साल २०१७ का सूरज अस्त होने को है। बचे हुए दो महीनों में दो बड़ी फिल्मे 'पद्मावती' और 'टाइगर ज़िंदा हैँ' ही रिलीज़ होनी है। इन दो फिल्मों के अलावा इत्तेफ़ाक़, जूली २, अक्सर २, तुम्हारी सुलु, फिरंगी और फुकरे रिटर्न्स पर भी दर्शकों की निगाहें होंगी। लेकिन, इन फिल्मों से अब कोई सितारा उभरने वाला नहीं। यह सभी फ़िल्में खुद को फ्लॉप होने से रोकने की कोशिश ही करेंगी। बॉक्स ऑफिस खुशियां नहीं मनाने वाला। सिर्फ पद्मावती और टाइगर ज़िंदा है के कलेक्शन से वह अपनी झोली गुलज़ार होने का इंतज़ार ज़रूर करेगा।
खान अभिनेताओं के अलावा भी
इस साल की ख़ास बात यह रही कि बॉक्स ऑफिस को १०० करोड़ की कमाई के लिए किसी खान की फिल्म का इंतज़ार नहीं करना पड़ा। ऐसी तमाम फ़िल्में रिलीज़ हुई, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर धमाका नहीं किया। लेकिन, कलेक्शन धमाकेदार किया। यह तमाम फ़िल्में किसी सलमान खान, शाहरुख़ खान या आमिर खान की की नहीं थी। वास्तविकता तो यह है कि बॉक्स ऑफिस को अब किसी खान की फिल्म के इंतज़ार की ज़रुरत नहीं। वरुण धवन ऐसे अभिनेता बन कर उभरे हैं, जिस पर बॉक्स ऑफिस विश्वास कर सकता है। इतना ही नहीं दक्षिण की फ़िल्में भी हिंदी बेल्ट के बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही हैं। बाहुबली २ : द कॉन्क्लुजन बॉक्स ऑफिस को यह विश्वास दिला पाने में कामयाब होती है कि फिल्म दर्शकों को अपील करने वाली हुई तो भाषा की भिन्नता और डबिंग का अटपटापन आड़े नहीं आने वाला। तेलुगु भाषा में बनाई गई बाहुबली २ को हिंदी में डब कर रिलीज़ किया गया था। इसके बावजूद फिल्म ने टॉप का कलेक्शन करने वाली किसी हिंदी फिल्म के कलेक्शन का लगभग पांच गुना कलेक्शन किया।
इस साल रिलीज़ टॉप टेन फिल्मों में
इस साल की टॉप १० कलेक्शन करने वाली फ़िल्में देखें तो इनमे से दो फ़िल्में वरुण धवन की हैं। वरुण धवन की फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया ने बॉक्स ऑफिस पर ११६. ६० करोड़ का कलेक्शन किया। उनकी इस साल की दूसरी १०० करोडिया फिल्म जुड़वा २ ने अब तक १३७.८१ करोड़ का कलेक्शन कर लिया है। अभी यह फिल्म सिनेमाघरों से उतरी नहीं है। इसका मतलब फिल्म के लाइफटाइम कलेक्शन में इज़ाफ़ा होगा। २०१७ का टॉप कलेक्शन करने वाली फिल्म बाहुबली २ : द कॉन्क्लुजन है, जिसके केवल हिंदी संस्करण ने ही ५११.३० करोड़ का कलेक्शन किया। इतना कलेक्शन तो टॉप ५ की बाकी की चार फिल्मों ने किया है। टॉप १० की फिल्मों में अक्षय कुमार और अजय देवगन की दो दो फ़िल्में शामिल हैं। अक्षय कुमार सबसे विश्वसनीय हैं। उनकी फ़िल्में मनोरंजन भी करती हैं और संदेशा भी देती है। गाँव में औरतों के लिए संडास की समस्या पर केंद्रित फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा दर्शकों तक अपना संदेशा पहुंचा पाने में कामयाब होती है। यह फिल्म दर्शकों का मनोरंजन भी करती है। इसका प्रमाण यह है कि फिल्म ने टॉप ५ में चौथे नंबर की जगह बनाते हुए १३४.२५ करोड़ का कलेक्शन किया है। अक्षय कुमार की टॉप १० में शामिल दूसरी फिल्म जॉली एलएलबी २ है। यह फिल्म देश की न्याय व्यवस्था पर व्यंग्य करती है, इसकी खामियों का खुलासा करती है। इस फिल्म के कथानक को भी दर्शकों ने पसंद किया। जॉली एलएलबी २ ने बॉक्स ऑफिस पर ११७ करोड़ का कलेक्शन किया। अजय देवगन की इस साल टॉप १० में शामिल होने वाली फिल्म बादशाहो है। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन ७८.०२ करोड़ रहा। अजय देवगन की फ़िल्में अपने एक्शन या कॉमेडी के साथ एक्शन के मिश्रण की वजह से पसंद की जाती है। दीवाली वीकेंड पर रिलीज़ अजय देवगन की टॉप १० में प्रवेश पाने में सफल दूसरी फिल्म एक्शन कॉमेडी गोलमाल अगेन है। जब तक लेख प्रकाशित होगा, गोलमाल अगेन ने १०० करोड़ का कलेक्शन कर लिया होगा । लेख लिखे जाने तक फिल्म का वीकेंड कलेक्शन ८७.६० करोड़ का था।
बॉलीवुड के खान और रोशन
बॉक्स ऑफिस टॉप १० पर दो खानों की और एक रोशन की फिल्म भी है। इस साल टॉप १० में जगह बनाने वाली शाहरुख़ खान की फिल्म रईस है। यह फिल्म गणतंत्र दिवस वीकेंड पर २५ जनवरी को रिलीज़ हुई थी। शाहरुख़ खान की फिल्म रईस का मुक़ाबला हृथिक रोशन की थ्रिलर फिल्म काबिल से था। मुक़ाबला बड़ा ज़बरदस्त था। इसके बावजूद दोनों ही फिल्मों ने १०० करोड़ क्लब में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की। रईस का लाइफटाइम कलेक्शन १३९ करोड़ रहा, जबकि काबिल ने १२६.८५ करोड़ का कलेक्शन कर पाने में कामयाबी हासिल की। इसके बावजूद कि रईस और काबिल ने १०० करोड़ क्लब में जगह बनाई थी, इन फिल्मों को हिट फिल्म का सितारा नहीं दिया जा सकता। टॉप १० में पहुँचने वाली सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट थी। हालाँकि, ट्यूबलाइट सलमान खान की फिल्मों की झोली भरने वाले ईद वीकेंड पर रिलीज़ हुई थी। फिल्म की शुरुआत भी धमाकेदार हुई थी। लेकिन, इसके बाद इस फिल्म ने दर्शकों पर अपनी पकड़ खो दी। यह फिल्म टॉप १० में छठवे स्थान पर रहते हुए सिर्फ १२१.२५ करोड़ का लाइफटाइम कलेक्शन ही कर सकी।
१०० करोड़ क्लब के बावजूद सुपरहिट नहीं !
इसमें कोई शक नहीं कि अपनी स्टार पावर के बल पर खान अभिनेताओं ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के लिहाज़ से टॉप १० फिल्मों में जगह बनाने के अलावा १०० करोड़ से ज़्यादा का कलेक्शन भी किया। लेकिन, इससे खान अभिनेताओं की विश्वसनीयता साबित नहीं होती थी। बजट के लिहाज़ से शाहरुख़ खान की फिल्म रईस और सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट भारीभरकम बजट वाली फ़िल्में थी। रईस का बजट ८५ करोड़ था। जबकि ट्यूबलाइट पर १०० करोड़ खर्च हुए थे। इतने भारी बजट की फिल्मों को सुपरहिट होने के लिए बजट का कम से कम तीन गुना तो कलेक्शन करना ही होता है। उस पर यह अभिनेता मुनाफे में भी हिस्सा बाँट करते हैं। इससे भी फिल्म निर्माताओं के लिए घाटे का सौदा बन जाती हैं। कुछ यही बात बादशाहो और काबिल के लिए भी कहीं जा सकती है, जिनका बजट क्रमशः ६० करोड़ और ८० करोड़ था।
अक्षय कुमार और वरुण धवन सफल क्यों ?
अक्षय कुमार और वरुण धवन की १०० करोड़ फिल्मों की सफलता के पैमाने में इनका सीमित बजट भी शामिल है। कम बजट में बनी अक्षय कुमार और वरुण धवन की फिल्में अपने निर्माताओं को निराश नहीं करती। इसे कुछ यो समझिये कि अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी २ का कुल बजट ४५ करोड़ था। इसलिए, जैसे ही यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में पहुंची हिट मान ली गई। टॉयलेट एक प्रेम कथा तो सिर्फ ४० करोड़ में बन गई थी। कुछ ऐसा ही सीमित बजट वरुण धवन की फिल्मों का भी होता है। वरुण धवन की फिल्म जुड़वा २ ही ऐसी फिल्म थी, जिसका निर्माण ८० करोड़ के बजट से हुआ था। अन्यथा तो उनकी फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया तो सिर्फ ४५ करोड़ में बन गई थी।
दीवाली वीकेंड पर आमिर खान की फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार और अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन आमने सामने थी। प्रदर्शन के लिहाज़ से गोलमाल अगेन १०० करोड़ क्लब में शामिल हो जाएगी। लेकिन, सीक्रेट सुपरस्टार का १०० करोड़ क्लब में जगह बनाना मुमकिन नहीं है। इस फिल्म का वीकेंड कलेक्शन सिर्फ ३० करोड़ का हुआ है। आगे भी आमिर खान के एक्सटेंडेड कैमिया वाली फिल्म के ज़ोर पकड़ने की कोई उम्मीद नहीं है। इसलिए, आमिर खान तो टॉप १० में शामिल नहीं हो सकते। दिसंबर में रिलीज़ हो रही पद्मावती और टाइगर ज़िंदा है के १०० करोड़ क्लब में पहुँचने की १०० प्रतिशत सम्भावनाये हैं। ऎसी दशा में यह दोनों फिल्में बादशाहो और बद्रीनाथ की दुल्हनिया को टॉप १० से बर्खास्त कर सकती हैं। ऐसे में सलमान खान की दो फ़िल्में टॉप १० में हो जाएगी। लेकिन, क्या यह फ़िल्में सुपरहिट फिल्मों में शुमार होंगी ? यह तभी मालूम पड़ेगा, जब इन फिल्मों के बजट और कलेक्शन को संज्ञान में लिया जाए।
सुप्रीता कांडपाल
खान अभिनेताओं के अलावा भी
इस साल की ख़ास बात यह रही कि बॉक्स ऑफिस को १०० करोड़ की कमाई के लिए किसी खान की फिल्म का इंतज़ार नहीं करना पड़ा। ऐसी तमाम फ़िल्में रिलीज़ हुई, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर धमाका नहीं किया। लेकिन, कलेक्शन धमाकेदार किया। यह तमाम फ़िल्में किसी सलमान खान, शाहरुख़ खान या आमिर खान की की नहीं थी। वास्तविकता तो यह है कि बॉक्स ऑफिस को अब किसी खान की फिल्म के इंतज़ार की ज़रुरत नहीं। वरुण धवन ऐसे अभिनेता बन कर उभरे हैं, जिस पर बॉक्स ऑफिस विश्वास कर सकता है। इतना ही नहीं दक्षिण की फ़िल्में भी हिंदी बेल्ट के बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही हैं। बाहुबली २ : द कॉन्क्लुजन बॉक्स ऑफिस को यह विश्वास दिला पाने में कामयाब होती है कि फिल्म दर्शकों को अपील करने वाली हुई तो भाषा की भिन्नता और डबिंग का अटपटापन आड़े नहीं आने वाला। तेलुगु भाषा में बनाई गई बाहुबली २ को हिंदी में डब कर रिलीज़ किया गया था। इसके बावजूद फिल्म ने टॉप का कलेक्शन करने वाली किसी हिंदी फिल्म के कलेक्शन का लगभग पांच गुना कलेक्शन किया।
इस साल रिलीज़ टॉप टेन फिल्मों में
इस साल की टॉप १० कलेक्शन करने वाली फ़िल्में देखें तो इनमे से दो फ़िल्में वरुण धवन की हैं। वरुण धवन की फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया ने बॉक्स ऑफिस पर ११६. ६० करोड़ का कलेक्शन किया। उनकी इस साल की दूसरी १०० करोडिया फिल्म जुड़वा २ ने अब तक १३७.८१ करोड़ का कलेक्शन कर लिया है। अभी यह फिल्म सिनेमाघरों से उतरी नहीं है। इसका मतलब फिल्म के लाइफटाइम कलेक्शन में इज़ाफ़ा होगा। २०१७ का टॉप कलेक्शन करने वाली फिल्म बाहुबली २ : द कॉन्क्लुजन है, जिसके केवल हिंदी संस्करण ने ही ५११.३० करोड़ का कलेक्शन किया। इतना कलेक्शन तो टॉप ५ की बाकी की चार फिल्मों ने किया है। टॉप १० की फिल्मों में अक्षय कुमार और अजय देवगन की दो दो फ़िल्में शामिल हैं। अक्षय कुमार सबसे विश्वसनीय हैं। उनकी फ़िल्में मनोरंजन भी करती हैं और संदेशा भी देती है। गाँव में औरतों के लिए संडास की समस्या पर केंद्रित फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा दर्शकों तक अपना संदेशा पहुंचा पाने में कामयाब होती है। यह फिल्म दर्शकों का मनोरंजन भी करती है। इसका प्रमाण यह है कि फिल्म ने टॉप ५ में चौथे नंबर की जगह बनाते हुए १३४.२५ करोड़ का कलेक्शन किया है। अक्षय कुमार की टॉप १० में शामिल दूसरी फिल्म जॉली एलएलबी २ है। यह फिल्म देश की न्याय व्यवस्था पर व्यंग्य करती है, इसकी खामियों का खुलासा करती है। इस फिल्म के कथानक को भी दर्शकों ने पसंद किया। जॉली एलएलबी २ ने बॉक्स ऑफिस पर ११७ करोड़ का कलेक्शन किया। अजय देवगन की इस साल टॉप १० में शामिल होने वाली फिल्म बादशाहो है। इस फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन ७८.०२ करोड़ रहा। अजय देवगन की फ़िल्में अपने एक्शन या कॉमेडी के साथ एक्शन के मिश्रण की वजह से पसंद की जाती है। दीवाली वीकेंड पर रिलीज़ अजय देवगन की टॉप १० में प्रवेश पाने में सफल दूसरी फिल्म एक्शन कॉमेडी गोलमाल अगेन है। जब तक लेख प्रकाशित होगा, गोलमाल अगेन ने १०० करोड़ का कलेक्शन कर लिया होगा । लेख लिखे जाने तक फिल्म का वीकेंड कलेक्शन ८७.६० करोड़ का था।
बॉलीवुड के खान और रोशन
बॉक्स ऑफिस टॉप १० पर दो खानों की और एक रोशन की फिल्म भी है। इस साल टॉप १० में जगह बनाने वाली शाहरुख़ खान की फिल्म रईस है। यह फिल्म गणतंत्र दिवस वीकेंड पर २५ जनवरी को रिलीज़ हुई थी। शाहरुख़ खान की फिल्म रईस का मुक़ाबला हृथिक रोशन की थ्रिलर फिल्म काबिल से था। मुक़ाबला बड़ा ज़बरदस्त था। इसके बावजूद दोनों ही फिल्मों ने १०० करोड़ क्लब में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की। रईस का लाइफटाइम कलेक्शन १३९ करोड़ रहा, जबकि काबिल ने १२६.८५ करोड़ का कलेक्शन कर पाने में कामयाबी हासिल की। इसके बावजूद कि रईस और काबिल ने १०० करोड़ क्लब में जगह बनाई थी, इन फिल्मों को हिट फिल्म का सितारा नहीं दिया जा सकता। टॉप १० में पहुँचने वाली सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट थी। हालाँकि, ट्यूबलाइट सलमान खान की फिल्मों की झोली भरने वाले ईद वीकेंड पर रिलीज़ हुई थी। फिल्म की शुरुआत भी धमाकेदार हुई थी। लेकिन, इसके बाद इस फिल्म ने दर्शकों पर अपनी पकड़ खो दी। यह फिल्म टॉप १० में छठवे स्थान पर रहते हुए सिर्फ १२१.२५ करोड़ का लाइफटाइम कलेक्शन ही कर सकी।
१०० करोड़ क्लब के बावजूद सुपरहिट नहीं !
इसमें कोई शक नहीं कि अपनी स्टार पावर के बल पर खान अभिनेताओं ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के लिहाज़ से टॉप १० फिल्मों में जगह बनाने के अलावा १०० करोड़ से ज़्यादा का कलेक्शन भी किया। लेकिन, इससे खान अभिनेताओं की विश्वसनीयता साबित नहीं होती थी। बजट के लिहाज़ से शाहरुख़ खान की फिल्म रईस और सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट भारीभरकम बजट वाली फ़िल्में थी। रईस का बजट ८५ करोड़ था। जबकि ट्यूबलाइट पर १०० करोड़ खर्च हुए थे। इतने भारी बजट की फिल्मों को सुपरहिट होने के लिए बजट का कम से कम तीन गुना तो कलेक्शन करना ही होता है। उस पर यह अभिनेता मुनाफे में भी हिस्सा बाँट करते हैं। इससे भी फिल्म निर्माताओं के लिए घाटे का सौदा बन जाती हैं। कुछ यही बात बादशाहो और काबिल के लिए भी कहीं जा सकती है, जिनका बजट क्रमशः ६० करोड़ और ८० करोड़ था।
अक्षय कुमार और वरुण धवन सफल क्यों ?
अक्षय कुमार और वरुण धवन की १०० करोड़ फिल्मों की सफलता के पैमाने में इनका सीमित बजट भी शामिल है। कम बजट में बनी अक्षय कुमार और वरुण धवन की फिल्में अपने निर्माताओं को निराश नहीं करती। इसे कुछ यो समझिये कि अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी २ का कुल बजट ४५ करोड़ था। इसलिए, जैसे ही यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में पहुंची हिट मान ली गई। टॉयलेट एक प्रेम कथा तो सिर्फ ४० करोड़ में बन गई थी। कुछ ऐसा ही सीमित बजट वरुण धवन की फिल्मों का भी होता है। वरुण धवन की फिल्म जुड़वा २ ही ऐसी फिल्म थी, जिसका निर्माण ८० करोड़ के बजट से हुआ था। अन्यथा तो उनकी फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया तो सिर्फ ४५ करोड़ में बन गई थी।
दीवाली वीकेंड पर आमिर खान की फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार और अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन आमने सामने थी। प्रदर्शन के लिहाज़ से गोलमाल अगेन १०० करोड़ क्लब में शामिल हो जाएगी। लेकिन, सीक्रेट सुपरस्टार का १०० करोड़ क्लब में जगह बनाना मुमकिन नहीं है। इस फिल्म का वीकेंड कलेक्शन सिर्फ ३० करोड़ का हुआ है। आगे भी आमिर खान के एक्सटेंडेड कैमिया वाली फिल्म के ज़ोर पकड़ने की कोई उम्मीद नहीं है। इसलिए, आमिर खान तो टॉप १० में शामिल नहीं हो सकते। दिसंबर में रिलीज़ हो रही पद्मावती और टाइगर ज़िंदा है के १०० करोड़ क्लब में पहुँचने की १०० प्रतिशत सम्भावनाये हैं। ऎसी दशा में यह दोनों फिल्में बादशाहो और बद्रीनाथ की दुल्हनिया को टॉप १० से बर्खास्त कर सकती हैं। ऐसे में सलमान खान की दो फ़िल्में टॉप १० में हो जाएगी। लेकिन, क्या यह फ़िल्में सुपरहिट फिल्मों में शुमार होंगी ? यह तभी मालूम पड़ेगा, जब इन फिल्मों के बजट और कलेक्शन को संज्ञान में लिया जाए।
सुप्रीता कांडपाल
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