निर्माता जॉन अब्राहम, आज खुश भी हैं और वेदना से भरे हुए भी हैं ।
वह खुश
इसलिए हैं कि उनके दिल के सबसे ज्यादा नज़दीक उनकी बतौर निर्माता और अभिनेता फिल्म
परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण २५ मई को रिलीज़ होने जा रही है ।
इस फिल्म के लिए
उन्हें, एक दूसरी सह निर्माता प्रेरणा अरोड़ा के साथ कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी
इसके
बाद ही उनकी फिल्म अदालती आदेश के बाद रिलीज़ हो रही है ।
जॉन अब्राहम को दुःख इस
बात का है कि उनकी इस लड़ाई में फिल्म इंडस्ट्री का कोई भी साथ नहीं था ।
पूरी
इंडस्ट्री मूक दर्शक बनी सब देख रही थी ।
यहाँ तक कि वह दूसरे निर्माता भी,
जिन्हें प्रेरणा अरोड़ा के रवैये से कठिनाई हुई थी ।
जॉन अब्राहम कहते हैं, “मैं
किसी से सपोर्ट की उम्मीद भी नहीं कर रहा था ।
सभी इतना ज़रूर कह रहे थे कि ईश्वर
का धन्यवाद कि जॉन के बजाय हम नहीं थे ।
जबकि, मेरे कारण बहुत से लोगों का झंझट
ख़त्म हो गया ।“
जॉन अब्राहम में सच के लिए लड़ने, खड़े होने और साबित होने का जज्बा
है । सच भी उनके साथ था ।
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