Saturday 28 March 2015

सलमान खान की नायिका अब क्रिकेटर के० श्रीकांत की नायिका

सलमान खान, कटरीना कैफ की हमशक्ल ज़रीन खान को लंदन से बड़े जोरशोर से अपनी फिल्म वीर के लिए इम्पोर्ट कर लाये थे।  लेकिन, फिल्म चली नहीं।  ज़रीन खान के चलने का तो सवाल ही कहाँ उठता था।  इसके बाद वह सलमान खान की फिल्म 'रेडी' में आइटम करती नज़र आई।  साजिद खान की फिल्म 'हाउस फुल २' में अभिनेत्रियों की भीड़ में ज़रीन खान खो गई।  फिर वह एक तमिल फिल्म करने दक्षिण चली गई। फिल्म में उनका स्पेशल अपीयरेंस था।  वह एक पंजाबी फिल्म 'जट्ट जेम्स बांड' में गिप्पी ग्रेवाल की नायिका थी। ज़रीन इस समय दो हिंदी फ़िल्में 'द लीजेंड ऑफ़ माइकल मिश्रा' और 'अमर मस्ट डाई' में अभिनय करने के अलावा एक तमिल फिल्म 'करईकलां' तथा पंजाबी फिल्म इश्क़ माय रिलिजन' भी कर रही हैं। अब ज़रीन को ले कर एक बड़ी खबर दक्षिण से ही है। वह मशहूर क्रिकेटर के० श्रीकांत की बतौर हीरो तेलुगु फिल्म 'जलसा रायुडू' में उनकी नायिका बन कर आ रही हैं। निर्माता- निर्देशक श्रीधर राजू की यह फिल्म एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है। फिल्म में श्रीकांत एक गंवार का  किरदार कर रहे हैं। क्या श्रीकांत के साथ फिल्म जलसा रायुडू दक्षिण में ज़रीन खान की किस्मत का ताला खोल सकेगी !

कपूर एंड संस' में 'ऋषि' अकेले ही हैं 'कपूर'


निर्माता करण जौहर की फिल्म 'कपूर एंड संस' में एक कपूर ज़रूर हैं।  लेकिन, फिल्म में उनका कोई बेटा काम नहीं कर रहा।  'कपूर एंड संस' का निर्देशक शकुन बत्रा कर रहे हैं।  तीन साल पहले शकुन ने इमरान खान और करीना कपूर को लेकर 'गोरी तेरे प्यार में' जैसी  असफल फिल्म बनाई थी।  'कपूर एंड संस' में इमरान खान नहीं हैं।  करीना कपूर भी नहीं ली गई हैं।  अगर, इस फिल्म में करीना होती तो कहा जा  सकता था कि संस न सही डॉटर तो है। जी हाँ, आप ठीक समझे इस फिल्म में करीना कपूर के पिता ऋषि कपूर चरित्र भूमिका में हैं।  वह फिल्म में एक बर्बाद परिवार के ९० साल के दादाजी  का किरदार कर रहे हैं।  इस फिल्म में उनके पोता पोती की भूमिका सिद्धार्थ मल्होत्रा, पाकिस्तान के अभिनेता फवाद खान  और अलिया भट्ट कर रही हैं।  इसका मतलब यह हुआ कि ऋषि कपूर की भूमिका पर केंद्रित फिल्म 'कपूर एंड संस' में कोई दूसरा कपूर नहीं।  यहाँ ख़ास बात
यह है कि 'स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर' में सिद्धार्थ मल्होत्रा और अलिया भट्ट की रोमांटिक जोड़ी, फिल्म में भाई बहन का किरदार कर रही हैं।  बताते हैं कि शकुन बत्रा 'एक मैं और एक तू' के दौरान ही अलिया भट्ट के साथ फिल्म करना चाहते थे। ख़ास बात यह है कि शकुन बत्रा के निर्देशन में अलिया भट्ट के साथ इंटरनेट फिल्म 'अलिया जीनियस ऑफ़ द ईयर' वायरल हुई थी।  अब फिर आते हैं कपूर के संस पर।  इस कहानी से साफ़ है कि  फिल्म में ऋषि कपूर के दो ग्रैंड संस ज़रूर हैं।  वैसे हो सकता है कोई कपूर फिल्म में आ जाये।  क्योंकि, ऋषि कपूर के बेटा-बहु किरदार की जगह अभी खाली है।

अब अलिया भट्ट के भाई सिद्धार्थ मल्होत्रा


अल्पना कांडपाल

'हैदर' को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों पर बरस पड़े अनुपम खेर

पिछले सालों की तरह, इस साल भी, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विवादों से बचे नहीं रह सके।  हालाँकि, यह विवाद दिए गए पुरस्कारों को लेकर नहीं उठा।  किसी ने किसी ख़ास फिल्म को पुरस्कार न दिए जाने या किसी को दिए जाने पर अपना विरोध नहीं जताया ।  वैसे भी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अब हर भारतीय भाषा की फिल्म को दिया जाने लगा है।  लेकिन, अन्य श्रेणियों में विवाद की गुंजायश बनी रहती हैं।  पर इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ।  कन्नड़ अभिनेता विजय श्रेष्ठ अभिनेता घोषित किये गए।  इस श्रेणी के लिए पिछले साल की सबसे अधिक कमाई करने वाली हिंदी फिल्म 'पीके' के आमिर खान और विवादित हिंदी फिल्म 'हैदर' के शाहिद कपूर भी नामित हुए थे।  मलयालम फिल्मों के मामूठी ने भी अपनी दावेदारी पेश की थी।  इसके बावजूद विजय को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना जाना विवादित नहीं हुआ।
फिल्म 'क्वीन' के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत को श्रेष्ठ अभिनेत्री घोषित किया जाना भी विवाद का विषय नहीं बना। इसे बहुत सही निर्णय ही कहा  जा सकता है।  क्योंकि, यह फिल्म नारी स्वतंत्रता की स्वाभाविक वकालत करने वाली फिल्म थी। हालाँकि, कंगना के सामने भी फिल्म 'मैरी कॉम' की रील लाइफ मैरी कॉम प्रियंका चोपड़ा दावेदार थी।  लेकिन, कंगना रनौत ने बाज़ी मारी। अपेक्षाकृत कम  बजट की 'क्वीन' ने बॉक्स ऑफिस पर ज़ोरदार बिज़नेस किया था।  यह पूरी फिल्म कंगना रनौत के कन्धों पर टिकी हुई थी।  कंगना का अभिनय भी प्रियंका चोपड़ा की तुलना में कमतर नहीं था। यह कंगना रनौत का दूसरा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार था।  इससे पहले वह मधुर भंडारकर की फिल्म 'फैशन' के लिए श्रेष्ठ सह अभिनेत्री का खिताब जीत चुकी थी।  इसी साल प्रियंका चोपड़ा ने श्रष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विवादों में घिरे इनके ऐलान के बाद।  विशाल भारद्वाज की कश्मीर की पृष्ठभूमि पर फिल्म 'हैदर' को श्रेष्ठ फिल्म, श्रेष्ठ निर्देशक और श्रेष्ठ अभिनेता और अभिनेत्री जैसे मुख्य पुरस्कार नहीं मिले।  लेकिन, इस फिल्म ने श्रेष्ठ गायक, कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग, संगीत निर्देशन और कोरियोग्राफी के पुरस्कार बटोरे।  इन पुरस्कारों के घोषित होने के बाद विवाद की शुरुआत हुई फिल्म 'हैदर' के निर्देशक विशाल भारद्वाज की प्रेस कांफ्रेंस में उनके बयान के बाद।  विशाल भारद्वाज ने शाहिद कपूर को पुरस्कार न मिल पाने पर दुःख जताने के बाद यह कहा कि वह इन पुरस्कारों को कश्मीरी पंडितों को समर्पित करते हैं।  जिन कश्मीरी आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडितों की हत्या की, उन्हें बेघर किया, उनका सेना के विरुद्ध समर्थन करने वाली फिल्म को समर्पित करना कश्मीरी पंडितों को नागवार गुजरना ही था।  विशाल भारद्वाज  पर बरस पड़े अभिनेता अनुपम खेर।  अनुपम खेर खुद कश्मीरी पंडित हैं। उन्होंने फिल्म 'हैदर' का रिलीज़ के दौरान ही घोर  विरोध किया था।  उन्होंने ट्विटर पर विशाल भारद्वाज पर वार पर वार करते हुए लिखा, "मैं विशाल भारद्वाज को राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए बधाई देता हूँ। परन्तु इन पुरस्कारों को कश्मीरी पंडितों की हत्याओं को समर्पित करना, उनके साथ धोखाधड़ी करना है।"  अनुपम खेर यहीं पर नहीं रुके।  पिछले दिनों, विशाल भारद्वाज ने कश्मीरी पंडितों की दशा पर आंसू बहते हुए, उन पर फिल्म बनाने का ऐलान किया था।  अनुपम खेर ने इस पर निशाना साधते हुए  लिखा,"विशाल भारद्वाज शैतानों पर फिल्म बनाने के बाद अब घावों पर नमक छिड़क रहे हैं। " उन्होंने भारत की कथित हिंदूवादी सरकार द्वारा हिन्दू और सेना विरोधी हैदर को पुरस्कार दिए जाने की आलोचना भी की।  अशोक पंडित ने अनुपम खेर का समर्थन किया।
बहरहाल, ६२ वे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार बॉलीवुड के पक्ष में नज़र आये।  जहाँ कंगना रनौत ने हिंदी फिल्म क्वीन के लिए श्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब जीता। हिंदी फिल्म 'हैदर' को चार पुरस्कार मिले।  क्वीन को श्रेष्ठ हिंदी फिल्म का अवार्ड भी मिला।  ओमंग कुमार और संजयलीला भंसाली की फिल्म 'मैरी कॉम' को सम्पूर्ण मनोरंजक फिल्म पाया गया। हालाँकि, हिंदी फिल्म 'भूतनाथ रिटर्न्स' को कोई  पुरस्कार नहीं मिला लेकिन इस फिल्म का ख़ास तौर पर जिक्र किया गया।  जिस फिल्म 'कोर्ट' को श्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया, वह हिंदी में भी बनी है।

राजेंद्र कांडपाल






वर्ल्ड कप क्रिकेट ने गाड़े बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस पर विकेट !

आईसीसी वर्ल्ड क्रिकेट कप बॉलीवुड से कोसों दूर पाताल में खेला जा रहा था। लेकिन, बॉलीवुड बेहाल हो गया। १४ फरवरी से २९ मार्च तक चले इस एक दिनीं मेले ने बॉलीवुड फिल्मों के चारों शो फ्लॉप कर दिए।  बॉलीवुड को ६०- ७० करोड़ के बीच का घाटा उठाना पड़ा। कोई भी फिल्म १०० करोड़ का आंकड़ा छू नहीं सकी।  हालाँकि, इस दौरान कोई भी बड़ी फिल्म रिलीज़ नहीं हुई।  बड़े बैनरों ने अपनी फिल्मों की रिलीज़ की तारिख या तो वर्ल्ड कप से पहले की रखी या उसके बाद की। यही कारण था कि अक्षय कुमार की फिल्म 'बेबी' और अमिताभ बच्चन और धनुष की फिल्म 'षमिताभ' वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही रिलीज़ कर दी गई। इसलिए, वर्ल्ड कप के दौरान छोटे बजट की फ़िल्में ही रिलीज़ हुई।
कुछ मंझोले बजट की फिल्मों ने हिम्मत दिखाने की कोशिश की।  अर्जुन रामपाल और जैक्विलिन फर्नांडीज़ की फिल्म 'रॉय' १३ फरवरी को रिलीज़ हुई।  दूसरे दिन वर्ल्ड कप शुरू होना था।  फिल्म ने पहले दिन ९.२५ करोड़ से ज़्यादा का कलेक्शन किया। हालाँकि, फिल्म का वीकेंड कलेक्शन २३ करोड़ से ज़्यादा का हुआ।  लेकिन, कुल मिला कर रॉय को रणबीर कपूर के नाम का फायदा आगे चल कर नहीं हो सका।  अगले हफ्ते वरुण धवन की फिल्म बदलापुर रिलीज़ हुई।  इस फिल्म ने वर्ल्ड कप के बावजूद दर्शक आकर्षित किये।  लेकिंन, अगर बदलापुर आम दिनों में रिलीज़ होती तो ज़्यादा अच्छा बिज़नेस करती।
वर्ल्ड कप क्रिकेट के दौरान नाना पाटेकर का जादू भी नहीं चला।  उनकी फिल्म 'अब तक छप्पन २' ध्वस्त हो गई।  आयुष्मान खुराना की फिल्म 'दम लगा के हईशा' ने दम दिखाने की कोशिश की।  लेकिन जल्द हांफ गई। के सी बोकाडिया ने १९८७ में वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान अपनी फिल्म 'कुदरत का कानून' रिलीज़ की थी।  जिस दिन फाइनल था, उस दिन भी फिल्म को १०० प्रतिशत दर्शक मिले।  यही सोच कर कि अच्छी फिल्म को दर्शक मिलेंगे, बोकाडिया ने अपनी मल्लिका शेरावत अभिनीत फिल्म 'डर्टी पॉलिटिक्स' वर्ल्ड कप के बीच ही रिलीज़ की।  लेकिन, बोकाडिया की क्रिकेट के साथ यह पॉलिटिक्स डर्टी साबित हुई।
  दिलचस्प बात यह है कि  इस साल विश्व कप के दौरान न बड़े चेहरों का जादू चला, जा कॉमेडी फिल्म हिट हुई, न सेक्सी कॉमेडी फिल्म।  हॉरर को भी मुंह की खानी पड़ी।  सेक्स कॉमेडी हंटर दर्शकों को  सिनेमाघर की ओर  धकेलने वाला चाबुक नहीं बन सकी।  कॉमेडी फ़िल्में 'दिल्ली वाली ज़ालिम गर्लफ्रेंड' ठंडी गई तो गणेश आचार्य की मुख्य भूमिका वाली 'हे ब्रो' भी दर्शकों से भाई चारा स्थापित  नहीं कर सकी,  रोमांटिक कॉमेडी 'बदमाशियां' ने न दिल को छुआ न गुदगुदाया । कॉफ़ी ब्लूम का रोमांटिक ड्रामा दर्शकों के सर नहीं चढ़ सका।
 विश्व कप के दौरान कम बजट वाली छोटी  फ़िल्में ही रिलीज़ हुई थी।  लेकिन, इसके बावजूद इंडस्ट्री के कुल मिला कर  १०० करोड़ दांव पर थे।  हिंदी फिल्मों ने इस दौरान ३०-४० प्रतिशत की गिरावट देखी।  किसी फिल्म के १०० करोड़ कमाने का सवाल ही नहीं था।  ऐसा ही हुआ भी।  इसके बावजूद 'बदलापुर ' के अलावा अनुष्का शर्मा की बतौर  निर्माता और अभिनेत्री फिल्म 'एनएच१०' ठीक ठाक बिज़नेस कर पाने में कामयाब हुई।  अनुष्का शर्मा ने वर्ल्ड क्रिकेट कप के दौरान भारतीय टीम के एक खिलाड़ी विराट कोहली से अपने अफेयर को चतुराई से इस्तेमाल किया।  दर्शकों की इस फिल्म के प्रति उत्सुकता जगी।  फिल्म ने १३ करोड़ का ओपनिंग वीकेंड दिया। इससे साफ़ है कि  दर्शक क्रिकेट का दीवाना है।   लेकिन, अगर बकौल के सी बोकाडिया 'कंटेंट  अच्छा हो तो दर्शक क्रिकेट के बावजूद फिल्म देखने जायेगा।'

राजेंद्र कांडपाल

स्ट्रेचेबल होगा द हल्क का अंडरवियर

हॉलीवुड की फिल्म 'द अवेंजर्स: एज ऑफ़ उल्ट्रॉन', जिसका भारतीय फिल्म दर्शकों को बेसब्री से इंतज़ार है, के  रिलीज़ होने में एक महीने से भी कम का वक़्त रह गया है।  इसके साथ ही इस फिल्म के बारे में रोचक जानकारियां सामने आती जा रही हैं। मार्वल के छह सुपरहीरो वाली फिल्म 'एज ऑफ़ उल्ट्रॉन' में द आयरनमैन, कैप्टेन अमेरिका, ब्लैक विडो, थॉर, हॉकये और द हल्क में हल्क खास है।  इस सुपरहीरो की खासियत है कि यह दुश्मन का सामना करते समय अपने शरीर को सिकोड़ लेता और दैत्याकार फैला भी सकता है।  'द हल्क' के लिए यही  समय काफी शर्मनाक होता है। जब वह अपना शरीर फैलाता होता है तो उसके कपडे फटने शुरू  होने लगते हैं।  हल्क को शर्म तब आती है, जब उसका अंडरवियर भी तार तार होने लगता है। वह नंगे या अधनंगे ही अपने दुश्मनों का सामना करता है।  हल्क की इस झेंप को मिटाने के लिए मार्वल स्टुडिओ ने हल्क को स्ट्रेटचेबल अंडरवियर पहना दिये हैं। यहाँ तक कि उसकी इनर भी शरीर बढ़ने के साथ फ़ैल जाया करेगी। इसे वह अपने कपड़ों के अंदर पहना करेगा । इस प्रकार से द हल्क अपने अन्य सुपरहीरो साथियों के साथ उल्ट्रॉन्स से ब्रह्माण्ड को बचाने के लिए बिना झेंपे युद्ध कर सकेगा।

जारी हुआ बांड फिल्म 'स्पेक्ट्र' का टीज़र ट्रेलर

 
जेम्स बांड सीरीज की २४वी फिल्म 'स्पेक्ट्र' का टीज़र ट्रेलर अभी अभी जारी हुआ।  हालाँकि, बांड फिल्म की शूटिंग इस समय मैक्सिको में चल रही है। फिल्म ६ नवंबर को रिलीज़ होनी है। लेकिन, फिल्म के निर्माता चाहते हैं कि स्पेक्ट्र की धमक अभी से महसूस की जाये।  डेनियल क्रैग एक बार फिर ब्रितानी जासूस डबल ओ सेवन बने हुए हैं।  कम से काम नाओमी हैरिस, लेया सेडॉक्स, मोनिका बेल्लुच्चि, आदि जैसी चार अंतर्राष्ट्रीय सुंदरियाँ, फिल्म में बांड की दोस्त या दुश्मन का किरदार निभा रही हैं। नाओमी हैरिस पिछली बांड फिल्म 'स्काईफॉल' में  बांड की साथी बनी थीं। इस फिल्म का निर्देशन सैम मेंडिस ही कर रहे हैं।  

Friday 27 March 2015

मनोज जुनेजा की बॉलीवुड में एंट्री


मनोज जुनेजा एक लम्बे समय के बाद थिएटर से फिल्मों में डायरेक्टर अभिषेक देओकर की आने वाली फिल्म "थ्री अतरंगी जय वीरू गब्बर" से कदम रखने जा रहे हैं। अपनी पहली फिल्म में मुख्य किरदार को पाकर वह बेहद खुश हैं। इस फिल्म में गब्बर का किरदार निभा रहे मनोज कहते है, "मैं अपने किरदार को लेकर बहुत उत्साहित हूँ। मैंने जब सुना की अभिषेक सर इस फिल्म के लिए एक नए चेहरे की तलाश में हैं, तब मैंने ऑडिशन दिया और मुझे गब्बर के रोल के लिए सेलेक्ट हो गया. "थ्री अतरंगी जय वीरू गब्बर" एक हिंदी कॉमेडी ड्रामा फिल्म है जो कि युवाओं के स्ट्रगल की कहानी है. इस फिल्म के किरदार सुपरहिट फिल्म शोले से प्रेरित हैं. इस फिल्म में अमृता दासगुप्ता, गुरदेव भुल्लर, चारुप्रिया सेनगुप्ता, मनोज शर्मा, श्रुतिका गाओकर, मुश्ताक़ खान, राजकुमार कनौजिआ आदि मुख्य किरदार में नज़र आएंगे.