भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Showing posts with label सरहद पार. Show all posts
Showing posts with label सरहद पार. Show all posts
Saturday, 17 November 2018
पाकिस्तानी फिल्म गुम का टीज़र
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 18 September 2018
पाकिस्तान में रिलीज़ होगी ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्थान और जीरो
यह दो फिल्म निर्माता हैं आनंद एल राय और यशराज फिल्म्स।
इन दोनों की दो फ़िल्में इस साल नवंबर और दिसंबर में रिलीज़ होने वाली है।
पहले, ८ नवंबर को, यशराज फिल्मस की, विजय कृष्ण आचार्य उर्फ़ विक्टर की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान रिलीज़ होगी।
इसके बाद, २१ दिसंबर को, आनंद एल राय निर्देशित फिल्म जीरो रिलीज़ होगी।
ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान में आमिर खान, अमिताभ बच्चन, कैटरीना कैफ और फातिमा सना शैख़ मुख्य भूमिका में हैं।
फिल्म जीरो में भी कैटरीना कैफ ही नायिका है। लेकिन, उनके हीरो शाहरुख़ खान है और सह नायिका की भूमिका में अनुष्का शर्मा हैं।
पाकिस्तान में भारतीय फिल्म रिलीज़ करने वाली संस्था आईएमजीसी ने इन दोनों फिल्मों को पूरे पाकिस्तान में रिलीज़ करने का ऐलान कर दिया है।
शाहरुख़ खान और आमिर खान, जितने हिंदुस्तान में लोकप्रिय हैं, उतने ही पाकिस्तान में भी हैं। इसलिए, ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान और जीरो के पाकिस्तान में रिलीज़ किये जाने से सबसे ज़्यादा खुश पाकिस्तान के फिल्म प्रदर्शक ही खुश होंगे, क्योंकि बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया कारोबार करने के लिहाज़ से बॉलीवुड के खान अभिनेता बेमिसाल हैं।
उम्मीद यह की जा रही है कि यह दोनों फ़िल्में, ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान और जीरो, पाकिस्तान में ३०+ करोड़ का कारोबार कर ले जाएँगी।
ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान में समुद्री डाकू खुदाबख्श अमिताभ बच्चन - पढ़ने के लिए क्लिक करें
ठग्स ऑफ़ हिंदोस्थान में समुद्री डाकू खुदाबख्श अमिताभ बच्चन - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
Aamir Khan,
Amitabh Bachchan,
Anushka Sharma,
Fatima Sana Shaikh,
Katrina Kaif,
Shahrukh Khan,
खबर है,
गर्मागर्म,
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 12 September 2018
पाकिस्तान की सुपरहिट फिल्म में कंवलजीत सिंह
जवानी फिर नहीं आनी २ में कंवलजीत सिंह |
फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट से निकले कवलजीत सिंह को पहली फिल्म की
असफलता मार गई।सहारनपुर के एक सिख परिवार के कंवलजीत सिंह की पहली फिल्म दास्ताँ ए
लैला मजनू, बॉक्स ऑफिस पर तरह बुरी तरह से मार खाई।
विजय आनंद की फिल्म रहे न रहे
हैं तथा केतन मेहता की दो फिल्मों शक और
शर्त भी असफल हुई। कंवलजीत को हम रहे न हम
और शर्त से बड़ी उम्मीदें थी।
इन फिल्मों
के असफल होने से कंवलजीत सिंह निराश हो गए।
उन्होंने छोटे परदे की तरफ रुख किया। रमेश सिप्पी के सीरियल बुनियाद में
विजयेंद्र घाटगे और किरण जुनेजा के अवैध पुत्र
सतबीर की भूमिका से उन्हें पहचान मिली। इस सीरियल के दौरान उन्हें कई
फिल्मों के प्रस्ताव मिले। लेकिन, कंवलजीत ने अच्छे प्रोजेक्ट ही चुने।
बाद में वह पंजाबी फ़िल्में भी करने लगे।
पिछले दिनों, उन्हें राज़ी और फिर
से जैसी फिल्मों में देखा गया।
लेकिन, सरहद पार की पाकिस्तानी फिल्म जवानी फिर नहीं आनी २ में गुस्सा
होने पर बन्दूक उठा लेने वाले नवाब साब की भूमिका ने उन्हें पाकिस्तानी आवाम में
लोकप्रिय कर दिया है।
क्योंकि, हुमायूँ सईद, मावरा होकेन और
कुबरा खान अभिनीत इस फिल्म में कंवलजीत सिंह नायिका के पिता की भूमिका में थे, जो पाकिस्तानियों से
नफ़रत करता है,
लेकिन आखिर में उसका ह्रदय परिवर्तन हो जाता है।
इस फिल्म को ज़बरदस्त सफलता
मिली थी ।
इस फिल्म की शूटिंग के लिए कंवलजीत सिंह को दुबई और टर्की तक का सफर
करना पड़ा।
देश में आतंकवादी गतिविधियों को नापसंद करने वाले एक्टर कंवलजीत सिंह
चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान प्रदान बेहद ज़रूरी है। इसीलिए वह
इंडो-पाक सहयोग से बनी पंजाबी फिल्म विरसा कर चुके हैं।
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 24 August 2018
शाहरुख खान के लिए ईरान से एलनाज़
सेक्रेड गेम्स में एक फिल्म अभिनेत्री ज़ोया मिर्ज़ा की भूमिका करने वाली
ईरानी अभिनेत्री एलनाज़ नौरोजी, ईरान से
हिंदुस्तान फिल्म अभिनेत्री बनने के लिए ही आई थी। लेकिन, यह इकलौता
और बड़ा कारण नहीं था।
ईरानी, भारत और
बॉलीवुड दोनों को बहुत प्यार करते हैं।
लेकिन, एलनाज़ को तो बॉलीवुड का नशा सा था।
पिता
बॉलीवुड फिल्मों के शौक़ीन थे। एलनाज़
और अम्मी भी बॉलीवुड फिल्मों की
बड़ी शौक़ीन थी।
उनके घर में बॉलीवुड फिल्मों और डांस की डीवीडी बिखरी रहा करती
थी। एलनाज़, हिंदी फिल्म
गीतों की धुन पर नाचा भी करती थी। यह
दोनों माँ-बेटी हर हफ्ते एक हिंदी फिल्म ज़रूर देखा करती थी।
यह दोनों, शाहरुख़ खान
की रोमांटिक फिल्मों के लिए पागल रहा करती थी। एलनाज़ बताती हैं, "मैं तो शाहरुख़ खान से प्यार करने लगी थी,
इसी लिए बॉलीवुड फ़िल्में करना चाहती थी।"
अब इत्तेफ़ाक़ देखिये कि एलनाज़ मुंबई आ ही गई। उन्हें बड़ी ही जल्दी शाहरुख़ खान के साथ काम
करने का मौक़ा भी मिल गया। लेकिन,
यह कोई फिल्म नहीं एड फिल्म थी।
एलनाज़ ने शाहरुख़ खान के साथ, नेरोलैक और
फेयर एंड हैंडसम की विज्ञापन फ़िल्में की। एलनाज़ कहती हैं, "मेरा सपना पूरा हो गया।"
एलनाज़ एक
पाकिस्तान रोमांटिक -कॉमेडी फिल्म मान जाओ
न कर चुकी हैं। उनकी पंजाबी फिल्म खिड़ो खुंडी
अप्रैल में रिलीज़ हुई है।
निर्देशक अनुराग
कश्यप और विक्रमदित्य मोटवाने की सीरीज सेक्रेड गेम्स में उन्हें एक दूसरे खान,
सैफ अली खान, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और राधिका आप्टे के साथ
स्क्रीन शेयर करने का मौका मिल रहा है।
वह
गुरु रंधावा के साथ एक सिंगल मेड इन इंडिया के वीडियो में भी अभिनय कर चुकी है।
Labels:
Elnaaz Norouzi,
सरहद पार,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 25 July 2018
हुमैमा मालिक का ऐलान, इस बार इमरान खान !
बॉलीवुड फिल्म राजा नटवरलाल में, इमरान
हाश्मी की नायिका पाकिस्तानी फिल्म अभिनेत्री हुमैमा मालिक ने,
देश की नई सरकार चुनने के लिए आज हो रहे पाकिस्तान के चुनाव में इमरान खान
और उनकी पार्टी तहरीक ए इन्साफ का खुला समर्थन किया है।
उन्होंने,
खुद का वोट इमरान खान को देने का ऐलान भी किया है। उन्होंने अपने ट्विटर
पेज पर लिखा- आई एम् पाकिस्तान एंड आई विल वोट इमरान खान पीटीआई।
पिछले दिनों, चुनाव प्रचार के दौरान,
पूरे पाकिस्तान के प्रचार में भारत छाया रहा।
भारतीय प्रधान मंत्री का ज़िक्र,
किसी न किसी सन्दर्भ में, हर पार्टी
ने किया।
वोटरों को भारत का भय दिखा कर
अपनी ओर करने की कोशिश की गई।
किसी ने
वादा किया कि वह पावर में आया तो कश्मीर वापस ले लेगा।
हिंदुस्तान को घुटनों के बल टिका देगा।
इसी तर्ज़ पर, हुमैमा
मालिक की पोस्ट पर एक ट्विटेरती ने तीन बच्चों का फोटो शेयर किया,
जिसमे लड़की पाकिस्तानी झंडा पकड़े है और दो लडके खिलौना बन्दूक थामे हैं।
एक ट्विटेरती ने हुमैमा मालिक के इस प्रकार
खुलेआम इमरान खान का समर्थन करने को साहसी
ऐलान करार दिया।
मज़ेदार था एक ट्विटेरती
का ट्वीट- सही में ! मैं समझता था तुम डोनाल्ड ट्रम्प की कजिन हो,
अमेरिका में रहती हो।
आज़ादी के दिन भारत पाकिस्तान का लश्टम पश्टम ! - देखने के लिए क्लिक करें
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 16 June 2018
अली ज़फर का टीफा इन ट्रबल
फिल्म टीफा इन ट्रबल अली ज़फर की एक्शन कॉमेडी फिल्म है।
निर्देशक अहसान रहीम की यह पहली फिल्म है।
इस फिल्म की कहानी टीफा की है, जो
पाकिस्तान के एक गैंगस्टर के बेटे से पोलैंड के दोस्त गैंगस्टर की बेटी से कराने
का प्रस्ताव लेकर पोलैंड जाता है।
लेकिन, दोस्त इंकार कर देता है।
इसके साथ ही शुरू होता है दिलचस्प टकराव।
फिल्म की कहानी अली ज़फर के साथ अहसान रहीम और दन्याल ज़फर ने
लिखी है।
इस फिल्म में टीफा की भूमिका अली ज़फर ने की है।
दूसरी भूमिकाओं में
माया अली, महमूद असलम, नय्यर एजाज, अस्मा
अब्बास, आदि के नाम उल्लेखनीय है।
माया अली को पाकिस्तान की बाथिंग ब्यूटी कहा जाता है।
इस फिल्म का हिंदुस्तान
कनेक्शन भी है।
फिल्म के साउंड डिपार्टमेंट ने बिहार के सिद्धार्थ दुबे ने
काम किया है।
इस फिल्म को वर्ल्डवाइड यशराज फिल्म्स ने वितरित किया है।
अली ज़फर ने यशराज फिल्म की मेरे ब्रदर की दुल्हन और किल दिल
जैसी फ़िल्में कर चुकी हैं।
अली ज़फर हिंदी दर्शकों के चिरपरिचित चहरे हैं। यह कहना ज़्यादा
ठीक होगा कि अली ज़फर ने हिंदी फिल्मों में ज़्यादा
मशहूर हैं।
उन्होंने तेरे बिन
लादेन (२०१०) से अपने बॉलीवुड फिल्म करियर की शुरुआत की।
टीफा इन ट्रबल से अली ज़फर का बतौर निर्माता डेब्यू हो रहा है।
‘दिल ही तो है - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
Ali Zafar.,
पाकिस्तानी फिल्म,
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 15 June 2018
चार फिल्मों से घिरे हॉलीवुड ने पछाड़ा पाकिस्तान को
पाकिस्तान की
ईद रिलीज़ फिल्मों की बात की जाए तो इस बार पाकिस्तान के बॉक्स ऑफिस पर माहिरा खान
बनाम जुरैसिक वर्ल्ड हो रहा है।
पाकिस्तान
में इस वीकेंड पर हिंदी फिल्म सलमान खान अभिनीत रेस ३ को रिलीज़ नहीं होने दिया
गया।
अलबत्ता, हॉलीवुड की फिल्म जुरैसिक वर्ल्ड फालेन
किंगडम को मौक़ा दिया गया।
पाकिस्तान
में ईद वीकेंड पर चार फ़िल्में माहिरा खान की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ७ दिन मोहब्बत, मिकाल ज़ुल्फ़िकार की फॅमिली ड्रामा फिल्म न
बैंड न बाराती,
मोअम्मर राणा
की आज़ादी और दानिश तैमूर और अदिति सिंह की थ्रिलर वजूद रिलीज़ हो रही हैं।
इन चार
फिल्मों में बाज़ी हाथ लगी रोमांटिक कॉमेडी ७ दिन मोहब्बत के। लेकिन, यह फिल्म भी हॉलीवुड की विज्ञान फ़न्तासी फिल्म जुरैसिक वर्ल्ड फालेन किंगडम से पीछे है।
बाकी की तीन
फिल्मों में थोड़ा बहुत वजूद फिल्म आज़ादी और वजूद का ही है। यह फ़िल्में बॉक्स ऑफिस
पर कलेक्शन के लिहाज़ से तीसरे और चौथे नंबर की दावेदार हैं।
यहाँ एक बड़ी
ख़ास बात यह है कि निर्देशक इमरान मालिक की फिल्म आज़ादी का विषय कश्मीर की आज़ादी
है।
इस फिल्म में बाप के बाद बेटा भारत के
हिस्से कश्मीर की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ता है। इन
लोगों को भारत में आतंकवादी कहा जाता है।
लेकिन,
पाकिस्तान
में इस फिल्म को देशभक्ति की फिल्म बताया
जा रहा है।
लेकिन, जहाँ तक दर्शकों को सवाल है, उनके जेहन में माहिरा खान का हुस्न बसा
हुआ है।
फिलहाल ईद मनाते पाकिस्तान में कश्मीर की आज़ादी तेल लेने चली गई है।
आज़ादी को बहुत खराब ओपनिंग मिलने की संभावना बताई जा रही है।
मिस्टर चंद्रमौली की रिजायना कैसांद्रा की जल-क्रीडा !- पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
नई फिल्म,
बॉक्स ऑफिस पर,
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 8 June 2018
नहीं होगी संजू से रेस ३ की टक्कर
जी हाँ ! एक समय ऐसा था, जब रियल
लाइफ के अच्छे दोस्त सलमान खान और संजय दत्त अपनी फिल्मों के ज़रिये आपस में टकरा
रहे थे।
इन दोनों की फ़िल्में यानि संजय दत्त की बायोपिक फिल्म संजू और सलमान खान
की एक्शन फिल्म रेस ३ एक ही तारीख़ यानि २९ जून को रिलीज़ हो रही थी।
लेकिन, यह एक ही तारिख में संजू और रेस ३ की रिलीज़
और दो दोस्तों का टकराव भारत में नहीं पाकिस्तान में हो रहा था।
भारत में सलमान खान की फिल्म रेस ३ ईद वीकेंड पर १५ जून को और संजय दत्त
की बायोपिक फिल्म संजू २९ जून को रिलीज़ हो रही है।
जहाँ तक पाकिस्तान में इन दोनों फिल्मों की रिलीज़ का सवाल है,
यह दोनों ही फ़िल्में २९ जून को रिलीज़ होनी थी।
क्योंकि, पाकिस्तान के फिल्म निर्माता और अभिनेताओं
की हमेशा से मांग रही है कि हिंदी फ़िल्में ईद वीकेंड पर हमारा कारोबार खा जाती है।
ख़ास तौर पर सलमान खान, जो भारत और
पाकिस्तान में समान रूप से लोकप्रिय है, की फिल्म
पाकिस्तानी फिल्मों को बड़ा नुकसान देती है।
इसलिए, पाकिस्तान में यह नियम बना दिया गया था कि
हिंदी फिल्मे ईद (जुलाई (अब जून) और अगस्त) से दो दिन पहले और ईद के दो हफ्ते तक
कोई बीच हिंदी फिल्म थिएटरों में रिलीज़ नहीं होगी।
इस नियम की वजह से सलमान खान की फिल्म, पाकिस्तान
की फिल्मों ७ दिन मोहब्बत इन, न बैंड न
बाराती, आज़ादी, शोरशराबा और
वजूद को टक्कर देने के लिए १५ जून को रिलीज़ होने से रोक दी गई।
रेस ३ को, नियम के अनुपालन में पाकिस्तान में १५ जून
के बजाय २९ जून को रिलीज़ होने के लिए हरी झंडी दे दी गई थी । इसी दिन, रणबीर कपूर
की फिल्म संजू पूरी दुनिया के साथ २९ जून
को रिलीज़ हो रही थी।
ईद ऐसा मौक़ा होता है,
जब पाकिस्तानी फिल्म इंडस्ट्री के सभी अंगों को खूब फायदा होता है।
इसलिए, रेस ३ की
रिलीज़ दो हफ्ते टाल देने और संजू के साथ टकराव होने से होने वाले नुकसान को भांप
कर पाकिस्तान के वितरकों और प्रदर्शकों ने पाकिस्तानी सरकार पर दबाव बनाना शुरू
किया।
दबंग्ग टूर की 'दबंग' साबित होगी कैटरीना कैफ ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
Ranbir Kapor,
Salman Khan,
Sanjay Dutt,
पाकिस्तानी फिल्म,
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 1 June 2018
रणबीर कपूर का हमशक्ल पाकिस्तानी एक्टर शायन खान !
पडोसी मुल्क पाकिस्तान में ईद का जश्न मनाने की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान का फिल्म प्रेमी दर्शक ईद पर रिलीज़ होने जा रही फिल्मों पर
भी निगाहें गाड़े पडा है। पाकिस्तान में ईद के मौके पर सलमान खान की फिल्म रेस ३
रिलीज़ होने नहीं जा रही, लेकिन पाकिस्तानी फिल्म उद्योग से पांच फ़िल्में रिलीज़ के
लिए तैयार हैं। इनमे एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म
न बैंड न बाराती भी है। महमूद अख्तर निर्देशित इस फिल्म मे मिकाल ज़ुल्फ़िकार और
अली काज़मी जैसे अभिनेताओं के साथ एक नए चहरे शायन खान का भी फिल्म डेब्यू होने जा
रहा है। इस फिल्म की चर्चा पाकिस्तान में ही नहीं भारत में भी हो रही है। क्योंकि,
फिल्म के ट्रेलर को सोशल मीडिया के ज़रिये भारत में भी देखा जा चुका है। इसे पसंद
किया गया है। भारतीय दर्शकों का ध्यान सबसे ज्यादा खींचते हैं शायन खान, जिनकी
शक्ल काफी कुछ बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर से मिलती है।खबर है कि बॉलीवुड के कुछ निर्माता भी शायन को
अपनी फिल्म में लेना चाहते हैं। अगर ऐसा हुआ तो माहिरा खान, फवाद खान, अली ज़फर और
सबा कमर के बाद शायन खान का नाम भी बॉलीवुड फिल्म दर्शकों का पहचाना बन जायेगा।
सलमान खान और हृथिक रोशन के साथ फिल्म करने वाली दिशा - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 20 April 2018
मिशा सफी ने कहा- अली ज़फर ने किया मेरा यौन शोषण !
पिछले दिनों पाकिस्तानी एक्टर मिशा सफी के
द्वारा अली ज़फर पर कास्टिंग काउच का आरोप लगाने की खबर
सुर्ख थी ।
मतलब कि पाकिस्तान में भी, कास्टिंग काउच का पैंडोरा बॉक्स खुल गया है।
मिशा सफी, पाकिस्तान की एक मॉडल, गायिका और अभिनेत्री हैं। उनके द्वारा मशहूर गायक और एक्टर अली ज़फर पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया जाना छोटी
बात नहीं है।
हालाँकि, अभी अली ज़फर ने अपना मुंह
नहीं खोला है। लेकिन, अली के
समर्थक अली ज़फर के समर्थन में खुल के सामने आ गए हैं।
अलबत्ता, अली ज़फर पर यौन शोषण का आरोप
लगाने वाली कई औरते आगे आ रही है।
ऐसा तो नहीं लगता कि मिशा
सफी ने किसी फिल्म में अली ज़फर के साथ अभिनय किया है।लेकिन, चूंकि वह गायिका भी है और अली ज़फर भी संगीत के कार्यक्रम करते रहते है, इसलिए संभव है कि उनके यह आरोप किसी टूर के दौरान के हों।
मिशा सफी ने बहुत ज्यादा
फ़िल्में तो नहीं की है। लेकिन, उन्होंने जीतनी फ़िल्में की है, वह चर्चित हुई हैं।
"मीशा ने मीरा नायर
की फिल्म द रिलक्टेंट फंडामेंटलिस्ट में बीना खान की भूमिका की थी। वह धावक मिल्खा
सिंह पर फिल्म भाग मिल्खा भाग में पेरिजाद की भूमिका में थी। पाकिस्तान की सबसे
ज्यादा कारोबार करने वाली फिल्म वॉर में भी मिशा ने भारतीय एजेंट लक्ष्मी की
भूमिका की थी।"
क्या अली ज़फर ने सचमुच
मिशा सफी का यौन शोषण किया है ?
हकीकत का पता तो
पाकिस्तान सरकार द्वारा जांच का आदेश देने बाद ही चलेगा। मगर, अली ज़फर की फिल्म तीफा इन
ट्रबल २० जुलाई को रिलीज़ होने वाली है। वह ज़रूर ट्रबल यानि कठिनाइयों में फंस सकती
है।
क्या मिशा के आरोप का असर
अली ज़फर की फिल्म पर पड़ेगा?
सलमान खान के साथ सोनाक्षी सिन्हा की हिट आइटम जोड़ी - पढ़ने के लिए क्लिक करें
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 2 April 2018
ईद के मौके पर पाकिस्तान में ७ दिन मोहब्बत इन
७ दिन मोहब्बत इन |
ईद के मौके पर, पाकिस्तान की उर्दू भाषा में कॉमेडी फिल्म ७ दिन मोहब्बत इन की चर्चा है। इस फिल्म का निर्देशन मेरठ में जन्मी और लंदन की अनिवासी भारतीय मीनू गौर की दूसरी पाकिस्तानी फिल्म है। इस फिल्म से पहले वह ज़िंदा भाग (२०१३) का निर्देशन कर चुकी थी। दोनों ही फिल्मों के निर्देशन में मीनू का साथ पाकिस्तान के लाहौर के निर्देशक फरजाद नबी ने दिया था। यह फिल्म एक युवा टीपू की कहानी है, जो भीड़भाड़ वाले कराची में सच्चे प्यार की खोज कर रहा है। उसे अपना लक्ष्य पाने के लिए सबसे पहले आध्यात्मिक और शारीरिक बाधाओं को पार करना होगा। ७ दिन मोहब्बत इन का निर्माण डौन फिल्म्स और आईएमजीसी ग्लोबल एंटरटेनमेंट के अंतर्गत किया गया है। फिल्म को फसीह बारी खान ने लिखा है। फिल्म में टीपू की भूमिका शहरयार मुन्नवर ने की है। उन्हें माहिरा खान की नीली और आमना इल्यास की गज़ाला में से किसी का चुनाव करना है। फिल्म में जावेद शेख, आयशा उमर, आदि ने की है। माहिरा खान की इस फिल्म को पाकिस्तान में इमरान मालिक की एक्शन रोमांटिक एपिक ड्रामा फिल्म आज़ादी, शान शाहिद के एक्शन फिल्म ज़र्रार, जावेद शेख की रिवेंज थ्रिलर फिल्म वज़ूद और हसीब हसन की युद्ध फिल्म परवाज़ है जूनून से मुक़ाबला करना पड़ सकता है। अब देखने वाली बात होगी कि सबसे ज़्यादा ईदी किस फिल्म को मिलती है!
अप्रैल में मिसिंग, सूबेदार जोगिन्दर सिंह, ब्लैकमेल...- पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 1 March 2018
प्रियंका चोपड़ा क्यों कर रही है पाकिस्तानी फिल्म का प्रचार ?
सुधीर मिश्र
के राजनीतिक देवदास संस्करण दास देव में पाकिस्तान गायक आतिफ असलम ने एक गीत सहमी
है धड़कन गाया है। यह गीत फिल्म के एक महत्वपूर्ण लम्हे का गवाह है। इस गीत को विपिन
पटवा ने संगीतबद्ध किया है। आतिफ असलम से इस गीत को गवाने के लिए विपिन पटवा दुबई
तक गए थे। लेकिन, पूरा पैसा लेने के बाद अब आतिफ असलम इस गीत का प्रमोशन नहीं कर रहे। आड़ यह ली जा रही है
कि भारत के एक केंद्रीय मंत्री पाकिस्तानी गायकों के खिलाफ हैं। कैसी विडम्बना है
कि हिंदुस्तान का फिल्म उद्योग इन कथित पाकिस्तानी प्रतिभाओं के पीछे पागल है,
वहीँ यह लोग अपनी मुख्य ज़िम्मेदारी तक निभाने को तैयार नहीं। उधर हमारे एक्टर
पाकिस्तानियों के लिए कुछ भी करने को तैयार है। प्रियंका चोपड़ा इसका ताजातरीन उदाहरण
हैं। पाकिस्तान के गायक अभिनेता अली ज़फर की बतौर निर्माता रोमांटिक एक्शन कॉमेडी फिल्म
टीफा इन ट्रबल २० जुलाई को रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म को भारतीय अभिनेत्री
प्रियंका चोपड़ा अपनी सोशल साइट्स ट्विटर और इंस्टाग्राम पर जम कर प्रमोट कर रही
हैं। उन्होंने इस फिल्म का ट्रेलर अपने अकाउंट डाल रखा है। वह इसे देखने के लिए
अपने प्रशंसकों से अपील भी करती हैं, “अली ज़फर को, बतौर निर्माता उनकी अगली फिल्म के
लिए ढेरों प्यार और कामनाएं। तो महिलाओं और पुरुषों, अपनी सीट बेल्ट कस कर तैयार हो
जाओ, साँसों को थाम लो, क्योंकि टीफा आ नहीं रहा, टीफा आ गया है।” टीफा इन ट्रबल अहसान रहीम निर्देशित फिल्म का नाम है। कैसी विडम्बना है
कि एक पाकिस्तानी कलाकार अपनी पूरी फीस, बिना भारत सरकार को टैक्स चुकाए ले रहा
है। मगर फिल्म का प्रमोशन नहीं कर रहा। वही एक भारतीय अभिनेत्री खुद को खुदा समझ
कर पाकिस्तानियों के लिए जी जान से जुटी हुई है। क्या बॉलीवुड के कलाकार किसी अलग
देश में रहते हैं या भारतीय नहीं है ? तब पाकिस्तान के प्रति इतना प्यार क्यों ? ऊपर देखिये टीफा इन ट्रबल का ट्रेलर।
जेम्स बांड बनाने वाले लेविस गिल्बर्ट - पढ़ने के लिए क्लिक करें
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 19 January 2018
पाकिस्तानी होने के कारण तलाशी ली गई सबा कमर की
क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ यशराज फिल्म्स की अली अब्बास ज़फर की लिखी और
निर्देशित फिल्म टाइगर जिंदा है में पकिस्तान को आतंकवाद का शिकार बताया गया था और
उसकी हिंदुस्तान में आतंक फैलाने के लिए कुख्यात आईएसआई को आतंकवाद से लड़ने वाली एजेंसी बताया था। लेकिन,
पाकिस्तान की अभिनेत्री माहिर खान की ट्विटर पर पोस्ट बॉलीवुड के इन मक्कार फिल्मकारों की आँखे
खोलने वाली साबित हो सकती है। यह वही सबा कमर हैं, जिन्होंने पिछले साल रिलीज़
इरफ़ान खान के साथ हिट फिल्म हिंदी मीडियम में नायिका का किरदार किया था। वह पाकिस्तान की एक बड़ी एक्ट्रेस हैं। वह पाकिस्तान के बाहर भी अपने टीवी शो दास्तान, जिन्ना के नाम और आइना के लिए पहचानी जाती हैं। वह मंटो और लाहौर से आगे जैसी फिल्मों के लिए कई प्रमुख पुरस्कारों के लिए नामित हुई हैं। इसलिए, उनको हुआ बुरा अनुभव पूरे पाकिस्तान और भारतीय फिल्म उद्योग के लिए सबक के समान है। हुआ यह कि एक फिल्म की शूट के लिए माहिर खान
जॉर्जिया की राजधानी तबिलिसी गई हुई थी। उनके साथ भारतीय क्रू भी था। माहिरा खान एअरपोर्ट पर हुए अनुभव को ट्विटर पर लिखती हैं, | ”हम पाकिस्तान को लेकर शेखी
बघारते है। हम कहते हैं पाकिस्तान यह है, पाकिस्तान वह है। लेकिन, अगर आप विदेश
जाओ, वह जिस प्रकार से हमारी तलाशी लेते है, मैं कह नहीं सकती। मेरी जिस प्रकार
से तलाशी हुई, मैं अपमानित महसूस कर रही हूँ। मुझे याद है मैं एक शूट के लिए तबिलिसी गई हुई थी। मेरे साथ की पूरी भारतीय क्रू को जाने दिया गया। लेकिन, मुझे
रोका गया, क्योंकि मेरे पास पाकिस्तानी पासपोर्ट था। मेरी जांच की गई। उन्होंने
मुझसे पूछताछ की। इसके बाद ही मुझे जाने दिया गया।” सबा कमर ने आगे कहा, “तब मुझे महसूस
हुआ कि हम कहाँ खड़े हुए हैं, दुनिया में हमारी पोजीशन क्या है।”
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 14 December 2017
माहिरा खान का ऐलान, करेंगी आराम !
इस साल की शुरू में, शाहरुख़ खान की फिल्म रईस में उनकी नायिका पाकिस्तान की अभिनेत्री माहिरा खान ने बड़ा खुलासा किया है। वह आजकल दुबई के मसाला फिल्म फेस्टिवल में पहुंची हुई हैं। इस फिल्म फेस्टिवल में उन्हें एशियन वुमन ऑफ़ सब्स्टेन्स अवार्ड दिया गया। यह पुरस्कार उनके लिए बड़ी जीत जैसा है। उन्होंने मौजूद पत्रकारों से बात करते हुए यह खुलासा किया कि वह अब कुछ समय तक फिल्मों या सेरिअलों में काम नहीं करेंगी। कुछ दिन आराम के बाद वह अगले साल से काम करना शुरू कर देंगी। माहिरा का यह बयान हिंदुस्तान और पाकिस्तान में उनके प्रशंसकों के लिए चौंकाने वाला है। लेकिन, माहिरा खान की सेहत के लिए बहुत ज़रूरी भी है। पिछले दिनों उन्हें सोशल साइट्स पर रणबीर कपूर के साथ समय गुजरते समय की फोटोज के कारण ट्रोल होना पडा था। पाकिस्तान में फिल्म वर्ना की रिलीज़ के दौरान भी उनकी और फिल्म की कड़ी आलोचना हुई थी। इससे वह सदमे में आ गई थी। उन्होंने अपने और रणबीर कपूर के साथ संबंधों को लेकर कोई भी सफाई देने से बचना शुरू कर दिया था। उम्मीद की जानी चाहिए कि ज़रूरी छुट्टी के बाद, जब महिरा खान फिल्मों में वापस लौटेंगी तो उनके प्रशंसकों को कुछ बढ़िया फ़िल्में देखने का मौक़ा मिलेगा।
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 2 December 2017
महेश भट्ट की अर्थ बनी पाकिस्तान में अर्थ द डेस्टिनेशन
बॉलीवुड फिल्म निर्माता और निर्देशक महेश भट्ट ने १९८२ में एक फिल्म अर्थ का निर्माण किया था। इस फिल्म की कहानी शबाना आज़मी, स्मिता पाटिल और कुलभूषण खरबंदा के इर्दगिर्द घूमती थी। विमेंस लिब की थीम पर इस फिल्म को बड़ी सफलता मिली थी। उस समय यह फिल्म महेश भट्ट की जीवन की कहानी मानी जा रही थी। क्योंकि, अपनी फिल्मे अर्थ के कुलभूषण खरबंदा के किरदार की तरह वह भी अपनी पत्नी को छोड़ कर परवीन बाबी के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहे थे। अब ३५ साल बाद इस फिल्म को पाकिस्तान में रीमेक किया जा रहा है। उर्दू भाषा में इस फिल्म का टाइटल अर्थ द डेस्टिनेशन रखा गया है। हालाँकि, अपनी फिल्म अर्थ के पाकिस्तानी रीमेक के लिए महेश भट्ट ने फिल्म के निर्माता-निर्देशक शान शाहिद को कहानी गढ़ने की पूरी आज़ादी दे रखी है। शान शाहिद ने चार मुख्य किरदार गढ़े हैं। खुद शान एक गायक अली की भूमिका में हैं। मोहिब मिर्ज़ा फिल्म मेकर उमर के रोल में हैं। हुमैमा मालिक फिल्म अभिनेत्री हुमैमा बनी हैं। उज़्मा हसन का चौथा किरदार एक लेखक है और अली का प्रशंसक भी। अर्थ द डेस्टिनेशन २१ दिसंबर २०१७ को पूरी दुनिया में रिलीज़ हो जाएगी। ऊपर देखिये फिल्म का एक वीडियो सांग।
Labels:
Remake film,
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday, 1 December 2017
पाकिस्तान में इतिहास बनाने वाली पंजाब नहीं जाऊंगी
पंजाब नहीं जाउंगी |
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 22 November 2017
क्या गोलमाल अगेन पाकिस्तान में तोड़ेगी खान अभिनेताओं का तिलिस्म
गोलमाल अगेन ने, भारत की तरह पाकिस्तान में भी रिकॉर्ड तोड़ कारोबार किया है। अगर २२ दिसंबर को रिलीज़ होने जा रही सलमान खान और कट्रीना कैफ की फिल्म टाइगर ज़िंदा है रिलीज़ हुई और इस फिल्म ने कोई ज़बरदस्त उलटफेर नहीं किया, तो पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार ऐसा होगा कि किसी साल की सबसे ज़्यादा कारोबार करने वाली फिल्म खान अभिनेताओं -शाहरुख़ खान, आमिर खान और सलमान खान-में से किसी की नहीं होगी। गोलमाल अगेन २०१७ की सबसे ज़्यादा ग्रॉस करने वाली फिल्म बन गई है। इस फिल्म का मुक़ाबला बाद के हफ़्तों में हॉलीवुड की फिल्म थॉर रागनरॉक और पाकिस्तानी फिल्म वरना से हुआ था। इन दोनों फिल्मों ने गोलमाल अगेन की कुछ स्क्रीन छीन भी ली थी। लेकिन, अजय देवगन और रोहित शेट्टी की जोड़ी वाली फिल्म के कदम यह दोनों फ़िल्में भी नहीं रोक पाई। गोलमाल अगेन पाकिस्तान के बॉक्स ऑफिस पर अब तक ११.६८ करोड़ का कारोबार कर चुकी है। अब जबकि, पद्मावती इस साल रिलीज़ नहीं हो पाएगी, सलमान खान की फिल्म टाइगर ज़िंदा पर ही दारोमदार है कि वह श्रेष्ठ कारोबार करने का खान अभिनेताओं की फिल्मों का रिकॉर्ड कायम रखे। लेकिन, अगर टाइगर ज़िंदा है भी सेंसर के चंगुल में फंसती है तो फिर समझिये कि अजय देवगन की फिल्म गोलमाल अगेन २०१७ की सबसे ज़्यादा ग्रॉस करने वाली फिल्म बनने जा रही है।
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 17 October 2017
पाकिस्तान की प्रियंका चोपड़ा
कनाडा की नवप्रीत बग्गा के बाद आजकल पाकिस्तान की ज़हालय सरहदी की चर्चा है। पाकिस्तान के लोग ज़हालय को पाकिस्तान की प्रियंका चोपड़ा बताते हैं। ख़ास तौर पर सोशल मीडिया में उनके प्रियंका चोपड़ा लुक वाले फोटो खूब कमैंट्स पाते हैं। ज़हालय पाकिस्तानी मॉडल और टीवी एक्टर हैं। वह कई टेलीविज़न सीरियलों में काम कर चुकी है। उन्होंने कुछ पाकिस्तानी फ़िल्में भी की हैं । उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में रामचंद पाकिस्तानी का नाम भी शामिल है। इस फिल्म में उन्होंने लक्ष्मी का किरदार किया था। उनकी एक फिल्म चलें थे साथ इसी साल अप्रैल में रिलीज़ हुई है। ज़हालय का दावा है कि एक फिल्म निर्माता ने उनसे एक फिल्म में प्रियंका चोपड़ा की बॉडी डबल बनने के लिए कहा था। ज़हालय का यह भी दावा है कि उन्होंने जब पाकिस्तानी टीवी पर काम करना शुरू किया, उसी समय पाकिस्तान में भारतीय चैनल बैन कर दिए गए। उसी साल प्रियंका चोपड़ा मिस वर्ल्ड बनी। ज़हालय ने कहा था, "मुझे याद है, जब मैं शो होस्ट करती थी तो लोग मुझे मैं नहीं प्रियंका चोपड़ा ही समझते थे।"
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 7 October 2017
ऑस्कर पुरस्कारों में चीनी रेम्बो फिल्म वुल्फ वारियर २
चीन ने ९०वे ऑस्कर अवार्ड्स की विदेशी फिल्मों की श्रेणी के लिए अपनी एक्शन ड्रामा वॉर फिल्म वुल्फ वारियर २ भेजी है। यह फिल्म चीनी रेम्बो हीरो वाली फिल्म है। इस फिल्म का नायक स्पेशल फाॅर्स का सिपाही है। नशीली दवाओं के बड़े व्यापारी द्वारा उसे मारने के लिए भाड़े के हत्यारे बुलाये जाते हैं। लेकिन, वह उन सबको एक एक कर मार डालता है। २०१५ में रिलीज़ फिल्म वुल्फ वारियर (चीनी टाइटल झान लँग) की सीक्वल फिल्म में एजेंट लेंग फेंग हिंसा से दूर शांतिपूर्ण जीवन जी रहा है। लेकिन, कुछ विदेशी भाड़े के हत्यारे आसपास के नागरिकों की ह्त्या करने लगते हैं। उन्हें बचाने के लिए लेंग को अपना शांतिपूर्ण जीवन छोड़ना ही है। वुल्फ वारियर और वुल्फ वारियर २ में मुख्य भूमिका करने वाले मार्शल आर्ट्स में पारंगत अभिनेता जिंग वु ने ही फिल्म का निर्देशन भी किया है। वुल्फ वारियर २ ने वर्ल्ड १ बिलियन डॉलर का आंकड़ा छूना शुरू कर दिया है। यह फिल्म चीन में सबसे ज़्यादा ग्रॉस करने वाली चीनी फिल्म बन गई है। इस फिल्म के निर्माण में सिर्फ ३० मिलियन डॉलर ही खर्च हुए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा सफल वुल्फ वारियर २ चीन को ऑस्कर पुरस्कार दिला पाती है !
Labels:
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday, 28 September 2017
ऑस्कर अवार्ड्स में पाकिस्तान की दो फ़िल्में
दुनिया के सबसे बड़े फिल्म पुरस्कार ९०वे ऑस्कर अवार्ड्स में विदेशी फिल्मों की श्रेणी में इस साल पाकिस्तान की दो फ़िल्में शामिल की गई है। एक फिल्म पाकिस्तान से भेजी गई है। दूसरी फिल्म यूनाइटेड किंगडम ने भेजी है। यूके द्वारा अकैडमी अवार्ड्स के लिए भेजी गई, फिल्म माय प्योर लैंड का निर्माण लन्दन में जन्मे फिल्मकार सरमद मसूद द्वारा बनाई गई है। यह फिल्म पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की महिला नाज़ो धरेजो के जीवन पर केन्द्रित है। नाज़ो ने अपने पिता के खेत बचाने के लिए २०० डाकुओं से लोहा लिया था । इस फिल्म की शूटिंग लाहौर में की गई है। फिल्म में सोहाई अली अबरो, सलमान अहमद खान, रज़िया मलिक, तय्यब
अफज़ल और इमान फातिमा की मुख्य भूमिका में हैं। दूसरी पाकिस्तान से भेजी गई फिल्म का टाइटल सावन है। यह फिल्म भी सच्ची घटना पर आधारित है। एक नौ साल के अपाहिज बच्चे को उसके पिता द्वारा मरने के लिए जंगल में छोड़ दिया जाता है। लेकिन,वह अपाहिज बच्चा अपनी जिजीविषा के सहारे बड़ी कठिनाइयां झेलने के बावजूद घर वापस पहुँच जाता है। इस फिल्म में अपाहिज बच्चे का किरदार करम हुसैन ने की है। उसकी माँ का किरदार नजीबा फैज़ ने की है। इस फिल्म का निर्देशन सिनेमेटोग्राफर फरहान आलम ने किया है। इस फिल्म के साथ ख़ास बात यह है कि फिल्म की एडिटिंग भारत के फिल्म एडिटर असीम सिन्हा ने की है। उन्होंने बॉलीवुड की ज़ुबैदा जैसी फिल्म की एडिटिंग की थी। ऑस्कर अवार्ड्स ४ मार्च २०१८ को दिए जायेंगे।
अफज़ल और इमान फातिमा की मुख्य भूमिका में हैं। दूसरी पाकिस्तान से भेजी गई फिल्म का टाइटल सावन है। यह फिल्म भी सच्ची घटना पर आधारित है। एक नौ साल के अपाहिज बच्चे को उसके पिता द्वारा मरने के लिए जंगल में छोड़ दिया जाता है। लेकिन,वह अपाहिज बच्चा अपनी जिजीविषा के सहारे बड़ी कठिनाइयां झेलने के बावजूद घर वापस पहुँच जाता है। इस फिल्म में अपाहिज बच्चे का किरदार करम हुसैन ने की है। उसकी माँ का किरदार नजीबा फैज़ ने की है। इस फिल्म का निर्देशन सिनेमेटोग्राफर फरहान आलम ने किया है। इस फिल्म के साथ ख़ास बात यह है कि फिल्म की एडिटिंग भारत के फिल्म एडिटर असीम सिन्हा ने की है। उन्होंने बॉलीवुड की ज़ुबैदा जैसी फिल्म की एडिटिंग की थी। ऑस्कर अवार्ड्स ४ मार्च २०१८ को दिए जायेंगे।
Labels:
Oscar Awards,
सरहद पार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Posts (Atom)