निर्माता करण जौहर की करण मल्होत्रा निर्देशित फिल्म 'ब्रदर्स' हॉलीवुड की २०११ में रिलीज़ निर्देशक डेविड ओ'कोनोर निर्देशित दो बॉक्सर भाइयों के रिंग पर आखिरी मुकाबले की कहानी 'वारियर' पर आधारित है। 'वारियर' में दो भाइयों टॉमी और ब्रेंडन का किरदार टॉम हार्डी और जोएल एडगर्टन ने किया था। इन दोनों के पिता की भूमिका निक नोल्टे ने की थी। एक टूटे चुके परिवार की इस मार्मिक कहानी के हिंदी संस्करण में उपरोक्त मुख्य किरदार अक्षय कुमार, सिद्धार्थ मल्होत्रा और जैकी श्रॉफ कर रहे हैं।
हिंदी फिल्मों के भाई किरदार बेशक बिछुड़ते-मिलते हैं, उनमे आपसी खुन्नस भी होती है। लेकिन, आखिरकार खून जोर मारता है। आम तौर पर हिंदी फिल्मों के भाइयों की यही कहानी होती है। रूपहले परदे के यह भाई दर्शकों के इमोशन को छूते हैं, ड्रामा करते हैं। भरपूर एक्शन होता है। इस बीच रोमांस भी। आइये नज़र डालते हैं बॉलीवुड के ऐसे ही कुछ ब्रदर्स पर !
अपने- करण मल्होत्रा की फिल्म ब्रदर्स' का जिक्र करते समय अनिल शर्मा की इस फिल्म की याद आ जाती है। रियल लाइफ के दो भाईयो सनी देओल और बॉबी देओल की रील लाइफ की यह दास्ताँ भी बॉक्स रिंग पर थी। पिता को बॉक्सिंग रिंग में अपमानित किया जाता है। छोटा भाई इसका बदला लेना चाहता है, लेकिन बड़े भाई को बॉक्सिंग में रूचि नहीं। आगे जो कुछ होता है, वह देखना काफी दिलचस्प था। फिल्म में धर्मेन्द्र अपने दोनों बेटों के पिता बने थे।
मैं हूँ न - हालाँकि, फराह खान की फिल्म 'मैं हूँ न' भारत पाकिस्तान संबंधों पर फिल्म थी, लेकिन दो भाइयों की कहानी को काफी खूबसूरती से पिरोया गया था। शाहरुख़ खान और ज़ायेद खान की भाई जोड़ी ने दर्शकों को आकर्षित किया था। आर्मी अफसर भाई अपने कॉलेज में पढ़ रहे सौतेले भाई और माँ को घर लाने में सफल होता है।
कभी ख़ुशी कभी गम- निर्देशक करण जौहर की फिल्म 'कभी ख़ुशी कभी गम' अमीर रायचंद परिवार के लडके राुहल द्वारा एक गरीब लड़की से शादी से नाराज़ हो कर पिता घर से निकाल देते हैं। छोटा भाई सायना होने पर अपने भाई और भाभी को वापस लाने का बीड़ा उठाता है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, शाहरख खान, ह्रितिक रोशन, काजोल और करीना कपूर जैसे सितारे थे।
सूरज बड़जात्या की भाई-भाई फ़िल्में- सूरज बड़जात्या की फिल्मों में परिवार का महत्त्व होता है। ख़ास तौर पर उनकी फिल्मों के भाई राम और लक्षमण की जोड़ी होते हैं। हम आपके हैं कौन में जहाँ सलमान खान के साथ मोहनीश बहल भाई की जोड़ी बना रहे थे, वहीँ हम साथ साथ हैं में सलमान खान, सैफ अली खान और मोहनीश बहल तीन भाई थे। इन दोनों ही फिल्मों के भाई अपने भाई और परिवार के लिए त्याग करने वाले आदर्श थे।
हिंदी फिल्मों के भाई किरदार बेशक बिछुड़ते-मिलते हैं, उनमे आपसी खुन्नस भी होती है। लेकिन, आखिरकार खून जोर मारता है। आम तौर पर हिंदी फिल्मों के भाइयों की यही कहानी होती है। रूपहले परदे के यह भाई दर्शकों के इमोशन को छूते हैं, ड्रामा करते हैं। भरपूर एक्शन होता है। इस बीच रोमांस भी। आइये नज़र डालते हैं बॉलीवुड के ऐसे ही कुछ ब्रदर्स पर !
अपने- करण मल्होत्रा की फिल्म ब्रदर्स' का जिक्र करते समय अनिल शर्मा की इस फिल्म की याद आ जाती है। रियल लाइफ के दो भाईयो सनी देओल और बॉबी देओल की रील लाइफ की यह दास्ताँ भी बॉक्स रिंग पर थी। पिता को बॉक्सिंग रिंग में अपमानित किया जाता है। छोटा भाई इसका बदला लेना चाहता है, लेकिन बड़े भाई को बॉक्सिंग में रूचि नहीं। आगे जो कुछ होता है, वह देखना काफी दिलचस्प था। फिल्म में धर्मेन्द्र अपने दोनों बेटों के पिता बने थे।
मैं हूँ न - हालाँकि, फराह खान की फिल्म 'मैं हूँ न' भारत पाकिस्तान संबंधों पर फिल्म थी, लेकिन दो भाइयों की कहानी को काफी खूबसूरती से पिरोया गया था। शाहरुख़ खान और ज़ायेद खान की भाई जोड़ी ने दर्शकों को आकर्षित किया था। आर्मी अफसर भाई अपने कॉलेज में पढ़ रहे सौतेले भाई और माँ को घर लाने में सफल होता है।
कभी ख़ुशी कभी गम- निर्देशक करण जौहर की फिल्म 'कभी ख़ुशी कभी गम' अमीर रायचंद परिवार के लडके राुहल द्वारा एक गरीब लड़की से शादी से नाराज़ हो कर पिता घर से निकाल देते हैं। छोटा भाई सायना होने पर अपने भाई और भाभी को वापस लाने का बीड़ा उठाता है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, शाहरख खान, ह्रितिक रोशन, काजोल और करीना कपूर जैसे सितारे थे।
सूरज बड़जात्या की भाई-भाई फ़िल्में- सूरज बड़जात्या की फिल्मों में परिवार का महत्त्व होता है। ख़ास तौर पर उनकी फिल्मों के भाई राम और लक्षमण की जोड़ी होते हैं। हम आपके हैं कौन में जहाँ सलमान खान के साथ मोहनीश बहल भाई की जोड़ी बना रहे थे, वहीँ हम साथ साथ हैं में सलमान खान, सैफ अली खान और मोहनीश बहल तीन भाई थे। इन दोनों ही फिल्मों के भाई अपने भाई और परिवार के लिए त्याग करने वाले आदर्श थे।
पौराणिक चरित्रों के नाम वाली भाई भाई फ़िल्में- भाइयों का ज़िक्र हो तो पौराणिक भाईयो की जोड़ियां याद आएंगी ही। बॉलीवुड ने भी इन्ही पौराणिक नामों का जिक्र करते हुए, भाई फ़िल्में बनाई हैं। निर्माता-निर्देशक सुभाष घई की फिल्म राम-लखन दो भाइयों अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ की कहानी थी। इस एक्शन कॉमेडी फिल्म की भाई भाई जोड़ी राम लक्षमण की जोड़ी से प्रेरित थी।
वहीँ, राकेश रोशन की फिल्म करण-अर्जुन की कहानी दो भाइयों करण और अर्जुन के पुनर्जन्म और बदले की कहानी थी। हालाँकि, महाभारत के युग के कर्ण और अर्जुन एक माँ और भीं पिताओं के बेटे थे, राकेश रोशन की फिल्म में यह सगे भाई थे। इन दोनों भूमिकाओं को शाहरुख़ खान और सलमान खान ने किया था।
वहीँ, राकेश रोशन की फिल्म करण-अर्जुन की कहानी दो भाइयों करण और अर्जुन के पुनर्जन्म और बदले की कहानी थी। हालाँकि, महाभारत के युग के कर्ण और अर्जुन एक माँ और भीं पिताओं के बेटे थे, राकेश रोशन की फिल्म में यह सगे भाई थे। इन दोनों भूमिकाओं को शाहरुख़ खान और सलमान खान ने किया था।
अमिताभ बच्चन, सबके भाई- अमिताभ बच्चन ने कई भाई फ़िल्में की। उनकी शशि कपूर के साथ भाई जोड़ी ख़ास जमी। इस जोड़ी को रुपहले परदे पर जमाया था, यशराज फिल्म्स की फिल्म दीवार ने। इस फिल्म मे अमिताभ बच्चन तस्कर बने थे, जबकि शशि कपूर पुलिस इंस्पेक्टर। कर्तव्य और भाई के रिश्ते के बीच यह
बड़ा टकराव था। दीवार सफल रही। शशि-अमिताभ जोड़ी हिट हो गई। मुकुल आनंद निर्देशित फिल्म हम भी तीन भाइयों की दास्तान थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन गोविंदा और रजनीकांत के बड़े भाई थे। इस फिल्म में तीनों भाइयों के गहरे रिश्ते दिखाए गए थे। राज एन सिप्पी की कॉमेडी फिल्म सात भाइयों की कॉमेडी थी, जिनके नाम सप्ताह के दिनों सोम मंगल बुद्ध गुरु शुक्र शनि और रवि थे। रवि अमिताभ बच्चन बने थे। यह फिल्म हॉलीवुड फिल्म सेवन ब्राइड्स फॉर सेवन ब्रदर्स पर आधारित थी।
बड़ा टकराव था। दीवार सफल रही। शशि-अमिताभ जोड़ी हिट हो गई। मुकुल आनंद निर्देशित फिल्म हम भी तीन भाइयों की दास्तान थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन गोविंदा और रजनीकांत के बड़े भाई थे। इस फिल्म में तीनों भाइयों के गहरे रिश्ते दिखाए गए थे। राज एन सिप्पी की कॉमेडी फिल्म सात भाइयों की कॉमेडी थी, जिनके नाम सप्ताह के दिनों सोम मंगल बुद्ध गुरु शुक्र शनि और रवि थे। रवि अमिताभ बच्चन बने थे। यह फिल्म हॉलीवुड फिल्म सेवन ब्राइड्स फॉर सेवन ब्रदर्स पर आधारित थी।
जुंड़वा भाई- निर्माता बी नागिरेड्डी की चक्रपाणि निर्देशित फिल्म राम और श्याम ने बॉलीवुड में दोहरी भूमिकाओं को पुख्ता किया। इस फिल्म में बॉलीवुड के ट्रेजेडी अभिनेता दिलीप कुमार ने दो बिछड़े हुए भाई राम और श्याम की दोहरी भूमिकाएं की थी। अपनी दुखांत फिल्मों के लिए ट्रेजेडी किंग विश्लेषण से नवाज़े गए दिलीप कुमार का कॉमेडी में हाथ आजमाने का यह दांव कारगर साबित हुआ था। इस फिल्म के बाद तमाम नामी गिरामी एक्टर्स में दोहरी भूमिकाए करने की होड़ लग गई ।
गंगा- जमुना- निर्देशक नितिन बोस की गाँव के ज़मींदार के अत्याचार के कारण डाकू बन गए भाई को पुलिस इंस्पेक्टर भाई द्वारा गोली मार दिए जाने की कहानी वाली इस फिल्म में दो भाइयों गंगा और जमुना की भूमिका रियल लाइफ के सगे भाइयों दिलीप कुमार और नासिर खान ने की थी।
गंगा- जमुना- निर्देशक नितिन बोस की गाँव के ज़मींदार के अत्याचार के कारण डाकू बन गए भाई को पुलिस इंस्पेक्टर भाई द्वारा गोली मार दिए जाने की कहानी वाली इस फिल्म में दो भाइयों गंगा और जमुना की भूमिका रियल लाइफ के सगे भाइयों दिलीप कुमार और नासिर खान ने की थी।
मशहूर भाई जोड़ियां और फ़िल्में
सलमान खान- शाहरुख़ खान - करण-अर्जुन
सलमान खान- संजय दत्त- चल मेरे भाई
शाहरुख़ खान- ह्रितिक रोशन - कभी ख़ुशी कभी गम
अनिल कपूर- जैकी श्रॉफ- राम लखन
संजय दत्त- गोविंदा- हसीना मान जाएगी
सलमान खान- अरबाज़ खान- दबंग
सनी देओल-बॉबी देओल- दिल्लगी, अपने
धर्मेन्द्र- जीतेन्द्र- धरम-वीर