Tuesday, 14 February 2017

अमला अक्केनी की मलयालम फिल्मों में वापसी

दक्षिण में तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम फिल्मों की नायिका अमला अक्केनी लंबे समय बाद मलयालम फिल्म सी/ओ सायरा बानू से वापसी कर रही हैं।  उन्होंने १९९१ में दो मलयालम फ़िल्में करने के बाद फिर कोई तीसरी मलयालम फिल्म नहीं की।  वह फ़िरोज़ खान की फिल्म दयावान से हिंदी दर्शकों से परिचित हुई।  इसके बाद वह कब तक चुप रहूंगी, दोस्त, जुर्रत और शिवा में क्रमशः आदित्य पंचोली,  मिथुन चक्रवर्ती, कुमार गौरव और नागार्जुन की नायिका बनी।  शिवा के दौरान नागार्जुन से रोमांस के बाद अमला अक्केनी बन गई।  २०१३ में फिल्म लिसेन अमाया और २०१५ में हमारी अधूरी कहानी जैसी हिंदी फिल्मों में चरित्र भूमिकाओं में भी वह नज़र आई।

Monday, 13 February 2017

टेलीविज़न पर दस शादियां करने वाली सुरभि

टेलीविज़न सीरियलो में किसी करैक्टर से दो- दो, तीन- तीन शादियां करने का सिलसिला लंबे समय से चला आ रहा है।  लेकिन, सुरभि ज्योति इस मायने में रिकॉर्ड कायम कर चुकी हैं कि उन्होंने टेलीविज़न के परदे पर एक दो नहीं दस-दस निकाह पढ़े हैं।  क्षेत्रीय रंगमंच से हिंदी टेलीविज़न सीरियलो में अपनी पहचान बनाने वाली सुरभि ज्योति जालंधर पंजाब में पैदा हुई हैं।  उन्होंने कई पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया है।  २०१० में उन्होंने पंजाबी टेलीविज़न का रुख किया और कुछ सीरियल किये।  २०१२ में वह ज़ी टीवी पर मुस्लिम सोशल शो क़ुबूल है से हिंदी दर्शकों में अपनी पहचान बना पाने में सफल हुई।  यह सीरियल २०१६ तक प्रसारित हुआ।  सुरभि ने कई किरदार किये। इसी शो में सुरभि ने १० निकाह पढ़े थे। यही सुरभि इस समय के स्टार के पॉपुलर शो इश्कबाज़ में मल्लिका कबीर की मेहमान भूमिका में नज़र आई थी ।  अब उनका एक सुपरनैचुरल थ्रिलर शो 'कोई लौट के आया है' २५ फरवरी से शुरू होने जा रहा है।  इस सीरियल में वह गीतांजलि का मुख्य किरदार करेंगी। हालाँकि  यह सीरियल भटकती आत्मा पर केंद्रित है।  परंतु, सुरभि ज्योति कहती हैं, "मैं आत्माओं पर विश्वास नहीं करती।" यह सीरियल ५२ कड़ियों में ख़त्म हो जाएगा।  उनकी एक वेब सीरीज तनहाइयाँ हॉट स्टार पर १४ फरवरी से देखी जा सकती हैं।

पहलवान के बाद अंतरिक्ष यात्री बनेंगे आमिर खान

सिद्धार्थ रॉय कपूर से बात बन गई तो अभिनेता आमिर खान, रियल लाइफ करैक्टर महावीर फोगाट को सिल्वर स्क्रीन पर करने के बाद एक अन्य रियल लाइफ करैक्टर अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा को भी सेलुलाइड पर उतारेंगे।  १९८२ में, इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (इसरो) और सोवियत इंटरकॉसमॉस के संयुक्त स्पेस कार्यक्रम के तहत इंडियन एयर फाॅर्स के पायलट राकेश शर्मा अंतरिक्ष में भेजे गए थे ।  तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के साथ बातचीत के दौरान अंतरिक्ष से भारत कैसा लगता है पूछे जाने पर राकेश शर्मा का यह कहना कि सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा यादगार बन गया था।  निर्माता आदित्य रॉय कपूर अपने नए बनाये गए बैनर रॉय कपूर फिल्म्स के तहत राकेश शर्मा पर फिल्म का निर्माण करेंगे।  इस फिल्म की स्क्रिप्ट आमिर खान को उपलब्ध करा दी गई है।  इस फिल्म के निर्देशक महेश मथाई होंगे।  महेश मथाई ने १९९९ में फिल्म भोपाल एक्सप्रेस का निर्देशन किया था।  फिल्म के सह निर्माता आमिर खान भी होंगे।  इस फिल्म का टाइटल अभी फाइनल नहीं हुआ है।  लेकिन अपुष्ट खबरें हैं कि फिल्म का टाइटल सैलूट  रखा जा सकता है।  

Sunday, 12 February 2017

पाकिस्तानी क्रिकेटर की फिल्म में संजय दत्त के साथ कैटरीना कैफ !

पाकिस्तानी क्रिकेटर रमीज़ राजा फिल्म बनाना चाहते हैं।  यह फिल्म क्रिकेट पर होगी।  लेकिन, विषय आतंकवाद होगा।  इस फिल्म में रमीज़ दिखाना चाहेंगे कि कैसे क्रिकेट के ज़रिये आतंकवाद ख़त्म हो सकता है।  इस  फिल्म को खुद रमीज़ राजा ने ही लिखा है।  यह विषय पिछले दस सालों से रमीज़ के दिमाग में घूम रहा था।  पाकिस्तानी क्रिकेटर की फिल्म का नाम दोरबाज़ होगा।  रमीज़ राजा ने अपनी फिल्म में मुख्य भूमिका के लिए संजय दत्त को चुना है।  यह भी खबर है कि रमीज़ राजा अपनी इस मसाला सस्पेंस फिल्म में दो नायिकाएं होंगी।  शाहरुख़ खान की फिल्म रईस से बॉलीवुड डेब्यू करने वाली माहिरा खान फिल्म की एक हीरोइन होंगी।  रमीज़ दूसरी हीरोइन के लिए कैटरीना कैफ को लेना चाहते हैं।  एक अखबार को इंटरव्यू में रमीज़ राजा ने कहा कि माहिरा खान और कैटरीना कैफ बेहद प्रतिभाशाली अभिनेत्रियां हैं।  मैं इन दोनों को अपनी फिल्म में लेना चाहता हूँ।  निश्चित रूप से भारतीय दर्शकों को कैटरीना कैफ को एक पाकिस्तानी फिल्म में देखने से ज़्यादा उत्सुकता इसे लेकर होगी कि दुनिया में आतंक सप्लाई करने वाले देश के रमीज़ राजा का आतंकवाद ख़त्म करने की क्रिकेटिया दवा क्या है ?

गठबंधनों के दौर में बॉलीवुड भी

राजनीती के क्षेत्र में, जहाँ उत्तर प्रदेश, पंजाब और गोवा में नए गठबंधन उभर कर आये हैं।  चुनाव परिणामों के बाद इन गठबंधनों से हुए फायदे और नुकसान का जायजा लिया जायेगा।  वही, पूरे देश का मनोरंजन करने वाले उद्योग मायानगरी बॉलीवुड में भी गठबंधनों का दौर चल रहा है।  फ़िल्में बनाने, उन्हें वितरित करने और फिल्मों में नए चेहरों को शामिल करने के रूप में गठबंधन होते नज़र आ रहे हैं।  इन गठबंधनों का उस समय ज़्यादा महत्त्व हो जाता है, जब हॉलीवुड के स्टूडियोज का फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अनुभव कडुआ होता है।  किसी सेलिब्रिटी को शामिल करना भी फिल्म को सफल नहीं बना पाता।  इसलिए, इस रौशनी में गठबंधनों पर नज़र डालना दिलचस्प होगा।
वियान और इरॉस इंटरनैशनल करेंगे आर्केड गेम डेवलपमेंट
वियान  इंडस्ट्रीज लिमिटेड अब इरॉस के ट्रिनिटी पिक्चर्स के लिए करेगें आर्केड गेम विक्सित करेंगे। इसकी इसकी शुरूआत अमोल गुप्ते की स्पाय-सुपर हीरो फिल्म स्निफसे होगी। इस बॉलीवूड फिल्म में पहली बार किसी फिल्म के लिए इस तरह का आर्केड गेम बन रहा हैं। अमोल गुप्ते व्दारा निर्देशित फिल्म स्निफ की यह गेम वियान स्टुडिओज (वियान इंडस्ट्रीज की डिवीजन) एएए गेम डेवलपर्स व्दारा विकसित किया जा रहा हैं। 5 मई को रिलीज होनेवाली इस फिल्म के लिए बने गेम के उपयोग, प्रकाशन, विपणन, के सारे आधिकार इरॉस के पास होंगें।  बकौल ट्रिनिटी चित्र के सीईओ अजीत ठाकुर, "यह गेम एक आम मोबाईक गेम नही होगा, बल्कि यह बच्चों और बडों को अच्छा लगेगा। हम जल्द ही इसे लाँच करने जा रहें हैं। जिससे हमारे दर्शकों को फिल्म के पात्रों और उनके बारे में जानने मिलेगी ।"
अमेज़ॉन और सिनेस्तान का सहयोग 
अमेज़ॉन ने अब भारतीय फिल्म उद्योग पर निगाहें गड़ा रखी हैं। अमज़ॉन की भारत में कंपनी अमेज़ॉन प्राइम वीडियो इंडिया और सी इंटरनेशनल सेल्स की सब्सिडियरी यूनिट सिनेस्तान फिल्म कंपनी के बीच समझौता हुआ है।  इसके अंतर्गत अमेज़न टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए आधिकारिक रूप से भारतीय फिल्मों का चयन करेगा।  इस के तहत ही टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए देव भूमि का चयन किया गया है। कुछ दूसरे फेस्टिवल हॉफ इंटरनेशनल और बुसान फिल्म फेस्टिवल के लिए भी अमेज़ॉन ने भारतीय फिल्मों का चुनाव किया है। इसके अलावा अमेज़ॉन प्राइम वीडियो द्वारा द हंगरी का इंटरनेशनल को-प्रोडक्शन किया जायेगा।  इसमे एक अन्य कंपनी फिल्म लन्दन भी शामिल है। 
जॉन अब्राहम और क्रिअर्ज बनाएंगे फ़िल्में 
अपनी पहली ही फिल्म रुस्तम से सफलता के झंडे गाड़ने वाली क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट ने २०१७ के लिए ज़बरदस्त तैयारियां कर रखी हैं। यह कंपनी बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम की फिल्म निर्माण कंपनी जे ए एंटरटेनमेंट के साथ मिल कर कुछ मनोरंजक प्रोजेक्ट तैयार कर रही है।  इस कंपनी में प्रेरणा अरोड़ा और अर्जुन एन कपूर जैसे युवा निर्देशक शामिल हैं।  यह दोनों मिल कर छह फिल्मों का निर्माण करेंगे। यह गठबंधन हिंदी के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में भी फिल्म बनाएगा। क्रिअर्ज एंटरटेनमेंट, दूसरे बॉलीवुड एक्टर्स के साथ भी फ़िल्में बनाएगा।  अक्षय कुमार के साथ रुस्तम बनाने के बाद टॉयलेट: एक प्रेम कथा भी बना रहा है।  इस कंपनी का अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट फिल्म्स के साथ भी गठबंधन हुआ है। अनुष्का शर्मा को बतौर प्रोड्यूसर अपनी पहली ही फिल्म एनएच १० से उत्साहजनक सफलता मिली थी।  इस  बैनर की अगली फिल्म फिल्लौरी रिलीज़ होने वाली है।
ब्रांड एम्बेसडर बने सोनू सूद और सोनम कपूर 
हिंदी फिल्मों के सितारों को ब्रांड एम्बेसडर बनाने का चलन काफी पहले से है।  इस सिलसिले की अगली कड़ी है आईजी इंटरनेशनल और सोनू सूद।  आईजी इंटरनेशनल ताज़े फल आयात करने वाली कंपनी है।  हिंदी और साउथ की फिल्मों में सामान रूप से लोकप्रिय तथा चीन के सहयोग से बनी फिल्म कुंग फू योग के एक्टर सोनू सूद इस कंपनी के लिए ताजे फलों का आहार लेने का सन्देश अपने दर्शकों और प्रशंसकों को देंगे।  इस कंपनी के लिए सोनू सूद ने बेल्जियम की फल कंपनी की भारत में शाखा बेल्जियन कांफ्रेंस पीअर्स का उद्घाटन भी किया। अभिनेत्री सोनम कपूर बॉलीवुड की स्टाइलिस्ट अभिनेत्री मानी जाती हैं।  वह युवा जनसँख्या के लिए फैशन, मेकअप और स्टाइल संबंधी उत्पादों का प्रचार करती रहती हैं।  स्विस लक्ज़री घड़ियों की निर्माता कंपनी  आयडब्ल्युसी शेफहाऊजेन ने भारत में अपने ब्रांडो की पब्लिसिटी करने के लिए अभिनेत्री को अपनी एम्बेसडर बनाया है। सोनम कपूर कहती हैं, “यह मेरे लिए सम्मान की बात हैं कि मुझे आयडब्ल्युसी की ब्रांड अम्बेसेडर बनकर भारत में इस ब्रांड का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल रहा हैं। अपनी विशिष्टता को रचनात्मक तरीके से बताने की खूबी के लिए मैं आयडब्ल्युसी की मैं प्रशंसा करती हूँ।" 
मराठी फिल्म को हिंदी वालों का सहयोग 
बॉलीवुड की हिंदी फिल्म निर्माण से जुड़ी हस्तियां या कंपनियां हिंदी फिल्मों तक सीमित नहीं। एरोस इंटरनेशनल क्षेत्रीय भाषाओँ की फ़िल्में भी बना रही है।  हिंदी फिल्म वाले मराठी फिल्मों के निर्माण में सहयोग कर रहे हैं।  अभी अब्बास-मुस्तान की पूरी फिल्म यूनिट फैशन डिज़ाइनर से फिल्म निर्देशक बने विक्रम फडनीस की मराठी फिल्म हृदयांतर की शूटिंग करती नज़र आई। विक्रम पिछले १० सालों से अबास-मुस्तान की फिल्मों की ड्रेस डिजाइनिंग करते आ रहे हैं। ऐसे में, जब विक्रम फडनीस ने अब्बास-मुस्तान जोड़ी से मदद मांगी तो इन  दोनों ने अपना सिनेमेटोग्राफर तक शूटिंग के लिए भेज दिया।  
नए लोगों का साथ 
कभी  कुछ ख़ास कलाकारों के साथ ही  बनाया करते थे।  हालाँकि, यह सिलसिला आज भी जारी है।  लेकिन, इसके बावजूद, इंडस्ट्री में दसियों साल गुजारने के बाद भी साथ काम न कर पाए लोग, अब एक साथ फ़िल्में कर रहे हैं।  इसका एक उदाहरण रोहित शेट्टी की गोलमाल सीरीज की फ़िल्में हैं।  गोलमाल सीरीज की अब तक की तीन फिल्मों में अजय देवगन, अरशद वारसी, शरमन जोशी और तुषार कपूर के  चेहरे ही नज़र आया करते थे।  लेकिन, अब इसमे बदलाव होता नज़र आ रहा है।  रोहित शेट्टी की फिल्म गोलमाल अगेन में नायक अजय देवगन ही होंगे।  मगर बाकी के चेहरों में बदलाव हुआ नज़र आता है।  अजय देवगन की पिछली दो फिल्मों की नायिका करीना कपूर की जगह परिणीति चोपड़ा ने ले ली है।  अजय देवगन के साथ फिल्म विजयपथ से करियर की शुरुआत करने वाली तब्बू को भी नील नितिन मुकेश के साथ फिल्म में शामिल किया  गया है।  यह तीनों पहली बार रोहित शेट्टी के साथ होंगे। अदिति राव हैदरी को भी अपने पसंदीदा निर्देशकों के साथ फ़िल्में करने का मौक़ा मिल रहा है।  वह मणि रत्नम के साथ पहली बार एक तमिल फिल्म कर रही हैं। प्रियंका चोपड़ा के साथ मेरी कॉम जैसी अवार्ड विनिंग फिल्म बनाने वाले ओमुंग कुमार की संजय दत्त पर बायोपिक फिल्म भूमि में अदिति संजय दत्त की बेटी की किरदार कर रही हैं।  फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में एक पेंटर सुमित मिश्र ने दस्तक दे दी है।  बनारस की पृष्ठभूमि पर उनकी फिल्म अगम - शिव शव और तंत्र की शूटिंग शुरू हो चुकी है।  फिल्म राजा एब्रोडिया में थिएटर एक्टर रोबिन सोही मिस इंडिया वैष्णवी पटवर्धन के नायक हैं।  इस फिल्म की शूटिंग भारत के साथ जर्मनी में भी होगी। 
संगीत के क्षेत्र में भी सहयोग 
मशहूर म्यूजिक कंपनी टी-सीरीज ने हिंदी के साथ साथ क्षेत्रीय संगीत के दिशा में भी काम किया है।  खास तौर पर पंजाबी संगीत को टी-सीरीज ने सक्रिय सहयोग दिया है।  पंजाबी पॉप सिंगर दिलबाग सिंह के सिंगल अर्बन छोरी को टी सीरीज ने जोर शोर से जारी किया है।  इस सिंगल के वीडियो में एली एवराम और दिलबाग थिरकते नज़र आते हैं।  इस सिंगल के वीडियो को यू ट्यूब पर ज़बरदस्त रिस्पांस मिला है।  पॉप म्यूजिक को पसंद करने वालों के लिए डीजे शैडो, सीन पॉल और बादशाह का साथ उत्तेजित करता है। यही कारण है कि  इन तीनों का कंपोज़ मूव योर बॉडी पूरी दुनिया में ज़बरदस्त सफल हुआ है।   इसी साल, एआर रहमान ने कनाडा की कंपनी आइडियल एंटरटेनमेंट के साथ अनुबंध किया है।  वह इस कंपनी के साथ तीन फ़िल्में ले मस्क, ९९ सांग्स और वन हार्ट पर काम कर रहे हैं।

Saturday, 11 February 2017

स्कूल में फंस गई दो लड़कियाँ

कोई एक साल तक दुनिया के कई फेस्टिवलों में प्रीमियर रिलीज़ के बाद 'द ब्लैककोट्स डॉटर' थिएटरो में रिलीज़ होने जा रहे हैं। अमेरिका और कनाडा की इस कोप्रोडक्शन फिल्म का मूल नाम फेब्रुअरी या फरवरी है। इस फिल्म को सितम्बर २०१५ को टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में पहली बार दिखाया गया था।  परंतु, निर्देशक ओज पर्किन्स  की यह फिल्म पहले १६ फरवरी को डायरेक्ट टीवी सब्सक्राइबर्स के लिए केबल टीवी प्रोवाइडर के माध्यम से रिलीज़ की जाएगी।  इसके बाद, ३१ मार्च को फिल्म की स्क्रीनिंग थिएटरो में होगी।  ए २४ द्वारा रिलीज़ यह फिल्म टकराएगी ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स की वाइड रिलीज़ फिल्म द बॉस बेबी, पैरामाउंट की फिल्म घोस्ट इन द शेल, ब्रॉड ग्रीन पिक्चर्स की स्टेप सिस्टर्स और फोकस फीचर्स की द जूकीपर्स वाइफ से।  हॉरर थ्रिलर फिल्म 'द ब्लैककोट्स डॉटर' की कहानी के केंद्र में दो लड़किया कैट (किरनन शिपका) और रोज़ (लूसी बोयंटन) हैं, जो सर्दियों की छुट्टियों में अपने ब्रम्फॉर्ड  प्रेप स्कूल में अकेली रह जाती हैं।  क्योंकि उनके अभिभावक रहस्यमय तरीके से उन्हें लेने नहीं आ पाए हैं।  इस समय दोनों लड़कियों को अजीब और डरावने अनुभव होते हैं।  इस कहानी में के परेशान हाल युवती जोआन (एमा रॉबर्ट्स) की कहानी जुड़ जाती है, जो जल्दी से जल्दी ब्रम्फोर्ड पहुँचाने के लिए दौड़ रही है।  वह औरत जैसे जैसे स्कूल के पास पहुंचती है, कैट को डरावने अनुभव होने लगते हैं।  इस फिल्म का सस्पेंस उस समय कई गुना बढ़ जाता है, जब दोनों लड़कियों और औरत के चरित्र आपस में मिलते हैं।  द ब्लैककोट्स डॉटर ओज पर्किन्स की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म है।  इससे पहले वह फिल्मों में अभिनय किया करते थे।  वह लीगली ब्लोंड, सेक्रेटरी और स्टार ट्रेक जैसी फ़िल्में कर चुके हैं।  उन्होंने रिमूवल, कोल्ड कम्स द नाईट और द गर्ल इन द फोटोग्राफ्स जैसी फिल्मों की पटकथा लिख चुके हैं।  द ब्लैककोट्स डॉटर में जेम्स रेमर (बिल), लॉरेन हॉली (लिंडा), एमा होल्ज़र (लिज़ी) पीटर जे ग्रे (रिक) और मैथ्यू स्टेफ़्लूक (रेंजर) के महत्वपूर्ण किरदार हैं।  द ब्लैककोट्स डॉटर के निर्माता अनब्रोकेन पिक्चर्स के एड्रिएन बिड़ल और ब्रायन बरटीनो (द स्ट्रेन्जर्स) और पेरिस फिल्म के रॉब पेरिस हैं।  ए२४ द्वारा बहु-प्रतीक्षित फिल्म फ्री फायर ( २४ अप्रैल) और द लवर्स (५ मई) भी रिलीज़ करेंगे।    

माही गिल के साथ रोमांस करेंगे नाना पाटेकर

नाना पाटेकर और माही गिल एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म वेडिंग एनिवर्सरी में नज़र आएंगे।  यह फिल्म २४ फरवरी को रिलीज़ हो रही है। रोमांटिक ड्रामा फिल्मवेडिंग एनिवर्सरी’ के निर्देशक शेखर एस झा और प्रस्तुतकर्ता भरत शाह है। यह एक रुपक कथा है। इसकी तमाम शूटिंग गोवा में की गई है। फिल्म की कहानी है मुम्बई के रहनेवाले जोड़े कहानी (माही गिल) और निर्भय की है, जो अपनी शादी की पहली एनिवर्सरी गोवा में मनाना चाहते हैं। पर ऐसा हो नहीं पाता है। माही गोवा पहुच जाती है मगर निर्भय (मेहमान भूमिका में प्रियांशु चटर्जी) किसी काम में फंस जाने के कारण गोवा नहीं जा पाता। गोवा में माही की मुलाकात एक अजनबी नागार्जुन (नाना पाटेकर ) से होती है । फिल्म के पांच रोमांटिक गीतों के संगीतकार अभिषेक रे । वीके प्रोडक्शन के कुमार वी महंत और अछूत नायक फिल्म के निर्माता हैं । फिल्म का संगीत ज़ी म्यूजिक कंपनी द्वारा रिलीज़ किया जा रहा है।

Friday, 10 February 2017

क्या हॉलीवुड में भी सेक्स बिकता है ?

हॉलीवुड के नकलची बॉलीवुड में तो सेक्स बिकता है।  लेकिन क्या हॉलीवुड में भी सेक्स बिकता है ? हॉलीवुड के पिछले तीन सालों के डंप महीने में यह सवाल कुछ ज्यादा मौजू हो जाता है। हॉलीवुड में हर साल के जनवरी और फरवरी महीने को 'डंप मंथ' माना जाता है।  इस दौरान दर्शक सिनेमाघरों में कम जाते हैं। ज़्यादातर स्टूडियो अपना रद्दी माल सिनेमाघरों में उतारते हैं।  अब यह बात दीगर है कि इनमे से कुछ फिल्में बड़ा बिज़नस कर ले जाती है। ख़ास तौर पर पिछले तीन सालों में फरवरी में रिलीज़ फिल्मों का ग्रॉस इसकी पुष्टि करता है।  २०१४ में वार्नर ब्रदर्स की लीगो मूवी ने ६९ मिलियन डॉलर की ओपनिंग लेते हुए, वर्ल्डवाइड ४९१ मिलियन डॉलर का बिज़नस किया था। २०१५ में फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे ने ८५.१ मिलियन डॉलर की ओपनिंग लेते हुए, वर्ल्डवाइड ५७१ मिलियन डॉलर का बिज़नस किया। इसी साल किंग्समैन: द सीक्रेट सर्विस ने ३६२ मिलियन डॉलर की ओपनिंग के साथ ४१४.३ मिलियन वर्ल्डवाइड कमाए थे।  पिछले साल एक्शन से भरपूर डेडपूल ने १३२.४ मिलियन डॉलर की ओपनिंग के साथ वर्ल्डवाइड ७८३.१ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया । अब इस साल १० फरवरी को तीन फ़िल्में रिलीज़ हो रही हैं। वार्नर ब्रदर्स की एनीमेशन फिल्म द लीगो
बैटमैन मूवी और जॉन विक चैप्टर २ के सामने है फिफ्टी शेड्स डार्कर । द लीगो बैटमैन मूवी ४०००+ प्रिंटों में रिलीज़ हो रही है।  जॉन विक चैप्टर २ सिर्फ २९०० प्रिंटों में रिलीज़ हो रही है।  जबकि, फिफ्टी शेड्स डार्कर ३७०० प्रिंट में रिलीज़ हो रही है।  प्रिंटों के संख्या और पहली फिल्म के प्रदर्शन के लिहाज़ से द लीगो मूवी को ५८.७ मिलियन डॉलर की ओपनिंग के साथ टॉप का दावेदार माना जा रहा है।  ज़ाहिर है कि ऎसी दशा में कीआनु रीव्स की एक्शन फिल्म जॉन विक सेकंड चैप्टर तीसरे स्थान पर भेजी जा रही है।  लेकिन, फिफ्टी शेड्स डार्कर दूसरे स्थान पर रहेगी ? फिफ्टी शेड्स डार्कर को समीक्षकों ने ख़ास तवज्जो नहीं दी है।  राटन टोमैटो मीटर में द लीगो बैटमैन मूवी को ९८% और जॉन विक ९४ % की रेटिंग दी गई है।  परंतु जहाँ तक बॉक्स ऑफिस अनुमानों की बात करें तो बॉक्स ऑफिस के पंडितों ने फिफ्टी शेड्स डार्कर को ५७.२ मिलियन डॉलर के ग्रॉस के साथ लीगो मूवी के साथ रेस में रखा है।  हालाँकि, यह कलेक्शन पहली फिल्म फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे के ८५.१ मिलियन डॉलर की ओपनिंग से काफी कम है। परंतु, ग्रे के मुकाबले डार्कर
को कडा संघर्ष करना पड़ रहा है। अलबत्ता, फिफ्टी शेड्स डार्कर के प्रति दुनिया के दर्शकों में पागलपन छाया है।  इस फिल्म के पिछले ट्रेलर को २४ घंटों में ११४ मिलियन दर्शक मिल चुके थे।  जबकि बहुचर्चित फिल्म स्टार वार्स: द फाॅर्स अवकेंस को ११२ मिलियन दर्शक ही मिले थे।  हालाँकि, एनीमेशन फिल्म द लीगो बैटमैन मूवी के एनिमेटेड कैरेक्टरों को माइकल सेरा (रॉबिन), राल्फ फिएंस (अल्फ्रेड पेनीवर्थ), रोसारियो डॉसन (बैटगर्ल), ज़ैच गलीफिनान्किस (द जोकर), जेनी स्लेट (हर्ले क्विन), मारिया कैरी (गोथम सिटी की मेयर) और बिली डी विलियम्स (टू फेस) ने आवाज़ दी है।  अभी यह साफ नहीं हुआ है कि कैटवुमन, मिस्टर फ्रीज, द पेंगुइन, पॉइज़न आइवी और द रिड्लर को आवाज़ कौन देगा ? यानि कुछ और बड़े एक्टरों के नाम फिल्म से जुड़ेंगे। इसके बावजूद वैलेंटाइन्स डे वीकेंड में हॉलीवुड फिल्मों का दर्शक फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे की जैमी डोर्नन और डकोटा जॉनसन की जोड़ी की फिफ्टी शेड्स डार्कर में वापसी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हैं। क्या लोकप्रिय एनीमेशन और एक्शन पर सेक्स भारी पड़ेगा ?   

जग्गा जासूस में क्यों हैं २९ गाने ?

अनुराग बासु की ७ अप्रैल को रिलीज़ होने जा रही फिल्म जग्गा जासूस एक किशोर जासूस की कहानी है, जो अपनी एक दोस्त के साथ अपने रहस्यमय ढंग से गायब हुए अपने पिता की खोज में निकला है।  अनुराग बासु निर्देशित इस फिल्म में अनुराग के ख़ास संगीतकार प्रीतम चक्रवर्ती ही फिल्म का संगीत देने के साथ साथ बैकग्राउंड म्यूजिक भी दे रहे हैं।  प्रीतम चक्रवर्ती कहते हैं, "यह फिल्म मेरे लिए सबसे डिफिकल्ट फिल्म थी ?" पिछले कुछ समय से खबर आ रही थी कि जग्गा जासूस एक म्यूजिकल फिल्म है।  इसमे गीतों की भरमार होगी।  फिल्म में २० गीत होने की भी खबर थी।  क्या इसलिए जग्गा जासूस प्रीतम चक्रवर्ती की सबसे डिफिकल्ट फिल्म है? एक संगीतकार के लिए दर्जनों गीतों की रचना करना इतना कठिन नहीं होता।  परंतु यह उस समय कठिन हो जाता है, जब फिल्म का नायक हकला हो।  जी हाँ, जग्गा जासूस के रणबीर कपुर पूरी फिल्म में अपने संवाद हकलाते बोलते नज़र आएंगे। फिल्म में रणबीर कपूर का रोमांस कैटरीना कैफ भी है।  क्या रणबीर उनसे प्रेम निवेदन भी हकलाते हुए करते दिखेंगे ? नहीं।  अनुराग बासु ने इसका ख़ास ख्याल रखा है।  जग्गा जासूस प्रेम जैसे इमोशन व्यक्त करते समय हकलाता नहीं।  क्योंकि, ऐसे समय में वह गाने लगता है।  रणबीर कपूर ने अपने तमाम इमोशनल संवाद गा कर ही बोले हैं।  इसका मतलब यह हुआ कि जग्गा जासूस में हॉलीवुड की ऑस्कर में सबसे ज़्यादा १४ नॉमिनेशन पाने वाली फिल्म ला ला लैंड की तरह गीत होंगे, जो कहानी के फ्लो को रोकते नहीं, बढ़ाते हैं।  इस के लिए प्रीतम चक्रवर्ती को कुल २९ गीत तैयार करने पड़े। शायद इसीलिए, प्रीतम के लिए जग्गा जासूस का साउंडट्रैक डिफिकल्ट काम साबित हुआ।

Thursday, 9 February 2017

प्रीमियम इनरवियर ब्रांड इजी के ब्रांड एंबेसडर शाहिद कपूर

शाहिद कपूर को प्रीमियम इनरवियर ब्रांड इजी ने अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। इजी ब्रांड आरामदायक और स्टाइल के लिए मशहूर ब्रांड हैं । शाहिद कपूर के साथ के अपने सहयोग के बारे में बताते हुए सिरटेक्स इजी के प्रबंध निदेशक ओमप्रकाश अहूजा कहते हैं, “यह ब्रांड युवाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया हैं। जिन्हें, स्टाइल और आराम दोनों चीजे पसंद हैं, इसे खास कर उनके लिए ही डिजाइन किया गया हैं। इस ब्रांड के लिए शाहिद कपूर ब्रांड एंबेसेडर के रूप में जचतें हैंअपने अंदाज और स्टाइल से उनका ब्रांड के साथ का सहयोग काफी सही लगता हैं।इस अवसर पर शाहिद कपूर कहतें हैं,” कम दामों में आरामदायी स्टाइल का अपना वादा सिरटैक्स ने हमेशा ही पूरा किया हैं। टैग लाइन कहती हैं, ‘टेक इट इजी। और मेरी व्यक्तिगत स्टाइल भी बिलकुल इस टैगलाइन से मेल खाती हैं।

Wednesday, 8 February 2017

बॉक्स ऑफिस के 'गोल्ड' अक्षय कुमार

बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की कॉमेडी ड्रामा फिल्म जॉली एलएलबी २ इस शुक्रवार (१० फरवरी) रिलीज़ होने जा रही हैं।  २०१३ की हिट फिल्म जॉली एलएलबी की इस सीक्वल फिल्म के इकलौते बड़े नाम अक्षय कुमार ही हैं।  फिल्म में उनकी नायिका कोई कैटरिना कैफ या प्रियंका चोपड़ा नहीं, बल्कि मामूली करियर वाली एक्ट्रेस हुमा खान उनकी नायिका है।  इसके बावजूद फिल्म के सौ करोड़ क्लब में शामिल होने की उम्मीद की जा रही है तो इसलिए कि अक्षय कुमार फिल्म इंडस्ट्री के सबसे विश्वसनीय एक्टर माने जाते हैं।  उनकी फ़िल्में मध्यम बजट में बन जाती हैं।  दर्शकों को अक्षय की फिल्मों का इंतज़ार होता है। यह तब है जब उनकी साल में एक नहीं तीन तीन फ़िल्में तक रिलीज़ हो जाती हैं। क्योंकि, दर्शक जानता है कि फिल्म अक्षय कुमार की है तो कुछ अलग देखने को मिलेगा ।  इसलिए,  इस कॉमेडी हिट फिल्म के सीक्वल का  बॉक्स ऑफिस पर हिट होना तय माना जा रहा है।  जॉली एलएलबी २ वैलेंटाइन डे वीक में रिलीज़ हो रही है।  ज़ाहिर है कि हफ्ता हल्की फुल्की कॉमेडी फिल्म के लिए बढ़िया है। 
तीन हजार करोड़ के अक्षय कुमार

अक्षय कुमार की विश्वसनीयता प्रमाणित है।  उनकी फिल्मों की सफलता का पैमाना पचास प्रतिशत का है।  कनाडा की राष्ट्रीयता वाले अक्षय कुमार ने १९८७ में महेश भट्ट की फिल्म आज में एक छोटी भूमिका से अपने फिल्म करियर का आगाज़ किया।  बतौर नायक उनकी पहली फिल्म राज सिप्पी निर्देशित पारिवारिक एक्शन फिल्म सौगंध (१९९१)  थी।  केवल ५ करोड़ में बनी यह फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुई।  तीन फ्लॉप फिल्मों सौगंध, डांसर और मिस्टर बांड के बाद खिलाड़ी को सफलता मिली।  लेकिन, इस फिल्म के बाद अक्षय कुमार खिलाड़ी कुमार बन गए।  वह अपने धुरंधर एक्शन दृश्यों के कारण निकनेम एके ४७ की तरह मशहूर हो गए।  अक्षय कुमार ने अब तक करीब १०९ फिल्मों में नायक की भूमिका की है।  इनमे से उनकी आठ फ़िल्में ब्लॉकबस्टर या सुपर हिट फिल्मों में शुमार हैं।  १९ फ़िल्में हिट या सेमी- हिट हैं। २८ फिल्मों को औसत सफलता मिली है।  ५४ फ़िल्में फ्लॉप हुई हैं।  यानि सफलता का औसत ५० प्रतिशत है ।  अक्षय कुमार की फिल्मों ने ३ हजार करोड़ से ज़्यादा का बॉक्स ऑफिस  कलेक्शन किया है।  उनकी हर फ़िल्म औसतन २७ करोड़ का कलेक्शन कर ले जाती हैं। 
अक्षय कुमार की शुरूआती फ़िल्में फ्लॉप

अक्षय कुमार की फ्लॉप ५४ फिल्मों में ज़्यादातर उनके करियर की शुरूआती फ़िल्में हैं।  उन्होंने यह फ़िल्में खिलाड़ी  अभिनेता बनने दौरान आनन फानन में साइन की थी।  कैसी विडम्बना है कि अपने एक्शन के लिए मशहूर अक्षय कुमार की फ्लॉप फिल्मों में ९० प्रतिशत से ज़्यादा फ़िल्में एक्शन फ़िल्में थी।  उनकी बड़ी फ्लॉप फिल्मों में मैदान-ए- जंग, आरज़ू, तलाश : द हंट बेगिंस, आन: मेन ऐट वर्क, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों, इंसान, जानी दुश्मन :एक अनोखी कहानी, पुलिस फ़ोर्स: ऐन इनसाइड स्टोरी, फॅमिली: टाईज ऑफ़ बांड, टशन, चांदनी चौक टू चाइनाब्लू, एक्शन रीप्ले, पटियाला हाउस, थैंक यू, जोकर, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुम्बई दोबारा, ब्रदर्स और सिंह इज ब्लिंग के नाम उल्लेखनीय हैं।  एक ख़ास बात और कि अक्षय की ज़्यादातर फ्लॉप फ़िल्में सितारा बहुल फ़िल्में थी।  उनके खाते में ब्लू जैसी पहली भारतीय अंडर सी फिल्म भी शामिल है।  यह सबसे महंगी फिल्मों में भी शुमार है। 
पारिवारिक फ़िल्में भी रही औसत

२१ वी सदी के शुरू होने के साथ ही अक्षय कुमार का सितारा चमकने लगा।  उन्हें खुद को हरफनमौला अभिनेता के तौर पर स्थापित करने का मौका मिला।  २००० में उनकी तीन फ़िल्में रिलीज़ हुई।  यह फ़िल्में भिन्न शैली की फ़िल्में थी।  प्रियदर्शन की फिल्म हेरा फेरी विशुद्ध कॉमेडी फिल्म थी।  धर्मेश दर्शन की फिल्म धड़कन पारिवारिक फिल्म थी।  नीरज वोरा निर्देशित फिल्म खिलाड़ी ४२० एक्शन फिल्म थी। पहली दो फिल्मों में अक्षय कुमार के साथी दूसरे समकालीन एक्शन स्टार सुनील शेट्टी थे।  इन फिल्मों ने औसत से ज़्यादा बिज़नस किया।  अक्षय कुमार की औसत या औसत से ज़्यादा बिज़नस करने वाली फिल्मों में धड़कन के अलावा आँखें, इंटरनेशनल खिलाडी, हेरा फेरी, अजनबी, आवारा पागल दीवाना, यह दिल्लगी, दोस्ती: फ्रेंड्स फॉरएवर, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी, इन्साफ : द फाइनल जस्टिस, एक रिश्ता : द बांड ऑफ़ लव, खाकी, ऐतराज़, बेवफा, वक़्त: द रेस अगेंस्ट टाइम, दे दना दन, देसी बॉयज, खिलाड़ी ७८६ और स्पेशल २६ के शीर्षक शामिल हैं।  अक्षय कुमार की यह फ़िल्में भिन्न शैली में बनी फ़िल्में थी।  यह एक्शन फ़िल्में भी थी, कॉमेडी भी और पारिवारिक फ़िल्में भी। 
बॉक्स ऑफिस का हिट 'खिलाड़ी अभिनेता'

कभी हिन्दी फिल्मों में मार्शल आर्ट्स के सहारे अपनी पहचान बनाने वाले अक्षय कुमार को कॉमेडी ने सफल बनाया।  उनकी बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई १९ फिल्मों में कॉमेडी या एक्शन कॉमेडी फ़िल्में ज़्यादा थी।  उनकी हिट कॉमेडी फिल्मों में गरम मसाला, भूल भुलैया, हे बेबी, मुझसे शादी करोगी, भागम भाग, हॉउसफुल और हॉउसफुल ३ के टाइटल शामिल हैं।  अक्षय की हिट फिल्मों में सुहाग, मोहरा, सबसे बड़ा खिलाड़ी, खिलाडियों का खिलाड़ी और गब्बर इज बैक हैं तो तो जानवर, नमस्ते लन्दन, अंदाज़ और बेबी जैसी भिन्न शैली में बनी फ़िल्में भी शामिल हैं।   पिछले तीन चार सालों में अक्षय कुमार ने फ़िल्में चुनने का तरीका बदला है।  उन्होंने भिन्न कथानकों वाली, थोड़ा देश भक्ति का तड़का समेटे और सामान्य से एक्शन वाली फ़िल्में चुननी शुरू की।  हॉलिडे, गब्बर इज बैक और बेबी जैसी फिल्मों से अक्षय को अपनी विश्वसनीयता साबित करने में मदद मिली। 
सुपर हिट होता है कॉमेडी से भीगा एक्शन कुमार

अक्षय कुमार की २००६ में रिलीज़ कॉमेडी फिल्म फिर हेरा फेरी सुपर हिट हुई  थी।  इस फिल्म के बाद, अक्षय कुमार ने एक्शन  कॉमेडी फिल्म वेलकम, सिंह इज ब्लिंग और राउडी राठौर के ज़रिये खुद को मज़बूत साबित किया।  अक्षय कुमार के अभिनेता के लिए ख़ास रही ओह माय  गॉड, एयरलिफ्ट और रुस्तम जैसी फिल्मों की सफलता।  यह फ़िल्में कंटेंट के लिहाज़ से बिलकुल अलग थी।  इन फिल्मों में अक्षय कुमार को अपने अभिनय के जौहर दिखाने का मौक़ा मिला था।  इन फिल्मों की १०० करोड़िया सफलता से यह साबित होता था कि अक्षय कुमार अब कंटेंट के लिहाज़ से अलग और खुद पर फबने वाली फ़िल्में साइन करने लगे हैं।  ऎसी फिल्मों के कारण अक्षय कुमार को सलमान खान और शाहरुख़ खान से अलग भिन्न शैली की फ़िल्में करने वाला अभिनेता भी साबित कर दिया।  अक्षय कुमार की फिल्मों की खासियत होती है कि ज़्यादातर फ़िल्में भारी बजट की नहीं होती।  इनके निर्माताओं के लिए मुनाफ़ा कमाना आसान होता है। 
इस समय अक्षय कुमार की कम से कम चार फ़िल्में रिलीज़ होंगी।  जॉली एलएलबी २ के अलावा टॉयलेट एक प्रेम कथा और २.० को इस साल रिलीज़ होना हैं।  टॉयलेट एक प्रेम कथा प्रधान मंत्री के स्वच्छता अभियान को सपोर्ट करने वाली फिल्म हैं, जिसमे गाँव में स्वच्छता की दुर्दशा का रोमांटिक चित्रण हुआ है।  रजनीकांत की फिल्म रोबोट की सीक्वल फिल्म २.० में अक्षय कुमार का विलेन का किरदार करना, उनकी अलग करैक्टर करने की इच्छा को दर्शाता ही है, यह भी बताता है कि दक्षिण में भी काफी दर्शक अक्षय कुमार के प्रशंसक हैं।  वह इस दौरान बेबी की प्रीकुएल फिल्म नाम शबाना में भी नज़र आ सकते हैं।  नीरज पाण्डेय के साथ उनकी चौथी फिल्म क्रैक होगी।  यह एक थ्रिलर फिल्म होगी।  अक्षय कुमार का रीमा काटगी की फिल्म गोल्ड में मशहूर हॉकी खिलाड़ी और ओलिंपियन बलबीर सिंह का किरदार करना उनकी भिन्न भूमिकाएं करने की भूख को ही दर्शाता है।  

द लॉस्ट सिटी ऑफ़ जेड : उस शहर में खो गए बाप-बेटे

हांल ही में अमेज़ॉन स्टूडियोज ने डेविड ग्रान के बेस्टसेलर उपन्यास द लॉस्ट सिटी ऑफ़ जेड के पटकथा रूपांतरण फिल्म का ट्रेलर पिछले दिनों रिलीज़ किया।  यह फिल्म कहानी है ब्रिटिश अन्वेषक पर्सी फॉसेट की, जो बीसवी सदी की शुरुआत में अमेज़ॉन  के जंगलों में कई सभ्यताओं के गुम होने के सबूत पाता है।  यह सभ्यता काफी उन्नत थी।  साथी वैज्ञानिक उसका मज़ाक उड़ाते हैं कि वह जंगली सभ्यता को उन्नत बता रहा है।  लेकिन, वह धुन का पक्का है।  इसमे उसके साथ हैं उसकी पत्नी, बेटा और उसका सहयोगी।  वह उनके साथ उन्नत सभ्यता की खोज में जंगल जाता रहता है।  परंतु, वह १९२५ में अपने बेटे के साथ अमेज़ॉन के जंगल में लापता हो जाता है।  इस कहानी पर फिल्म बनाने का सिलसिला कई सालों से चल रहा था।  पहले फिल्म के साथ ब्राड पिट और बेनेडिक्ट कम्बरबैच भी जुड़े हुए थे।  लेकिन बाद में सिर्फ ब्राड पिट रह गए, बतौर कार्यकारी निर्माता।  इस फिल्म का निर्देशन जेम्स ग्रे कर रहे हैं।  फिल्म में पर्सी फॉसेट का किरदार चार्ली हुन्नम, फॉसेट की पत्नी का किरदार सिएना मिलर, पुत्र की भूमिका टॉम हॉलैंड और सहयोगी की भूमिका में रॉबर्ट पैटिंसन हैं।

पेरिस में शूट होगी मिशन: इम्पॉसिबल ६

मशहूर स्पाई सीरीज मिशन: इम्पॉसिबल के छठे भाग की इन गर्मियों में पेरिस में शुरू हो जायेगी। वैसे अभी इस फिल्म के टाइटल को अंतिम रूप से तय नहीं किया गया है। पैरामाउंट पिक्चर्स की योजना इस फिल्म को २०१८ में रिलीज़ करने की है।  इस फिल्म में छठी बार सीरीज के जासूस ईथन हंट का किरदार टॉम क्रूज़ कर रहे होंगे।  २१ साल पहले मिशन: इम्पॉसिबल सीरीज की पहली फिल्म मिशन:इम्पॉसिबल २२ मई १९९६ को रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म में पहली बार ३४ साल के टॉम क्रूज़ ने मिशन इम्पॉसिबल फाॅर्स के एजेंट ईथन हंट का किरदार किया था।  तबसे इस फिल्म के पांच भाग बन चुके हैं।   मिशन इम्पॉसिबल फिल्मों के निर्माण में ६५० मिलियन डॉलर खर्च हुए हैं।  वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर मिशन इम्पॉसिबल फिमेन २.७७ बिलियन डॉलर का ग्रॉस कर चुकी है।  यह फिल्म सबसे ज़्यादा ग्रॉस करने वाली १८ वी फिल्म बन चुकी  है। फिल्म की ख़ास बात यह है कि फिल्म में टॉम क्रूज़ के अलावा विंग रह्मस ही ऐसे अभिनेता हैं, जो पांचो मिशन इम्पॉसिबल फिल्मों में नज़र आये।  छठी फिल्म में भी वह लूथर स्टिकवैल के किरदार में नज़र आएंगे।  इन दोनों के अलावा फिल्म में सिमोन पेग (बेंजी डन) तीसरी बार सीरीज में दिखाई देंगी।  फिल्म में रेबेका फर्गुसन  दूसरी बार इस्ला फॉस्ट के किरदार कर रही होंगी। मिशन: इम्पॉसिबल फिल्मों की खासियत यह रही है कि इन पांच फिल्मों को अलग अलग पांच डायरेक्टरो ने निर्देशित किया है।  मिशन: इम्पॉसिबल (१९९६) को ब्रायन डी पाल्मा, मिशन इम्पॉसिबल २ (२०००) को जॉन वू,  मिशन  इम्पॉसिबल ३ एईई(२०००) को जे जे अब्राम्स, मिशन इम्पॉसिबल :घोस्ट प्रोटोकोल को ब्राड बर्ड ने और मिशन इम्पॉसिबल: रोग नेशन (२०१५) को क्रिस्टोफर मैकक़्वैरी ने किया था।  परंतु टॉम क्रूज़ से अच्छे तालमेल के कारण क्रिस्टोफर को ही छठे मिशन इम्पॉसिबल का निर्देशन करने का मौक़ा मिला है।

Tuesday, 7 February 2017

भंसाली की फिल्म की वैश्या प्रियंका चोपड़ा

बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ग्लोबल स्टार बनने की ओर तेज़ कदम बढ़ा चुकी हैं।  बॉलीवुड फिल्मों में अपना दमखम दिखाने के बाद प्रियंका चोपड़ा ने हॉलीवुड की ओर कदम बढ़ाया था।  उनकी, इस दिशा में पहली बड़ी छलांग टीवी सीरीज क़्वान्टिको थी।  इस सीरीज में प्रियंका चोपड़ा ने एफबीआई एजेंट के किरदार में अमेरिकी दर्शकों को बेहद प्रभावित किया था।  इस सीरीज के दूसरे सीजन में प्रियंका चोपड़ा का होना इसका प्रमाण है।  इसी बीच प्रियंका चोपड़ा मशहूर टीवी सीरीज बेवॉच के फिल्म संस्करण के लिए साइन कर ली गई।  इस फिल्म में वह निगेटिव किरदार कर रही हैं।  जब ऐसा लग रहा था प्रियंका चोपड़ा अब हॉलीवुड की हो कर रह गई और उनके विदेश में घर खरीदने की अफवाह भी फैली, उसी समय प्रियंका चोपड़ा ने मुम्बई में खंडन करते हुए साफ़ किया कि वह हॉलीवुड के लिए बॉलीवुड छोड़ने नहीं जा रही।  पिछले साल दिसम्बर में प्रियंका ने बताया था कि वह कुछ हिंदी फिल्मों की स्क्रिप्ट पढ़ रही हैं।  जल्द ही फिल्म का ऐलान हो जाएगा।  इसी समय यह खबर फैली कि प्रियंका चोपड़ा संजय लीला भंसाली की फिल्म में शाहरुख़ खान के अपोजिट काम करेंगी। यह फिल्म साहिर लुधियानवी और अमृता प्रीतम के रोमांस पर बनने वाली है।  खबर थी कि गुस्ताखियां टाइटल वाली इस फिल्म में शाहरुख़ खान साहिर लुधियानवी और प्रियंका चोपड़ा अमृता प्रीतम का किरदार करेंगी।  मगर इस खबर की भंसाली के कैंप से न तो पुष्टि हुई, न खंडन ही किया गया।  उधर भंसाली के पद्मावती में रम जाने के कारण यह खबर ठंडी पड़ गई।लेकिन, अब एक बड़े अखबार की खबर है कि वैश्याओं और वैश्यालय में उनकी दशा पर एक किताब पर आधारित भंसाली की फिल्म में प्रियंका चोपड़ा एक वैश्या का किरदार करेंगी। यह एक दमदार कथानक वाली बोल्ड फिल्म है।  इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा को अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाने का भरपूर मौका मिलेगा। गोलियों की रास-लीला : राम-लीला, मैरी कॉम और बाजीराव मस्तानी के बाद प्रियंका चोपड़ा और संजय लीला भंसाली की जोड़ी की यह चौथी फिल्म है।  प्रियंका चोपड़ा, क़्वान्टिको की शूटिंग ख़त्म करने के बाद इस फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगी। 

Monday, 6 February 2017

मुस्लिम हॉरर फिल्म में बांग्लादेश और पाकिस्तान के कलाकार

निर्माता जोड़ी इमरान गलानि और अली जी, लेखक फैसल सैफ की समीर खान के निर्देशन में फिल्म शैतान एक मुस्लिम हॉरर फिल्म बताई जा रही है।  इस फिल्म में बांगलादेश के अभिनेता निरब हुसैन और पाकिस्तानी अभिनेत्री मीरा के अलावा कविता राधेश्याम, आसिफ बसरा और अमिता नांगिया की भूमिका है।  शैतान को मुस्लिम हॉरर फिल्म क्यों बताया जा रहा है ? लेखक फैसल सैफ बताते हैं, "इसके पहले भी कई हॉरर फिल्में बन चुकी हैं। मगर, हम कुछ अलग लेकर आएं हैं। हमारी फिल्म की कहानी दो ऐसे प्रेमियों के इर्द गिर्द घूमती हैंजो मुसलमान कौम के दो अलग फिरकों शिया और सुन्नी से सम्बंधित हैं।  इस जोड़े को विवाह के बाद किन मुसीबतों का सामना करना पड़ता हैखास कर तब जब एक फिरका दूसरे पर काला जादू कर उन्हें तमाम तकलीफो में डालता है।  यह जोड़ा कैसे संघर्ष कर अपनी मोहब्बत को बचा पाने में कामयाब होता हैंइस हॉरर फिल्म में इसे दिखाया गया है । पिछले दिनों इस फिल्म का संगीत रिलीज़ किया गया।

Saturday, 4 February 2017

दीपिका पादुकोण को लगा ज़ोर का झटका जोरों से

दीपिका पादुकोण पर बुरी बीती।  उन्हें ज़ोर के दो झटके पुरजोर तरीके से लगे हैं।  एक झटका विदेश में एक भारतीय से और दूसरा झटका देश में एक विदेशी से।  इंटरनेशनल स्टार बनने के लिए बेताब दीपिका पादुकोण के लिए यह सचमुच बेहद ज़बरदस्त आघात है।  दीपिका पादुकोण ने २०१३ में विन डीजल की फिल्म फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ७ को संजय लीला भंसाली की फिल्म गोलियों की रास लीला : राम-लीला के लिए इनकार कर दिया था।  बाद में राम-लीला सुपर हिट साबित हुई।  इसलिए दीपिका का यह फैसला सराहनीय साबित हुआ।  लेकिन कहीं न कहीं दीपिका पादुकोण को फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्म खोने का सदमा था। उधर बॉलीवुड में उनकी प्रतिद्वंद्वी प्रियंका चोपड़ा हॉलीवुड में कुलाचें भर रही थी।  इसीलिए जब विन डीजल ने अपनी ट्रिपल एक्स सीरीज की तीसरी फिल्म रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज का ऑफर दिया, दीपिका ने फिल्म को तुरंत हाँ बोल दी।  दीपिका को उम्मीद थी कि रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज बॉलीवुड में उनका क्रेज बना देगी।  इसीलिए, दीपिका पादुकोण ने विन डीजल के साथ फिल्म का जम कर प्रचार किया। परंतु, भारतीय मूल के निर्देशक एम नाईट श्यामलन की हॉरर थ्रिलर फिल्म स्प्लिट ने जेंडर केज की वापसी को जोर का झटका दिया।  बजट के लिहाज़ से जेम्स मेकॉय और अन्या टेलर जॉय की फिल्म स्प्लिट का ९ मिलियन डॉलर का बजट विन डीजल, दीपिका पादुकोण, डॉनी येन, सैमुएल एल जैक्सन और टोनी जा की मुख्य भूमिका वाली फिल्म रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज के ८५ मिलियन डॉलर के मुक़ाबले बेहद मामूली था।  जहाँ दीपिका पादुकोण की फिल्म ३६५१ थिएटरो में रिलीज़ हुई थी, वहीँ श्यामलन की फिल्म ३०३८ थिएटरो में रिलीज़ हुई थी।  इसके बावजूद बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाया स्प्लिट ने।  इस फिल्म ने ४० मिलियन डॉलर का ओपनिंग वीकेंड निकाल कर, सिर्फ २० मिलियन डॉलर की ओपनिंग वीकेंड लेने वाली दीपिका की फिल्म को काफी पीछे धकेल किया।  इसके साथ ही हॉलीवुड में सिक्का जमाने के दीपिका के सपनों को दूसरा जोर का झटका लगा।  यहाँ दिलचस्प तथ्य यह है कि स्प्लिट के हीरो जेम्स मेकॉय और रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज के हीरो विन डीजल दोनों ही गंजे हैं।  जी हाँ, दीपिका पादुकोण को पहला जोर का झटका देश में लगा था।  लेकिन वह इसे पचा ले गई थी।  इस बात का जोरदार प्रचार नहीं हुआ।  पिछले साल मशहूर ईरानी फिल्म निर्देशक माजिद माजिदी अपनी पहली इंग्लिश फिल्म फ्लोटिंग गार्डन्स की शूटिंग मुम्बई में कर रहे थे।  इसके एक मुख्य चरित्र के लिए माजिद ने दीपिका पादुकोण का स्क्रीन टेस्ट लिया।  इस स्क्रीन टेस्ट की सारा दिन शूटिंग मुम्बई के धोबी घाट में हुई।  बिना मेकअप के सलवार-कुरता पहने दीपिका पादुकोण पहचान में नहीं आ रही थी।  दीपिका  पादुकोण को पूरी उम्मीद  थी कि  उन्हें माजिद माजिदी की फिल्म में मौक़ा मिलेगा।  लेकिन,  जिस दौरान दीपिका पादुकोण अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म में प्रचार में जुटी हुई थी, माजिद माजिदी ने उन्हें रिजेक्ट कर पहला जोरदार झटका दिया।  अब यह बात दीगर है कि दीपिका पादुकोण कहती फिर रही हैं कि माजिदी को ज़्यादा परिपक्व चेहरे की तलाश थी।

चीन की दीवार पर द ग्रेट वाल

चीन की दीवार के निर्माण के रहस्य के इर्द गिर्द घूमती द ग्रेट वाल एक्शन और एडवेंचर से भरपूर ऐतिहासिक महाकाव्य गाथा है।   ब्लैक पाउडर की खोज में निकले यूरोप के भाड़े के हत्यारे गिरोह के सदस्य खिटन डाकुओं के गिरोह द्वारा बंदी बना लिए जाते हैं।  इनमे से जान बचा कर भागे कुछ लोग एक गुफा में शरण लेते हैं।  जहाँ उन पर एक दैत्य हमला कर देता।  इस हमले में केवल दो लोग बचते हैं।  वह लोग राक्षस का हाथ काट देते हैं।  अब यह लोग राक्षस का हाथ लेकर चीन की ग्रेट वाल के पास पहुंचते हैं तो उन्हें सैनिक बंदी बना लेते हैं।  इसके बाद राक्षसों के झुंड के हमले का रोमांच फिल्म को अपनी गिरफ्त में ले लेता है।  फिल्म का  निर्देशन चीनी डायरेक्टर झांग इमौ कर रहे हैं।  फिल्म में मैट डैमन, जिंग टीएन, पेड्रो पास्कल, विलेम डैफो, एंडी लाउ और एड़ी पेंग मुख्य भूमिका में हैं।  यह फिल्म चीन में पिछले साल १५ दिसम्बर को रिलीज़ हो चुकी है।  अमेरिका और भारत में इस फिल्म के १७ फरवरी को रिलीज़ होने की उम्मीद है।  फिल्म के निर्माण में १५० मिलियन डॉलर खर्च किये गए हैं।  यह फिल्म अब तक २११.२ मिलियन डॉलर का बिज़नस कर चुकी है।  

Friday, 3 February 2017

फिटनेस के लिए सायकल पर अमित साध

इस समय अमित साध के पास बहुत काम है। पिछले वर्ष इस प्रतिभाशाली अभिनेता की फिल्म सुल्तान को बहुत बड़ी कामयाबी मिली थी। इस फिल्म के लिए अमित साध को काफी सराहा गया है और इस वर्ष वे राम गोपाल वर्मा की सरकार ३ , रनिंग शादी डॉट कॉम तथा दिग्मांशु धुलिया की आगमी फिल्म और वेब सीरीज में नजर आने वाले है। अमित साध फ़िटनेस पर ध्यान देते हैं और कड़ाई से अपने व्यायाम और शीर्षासन ​करते है। ​वे रोज सायकल चलाते है तथा इसे फिटनेस का नया मंत्र मानते है। मौजूद समय में वह​ ​रनिंग शादी डॉट कॉम का प्रमोशन करने के साथ साथ एक वेब श्रृंखला के लिए शूटिंग ​भी कर रहे है।  इस कारण ​अमित​ को ​ जिम जाने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल रहा है।  इसलिए ​उन्होंने यह फैसला किया है कि अपने घर ​से सेट ​पर और सेट से वापस घर जाने-आने के लिए ​सायकल का इस्तेमाल करेंगे । ​अमित साध को एडवेन्चर पसन्द है। वे अक्सर बाइक ट्रिप्स पर जाते है और वे देश भर में अपने टू व्हीलर पर भी घूमते है। ​

विवेक ओबेरॉय दस हजार ट्रैफिक पुलिस को बाटेंगें मास्क

अभिनेता विवेक ओबेराय हमेशा किसी ना किसी तरह से समाजसेवी कामों से जुडते रहतें हैं और समाजसेवी कामों में योगदान देने की कोशीश करतें रहतें हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए के लिए विवेक तंबाकू विरोधी प्रवक्ता के रूप में कार्य करतें है। साथ ही, एक दशक से ज्यादा वक्त से कैंसर पेंशंट्स एड असोसिएशन (सीपीएए) से जुडे हैं। वन फाउंडेशन और जीएआयएल(गैस अथेरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) के सहयोग से बनी हुई  हवा बदलों इस शॉर्ट फिल्म के जरीयें वायु प्रदुषण के सामाजिक जागरूकता अभियान के लिए वह काम कर रहें हैं। सामाजिक संदेश को घर-घर पहूँचाने के लिए विवेक ओबेरॉय के वन फाउंडेशन ने एक दिल को छुनेवाला विडियों बनाया हैं।  जो ट्रैफिक पुलिस के प्रति रहें हमारे बर्ताव पर सवाल उठाता हैं। विवेक ओबेरॉय दस हजार ट्रैफिक पुलिस को मास्क बाटनेवाले हैं। विवेक कहतें हैं, ट्रैफिक पुलिस को हमारा सलाम। वह अपनी जान जोखीम में डालकर अपनी रक्षा करतें हैं। यह एक छोटी पहल हैं। मैं लोगों को अनुरोध करूँगा की, आगे आकर हवा बदलो इस हमारे कैंम्पेन में जुडे और इस समासेवी काम में हाथ बटांयें।जीएआयएल(भारत) लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री.बी.सी. त्रिपाठी कहतें हैं, पिछले कुछ वर्षों में वायु प्रदुषण का खता बढ रहा हैं। सांस की बीमारियों के बढ़ते मामलों के म्देनजर अब यह जरूरी हैं, की, हम भविष्य की ओर एक सुधारात्मक रास्ता चुने । हमारे दैनिक विकल्प हमारे को प्रभावित करते हैं। हवा बदलने की दिशा की ओर बढतें हुए प्राकृतिक गैस जैसे स्वच्छ ईंधन को चुनना हमारा पहला कदम हैं। गेल (इंडिया) लिमिटेड हवा बदलों इस सामाजिक काम में सहयोग करते वक्त काफी खुश हैं

Wednesday, 1 February 2017

युद्ध की पृष्ठभूमि में रोमांच भी रोमांस भी

पिछले महीने रिलीज़ दो फ़िल्में ख़ास थी।  इन फिल्मों में रोमांच भी था और रोमांस भी।  लेकिन, इनमे ख़ास यह था कि यह दोनों फ़िल्में युद्ध फ़िल्में थी।  १७ फरवरी को रिलीज़ निर्देशक संकल्प रेड्डी की फिल्म द गाज़ी अटैक १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध की पृष्ठभूमि पर थी ।  इस युद्ध के दौरान भारतीय नौ सैनिकों ने पाकिस्तान की पनडुब्बी पीएनएस गाज़ी को डुबो दिया था।  इस युद्ध में भारतीय सेना की पनडुब्बी एस २१ की पूरी टीम १८ दिनों तक समुद्र के अंदर रही थी।  इस एक्शन थ्रिलर फिल्म में भारतीय नौसेना की इसी जांबाज़ी को दिखाया गया था।  दूसरी फिल्म विशाल भारद्वाज की रंगून के द्वितीय युद्ध की पृष्ठभूमि पर रोमांस था।  यह एक प्रेम त्रिकोण फिल्म थी।  जितना युद्ध कर रोमांच था, उतना ही कंगना रनौत, शाहिद कपूर और सैफ अली खान के बीच का गर्मागर्म रोमांस भी था।
चीन के साथ युद्ध की हकीकत
द गाज़ी अटैक को देखते समय दर्शकों को हिंदुस्तान की पहली खालिस युद्ध फिल्म हकीकत की याद आ जाएगी।  जहाँ द गाज़ी अटैक हिंदुस्तानी सेना के पराक्रम की धड़कने तेज़ कर देने वाली कहानी है, वहीँ चेतन आनंद की फिल्म हकीकत हिंदुस्तानी सैनिकों दिलेरी, पराक्रम और देश पर मर मिटने की जज़्बे का बयान करती थी।  दरअसल, हकीकत चीन के साथ भारत के १९६२ में हुए युद्ध की कहानी थी। इस युद्ध में भारत को पराजय का सामना करना पड़ा था। इस युद्ध ने भारतीय सेना की कमज़ोरियां, सैन्य व्यूह रचना में कमियों और रसद आदि पहुंचाने में हुई कठिनाइयों को साफ़ कर दिया था।  हकीकत में इस बेहद भावुक और जोशीले तरीके से दिखलाया था।  मदन मोहन का संगीत देश भक्ति पैदा करने वाला था।  अपनी कथ्यात्मक ईमानदारी, श्रेष्ठ अभिनय और स्वाभाविक चित्रण के कारण इस फिल्म को ज़बरदस्त सफलता मिली थी।  हकीकत को बेस्ट फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला।  इस फिल्म ने बॉलीवुड में देश भक्ति की फ़िल्में बनाने का रास्ता खोल दिया।
युद्ध की पृष्ठभूमि पर कल्पनाओं के घोड़े 

बावजूद इसके कि हकीकत को दर्शकों का साथ मिला था, बॉलीवुड ने विशुद्ध युद्ध फ़िल्में बनाने की बहुत ज़्यादा कोशिशें नहीं की।  जहाँ तक युद्ध की पृष्ठभूमि पर रोमांस भरने की बात है, बॉलीवुड ने इसे १९६४ से पहले भी किया और बाद में भी।  देवानंद की दोहरी भूमिका वाली फिल्म हम दोनों में युद्ध में गए हमशक्ल सैनिकों में से एक के लापता हो जाने और दूसरे के वापस होने पर लापता सैनिक की पत्नी द्वारा उसे अपना पति समझने तथा इसके फलस्वरूप उसके प्रेमिका के साथ गलतफहमी उपजने का चित्रण हुआ था। हकीकत बनाने वाले चेतन आनंद के भाई विजय आनंद ने इस फिल्म का अमरजीत के साथ निर्देशन किया था।  फिल्म एक
मुसाफिर एक हसीना (१९६२) में कश्मीर में उपजे रोमांस की पृष्ठभूमि में कबाइलियों के साथ भारतीय सेना का युद्ध था।  इस फिल्म का निर्देशन राज खोसला ने किया था। निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर ने १९७२ में अतीत की ओर लंबी  छलांग भरी।  उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बर्मा पर जापान के आक्रमण का सामना करने वाले इंडियन रॉयल आर्मी की भूमिका को  राजेंद्र कुमार, माला सिन्हा और धर्मेन्द्र के प्रेम त्रिकोण में गूंथ दिया था।  यह संगीतमय फिल्म ज़बरदस्त हिट हुई थी।  १९७५ में रिलीज़ फिल्म आक्रमण और २००४ में रिलीज़ अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों की कहानी भी कुछ ऎसी ही थी।  देव आनंद निर्देशित फिल्म प्रेम पुजारी (१९७०) एक पूर्व सैनिक के डरपोक भगोड़े सैनिक पुत्र (देवानंद) की कहानी थी।
युद्ध फिल्मों की असफलता 

जिस किसी फिल्म में थोड़ा युद्ध और ज़्यादा रोमांस रहा, संगीत का घालमेल थी, वह फिल्म हिट हुई।  लेकिन, विशुद्ध युद्ध फ़िल्म के नाम पर बनी तमाम हिंदी फ़िल्में असफल हुई।  चेतन आनंद ने हकीकत के बाद १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध में हुए आपरेशन कैक्टस लिली पर फिल्म हिंदुस्तान की कसम का निर्माण किया था।  लेकिन, यह फिल्म असफल हुई।  गोविद निहलानी की फिल्म विजेता का नायक इंडियन एयरफोर्स का फाइटर  पायलट था।  इस फिल्म में भारतीय वायु सेना के कई लड़ाकू जहाजों, हेलीकाप्टर और हथियारों का रियल चित्रण  हुआ था।  लेकिन यह फिल्म फ्लॉप हुई।  मणि  शंकर की फिल्म टैंगो चार्ली एंटी-वॉर फिल्म होने के बावजूद दर्शकों को आकर्षित नहीं कर सकी।  इसी प्रकार से कारगिल युद्ध पर फरहान अख्तर की फिल्म लक्ष्य भी दर्शकों के दिलों को भेद नहीं पाई।
क्या युद्ध के बहाने एंटी पाकिस्तान इमोशन 

चीन से इकलौते युद्ध के बाद भारत ने पाकिस्तान से तीन तीन युद्ध किये।  शुरूआती हिंदी फिल्मों को छोड़ दे तो ज़्यादातर हिंदी फिल्मों में युद्ध में दुश्मन पाकिस्तान ही था।  अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों, आक्रमण, हिंदुस्तान की कसम, मेजर साहब, विजेता, दीवार : लेटस ब्रिंग आवर हीरोज होम, लक्ष्य, मिशन कश्मीर, बॉर्डर, एलओसी कारगिल, परम वीर चक्र, आदि फिल्मों में पाकिस्तान से भारत के युद्ध का चित्रण ही हुआ था।  इन तमाम फिल्मों में पाकिस्तान को खुले आम ललकारा और गरियाया गया था।  ख़ास तौर पर सनी देओल की फिल्म बॉर्डर तो जोशीले एंटी पाकिस्तान संवादों के कारण सुपर हिट हो गई।
कारगिल युद्ध को सफलता नहीं 

कारगिल युद्ध के बाद भारतीय जनता पार्टी को हुए लोक सभा चुनावों में बढ़िया सफलता मिली थी।  अटल बिहारी वाजपई के नेतृत्व में सरकार भी बनी। लेकिन, रूपहले परदे पर दर्शकों को  कारगिल युद्ध रास नहीं आया।   लेकिन, हिंदी फिल्म  दर्शकों को कारगिल युद्ध रास नहीं आया।  बॉलीवुड  के दर्जनों बड़े अभिनेताओं की मुख्य भूमिका   वाली फिल्म एलओसी कारगिल बॉक्स  ऑफिस पर  कुछ ख़ास नहीं कर सकी।  फरहान अख्तर की कारगिल युद्ध पर फिल्म लक्ष्य युद्ध की हकीकत के काफी करीब होने के बावजूद दर्शकों को छू नहीं सकी तो इसलिए कि इसमे पाकिस्तान के प्रति नरम रवैया अख्तियार किया गया था।  बॉक्स ऑफिस पर असफल फिल्म टैंगो चार्ली  में भी कारगिल युद्ध का ज़िक्र था।
सैन्य पृष्ठभूमि पर कुछ अच्छी फ़िल्में '
कुछ हिंदी फिल्मकारों ने खालिस युद्ध पर तो नहीं लेकिन सैन्य पृष्ठभूमि वाली भिन्न पहलुओं पर फ़िल्में बनाने की कोशिश की।  इन फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर बहुत  सफलता न भी मिली हो, लेकिन प्रशंसा खूब मिली।  लेखक-निर्देशक अशोक कॉल की फिल्म परम वीर चक्र नेशनल डिफेंस अकादमी के तीन कैडेटों की थी जो एक ही लड़की से प्यार करते थे।  लेकिन, देश की बात आने पर वह प्रेम का बलिदान कर देने वाले थे।   अमृत सागर की फिल्म १९७१ पाकिस्तान द्वारा युद्ध बंदी बना लिए गए छह सैनिकों की कहानी थी।   समर खान की फिल्म शौर्य में एक मुस्लिम  सैनिक के कोर्ट मार्शल का चित्रण था, जो अपने सीनियर को शूट कर देता है।  नाना पाटेकर की फिल्म प्रहार: द फाइनल अटैक भारतीय सैनिक के लिए परिवार से पहले देश होता है का सन्देश देती थी।
अतीत के युद्ध में प्रेम 
हिंदी फिल्मकार अब पुराने युद्धों की पृष्ठभूमि पर प्रेम की बुनियाद रख रहे हैं।  द गाज़ी अटैक से भिन्न शैली में बनाई जा रही दो फ़िल्में ख़ास हैं।  विशाल भरद्वाज की फिल्म रंगून की द्वितीय विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर सैफ अली खान, कंगना रनौत और शाहिद कपूर का गर्मागर्म चुम्बनों का रोमांस देखने के बाद  दर्शकों को दो अन्य फ़िल्में भी युद्ध की पृष्ठभूमि पर ही देखने को मिलेंगी।   कबीर खान की फिल्म ट्यूबलाइट में भारत चीन युद्ध हैं।  इस युद्ध के बीच खिलेगा  इंडियन आर्मी अफसर का एक चीनी लड़की के साथ प्रेम का फूल।  बेबी (२०१५) के शिवम् नायर निर्देशित प्रीकुएल फिल्म नाम शबाना एक लड़की शबाना के अंडर कवर एजेंट बनने का चित्रण हुआ है।