फिल्म निर्माता, निर्देशक और लेखक राम मुख़र्जी का निधन हो गया। मशहूर मुख़र्जी परिवार के वारिस राम मुख़र्जी को आज रानी मुख़र्जी के पिता के बतौर जाना जाता है। ,जबकि, वह फिल्मालय स्टूडियो, जिसने लव इन शिमला, एक मुसाफिर एक हसीना, लीडर, आदि फिल्मों का निर्माण किया था, के एक संस्थापक शशधर मुख़र्जी के भतीजे थे। उनका फिल्म डेब्यू १९६० में फिल्म हम हिंदुस्तानी के निर्देशक के बतौर हुआ था। इस फिल्म में सुनील दत्त, जॉय मुख़र्जी, आशा पारेख, हेलेन, आदि की मुख्य भूमिका थी। यह इकलौती फिल्म थी, जिसमे हेलेन जॉय मुख़र्जी की नायिका बनी थी। राम मुख़र्जी ने दिलीप कुमार, वैजयंतीमाला और मोतीलाल को लेकर लीडर का निर्देशन किया था। इस फिल्म का स्क्रीनप्ले भी राम मुख़र्जी का लिखा हुआ था। लीडर की रिलीज़ के कोई आठ साल बाद राम मुख़र्जी ने फिल्म एक बार मुस्कुरा दो का निर्देशन किया था। इस फिल्म में जॉय मुख़र्जी, देब मुख़र्जी और तनूजा मुख्य भूमिका में थे। एक बार मुस्कुरा दो के दौरान तनूजा का फिल्म के एक प्रोडूसर शोमू मुख़र्जी से रोमान्स हुआ, जो शादी में तब्दील हो गया। इन दोनों की बेटी काजोल है। राम मुख़र्जी ने अपनी बेटी को नायिका बनाने के लिए बांगला फिल्म बिएर फूल और हिंदी फिल्म राजा की आएगी बारात का निर्माण किया था। राम मुख़र्जी की निर्देशित और निर्मित तमाम फ़िल्में असफल हुई थी। इसलिए, आज राम मुख़र्जी की पहचान रानी मुख़र्जी के पिता की तरह होती है। राम ने दो दिन पहले ही दिवाली सेलिब्रेशन में हिस्सा लिया था। उन्हें श्रद्धांजलि।
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