Monday, 21 January 2019

जो सफल न हो सकीं, बढ़िया बनी फ़िल्में


कुछ ऎसी भी फ़िल्में हैं, जिन्होंने अपने कंटेंट को लेकर समीक्षकों की प्रशंसा पाई। लेकिन, दर्शकों को सिनेमाघर तक ला पाने में असफल रही।

अगली में मुंबई का एक पुलिस अधिकारी एक छोटी बच्ची के गायब हो जाने के रहस्य को खोलने में लगा हुआ है। रोनित रॉय ने इस भूमिका को किया था। अनुराग कश्यप की इस अपराध थ्रिलर फिल्म को पीके की सफलता मार गई, जो अगली से सिर्फ एक हफ्ता पहले रिलीज़ हुई थी।

अमिताभ बच्चन, रामगोपाल वर्मा की फिल्म रण में मीडिया मुग़ल की भूमिका में थे। यह फिल्म मीडिया और राजनीति की दुरिभिसंधी का चित्रण करती थी। लेकिन इस फिल्म को विद्या बालन की फिल्म इश्किया की सफलता मार गई, जो इसी फिल्म के साथ रिलीज़ हुई थी।

तिग्मांशु धुलिया की फिल्म पान सिंह तोमर अभिनेता इरफ़ान खान के बेहतरीन  अभिनय के बावजूद दर्शकों को नहीं खींच सकी। इसे सेमी हिट फिल्म माना जाता है।


आशु त्रिखा की फिल्म कोयलांचल बढ़िया कथानक और विनोद खन्ना और सुनील शेट्टी जैसी स्टार कास्ट के बावजूद ध्वस्त हो गई।

निर्देशक अमृत सागर की १९७१ के युद्ध बंदियों पर फिल्म १९७१ प्रिसनर्स ऑफ़ वॉर की प्रशंसा तो बहुत हुई, लेकिन दर्शक नहीं मिले।

निर्देशक विक्रमादित्य मोटवाने की फिल्म उड़ान में एक छात्र को उसके पिता द्वारा सिर्फ एक गलती के लिए कभी माफ़ न करने और पीढ़ियों के बीच विचारों में अंतर को दिखाया गया। यह फिल्म भी सिर्फ प्रशंसा ही पा सकी।

कुछ दूसरी प्रशंसित मगर बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप फिल्मों में अलीगढ, लव शव ते चिकन खुराना, रहस्य, चलो दिल्ली, टी ई ३ एन, वजीर, शौर्य, साला खडूस, आदि के नाम भी शामिल हैं। 

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