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Sunday, 28 April 2019

एशियन वेडिंग वीकेंड में बिपाशा बासु (Bipasha Basu)


अपनी सेक्स अपील के बल पर, बॉलीवुड में सिक्का जमाने वाली मॉडल-अभिनेत्री बिपाशा बासु (Bipasha Basu), पिछले चार सालों से बिलकुल खामोश चल रही हैं। उनकी पिछली फिल्म हॉरर अलोन (Alone) १६ जनवरी २०१५ को रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में उनके नायक करण सिंह ग्रोवर (Karan Singh Grover) थे। जिनसे कुछ  महीने रोमांस लड़ाने के बाद, बिपाशा बासु ने खुद के नाम के आगे ग्रोवर जोड़ना मुनासिब समझा।

शादी और अलोन की रिलीज़ के बाद, बिपाशा बासु  (Bipasha Basu) और करण सिंह ग्रोवर (Karan Singh Grover)  की गर्मागर्म जोड़ी की कोई भी फिल्म रिलीज़ नहीं हुई। बिपाशा बासु को लेकर किसी भी फिल्म का ऐलान नहीं हुआ। कुछ फिल्मों की सुगबुगाहट हुई। लेकिन, बात आगे नहीं बढ़ सकी। बिपाशा बासु सोशल मीडिया तक सीमित हो गई।  इनमे उनके चित्र ज़रूर चर्चा पाते रहे।


पिछले दिनों बिपाशा बासु (Bipasha Basu) ने अपनी एक फोटो अपलोड करते हुए, खुद के एशियाई वेडिंग वीकेंड (Asian Wedding Weekend) में शामिल होने की खबर दी। यह वीकेंड एशियाई शादी के लिए विख्यात है।  इस प्रदर्शनी में शादी का इंतज़ाम करने वाली दुनिया की २०० से ज़्यादा कम्पनिया हिस्सा लेती है। यह कंपनियां शादी की पोशाकों की डिजाइनिंग करने के अलावा शादी के स्थल का चुनाव करने में भी मदद करती है। उन्हें फूलों से सजाना और खाना पकाने वाले रसाईयों,आदि की व्यवस्था करती हैं।


बिपाशा बासु  (Bipasha Basu) इस आयोजन फैशन डिज़ाइनर की तैयार की गई शादी की पोशाक पहन कर कैटवाक करेंगी। 


हाल ही में, बिपाशा बासु  (Bipasha Basu) और करण सिंह ग्रोवर (Karan Singh Grover) के साथ एक फिल्म आदत डायरीज (Aadat Diaries) का ऐलान हुआ है।  इस फिल्म के निर्माता गायक मीका सिंह (Mika Singh) हैं।  इस फिल्म को विक्रम भट्ट (Vikram Bhatt) ने लिखा है और थ्रिलर जॉनर की इस फिल्म का निर्देशन भूषण पटेल (Bhushan Patel) कर रहे हैं।  इस फिल्म की पृष्ठभूमि में लंदन है।  इसलिए फिल्म की शूटिंग लंदन में ही की जाएगी।  


राष्ट्रीय सहारा २८ अप्रैल २०१९ - क्लिक करें 

Thursday, 6 December 2018

बिपाशा बासु, मलाइका अरोड़ा और सुज़ैन खान के माय लेबल के तीन साल



सारा लॉरेन के फ्रॉड सैयां अरशद वारसी - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Thursday, 23 August 2018

फिर बिकिनी में बिपाशा बासु का काला जादू

बिपाशा बासु, आज कल, मालदीव में अपने पति करण सिंह ग्रोवर के साथ छुट्टियां बिता रही हैं।

वह मालदीव के माहौल का पूरा मजा लेती हैं।

पति करण उनका हॉट फोटोशूट करके इस मज़े को दोगुना चौगुना करते है।

पति द्वारा खींचे गए अपने चित्र बिपाशा बासु अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में पोस्ट करती रहती हैं। 

अपना ऐसा ही बिकिनी फोटो, बिपाशा बासु ने आज अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में पोस्ट किया है।

इस चित्र में वह कलरफुल बिकिनी पहने, धुप का चश्मा चढ़ाये झूले पर लेटी हुई अपनी थकान उतार रही हैं। उनकी लम्बी पतली टाँगे, झूले की रस्सियों पर तनी हुई है।

इस चित्र में वह फिट और सेक्सी नज़र आ रही हैं।

बिपाशा बासु में फिटनेस का जूनून हैं।

वह मालदीव में छुट्टियां बिताते हुए भी एक किताब फिटनेस और खाने की आदतों पर लिख रही हैं।

अपनी पहली फिल्म अजनबी में बिपाशा बासु ने अपनी फिट बॉडी पर बिकिनी पहन कर तहलका मचा दिया था। जिस्म फिल्म से तो वह फिल्म दर्शकों की रातों की रानी बन गई थी। उन्हें बिकिनी बॉडी बेब बताया गया था।  इन फिल्मों के बाद, लगातार, वह हर फिल्म में अपने बिकिनी बॉड होने  का परिचय देती रही थी।

बिपाशा बासु की पिछली फिल्म अलोन, पति करण सिंह ग्रोवर के साथ थी।  इस फिल्म के बाद ही दोनों ने विवाह कर लिया था।


आजकल, यह अफवाहें फैलाती रहती हैं कि बिपाशा बासु और करण सिंह ग्रोवर की जोड़ी के साथ कोई फिल्म बनाई जा रहे है।  लेकिन, यह अफवाहें समय के साथ दम तोड़ देती हैं।  




इलीना डिक्रूज़ का बिकिनी अवतार ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Thursday, 28 June 2018

टूरिस्ट बिपाशा बासु ग्रोवर

Sunday, 24 June 2018

जब करण सिंह ग्रोवर ने खींची बिपाशा बासु की तस्वीर




 वाट लग गई भूमि पेडनेकर की - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Tuesday, 5 January 2016

हॉरर के बाद एक्शन में बिपाशा बासु

अपनी हॉरर फिल्मों 'राज़ ३', 'आत्मा', 'क्रीचर ३डी' और 'अलोन' के बाद मिनी टीवी सीरीज 'डर सबको लगता है' से सबको डराने के बाद बिपाशा बासु अब एक्शन अवतार में नज़र आने जा रही हैं।  उनका यह एक्शन अवतार एक इंटेलिजेंस अफसर का होगा।  हालाँकि, फिल्म की शैली कॉमेडी होगी।  पहली बार निर्देशन के  क्षेत्र में कदम रखने जा रहे, संजय दत्त की फिल्म 'जिला गाजियाबाद' के पटकथाकार  विनय सिन्हा की फिल्म 'भाई मस्ट बी क्रेजी' में बिपाशा बासु जंगल में एक डॉन का पीछा कर रही ख़ुफ़िया अधिकारी बनी हैं। डॉन की भूमिका में 'दस'  में गंजे आतंकवादी जामवाल का किरदार करने वाले अभिनेता पंकज कपूर कर रहे हैं।  सूत्र बताते हैं कि फिल्म के क्लाइमेक्स में बिपाशा बासु के खतरनाक स्टंट देखने को मिलेंगे।  सेक्सी और हॉरर मूवी क्वीन बिपाशा बासु की इस सीरियस रोल में लेने की वज़ह के बारे में विनय शर्मा कहते हैं, "मैं एक टफ अभिनेत्री चाहता था।  बिपाशा इसमे फिट बैठती हैं।" इस फिल्म की प्रारंभिक शूटिंग नेपाल चीन सीमा से लगे जंगलों में होगी।  लेकिन, फिल्म का मुख्य हिस्सा बैंकाक के कंचनबूरी जंगल शूट किया जायेगा।  यह ४५ दिनों का शिड्यूल फरवरी से शुरू होगा।

Saturday, 2 January 2016

बॉलीवुड के लिए प्रतिभाओं की जनवरी

प्रतिभा के लिहाज़ से, बॉलीवुड के लिए जनवरी का महीना फलदार पेड़ की तरह है।  इस महीने प्रतिभाशाली अभिनेता, अभिनेत्रियां और डायरेक्टर मिले।  इनमे से बॉलीवुड के इम्तिहान में कुछ फेल भी हुए और कुछ फर्स्ट क्लास निकले ।  इस महीने पैदा निर्देशकों ने भारतीय सिनेमा को नयापन दिया।  कॉमेडी को नई दिशा दी।  एक्टर्स ने अपने सजीव अभिनय से चरित्रों को अविस्मरणीय बना दिया।
अभिनेत्रियां सेक्सी भी और इमोशनल भी
जनवरी में पैदा अभिनेत्रियां अभिनय  कला के  लिहाज़ से बेजोड़ हैं।  वह ग्लैमरस भी हैं और सेक्सी भी। इन अभिनेत्रीयों ने हिंदी फिल्मों की नायिका को नायक की परछाई से अलग अपनी पहचान दी।  इन अभिनेत्रियों के कारण फ़िल्में बिकती भी हैं और देखी भी जाती हैं।
विद्या बालन- साल के पहले दिन, १ जनवरी १९७९ को पैदा विद्या बालन की पहचान अभिनय सक्षम अभिनेत्री के बतौर हैं। उनका केरल से मुंबई तक का सफर टेलीविज़न से हो कर जाता है। सीरियल  हम पांच की यह नायिका आज परिणीता, डर्टी पिक्चर, कहानी, आदि फिल्मों में अपने कुशल अभिनय से पहचानी जाती हैं। उनको ध्यान में रख कर फ़िल्में लिखी जाने लगी है।
दीपिका पादुकोण- ५ जनवरी १९८६ को जन्मी दीपिका पादुकोण अभिनय और ग्लैमर का संगम हैं।  वह २००७ से लगातार हर साल कम से कम एक हिट फिल्म दे रही हैं। इस साल रिलीज़ फिल्म पीकू और तमाशा में उनके अभिनय की भी प्रशंसा हुई।
बिपाशा बासु- ७ जनवरी १९७९ को जन्मी बिपाशा बासु ने अपनी सेक्स अपील के बल पर ही ए ग्रेड फिल्मों को फतह किया।  उन्होंने इरोटिक थ्रिलर फिल्म जिस्म (२००३) से अपने करियर की शुरुआत की।  ऎसी फिल्मों की अभिनेत्रियां एक ख़ास खांचे वाली फिल्मों के लिए ही उपयुक्त मानी जाती हैं।  लेकिन, बिपाशा बासु ने खुद को इस ठप्पे से बचाते हुए नो एंट्री, फिर हेरा फेरी, रेस, धूम २, कॉर्पोरेट, अपहरण और बचना ऐ हसीनों जैसी बड़े बजट की भिन्न कथानकों वाली फ़िल्में की।
जनवरी  में जन्मी कुछ अन्य अभिनेत्रियो में से एक प्रीटी जिंटा की कभी तूती बोला करती थी।  उन्होंने लगभग हर बड़े सितारे के साथ फ़िल्में की। दक्षिण में अपनी अभिनय प्रतिभा का परचम लहराने के बाद श्रुति हासन और एमी जैक्सन हिंदी फिल्मों को जीतने आ गई हैं।  प्रीटी जिंटा और एमी जैक्सन ३१ जनवरी को पैदा हुई।  श्रुति  हासन ने २८ जनवरी को दुनिया में पहली सांस ली।  इनके अलावा कल्कि कोएच्लिन और पल्लवी शारदा १० जनवरी को, मिनिषा लाम्बा २८ जनवरी और रिया सेन २४ जनवरी को पैदा हुई अभिनेत्रियां हैं।
लाजवाब अभिनय वाले अभिनेता !
क्या यह इत्तेफ़ाक़ है कि अभिनेत्रियों की तरह  जनवरी में बहुमुखी प्रतिभा के अभिनेताओं ने जन्म लिया।  इन अभिनेताओं को अपने अभिनय के बूते हिंदी फिल्मों को नए प्रकार का नायक दिया।  बॉक्स ऑफिस को एक्टर-स्टार दिया। गायक मुकेश के पोते नील नितिन मुकेश ने जॉनी गद्दार से दर्शकों को आकर्षित किया था। उन पर नेगेटिव किरदार ख़ास फबते हैं।  ७ खून माफ़ और डेविड से दर्शकों को अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले नील नितिन मुकेश को दक्षिण के दर्शक सुपर हिट फिल्म कठ्ठी के विलेन के बतौर जानते हैं।  श्रेयस तलपडे (२७ जनवरी) और चन्दन रॉय सान्याल (३० जनवरी) लीक से हट कर भूमिकाओं से अपनी पहचान बना चुके हैं।  इनके अलावा आदित्य पंचोली (४ जनवरी), उदय चोपड़ा (५ जनवरी), इमरान खान, अध्ययन सुमन और अश्मित पटेल (१३ जनवरी), सिद्धार्थ मल्होत्रा (१६ जनवरी), सुशांत सिंह राजपूत (२१ जनवरी) और बॉबी देओल (२७ जनवरी) इसी महीने पैदा हुए।
नाना पाटेकर- १ जनवरी १९५१ को जन्मे नाना पाटेकर ने  खुद की पहचान बीआर चोपड़ा की फिल्म 'आज की आवाज़' के विलेन के रूप में बनाई।  अंकुश, तृषाग्नि, सलाम बॉम्बे, आदि कुछ फिल्मों में खुद को हरफनमौला अभिनेता साबित करने वाले नाना पाटेकर ने विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म परिंदा के अन्ना सेठ की भूमिका में दर्शकों की रीढ़ में सिहरन पैदा कर दी। वह प्रहार के नायक और निर्देशक थे।  तिरंगा, क्रांतिवीर, अग्निसाक्षी, टैक्सी नंबर ९२११, ब्लफ मास्टर, वेलकम, आदि उनकी अभिनय प्रतिभा और बॉक्स ऑफिस पर पकड़ को साबित करने वाली फ़िल्में थी।
इरफ़ान खान - नाना  पाटेकर जैसी प्रतिभा ७ जनवरी १९६७ को पैदा इरफ़ान खान में भी नज़र आई। उन्होंने सलाम बॉम्बे से  पीकू और जज़्बा तक खुद की प्रतिभा बार बार साबित की।  इसी का नतीज़ा है कि वह हॉलीवुड फिल्मों में स्वीकार किये गए।  इसी साल उन्हें जुरैसिक वर्ल्ड में देखा गया।
ह्रितिक रोशन- १० जनवरी १९७४ को जन्मे ह्रितिक रोशन सुन्दर सूरत और गठीले शरीर के कारण बॉक्स ऑफिस के पसंदीदा हैं।  वह अपनी अभिनय प्रतिभा से भी फिल्म मिशन कश्मीर, फ़िज़ा, लक्ष्य, गुज़ारिश, ज़िन्दगी न मिलेगी दुबारा और अग्निपथ के दर्शकों को प्रभावित कर चुके हैं। उनकी सिंधु सभ्यता की पृष्ठभूमि पर फिल्म 'मोहन जोदड़ो' की दर्शकों को प्रतीक्षा है।
अलग तरह की फ़िल्में बनाने वाले निर्देशक
जनवरी में ऐसे निर्देशक जन्मे, जिन्होंने बॉलीवुड में मील का पत्थर साबित होने वाली फ़िल्में बनाई।   फिल्मों को उत्कृष्ट तकनीक और गुणवत्ता प्रदान की।  ख़ास बात यह थी कि हर डायरेक्टर की अपनी अलग दृष्टि थी।  इससे हिंदी फिल्म दर्शकों को भिन्न शैली वाली फिल्में देखने को मिली।
फराह खान और फरहान अख्तर- इन दोनों हस्तियों की जन्म की तरीख बेशक ९  जनवरी है।  लेकिन, दोनों की फ़िल्में बनाने की शैली काफी भिन्न है।  फराह खान हलकी फुलकी कॉमेडी, कमोबेश स्पूफ फ़िल्में बनाती हैं। उन्होंने 'मैं हूँ न' और 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी सुपर हिट फ़िल्में बनाई हैं।  वहीँ, फरहान अख्तर दिल चाहता है, लक्ष्य, डॉन और डॉन २ जैसी फिल्मों के निर्देशक हैं।  यह सभी फ़िल्में भिन्न शैली की हैं।  फराह खान ने फिल्म 'शीरीं  फरहाद की तो निकल पड़ी' में नायिका की भूमिका की थी।  फरहान अख्तर के खाते में दर्जन भर दूसरी फिल्मों के अलावा ' भाग मिल्खा भाग' जैसी यादगार फिल्म दर्ज़ है।
रमेश सिपप्पी - २३ जनवरी १९४७ को जन्मे रमेश सिप्पी ने जब 'अंदाज़' और 'सीता और गीता'  जैसी सुपर हिट फिल्मों के ज़रिये बॉक्स ऑफिस पर अपनी पहचान बनाई उस समय वह मात्र २४ साल के थे। दर्शकों की नब्ज़ पहचानने वाल रमेश सिप्पी ने उस दौर में 'शोले' जैसी हिंसक फिल्म का निर्माण किया, जब रोमांटिक फिल्मों का दौर ख़त्म नहीं हुआ था।  लेकिन, शोले जैसी उत्कृष्ट तकनीक वाली फिल्म बना कर, रमेश सिप्पी ने हिंदी फिल्मों को एक्शन धारा की ओर मोड़ा ही, उच्च तकनीक अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।
सुभाष घई- २४ जनवरी ९४५ को जन्मे सुभाष घई को राजकपूर के बाद दूसरा शोमैन कहा गया। सुभाष घई की कालीचरण, विश्वनाथ और गौतम गोविंदा से लेकर क़र्ज़ और ताल तक फ़िल्में अपने मधुर संगीत और स्वप्निल भव्य सेट्स के कारण भी जानी जाती हैं। उन्होंने एक्शन फिल्मों के युग में भी हीरो, सौदागर, परदेस और ताल जैसी संगीतमय रोमांस फ़िल्में बनाई।  यह फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल भी हुई।
विक्रम भट्ट- २७ जनवरी १९६९ को जन्मे विक्रम भट्ट ने जनम और गुलाम जैसी हिट फिल्मों से अपने करियर शुरू किया।  लेकिन, उन्हें हॉरर फिल्मों को जीवन देने वाला निर्देशक माना गया हॉरर फिल्म राज़ (२००२)  के बाद।  इस फिल्म ने भट्ट कैंप के लिए फ्रैंचाइज़ी फिल्मों का दरवाज़ा खोल दिया।  फिल्म १९२० के बाद विक्रम भट्ट हॉरर फिल्मों के मसीहा बन गए।  उन्होंने हॉन्टेड फिल्म को ३डी में बना कर हॉरर फिल्मों के लिए भी उत्कृष्ट तकनीक के रास्ते खोल दिए।
प्रियदर्शन- ३० जनवरी १९५७ को जन्मे प्रियदर्शन ने मलयालम फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की।  दो दर्जन से ज़्यादा मलयालम फ़िल्में बनाने के बाद प्रियदर्शन फिल्म 'मुस्कराहट'  से हिंदी फिल्मों में आये।  इस फिल्म ने प्रियदर्शन को हिंदी दर्शको का प्रिय बना दिया।  गर्दिश और विरासत जैसी भिन्न शैली वाली फिल्मों के बाद फिल्म 'हेरा फेरी' (२०००) ने प्रियदर्शन को अलग तरह  की कॉमेडी फ़िल्में बनाने वाले निर्देशक के रूप में स्थापित कर दिया,  जिसकी फ़िल्में संदेसा भी देती थी।  'भूल भुलैया' में प्रियदर्शन कॉमेडी और सुपर नेचुरल पावर का अनोखा मिश्रण कर रहे थे।