दो साल ! तीन फ़िल्में !! नाम शबाना, परी और राज़ी
!!! तीनों ही फ़िल्में अपनी नायिकाओं पर केन्द्रित ! यानि,
इन फिल्मों की शीर्षक भूमिकाओं में एक्ट्रेस ! ख़ास बात यह कि तीनों ही
फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर अपने निर्माताओं को नुकसान नहीं देती। अपनी लागत वापस करवाने
वाली इन फिल्मों की नायिकाओं का नाम है तपसी पन्नू, अनुष्का
शर्मा और आलिया भट्ट। आज कुछ नए की चाहत रखने वाले हिंदी फिल्म दर्शकों की
निगाहें इन्ही तीन अभिनेत्रियों की फिल्मों की ओर लगी रहती हैं।
समकालीन अभिनेत्रियां
यह तीनों अभिनेत्रियाँ समकालीन हैं. सबसे पहले आई थी अनुष्का शर्मा। शाहरुख़ खान के साथ फिल्म रब ने बना दी जोड़ी (२००८) से अनुष्का शर्मा का फिल्म
डेब्यू हुआ था। अलिया भट्ट चार साल बाद, स्टूडेंट ऑफ़
द इयर (२०१२) से हिंदी फिल्मों की नायिका बन कर उभरी। इस फिल्म में उनके नायक वरुण धवन और सिद्धार्थ मल्होत्रा थे। तपसी पन्नू अगले साल ही, यानि २०१३ में डेविड धवन की रीमेक कॉमेडी फिल्म चश्मेबद्दूर में नायिका बनी. इन तीन फिल्मों
के बाद, इन तीनों अभिनेत्रियों का करियर नया मोड़
लेता चला गया।
रणबीर और रणवीर की अलिया भट्ट
रणबीर और रणवीर की अलिया भट्ट
राज़ी की सफलता के बाद, इस बात में
कोई शक नहीं रह गया कि आज के दौर की सफल और सक्षम अभिनेत्रियों में आलिया भट्ट
शुमार हैं। अपने देश के लिए पाकिस्तान जा
कर जासूसी करने वाली कश्मीरी लड़की सहमत की भूमिका में आलिया भट्ट अपनी ज़बरदस्त
अभिनय प्रतिभा का प्रदर्शन करती है। दर्शक,
इस फिल्म की कहानी और फिल्म की नायिका आलिया भट्ट को स्वीकार करता है और
फिल्म हिट हो जाती है। इस फिल्म में आलिया भट्ट के नायक विक्की कौशल हैं।
सक्षम अभिनेत्री
आलिया भट्ट ने अपने करियर की शुरुआत, दो
अभिनेताओं वरुण धवन और सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ की थी। इस फिल्म के बाद, आलिया भट्ट
की वरुण धवन के साथ दुल्हनिया सीरीज की हिट फिल्मों में जोड़ी बनी। उडता पंजाब में
आलिया के नायक शाहिद कपूर थे। आलिया ने हाईवे, उड़ता पंजाब,
डिअर ज़िन्दगी और अब राज़ी से खुद को सक्षम अभिनेत्री साबित कर दिया है। यही
कारण है कि वह किसी ख़ास एक्टर के साथ ऑन स्क्रीन जोड़ी नहीं बना रहीं। हालाँकि,
वरुण धवन के साथ आलिया भट्ट की फिल्म कलंक भी तेज़ी से बन रही है। लेकिन, वह फिलहाल
रणबीर और रणवीर की नायिका बनी हुई नज़र आती है।
वह ज़ोया अख्तर की फिल्म गली बॉय में रणवीर सिंह के साथ एक रैपर का किरदार
कर रही हैं। यह एक गीत-संगीत और नृत्य से
भरपूर फिल्म है। वह एक फ़न्तासी फिल्म,
अयान मुख़र्जी निर्देशित ब्रह्मास्त्र रणबीर कपूर के साथ कर रही हैं। तीन हिस्सों में बनाई जा रहे ब्रह्मास्त्र एक
महँगी फिल्म है। इन दो फिल्मों के बीच
वरुण धवन के साथ फिल्म कलंक भी है। लेकिन, आलिया भट्ट
रणवीर और रणबीर की आलिया ही बनी हुई हैं। क्यों ? दरअसल,
कलंक एक मल्टीस्टार फिल्म है। इस
फिल्म में, संजय दत्त- माधुरी दीक्षित और सोनाक्षी सिन्हा-आदित्य
रॉय कपूर की जोड़ियां भी है। बेशक आलिया
भट्ट और वरुण धवन जोड़ी मुख्य हैं। लेकिन,
इकलौती नहीं है। जबकि, ब्रह्मास्त्र
में रणबीर कपूर के साथ तथा गली बॉय में रणवीर सिंह के साथ वह इकलौती जोड़ी बना रही
हैं। यह दोनों फ़िल्में मुख्य रूप से आलिया
भट्ट तथा उनके जोड़ीदारों रणबीर कपूर और रणवीर सिंह के किरदारों के इर्दगिर्द ही
घूमती है।
भिन्न फिल्मों का चुनाव, टॉप पर
अलिया भट्ट
इस समय के बॉलीवुड की यह तीन युवा अभिनेत्रियां बेधड़क हैं। यह तीनों अपने ग्लैमर पक्ष के बजाय अभिनय पक्ष
को उभारने वाली भूमिकाओं की तलाश में रहती हैं। इन तीनों अभिनेत्रियों में अनुष्का
शर्मा इकलौती ऐसी अभिनेत्री हैं, जो तीनों
खान अभिनेताओं के साथ फ़िल्में कर चुकी हैं।
उनके पास १००- २००- ३०० करोडिया फिल्मों के नाम दर्ज हैं। अनुष्का शर्मा फिल्म निर्माता भी हैं। उन्होंने
एनएच १०, फिल्लौरी और परी जैसी फिल्मों के ज़रिये
नायिका के लिए नई इबारत लिखने की कोशिश की थी।
इस साल उनकी, वरुण धवन के साथ सुई धागा : मेड इन इंडिया बिलकुल अलग विषय पर
फिल्म है। इस फिल्म में वह दरजी बने वरुण
धवन के साथ चिकनकारी करने वाली लड़की की भूमिका कर रही हैं। चश्मे बद्दूर फिल्म से डेब्यू करने वाली तापसी
पन्नू ने पिंक फिल्म से दर्शकों को प्रभावित किया था। वह नाम शबाना में एक अंडरकवर
एजेंट की भूमिका भी कर चुकी हैं। वह बेबी में अक्षय कुमार के साथ अभिनय कर चुकी
हैं। उनकी आगामी चार फ़िल्में तड़का, सूरमा,
मुल्क और मनमर्ज़ियाँ बिलकुल अलग अलग विषयों वाली ख़ास फ़िल्में हैं। अपने
करैक्टरों में दबंग नज़र आने वाली तापसी पन्नू निजी जिंदगी में भी गलत को गलत कहना
जानती हैं। वह कहती हैं, "मैं अपनी बिलकुल अलग आवाज़ बनना चाहती
हूँ।"
इस लिहाज़ से, आलिया भट्ट किसी से कम नहीं। वह अपने अभिनय का लोहा मनवा चुकी हैं। तापसी पन्नू की टक्कर की अभिनेत्री साबित हो
रही है आलिया भट्ट। उनका फिल्मों का चुनाव
भी बेहद संतुलित है। वह एक ओर जहाँ सामाजिक
और भावाभिनय वाली फ़िल्में कर रही हैं, बड़ी कमर्शियल फ़िल्में भी कर रही हैं। आलिया
भट्ट कहती हैं, "फिल्मों के प्रति मेरा जूनून,
मुझे परदे पर जटिल चरित्र करने के लिए प्रेरित करता है। मेरी इच्छा
अभूलनीय चरित्र यादगार फिल्मे करने की है।"
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