Sunday 29 October 2017

किसे ज़रुरत है बॉलीवुड में 'खान' की !

साल २०१७ का सूरज अस्त होने को है।  बचे हुए दो महीनों में दो बड़ी फिल्मे 'पद्मावती' और 'टाइगर ज़िंदा हैँ' ही रिलीज़ होनी है।  इन दो फिल्मों के अलावा इत्तेफ़ाक़, जूली २, अक्सर २, तुम्हारी सुलु, फिरंगी और फुकरे रिटर्न्स पर भी दर्शकों की निगाहें होंगी।  लेकिन, इन फिल्मों से अब कोई सितारा उभरने वाला नहीं।  यह सभी फ़िल्में खुद को फ्लॉप होने से रोकने की कोशिश ही करेंगी।  बॉक्स ऑफिस खुशियां नहीं मनाने वाला।  सिर्फ पद्मावती और टाइगर ज़िंदा है के कलेक्शन से वह अपनी झोली गुलज़ार होने का इंतज़ार ज़रूर करेगा।
खान अभिनेताओं के अलावा भी
इस साल की ख़ास बात यह रही कि बॉक्स ऑफिस को १०० करोड़ की कमाई के लिए किसी खान की फिल्म का इंतज़ार नहीं करना पड़ा।  ऐसी तमाम फ़िल्में रिलीज़ हुई, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर धमाका नहीं किया।  लेकिन, कलेक्शन धमाकेदार किया।  यह तमाम फ़िल्में किसी सलमान खान, शाहरुख़ खान या आमिर खान की की नहीं थी।  वास्तविकता तो यह है कि बॉक्स ऑफिस को अब किसी खान की फिल्म के इंतज़ार की ज़रुरत नहीं।  वरुण धवन ऐसे अभिनेता बन कर उभरे हैं, जिस पर बॉक्स ऑफिस विश्वास कर सकता है।  इतना ही नहीं दक्षिण की फ़िल्में भी हिंदी बेल्ट के बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही हैं। बाहुबली २ : द कॉन्क्लुजन बॉक्स ऑफिस को यह विश्वास दिला पाने में कामयाब होती है कि फिल्म दर्शकों को  अपील करने वाली हुई तो भाषा की भिन्नता और डबिंग का अटपटापन आड़े नहीं आने वाला।  तेलुगु भाषा में बनाई गई बाहुबली २ को हिंदी में डब कर रिलीज़ किया गया था।  इसके बावजूद फिल्म ने टॉप का कलेक्शन करने वाली किसी हिंदी फिल्म के कलेक्शन का लगभग पांच गुना कलेक्शन किया।
इस साल रिलीज़ टॉप टेन फिल्मों में
इस साल की टॉप १० कलेक्शन करने वाली फ़िल्में देखें तो इनमे से दो फ़िल्में वरुण धवन की हैं।  वरुण धवन की फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया ने बॉक्स ऑफिस पर ११६. ६० करोड़ का कलेक्शन किया।  उनकी इस साल की दूसरी १०० करोडिया फिल्म जुड़वा २ ने अब तक १३७.८१ करोड़ का कलेक्शन कर लिया है।  अभी यह फिल्म सिनेमाघरों से उतरी नहीं है।  इसका मतलब फिल्म के लाइफटाइम कलेक्शन में इज़ाफ़ा होगा।  २०१७ का टॉप कलेक्शन करने वाली फिल्म बाहुबली २ : द कॉन्क्लुजन है, जिसके केवल हिंदी संस्करण ने ही ५११.३० करोड़ का कलेक्शन किया।  इतना कलेक्शन तो टॉप ५ की बाकी की चार फिल्मों ने किया है।  टॉप १० की फिल्मों में अक्षय कुमार और अजय देवगन की दो दो फ़िल्में शामिल हैं।  अक्षय कुमार सबसे विश्वसनीय हैं।  उनकी फ़िल्में मनोरंजन भी करती हैं और संदेशा भी देती है।  गाँव में औरतों के लिए संडास की समस्या पर केंद्रित फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा दर्शकों तक अपना संदेशा पहुंचा पाने में कामयाब होती है।  यह फिल्म दर्शकों का मनोरंजन भी करती है।  इसका प्रमाण यह है कि फिल्म ने टॉप ५ में चौथे नंबर की जगह बनाते हुए १३४.२५ करोड़ का कलेक्शन किया है।  अक्षय कुमार की टॉप १० में शामिल दूसरी फिल्म जॉली एलएलबी २ है।  यह फिल्म देश की न्याय व्यवस्था पर व्यंग्य करती है, इसकी खामियों का खुलासा करती है।  इस फिल्म के कथानक को भी दर्शकों ने पसंद किया।  जॉली एलएलबी २ ने बॉक्स ऑफिस पर ११७ करोड़  का कलेक्शन किया।  अजय देवगन की इस साल टॉप १० में शामिल होने वाली फिल्म बादशाहो है।  इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन ७८.०२ करोड़ रहा।  अजय देवगन की फ़िल्में अपने एक्शन या कॉमेडी के साथ एक्शन के मिश्रण की वजह से पसंद की जाती है।  दीवाली वीकेंड पर रिलीज़ अजय देवगन की टॉप १० में प्रवेश पाने में सफल दूसरी फिल्म एक्शन कॉमेडी गोलमाल अगेन है।  जब तक लेख प्रकाशित होगा, गोलमाल अगेन ने १०० करोड़ का कलेक्शन कर लिया होगा ।   लेख लिखे जाने तक फिल्म का वीकेंड कलेक्शन ८७.६० करोड़ का था। 
बॉलीवुड के खान और रोशन
बॉक्स ऑफिस टॉप १० पर दो खानों की और एक रोशन की फिल्म भी है।  इस साल टॉप १० में जगह बनाने वाली शाहरुख़ खान की फिल्म रईस है।  यह फिल्म गणतंत्र दिवस वीकेंड पर २५  जनवरी को रिलीज़ हुई थी।  शाहरुख़ खान की फिल्म रईस का मुक़ाबला हृथिक रोशन की थ्रिलर फिल्म काबिल से था।  मुक़ाबला बड़ा ज़बरदस्त था।  इसके बावजूद दोनों ही फिल्मों ने १०० करोड़ क्लब में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की।  रईस का लाइफटाइम कलेक्शन १३९ करोड़ रहा, जबकि काबिल ने १२६.८५ करोड़ का कलेक्शन कर पाने में कामयाबी हासिल की।  इसके बावजूद कि रईस और काबिल ने १०० करोड़ क्लब में जगह बनाई थी, इन फिल्मों को हिट फिल्म का सितारा नहीं दिया जा सकता।  टॉप १० में पहुँचने वाली सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट थी।  हालाँकि, ट्यूबलाइट सलमान खान की फिल्मों की झोली भरने वाले ईद वीकेंड पर रिलीज़ हुई थी।  फिल्म की शुरुआत भी धमाकेदार हुई थी।  लेकिन, इसके बाद इस फिल्म ने दर्शकों पर अपनी पकड़ खो दी।  यह फिल्म टॉप १० में छठवे स्थान पर रहते हुए सिर्फ १२१.२५ करोड़ का लाइफटाइम कलेक्शन ही कर सकी।
१०० करोड़ क्लब के बावजूद सुपरहिट नहीं  !
इसमें कोई शक नहीं कि अपनी स्टार पावर के बल पर खान अभिनेताओं ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के लिहाज़ से टॉप १० फिल्मों में जगह बनाने के अलावा १०० करोड़ से ज़्यादा का कलेक्शन भी किया।  लेकिन, इससे खान अभिनेताओं की विश्वसनीयता साबित नहीं होती थी।   बजट के लिहाज़ से शाहरुख़ खान की फिल्म रईस और सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट भारीभरकम बजट वाली फ़िल्में थी।  रईस का बजट ८५ करोड़ था।  जबकि ट्यूबलाइट पर १०० करोड़ खर्च हुए थे।  इतने भारी बजट की फिल्मों को सुपरहिट होने के लिए बजट का कम से कम तीन गुना  तो  कलेक्शन करना ही होता है।  उस पर यह अभिनेता मुनाफे में भी हिस्सा बाँट करते हैं।  इससे भी फिल्म निर्माताओं के लिए घाटे का सौदा बन जाती हैं।  कुछ यही बात बादशाहो और काबिल के लिए भी कहीं जा सकती है, जिनका बजट क्रमशः ६० करोड़ और ८० करोड़ था।
अक्षय कुमार और वरुण धवन सफल क्यों ?
अक्षय कुमार और वरुण धवन की १०० करोड़ फिल्मों की सफलता के पैमाने में इनका सीमित बजट भी शामिल है।  कम  बजट में बनी अक्षय कुमार और वरुण धवन की फिल्में अपने निर्माताओं को निराश नहीं करती। इसे कुछ यो समझिये कि अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी २ का कुल बजट ४५ करोड़ था।  इसलिए, जैसे ही यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में पहुंची हिट मान ली गई।  टॉयलेट एक प्रेम कथा तो सिर्फ ४० करोड़ में बन गई थी।  कुछ ऐसा ही सीमित बजट वरुण धवन की फिल्मों का भी होता है।  वरुण धवन की फिल्म जुड़वा २ ही ऐसी फिल्म थी, जिसका निर्माण ८० करोड़ के बजट से हुआ था।  अन्यथा तो उनकी फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया तो सिर्फ ४५ करोड़ में बन गई थी।
दीवाली वीकेंड पर आमिर खान की फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार और अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन आमने सामने थी।  प्रदर्शन के लिहाज़ से गोलमाल अगेन १०० करोड़ क्लब में शामिल हो जाएगी।  लेकिन, सीक्रेट सुपरस्टार का १०० करोड़ क्लब में जगह बनाना मुमकिन नहीं है। इस फिल्म का वीकेंड कलेक्शन सिर्फ ३० करोड़ का हुआ है।  आगे भी आमिर खान के एक्सटेंडेड कैमिया वाली फिल्म के ज़ोर पकड़ने की कोई उम्मीद नहीं है।  इसलिए, आमिर खान तो टॉप १० में  शामिल नहीं हो सकते।  दिसंबर में रिलीज़ हो रही पद्मावती और टाइगर ज़िंदा है के १०० करोड़ क्लब में पहुँचने की १०० प्रतिशत सम्भावनाये हैं।  ऎसी दशा में यह दोनों फिल्में बादशाहो और बद्रीनाथ की दुल्हनिया को टॉप १० से बर्खास्त कर सकती हैं।  ऐसे में सलमान खान की दो फ़िल्में टॉप १० में हो जाएगी।  लेकिन, क्या यह फ़िल्में सुपरहिट फिल्मों  में शुमार होंगी ? यह तभी मालूम पड़ेगा, जब इन फिल्मों के बजट  और  कलेक्शन को संज्ञान में लिया जाए।

सुप्रीता कांडपाल 

प्रियंका चोपड़ा ने क्यों नहीं की आवारा कुत्तों पर अपनी फिल्म !

हाल ही में प्रियंका चोपड़ा ने अपनी भंडास निकाली।  वह बच्चों के लिए बतौर प्रोडूसर एक फिल्म बनाने जा रही हैं। यह फिल्म आवारा कुत्तों की समस्या पर है। वह फिल्म के सिर्फ छह-सात दृश्यों के लिए किसी बड़ी एक्ट्रेस को लेना चाहती थी। लेकिन, उन्हें कोई अभिनेत्री नहीं मिली। प्रियंका ने भंडास निकाली कि मैंने कुछ अभिनेत्रियों से बात की। लेकिन, मैं उस समय शॉक्ड हो गई, जब उन्होंने भारी रकम की मांग सामने रखी। प्रियंका का यह बयान अनुष्का शर्मा की नज़रों से भी गुजरा। अनुष्का भी बड़ी अभिनेत्री हैं। यह जताने  के लिए उन्होंने प्रतिवाद करते हुए कहा कि मैं खुद पशु प्रेमी हूँ। इस प्रकार के किसी प्रोजेक्ट की समर्थक। मुझसे संपर्क किया होता तो मैं फिल्म ज़रूर करती। अनुष्का शर्मा से प्रियंका चोपड़ा ने संपर्क किया या नहीं, वह प्रियंका की फिल्म को करती या नहीं, इसे दरकिनार करते हुए प्रियंका चोपड़ा से पूछा जाना चाहिए कि वह भी तो बॉलीवुड की बड़ी अभिनेत्री हैं। हॉलीवुड तक उनका नाम है।  उन्होंने किस मज़बूरी के तहत अपनी फिल्म में क्यों नहीं काम किया! उन्हें आमिर खान को सैल्यूट करना चाहिए कि उन्होंने सीक्रेट सुपरस्टार के लिए किसी शाहरुख़ खान या आमिर खान से संपर्क नहीं किया।    

क्या खाकी पहनेंगी सोनाक्षी सिन्हा !

अगले शुक्रवार रिलीज़ होने जा रही फिल्म इत्तफ़ाक़ में हत्या में संदिग्ध घरेलु महिला का किरदार करने के बाद क्या सोनाक्षी सिन्हा खाकी वर्दी पहनेंगी ? सोनाक्षी सिन्हा ने फिल्म फ़ोर्स २ में अंडरकवर एजेंट का किरदार किया था।  लेकिन, कभी भी खाकी नहीं पहनी थी। अगर सोनाक्षी ने निखिल अडवाणी की फिल्म स्नो साइन कर ली तो पहली बार उन्हें वर्दी में देखा जायेगा।  लखनऊ सेंट्रल के निर्देशक रंजीत तिवारी के निर्देशन में बनाई जाने वाली निर्माता निखिल अडवाणी की यह फिल्म हॉलीवुड की दो फिल्मों टेट टेलर निर्देशित द गर्ल ऑन द ट्रेन (२०१६) और डेविड फिंचर की द गर्ल विथ द ड्रैगन टैटू (२०११) का चर्बा बताई जा रही है। इन फिल्मों में एमिली ब्लंट और रूनी मारा ने मुख्य भूमिका की थी। ऐसे में अगर सोनाक्षी स्नो की नायिका बनती हैं तो उन्हें एमिली ब्लंट और रूनी मारा के किरदारों के बीच संतुलन साधना होगा।  इस फिल्म में कुछ ज़बरदस्त एक्शन होंगे।  सोनाक्षी को एक्शन करने में कोई हिचक नहीं।  वह अकीरा और फ़ोर्स २ में काफी एक्शन कर चुकी हैं।   

क्या परेशान हैं श्रीदेवी !

आजकल श्रीदेवी चिंतित नज़र आती हैं।  करण जौहर है कि ध्यान ही नहीं दे रहे।  कुछ समय पहले श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाह्नवी कपूर के फिल्म डेब्यू का ऐलान हुआ था।  जाह्नवी इसकी तयारी में जुट भी गई थी। हिट मराठी फिल्म सैराट के इस हिंदी रीमेक को करण जौहर बनाने वाले थे।  लेकिन, यह ऐलान कागज़ तक नहीं आया, फ्लोर तक पहुँचने की बात तो काफी दूर की है। करण जौहर ने अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के साथ सुपरहीरो फंतासी फिल्म ब्रह्मास्त्र के शूटिंग कैलेंडर को तय कर दिया।  अक्षय कुमार के साथ केसरी की रिलीज़ की तारीख भी तय कर दी गई।  लेकिन, जाह्नवी को लेकर फिल्म पर करण जौहर खामोश रहे।  एक समारोह में जब इस बात को करण के सामने रखा गया तो वह इसे भी खूबसूरती से टाल गए।  यही कारण है कि श्रीदेवी परेशान है। हिंदी फिल्मों की कभी सुपरस्टार रही अभिनेत्री की बेटी को लेकर फिल्म के साथ ऐसा सुलूक ! श्रीदेवी झल्लायेगी नहीं तो और क्या करेंगी ! 

Saturday 28 October 2017

थर्टी प्लस जैसी अदिति राव हैदरी

आज अदिति राव हैदरी  थर्टी प्लस (यानि ३१) की हो गई।  कुछ साल पहले अभिनेता जीतेन्द्र एक मशहूर ब्रांड के एनर्जी कैप्सूल ३० प्लस के मॉडल  हुआ करते थे।  जीतेन्द्र को थर्टी प्लस का मॉडल बनाने के मतलब यह था कि वह जवान, सदाबहार और सफल अभिनेता हैं।  जो भी इस कैप्सूल को लेगा वैसा ही जवान, सदाबहार और सफल होगा।  आज जब अदिति थर्टी प्लस की हो गई है, तो उनके करियर पर निगाह डालने की ज़रुरत महसूस होती है।  अभी वह कितनी मशहूर और सफल हैं, माशाअल्लाह खूबसूरत तो वह बला की हैं। २००६ में मलयालम फिल्म  प्रजापति से एक्टिंग करियर शुरू किया।  तमिल फिल्म श्रृंगारम में एक देवदासी का रोल था।  २००८ में राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म दिल्ली ६ से हिंदी फिल्म करियर शुरू हुआ।  फिल्म की नायिका सोनम कपूर थी।  अदिति की पहचान बनी सुधीर मिश्रा की फिल्म ये साली ज़िन्दगी से।  वह अब तक १६ हिंदी और दक्षिण की भाषाओं की फ़िल्में कर चुकी हैं।  एक फिल्म मराठी में है।  जहाँ तक इन फिल्मों की सफलता की बात है, ज़्यादातर असफल रही हैं।  लेकिन,   जब किसी अभिनेत्री को १०० करोड़ की हीरोइन होने का श्रेय नहीं  दिया जाता तो फ्लॉप फिल्मों की हीरोइन क्यों कहा जाये।  इसलिए, अदिति की सफलता उनके अभिनय से आंकी जानी चाहिए।  इस मामले में अदिति राव हैदरी बेजोड़ हैं।  यह साली ज़िन्दगी की शांति, रॉकस्टार की   शीना,  लंदन पेरिस न्यू यॉर्क की ललिता, मर्डर ३ की रोशनी, वज़ीर की रुहाना अली और फितूर की बेगम  हजरत के बाद भूमि की भूमि दर्शकों के जेहन में चस्पा है।  इन ज़्यादातर फिल्मों में अदिति सह-भूमिकाओं में थी।  नायिका होती तो शायद ज़्यादा मौके उन्हें  खुद को खोलने का मौक़ा देते।  अब, जबकि वह ३१ की हो गई हैं, उम्मीद की जानी चाहिए कि उन्हें अच्छे मौके मिलेंगे।  आज के राजनीतिक देवदास, पारो और चंद्रमुखी  की दास्ताँ  सुधीर मिश्रा की फिल्म और देवदास में वह चंद्रमुखी का किरदार कर रही हैं। १ दिसंबर को रिलीज़ होने जा रही संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक कल्पना पद्मावती में  अदिति का मेहरुन्निसा का किरदार काफी दमदार बताया जा रहा है।  दानिश रेन्जुस निर्देशित फिल्म पश्मीना कश्मीर की पृष्ठभूमि पर चार मुख्य चरित्रों पर केंद्रित फिल्म है।  इनमे से एक किरदार पोशा की भूमिका अदिति कर रही हैं।  तो, आगे आगे देखिये थर्टी प्लस की अदिति राव हैदरी का दम।  

ब्लू-रे डीवीडी में शीराज़ : अ रोमांस ऑफ़ इंडिया (१९२८)

निर्माता-अभिनेता हिमांशु रॉय ने १९२८ में शाहजहां और मुमताज़ महल के रोमांस की पृष्ठभूमि पर भाई- बहन के कथानक पर फिल्म शीराज़ बनाई थी।  फिल्म में सलीमा, शीराज़, शाह जहाँ और डालिआ के इर्दगिर्द विलियम ए बर्टन और निरंजन पाल ने लिखी थी।  इस फिल्म का निर्देशन फ्रांज़ ऑस्टेन ने किया था।  यह फिल्म मुग़ल साम्राज्य काल में एक कुम्हार द्वारा पाली गई राजकुमारी सलीमा को उसका भाई शीराज़ बेहद प्यार करता है।  सलीमा का अपहरण  कर  लिया जाता है और उसे शहजादा खुर्रम को दासी के तौर पर बेच दिया जाता है।  खुर्रम सलीमा से प्रेम करने लगता है।  धूर्त डालिआ इससे चिढ़ जाती है। वह षड्यंत्र कर शीराज़ के साथ सलीमा को फंसा देती है। शीराज़ को हाथी के पाँव तले रौंद कर मारने का आदेश कर दिया जाता है। इसी समय एक लटकन के ज़रिये सलीमा के शाही खानदान के होने का पता चलता है। अब सलीमा अपने भाई को छुड़वा  लेती है।  वह शाहजहां से शादी कर लेती है। शाहजहां के सम्राट बनने पर वह साम्राज्ञी मुमताज़ महल बनती है। सलीमा के मरने के बाद शाहजहां उसकी याद में ताजमहल का निर्माण करता है। यह अब बूढ़े हो चुके और अंधे शीराज़ की बनाई प्रतिकृति पर है। इस फिल्म की खासियत थी ढेरों कामुक चुम्बनों की भरमार थी। फिल्म में हिमांशु रॉय ने शीराज़, चारु रॉय ने सम्राट शाहजहां, सीता देवी ने डालिआ और एनकाशी रामाराव ने सलीमा के किरदार किये थे। नब्बे साल पहले बनाई गई मूक फिल्म शीराज़ को  बॉक्स ऑफिस सफलता मिली थी। ठीक रखरखाव के अभाव में इस फिल्म के प्रिंट लगभग नष्ट हो चले थे। ऐसे समय में इस कालजई फिल्म को अच्छी हालत में लाने के लिए ब्रिटिश इंस्ट्रक्शनल फिल्म्स आगे आई। इस संस्था ने फिल्म की रीलों की मरम्मत की और इन्हे ठीक हालत में लाई। अब यह फिल्म शीराज़ अ रोमांस ऑफ़ इंडिया दो डीवीडी में ब्लू-रे वर्शन में जारी किया है।  इस डीवीडी में अनुष्का शंकर का संगीत है। शीराज़ की डीवीडी को अगले साल २६ फरवरी से रिटेल स्टोर्स से खरीदा जा सकता है।  

Friday 27 October 2017

भंसाली की रानी नागमती अनुप्रिया गोयनका

संजयलीला भंसाली की फिल्म पद्मावती के घूमर नृत्य गीत में दीपिका पादुकोण का नृत्य देखती रानी नागमती नज़र आती हैं।  इस  किरदार की एक्ट्रेस को काफी लोग पहचानते होंगे।  यह अनुप्रिया गोयनका हैं।  अनुप्रिया अपने शहर कानपूर से फिल्म एक्ट्रेस बनने मुंबई आ गई थी।  कॉमर्स ग्रेजुएट अनुप्रिया का फिल्म डेब्यू तमिल फिल्म पोटगाड़ु (२०१३) से हुआ था।  अगले ही साल, विद्या  बालन की फिल्म बॉबी जासूस में अनुप्रिया को आफरीन की  भूमिका करने का मौक़ा मिला।  पिछले दिनों, उन्हें अर्जुन रामपाल की गैंगस्टर  अरुण गवली की  भूमिका वाली फिल्म डैडी में हिल्डा के किरदार  में देखा गया।  अपनी फिल्मों से अपनी कोई पहचान न बना पाने वाली अनुप्रिया को पहचाना गया एक समलैंगिक विज्ञापन के कारण, जिसमे वह नेहा पांडा का चुम्बन लेती दिखाई गई थी ।  वास्तव में यह अभिनेत्री समलैंगिक अधिकार की समर्थक हैं।  अब जबकि १ दिसंबर को पद्मावती रिलीज़ होने जा रही है कानपूर के  उनके पडोसी उम्मीद कर सकते हैं कि नागमती की भूमिका में वह कोई पहचान बना सकेंगी।