सैफ अली खान की ६ अक्टूबर को रिलीज़ फिल्म शेफ में सैफ की नायिका पद्मप्रिया जानकीरामन मलयालम फिल्मों की बड़ी अभिनेत्री हैं। २०१० में वह फिल्म स्ट्राइकर से हिंदी दर्शकों को अपना परिचय दे चुकी हैं। पद्मप्रिया की स्ट्राइकर से शेफ के बीच का सात साल का फैसला असल कहानी बयान कर देता है। क्या दक्षिण की अभिनेत्रियों में साठ के दशक की बात नहीं रही ? इसके बावजूद दक्षिण से अभिनेत्रियों का आने का सिलसिला जारी है। इसी साल दक्षिण की कुछ अभिनेत्रियां हिंदी फिल्मों के नायकों के साथ रोमांस करती नज़र आएँगी। दक्षिण की फिल्मों की स्थापित अभिनेत्री लक्ष्मी राय दीपक शिवदासानी की फिल्म जूली २ से दर्शकों को अपनी सेक्स अपील का दीवाना बनाने की कोशिश में होंगी। तमिल और मलयालम फिल्मों की अभिनेत्री एंड्रिया जेरेमिया की हॉरर फिल्म द हाउस नेक्स्ट डोर ३ नवंबर को रिलीज़ होगी। राजकुमार राव की फिल्म शादी में ज़रूर आना की कृति खरबंदा से दर्शकों का परिचय राज़ रिबूट से हो चूका है। इनके अलावा दक्षिण से हिंदी फिल्मों में आने वाली अभिनेत्रियों में पार्वती, प्रिया आनंद, आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
दक्षिण की डब फिल्मों से
दक्षिण की हिंदी में डब फिल्मों से भी काफी हिंदी दर्शक वहाँ के पत्रकारों से परिचित हो रहे हैं। यह अभिनेत्रियां हिंदी फिल्मों में नज़र नहीं आती। तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस अनुष्का शेट्टी को हिंदी दर्शक देवसेना के रूप में पहचानते हैं। हिंदी में डब एसएस राजामौली की फिल्म बाहुबली और बाहुबली २ की देवसेना अनुष्का शेट्टी को हिंदी दर्शक ने बाहुबली द बिगिनिंग के बाद २०१५ में ही तेलुगु फिल्म रुद्रमादेवी की शीर्षक भूमिका में देखा था। हिंदी दर्शकों के इतने जाने पहचाने चहरे ने एक भी हिंदी फिल्म नहीं की है। अनुष्का शेट्टी तो इसकी ज़रुरत तक नहीं समझती।
बॉलीवुड से दक्षिण जाने वाली काजल और तमन्ना की फ्लॉप वापसी
काजल अग्रवाल ने फ्लॉप हिंदी फिल्म क्यों हो गया न (२००४) करने के बाद दक्षिण की ओर रुख किया था। दक्षिण की तेलुगु और तमिल फिल्मों में काजल को अच्छी सफलता मिली। सात साल बाद रोहित शेट्टी की एक्शन फिल्म सिंघम (२०११) में काजल अग्रवाल अजय देवगन के साथ नज़र आई। फिल्म सुपर हिट हुई। इसके बाद वह स्पेशल २६ (२०१३) में अक्षय कुमार की नायिका बानी। यह फिल्म भी बड़ी हिट साबित हुई। अलबत्ता, उनकी रणवीर हूडा के साथ रोमांस फिल्म दो लफ़्ज़ों की कहानी बॉक्स ऑफिस पर टे ज़रूर बोल गई। हालाँकि, फिल्म में काजल के अभिनय की सराहना हुई। अब यह बात दीगर है कि तमिल और तेलुगु फिल्मों की मुख्य नायिकाओं में से एक और हिंदी में हिट फिल्मों और अभिनय में प्रशंसा के बावजूद काजल अग्रवाल को हिंदी फिल्में नहीं मिली। काजल अग्रवाल की तरह तमन्ना भाटिया का करियर भी नज़र आता है। उन्होंने चाँद सा रोशन चेहरा (२००५) से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। फिल्म बुरी तरह से असफल हुई। तमन्ना की बड़ी स्टार बनने की तमन्ना साउथ में पूरी हुई। आठ साल बाद, अजय देवगन की एक्शन कॉमेडी फिल्म हिम्मतवाला से तमन्ना की हिंदी फिल्मों में वापसी हुई। इस फिल्म के बाद, तमन्ना की हमशकल्स और एंटरटेनमेंट रिलीज़ हुई। तीनों ही फ़िल्में फ्लॉप हुई। तमन्ना को भी दक्षिण का रुख करना पड़ा।
सफल इलीना डिक्रूज़
इलीना डिक्रूज़ ने जब हिंदी फिल्म डेब्यू किया, उस समय वह दक्षिण में बड़ा नाम बन चुकी थी। उनकी पहली हिंदी फिल्म अनुराग बासु की रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा के साथ फिल्म बर्फी थी। यह फिल्म हिट हुई। लेकिन, श्रेय मिला रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा को। हालाँकि, इलीना के अभिनय को सराहना मिली। इसके बावजूद इलीना का हिंदी फिल्म करियर ख़त्म नहीं हुआ। उन्हें दक्षिण की तमाम दूसरी अभिनेत्रियों की तरह दक्षिण की फिल्मों की शरण में नहीं जाना पड़ा। वह बॉलीवुड के तमाम अभिनेताओं के साथ फ़िल्में कर चुकी हैं। उन्होंने शाहिद कपूर के साथ फिल्म फटा पोस्टर निकला हीरो, वरुण धवन के साथ मैं तेरा हीरो, सैफ अली खान के साथ हैप्पी एंडिंग, अक्षय कुमार के साथ रुस्तम, अर्जुन कपूर के साथ मुबारकां और अजय देवगन के साथ बादशाओ जैसी फ़िल्में की हैं। उनकी अजय देवगन के साथ फिल्म रेड की शूटिंग जारी है। इस लिहाज़ से तापसी पन्नू का करियर बढ़िया चल रहा है। चश्मे बद्दूर (२०१३) से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली तापसी पन्नू ने पिंक से खुद को स्थापित कर लिया है। वह बेबी, नाम शबाना और रनिंग शादी डॉट कॉम और जुड़वा २ जैसी फ़िल्में दे चुकी हैं। फ्लॉप फिल्म एक दीवाना था से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली एमी जैक्सन सिंह इज ब्लिंग और फ्रीकी अली के बाद रजनीकांत की फ़न्तासी फिल्म २.० से उम्मीद लगा सकती है।
हासन बहनें
कमल हासन और सारिका की दो पुत्रियां श्रुति हासन और अक्षरा हासन का बॉलीवुड में प्रवेश हो चुका है। श्रुति हासन अब तक लक, दिल तो बच्चा है जी, रमैया वस्तावैया, डी- डे, तेवर, गब्बर इज बैक, रॉकी हैंडसम, वेलकम बैक और बहन होगी तेरी जैसी हिंदी फ़िल्में कर चुकी हैं। उनकी हिंदी फिल्मों को ज़्यादा सफलता नहीं मिली। लेकिन, वह खुद को सक्षम अभिनेत्री साबित कर पाने में सफल हुई हैं। उनकी बहन अक्षरा हासन ने २०१५ में अमिताभ बच्चन और धनुष के साथ फिल्म षमिताभ से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। अभी उनकी दूसरी फिल्म लाली की शादी में लड्डू दीवाना ही रिलीज़ हुई है। अपनी कम उम्र के लिहाज़ से हासन बहनों से बॉलीवुड उम्मीद रखता है।
सिर्फ एक फिल्म !
तमिल फिल्म एक्ट्रेस तृषा ने अक्षय कुमार के साथ फिल्म खट्टा मीठा (२०१०) से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। यह वह दौर था, जब अक्षय कुमार की फ़िल्में एक के बाद एक फ्लॉप हो रही थी। प्रियदर्शन के साथ भूल भुलैया, भागम भाग, हेरा फेरी और गरम मसाला जैसी हिट कॉमेडी फ़िल्में देने वाले अक्षय कुमार की यह फिल्म असफल हुई। इसके साथ ही तृषा कृष्णन का हिंदी फिल्म करियर ख़त्म हो गया। राकुल प्रीत सिंह का हिंदी फिल्म डेब्यू यारियां (२०१४) से हुआ। लेकिन, वह दक्षिण की ख़ास तौर पर तेलुगु फिल्मों की शीर्ष अभिनेत्रियों में शुमार हैं। इसलिए, उन्हें मनोज बाजपेई और सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ फिल्म ऐयारी की सफलता की ख़ास ज़रुरत महसूस नहीं हो रही होगी। राशि खन्ना मद्रास कैफ़े दक्षिण की फिल्मों की पार्वती की पहली हिंदी फिल्म इरफ़ान खान के साथ करीब करीब सिंगल १० नवंबर को रिलीज़ हो रही है। प्रियदर्शन निर्देशित फिल्म डोली सजा के रखना ज्योतिका सडाना की पहली और आखिरी फिल्म साबित हुई। कन्नड़ फिल्म एक्ट्रेस भावना की इकलौती हिंदी फिल्म फॅमिली २००६ में रिलीज़ हुई थी। एक अन्य तमिल और तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस अंजलि की इकलौती फिल्म दुश्मन २०१३ में रिलीज़ हुई थी। तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस लक्ष्मी मांचू की इकलौती फिल्म डिपार्टमेंट (२०१२) है। कन्नड़ फिल्म एक्ट्रेस रागिनी खन्ना का शाहिद कपूर की फिल्म रेम्बो राजकुमार के एक डांस में डेब्यू उन्हें दूसरी फिल्म नहीं दिला सका है। ऐन्द्रिता रे की इकलौती हिंदी फिल्म अ फ्लैट (२०१०) ही रिलीज़ हुई है। लव के चक्कर में (२००६) एक्ट्रेस नमिता की इकलौती हिंदी फिल्म थी।
दो फ़िल्में ही
तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस दीक्षा सेठ की दो हिंदी फ़िल्में लेकर हम दीवाना दिल (२०१४) और सात कदम (२०१६) रिलीज़ हुई हैं। तमिल और तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस प्रियमणि ने रावण में सह भूमिका करने के बाद चेन्नई एक्सप्रेस में एक आइटम सांग में डेब्यू किया। तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस कृति खरबंदा का हिंदी फिल्म डेब्यू राज़ रिबूट (२०१६) से हुआ था। उनकी इसी साल रिलीज़ फिल्म गेस्ट इन लंदन भी फ्लॉप हो चुकी थी। शादी में ज़रूर आना १० नवंबर को रिलीज़ हो रही है। हिंदी फिल्म मुझसे दोस्ती करोगे से कैमिया डेब्यू करने वाली चार्मी कौर की बतौर नायिका अब तक फिल्म बुद्धा होगा तेरा बाप और गाज़ियाबाद ही रिलीज़ हुई है।
असफलता हाथ लगी
तमिल और तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस सदा की लव खिचड़ी, क्लिक, दिल तो दीवाना है और सात उचक्के जैसी चार फ़िल्में रिलीज़ होने के बावजूद हिंदी फिल्म दर्शकों को प्रभावित नहीं कर सकी हैं। २०१२ में फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से डेब्यू करने वाली अभिनेत्री प्रिया आनंद रंगरेज़, फुकरे जैसी फिल्मों के बावजूद हिंदी फिल्मों में अपना मुकाम बना पाने में नाकामयाब हैं। उनकी फिल्म फुकरे रिटर्न्स रिलीज़ होने वाली है। हंसिका मोटवानी के फिल्म करियर में हवा, कोई मिल गया, आबरा का डबरा, जागो और हम कौन है जैसी हिंदी फिल्मो की बाल भूमिकाएं दर्ज़ हैं। वह संगीतकार और गायक हिमेश रेशमिया की पहली हिंदी डेब्यू फिल्म आपका सुरूर की नायिका बनी। फिल्म सफल हुई। पर हंसिका असफल हुई। हंसिका दक्षिण की फिल्मों के सेक्स बम के बतौर स्थापित हो गई। मनी है तो हनी है की असफलता के बाद हंसिका ने हिंदी फिल्मों को अलविदा कह दी।
तुझे मेरी कसम (२००३) में रितेश देशमुख की जेनेलिआ डिसूज़ा के साथ दूसरी नायिका श्रिया सरन भी थी। फिल्म की सफलता का फायदा श्रिया को नहीं मिला। उनकी अगली फ़िल्में थोड़ा तुम बदलो थोड़ा हम, शुक्रिया, आवारापन, मिशन इस्ताम्बुल, एक द पॉवर ऑफ़ वन, न घर के न घाट के, गली गली में चोर है और जिला ग़ाज़ियाबाद उन्हें स्थापित कर पाने में नाकामयाब रही। उनकी २०१५ में रिलीज़ अजय देवगन के साथ फिल्म दृश्यम को सफलता मिली ज़रूर। लेकिन, तब तक काफी देर हो चुकी थी। तुझे मेरी कसम की जेनेलिया डिसूज़ा को हिंदी फिल्मों के काम करने का यह फायदा ज़रूर हुआ कि वह मिसेज देशमुख बन पाने में कामयाब हो गई। सबसे सफल असिन
एक प्रकार से असिन को दक्षिण की बॉलीवुड में सबसे सफल अभिनेत्री कहा जा सकता है। असिन की पहली फिल्म गजिनी (२००८) ने ही बॉलीवुड को सौ करोड़ क्लब का पहला स्वाद चखाया। वह दक्षिण की पहली ऐसी अभिनेत्री हैं, जिन्होंने दो खान एक्टरों आमिर खान (गजिनी) और सलमान खान (लंदन ड्रीम्स, रेडी) के अलावा अजय देवगन (लंदन ड्रीम्स, बोल बच्चन) तथा अक्षय कुमार (हॉउसफुल २, खिलाडी ७८६) की। विडम्बना यही रही कि सफल गजिनी, रेडी, बोल बच्चन और हॉउसफुल २ जैसी हिट फिल्मों के बावजूद फ्लॉप फ़िल्में उनके करियर पर भारी पड़ी। आजकल असिन शादी कर गृहस्थ जीवन बिता रही हैं।
दक्षिण की डब फिल्मों से
दक्षिण की हिंदी में डब फिल्मों से भी काफी हिंदी दर्शक वहाँ के पत्रकारों से परिचित हो रहे हैं। यह अभिनेत्रियां हिंदी फिल्मों में नज़र नहीं आती। तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस अनुष्का शेट्टी को हिंदी दर्शक देवसेना के रूप में पहचानते हैं। हिंदी में डब एसएस राजामौली की फिल्म बाहुबली और बाहुबली २ की देवसेना अनुष्का शेट्टी को हिंदी दर्शक ने बाहुबली द बिगिनिंग के बाद २०१५ में ही तेलुगु फिल्म रुद्रमादेवी की शीर्षक भूमिका में देखा था। हिंदी दर्शकों के इतने जाने पहचाने चहरे ने एक भी हिंदी फिल्म नहीं की है। अनुष्का शेट्टी तो इसकी ज़रुरत तक नहीं समझती।
बॉलीवुड से दक्षिण जाने वाली काजल और तमन्ना की फ्लॉप वापसी
काजल अग्रवाल ने फ्लॉप हिंदी फिल्म क्यों हो गया न (२००४) करने के बाद दक्षिण की ओर रुख किया था। दक्षिण की तेलुगु और तमिल फिल्मों में काजल को अच्छी सफलता मिली। सात साल बाद रोहित शेट्टी की एक्शन फिल्म सिंघम (२०११) में काजल अग्रवाल अजय देवगन के साथ नज़र आई। फिल्म सुपर हिट हुई। इसके बाद वह स्पेशल २६ (२०१३) में अक्षय कुमार की नायिका बानी। यह फिल्म भी बड़ी हिट साबित हुई। अलबत्ता, उनकी रणवीर हूडा के साथ रोमांस फिल्म दो लफ़्ज़ों की कहानी बॉक्स ऑफिस पर टे ज़रूर बोल गई। हालाँकि, फिल्म में काजल के अभिनय की सराहना हुई। अब यह बात दीगर है कि तमिल और तेलुगु फिल्मों की मुख्य नायिकाओं में से एक और हिंदी में हिट फिल्मों और अभिनय में प्रशंसा के बावजूद काजल अग्रवाल को हिंदी फिल्में नहीं मिली। काजल अग्रवाल की तरह तमन्ना भाटिया का करियर भी नज़र आता है। उन्होंने चाँद सा रोशन चेहरा (२००५) से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। फिल्म बुरी तरह से असफल हुई। तमन्ना की बड़ी स्टार बनने की तमन्ना साउथ में पूरी हुई। आठ साल बाद, अजय देवगन की एक्शन कॉमेडी फिल्म हिम्मतवाला से तमन्ना की हिंदी फिल्मों में वापसी हुई। इस फिल्म के बाद, तमन्ना की हमशकल्स और एंटरटेनमेंट रिलीज़ हुई। तीनों ही फ़िल्में फ्लॉप हुई। तमन्ना को भी दक्षिण का रुख करना पड़ा।
सफल इलीना डिक्रूज़
इलीना डिक्रूज़ ने जब हिंदी फिल्म डेब्यू किया, उस समय वह दक्षिण में बड़ा नाम बन चुकी थी। उनकी पहली हिंदी फिल्म अनुराग बासु की रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा के साथ फिल्म बर्फी थी। यह फिल्म हिट हुई। लेकिन, श्रेय मिला रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा को। हालाँकि, इलीना के अभिनय को सराहना मिली। इसके बावजूद इलीना का हिंदी फिल्म करियर ख़त्म नहीं हुआ। उन्हें दक्षिण की तमाम दूसरी अभिनेत्रियों की तरह दक्षिण की फिल्मों की शरण में नहीं जाना पड़ा। वह बॉलीवुड के तमाम अभिनेताओं के साथ फ़िल्में कर चुकी हैं। उन्होंने शाहिद कपूर के साथ फिल्म फटा पोस्टर निकला हीरो, वरुण धवन के साथ मैं तेरा हीरो, सैफ अली खान के साथ हैप्पी एंडिंग, अक्षय कुमार के साथ रुस्तम, अर्जुन कपूर के साथ मुबारकां और अजय देवगन के साथ बादशाओ जैसी फ़िल्में की हैं। उनकी अजय देवगन के साथ फिल्म रेड की शूटिंग जारी है। इस लिहाज़ से तापसी पन्नू का करियर बढ़िया चल रहा है। चश्मे बद्दूर (२०१३) से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली तापसी पन्नू ने पिंक से खुद को स्थापित कर लिया है। वह बेबी, नाम शबाना और रनिंग शादी डॉट कॉम और जुड़वा २ जैसी फ़िल्में दे चुकी हैं। फ्लॉप फिल्म एक दीवाना था से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली एमी जैक्सन सिंह इज ब्लिंग और फ्रीकी अली के बाद रजनीकांत की फ़न्तासी फिल्म २.० से उम्मीद लगा सकती है।
हासन बहनें
कमल हासन और सारिका की दो पुत्रियां श्रुति हासन और अक्षरा हासन का बॉलीवुड में प्रवेश हो चुका है। श्रुति हासन अब तक लक, दिल तो बच्चा है जी, रमैया वस्तावैया, डी- डे, तेवर, गब्बर इज बैक, रॉकी हैंडसम, वेलकम बैक और बहन होगी तेरी जैसी हिंदी फ़िल्में कर चुकी हैं। उनकी हिंदी फिल्मों को ज़्यादा सफलता नहीं मिली। लेकिन, वह खुद को सक्षम अभिनेत्री साबित कर पाने में सफल हुई हैं। उनकी बहन अक्षरा हासन ने २०१५ में अमिताभ बच्चन और धनुष के साथ फिल्म षमिताभ से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। अभी उनकी दूसरी फिल्म लाली की शादी में लड्डू दीवाना ही रिलीज़ हुई है। अपनी कम उम्र के लिहाज़ से हासन बहनों से बॉलीवुड उम्मीद रखता है।
सिर्फ एक फिल्म !
तमिल फिल्म एक्ट्रेस तृषा ने अक्षय कुमार के साथ फिल्म खट्टा मीठा (२०१०) से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। यह वह दौर था, जब अक्षय कुमार की फ़िल्में एक के बाद एक फ्लॉप हो रही थी। प्रियदर्शन के साथ भूल भुलैया, भागम भाग, हेरा फेरी और गरम मसाला जैसी हिट कॉमेडी फ़िल्में देने वाले अक्षय कुमार की यह फिल्म असफल हुई। इसके साथ ही तृषा कृष्णन का हिंदी फिल्म करियर ख़त्म हो गया। राकुल प्रीत सिंह का हिंदी फिल्म डेब्यू यारियां (२०१४) से हुआ। लेकिन, वह दक्षिण की ख़ास तौर पर तेलुगु फिल्मों की शीर्ष अभिनेत्रियों में शुमार हैं। इसलिए, उन्हें मनोज बाजपेई और सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ फिल्म ऐयारी की सफलता की ख़ास ज़रुरत महसूस नहीं हो रही होगी। राशि खन्ना मद्रास कैफ़े दक्षिण की फिल्मों की पार्वती की पहली हिंदी फिल्म इरफ़ान खान के साथ करीब करीब सिंगल १० नवंबर को रिलीज़ हो रही है। प्रियदर्शन निर्देशित फिल्म डोली सजा के रखना ज्योतिका सडाना की पहली और आखिरी फिल्म साबित हुई। कन्नड़ फिल्म एक्ट्रेस भावना की इकलौती हिंदी फिल्म फॅमिली २००६ में रिलीज़ हुई थी। एक अन्य तमिल और तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस अंजलि की इकलौती फिल्म दुश्मन २०१३ में रिलीज़ हुई थी। तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस लक्ष्मी मांचू की इकलौती फिल्म डिपार्टमेंट (२०१२) है। कन्नड़ फिल्म एक्ट्रेस रागिनी खन्ना का शाहिद कपूर की फिल्म रेम्बो राजकुमार के एक डांस में डेब्यू उन्हें दूसरी फिल्म नहीं दिला सका है। ऐन्द्रिता रे की इकलौती हिंदी फिल्म अ फ्लैट (२०१०) ही रिलीज़ हुई है। लव के चक्कर में (२००६) एक्ट्रेस नमिता की इकलौती हिंदी फिल्म थी।
दो फ़िल्में ही
तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस दीक्षा सेठ की दो हिंदी फ़िल्में लेकर हम दीवाना दिल (२०१४) और सात कदम (२०१६) रिलीज़ हुई हैं। तमिल और तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस प्रियमणि ने रावण में सह भूमिका करने के बाद चेन्नई एक्सप्रेस में एक आइटम सांग में डेब्यू किया। तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस कृति खरबंदा का हिंदी फिल्म डेब्यू राज़ रिबूट (२०१६) से हुआ था। उनकी इसी साल रिलीज़ फिल्म गेस्ट इन लंदन भी फ्लॉप हो चुकी थी। शादी में ज़रूर आना १० नवंबर को रिलीज़ हो रही है। हिंदी फिल्म मुझसे दोस्ती करोगे से कैमिया डेब्यू करने वाली चार्मी कौर की बतौर नायिका अब तक फिल्म बुद्धा होगा तेरा बाप और गाज़ियाबाद ही रिलीज़ हुई है।
असफलता हाथ लगी
तमिल और तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस सदा की लव खिचड़ी, क्लिक, दिल तो दीवाना है और सात उचक्के जैसी चार फ़िल्में रिलीज़ होने के बावजूद हिंदी फिल्म दर्शकों को प्रभावित नहीं कर सकी हैं। २०१२ में फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से डेब्यू करने वाली अभिनेत्री प्रिया आनंद रंगरेज़, फुकरे जैसी फिल्मों के बावजूद हिंदी फिल्मों में अपना मुकाम बना पाने में नाकामयाब हैं। उनकी फिल्म फुकरे रिटर्न्स रिलीज़ होने वाली है। हंसिका मोटवानी के फिल्म करियर में हवा, कोई मिल गया, आबरा का डबरा, जागो और हम कौन है जैसी हिंदी फिल्मो की बाल भूमिकाएं दर्ज़ हैं। वह संगीतकार और गायक हिमेश रेशमिया की पहली हिंदी डेब्यू फिल्म आपका सुरूर की नायिका बनी। फिल्म सफल हुई। पर हंसिका असफल हुई। हंसिका दक्षिण की फिल्मों के सेक्स बम के बतौर स्थापित हो गई। मनी है तो हनी है की असफलता के बाद हंसिका ने हिंदी फिल्मों को अलविदा कह दी।
तुझे मेरी कसम (२००३) में रितेश देशमुख की जेनेलिआ डिसूज़ा के साथ दूसरी नायिका श्रिया सरन भी थी। फिल्म की सफलता का फायदा श्रिया को नहीं मिला। उनकी अगली फ़िल्में थोड़ा तुम बदलो थोड़ा हम, शुक्रिया, आवारापन, मिशन इस्ताम्बुल, एक द पॉवर ऑफ़ वन, न घर के न घाट के, गली गली में चोर है और जिला ग़ाज़ियाबाद उन्हें स्थापित कर पाने में नाकामयाब रही। उनकी २०१५ में रिलीज़ अजय देवगन के साथ फिल्म दृश्यम को सफलता मिली ज़रूर। लेकिन, तब तक काफी देर हो चुकी थी। तुझे मेरी कसम की जेनेलिया डिसूज़ा को हिंदी फिल्मों के काम करने का यह फायदा ज़रूर हुआ कि वह मिसेज देशमुख बन पाने में कामयाब हो गई। सबसे सफल असिन
एक प्रकार से असिन को दक्षिण की बॉलीवुड में सबसे सफल अभिनेत्री कहा जा सकता है। असिन की पहली फिल्म गजिनी (२००८) ने ही बॉलीवुड को सौ करोड़ क्लब का पहला स्वाद चखाया। वह दक्षिण की पहली ऐसी अभिनेत्री हैं, जिन्होंने दो खान एक्टरों आमिर खान (गजिनी) और सलमान खान (लंदन ड्रीम्स, रेडी) के अलावा अजय देवगन (लंदन ड्रीम्स, बोल बच्चन) तथा अक्षय कुमार (हॉउसफुल २, खिलाडी ७८६) की। विडम्बना यही रही कि सफल गजिनी, रेडी, बोल बच्चन और हॉउसफुल २ जैसी हिट फिल्मों के बावजूद फ्लॉप फ़िल्में उनके करियर पर भारी पड़ी। आजकल असिन शादी कर गृहस्थ जीवन बिता रही हैं।
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