लखनऊ में गोलमाल दर्शक |
गोपाल, लकी, माधव और लक्ष्मण १ और लक्ष्मण २ की चौथी हास्य कथा गोलमाल अगेन में हॉरर यानि भूत का एंगल है। एना (तब्बू) भूत देख सकती है। भूत खुद उसके पास आते हैं। एना उन भूतों को इन्साफ या मुक्ति दिलवाती है। फिल्म की कहानी एना के मुंह से ही कहलाई गई है। गोलमाल सीरीज की फिल्मों की इस सेंसेलेस कॉमेडी में हॉरर और भूत का पांचवा छठा कोण कहानी को रुचिकर बना देता है। हालाँकि, सिचुएशन घिसी पिटी हैं। पहले की फिल्मों की तरह यहाँ भी आमने सामने दो बंगले हैं। खूबसूरत लड़की है। इस फिल्म में तो तमाम सितारों की एंट्री ही बाइक मोटर बाइक और कार पर ही होती है। फिल्म के पाँचों मुख्य चरित्र अनाथ हैं। बचपन में ही अनाथालय से भाग निकलते हैं। पर अपने बचपन के आश्रय स्थल को भूल नहीं पाते। इसलिए दादागिरी कर जो कुछ कमाते हैं, उसका एक हिस्सा अनाथालय को भेज देते हैं। अनाथालय के मुखिया के मरने की खबर सुन कर पांचो वापस आते हैं। यहीं भूत का एंगल सामने आता है।
फिल्म में सितारों की भरमार है। अजय देवगन, अरशद वारसी, कुणाल खेमू, तुषार कपूर और श्रेय यस तलपडे जैसे नियमित अभिनेताओं के साथ परिणीती चोपड़ा, तब्बू और नील नितिन मुकेश की नई एंट्री है। यह तमाम अभिनेता रोहित शेट्टी की ठेठ शैली में कॉमेडी भरा अभिनय करते हैं। पहले तीन बार देखी जा चुकी कॉमेडी को मसाला देते हैं नाना पाटेकर, प्रकाश राज, जोनी लीवर, मुकेश तिवारी, संजय मिश्र, आदि। इन डेढ़ दर्जन एक्टर्स में प्रभावित कर पाती है तब्बू। परिणीती चोपड़ा अपनी भूमिका में फबी हैं। नील नितिन मुकेश को बॉलीवुड की फिल्मों में ऐसी अधूरी भूमिकाएं करने से अच्छा दक्षिण की फिल्मों की शरण लेना है। इन सब पर भारी पड़ते हैं खुद की संक्षिप्त भूमिका में नाना पाटेकर। फिल्म में तब्बू और परिणीति चोपड़ा के किरदारों के कारण कुछ भिगोने वाले दृश्य देखने को मिलते हैं।
फिल्म का संगीत काम चलाऊ है। दर्शक हलके हो सकते हैं। धूम्रपान का मज़ा ले सकते हैं। गोवा, ऊटी और हैदराबाद की लोकेशन खूबसूरत हैं। रोहित शेट्टी और अजय देवगन की जोड़ी मनोरंजक फ़िल्में बनाने में माहिर है। रोहित शेट्टी को अजय देवगन के साथ कॉमेडी बनाने में ख़ास मेहनत नहीं करनी पड़ती। फिल्म के तमाम एक्शन सुनील रोड्रिगज़ बढ़िया कर ले जाते हैं।
नोट- फिलहाल अजय देवगन की गोलमाल अगेन की आंधी में उड़ गया लगता है सीक्रेट सुपरस्टार।
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