अश्विनी
अय्यर तिवारी ने हिंदी फिल्म निल बटे सन्नाटा में अपनी निर्देशकीय प्रतिभा से काफी प्रशंसा बटोरी। यह उनका डायरेक्टोरियल डेब्यू था। निल बटे सन्नाटा एक माँ और बेटी की कहानी थी। इस फिल्म की समीक्षकों ने खूब प्रसंशा की। अब अश्विनी अपनी अगली फिल्म पिता और पुत्री के सम्बन्धो पर बनाने जा रही हैं । सूत्र बताते है," अश्विनी की अगली फिल्म होमवर्क नामक किताब से पूरी तरह रूपांतरित
की जाएगी। यह फिल्म हिंदी और मलयालम दोनों ही भाषाओं में
रिलीज़ की जाएगी।" अपनी फिल्म के बारे में अश्विनी कहती हैं,"मैं अपनी आगामी फिल्म को लेकर बहुत उत्साहित हूँ। यह एक ऐसी
कहानी है जिसके बारे में लोगो को जानना बहुत ज़रूरी है। मैं जब निल बटे सन्नाटा का
तमिल संस्करण डायरेक्ट कर रही थी, उसी वक्त मैंने अमला (अभिनेत्री) से इस सब्जेक्ट के बारे में
बात की थी और उन्हें यह आईडिया बहुत पसंद आया था।" फिल्म का हिंदी
संस्करण अश्विनी द्वारा डायरेक्ट किया जायेगा। इस फिल्म के मलयालम संस्करण में अमला पॉल अभिनय
करती नज़र आएँगी। अमला ने फिल्म निल बटे सन्नाटा के तमिल संस्करण में स्वरा भास्कर का किरदार निभाया था।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 18 May 2016
बॉलीवुड ने भी खेली है 'बाज़ी' !
एक वेब मॅगज़ीन ने देव आनंद और गीता बाली का चित्र लगा कर लिखा था 'बाज़ी' के पचास साल। जी हाँ, यह चित्र देव आनंद, कल्पना कार्तिक, गीता बाली, के एन सिंह, जॉनी वॉकर अभिनीत फिल्म 'बाज़ी' का है। लेकिन, यह फिल्म १९५१ में रिलीज़ हुई थी, इसलिए बाज़ी के पचास साल नहीं ६५ साल हो जाते हैं। यह फिल्म अभिनेता और निर्देशक गुरु दत्त की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म थी। गुरु दत्त ने इस फिल्म का सह लेखन किया था। फिल्म की कथा, पटकथा और संवाद बलराज साहनी के लिखे थे। बाज़ी बलराज साहनी की कलम से लिखी गई इकलौती फिल्म है। १९४६ में फिल्म दूर चलें से फिल्म करियर शुरू करने वाले बलराज साहनी को १९५३ में रिलीज़ फिल्म दो बीघा ज़मीन ने संवेदनशील अभिनेता के बतौर स्थापित कर दिया था। जॉनी वॉकर की यह बतौर अभिनेता पहली फिल्म थी। वह उस समय बदरुद्दीन जमालुद्दीन क़ाज़ी के नाम से फ़िल्में करने आये थे। गुरु दत्त ने उन्हें जॉनी वॉकर बना दिया। बाज़ी अभिनेत्री कल्पना कार्तिक की भी पहली फिल्म थी। कल्पना कार्तिक ने देव आनंद के साथ कोई पांच फ़िल्में करने के बाद देव आनंद के साथ ही शादी कर घर बसा लिया। जहाँ तक वेब मॅगज़ीन वाली फिल्म बाज़ी का सवाल है, यह फिल्म १९६८ में रिलीज़ धर्मेंद्र, वहीदा रहमान, महमूद, एन ए अंसारी अभिनीत बाज़ी लगती है। इस एक्शन थ्रिलर फिल्म का निर्देशन मोनी भट्टाचार्जी ने किया था। इस फिल्म में भी जॉनी वॉकर ने अभिनय किया था। १६ साल बाद तीसरी बाज़ी रिलीज़ हुई। यह भी धर्मेंद्र की मुख्य भूमिका वाली फिल्म थी। पर इस फिल्म में उनका साथ रेखा ने दिया था। रेखा और धर्मेंद्र ने कोई दर्जन भर फिल्मों में साथ अभिनय किया था। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती और रंजीता की जोड़ी भी थी। इन दोनों ने कोई २० फ़िल्में साथ की थी। मिथुन-रंजीता रोमांस भी काफी गर्म हुआ था। बाज़ी (१९८४) के निर्देशक राज एन सिप्पी थे। फिल्म को साहित्यकार कमलेश्वर ने लिखा था। कमलेश्वर ने लगभग १९ फिल्मों की कहानी, पटकथा और संवाद लिखे थे। १९९५ में रिलीज़ चौथी बाज़ आशुतोष गोवारिकर निर्देशित और आमिर खान, ममता कुलकर्णी और परेश रावल अभिनीत फिल्म थी।
Tuesday 17 May 2016
काजल अग्रवाल का पहला ऑन स्क्रीन किस
काजल अग्रवाल अब स्क्रीन की वर्जिन गर्ल नहीं रह गई। उनका नो किसिंग सीन प्लीज का जुमला, सिर्फ जुमला रह गया है। दीपक तिजोरी की रोमांस ड्रामा फिल्म में रणदीप हूडा और काजल अग्रवाल के बीच बेहद रोमांटिक सीन फिल्माया जा रहा था। मलेशिया में फिल्माए जा रहे इस सीन के दौरान रणदीप हूडा ने यकायक काजल अग्रवाल को बाँहों में खींच कर गहरा चुम्बन अंकित कर दिया। शायद काजल अग्रवाल को इसका एहसास नहीं था। इसलिए वह भौंचक सी रह गई। उन्होंने खुद को तुरंत अलग किया और रणदीप से दूर हट गई। उन्होंने दीपक तिजोरी से तुरंत इस सीन को काट देने के लिए कहा और अपने मेकअप रूम में चली गई।तब यह किसिंग सीन कैसे बचा रह गया ? बताते हैं दीपक तिजोरी, "हमें मालूम था कि काजल साउथ की फिल्मों में भी चुम्बन नहीं देती। वह साउथ की बड़ी स्टार हैं। हम उनके साउथ करियर को प्रभावित नहीं कर सकते थे। लेकिन, वह सीन एक इमोशनल क्षण में लिया गया था। मैं अपने एक्टरों को सीन में इमोशन दिखाने की छूट देता हूँ। सीन के अनुसार रणदीप का काजल को किस स्वाभाविक था। तब मैंने काजल को इस सीन और चुम्बन के प्रभाव के बारे में बताया। सब जानने समझने के बाद काजल ने इस सीन को आवेश के साथ फिर से किया।" इस प्रकार से काजल अग्रवाल से नो किस गर्ल का टैग हमेशा के लिए हट गया।
अभिषेक बच्चन के साथ ज़ंजीर का रीमेक बनाना चाहते थे प्रकाश मेहरा
प्रकाश मेहरा की मृत्यु १७ मई २००९ को हुई थी। उनके खाते में बिना अमिताभ बच्चन के हसीना मान जाएगी, मेला, समाधी, एक कुंवारी एक कुंवारा, हाथ की सफाई, खलीफा, ज्वालामुखी, आदि फ़िल्में दर्ज़ हैं। उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ ज़ंजीर, हेरा फेरी, मुकद्दर का सिकंदर, लावारिस, नमक हलाल और शराबी जैसी सुपर हिट फ़िल्में दी थी । हालाँकि, अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म जादूगर के बाद प्रकाश मेहरा कोई हिट फिल्म नहीं दे सके। लेकिन, एक समय उन्होंने ज़ंजीर का रीमेक बनाने का इरादा किया था। इस रीमेक फिल्म में इंस्पेक्टर विजय का किरदार अभिषेक बच्चन को करना था। अमिताभ बच्चन उसके पिता अजय बने थे और प्राण को खान साहेब का किरदार करना था। लेकिन, कुछ कारणों से यह फिल्म ऐलान से आगे नहीं बढ़ सकी। इसके बाद २०१३ में प्रकाश मेहरा के बेटे अमित मेहरा ने कुछ दूसरे निर्माताओं के साथ अपूर्व लखिया के निर्देशन में ज़ंजीर को रीमेक किया। फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी बच्चन, प्राण और अजित वाला किरदार क्रमशः रामचरण तेज, प्रियंका चोपड़ा, संजय दत्त और प्रकाश राज ने किया। लेकिन, फिल्म बुरी तरह से असफल हुई।
Monday 16 May 2016
स्टीवन स्पीलबर्ग ने कहा- फायर हर राइट नाउ !
२१ साल की मेगन डेनिस फॉक्स के लिए ट्रांसफार्मर में काम करना सुनहरे ख्वाबों का सच हो जाने जैसा था। उस समय तक मेगन वीडियो या टीवी सीरीज में काम कर रही थी। हालाँकि, उनके नाम के सामने कंफेशंस ऑफ़ टीनएज ड्रामा क्वीन जैसी फिल्म का नाम दर्ज़ था। लेकिन, ट्रांसफार्मर्स में शिया बेलोउफ जैसा एक्टर काम कर रहा था। इस मेन-मशीन की टक्कर वाली एक्शन, एडवेंचर विज्ञानं फैंटसी फिल्म ट्रांसफार्मर्स' में मेगन फॉक्स के लिये करने से ज़्यादा दिखाने के पूरे मौके थे। मेगन ने इसका भरपूर फायदा उठाया। उन्होंने अपनी सेक्स अपील का ऐसा प्रदर्शन किया कि फिल्म मेन मशीन और वुमन की बन गई। मेगन फॉक्स १६ साल के लड़कों की सेक्स फैंटसी बन गई। यह फिल्म ३ जुलाई २००७ को रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म के बाद मेगन ने रिवेंज ऑफ़ द फालेन भी की। जेनिफर्स बॉडी ने मेगन को स्थापित अभिनेत्री बना दिया। जोन हेक्स और पैशन प्ले के बाद जब मेगन फॉक्स ट्रांसफार्मर्स सीरीज की तीसरी फिल्म डार्क ऑफ़ द मून की शूटिंग करने गई तो बिलकुल बदली हुई थी। उनका मानना था कि फिल्म के डायरेक्टर माइकल बे डिक्टेटर जैसा व्यवहार करते हैं। इसलिए, जब शिया बेलोउफ के साथ फिल्म की शूट के लिए मेगन पहुंची तो उनका व्यवहार काफी खराब था। सेट पर लोगों से उन्होंने हाय हेलो तक नहीं की। मौजूद लोगों का कहना था कि वह हाय हेलो के बजाय थैंक्स यु बोल रही थी। माइकल बे, जिन्होंने मेगन फॉक्स को इतना बड़ा मौका दिया था, वह उनका अपमान कर रही थी। जब यह बात फिल्म के निर्माता स्टीवन स्पीलबर्ग को मालूम ही तो उन्होंने नाराज़ी भरे लहज़े में कहा, "फायर हर राइट नाउ। " इसके साथ ही मेगन फॉक्स की जगह रोसी हटिंगटन व्हिटले आ गई। आज मेगन फॉक्स का ३१ वा जन्मदिन है।
मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स के १० बिलियन
जैसी की उम्मीद थी, मार्वेल स्टूडियोज की फेज थ्री की पहली फिल्म कैप्टेन अमेरिका : सिविल वॉर ने पहले हफ्ते की तरह दूसरे वीकेंड में भी बॉक्स ऑफिस पर पैसों का ढेर लगा दिया है। दूसरे वीकेंड में ७२.५ मिलियन डॉलर की कमाई कर सिविल वॉर इस हफ्ते नई प्रदर्शित फिल्मों मनी मॉन्स्टर और द डार्कनेस से आसानी से आगे निकल गई है। इस कमाई के ज़रिये मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स फ्रैंचाइज़ी ने १० डॉलर के आंकड़ों को पार कर लिया है। सिविल वॉर बॉक्स ऑफिस पर जैसा धमाल मचा रही है, उससे लगता नहीं कि यह सिलसिला यहीं रुकने वाल है। कैप्टेन अमेरिका :सिविल वॉर मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की १३ वी तथा तीसरे फेज की पहली फिल्म है। मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स द्वारा तीसरे फेज में कुल १० फ़िल्में रिलीज़ की जानी हैं। यह फ्रैंचाइज़ी २०१४ में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की फ्रैंचाइज़ी बन गई थी। इसने वार्नर ब्रदर्स की हैरी पॉटर फ्रैंचाइज़ी के घरेलु बाज़ार में २.३९ बिलियन डॉलर तथा वर्ल्ड वाइड ७.७ बिलियन डॉलर के बिज़नेस को पछाड़ दिया है। यह फ्रैंचाइज़ी घरेलु बाजार में ३.८ बिलियन डॉलर का बिज़नेस कर चुकी है। हालाँकि, हैरी पॉटर फ्रैंचाइज़ी में फैंटास्टिक बीस्ट्स और वेयर टू फंड देम इस साल बाद में रिलीज़ होनी हैं , लेकिन ऐसा नहीं लगता कि मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स का १० बिलियन डॉलर वर्ल्डवाइड का आंकड़ा छुआ जा सकेगा। हालाँकि, मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स को चुनौती पेश आयेगी स्टार वार्स से। स्टार वार्स: द फ़ोर्स अवकेंस ने घरेलु बाजार में ९३६.४ मिलियन और वर्ल्डवाइड २.०६ बिलियन डॉलर का कलेक्शन कर पिछले सारे रेकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया था। सुनने में आ रहा है कि डिज्नी का इरादा हर साल एक नई स्टार वार्स मूवी रिलीज़ करने का है। मगर, मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स हर साल कम से कम दो फ़िल्में रिलीज़ कर रहा है। उसका इरादा इसे तीन फिल्मों तक ले जाने का है। सिविल वॉर के यूनिवर्स की फेज ३ में डॉक्टर स्ट्रेंज ४ नवंबर को रिलीज़ होनी है। डॉक्टर स्ट्रेंज एक एक्शन एडवेंचर फैंटसी फिल्म है। फिल्म की कहानी के अनुसार एक अक्खड़ डॉक्टर को उसका करियर नष्ट हो जाने के बाद एक जादूगर का साथ मिलता है, जो उसे बुरी ताकतों से दुनिया को बचाने का प्रशिक्षण देता है। स्कॉट डेरिक्सन निर्देशित इस फिल्म में बेनेडिक्ट कंबरबैच डॉक्टर स्ट्रेंज के किरदार में हैं। अन्य भूमिकाओं में टिल्डा स्विंटन, मैडस मिकेलसन, रेचल मैकएडम्स, स्कॉट अड्किन्स, आदि हैं। इसके बाद अगले साल मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की फिल्मों की शुरुआत गार्डियन्स ऑफ़ द गैलेक्सी २ की रिलीज़ से होगी, जो ५ मई २०१७ को रिलीज़ होगी। इसके बाद ७ जुलाई को स्पाइडर-मैन : होमकमिंग और ३ नवंबर को थॉर: रगनरोक रिलीज़ होनी है। २०२० तक मार्वल सिनेमेटिक यूनिवर्स से ब्लैक पैंथर (१६ फरवरी २०१८), अवेंजर्स: इंफिनिटी वॉर पार्ट १ (४ मई २०१८), अंट-मैन एंड द वास्प (६ जुलाई २०१८), कैप्टेन मार्वेल (८ मार्च २०१९) और अवेंजर्स: इंफिनिटी वॉर पार्ट २ (३ मई २०१९) रिलीज़ होंगी। स्टूडियो ने २०२० में १ मई, १० जुलाई और ६ नवंबर की तारीखें अपनी फिल्मों के लिए अभी से बुक कर रखी हैं। संभव है कि कैप्टेन अमेरिका: सिविल वॉर इस हफ्ते १ बिलियन डॉलर का अंक छू ले। यह भी संभव है कि यह मार्वेल सिनेमेटिक यूनिवर्स की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म द अवेंजर्स (२०१२) के १.५ बिलियन डॉलर के आंकड़े को भी ध्वस्त कर दे। परन्तु, उसके लिए द अवेंजर्स के घरेलु बाजार में ६२३.३ मिलियन डॉलर के अंक को छूना इतना आसान भी नहीं होगा। क्योंकि, इसी महीने ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स की फिल्म एक्स-मेन : अपोकैलिप्स (२७ मई २०१६) रिलीज़ होनी है। यह फिल्म भारत में २० मई २०१६ को रिलीज़ हो रही है।
Sunday 15 May 2016
जब करियर ख़त्म हो गया इन अभिनेत्रियों का !
बॉलीवुड में गजिनी जैसी १०० करोडिया फिल्म से प्रवेश करने वाली असिन ने इस साल १९ जनवरी को माइक्रोमैक्स मोबाइल के सह संस्थापक राहुल शर्मा से शादी कर ली। असिन का चौंकाने वाला निर्णय यह रहा कि उन्होंने लिखित रूप से यह बयान जारी किया कि वह अब कोई नई फिल्म साइन नहीं करेंगी। उन्होने अपने हाथ की फिल्मों को ज़ल्दी पूरी करने के लीये अपनी फिल्म निर्माताओं को बहुत पहले ही नोटिस दे दिया था।
शादी के बाद फिल्मों को टाटा
असिन पहली या इकलौती ऎसी अभिनेत्री नहीं थी, जिन्होंने शादी के बाद फिल्मों को अलविदा कह दी। साठ के दशक में अभिनेत्री नर्गिस ने अपने मदर इंडिया फिल्म के बेटे सुनील दत्त से शादी करने के बाद अपने करियर को विराम दे दिया। अभिनेत्री सायरा बानू ने भी दिलीप कुमार शादी करने के बाद हमेशा के लिए फ़िल्में छोड़ दी। सत्तर के दशक में बबिता और नीतू सिंह जैसी मशहूर अभिनेत्रियों ने कपूर खानदान की बहु बनाने की खातिर अपने सुनहरे करियर को लात मार दी। १९८८ में कातिल फिल्म से डेब्यू करने वाली संगीता बिजलानी ने हथियार, बंटवारा, त्रिदेव, जुर्म, आदि फिल्मों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन से निकाह पढ़वाने के बाद अपने सुनहरे करियर को अलविदा कह दी। त्रिदेव में संगीता की कोस्टार सोनम ने भी फिल्म के निर्देशक राजीव राय से शादी करने के बाद फिल्मों से मुंह मोड़ लिया। घायल, घातक,दामिनी, मेरी जंग, आदि कामयाब फिल्मों की टॉप एक्ट्रेस मीनाक्षी शेषाद्री ने हरीश मैसूरी से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। हेमंत विराजे के साथ बी-ग्रेड फिल्म टार्ज़न से अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत करने वाली किमी काटकर ने फिल्म हम में अमिताभ बच्चन की नायिका बन कर बुलंदियां छुई थी। उन्होंने भी सेलेब्रिटी फोटोग्राफर शांतनु शोरे से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। ऐसे ही कई उदाहरण हैं, जिनमें स्थापित अभिनेत्रियों ने अपने सुनहरे करियर का मोह नहीं किया। जेनेलिया डिसूजा ने रितेश देशमुख से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। सलमान खान की सुपरहिट फिल्म वांटेड की नायिका आयशा टाकिया ने करियर पर अपने बचपन के साथी फरहान अजमी के साथ शादी को तरजीह दी।
शादी के बाद भाग्यश्री का भाग्य !
भाग्यश्री पटवर्धन की पहली फिल्म सलमान खान के साथ मैंने प्यार किया सुपर हिट साबित हुई थी। फिल्म निर्माता इस हिट जोड़ी के साथ कुछ और फ़िल्में बनाए जाने का ऐलान करते कि भाग्यश्री ने अपने बचपन के दोस्त हिमालय से शादी कर फ़िल्में छोड़ने का एलान कर दिया। डिंपल कपाडिया के बाद बॉलीवुड को यह बड़ा झटका था। इसके बावजूद फिल्म निर्माता भाग्यश्री की घेराबंदी करने में जुटे रहे। इस पर भाग्यश्री ने फिल्मों में वापसी के लिए हां तो की, लेकिन इस शर्त के साथ कि उनकी हर फिल्म का नायक उनका पति हिमालय होगा। इस शर्त ने कई निर्माताओं को भाग्यश्री से दूर छिटका दिया। जिन निर्मातों ने भाग्यश्री की शर्त के अनुरूप हिमालय के साथ फ़िल्में बनाई, अपना हाथ बुरी तरह से जला बैठे। इसके साथ ही भाग्यश्री का फिल्म करियर बिलकुल ख़त्म हो गया।
ऎसी बहुत सी अभिनेत्रियां हैं, जिनका करियर अंडरवर्ल्ड चर गया। अंडरवर्ल्ड के लोगों का साथ और रोमांस कई अभिनेत्रियों के करियर के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। आइये जानते हैं ऎसी ही कुछ अभिनेत्रियों के बारे में -
जस्मीन का करियर वीराना
जैस्मिन ने वीराना (१९८८) से पहले दो फ़िल्में सरकारी मेहमान (१९७९) और डिवोर्स (१९८४) भी की थी। लेकिन, उनके सुस्त करियर को उड़ान मिली थी, श्याम रामसे और तुलसी रामसे की डायरेक्टर जोड़ी की फिल्म वीराना की सेक्स भूमिका से। इस फिल्म में उन्होंने जम कर कामुक अंग प्रदर्शन किया था तथा हावभाव दिखाये थे। उन्हें लगता था कि इससे उनका करियर उड़ान भरने लगेगा। ऐसा होता भी। लेकिन, जैस्मिन के भरे बदन को नज़र लग गई अंडरवर्ल्ड की। उन्हें सेक्स करने के लिए बुलाये जाने वाले टेलीफोन आने लगे। आगे भी फ़िल्में करने की इच्छुक जैस्मिन ने पुलिस में रिपोर्ट भी लिखाई। लेकिन, उन दिनों महाराष्ट्र पुलिस अंडरवर्ल्ड की गुलाम बनी हुई थी। जैस्मिन की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। नतीजे के तौर पर जैस्मिन ने हिंदी फिल्मों को अलविदा कह कर अमेरिका में शादी कर घर बसा लिया।
शादी के बाद फिल्मों को टाटा
असिन पहली या इकलौती ऎसी अभिनेत्री नहीं थी, जिन्होंने शादी के बाद फिल्मों को अलविदा कह दी। साठ के दशक में अभिनेत्री नर्गिस ने अपने मदर इंडिया फिल्म के बेटे सुनील दत्त से शादी करने के बाद अपने करियर को विराम दे दिया। अभिनेत्री सायरा बानू ने भी दिलीप कुमार शादी करने के बाद हमेशा के लिए फ़िल्में छोड़ दी। सत्तर के दशक में बबिता और नीतू सिंह जैसी मशहूर अभिनेत्रियों ने कपूर खानदान की बहु बनाने की खातिर अपने सुनहरे करियर को लात मार दी। १९८८ में कातिल फिल्म से डेब्यू करने वाली संगीता बिजलानी ने हथियार, बंटवारा, त्रिदेव, जुर्म, आदि फिल्मों के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन से निकाह पढ़वाने के बाद अपने सुनहरे करियर को अलविदा कह दी। त्रिदेव में संगीता की कोस्टार सोनम ने भी फिल्म के निर्देशक राजीव राय से शादी करने के बाद फिल्मों से मुंह मोड़ लिया। घायल, घातक,दामिनी, मेरी जंग, आदि कामयाब फिल्मों की टॉप एक्ट्रेस मीनाक्षी शेषाद्री ने हरीश मैसूरी से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। हेमंत विराजे के साथ बी-ग्रेड फिल्म टार्ज़न से अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत करने वाली किमी काटकर ने फिल्म हम में अमिताभ बच्चन की नायिका बन कर बुलंदियां छुई थी। उन्होंने भी सेलेब्रिटी फोटोग्राफर शांतनु शोरे से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। ऐसे ही कई उदाहरण हैं, जिनमें स्थापित अभिनेत्रियों ने अपने सुनहरे करियर का मोह नहीं किया। जेनेलिया डिसूजा ने रितेश देशमुख से शादी के बाद फ़िल्में छोड़ दी। सलमान खान की सुपरहिट फिल्म वांटेड की नायिका आयशा टाकिया ने करियर पर अपने बचपन के साथी फरहान अजमी के साथ शादी को तरजीह दी।
शादी के बाद भाग्यश्री का भाग्य !
भाग्यश्री पटवर्धन की पहली फिल्म सलमान खान के साथ मैंने प्यार किया सुपर हिट साबित हुई थी। फिल्म निर्माता इस हिट जोड़ी के साथ कुछ और फ़िल्में बनाए जाने का ऐलान करते कि भाग्यश्री ने अपने बचपन के दोस्त हिमालय से शादी कर फ़िल्में छोड़ने का एलान कर दिया। डिंपल कपाडिया के बाद बॉलीवुड को यह बड़ा झटका था। इसके बावजूद फिल्म निर्माता भाग्यश्री की घेराबंदी करने में जुटे रहे। इस पर भाग्यश्री ने फिल्मों में वापसी के लिए हां तो की, लेकिन इस शर्त के साथ कि उनकी हर फिल्म का नायक उनका पति हिमालय होगा। इस शर्त ने कई निर्माताओं को भाग्यश्री से दूर छिटका दिया। जिन निर्मातों ने भाग्यश्री की शर्त के अनुरूप हिमालय के साथ फ़िल्में बनाई, अपना हाथ बुरी तरह से जला बैठे। इसके साथ ही भाग्यश्री का फिल्म करियर बिलकुल ख़त्म हो गया।
ऎसी बहुत सी अभिनेत्रियां हैं, जिनका करियर अंडरवर्ल्ड चर गया। अंडरवर्ल्ड के लोगों का साथ और रोमांस कई अभिनेत्रियों के करियर के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। आइये जानते हैं ऎसी ही कुछ अभिनेत्रियों के बारे में -
जस्मीन का करियर वीराना
जैस्मिन ने वीराना (१९८८) से पहले दो फ़िल्में सरकारी मेहमान (१९७९) और डिवोर्स (१९८४) भी की थी। लेकिन, उनके सुस्त करियर को उड़ान मिली थी, श्याम रामसे और तुलसी रामसे की डायरेक्टर जोड़ी की फिल्म वीराना की सेक्स भूमिका से। इस फिल्म में उन्होंने जम कर कामुक अंग प्रदर्शन किया था तथा हावभाव दिखाये थे। उन्हें लगता था कि इससे उनका करियर उड़ान भरने लगेगा। ऐसा होता भी। लेकिन, जैस्मिन के भरे बदन को नज़र लग गई अंडरवर्ल्ड की। उन्हें सेक्स करने के लिए बुलाये जाने वाले टेलीफोन आने लगे। आगे भी फ़िल्में करने की इच्छुक जैस्मिन ने पुलिस में रिपोर्ट भी लिखाई। लेकिन, उन दिनों महाराष्ट्र पुलिस अंडरवर्ल्ड की गुलाम बनी हुई थी। जैस्मिन की रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। नतीजे के तौर पर जैस्मिन ने हिंदी फिल्मों को अलविदा कह कर अमेरिका में शादी कर घर बसा लिया।
मैली हो गई मन्दाकिनी
राजकपूर की फिल्म राम तेरी गंगा मैली से मेरठ की यास्मीन जोसफ का मन्दाकिनी नाम से प्रवेश हुआ था। इस फिल्म में उनके झरने के नीचे सफ़ेद साडी में स्नान करते और ट्रेन में अपने बच्चे को दूध पिलाने के दृश्यों ने मन्दाकिनी को हिट बना दिया। उन्होंने १९८५ से १९९० के बीच कोई ३७ फ़िल्में की। उनकी मिथुन चक्रवर्ती के साथ जोड़ी पसंद की गई। इसी दौरान उनका नाम कुख्यात गैंगस्टर दाऊद इब्राहीम से जुड़ा। १९९९४ में मन्दाकिनी और दाऊद की साथ तस्वीरों ने सनसनी फैला दी। उस समय तक दाऊद की डी कंपनी आतंकवाद को लेकर आरोपित हो चुकी थी। इसलिए फिल्म निर्माता मन्दाकिनी से लगे। दाऊद से नाम जुड़ने के बाद मन्दाकिनी ने १९९१ से १९९६ तक केवल दो फ़िल्में की। ज़ोरदार (१९९६) के साथ उनका करियर ख़त्म हो गया।
अबू सालेम की प्रेम दीवानी मोनिका बेदी
जहाँ मन्दाकिनी के करियर को दाऊद खा गया, वहीँ मोनिका बेदी को दाऊद का दाहिना हाथ अबु सालेम का प्रेम बर्बाद कर गया। हालाँकि, मोनिका बड़ी को संजय दत्त और गोविन्द जैसी एक्टरों की फिल्म जोड़ी नंबर वन अंडरवर्ल्ड के इशारे पर ही मिली। लेकिन, मोनिका अबु सालेम की ऎसी दीवानी हुई कि भारत छोड़ कर पुर्तगाल और स्पेन तक जा पहुंची। अभी उन्हें टीवी सीरियल सरस्वतीचंद्र से बॉलीवुड में वापसी के लिए जद्दोजहद करते देखा गया।
प्रोडूसर से पंगा तो करियर कहाँ चंगा !
अपनी फिल्मों के प्रोड्यूसरों से पंगा लेना सलमा आगा और महिमा चौधरी को भारी पड़ा। पाकिस्तान की अभिनेत्री सलमा आगा के करियर की शुरुआत बीआर चोपड़ा की इस्लाम में तीन तलाक की बुराइयों पर आधारित फिल्म निकाह से हुई थी। निकाह हिट हुई। लेकिन, सलमा आगा ने बीआर चोपड़ा से पंगा ले लिया। नतीजे के तौर पर कुछ सफल असफल फिल्मों के बाद सलमा आगा को बॉलीवुड को अलविदा कहानी पड़ी। कुछ यही कहानी सुभाष घई की फिल्म परदेस की नायिका महिमा चौधरी की भी है। उन्होंने सुभाष घई को फिल्म के प्रचार में हिस्सा न लेकर नाराज़ कर दिया। धीरे धीरे उनका करियर ख़त्म हो गया।
जब गायत्री जोशी के लिए विदेश बनी 'स्वदेस'
गायत्री जोशी एक पढ़ी लिखी युवती और पेशे से मॉडल थी। उन्हें उनकी खूबसूरती और योग्यता के अनुरूप शाहरुख़ खान के साथ आशुतोष गोवारिकर की फिल्म स्वदेस मिली भी। इस फिल्म में गीत के किरदार में गायत्री ने अपनी अभिनय प्रतिभा प्रदर्शित भी की थी। हालाँकि, फिल्म फ्लॉप हुई थी, लेकिन गायत्री ने दर्शकों का ध्यान खींचा था। मगर इस फिल्म के बाद गायत्री ने फिल्मों को अलविदा कह दिया। बताते हैं कि स्वदेस बनने के दौरान ही ऐसा कुछ घटा था कि उन्होंने फ़िल्में छोड़ने का मन बना लिया। उन्होंने एक बिजनेसमैन विकास ओबेरॉय के साथ शादी कर ली।
शोषण के खिलाफ किमी काटकर
टार्ज़न में अपनी सूती देह का उदार प्रदर्शन करने वाली किमी काटकर फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों के शोषण और गैर बराबरी के व्यवहार के सख्त खिलाफ थी। वह हर मौके पर इसका विरोध करती रहती थी। जब उन्हें लगा कि इंडस्ट्री में बदलाव लाना संभव नहीं है तो उन्होंने शादी की घोषणा के साथ इंडस्ट्री में गैर बराबरी के विरोध में भी बयान जारी किया।
राजकपूर की फिल्म राम तेरी गंगा मैली से मेरठ की यास्मीन जोसफ का मन्दाकिनी नाम से प्रवेश हुआ था। इस फिल्म में उनके झरने के नीचे सफ़ेद साडी में स्नान करते और ट्रेन में अपने बच्चे को दूध पिलाने के दृश्यों ने मन्दाकिनी को हिट बना दिया। उन्होंने १९८५ से १९९० के बीच कोई ३७ फ़िल्में की। उनकी मिथुन चक्रवर्ती के साथ जोड़ी पसंद की गई। इसी दौरान उनका नाम कुख्यात गैंगस्टर दाऊद इब्राहीम से जुड़ा। १९९९४ में मन्दाकिनी और दाऊद की साथ तस्वीरों ने सनसनी फैला दी। उस समय तक दाऊद की डी कंपनी आतंकवाद को लेकर आरोपित हो चुकी थी। इसलिए फिल्म निर्माता मन्दाकिनी से लगे। दाऊद से नाम जुड़ने के बाद मन्दाकिनी ने १९९१ से १९९६ तक केवल दो फ़िल्में की। ज़ोरदार (१९९६) के साथ उनका करियर ख़त्म हो गया।
अबू सालेम की प्रेम दीवानी मोनिका बेदी
जहाँ मन्दाकिनी के करियर को दाऊद खा गया, वहीँ मोनिका बेदी को दाऊद का दाहिना हाथ अबु सालेम का प्रेम बर्बाद कर गया। हालाँकि, मोनिका बड़ी को संजय दत्त और गोविन्द जैसी एक्टरों की फिल्म जोड़ी नंबर वन अंडरवर्ल्ड के इशारे पर ही मिली। लेकिन, मोनिका अबु सालेम की ऎसी दीवानी हुई कि भारत छोड़ कर पुर्तगाल और स्पेन तक जा पहुंची। अभी उन्हें टीवी सीरियल सरस्वतीचंद्र से बॉलीवुड में वापसी के लिए जद्दोजहद करते देखा गया।
प्रोडूसर से पंगा तो करियर कहाँ चंगा !
अपनी फिल्मों के प्रोड्यूसरों से पंगा लेना सलमा आगा और महिमा चौधरी को भारी पड़ा। पाकिस्तान की अभिनेत्री सलमा आगा के करियर की शुरुआत बीआर चोपड़ा की इस्लाम में तीन तलाक की बुराइयों पर आधारित फिल्म निकाह से हुई थी। निकाह हिट हुई। लेकिन, सलमा आगा ने बीआर चोपड़ा से पंगा ले लिया। नतीजे के तौर पर कुछ सफल असफल फिल्मों के बाद सलमा आगा को बॉलीवुड को अलविदा कहानी पड़ी। कुछ यही कहानी सुभाष घई की फिल्म परदेस की नायिका महिमा चौधरी की भी है। उन्होंने सुभाष घई को फिल्म के प्रचार में हिस्सा न लेकर नाराज़ कर दिया। धीरे धीरे उनका करियर ख़त्म हो गया।
जब गायत्री जोशी के लिए विदेश बनी 'स्वदेस'
गायत्री जोशी एक पढ़ी लिखी युवती और पेशे से मॉडल थी। उन्हें उनकी खूबसूरती और योग्यता के अनुरूप शाहरुख़ खान के साथ आशुतोष गोवारिकर की फिल्म स्वदेस मिली भी। इस फिल्म में गीत के किरदार में गायत्री ने अपनी अभिनय प्रतिभा प्रदर्शित भी की थी। हालाँकि, फिल्म फ्लॉप हुई थी, लेकिन गायत्री ने दर्शकों का ध्यान खींचा था। मगर इस फिल्म के बाद गायत्री ने फिल्मों को अलविदा कह दिया। बताते हैं कि स्वदेस बनने के दौरान ही ऐसा कुछ घटा था कि उन्होंने फ़िल्में छोड़ने का मन बना लिया। उन्होंने एक बिजनेसमैन विकास ओबेरॉय के साथ शादी कर ली।
शोषण के खिलाफ किमी काटकर
टार्ज़न में अपनी सूती देह का उदार प्रदर्शन करने वाली किमी काटकर फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों के शोषण और गैर बराबरी के व्यवहार के सख्त खिलाफ थी। वह हर मौके पर इसका विरोध करती रहती थी। जब उन्हें लगा कि इंडस्ट्री में बदलाव लाना संभव नहीं है तो उन्होंने शादी की घोषणा के साथ इंडस्ट्री में गैर बराबरी के विरोध में भी बयान जारी किया।
सबीहा और राजेश खन्ना का अनोखा रिश्ता
पुराने जमाने की अभिनेत्री अमीता की बेटी सबीहा ने अब्बास मस्तान की फिल्म खिलाड़ी में इस अपने मासूम चहरे और अभिनयशीलता से फिल्म निर्माताओं और दर्शकों को प्रभावित किया था। लेकिन, पहली फिल्म अनोखा रिश्ता में राजेश खन्ना से पंगा लेना उन पर भारी पड़ा। बताते हैं कि अपनी बेटी को बड़ा प्रचार दिलाने के लिए अमीता ने पत्रकारों से यह कह दिया कि अनोखा रिश्ता की शूटिगं के दौरान राजेश खन्ना ने सबीहा के साथ कास्टिंग काउच करना चाहा था। राजेश खन्ना ने अमीता की इस हरकत का बुरा माना। कहा जाता है कि राजेश खन्ना के इशारे पर निर्मातों ने सबीहा को फिर अपनी फिल्मों में साइन नहीं करवाया।
पुराने जमाने की अभिनेत्री अमीता की बेटी सबीहा ने अब्बास मस्तान की फिल्म खिलाड़ी में इस अपने मासूम चहरे और अभिनयशीलता से फिल्म निर्माताओं और दर्शकों को प्रभावित किया था। लेकिन, पहली फिल्म अनोखा रिश्ता में राजेश खन्ना से पंगा लेना उन पर भारी पड़ा। बताते हैं कि अपनी बेटी को बड़ा प्रचार दिलाने के लिए अमीता ने पत्रकारों से यह कह दिया कि अनोखा रिश्ता की शूटिगं के दौरान राजेश खन्ना ने सबीहा के साथ कास्टिंग काउच करना चाहा था। राजेश खन्ना ने अमीता की इस हरकत का बुरा माना। कहा जाता है कि राजेश खन्ना के इशारे पर निर्मातों ने सबीहा को फिर अपनी फिल्मों में साइन नहीं करवाया।
जब नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता पर छलांग लगा दी
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को नाना पाटेकर के साथ फिल्म हॉर्न ओके प्लीज में एक आइटम सांग पो पो पो करना था। इस गीत के दौरान कोरियोग्राफर ने तनुश्री से कुछ इंटिमेट सीन करने के लिये कहा। तनुश्री ने ऐसा करने से मना कर दिया। इस पर नाना पाटेकर ने कथित तौर पर तनुश्री से गालीगलोच की। सेट पर मौजूद कुछ लोग बताते हैं कि नाना ने तनुश्री को दबोचने के लिए उन पर छलांग लगा दी थी। इस घटना के बाद भयभीत तनुश्री हॉर्न ओके प्लीज के सेट पर ही वापस नहीं लौटी, बल्कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को ही छोड़ दिया।
राजेंद्र कांडपाल
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को नाना पाटेकर के साथ फिल्म हॉर्न ओके प्लीज में एक आइटम सांग पो पो पो करना था। इस गीत के दौरान कोरियोग्राफर ने तनुश्री से कुछ इंटिमेट सीन करने के लिये कहा। तनुश्री ने ऐसा करने से मना कर दिया। इस पर नाना पाटेकर ने कथित तौर पर तनुश्री से गालीगलोच की। सेट पर मौजूद कुछ लोग बताते हैं कि नाना ने तनुश्री को दबोचने के लिए उन पर छलांग लगा दी थी। इस घटना के बाद भयभीत तनुश्री हॉर्न ओके प्लीज के सेट पर ही वापस नहीं लौटी, बल्कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को ही छोड़ दिया।
राजेंद्र कांडपाल
Subscribe to:
Posts (Atom)