शुरू होने के साथ ही, लगातार
विवादों के घेरे में रही कंगना रनौत और राजकुमार राव की फिल्म मेन्टल है क्या का
टाइटल बदल दिया गया है। इंडियन
साइकियाट्रिक सोसाइटी के लगातार विरोध के बावजूद, फिल्म की
निर्माता एकता कपूर अपनी फिल्म का टाइटल
बदलें को तैयार नहीं थी।
हालाँकि,
खबर यह भी थी कि फिल्म का टाइटल न बदले जाने पर सोसाइटी न्यायालय का दरवाज़ा खटखटा सकती है। इसके बावजूद
एकता कपूर टस से मस नहीं हो रही थी। यहाँ
तक कि फिल्म के २६ जुलाई को रिलीज़ की तारिख बदलने का भी कोई इरादा नहीं था।
लेकिन
आड़े आया सेंसर बोर्ड। बोर्ड को
साइकियाट्रिक सोसाइटी की आपत्ति वाजिब लगी। बोर्ड ने, फिल्म को पारित करने से पहले फिल्म का टाइटल
बदलने की शर्त रख दी।
टाइटल को बदले जाने को लेकर कई खबरें थी।
फिल्म का टाइटल बदले जाने की दशा में प्रचार के लिए पोस्टरों को भी बदला जाना पड़ता है । फिल्म का टाइटल भी ऐसा रखा जाना ठीक होता है, जिसे सुनकर पहले वाले टाइटल की याद
आये। मसलन, पद्मावती
का पद्मावत या लवरात्रि का लवयात्री।
इस
ट्रेंड को देखते हुए मेन्टल है क्या का नया टाइटल सेंटीमेंटल है क्या ठीक समझा जा
रहा था। लेकिन,
आज बालाजी फिल्म्स के प्रवक्ता ने बताया कि हम किसी का दिल नहीं दुखाना
चाहते। इसलिए फिल्म का टाइटल मेन्टल है
क्या से बदल कर जजमेंटल है क्या कर दिया गया है।
अब फिल्म के जजमेंटल बन जाने के बाद, कंगना रनौत, राजकुमार राव, अमायरा
दस्तूर और जिमी शेरगिल अभिनीत फिल्म जजमेंटल है क्या को यूए प्रमाण पत्र दे दिया
गया है। अब यह फिल्म अपनी पहले से
निर्धारित तारीख़ २६ जुलाई को दर्शकों के सामने होगी।
अब कंगना रनौत की सांसे अटकी होंगी कि दर्शक उनकी
फिल्म देखते समय कितने और कैसे जजमेंटल होते हैं।
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