दीपिका पादुकोण 'बेटी बचाओ' आंदोलन से जुड़ गई लगती हैं। पिछले दिनों वह गोकुलधाम सोसाइटी पहुँच गई। वह ख़ुशी से मिली और दयाबेन को बधाई दी। 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में आजकल नन्हीं बेटी ख़ुशी की ही चर्चा है। ख़ुशी को पिछले दिनों ही तारक मेहता का उल्टा चश्मा की कास्ट में शामिल किया गया था। नन्हीं ख़ुशी दया बेन की ज़िन्दगी में खुशियां लेकर आई है। दीपिका पादुकोण ने 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के निर्देशक असित कुमार मोदी को अपने सीरियल में सेव गर्ल चाइल्ड का समर्थन करने के लिए बधाई दी। वह दयाबेन यानि दिशा वखाणी से भी मिली। ख़ुशी को भी दुलारा। दयाबेन ने दीपिका को मेथी और केला के व्यंजन बनाने सिखाये। दीपिका से मिल कर खुश दिशा बखानी ने कहा, "दीपिका जी बड़ी प्यारी एक्ट्रेस हैं। वह हमारी सोसाइटी और ख़ुशी को प्यार करती हैं। मैं उनकी शुक्रगुज़ार हूँ कि वह हमारे बेटी बचाओ आंदोलन को सपोर्ट कर रही हैं।"
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 3 May 2015
नागरिक फिल्म ने जीते पांच राज्य पुरस्कार
निदेशक
जयप्राद देसाई की फिल्म नागरिक को 52 वें महाराष्ट्र राज्य पुरस्कार में
पांच श्रेणियों में सम्मानित किया गया हैं। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ
सामाजिक फिल्म,
सर्वश्रेष्ठ सामाजिक फिल्म निर्देशक: जयप्राद देसाई, सर्वश्रेष्ठ संवाद:
महेश केलूसकर, सर्वश्रेष्ठ गीत: संभाजी भगत और सर्वश्रेष्ठ छायांकन:
देवेंद्र गोटलकर की श्रेणी में पुरस्कृत किया गया । फिल्म नागरिक का
निर्माण आरती सचिन चव्हाण द्वारा किया गया है। वरिष्ठ फिल्म एवं रंगमंच
अभिनेता डॉ श्रीराम लागू के अलावा सचिन खेडेकर, दिलीप प्रभावलकर और मिलिंद
सोमन इस फिल्म में अहम भूमिकाओं में नज़र आएंगे । फिल्म एक
सामाजिक-राजनीतिक घटना पर बनाई गई हैँ । जयप्राद कहते हैं, "मैं इस फिल्म
को पांच श्रेणियों में मिली जीत के लिए बेहद खुश हूँ।" फिल्म को मुंबई
फिल्म समारोह (ममी) में अद्भुत प्रतिक्रिया मिली है। फिल्म 12 जून को
सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी।
निदेशक जयप्राद को अपने कैरियर की शुरुआत में ही डॉ श्रीराम लागु, सचिन खेडेकर, दिलीप प्रभावलकर, रेसुल पुकुट्टी और भानु अथैया जैसी प्रतिभाओं का सहयोग मिलना बेहद सुखद है।
छोटे बजट की फ़िल्में नहीं करना चाहते हैं रॉबर्ट डाउनी जूनियर
रॉबर्ट डाउनी जूनियर को कम बजट की छोटी फ़िल्में करने में कोई रूचि नहीं है। उन्होंने यह बात 'अवेंजर्स : एज ऑफ़ अल्ट्रान' के प्रमोशन के दौरान एक पत्रिका को इंटरव्यू में कही। उनसे पूछा गया था कि मार्वल की फ़िल्में करने के क्या उनके दिमाग में कभी कुछ लाख डॉलर्स से बनी इंडी फ़िल्में करने का विचार आया है ? छोटे बजट की फ़िल्में न करने का कारण क्या है ? क्या वह खुद को छोटी फिल्मों के फ्रेम के लिहाज़ से बहुत बड़ा महसूस करते हैं ?रॉबर्ट डाउनी जूनियर ने पत्रकार को जवाब दिया, "नहीं। मैं इन फिल्मों को इसलिए नहीं करना चाहता क्योंकि यह थकाऊ होती हैं। कभी यह आपको चूस लेती हैं और आप निचुड़े से रह जाते हो। यह मेरा सोचना है। लेकिन, हर प्रकार की अलग अलग फ़िल्में करना चाहता हूँ।"
तेलुगु एक्ट्रेस ने लगाया ज़बरदस्ती का आरोप
तेलुगु फिल्म एक्ट्रेस ख़ुशी मुख़र्जी ने अपने साथ ज़बरदस्ती का आरोप लगाया है। यह एक्ट्रेस एक बॉलीवुड फिल्म के लिए भोपाल में शूटिंग कर रही है। यह उसकी डेब्यू हिंदी फिल्म है। बताते हैं कि ख़ुशी एक होटल में कमरा ले कर रह रही थी। एक्ट्रेस ने एक टीवी चैनल पर एक शो में होटल के एक माइनर नौकर पर कमरे में घुसने और गलत इरादे से उसका शरीर छूने का आरोप लगाया है। एक्ट्रेस का कहना था कि वह जब सो रही थी तब वह कर्मचारी उसके कमरे में घुसा और अंदर से लॉक कर उसके साथ गलत हरकते करने लगा। जब कि टीवी पर लडके का कहना था कि उसने कुछ गलत नहीं किया। जब वह अपनी ड्यूटी पर कमरे चेक कर रहा था, तो उसने एक्ट्रेस का कमरा खुला देखा। वह एक्ट्रेस बुरी तरह नशे में चूर ज़मीन पर पड़ी थी। लड़का एक्ट्रेस को जगाने के इरादे से कमरे में घुसा था। लडके ने यह भी बताया कि उसने कमरे में घुसने से पहले रिसेप्शन को बता दिया था। मैनेजमेंट ने भी लडके के बयान का समर्थन किया और कहा कि एक्ट्रेस होटल को बदनाम करने और पब्लिसिटी के लिए यह स्टंट कर रही थी। क्या ख़ुशी मुख़र्जी यह सब पब्लिसिटी के लिए कर रही थी ? जिस प्रकार से एक चैनल अपने शो में इन दोनों को आमने सामने पेश कर रहा था, उससे तो ऐसा ही लगता है। अब सच्चाई क्या है, यह बाद में ही पता चलेगा। लेकिन, अगर यह सचमुच पब्लिसिटी स्टंट है तो यह उस एक्ट्रेस का बेहद निंदनीय कारनामा है।
Saturday 2 May 2015
सनी लिओनी के साथ ब्रेक से बड़ा खुश हूँ- नवदीप छाबड़ा
नवदीप छाबरा पिछले साल मुंबई आये थे। आते ही उन्हें 'कुछ कुछ लोचा है' का जिगर का रोल मिल गया। वैसे वह दिल्ली के बिज़नेस फैमिली से हैं। डांस करना उन्हें खासा पसंद है। उनकी पहली फिल्म के निर्देशक देवांग ढोलकिया उन्हें स्टार मटेरियल मानते हैं। पेश है उनसे बातचीत के अंश -
'कुछ कुछ लोचा है' में अपने रोल के बारे में बताइए ?
मैं इस फिल्म में जिग्गी पटेल का रोल कर रहा हूँ। वह रॉक स्टार बनना चाहता है। जिग्गी का अपना बैंड है, जिसे उसने जिग्गी एंड द जेट्स नाम दिया है। वह स्कूल के कार्यक्रमों, कॉलेज के फेस्टिवल्स और अपने लोकल एरिया में अपने बैंड के तहत परफॉर्म करने के साथ उस बड़े ब्रेक की तलाश में है, जो उसे बड़ा रॉक स्टार बनाएगा। अपने पिता (राम कपूर) के साथ उसका बड़ा रोचक रिलेशन है, जिसके कारण उन दोनों के बीच कभी कभार नोक झोंक भी होती रहती है।
आपको यह फिल्म कैसे मिली ?
यह मेरा सौभाग्य था कि मुझे यह फिल्म मिली। एक्टर बनने की ख्वाहिश लिए मैं मुंबई आया था। मेरा भाग्य कि मुझे यहाँ आने के एक हफ्ते के अंदर देवांग के ऑफिस से जिग्गी के रोल के लिए ऑडिशन देने का फ़ोन आया। ऑडीशन के बाद अगले ही दिन मुझे फिल्म को साइन करने के लिए बुलाया गया। मुझे उस समय आश्चर्य के साथ साथ बेहद ख़ुशी भी महसूस हो रही थी।
सनी लियॉन की साथ शूटिंग करने का अनुभव बाँटिये ?
वह प्रोफेशनल एक्ट्रेस तो हैं ही, डाउन टू अर्थ भी हैं। वह सबसे मस्ती मज़ाक भी करती हैं। जब हम लोग शूटिंग कर रहे होते थे तो वह केवल अपने काम पर ही ध्यान देती। जब शूट नहीं हो रही होती तो वह सेट पर ही पार्टी करने के मूड में आ जाती । मुझे कोई ऐसा मौका याद नहीं आ रहा, जब सेट पर उनकी मौजूदगी के बावजूद कोई उदास लम्हा बीता हो। उनके साथ काम करना मेरे लिए वैसा ही है, जैसे कोई बड़ा सपना सच हो गया हो। वह भी अपने करियर की पहली फिल्म में।
आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या थी ?
जब मुझे बताया गया कि मैं सनी लियॉन के साथ काम करने वाला हूँ तो मैं अपने भाग्य पर विश्वास नहीं कर सका। उनके साथ काम करने के लिए मैं बहुत ही उत्तेजित हो गया था। मेरा मतलब है कि हिंदुस्तान में मेरे साथ साथ हर शख्स उनका बहुत बड़ा फैन है। लोगों में उनका ज़बरदस्त क्रेज है। उन जैसी बड़ी स्टार के साथ अपनी पहली ही फिल्म में काम करने के अवसर को तो मैं किसी भी कीमत पर नहीं खो सकता था।
फिल्म में आपकी जोड़ी एवलीन शर्मा के साथ है। उनके साथ काम करने का कैसा अनुभव रहा ?
वह बहुत अच्छी को-स्टार और एक अच्छी इंसान हैं। कड़ी मेहनत करने वाली प्रोफेशनल एक्ट्रेस हैं। फिल्म में वह मेरी प्रेमिका बनी हैं। आप जब फिल्म देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि एक दूसरे के पूरक होते हुए हमारी केमिस्ट्री कितनी अच्छी बनी है।
आपके अन्य प्रोजेक्ट्स क्या हैं ?
फिलहाल तो मैं अपनी पहली फिल्म 'कुछ कुछ लोचा है' की रिलीज़ पर ध्यान लगा रहा हूँ। इसके अलावा मैंने देवांग ढोलकिया की अगली फिल्म 'ज़ूम' को साइन किया है। इनके अलावा दो अन्य प्रोडक्शन के साथ मेरी बातचीत चल रही है। बड़ी उम्मीद के साथ इसका इंतज़ार कर रहा हूँ।
'कुछ कुछ लोचा है' में अपने रोल के बारे में बताइए ?
मैं इस फिल्म में जिग्गी पटेल का रोल कर रहा हूँ। वह रॉक स्टार बनना चाहता है। जिग्गी का अपना बैंड है, जिसे उसने जिग्गी एंड द जेट्स नाम दिया है। वह स्कूल के कार्यक्रमों, कॉलेज के फेस्टिवल्स और अपने लोकल एरिया में अपने बैंड के तहत परफॉर्म करने के साथ उस बड़े ब्रेक की तलाश में है, जो उसे बड़ा रॉक स्टार बनाएगा। अपने पिता (राम कपूर) के साथ उसका बड़ा रोचक रिलेशन है, जिसके कारण उन दोनों के बीच कभी कभार नोक झोंक भी होती रहती है।
आपको यह फिल्म कैसे मिली ?
यह मेरा सौभाग्य था कि मुझे यह फिल्म मिली। एक्टर बनने की ख्वाहिश लिए मैं मुंबई आया था। मेरा भाग्य कि मुझे यहाँ आने के एक हफ्ते के अंदर देवांग के ऑफिस से जिग्गी के रोल के लिए ऑडिशन देने का फ़ोन आया। ऑडीशन के बाद अगले ही दिन मुझे फिल्म को साइन करने के लिए बुलाया गया। मुझे उस समय आश्चर्य के साथ साथ बेहद ख़ुशी भी महसूस हो रही थी।
सनी लियॉन की साथ शूटिंग करने का अनुभव बाँटिये ?
वह प्रोफेशनल एक्ट्रेस तो हैं ही, डाउन टू अर्थ भी हैं। वह सबसे मस्ती मज़ाक भी करती हैं। जब हम लोग शूटिंग कर रहे होते थे तो वह केवल अपने काम पर ही ध्यान देती। जब शूट नहीं हो रही होती तो वह सेट पर ही पार्टी करने के मूड में आ जाती । मुझे कोई ऐसा मौका याद नहीं आ रहा, जब सेट पर उनकी मौजूदगी के बावजूद कोई उदास लम्हा बीता हो। उनके साथ काम करना मेरे लिए वैसा ही है, जैसे कोई बड़ा सपना सच हो गया हो। वह भी अपने करियर की पहली फिल्म में।
आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या थी ?
जब मुझे बताया गया कि मैं सनी लियॉन के साथ काम करने वाला हूँ तो मैं अपने भाग्य पर विश्वास नहीं कर सका। उनके साथ काम करने के लिए मैं बहुत ही उत्तेजित हो गया था। मेरा मतलब है कि हिंदुस्तान में मेरे साथ साथ हर शख्स उनका बहुत बड़ा फैन है। लोगों में उनका ज़बरदस्त क्रेज है। उन जैसी बड़ी स्टार के साथ अपनी पहली ही फिल्म में काम करने के अवसर को तो मैं किसी भी कीमत पर नहीं खो सकता था।
फिल्म में आपकी जोड़ी एवलीन शर्मा के साथ है। उनके साथ काम करने का कैसा अनुभव रहा ?
वह बहुत अच्छी को-स्टार और एक अच्छी इंसान हैं। कड़ी मेहनत करने वाली प्रोफेशनल एक्ट्रेस हैं। फिल्म में वह मेरी प्रेमिका बनी हैं। आप जब फिल्म देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि एक दूसरे के पूरक होते हुए हमारी केमिस्ट्री कितनी अच्छी बनी है।
आपके अन्य प्रोजेक्ट्स क्या हैं ?
फिलहाल तो मैं अपनी पहली फिल्म 'कुछ कुछ लोचा है' की रिलीज़ पर ध्यान लगा रहा हूँ। इसके अलावा मैंने देवांग ढोलकिया की अगली फिल्म 'ज़ूम' को साइन किया है। इनके अलावा दो अन्य प्रोडक्शन के साथ मेरी बातचीत चल रही है। बड़ी उम्मीद के साथ इसका इंतज़ार कर रहा हूँ।
निधि दत्ता का इंटिमेट सीन्स से इंकार
निर्माता निर्देशक जे. पी दत्ता और पूर्व फिल्म अभिनेत्री बिंदिया गोस्वामी दत्ता की बेटी निधि दत्ता अपने पिता के बैनर की फिल्म "जी भर के जी ले " से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत कर रही हैं। जेपी दत्ता ने निधि के लिए अपने प्रोडक्शन की युथ विंग 'जेपी जीन' की स्थापना की है। निधि दत्ता देखने में सुन्दर हैं। वह अपनी माँ बिंदिया गोस्वामी की तरह सेक्सी भी है। पर निधि ने किसी भी तरह के इंटीमेट सीन्स करने से साफ़ मना कर दिया है। हांलाकि आजकल की फिल्मो में किसिंग सीन्स या इंटिमेट सीन्स आम बात है। लेकिन, बिंदिया चाहती हैं कि उनकी बेटी साफ़ सुथरी भूमिकाओं से अपना फिल्म करियर बनाये। "जी भर के जी ले " में भी कुछ इंटिमेट सीन्स डाले गए थे। पर निधि ने इन सीन्स को करने से साफ़ साफ़ मना कर दिया। निधि कहती हैं, "मैं फिल्म 'जी भर के जी ले' से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत कर रही हूँ। पर मुझे किसी तरह की इंटिमेट सीन्स करने की ज़रूरत नहीं है। मुझे लगता है कि महिलाये कपड़ो में और भी ज़्यादा खूबसूरत दिखती हैं।" जिओ दत्ता की बिंदिया बेटी।
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