Tuesday 31 January 2017

मल्लिका शेरावत बनेंगी ज़ीनत

बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री मल्लिका शेरावत हॉलीवुड फिल्मों के लिए पिछले दो सालों से देश-विदेश भटक रही थी। हिंदी फिल्मो में भी मल्लिका ने आइटम सांग्स ही किये। बतौर नायिका उनकी पिछली हिंदी फिल्म डर्टी पॉलिटिक्स २०१५ में रिलीज़ हुई थी।  उनकी एक चीनी फिल्म टाइम रेडर्स का किसी ने नाम तक नहीं सुना।  हार कर उन्होंने फिर से बॉलीवुड का रुख किया है।  उन्हें काम पाने में सफलता भी मिली है।  डायरेक्टर सन्देश बी नायक की फिल्म ज़ीनत की वह ज़ीनत हैं।  यह संबंधों पर आधारित एक सोशल ड्रामा फिल्म है।  इस फिल्म के बारे में बताते हुए ज़ीनत यानि मल्लिका शेरावत कहती हैं, "ज़ीनत की स्क्रिप्ट बिलकुल वैसी ही है, जैसी स्क्रिप्ट वाली किसी फिल्म में मैं काम करना चाहती थी।  मैं खुशनसीब हूँ कि मुझे ऎसी फिल्म में अभिनय करने का मौक़ा मिल रहा है जो कमर्शियल होने के साथ साथ  समाज के बड़े वर्ग के लिए संदेशात्मक भी है।  मैंने इससे पहले ऐसी कोई भूमिका नहीं की है। " ज़ीनत एक सितारा बहुल फिल्म है।  इस फिल्म की शूटिंग जल्द ही शुरू की जाएगी।  इस फिल्म को २०१७ के अंत में रिलीज़ किये जाने की योजना है।

Monday 30 January 2017

सोनाक्षी सिन्हा बनना चाहती हैं बॉलीवुड मिला जोवोविच

बॉलीवुड पर रेजिडेंट ईविल के फाइनल चैप्टर का बुखार चढ़ चूका है। हॉलीवुड करैक्टर ऐलिस के रूप में ज़ॉम्बीज़ का नाश करने वाली फिल्म रेजिडेंट ईविल : द फाइनल चैप्टर की नायिका मिला जोवोविच हिंदी फिल्मों की नायिकाओं के आकर्षण का केंद्र हैं।  पॉल डब्लू एंडरसन निर्देशित रेजिडेंट ईविल सीरीज की इस छठवीं कड़ी मिला जोवोविच उन पर हमला करने के लिए पीछे दौड़ रहे ज़ॉम्बीज़ पर पलटवार करती हैं। बताया जा रहा है कि रेसिडेंट ईविल की यह आखिरी कड़ी होगी।  इस फिल्म की अनुभूति पर सोनी पिक्चर्स ने भारत में वर्चुअल रियलिटी इमर्सिव गेमिंग एक्सपीरियंस लांच किया है। इस एक्सपीरियंस को देख रहा हरेक शख्स मानवता को ज़ॉम्बीज़ से बचाने के लिए ऐलिस की लड़ाई को वास्तविक रूप में समझ सकेगा।  इस द रोड टू रैकून सिटी के डब संस्करण में फिल्म के कंपा देने वाले एक्शन और रोमांच को अनुभव करने के लिए बॉलीवुड की अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा पहली दर्शक बनी। वह वीआर गिलास आँखों पर चढ़ाए और गेम के कंपन से बचाने के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट पहने ऐलिस के किरदार में पहुंची थी।  उनके हाथों में ऐलिस वाली बन्दूक भी थी।  वह स्क्रीन पर दौड़ रहे ज़ॉम्बीज़ को अपने हाथ की बन्दूक से शूट भी करती जा रही थी।  इस एक्सपीरियंस के बाद बेहद खुश दिखाई दे रही सोनाक्षी सिन्हा ने एक्शन फिल्मों और वीडियो गेम्स के प्रति अपने प्यार को जताते हुए कहा, "अगर रेसिडेंट ईविल का भारतीय रीमेक बनाया जाता आई तो मैं मिला जोवोविच के किरदार को करना चाहती हूँ ।" इसमें कोई शक़ नहीं कि सोनाक्षी सिन्हा ऐलिस के किरदार में फबेंगी।  अपनी अकीरा और फाॅर्स २ जैसी फिल्मों से उन्होंने इसे साबित भी किया है।  रेसिडेंट ईविल : द फाइनल चैप्टर ३ फरवरी को रिलीज़ हो रही है। 

Thursday 26 January 2017

कोलाइड : डकैती में सब गड़बड़ हो गई

निर्देशक एरन क्रीव्य की एक्शन थ्रिलर फिल्म कोलाइड एक डकैती की पृष्ठभूमि पर है।  एक डकैती के दौरान सब कुछ गड़बड़ हो जाता है।  अब कैसी स्टीन को हजन के हत्यारे गैंग से बच कर भागना पड़ रहा है।  वह कोलोन के हाईवे पर सरपट भगा जा रहा है। कैसी ने यह डकैती अपनी प्रेमिका जूलिएट की जान को बचाने के लिए डाली है।  जबकि, अब उसकी जान के ही लाले पड़ गए हैं। ; उसे अपनी प्रेमिका की जान के साथ साथ खुद को भी बचाना है।  फिल्म में कैसी स्टीन की भूमिका निकोलस होउटे, प्रेमिका जूलिएट मार्ने  की भूमिका फ़ेलिसिटी जोंस कर रही हैं।  जबकि, गैंग लीडर हजन कहल अन्थोनी होपकिन्स तथा बेन किंग्सले गरेन बने हैं। ; यहाँ बताते चलें कि अन्थोनी होपकिन्स ने द साइलेंस ऑफ़ द लैम्ब्स और बेन किंग्सले ने गांधी के लिए श्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर अवार्ड जीत है।  फ़ेलिसिटी जोंस  २०१४ में द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग के लिए नॉमिनेट हुई थी।  कोलाइड इंग्लिश और जर्मन भाषा में बनाई गई है।  इस फिल्म का निर्देशन करने वाले एरन क्रीव्य की फिल्म वेलकम टू द पंच को काफी पसंद किया गया था।  कोलाइड के निर्माण में २९.२ मिलियन डॉलर खर्च हुए हैं।  यह फिल्म २४ फरवरी को रिलीज़ होगी। 

सात घंटों के ऑडिशन के बाद देव पटेल को मिली थी 'लायन'

डैनी बॉयल की ऑस्कर विजेता फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनेयर' से अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले १७ वर्षीय देव पटेल, अब ९ साल बाद फिर एक बिल्कुल ही अलग तरह के रोल के साथ दुनिया को चौंकाने वाले हैं। गार्थ डेविस द्वारा निर्देशित 'लायनएक आत्मकथात्मक फ़िल्म है। यह फिल्म कलकत्ता में अपने पैर्रेंट्स से बिछुड़ गए सारू की कहानी है, जो बड़ा होने पर अपनी पहचान पाने के लिए निकल पड़ता है। इस फिल्म में निकोल किडमन और रूनी मारा के अलावा देव पटेल के साथ कई भारतीय और हॉलीवुड के सितारे काम कर रहे हैं । यह फ़िल्म सारू ब्रियरली द्वारा लिखी गई आत्मकथा उपन्यास, 'अ लॉन्ग वे होम' पर आधारित है। सारू के रोल के लिए खुद को साबित करने के लिए देव पटेल को कई घंटों के पीड़ादायी रिहर्सल्स से गुजरना पड़ा कि देव भावनात्मक तरीक़े से तैयार किए गए व्यक्तित्व को परदे पर निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।  इस प्रकार से देव पटेल ने ७ घंटे तक ऑडिशन करवा कर गार्थ डेविस को राजी करने में सफलता हासिल की। 


Wednesday 25 January 2017

फ़िल्में हिट कराने का कामयाब फार्मूला नहीं हैं आइटम सांग्स


आज रिलीज़ होने जा रही दो फिल्मों रईस और काबिल, अपने बड़े नायकों शाहरुख़ खान और हृथिक रोशन के बावजूद, अपने आइटम सांग्स के कारण चर्चित हो रही हैं। ख़ास बात यह है कि दोनों ही फिल्मों के गीत पुरानी फिल्मों के गीतों के रीमिक्स है।  रईस में लैला ओ लैला के रीमिक्स वर्शन पर सनी लियॉन डांस कर रही हैं। यह गीत १९८० में रिलीज़ फ़िरोज़ खान की फिल्म क़ुरबानी के नाज़िया हसन के गाये और ज़ीनत अमान पर फिल्माए गए गीत का रीमिक्स वर्शन है।  राम संपत के रीमिक्स को पावनी पाण्डेय ने गाया है।  काबिल का आइटम सांग सारा ज़माना अभिनेत्री उर्वशी रौतेला पर फिल्माया गया है।  यह गीत १९८१ की फिल्म याराना का कल्याणजी आनंदजी का संगीतबद्ध गीत है।  इस अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया था।  उर्वशी के आइटम सांग को रफ़्तार और पायल देव ने रीमिक्स किया है।  हालाँकि, शाहरुख़ खान और हृथिक रोशन अपनी अपनी फिल्मों की सफलता को लेकर निश्चिन्त है।  लेकिन, यह सोचे जाने के कारण है कि अगर सफलता सुनिश्चित थी तो रईस और काबिल में आइटम सांग्स क्यों ? क्या आइटम सांग किसी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बेच ले जाते हैं या इनिशियल दिलवा पाते हैं ? भारतीय सिनेमा के इतिहास के आइटम गीतों पर नज़र डालें तो कभी कभी आइटम सांग सफलता की गारंटी नहीं साबित होते।
क्या आइटम सांग गर्ल थी वैजयंतीमाला !
इसमें कोई शक़ नहीं कि आइटम सांग दर्शकों को फिल्म की ओर आकर्षित करने के लिए रखे जाते हैं।  काफी फ़िल्में उदाहरण हैं, जिन्हें आइटम सांग की वजह से शुरुआती कामयाबी मिली और कई फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर कामयाब भी हुई।  लेकिन, यह तय है कि हर आइटम सांग किसी फिल्म को कामयाब क्या इनिशियल तक नहीं दिला सकता।  वैसे आइटम सांग्स को मनोरंजन के लिए ही समझा जाना चाहिए। इन गीतों को किसी फिल्म को हिट कराने का ज़िम्मा सौंपना ठीक नहीं।  फिल्म की तरफ दर्शकों को आकर्षित करने के लिहाज़ से कर्णप्रिय संगीत वाले झुमा देने वाले गीतों का चलन पचास के दशक में भी था।  फिल्म आर पर (१९५४) में शकीला पर फिल्माया गया बाबूजी धीरे चलना गीत, शायद ऐसा पहला प्रयास था।  उस दौर में अभिनेत्री वैजयंतीमाला पर काफी आइटम टाइप गीत फिल्माए गए।  इनमे नागिन का मेरा मन डोले, देवदास का जिसे तू कबूल कर ले, साधना का कहो जी तुम क्या क्या खरीदोगे, मधुमति का चढ़ गयो पापी बिछुवा, आदि गीत उन पर ख़ास तौर पर फिल्माए गए थे।  उस दौर में कुककू, हेलेन, मधुमति, आदि बतौर डांसर ही मशहूर हुई।  इन पर फिल्माए गए लगभग हर गीत पॉपुलर हुए।
राजकपूर को भी आइटम सांग की दरकार
वैजयंतीमाला अच्छी डांसर थी।  उन पर कैची नंबर्स पर डांस कराने का चलन सा बन गया था।   हालाँकि, इनकी मुख्य भूमिका वाली फिल्मों में दूसरी पेशेवर डांसर अभिनेत्रियां हुआ करती थी। फिल्म प्रिंस  में मुक़ाबला हमसे न करो गीत हेलेन के साथ वैजयंतीमाला के मुक़ाबले के कारण ख़ास बन गया था। परंतु, वैजयंतीमाला और शम्मी कपूर जैसे बड़े सितारों से सजी यह फिल्म फ्लॉप हुई थी। राजकपूर ने अपनी फिल्म संगम में वैजयंतीमाला पर कैबरेनुमा डांस नंबर मैं का करू राम मुझे बुड्ढा मिला गया फिल्मा कर कुछ ज़्यादा दर्शक बटोर पाने में सफलता हासिल की।  साठ और सत्तर के दशक में हेलेन तेज़ रफ़्तार और पाश्चात्य धुनों से सजे कैबरे या डांस प्रकार के गीतों के लिये याद की जाती हैं।  अस्सी के दशक में ज़ीनत अमान और परवीन बाबी जैसी पाश्चात्य सभ्यता में रंगी आधुनिका अभिनेत्रियों ने डांसर अभिनेत्रियों के लिए अब तक सुरक्षित गीतों को हड़प लिया।  परवीन बाबी ने नमक हलाल में जवानी जानेमन और रात बाकी, ज़ीनत अमान ने क़ुरबानी में आप जैसा कोई मेरी ज़िन्दगी में आये जैसे पैर थिरकाने वाले पाश्चात्य धुनों वाले क्लब गीत किये।  माधुरी दीक्षित तो चोली के पीछे (खलनायक), एक दो तीन (तेज़ाब), धक् धक् (बेटा), आदि उत्तेजक गीतों के कारण धक् धक् गर्ल के खिताब से नवाज़ी गई।
बड़ी अभिनेत्रियों के आइटम

उन दिनों मुमताज़ बॉलीवुड में टॉप पर थी।  उस  दौर में, वह जीतेंद्र और लीना चंद्रावरकर की मुख्य भूमिका वाली फिल्म हमजोली में आइटम सांग टिक टिक टिक किया था।  मुमताज़ ने यह डांस जीतेंद्र की दोस्ती की खातिर किया था।  परंतु, आजकल तो हर बड़ी अभिनेत्री आइटम सांग कर रही है।  शिल्पा शेट्टी (मैं आई हूँ यूपी बिहार लूटने और शटअप एंड डांस), सुष्मिता सेन (महबूब मेरे महबूब मेरे और शकलाका बेबी),  रानी मुख़र्जी (काली नागिन के जैसी जुल्फें काली), ऐश्वर्या राय बच्चन (इश्क़ कमीना और कजरारे कजरारे),  लारा दत्ता (ऐसा जादू डाला रे), बिपाशा बासु (बीड़ी जलाई ले और हो गई टुन्न),  कैटरिना कैफ (ज़रा ज़रा टच मी, शीला की जवानी, चिकनी चमेली और माशा अल्लाह),  दीपिका पादुकोण (लव मेरा हिट है, दम मारो दम), करीना कपूर (फेविकोल से और मेरा नाम मेरी है), प्रियंका चोपड़ा (बबली बदमाश, पिंकी और राम चाहे लीला)  सोनाक्षी सिन्हा (थैंक गॉड इट्स फ्राइडे और पार्टी आल नाईट) और श्रद्धा कपूर (डांस बसंती) भी आइटम सांग कर चुकी हैं।  इन आइटम सांग्स ने अपनी फिल्मों को चाहे हिट बनाया हो या न बनाया हो, इन अभिनेत्रियों को न्यू ईयर ईव पार्टी और ओवरसीज शोज में डांस करने के लिए हिट नंबर ज़रूर दे दिए।
फिल्म के लिए आइटम सांग 

ममता कुलकर्णी बॉलीवुड से दूर होने के बावजूद सुर्ख हैं।  कभी ममता कुलकर्णी ने बॉलीवुड की फिल्मों में अपनी सेक्स अपील का डंक बजा दिया था।  इन्ही ममता कुलकर्णी ने राजकुमार संतोषी की फिल्म घातक में कोई जाये तो ला जाए आइटम सांग पर सेक्सी डांस किया था। बदले में  संतोषी ने ममता को अपनी अगली फिल्म की नायिका बनाने का वादा किया था।  संतोषी ने वादा पूरा भी किया।  फिल्म चाइना गेट की नायिका ममता कुलकर्णी ही थी।  लेकिन, फिल्म फ्लॉप हुई।  इस फिल्म में उर्मिला मातोंडकर ने एक आइटम छम्मा छम्मा किया था।  संतोषी ने उर्मिला को भी अगली फिल्म की नायिका बनाएं का वादा किया था।  परंतु संतोषी उर्मिला से किया वायदा पूरा नहीं कर सके।  अलबत्ता उनकी लिखी फिल्म जानम समझ करो की नायिका उर्मिला ज़रूर थी।  उर्मिला ने राजकुमार संतोषी की नारी प्रधान फिल्म लज्जा में फिर एक आइटम आ ही जाइए कर दिया।  कुछ ऐसा ही वादा रामगोपाल वर्मा ने ईशा कोप्पिकर से किया था कि वे कंपनी के लिये खल्लास आइटम डांस करेंगी तो उनकी अगली फिल्म की नायिका बनेंगी।  लेकिन वह भी ईशा से किया वादा पूरा नहीं कर सके। ईशा को रामगोपाल वर्मा के प्रोडक्शन की फिल्म डरना मना है की छह कहानियों में से एक कहानी की  नायिका  ही बन सकी ।
लेकिन फ़िल्में फ्लॉप
बावजूद इसके कि तमाम बड़ी अभिनेत्रियों ने आइटम सांग्स किये हैं।  यह आइटम सांग्स काफी पॉपुलर भी हुए हैं।  इन आइटम्स सांग्स वाली कई फिल्मों ने बढ़िया बिज़नस भी किया।  परंतु, इसके बावजूद आइटम सांग फिल्म हिट कराने की गारंटी नहीं बन सकते।  वैजयंतीमाला के साथ हेलेन के आइटम सांग वाली फिल्म प्रिन्स (१९६९) फ्लॉप हुई।  उर्मिला मातोंडकर के छम्मा छम्मा डांस वाली फिल्म चाइना गेट (१९९८), मलाइका अरोरा खान के आइटम सांग छइयां छइयां वाली फिल्म दिल से, रानी मुख़र्जी के आइटम काली नागिन सी वाली मन (१९९९), सुष्मिता सेन के महबूब मेरे महबूब वाली फ़िज़ा (२०००), ऐश्वर्या राय बच्चन के आइटम सांग वाली शक्ति द पॉवर (२००२) फ्लॉप हुई।  दीपिका पादुकोण न तो बिल्लू बार्बर को हिट बना सकी, न ही दम मारो दम को।  कैटरिना कैफ का शीला की जवानी आइटम अक्षय कुमार की फिल्म तीस मार खान को हिट नहीं बना सका।
  

टाइटैनिक और आल अबाउट ईव के साथ ला ला लैंड



दुनिया के सबसे बड़े और बहुप्रतीक्षित फिल्म अवार्ड्स ' ८९ वे अकैडमी अवार्ड्स' (द ऑस्कर्स) का ऐलान कर दिया गया है।  जैसी कि  उम्मीद की जा रही थी म्यूजिकल रोमांस फिल्म ला ला लैंड पर वोट बरस पड़े।  इस फिल्म को भिन्न १४ श्रेणियों में नामित किया गया। इस प्रकार से ला ला लैंड रिकॉर्ड नॉमिनेशन पाने वाली फिल्मों टाइटैनिक और आल अबाउट ईव के साथ आ गई। ड्रामा फिल्म आल अबाउट ईव (१९५०) ने १४ नॉमिनेशन में से श्रेष्ठ फिल्म सहित छह श्रेणियों के ऑस्कर जीते। ऑस्कर अवार्ड्स जीतने के लिहाज़ से ला ला लैंड को टाइटैनिक से चुनौती है।  टाइटैनिक ने बेस्ट फिल्म और बेस्ट डायरेक्टर सही ११ श्रेणियों के ऑस्कर जीते।  ला ला लैंड को बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट ओरिजिनल स्क्रीनप्ले, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी, बेस्ट फिल्म एडिटिंग, बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाईन, बेस्ट ओरिजिनल स्कोर, बेस्ट ओरिजिनल सांग की श्रेणी में दो नॉमिनेशन, बेस्ट प्रोडक्शन डिजाईन, बेस्ट साउंड एडिटिंग और बेस्ट साउंड मिक्सिंग की श्रेणी में नॉमिनेशन मिले हैं।  ला ला लैंड के बाद सबसे ज़्यादा नॉमिनेशन पाने वाली फिल्म मूनलाइट रही।  इस फिल्म को बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट अडॉप्टेड स्क्रीनप्ले की श्रेणी में भी नामांकन मिले हैं।  इस साल के ऑस्कर पुरस्कार नॉमिनेशन  में कुल छह अश्वेत एक्टर्स को नॉमिनेशन मिले हैं।  इस प्रकार से यह पुरस्कार 'ऑस्कर्स सो वाइट' के टैग से छुटकारा पा सकेंगे।  बेस्ट पिक्चर की दौड़ में शामिल नौ फिल्मों में अराइवल एक साइंस फिक्शन थ्रिलर फिल्म है।  इस बार एक्टर-डायरेक्टर मेल गिब्सन फिल्म हैक्सा रिज के लिए बेस्ट  डायरेक्टर की श्रेणी में नामित हुए हैं।  बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में नामित फिल्मों में अराइवल, हैक्सा रिज, हेल ऒर  हाई वाटर, हिडन फिगर्स, ला ला लैंड, मेनचेस्टर बय द सी, लायन और मूनलाइट के नाम शामिल हैं। बेस्ट डायरेक्टर की श्रेणी में मेल गिब्सन के अलावा डेमियन कैज़ेल, केनेथ लोनेरगन, बैरी जेनकिन्स और डेनिस विलेनुवे के नाम शामिल है।  श्रेष्ठ अभिनेत्रियों में इसाबेले हुपेर्ट, रूथ नेग्ग, नताली पोर्टमैन, एमा स्टोन और मेरील स्ट्रीप तथा श्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में कैसी अफ्फ्लेक, एंड्रू गारफील्ड, रयान गोसलिंग, विगो मोर्टेनसेन और डेंजेल वाशिंगटन के नाम शामिल हैं।  ऑस्कर विजेताओं के नाम २६ फरवरी को घोषित किये जायेंगे।  

Sunday 22 January 2017

महिलाओं के लिए सना खान फैशन लेबल लांच

विज्ञापन, फैशन, टीवी और फिल्म उद्योग में प्रसिध्द स्टाइलिस्ट और डिजाइनर  सना खान ने खास करके महिलाओं के लिए  सना खान फैशन लेबल लांच किया है। उबर वेबसाइट पर अपने खुद के लेबल की शुरुआत की है और इसमें विशेष डिजाइनर वस्त्र किराए पर मिलते है।आज के ट्रेंडी फैशन के जमाने में सुपर स्टाइलिश कलेक्शन किराए पर सस्ती कीमतों पर उपलब्ध है ही, शौक़ीन इसकी  खरीदारी भी कर सकते है। आज के बाजार का परिदृश्य देखते हुए सना खान फैशन का कन्सेप्ट अनोखा और निराला है। सना खान बताती हैं, "आजकल कई स्थानों पर इतने सारे इवेंट होते और जहां पर लोग जाते है और सोशल मीडिया की हर जगह उपस्थिति होती है। यह अवसर न सिर्फ हस्तियों के लिए होता है, बल्कि सामान्य लोगों के लिए भी होता है। इन जगहों पर खास करके कपड़ों पर हर किसी की नजर जरुर जाती है। इसलिए हम डिजाइनर वस्त्र किराए पर लाने का अनोखा का कन्सेप्ट लेकर आए है। सभी खासोआम को सुंदर, सस्ती और डिजाइनर वस्त्र किराए पर मिलेंगे।  इन्हें वह चाहें तो खरीद भी सकते है। हमारा लोगों को सुंदर बनाने का उद्देश्य है। इस कन्सेप्ट से मेरा सपना पूरा हो जाएगा।"  कोई भी ब्रांड अपने ब्रांड एंबेसडर के बिना अधूरा होता है।  सना खान ने अपने सना खान लेबल के लिए अति सुंदर अनुष्का रमेश को चुना गया है। अनुष्का रमेश के बारे में सना खान बताती हैं, "मेरी आने वाली पहली फिल्म मंगल होके सेट पर अनुश्का से मुलाकात हुई। इस फिल्म के लिए हम कॉस्ट्यूम डिजाइन कर रहे थे । मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे लेबल के लिए अनुश्का सही विकल्प है।" इस रोमांचक लांचिग के साथ, सना खान लेबल अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करने की ओर अग्रसर है। सना कहती है "मेरा उद्देश्य दुनिया को जीतना है, और उम्मीद है कि यह एक बड़ी छलांग की दिशा में एक छोटा सा कदम है"