दिखाई देंगे 'यह फिल्म एक प्रेरणादायक बायोपिक है - यह ऐसे बच्चे की कहानी जो की दुनिया के सबसे कम उम्र के मैराथन धावक की प्रेरणादायक सच्ची कहानी पर आधारित है। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता
ने
सिर्फ मार्शल आर्ट फार्म
ही नहीं बल्कि
उनकी भूमिका के लिए जूडो
भी सिखा
, क्योंकि
यह
फिल्म भुवनेश्वर में आधारित है
इसीलिए मनोज
उड़िया भाषा सीखना
भी जरुरी
था।
फिल्म मे उड़िया भाषा में साफ बोलना था साथ ही मनोज को उड़िया भाषा का लहजा भी सीखना था , दिलचस्प बात है की फिल्म निर्देशक सौमिंद्र पाधी ओरिसा से है तो उन्होंने ही मनोज को भाषा सिखने में मदद की। मनोज एक वर्सटाइल और मेथड एक्टर है उन्होंने काफी समय भाषा सिखने के लिए सेट बिताया क्यू उन्हें पता था की कठिन भाषाओं में से ओड़िआ एक कठिन भाषा है। सूत्रों माने तो " मनोज बुधिया सिंह के कोच बिरंचि दास किरदार निभाने लिए उत्सुक थे , उन्हें किरादर के बारे मैं हर बात की जानकारी थी. सौमिंद्र ने उड़िया भाषा तथा लहजे की हर बारीक़ जानकारी मनोज को दी , उनकी इस मदद से फिल्म के कई सिन में मनोज ओड़िसा के ही है ऐसा प्रतीत होता है।
Labels:
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Posts (Atom)