Monday 29 July 2019

Sanjay Dutt की फिल्म Prasthanam का टीज़र

Kapil Sharma और टीम की आवाज़ में Angry Birds Movie 2 का हिंदी ट्रेलर

KGF Chapter 2 के पोस्टर में Sanjay Dutt



आज संजय दत्त (२९ जुलाई १९५९) साठ साल के हो गए। उनके इस जन्मदिन को मनाने के लिए, कन्नड़ फिल्म निर्माता बैनर होम्बलेस फिल्म्स ने कन्नड़ और हिंदी में बनाई जा रही फिल्म केजीएफ़ (कोलार गोल्ड फील्ड) चैप्टर २ का पोस्टर जारी किया। इस पोस्टर में संजय दत्त का मुंह ढका चेहरा नज़र आ रहा है। संजय दत्त, २०१८ की हिट कन्नड़ फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ (कोलार गोल्ड फील्ड चैप्टर १) के इस दूसरे चैप्टर में खलनायक अधीरा की भूमिका में हैं।

केजीएफ़ चैप्टर १, पहली ऎसी कन्नड़ फिल्म थी, जिसे हिंदी बेल्ट में ज़बरदस्त सफलता मिली। एक समय इस फिल्म ने शाहरुख़ खान की फिल्म जीरो को भी बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के लिहाज़ से पीछे छोड़ दिया था। इस फिल्म के नायक यश (Yash) को बहुत पसंद किया गया। इसे देखते हुए ही निर्माताओं ने अगले चैप्टर में बॉलीवुड के कुछ चेहरों को लेने का मन बनाया था। संजय दत्त का अधीरा किरदार इसी का नतीजा है।

संजय दत्त, लगातार भूमि, साहेब बीवी और गैंगस्टर ३ और कलंक जैसी फ्लॉप फिल्म देने के बावजूद हिंदी फिल्मों में बने हुए हैं। उनके पास की रीमेक फिल्म प्रस्थानम के अलावा ऐतिहासिक युद्ध फिल्म पानीपत, इसी साल रिलीज़ होने वाली हैं।

संजय दत्त, अगले साल सड़क (१९९१) के सीक्वल सड़क २ और भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया में भी नज़र आयेंगे। बुरी खबर यह है कि संजय दत्त की एक ख़ास फिल्म तोरबाज़ डिब्बा बंद कर दी गई है। 

अब ९ अगस्त को बनेगी जबरिया जोड़ी


निर्माता एकता कपूर (Ekta Kapoor) ने, अपनी फिल्म जबरिया जोड़ी (Jabariya Jodi) को २ अगस्त के बजाय ९ अगस्त को रिलीज़ करने का फैसला किया है।  इस प्रकार से, सिद्धार्थ मल्होत्रा (Siddharth Malhotra) और परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) की जबरिया जोड़ी अब एक हफ्ते बाद सिनेमाघरों में बनती नज़र आएगी।

जबरिया जोड़ी को एक हफ्ते बाद रिलीज़ करने का फैसला समझ से बाहर है।  जबरिया जोड़ी का प्रचार जम कर किया जा रहा था।  फिल्म के आइटम सांग जिला हिलेला ने  दर्शकों को हिलाना भी शुरू कर दिया था।  ऎसी दशा मे, सिर्फ पांच दिन पहले ऐसा फैसला लेने का एक ही काऱण नज़र आता है कि एकता कपूर अपनी दो फ़िल्में लगातार हफ्ते में रिलीज़ नहीं होने देना चाहती थी। लेकिन, एकता कपूर तो शातिर निर्माता है।  क्या उन्हें इस स्थिति की जानकारी पहले से नहीं थी ?


संभव है कि एकता कपूर का यह फैसला, फिल्म जजमेंटल है क्या (Judgemental Hai Kya) को एक हफ्ते का फायदा पहुंचाने के लिए हो।  क्योंकि, जजमेंटल है क्या को दर्शक पसंद करने लगे हैं।  यह फिल्म एक दूसरे खुले वीकेंड में कुछ ज़्यादा कमाई कर सकती है।  मगर पेंच यह है कि २ अगस्त को सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) की फिल्म खानदानी शफाखाना (Khandaani Shafakhaana) रिलीज़ हो रही है।  गुप्त रोगों का इलाज़ करने वाले शफाखाना  चलाने वाली बेबी बेदी यानि सोनाक्षी सिन्हा को कुछ बालिग़ शब्द बोलते देखना, दर्शकों के लिए थ्रिल की मानिंद हो सकता है।  


जहाँ तक जबरिया जोड़ी को ९ अगस्त को रिलीज़ होने के फायदे की बात है, ऐसा कोई फायदा होते नज़र नहीं आ रहा।  ९ अगस्त को राजीव खंडेलवाल (Rajeev Khandelwal) की एक्शन थ्रिलर फिल्म प्रणाम (Pranaam) के अलावा रजनीश दुग्गल (Rajneesh Duggal) की हॉरर फिल्म मुश्किल फियर बिहाइंड यू (Mushkil Fear behind You) रिलीज़ हो रही है।  एक्शन, थ्रिलर और हॉरर फिल्मों का एक बड़ा दर्शक वर्ग है।  रजनीश  दुग्गल हॉरर फिल्मों के हीरो के तौर पर मशहूर है।  राजीव खंडेलवाल की फिल्मों को देखना अलग अनुभव वाला होता है।


क्या सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा की कुछ ख़ास सफल नहीं जोड़ी राजीव खंडेलवाल और रजनीश दुग्गल की फिल्मों का मुक़ाबला कर पाएगी ? इसी सवाल के जवाब में जबरिया जोड़ी की सफलता या असफलता का रहस्य छुपा हुआ है।  

Sunday 28 July 2019

Anil Kapoor, The favourite meme of millennials


A picture of superstar Anil Kapoor had the caption, "One cannot look 30-years old at the age of 63, unless it's Anil Kapoor." Another one said, "Anil Kapoor looks younger than young Anil Kapoor himself."

These are part of hundreds of memes generated everyday on social media talking about how the superstar doesn't seem to be ageing at all.  Clearly he is the favourite and perhaps the youngest meme on Internet.

Every youngster wants to be as fit and fine as Anil Kapoor and many even follow his diet and workout routines.

Anil Kapoor has always been an inspiration for the youngsters. His fitness and infectious energy can give any new kid on the block a run for his money. No wonder that his style and personality has given major goals to the millennials.

In more recent news, the FaceApp took the internet by storm with people showing people an older version of themselves. While many Bollywood celebrities shared their version, it started a frenzy of memes on the forever young Anil Kapoor.

Twitter-verse was full of memes on how every actor can grow old with the FaceApp but not Anil Kapoor, who is looks younger than most of his younger co-stars.

Talking about the same, he said, "I’m so amused and entertained by people’s creativity! Just when I think they would’ve run out of memes to make about me, they surprise me with yet another hilarious take! It’s quite flattering and humbling honestly. I’m happy that I’m able to entertain and maybe even inspire people of all ages, even when I’m not trying!"

राष्ट्रीय सहारा २८ जुलाई २०१९




बॉलीवुड फिल्मों में सितारों की भीड़ में सर उठाती नायिकाएं !


इस स्वतंत्र दिवस वीकेंड पर त्रिकोण संघर्ष टल चुका है।  प्रभाष और श्रद्धा कपूर की फिल्म साहो, अब ३० अगस्त को रिलीज़ होगी।  अब, बॉलीवुड के दो दोस्तों अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम की फिल्मों मिशन मंगल और बाटला हाउस का ही आमना सामना होगा।  रियल लाइफ घटना पर, जॉन अब्राहम की फिल्म बाटला हाउस को मिशन मंगल की नारी शक्ति से मुक़ाबला करना है।  इस फिल्म की कहानी इसरो की  पांच महिला वैज्ञानिकों की हैं, जिन्होंने भारत के मंगल पर भेजे गए यान के प्रोजेक्ट मिशन मार्स को अपनी पारिवारिक ज़िम्मेदारी के बावजूद सीमित बजट और समय में अंजाम तक पहुंचाया।  इसरो की इन पांच महिला विज्ञानियों की भूमिका विद्या बालन, सोनाक्षी सिन्हा, तापसी पन्नू, कीर्ति कुल्हारी और नित्या मेनन कर रही हैं।  अक्षय कुमार की भूमिका इस नारी शक्ति को प्रोत्साहित करने वाले की ही है।

मुश्किलों से लड़ने का जज़्बा 
देश की स्वतंत्रता के ७२ साल मनाने वाले दिन प्रदर्शित यह फिल्म भारतीय नारी के उस सफर को बयान करने वाली है, जो हर मुश्किल में भी अपने काम को अंजाम तक पहुंचाने का जज़्बा रखती है।बॉलीवुड देश की ऎसी महिला शक्ति को सलाम करता नज़र आ रहा है।  स्वतंत्रता दिवस २०१९ से स्वतंत्रता दिवस २०२० तक यह सिलसिला रुकने वाला नहीं।  १४ अगस्त २०२० को रिलीज़ होने जा रही, अभिषेक दुधैया निर्देशित फिल्म भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया की कहानी, भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक की है, जो भुज में पाकिस्तानी हमले में ध्वस्त हो चुकी हवाई पट्टी को स्थानीय लोगों की मदद से मरम्मत करवा कर, भारतीय वायु सेना के जहाज उड़ाने का कारनामा अंजाम देता है।  लेकिन, इस काम में विजय कार्णिक यानि अजय देवगन का चरित्र इकलौता नहीं।  इस फिल्म में संजय दत्त, राणा डग्गुबाती, एमी विर्कपंकज त्रिपाठीअनुपम खेर और यशपाल शर्मा के ढेरों पुरुष चरित्र भी हैं।  लेकिन, पुरुष सितारों की इस भीड़ में भी उभर कर आती है सुंदरबेन, जो गाँव की  सरपंच है और गाँव के लोगों को विजय कार्णिक की मदद करने के लिए प्रेरित ही नहीं करती, खुद भी पाकिस्तानी सेना के हवाई हमलों के बीच भी मौजूद रहती है।  इस भूमिका को सोनाक्षी सिन्हा कर रही हैं।  फिल्म में परिणीति चोपड़ा की हीना रहमान की भूमिका भी ख़ास है । हीना रहमान, पाकिस्तान में भारत की जासूस है, जो भारतीय सेना को अहम सूचनाये उपलब्ध कराती है ।

सोनाक्षी का खानदानी शफाखाना 
सोनाक्षी सिन्हा, इससे पहले खानदानी शफाखाना की बॉबी बेदी की भूमिका में एक सेक्स क्लिनिक चलाती नज़र आएंगी। वह इस क्लिनिक को बढ़िया चलाने और अपने मरीज़ों को आकर्षित करने के लिए लाउडस्पीकर लेकर सड़क पर प्रचारकरती हैं। वह क्लिनिक में आये मरीज़ों के रोगों की जानकारी लेती है। वह मर्दों से वह वह सवाल पूछती है, जिसे आम तौर पर पूछने और बताने में मर्द तक हिचकते हैं। पूछा जा सकता है कि एक लड़की हो कर वह ऎसी 'गन्दी बात' क्यों करती है? लेकिन, बेबी ऐसा कर रही है तो अपने परिवार के लिए।  वह परिवार को खुशहाल रखने के लिए अपने खानदान के बंद पड़े शफाखाना को चलाने का प्रयास करती है और इसमें सफल भी होती है। इस भूमिका को परदे पर शोख, चंचल और शर्मीली सोनाक्षी सिन्हा के रूप में देखना दिलचस्प होगा ।

पुरुष प्रधान बॉलीवुड में धाक !  
हिंदी फिल्मों में भूमिकाये ही नहीं, फिल्म अभिनेत्रियाँ भी पुरुष प्रधान बॉलीवुड में अपनी धाक जमाने में कामयाब हो रही है । प्रियंका चोपड़ा, बॉलीवुड के सबसे सफल सलमान खान के स्टारडम की परवाह किये बिना, उनकी फिल्म भारत छोड़ देती है । एक समय ऐसा लगता है कि प्रियंका चोपड़ा का स्टारडम ख़त्म हो गया । लेकिन ज़ल्द ही उन्हें लेकर, निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर और रॉनी  स्क्रूवाला फिल्म द स्काई इज पिंक का ऐलान कर देते हैं । इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा ऐसी माँ की भूमिका कर रही है, जो अपनी पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित बच्ची के देखभाल करती है और उसे मोटिवेशन स्पीकर बनने में मदद करती है । प्रियंका चोपड़ा जैसी ग्लैमर गर्ल की यह भूमिका में क्रांति काबिले तारीफ है ।


दीपिका पादुकोण की छपाक 
धाकड़ अभिनेत्रियों की बात की जाए तो गोलियों की रास लीला राम-लीला की लीला दीपिका पादुकोण कहाँ पीछे हैं । वह ग्लैमर से भरपूर भूमिकाये करते करते, यकायक अपने चहरे को बदसूरत बनाने में नहीं हिचकती । मेघना गुलजार की फिल्म छपाक एसिड पीड़ित लक्ष्मी अगरवाल की साहसिक कहानी है । इस भूमिका को परदे पर अंजाम देकर, दीपिका पादुकोण भी अपने साहस का परिचय दे रही हैं । यह फिल्म हर पहलू से नारी सशक्तिकरण का उदाहरण है। लेकिन, जब छपाक की नायिका दीपिका पादुकोण, मीटू के अभियोगी लव रंजन की फिल्म में रणबीर कपूर के साथ काम करने को तैयार होती है तो उनके प्रशंसकों को नाराज़ होना स्वाभाविक है ।

बोल्ड और अभिनयशील कंगना रनौत 
सशक्त अभिनय कर सकने वाली, बोल्ड और ब्यूटीफुल अभिनेत्री की कोई भी फिल्म नारी प्रधान हो जाती है, जब वह परदे पर आती है । कंगना रानौत ऐसी ही अभिनेत्री है । इसी शुक्रवार रिलीज़ उनकी फिल्म जजमेंटल है क्या एक ऎसी लड़की की कहानी है, जिसे ऐसा भ्रम होता है कि सामने घटी कोई घटना, उसके साथ हुई है । इस फिल्म में राजकुमार राव, अमयारा दस्तूर, जिमी शेरगिल और सतीश कौशिक के चरित्र भी है । लेकिन, दर्शकों का भरोसा कंगना रानौत पर है । वह जिस फिल्म में भी काम करेंगी, उसमे ऐसा कुछ ज़रूर होगा, जो महिलाओं के चरित्र को सशक्त करेगा। फैशन, क्वीन और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स जैसी फ़िल्में इसका प्रमाण है, जिन्होंने कंगना को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जितवाए । मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी में केंद्रीय भूमिका से प्रशंसा बटोर चुकी कंगना रानौत की आगामी फिल्म पंगा, कबड्डी टीम के भारत का नाम रौशन करने की कहानी है । लेकिन, इस फिल्म में महिला कबड्डी टीम के संघर्ष को भी दिखाया गया । इनका नेतृत्व कंगना रानौत ही करती है । कंगना रानौत ही है कि वह धुंआधार एक्शन फिल्म धाकड़ को अपने नाम और इमेज के ज़रिये ज़बरदस्त सुर्खियाँ दिलवाती है ।

कुछ दूसरी अभिनेत्रियां और उनकी फ़िल्में 
मेन्टल है क्या से लेकरपंगा और धाकड़ तक, बॉलीवुड फिल्मों के कथानक में  नायिका बेहद ख़ास है। इन तीनों फिल्मों की मुख्य भूमिका में, कंगना रनौत हैं। लेकिन, बाकी की फिल्मों में कंगना रनौत नहीं।  इसके बावजूद इन फिल्मों की नायिका सशक्त है।  अब इन फिल्मों में चाहे बड़े सितारे हों या अभिनेताओं की भीड़ हो। सोलो फिल्म में नायिका का मज़बूत होना तो स्वभाविक है। ऎसी भूमिकाओं के लिए अभिनेत्री का भी उतना सशक्त होना ज़रूरी है । अभिषेक शर्मा की फिल्म द जोया फैक्टर की पृष्ठभूमि में क्रिकेट और भारतीय क्रिकेट टीम है । लेकिन, पूरी कहानी घूमती है,  भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भाग्यशाली जोया सोलंकी के चेहरे के इर्दगिर्द । परदे पर इस भूमिका को सोनम कपूर कर रही है । पश्चिम उत्तर प्रदेश की दो शार्पशूटर चन्द्रो तोमर और प्रकाश तोमर की रियल लाइफ पर है । इस भूमिका को तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर कर रही है । ऎसी ढेरों फ़िल्में हैं, जिनमे नायिका अपने नायक से कम नहीं । ऎसी भूमिकाओं से, अपने सशक्त अभिनय के बलबूते पर कोई भी अभिनेत्री खुद को बुलंदियों पर पहुंचा सकती है । फिल्म छिछोरे में, सुशांत सिंह राजपूत, वरुण शर्मा, ताहिर राज भसीन आदि के पुरुष चरित्रों के बीच सिर्फ श्रद्धा कपूर ही इकलौता महिला चरित्र है । ज़ाहिर है कि ऎसी भूमिका निगाहों में चढ़ती है । रीमेक फिल्म पति पत्नी और वह में कार्तिक आर्यन के चरित्र पर भूमि पेडनेकर और अनन्या पाण्डेय के चरित्र भारी साबित हो सकते हैं । अंग्रेजी मीडियम में, इरफ़ान खान के अपोजिट करीना कपूर की भूमिका अहम् है । पानीपत और तानाजी जैसी ऐतिहासिक फिल्मों के महिला चरित्र किसी लिहाज़ से कमज़ोर नहीं हैं । स्ट्रीट डांसर ३डी में पाकिस्तानी डांसर श्रद्धा कपूर, हिंदुस्तान के वरुण धवन पर भारी पड़ सकती है । रूही अफज़ा का भूत तो जाह्नवी कपूर के ज़रिये ही अपना मक़सद पूरा कर सकेगा । इनके अलावा, गुड न्यूज़, शकुंतला देवी, बोले चूड़ियाँ और लाल सिंह चड्डा में नारी चरित्र काफी सशक्त बन पड़े हैं ।