कमल हासन और अनंत महादेवन का नाता पुराना है। अनंत महादेवन ने कमल हासन की फिल्म 'विश्वरूपम', 'उत्तम विलेन' और अब 'पापनशम' में काम किया है। वह विश्वरूपम के सीक्वल 'विश्वरूपम २' में भी अभिनय कर रहे हैं। बॉलीवुड के दर्शक जानते हैं कि अनंत महादेवन फिल्म डायरेक्टर भी हैं। थ्रिलर फिल्मों की उनकी ख़ास शैली है। पिछले साल रिलीज़ साठ के दशक के बॉलीवुड पर फिल्म 'एक्सपोज़' में उन्होंने अच्छा रहस्य बांधा था। अब उनकी एक स्वतंत्रता सेनानी की बायोपिक 'गौर हरी दास्तान- द फ्रीडम फाइल' १४ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म में एक स्वतंत्रता सेनानी के खुद को सेनानी साबित करने के लिए झेली गई कठिनाइयों का मार्मिक चित्रण हुआ है। जब कमल हासन को अपनी फिल्म 'पापनाशम' के प्रचार के दौरान यह मालूम पड़ा कि अनंत ने एक स्वतंत्रता सेनानी की कहानी पर फिल्म बनाई है तो वह फिल्म देखने की इच्छा प्रकट करने से खुद को रोक नहीं पाये। खुद कमल हासन ने स्वतंत्रता संग्राम का चित्रण करने वाली फिल्म 'हे राम' का निर्देशन किया था। कमल हासन ने खुद द्वारा निर्देशित फिल्म 'इंडियन' में स्वतंत्रता सेनानी का किरदार किया था। बहुमुखी प्रतिभा के धनी कमल हासन का 'गौर हरी दास्तान' देखने की इच्छा जताना अनंत महादेवन के लिए किसी अवार्ड पाने से काम नहीं हैं। इसीलिए पापनाशम का प्रचार ख़त्म हो जाने के बाद अनंत अपनी फिल्म को कमल को दिखाएंगे। वैसे कमल हासन के लिए यह आश्चर्य की बात थी कि अनंत ने अपनी फिल्म ३० शिड्यूल में पूरी कर ली।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 4 July 2015
विनोद खन्ना का तीसरा बेटा भी बॉलीवुड में
कभी सुपर स्टारडम के लिए अमिताभ बच्चन को चुनौती अभिनेता विनोद खन्ना के तीसरे बेटे साक्षी खन्ना का भी बॉलीवुड डेब्यू होने वाला है। वह संजय लीला भंसाली की फिल्म से अपना डेब्यू करेंगे। इस फिल्म को संजय लीला भंसाली ने ही लिखा है। संजय लीला भंसाली ने तीन साल पहले देखा था और उसी समय उनके लिए स्क्रिप्ट फाइनल कर दी थी। फिर संजय गोलियों की रासलीला : राम-लीला और बाजीराव मस्तानी में व्यस्त हो गए। अब बाजीराव मस्तानी की रिलीज़ के बाद संजय लीला भंसाली साक्षी की फिल्म की शुरुआत करेंगे। यह एक म्यूजिकल रोमांस फिल्म होगी। उल्लेखनीय है कि साक्षी के पिता विनोद खन्ना आज भी अभिनय की दुनिया में सक्रिय हैं। वह रोहित शेट्टी की फिल्म 'दिलवाले' में ख़ास भूमिका में नज़र आएंगे । साक्षी खन्ना के दो बड़े भाई राहुल और अक्षय का भी फिल्मों में अपना मुकाम रहा है। हालाँकि, राहुल ने इक्का दुक्का हिंदी फ़िल्में ही की। लेकिन, अक्षय खन्ना ने हिंदी फिल्मों में. बॉर्डर, ताल, दिल चाहता है, हमराज़, दीवानगी, हंगामा, दीवाना, रेस, आदि फिल्मों के साथ, लम्बी पारी खेली। फिलहाल, राहुल और अक्षय हिंदी फिल्मों में कम सक्रिय है। अब समय बताएगा कि क्या साक्षी खन्ना अपने पिता की तरह बॉलीवुड में लम्बी पारी खेलने आ रहे हैं। हालाँकि, संजय लीला भंसाली को लगता है कि साक्षी खन्ना में बहुत कुछ विनोद खन्ना जैसा है।
Friday 3 July 2015
Thursday 2 July 2015
करीना कपूर का इको फ्रेंडली स्टाइल
अभिनेत्री करीना कपूर बड़े परदे पर जिस भी अंदाज़ या स्टाइल में नज़र आये, उससे आज की युवा पीढ़ी बहुत ही जल्द आकर्षित हो जाती हैं। इसीलिए ये कहना ठीक होगा की करीना आज के युवा पीढ़ी की स्टाइल आइकन हैं। करीना कपूर जो भी ऑउटफिट पहनती हैं, वह उसमे बेहद खूबसूरत नज़र आती हैं। जबकि, करीना हमेशा से वही ऑउटफिट पहनती हैं जिसमे वे खुद को कंफर्टबल महसूस करती हैं। सूत्रों का कहना है की करीना इन दिनों इको फ्रेंडली फैशन को बड़े पैमाने पर महत्व दे रही हैं। बहुत ही कम लोग जानते हैं कि जब वह अपने समर वेकेशन पर मालदीव गयी थी, वहां पर भी वह इको फ्रेंडली ऑउटफिट में नज़र आई। जिसकी वजह से वह सोशियल मीडिया पर चर्चा में बनी रही। करीना कपूर अपने फैमिली और फ्रेंड्स को भी इको फ्रैंडली कपडे पहनने के लिए के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। करीना के करीबी सूत्र का कहना है कि "करीना हमेशा से ही इको फ्रेंडली कपड़ो में नज़र आती हैं। वह खुद महसूस करती हैं कि यह हमारे पर्यावरण को भी बेहतरीन बनाये रखेगा।"
विद्या बालन की 'समानता'
पिछले महीने १० जून को अभिनेत्री विद्या बालन ने हिंदी फिल्मों में १० साल पूरे कर लिए। इस बीच उन्होंने परिणीता के अलावा कहानी, द डर्टी पिक्चर, इश्क़िया, पा, भूल भुलैया, बॉबी जासूस, जैसी फिल्में करी। अब इस साल वह लगातार चौथी बार इंडियन फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ मेलबोर्न का मुख्य चेहरा बनने जा रही हैं। यह फेस्टिवल २०१२ से शुरू हुआ। तबसे वह लगातार इस फेस्टिवल में हिस्सा लेती चली आ रही हैं। इस साल 14 से 27 अगस्त 2015 तक ऑस्ट्रेलिया के मेलबॉर्न शहर में होने वाले इस फेस्टिवल में भारतीय सिनेमा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है । इस साल फेस्टिवल की थीम 'समानता' है, जिसे खुद विद्या बालन ने ही सुझाया है । यह फेस्टिवल भावी फिल्मकारों के लिए एक ऐसा अवसर है, जहाँ वे अपनी प्रतिभा का खुलकर प्रदर्शन कर सकते है । इस थीम के बारे में विद्या बालन कहती है, "आज के समय में स्वतंत्र और समान दुनिया की परिकल्पना से ज़्यादा ज़रूरी शायद ही कुछ दूसरा हो सकता है ।" विद्या बालन को विश्वास है कि कला और फिल्में, परिस्थितियों, द्रष्टिकोणों और मानसिकताओं को बदलने का माद्दा रखती हैं।
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