Tuesday, 24 October 2017

पद्मावती में शाहिद कपूर और दीपिका पादुकोण की केमिस्ट्री

एक दिसंबर, हिंदी फिल्म दर्शकों के लिए ख़ास रहेगा।  इस दिन, जब दर्शक सिनेमाघरों के अंदर जा रहे होंगे तो उनके जेहन में बाहुबली २ : द कन्क्लूजन घूम रही होगी।  वह ऐसा ही कुछ देखने की उम्मीद में पद्मावती के सिनेमाघरों में जा रहे होंगे।  शानदार, धूम-धड़ाके वाले सेट्स, महँगी पोशाकें और जेवर, दृश्यों की भव्यता और संवादों से पैदा घनघोर, चौंधिया देने वाला  ड्रामा उनके मानस में होगा।  यह सच होना भी चाहिए।  संजय लीला भंसाली की अब तक की ज़्यादातर फ़िल्में इस बात की पुष्टि करती हैं कि उनमे भव्यता भी होती है, सुंदरता भी और घनघोर ड्रामा भी।  लाउड अभिनय और उतने ही लाउड संवाद वातावरण को नाटकीय से ज़्यादा नाटकीय बना देते हैं।  उनकी पिछली दो फिल्मों बाजीराव मस्तानी और गोलियों की रास लीला : राम-लीला में इन सभी तत्वों की बहुतायत थी।  यह दोनों ही फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित हुई।  बाजीराव मस्तानी ने तो शाहरुख़ खान की नाटकीयता और रोमांस को मात दे दी थी।  पद्मावती में भी संजय लीला भंसाली की पिछली दो फिल्मों के एक्टर रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण हैं।  मगर, पद्मावती में इन दोनों का रोमांस नहीं होगा।  रणवीर सिंह का किरदार खलनायक वाला है।  वह फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका में हैं।  दीपिका पादुकोण पद्मावती या पद्मिनी बनी हैं।  फिल्म में पद्मावती के पति महारावल रतन सिंह का किरदार शाहिद कपूर कर रहे हैं।  इस फिल्म के कुछ चित्र शाहिद कपूर ने इंस्टाग्राम पर जारी किये हैं।  इन चित्रों में शाहिद कपूर और दीपिका पादुकोण की केमिस्ट्री ज़बरदस्त नज़र आती है।  यह नई जोड़ी परदे पर रोमांस की नयी भूमिका लिखती लगती है।  ऐसे कोई भी सोच सकता है कि इंडस्ट्री के इन दो लोकप्रिय एक्टरों के लेकर अभी तक कोई फिल्म क्यों नहीं बनाई जा सकी।  वास्तविकता तो यह है कि कोई सात साल पहले एक ऐसी ही कोशिश डायरेक्टर शबीर खान ने की थी।  उन्होंने इन दोनों को लेकर हीर एंड रांझा का निर्माण शुरू किया था।  लेकिन, यह फिल्म पूरी नहीं हो सकी और हमेशा के लिए डब्बा बंद हो गई।  

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