Sunday 25 June 2017

सलमान खान की ट्यूबलाइट हुई फ्यूज

कहाँ उम्मीद की जा रही थी कि सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट बाहुबली २ के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर देगी।  मगर हुआ उल्टा।  ट्यूबलाइट ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ २१.१५ करोड़ का बिज़नेस किया।  यह फिल्म इस साल रिलीज़ बाहुबली २ के बाद खडी ज़रूर है।  लेकिन, बाहुबली २ के ४१ करोड़ के बिज़नेस के काफी पीछे है।  ख़ास बात यह है कि तेलुगु फिल्मों ने हिंदी फिल्मों को चुनौती देनी शुरू कर दी है।  ख़ास तौर पर विदेशी बाज़ार में।  अमेरिका में तेलुगु डीजे ने बॉलीवुड के सुल्तान सलमान खान की ट्यूबलाइट फ्यूज ही कर दी । साफ़ तौर पर अमेरिकी बॉक्स ऑफिस पर तेलुगु फिल्मों का जलवा अभी कायम है । बाहुबली २ के बाद तेलुगु फिल्म दुव्वाडा जगन्नाधम ने यूएस बॉक्स ऑफिस पर ११वे नंबर की ओपनिंग ली है।  इस फिल्म ने सलमान खान की फिल्म के मुक़ाबले दुगुने से ज़्यादा कलेक्शन किया है।  जहाँ, ट्यूबलाइट ने अमेरिका में ३०१ पर्दों के साथ बॉक्स ऑफिस पर १.३९ करोड़ बटोरे, वहीँ ट्यूबलाइट के मुकाबले आधे स्क्रीन्स पर रिलीज़ दुव्वाडा जगन्नाधम ने ३.३९ करोड़ लपक लिए। इस हरीश शंकर इस रोमांटिक एक्शन फिल्म में अल्लू अर्जुन नायक है।  फिल्म में उनकी नायिका पूजा हेगड़े हैं।  पूजा हेगड़े ने एक हिंदी फिल्म हृथिक रोशन के साथ मोहनजोदड़ो की है।  डीजे की सफलता से साफ़ है कि बॉलीवुड को अपने सुपर स्टारों की ताकत को समझना होगा और कुछ ऎसी फ़िल्में बनानी होंगी, जो वर्ल्ड वाइड बिज़नेस कर सके।  अन्यथा, दक्षिण की फ़िल्में उनका रास्ता रोकने आ रही हैं।  

Saturday 24 June 2017

१२ फीट डीप: पुराना हिसाब चुकाना है !

द शैलोज़ (२०१६) और हालिया रिलीज़ ४७ मीटर्स डाउन में समुद्र के गहरे पानी में शार्क के हमले की कहानी को भय और थ्रिल के ज़रिये दिखाया गया था।  साबित होता था कि शार्क के हमले से जीने के लिए जद्दोजहद करनी होती है।  लेकिन पानी के अंदर बिना शार्क के भी जान जोखिम में पड़ सकती है।  २० जून को रिलीज़ होने जा रही  मैट इस्कन्दरी निर्देशित थ्रिलर फिल्म १२ फ़ीट डीप इसे अपने दर्शकों को महसूस करा सकती है।  दो बहाने ब्री (नोरा-जेन नूंए) और जोंना (अलेक्सांद्रा पार्क) ओलिंपिक के लिए बनाये गए पूल में १२ फ़ीट की गहराई में उस समय फंस जाती हैं, जब वह पूल के फाइबर ग्लास कवर के नीचे धोखे से फंस जाती है।  इन दोनों बहनों को कड़ाके की ठण्ड की रात का सामना करते हुए खुद को बचाना है।  ऐसे भयानक समय में पूल की रखवाली करने वाली क्लारा को भी अपना पुराना हिसाब चुकाने का मौका मिल गया है।  फिल्म में डिआने फर क्लारा का किरदार कर रहीं हैं। सॉ फ्रैंचाइज़ी के टोबिन बेल भी इस फिल्म में दिखाई देंगे।  

दो डायरेक्टर के बदले एक डायरेक्टर

स्टार वार्स के करैक्टर हान सोलो पर एक अनाम फिल्म की शूटिंग फिल लार्ड और क्रिस मिलर द्वारा जनवरी में शुरू कर दी गई थी।  इस डायरेक्टर जोड़ी ने क्लॉउडी विथ अ चांस ऑफ़ मेटाबॉल्स, २१ जम्प स्ट्रीट्स, २२ जम्प स्ट्रीट्स और द लीगो मूवी का निर्देशन कर  दुनिया के दर्शकों के बीच अपनी कल्पनाशीलता के कारण जगह बनाई थी।  पिछले दिनों लुकास फिल्म्स की ओर से यह बयान आया कि अब यह जोड़ी क्रिएटिव डिफरेंस के कारण हान सोलो पर फिल्म का निर्देशन नहीं कर रही है।  यह इस जोड़ी के प्रशंसकों के लिए निराशा की बात थी।  हान सोलो एक प्रतिष्ठित नायक है।  इस किरदार को परदे पर साकार करने के लिए फिल और क्रिस की जोड़ी परफेक्ट लगती थी। परन्तु, अब ऐसे दर्शकों को तसल्ली होगी कि हान सोलो का बड़े परदे पर विकास सक्षम निर्देशक द्वारा किया जायेगा।  लुकास फिल्म्स के हान सोलो पर अनाम फिल्म के निर्देशन का जिम्मा स्टार वार्स सीरीज की फिल्म रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी के डायरेक्टर गैरेथ एडवर्ड्स को सौंपा गया है।  गैरेथ ने मॉन्स्टर्स, गॉडज़िला और मॉन्स्टर्स :डार्क कांटिनेंट के निर्देशन में भी अपनी क्षमता का परिचय दिया है। चूंकि, हान सोलो स्पिन ऑफ फिल्म रोग वन: अ स्टार वार्स स्टोरी से जुडी हुई है , इसलिए यह उम्मीद की जा सकती है कि गैरेथ फिल्म की पूर्व डायरेक्टर जोड़ी की विज़न की भरपाई अच्छी तरह से कर पाएंगे।  फिलहाल यह अनाम फिल्म २५ मई २० को रिलीज़ होनी है।   

अक्षय कुमार की 'गोल्ड' में टेलीविज़न की 'नागिन' मौनी रॉय

आजकल मिशिगन में छुट्टियां मना रही मौनी रॉय के लिए खुशखबरी है।  वह जब भारत वापस लौटेंगी, तब उनका स्वागत अक्षय कुमार की फिल्म द गोल्ड का सेट कर रहा होगा।  फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी के बैनर एक्सेल एंटरटेनमेंट के अंतर्गत बनाई जा रही गोल्ड का निर्देशन रीमा कागती कर रही हैं।  इस फिल्म की कहानी स्वतंत्रता पूर्व भारत द्वारा जीते गए हॉकी के पहले गोल्ड पर केंद्रित है।  इस फिल्म में अक्षय कुमार हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का किरदार कर रहे हैं  ।  पुरुष हॉकी पर, पुरुष किरदारों की इस फिल्म में मौनी रॉय की क्या भूमिका होगी, बहुत साफ़ नहीं है।  वैसे सूत्रों का कहना  है कि मौनी का किरदार काफी सशक्त होगा।  शायद भाग मिल्खा भाग में सोनम कपूर के किरदार जैसा।  ३१ साल की मौनी रॉय ने २००७ में कृष्णा तुलसी विरानी  के किरदार से टेलीविज़न डेब्यू किया था।  देवों के देव महादेव में सति के किरदार से वह काफी लोकप्रिय हुई।  टेलीविज़न शो नागिन और नागिन २ में अपने शिवन्या और शिवांगी के दोहरे किरदार से वह टेलीविज़न की टॉप अभिनेत्रियों में शुमार हो गई।  पिछले दिनों यह खबर थी कि मौनी रॉय का फिल्म डेब्यू सलमान खान की फिल्म से होयेगा।  इस फिल्म में फरहान अख्तर और कुणाल कपूर के साथ कियरा अडवाणी भी काम कर रही हैं।






इन रीलों में रियल लाइफ की कहानी है !

हिंदी रील पर रियल लाइफ करैक्टरो या रियल लाइफ इंसिडेंट का ज़बरदस्त हमला शुरू हो गया है। अभी जिन दो फिल्मों के पोस्टर बड़े जोरशोर के साथ रिलीज़ गए हैं, उनकी रील लाइफ पर रियल लाइफ तेवर प्रभावी नज़र आते हैं।  मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार और मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो की पृष्ठभूमि पर १९७५ की वह इमरजेंसी है, जिस दौरान पूरा हिंदुस्तान एक बड़ी जेल में तब्दील हो गया था । इन दो फिल्मों के अलावा कुछ दूसरी फ़िल्में भी रील लाइफ करैक्टर या इंसिडेंट यानि घटनाओं पर हैं।  ज़्यादा फ़िल्में बायोग्राफिकल कही जा सकती हैं।  
रियल इंसिडेंट पर फ़िल्में बनाने के अपने खतरे होते हैं।  अब गुलज़ार की फिल्म आंधी को ही ले लीजिये।  फिल्म के सुचित्रा सेन के करैक्टर आरती का मेकअप-गेटअप तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से क्या मिला, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने फिल्म को सिनेमाघरों से उतरवा दिया । बाद मे यह फिल्म जनता पार्टी के शासन काल में रिलीज़ हो पाई। अमृत नाहटा की फिल्म किस्सा कुर्सी के प्रिंट ही जलवा दिए गए। यह सब इंदिरा गांधी के द्वारा देश में आपातकाल की घोषणा के बाद किया गया। यह दो फ़िल्में आपातकाल के दौरान हुए सरकारी सितम की रियल घटनाये है।   
आपातकाल पर दो फ़िल्में 
इस साल जुलाई और सितम्बर में एक महीने के अंतराल से दो ऎसी फ़िल्में रिलीज़ होंगी, जो आपातकाल की पृष्ठभूमि पर है। २८ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार आपातकाल के १९७५ से १९७७ के बीच के २१ महीनों की कहानी है।  इस फिल्म में कीर्ति कुल्हारी का किरदार का आपातकाल के दौरान आम आदमी के हक़ और स्वतंत्रता के लिए लड़ता है। इस फिल्म में नील नितिन मुकेश ने संजय गांधी और सुप्रिया विनोद ने इंदिरा गांधी का किरदार किया है।  फिल्म के अन्य कलाकारों में तोता रॉय चौधरी, अनुपम खेर, शीबा चड्डा और परवीन डबास के नाम शामिल हैं। १ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही दूसरी फिल्म में भी आपातकाल का दौर है। मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो की कहानी इमरजेंसी के दौर के ९६ घंटों की है, जब हथियार बंद गारद के साथ ले जाए जा रहे अरबों के सोने की लूट की योजना बनाई जाती है।  इस काम को ६०० किलोमीटर में पूरा किया जाना है।  इस समय में छह किरदार अपने अपने काम अंजाम देते हैं। इन छह किरदारों को अजय देवगन, इलीना डिक्रूज़, एशा गुप्ता, विद्युत् जम्वाल, इमरान हाश्मी और संजय मिश्रा ने किया है। हालाँकि यह दोनों फ़िल्में १९७५ में लगी इमरजेंसी की पृष्ठभूमि पर है। लेकिन, इन दोनों फिल्मों की कहानियां और घटनाएं काल्पनिक हैं।  मधुर भंडारकर ने अपनी फिल्म का शीर्षक इंदिरा गांधी के उपनाम इंदु पर रखा है तथा फिल्म में संजय गांधी, इंदिरा गांधी, आदि के किरदार भी रखे गए हैं।  लेकिन मोटामोटी यह काल्पनिक कहानी है।  मिलन लुथरिया की फिल्म तो पूरी तरह से सस्पेंस, थ्रिल और एक्शन से भरपूर काल्पनिक घटना है। 
बॉम्बे के डॉन 
बॉलीवुड को डॉन करैक्टर बहुत भाते हैं। बॉलीवुड की ज़्यादा फ़िल्में बॉम्बे बम ब्लास्ट के कुख्यात भगौड़े अपराधी डॉन दाऊद इब्राहिम पर कंपनी, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई, आदि फ़िल्में बनाई गई हैं।  अब दो ऎसी फ़िल्में आ रही हैं, जिनके मुख्य किरदारों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं या उनके बारे में जानकारी रखते हैं। पहली फिल्म १८ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही हसीना पारकर है।  इस फिल्म का निर्देशन अपूर्व लखिया ने किया है।  यह फिल्म भगोड़े दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर पर केंद्रित है।  हसीना ने मुंबई में अपने भाई के पाकिस्तान भाग जाने के बाद उसका कारोबार बखूबी सम्हाला था। फिल्म का पोस्टर बताता है कि हसीना पर ८८ मुकदमे चल रहे थे।  इस फिल्म में मुंबई की महिला डॉन हसीना का किरदार अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने किया है।  उनके भाई सिद्धांत कपूर डॉन दाऊद इब्राहिम बने हैं। अंकुर भाटिया ने हसीना का शौहर इब्राहिम पारकर का किरदार किया है। दूसरी डायरेक्टर अशीम अहलूवालिया की फ़िल्म डैडी बॉम्बे के गैंगस्टर अरुण गवली पर है, जिसका १९८० के दशक में मुंबई के चिंचपोकली इलाके में दबदबा हुआ करता था।  बाद में अरुण गवली राजनीती में भी उतरा था। इस फिल्म का शीर्षक डैडी इसी लिए रखा गया है कि उसके इलाके के लोग डॉन को डैडी कह कर पुकारते थे। स्थानीय चॉल के लोगों में उसे रोबिन हुड कहा जाता था।  इस किरदार को अर्जुन रामपाल ने किया है।  उन्होंने ही फिल्म की कहानी में भी योगदान दिया है। यह फिल्म १ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है।  
रियल लाइफ फिल्मों के गोल्ड अक्षय कुमार
रियल लाइफ फिल्मों का किरदार करने के जहां अपने खतरे हैं, वही लोकप्रियता के फायदे भी हैं।  इसीलिए तमाम बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियां रियल लाइफ किरदारों को करने की कोशिश करते हैं।  ऐसे एक्टरों में अभिनेता अक्षय कुमार सबसे आगे हैं।  अक्षय कुमार को रियल लाइफ किरदारों के गोल्ड अभिनेता कहना उचित होगा।  अक्षय कुमार ने कई रियल लाइफ किरदार किये हैं और उन्हें बॉक्स ऑफिस पर अच्छी सफलता भी मिली है। २०१३ में अक्षय कुमार ने रियल लाइफ घटनाओं पर दो फ़िल्में की थी।  नीरज गुप्ता की फिल्म स्पेशल २६ की कहानी १९८७ में मुंबई के ओपेरा हाउस में जौहरियों के शो रूम में पड़ी अनोखी डकैती पर थी, जिसमे कुछ लोग नकली सीबीआई बन कर लूट करते हैं।  अक्षय कुमार  ने लुटेरों के सरगना का किरदार किया था।  इसी साल रिलीज़ दूसरी फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में अक्षय कुमार ने रियल लाइफ दाऊद इब्राहिम के रील लाइफ किरदार शोएब खान का किरदार किया था। २०१६ में अक्षय कुमार की दो फ़िल्में एयरलिफ्ट और रुस्तम रियल लाइफ किरदारों पर थी। एयरलिफ्ट १९९० में कुवैत पर इराक के हमले के दौरान एक भारतीय मूल के कुवैती व्यापारी मथुनि मैथ्यूज द्वारा कुवैत से भारतीयों को बाहर निकालने की कहानी थी। मैथ्यूज का किरदार अक्षय कुमार ने किया था। रुस्तम में अक्षय कुमार ने नौसेना अधिकारी के एम नानावटी का रील किरदार किया था।  यह फिल्म साथ के दशक में बॉम्बे में हुए एक मशहूर हत्याकांड पर थी।  अक्षय कुमार इस समय भी रियल लाइफ किरदार कर रहे हैं।  १९८९ में रानीगंज कोलफील्ड में हुए हादसे पर बनाई जा रही फिल्म में अक्षय कुमार कोलफील्ड के चीफ इंजीनियर जे एस गिल का किरदार कर रहे हैं, जिसने ६४ खनिकों की जान बचाई थी।  रीमा कागती की फिल्म गोल्ड में अक्षय कुमार हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का किरदार कर रहे हैं।  पैडमैन में वह सस्ते सेनेटरी पेड बनाने वाले मशीन की ईज़ाद करने वाले अरुणाचलम मुरुगनंथम का किरदार कर रहे हैं।  टी सीरीज की फिल्म मुग़ल में अक्षय कुमार ने गुलशन कुमार का किरदार किया है।  इसके अलावा बैटल ऑफ़ सरगढ़ी और टॉयलेट एक प्रेम कथा या तो रियल लाइफ किरदार पर हैं या रियल इंसिडेंट पर हैं। 
रिलीज़ हो गई फ़िल्में
रियल लाइफ किरदारों या घटनाओं पर कुछ फिल्में इसी साल रिलीज़ हुई हैं।  द गाज़ी अटैक १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान हुई उस घटना पर है, जिसमे भारतीय नौसैनिकों ने पाकिस्तान की पनडुब्बी गाज़ी को डुबो दिया था।  सचिन: अ बिलियन डॉलर ड्रीम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पर और एम एस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी क्रिकेटर धोनी पर बनाई गई बायोग्राफिकल फ़िल्में हैं।  राहुल बोस की फिल्म पूर्णा माउंट एवरेस्ट पर चढाने वाली छोटी बच्ची पूर्ण की रियल लाइफ कहानी थी। जब तक यह लेख प्रकाशित होगा सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट रिलीज़ हो गई होगी।  यह फिल्म १९६२ के भारत-चीन युद्ध पर फिल्म है।   
बायोग्राफिकल फ़िल्में बनाने के अपने खतरे हैं। रियल लाइफ करैक्टर को ऐतराज़ हो सकता है। जैसे हसीना पार्कर के जीवन पर फिल्म हसीना पारकर को लेकर ऐतराज़ जताया गया था।  इसी परिवार ने वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई के निर्माण के दौरान भी आपत्ति जताई थी।  इसीलिए फिल्म में करैक्टर के नाम पर बदलाव किया गया।  पूर्व प्रधान मंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह पर बनाई जा रहे फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर तो सेंसर बोर्ड चीफ पहलाज निहलानी का ही ऐतराज़ था कि पहले मनमोहन सिंह से अनुमति ली जाए। कांग्रेस को तो इमरजेंसी पर बनाई गई इंदु सरकार पर भी नाराज़गी है।    

हिंदी में डब होगी प्रभाष की बिल्ला

हिंदी दर्शकों पर बाहुबली के शिवुडु अमरेंद्र बाहुबली का जादू चढ़ गया है।  इस फिल्म में रानी देवसेना यानि अनुष्का शेट्टी के साथ उनकी जोड़ी काफी पसंद की गई थी।  दुनिया के दर्शक इस जोड़ी की दूसरी फिल्म में  देखना चाहते हैं। बाहुबली के बाद इस जोड़ी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि  इन दोनों को लेकर तेलुगु, तमिल और हिंदी में एक फिल्म साहो बनाई जा रही है।  इस थ्रिलर फिल्म के डायरेक्टर सुजीत हैं।  फिल्म की शूटिंग ९ जून से हैदराबाद में शुरू हो चुकी है।  फिलहाल साहो की रिलीज़ की तारीख तय नहीं हैं। बताते चलें कि प्रभाष और अनुष्का शेट्टी की जोड़ी ने बाहुबली से पहले बिल्ला और मिर्ची में अभिनय किया था।  यह दोनों ही प्रभाष की एक्शन  फ़िल्में हैं।  प्रभाष की लोकप्रियता को भुनाने के ख्याल से बिल्ला (२००९) को हिंदी में डब कर रिलीज़ किये जाने की खबर हैं।  बिल्ला में प्रभाष की दोहरी भूमिका है।  फिल्म की कहानी शत्रुघ्न सिन्हा की १९७६ में सुभाष घई निर्देशित फिल्म कालीचरण और अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन जैसी है।  डॉन बिल्ला (प्रभाष) पुलिस के पीछा करने के दौरान दुर्घटना  में मारा जाता है।  पुलिस कमिश्नर डॉन की मौत की खबर को दबा देता है और उसकी जगह एक छोटे मोटे चोर स्वामी रंगा (प्रभाष) को प्लांट कर देता है।  इस फिल्म में अनुष्का शेट्टी के अलावा नमिता और हंसिका मोटवानी जैसी सेक्स बम अभिनेत्रियां भी हैं।  हंसिका तो हिंदी फिल्मो में अभिनय भी कर चुकी हैं।  जल्द ही फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ किया जायेगा।  इस फिल्म को रिटर्न ऑफ़ रिबेल रखा गया है।
  

Friday 23 June 2017

शबीना के साथ मगन होके नाचे सलमान खान

आज रिलीज़ हो रही सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट का एक गीत नाच मेरी जान काफी पॉपुलर हो  चुका है। इस गीत पर दोनों खान भाइयों सलमान खान और सोहैल खान को नचाने का काम किया शबीना खान ने।  सलमान खान और शबीना खान का साथ बरसों पुराना है।  शबीना ने पहली बार सलमान खान की फिल्म ख़ामोशी द म्यूजिकल में गणेश हेगड़े की असिस्टेंट के रूप में पहली बार सलमान खान को स्टेप करवाए थे। शबीना सरोज खान और प्रभुदेवा की असिस्टेंट भी रह चुकी हैं।  स्वतंत्र कोरियोग्राफर के रूप में ऑफर शबीना को ख़ामोशी के दौरान ही मिलने लगे थे। सलमान खान को शबीना की आर्टिस्टिक स्किल्स काफी पसंद है।  इसलिए वह दूसरे कोरियोग्राफर के बजाय शबीना को प्राथमिकता देते हैं। यही कारण है कि शबीना खान फिल्म दबंग, जय हो और प्रेम रतन धन पायो जैसी फिल्मों में सलमान खान के स्टेप तैयार कर चुकी हैं।  नाच मेरी जान की कोरियोग्राफी के बारे में बात करते हुए शबीना कहती हैं, "यह गाना मेरे दिल के बहुत करीब है। यह गाना भाइयो के रिश्तों को स्क्रीन पर सुंदर ढंग से पेश करता है। ख़ास बात यह है कि मेरे भाई शर्जिल ने भी इस गाने की कोरियोग्राफी करने में मदद की है।" इस गीत में सलमान खान और सोहेल खान के अलावा चीनी एक्ट्रेस जूजू भी नजर आती हैं ।