फिल्म इंडस्ट्री को कोरोना ने थोड़ी राहत दे दी है. पर इंडस्ट्री को चैन नहीं. दो साल से रुकी और रुक रुक कर बन रही फिल्मों की रिलीज़ के कारण २०२२ में फिल्मों की भरमार हो गई है. एक अनार सौ बीमार वाली कहावत चरितार्थ हो रही है. लगभग हर महीने और सप्ताह कोई न कोई टकराव बनने जा रहा है. मार्च में तीन बड़ी फ़िल्में राधे श्याम, बच्चन पाण्डेय और आर आर आर एकल फिल्म के रूप में प्रदर्शित हुई थी. लेकिन, द कश्मीर फाइल्स ने राधे श्याम को चैन नहीं लेने दिया, बच्चन पाण्डेय को ऎसी टक्कर मिली की एक हफ्ते में ही औंधे मुंह जा गिरे.
लेकिन अब अनायास नहीं - बच्चन पाण्डेय को द कश्मीर फाइल्स से मिली चोट अनायास थी. पर आगामी कुछ महीनों में चोट मिलना तय माना जा रहा है. इसका नजारा अप्रैल में इस सप्ताह यानि १३ और १४ अप्रैल को देखने को मिलेगा. अप्रैल के दूसरे हफ्ते में तीन बड़ी फिल्में शाहिद कपूर की क्रिकेट पर फिल्म जर्सी, विजय की तमिल फिल्म बीस्ट का हिंदी संस्करण और यश की कन्नड़ फिल्म केजीएफ़ चैप्टर २ का हिन्दी संस्करण त्रिकोणात्मक टकराव की स्थिति पैदा कर रही है. हालाँकि, विजय की एक्शन फिल्म बीस्ट एक दिन पहले १३ अप्रैल २०२२ को प्रदर्शित हो कर सीधे टकराव को टाल रही है. पर शुक्रवार से टकराव तो होना ही है.
क्रिकेटर रॉ एजेंट माफिया - बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष पर कुछ बात करने से पहले इन तीन फिल्मों के बारे में जानना उपयुक्त होगा. शाहिद कपूर, मृणाल ठाकुर और पंकज कपूर अभिनीत फिल्म जर्सी एक क्रिकेटर की कहानी है. फ़्लैश बेक में कही गई जर्सी की कहानी अपने बेटे के लिए सालों बाद क्रिकेट के मैदान में उतर कर अपनी टीम को विजय दिलाने वाले क्रिकेटर अर्जुन तलवार की कहानी है. यह फिल्म नानी की तेलुगु फिल्म जर्सी की हिंदी रीमेक है. तेलुगु फिल्म के निर्देशक गौतम तिन्नानुरी ही हिंदी फिल्म के निर्देशक है. दूसरी फिल्म विजय की बीस्ट मूल रूप से तमिल भाषा की फिल्म है, जिसे हिंदी में भी प्रदर्शित किया जा रहा है. तमिल में बीस्ट टाइटल के साथ प्रदर्शित बीस्ट को हिंदी में रॉ शीर्षक के साथ प्रदर्शित किया जा रहा है. फिल्म में विजय एक रॉ एजेंट की भूमिका में हैं, जो आतंकवादियों के एक समूह द्वारा कुछ लोगों एक मॉल में बंधक बनाए जाने की घटना को अंजाम देता है. नेल्सन दिलीपकुमार निर्देशित रॉ की नायिका पूजा हेगड़े है. यह फिल्म एक दिन पहले यानि १३ अप्रैल को जनता के सामने होगी. तीसरी फिल्म यश की सुपरहिट कन्नड़ फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ की सीक्वल फिल्म है. इस फिल्म में यश के खिलाफ अधीर के रूप में संजय दत्त है.
जर्सी बाहर ! - हालाँकि, दो दिनों में तीन टाइटल प्रदर्शित हो रहे हैं. इसलिए त्रिकोणीय टकराव होना चाहिए. परन्तु, शाहिद कपूर के बॉलीवुड एक्टर होने के बावजूद उनकी फिल्म जर्सी को बॉक्स ऑफिस के मैदान से किनारे बैठा दिया गया है. पिछले साल, क्रिकेट पर बुरी तरह से फ्लॉप बड़े बजट की फिल्म ‘८३ की विफलता के बाद, क्रिकेट में वह दम नहीं दिखाई दे रहा कि वह जर्सी को बॉक्स ऑफिस बीस्ट और केजीएफ़ २ की गरमी से निजात दिला पाए. मतलब यह है कि बॉक्स ऑफिस सीधे टकराव की स्थिति दिखाई दे रही है. जर्सी तो काफी अंतर से तीसरे स्थान पर नज़र आने जा रही है. इस स्थिति के कारण बड़े साफ है.
दूसरे दो कारण ! - एक कारण तो बता ही दिया गया है कि जर्सी का क्रिकेट दर्शकों को आकर्षित नहीं कर पा रहा है. कबीर सिंह के शराब डॉक्टर शाहिद कपूर भी क्रिकेटर बनने के बावजूद शराबी वाली चिंगारी नहीं दिखा पा रहे. बचे विजय और यश.
बीस्ट हिंदी में रॉ - तमिल सुपरस्टार दलपति विजय की फिल्म बीस्ट ने सीधे टकराव की स्थिति टाल दी है. फिल्म का हिंदी संस्करण रॉ १३ अप्रैल को प्रदर्शित होने जा रही. इस फिल्म का निर्देशन नेल्सन दिलीपकुमार ने किया है. विजय के साथ नेल्सन की यह पहली निर्देशित फिल्म होगी. इस फिल्म को उन्होंने ही लिखा भी है. नेल्सन ने इससे पहले फिल्म नयनतारा के साथ कोलामाऊ कोकिला और शिव कार्तिकेयन के साथ फिल्म डॉक्टर का लेखन और निर्देशन किया था. दलपति विजय की पिछली चार फिल्में मास्टर, व्हिसल, सरकार और मेर्सल बड़ी हिट साबित हुई थी. इन फिल्मों को हिंदी फिल्म दर्शकों ने भी देखा और विजय के अभिनय को सराहा. अब देखने की बात होगी कि नेल्सन दिलीपकुमार के साथ विजय हिंदी दर्शकों को कितना आकर्षित कर पाते है. बीस्ट के निर्माताओं ने फिल्म को केरल में हिट बनाने के लिए मलयालम सितारों का जमावड़ा इकठ्ठा कर रहा है.
सबसे आगे केजीएफ़ २ - इसका परिणाम यह होगा कि बीस्ट/रॉ यश की फिल्म केजीएफ चैप्टर २ को बॉक्स ऑफिस पर पछाड़ने की कोशिश में होगी. फिलहाल तो केजीएफ़ चैप्टर २ सबसे आगे नज़र आ रही है. इसके कारण भी हैं. केजीएफ़ चैप्टर २, कन्नड़ सुपरस्टार यश की २०१८ में प्रदर्शित फिल्म केजीएर्फ़ चैप्टर १ की सीक्वल फिल्म है. २०१८ में हिंदी पेटी में कन्नड़ फिल्मों और यश का कोई नामलेवा नहीं था. लेकिन, केजीएफ चैप्टर १ के बाद, हिंदी दर्शकों में कन्नड़ फिल्मों और कन्नड़ सुपरस्टार का दबदबा दिखाई दे रहा है. यही कारण है कि हीरे के खदान पर कब्ज़े के लिए टकराने वाले दो माफिया के दूसरे अध्याय को देखने के लिए हिंदी दर्शको बेचैन है. प्रशांत नील द्वारा निर्देशित केजीएफ़ चैप्टर २ को अखिल भारतीय प्रतिष्ठा दिलाने के लिए संजय दत्त और रवीना टंडन को भी इस चैप्टर में शामिल किया गया है. केजीएफ़ चैप्टर २ का ट्रेलर सोशल मीडिया पर जारी होने के साथ ही वायरल हो गया था. इस ट्रेलर को २४ घंटों में एक करोड़ से ज्यादा दर्शक देख चुके थे तथा ५० लाख ने इसे पसंद किया था. ट्रेड पंडितों का मानना है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुनामी ले आयेगी. निर्देशक प्रशांत नील की फिल्म केजीएफ़ चैप्टर २ के खलनायक अधीरा संजय दत्त बने है. इंदिरा गाँधी की भूमिका रवीना टंडन कर रही है.
केजीएफ़ २ और रॉ - साफ़ तौर पर केजीएफ़ चैप्टर २ और जर्सी का कोई मुकाबला नहीं कर रहा. केजीएफ़ चैप्टर २ का किसी फिल्म से मुकाबला किया जा रहा है तो वह है एक दिन पहले यानि १३ अप्रैल को प्रदर्शित हो रही तमिल सुपरस्टार विजय की फिल्म बीस्ट से. यह दोनों ही फ़िल्में लार्जर देन लाइफ चरित्रों पर आधारित एक्शन फिल्म है. इन दोनों फिल्मों को आमने सामने खडा किया जा रहा है. ऎसी ही एक तुलना बेंगलुरु में हुए केजीएफ़ चैप्टर २ के ट्रेलर रिलीज़ के अवसर पर. पत्रकारों ने यह सवाल उठाया कि क्या यह केजीएफ चैप्टर २ बनाम बीस्ट है. इस पर यश का उत्तर लाजवाब और उनके सरल व्यक्तित्व को व्यक्त करने वाला था. उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव नहीं है, सिनेमा है. यह केजीएफ़ चैप्टर २ वर्सेज बीस्ट नहीं, केजीएफ़ चैप्टर २ और बीस्ट है. मैं हमेशा अपने वरिष्ठों का सम्मान करता हूँ. मुझे आशा है कि विजय सर के प्रशंसक दर्शक मेरी फिल्म केजीएफ़ २ को भी पसंद करेंगे."