Monday, 14 May 2018

परमाणु की लड़ाई में अकेले थे जॉन अब्राहम

निर्माता जॉन अब्राहम, आज खुश भी हैं और वेदना से भरे हुए भी हैं ।

वह खुश इसलिए हैं कि उनके दिल के सबसे ज्यादा नज़दीक उनकी बतौर निर्माता और अभिनेता फिल्म परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण २५ मई को रिलीज़ होने जा रही है ।

इस फिल्म के लिए उन्हें, एक दूसरी सह निर्माता प्रेरणा अरोड़ा के साथ कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी 

इसके बाद ही उनकी फिल्म अदालती आदेश के बाद रिलीज़ हो रही है ।

जॉन अब्राहम को दुःख इस बात का है कि उनकी इस लड़ाई में फिल्म इंडस्ट्री का कोई भी साथ नहीं था ।

पूरी इंडस्ट्री मूक दर्शक बनी सब देख रही थी ।

यहाँ तक कि वह दूसरे निर्माता भी, जिन्हें प्रेरणा अरोड़ा के रवैये से कठिनाई हुई थी ।

जॉन अब्राहम कहते हैं, “मैं किसी से सपोर्ट की उम्मीद भी नहीं कर रहा था ।

सभी इतना ज़रूर कह रहे थे कि ईश्वर का धन्यवाद कि जॉन के बजाय हम नहीं थे ।

जबकि, मेरे कारण बहुत से लोगों का झंझट ख़त्म हो गया ।“

जॉन अब्राहम में सच के लिए लड़ने, खड़े होने और साबित होने का जज्बा है । सच भी उनके साथ था । 


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