कुछ सालों तक लटके रहने के बाद सैंड्रा बुलक की पोस्ट महाविनाश के बाद की कथा पर फिल्म बर्ड बॉक्स अब शुरू हो सकती है। इस फिल्म की स्क्रिप्ट अर्रिवल के पटकथाकार एरिक हेइससेरर लिख रहे हैं। यह फिल्म जोश मलेरमन के २०१४ में प्रकाशित इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। निकट भविष्य की दुनिया की इस कहानी में एलियंस के हमले से दुनिया की अधिकतर आबादी का सर्वनाश हो जाता है। ऐसे ही बचे कुछेक लोगों में एक माँ (सैंड्रा बुलक) और उसके दो युवा बच्चे छोटी सी नौका से २० मील का सफर कर रहे हैं। इस सफर के दौरान इन लोगों को अपनी चतुराई और बच्चो को अपने प्रशिक्षित कानों पर भरोसा करना है। पहले २०१३ में इस फिल्म को यूनिवर्सल द्वारा बनाया जाना था, लेकिन अब इस फिल्म का निर्माण नेटफ्लिक्स के हाथों में हैं। फिल्म की शूटिंग अगस्त से शुरू हो जाएगी। फिल्म का निर्देशन मामा के एंडी मुस्कैटी करेंगे। सैंड्रा बुलक अगले साल २२ जून को रिलीज़ होने जा रही फिल्म ओसियन'स एट में नज़र आएंगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 13 August 2017
'इन स्टाइल' के कवर पर गायिका अभिनेत्री सेलेना गोमेज़
सेलेना मारी गोमेज़ ने टीवी सीरीज बार्नी एंड फ्रेंड्स से बतौर बाल कलाकार एक्टिंग डेब्यू किया। डिज़्नी चैनल की सीरीज विज़ार्डस ऑफ़ ववरली प्लेस ने सेलेना को मशहूर कर दिया। सेलेना ने हॉलीवुड रिकार्ड्स से कॉन्ट्रैक्ट किया और अगले साल अपना बैंड सेलेना गोमेज़ एंड द सीन की स्थापना की। तीन स्टूडियो एल्बम और ३० सिंगल जारी किये। रमोना एंड बीज़स (२०१०) और मोंटे कार्लो (२०११) ने उन्हें बतौर एक्ट्रेस स्थापित कर दिया। २०१५ में उनका सोलो एल्बम रिवाइवल निकला। अगले साल सेलेना ने रिवाइवल टूर किया। दोनों ही काफी सफल माने गए। उनकी होटल ट्रांसिलवानिया फिल्म सीरीज काफी सफल हुई। अगले साल इस सीरीज की तीसरी फिल्म रिलीज़ होने जा रही है। वह टीवी सीरीज १३ रीज़न व्हाई की प्रोडूसर हैं। सेलेना गोमेज़ के लिए यह माना जाता है कि वह चाहे कुछ भी पहने रॉक करती है। शायद इसीलिए प्रख्यात फैशन और सेलिब्रिटी मैगज़ीन ने अपने सितम्बर अंक के कवर के लिए सेलेना गोमेज़ को चुना है।
ओसबोर्न हाउस में फिल्म विक्टोरिया और अब्दुल के कॉस्ट्यूम्स
निर्देशक स्टीफन फ्रेअर्स की फिल्म ‘विक्टोरिया एंड अब्दुल’ महारानी
विक्टोरिया और उनके सबसे विश्वसनीय क्लर्क ‘अब्दुल करीम’ के बीच रोमांटिक दोस्ती पर आधारित है । फिल्म में जूडी डेंच महारानी विक्टोरिया और अली फजल क्लर्क अब्दुल
करीम की भूमिका में हैं । अठारहवीं सदी
के अंतिम दशकों में विक्टोरिया गौरव को ध्यान में रखकर दोनों लीड कलाकारों के लिए अनेक
कॉस्ट्यूम्स डिजाईन किये गए हैं । खास तौर से जुडी और अली के किरदारों के
कॉस्ट्यूम्स को ओरिजिनल लुक देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी गयी। अब. जबकि फिल्म सितम्बर में रिलीज़ होने जा रही है, इसके निर्माताओं ने
यह तय किया है कि इन सटीक कॉस्ट्यूम्स को
सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा जाए। इसलिए यह सारे कॉस्ट्यूम्स यू.के. के वाइट टापू
में स्थित ओसबोर्न हाउस में सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखे जायेंगे। विक्टोरिया और
अब्दुल के अधिकांश दृश्यों को इसी हाउस में फिल्माया गया था, जिससे
उन्हें प्रामाणिकता मिलती है।
अल्पना कांडपाल
हॉलीवुड की ब्री लार्सन की भारतीय फिल्म
ब्री लार्सन, बेशक अपनी साइंस फिक्शन फिल्म कॉंग स्कल आइलैंड के लिए टीन चॉइस अवार्ड्स के लिए नामित की गई हों, लेकिन उनके पास की फ़िल्में दूसरी कहानी कहती हैं। वह हर शैली की फ़िल्में करती हैं। पिछले साल वह ड्रामा फिल्म रूम में लिए टीन चॉइस थी। वह एक्शन, ड्रामा, रोमांस, आदि भिन्न शैलियों की फ़िल्में कर चुकी हैं। उनकी ११ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही फिल्म ग्लास कैसल ड्रामा फिल्म है। ब्री लार्सन निर्देशित फिल्म यूनिकॉर्न स्टोर एक कॉमेडी फिल्म है। इस साल रिलीज़ होने जा रही ब्री की चौथी फिल्म बासमती ब्लूज भारत के लिहाज़ से ख़ास है। एक तो यह कि यह फिल्म हिंदी में भी बनाई जा रही है। दूसरी बात यह कि डान बैरन द्वारा लिखी और निर्देशित यह फिल्म ब्री लार्सन के साइंटिस्ट किरदार लिंडा पर केंद्रित हैं, जो अपने पिता बेन के साथ चावल की अनुवांशिक तौर पर शोधित चावल की ईज़ाद करती हैं। उनका बॉस उन्हें इस चावल को भारत में ग्रामीण किसानों को बेचने को भेजता है। इस फिल्म में भारतीय सिनेमा के कुछ चेहरे भी नज़र आएंगे। इनमे दक्षिण की अभिनेत्री लक्ष्मी मांचू और हिंदी दर्शकों की जानी पहचानी सुहासिनी मुले के नाम उल्लेखनीय हैं।
अब दुष्टों की मददगार बनेगी ऐलिस मिला जोवोविच !
रेजिडेंट ईविल सीरीज की छह फिल्मों में दुष्ट पिशाचों का नाश करने वाली और बुरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए जान की बाज़ी लगा देने वाली ऐलिस का किरदार करने वाली अमेरिकन मॉडल एक्ट्रेस मिला जोवोविच ने अब पाला बदल लिया लगता है। कम से कम हेलबॉय सीरीज की तीसरी फिल्म हेलबॉय: राइज ऑफ़ द ब्लड क्वीन में वह बुरी ताक़तों का साथ दे रही हैं। अभी तक हेलबॉय सीरीज की दो फिल्मों को गुइलर्मो डेल टोरो ने निर्देशित किया था। लेकिन, इस तीसरी फिल्म राइज ऑफ़ द ब्लड क्वीन के निर्देशन का दायित्व नील मार्शल के हाथों में हैं। नील, गेम ऑफ़ थ्रोन्स जैसी टीवी सीरीज के अलावा कोंस्टनटिन, हनिबल, वेस्टवर्ल्ड और टाइमलेस जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। हेलबॉय चरित्र के क्रिएटर माइक मिगनोला ने इस फिल्म का रिबूट लिखा है। अभिनेता डेविड हारबर द्वारा मुख्य चरित्र बिग रेड की भूमिका की जायेगी। प्रोफेसर ब्रूम का किरदार इयान मैकशेन करेंगे। यह फिल्म बिग रेड और पृथ्वी को नष्ट करने को तैयार दुष्ट शक्तियों की नेता और जादूगरनी ब्लड क्वीन के टकराव की कहानी है। बताया जा रहा है कि मिला जोवोविच इन्हीं दुष्ट शक्तियों की मददगार होंगी। इस फिल्म की शूटिंग सितम्बर से बुल्गारिया और यूके में शुरू हो जाएगी। फिलहाल मिला जोवोविच को रॉब रेनर की फिल्म शॉक एंड अव् और जेम्स फ्रांको की फिल्म फ्यूचर वर्ल्ड में नज़र आएंगी।
अब दुष्टों की मददगार बनेगी ऐलिस मिला जोवोविच !
रेजिडेंट ईविल सीरीज की छह फिल्मों में दुष्ट पिशाचों का नाश करने वाली और बुरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए जान की बाज़ी लगा देने वाली ऐलिस का किरदार करने वाली अमेरिकन मॉडल एक्ट्रेस मिला जोवोविच ने अब पाला बदल लिया लगता है। कम से कम हेलबॉय सीरीज की तीसरी फिल्म हेलबॉय: राइज ऑफ़ द ब्लड क्वीन में वह बुरी ताक़तों का साथ दे रही हैं। अभी तक हेलबॉय सीरीज की दो फिल्मों को गुइलर्मो डेल टोरो ने निर्देशित किया था। लेकिन, इस तीसरी फिल्म राइज ऑफ़ द ब्लड क्वीन के निर्देशन का दायित्व नील मार्शल के हाथों में हैं। नील, गेम ऑफ़ थ्रोन्स जैसी टीवी सीरीज के अलावा कोंस्टनटिन, हनिबल, वेस्टवर्ल्ड और टाइमलेस जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। हेलबॉय चरित्र के क्रिएटर माइक मिगनोला ने इस फिल्म का रिबूट लिखा है। अभिनेता डेविड हारबर द्वारा मुख्य चरित्र बिग रेड की भूमिका की जायेगी। प्रोफेसर ब्रूम का किरदार इयान मैकशेन करेंगे। यह फिल्म बिग रेड और पृथ्वी को नष्ट करने को तैयार दुष्ट शक्तियों की नेता और जादूगरनी ब्लड क्वीन के टकराव की कहानी है। बताया जा रहा है कि मिला जोवोविच इन्हीं दुष्ट शक्तियों की मददगार होंगी। इस फिल्म की शूटिंग सितम्बर से बुल्गारिया और यूके में शुरू हो जाएगी। फिलहाल मिला जोवोविच को रॉब रेनर की फिल्म शॉक एंड अव् और जेम्स फ्रांको की फिल्म फ्यूचर वर्ल्ड में नज़र आएंगी।
रियल लाइफ को रील लाइफ में उतारने वाले अभिनेता अक्षय कुमार
अक्षय कुमार ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हैं। उन्होंने बैंकाक से मार्शल आर्ट्स सीख रखी हैं। वह इस युद्ध कला के निपुण बॉलीवुड एक्टर माने जाते हैं। अपनी शुरूआती फिल्मों दीदार, सौगंध तथा खिलाड़ी सीरीज की फिल्मों में उन्होंने इस कला का जम कर प्रदर्शन किया और दर्शकों की वाहवाही लूटी। अपने खतरनाक और दिलेर एक्शन दृश्यों के कारण वह एक्शन के खिताब से भी नवाज़े गए हैं। अपने इस रियल आर्ट्स का रील पर प्रदर्शन करने वाले अक्षय कुमार अब लगातार रील लाइफ में रियल लाइफ को उतारने में लगे हैं। यह इत्तफ़ाक़ ही है कि उनकी ११ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा भारतीय प्रधान मंत्री के भारत स्वच्छता अभियान से जुड़ गई है। लेकिन, इसमें कोई शक नहीं कि यह रियल प्रॉब्लम हैं। गाँवों में यह समस्या तो सुरसा की तरह मुंह खोले खडी ही है, शहरों मे भी इसकी ख़ास ज़रुरत है। वैसे रियल लाइफ में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनमे गाँव में टॉयलेट न होने के कारण दुल्हन ने घर छोड़ दिया। टॉयलेट एकलौती रियल लाइफ पर रील लाइफ नहीं। अक्षय कुमार रियल लाइफ को रील में उतारने के माहिर हैं। पहले और बाद में रिलीज़ उनकी फिल्मे इसका प्रमाण भी हैं।
कानून को आईना दिखाया !
अक्षय कुमार ने इस साल की शुरुआत सीक्वल फिल्म जॉली एलएलबी २ से की थी। लखनऊ शहर की पृष्ठभूमि पर आधारित निर्देशक सुभाष कपूर की कोर्ट ड्रामा जॉली एलएलबी की खासियत थी कि यह देश की न्याय व्यवस्था पर तीखा व्यंग्य करती थी। वकील किस प्रकार से कानूनी धाराओं का दुरुपयोग करते हैं। किस प्रकार से तारीख़ पे तारीख़ का खेल खेलते हैं। न्याय व्यस्था को भीड़ तंत्र से नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं। फिल्म में इस सबको बेहद साफगोई से प्रदर्शित किया गया था। लेखक सुभाष कपूर की तारीफ़ करनी होगी कि उन्होंने अक्षय कुमार के साथ भी वकील जॉली के किरदार को लाउड नहीं होने दिया। उन्होंने पटकथा पर पकड़ बनाये रखते हुए कानून के छेद तो दिखाए ही, पुलिस के निकम्मेपन और कश्मीर के हालात पर भी एक चोट मार दी। दर्शकों ने फिल्म से खुद को जुड़ा हुआ महसूस किया। तभी तो ३० करोड़ में बनी जॉली एलएलबी २ ने बॉक्स ऑफिस पर १९७ करोड़ का ग्रॉस कर लिया।
प्रवासी भारतीयों को 'एयरलिफ्ट' कराने वाले
२०१६ में अक्षय कुमार ने दो रियल लाइफ किरदारों वाली फ़िल्में की। इन फिल्मों को मोटे तौर पर बायोपिक फ़िल्में भी कहा जा सकता है। इराक ने १९९० में कुवैत पर हमला कर दिया था। उस समय कुवैत में १,७०,००० भारतीय फंस गए थे। स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही थी। इराकी सैनिक लूटपाट खून खराबा कर रहे थे। ऐसे समय में एक कुवैती हिंदुस्तानी रंजीत कत्याल आगे आया। उसने इन भारतीयों के रहने और खाने का प्रबंध किया ही, उन्हें कुवैत से बाहर भी निकाल ले गया। इसमें उसके ईराक़ के साथ सम्बन्ध भी काम आये। एयरलिफ्ट का रंजीत कत्याल का करैक्टर रियल लाइफ के एक कुवैती भारतीय बिजनेसमैन मथुन्नी मैथ्यूज का रील करैक्टर था। इस फिल्म के कुछ दूसरे करैक्टर भी रियल लाइफ थे। इसी साल अक्षय कुमार दूसरी बार रियल लाइफ किरदार की भूमिका में नज़र आये। फिल्म थी रुस्तम। यह फिल्म पचास के दशक की मुंबई में घटी एक सनसनीखेज वारदात, जिसमे एक नेवी अफसर अपने व्यवसाई मित्र की हत्या कर देता है, क्योंकि व्यवसाई के उसकी पत्नी से अवैध सम्बन्ध थे । इस हत्याकांड ने न्याय व्यवस्था पर ऐसा असर डाला था कि तत्कालीन प्रचलित जूरी व्यवस्था को ही ख़त्म कर दिया गया। इस हत्याकांड पर निर्माता निर्देशक और अभिनेता सुनील दत्त ने एक फिल्म यह रास्ते हैं प्यार के (१९६३) का निर्माण किया था। लेकिन फिल्म असफल हुई थी। मगर, अक्षय कुमार की फिल्म रुस्तम ने न केवल ६५ करोड़ के बजट के ऐवज में निर्माताओं को २१६ करोड़ वापस लौटाए, बल्कि अक्षय कुमार के श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी दिलाया।
स्पेशल २६ से शुरुआत !
अक्षय कुमार की रियल लाइफ पर फिल्मों का सिलसिला २०१३ से शुरू हुआ, जब उन्होंने १७८७ की मशहूर ओपेरा हाउस डकैती पर फिल्म स्पेशल २६ की। इस डकैती में २६ लोग नकली इनकम टैक्स अफसर और कर्मचारी बन कर हीरा व्यापारियों को लूट ले जाते हैं, वह भी पुलिस और सीबीआई को चैलेंज के साथ। इस फिल्म का मास्टरमाइंड का केंद्रीय किरदार अक्षय कुमार कर रहे थे। हर घटना का बारीक विश्लेषण और प्रदर्शन करने वाली नीरज गुप्ता की इस फिल्म ने दर्शकों को मोहित कर दिया। २०१३ में प्रदर्शिदूसरी रियल लाइफ किरदार फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में अक्षय कुमार ने गैंगस्टर और मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपी दाऊद इब्राहिम के रील लाइफ किरदार शोएब खान का किरदार किया था। लेकिन, यह फिल्म फ्लॉप हुई थी।
कुछ दूसरी रील में रियल लाइफ फ़िल्में
ज़रूरी नहीं कि अक्षय कुमार की फिल्मों के किरदार रियल हो। ऎसी तमाम फ़िल्में हैं, जिनमे मुख्य किरदार रियल नहीं था। लेकिन घटनाएं रियल लाइफ थी। मसलन गब्बर इज बैक को ही लीजिये। यह फिल्म देश में फैले भ्रष्टाचार पर प्रहार करती थी। अक्षय कुमार का किरदार भ्रष्ट लोगों को सरेआम दंड दिया करता है। बेबी के किरदार भी एनआईए या एसटीएफ से प्रेरित थे। अक्षय कुमार की २००९ में रिलीज़ फिल्म चांदनी चौक टू चाइना, हालाँकि एक काल्पनिक कथा थी, लेकिन इसमें अक्षय कुमार वाला किरदार खुद अक्षय कुमार की रियल लाइफ कहानी से प्रेरित था। अक्षय कुमार भी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में काम करते हुए बैंकाक गए थे। एक अन्य फिल्म पटियाला हाउस में अक्षय कुमार का सिख युवा गट्टू का किरदार रियल लाइफ के क्रिकेटर मोंटी पनेसर पर आधारित था। एक प्रेस वार्ता में अक्षय कुमार ने इसे स्वीकार भी किया था।
रियल लाइफ पर फिल्मों का हिट होना ज़रूरी नहीं। ऐसी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर बहुत ज़्यादा रिस्पांस नहीं मिलता, अगर इसमें स्टार पावर नहीं है तो। ऐसे में अक्षय कुमार की फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता अक्षय कुमार का उत्साह बढ़ाने वाली है। वह कहते हैं, "बॉक्स ऑफिस पर आंकड़ों के लिहाज़ से इस प्रकार की फ़िल्में उत्साहित नहीं करती। लेकिन, एयरलिफ्ट ने मुझे प्रेरित किया है कि मैं कुछ और ऎसी फ़िल्में करूँ । क्योंकि, एयरलिफ्ट को बॉक्स ऑफिस पर सफलता भी मिली और प्रशंसा भी।" टॉयलेट एक प्रेमकथा के बाद उनकी कोई रियल या रील लाइफ फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। लेकिन, अगले साल फिर अक्षय कुमार की रियल लाइफ फिल्मों का सिलसिला शुरू हो जायेगा। पहले रिलीज़ होगी पैडमैन। गरीब महिलाओं में पीरियड्स के दौरान होने वाली गन्दगी को ध्यान में रखते हुए सस्ते पैड बनाने वाले मशीन की ईज़ाद करने वाले अरुणाचलम मुरुगनंथम पर केंद्रित हैं पैडमैन। इस फिल्म में अरुणाचलम का किरदार अक्षय कुमार कर रहे हैं। फिल्म के निर्देशक आर बल्कि हैं। दूसरी, रीमा कागती की फिल्म गोल्ड १९४८ के ओलंपिक्स में हॉकी का गोल्ड लाने वाली भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी बलबीर सिंह पर फिल्म में अक्षय कुमार बलबीर सिंह के किरदार में होंगे। यह फिल्म अगले साल १५ अगस्त को रिलीज़ होगी। हो सकता है कि उस समय तक दर्शकों को अक्षय कुमार की दूसरी रियल लाइफ चरक्टेरों में अक्षय कुमार क फिल्मों के नाम सुनाने को मिल जाएँ।
कानून को आईना दिखाया !
अक्षय कुमार ने इस साल की शुरुआत सीक्वल फिल्म जॉली एलएलबी २ से की थी। लखनऊ शहर की पृष्ठभूमि पर आधारित निर्देशक सुभाष कपूर की कोर्ट ड्रामा जॉली एलएलबी की खासियत थी कि यह देश की न्याय व्यवस्था पर तीखा व्यंग्य करती थी। वकील किस प्रकार से कानूनी धाराओं का दुरुपयोग करते हैं। किस प्रकार से तारीख़ पे तारीख़ का खेल खेलते हैं। न्याय व्यस्था को भीड़ तंत्र से नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं। फिल्म में इस सबको बेहद साफगोई से प्रदर्शित किया गया था। लेखक सुभाष कपूर की तारीफ़ करनी होगी कि उन्होंने अक्षय कुमार के साथ भी वकील जॉली के किरदार को लाउड नहीं होने दिया। उन्होंने पटकथा पर पकड़ बनाये रखते हुए कानून के छेद तो दिखाए ही, पुलिस के निकम्मेपन और कश्मीर के हालात पर भी एक चोट मार दी। दर्शकों ने फिल्म से खुद को जुड़ा हुआ महसूस किया। तभी तो ३० करोड़ में बनी जॉली एलएलबी २ ने बॉक्स ऑफिस पर १९७ करोड़ का ग्रॉस कर लिया।
प्रवासी भारतीयों को 'एयरलिफ्ट' कराने वाले
२०१६ में अक्षय कुमार ने दो रियल लाइफ किरदारों वाली फ़िल्में की। इन फिल्मों को मोटे तौर पर बायोपिक फ़िल्में भी कहा जा सकता है। इराक ने १९९० में कुवैत पर हमला कर दिया था। उस समय कुवैत में १,७०,००० भारतीय फंस गए थे। स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही थी। इराकी सैनिक लूटपाट खून खराबा कर रहे थे। ऐसे समय में एक कुवैती हिंदुस्तानी रंजीत कत्याल आगे आया। उसने इन भारतीयों के रहने और खाने का प्रबंध किया ही, उन्हें कुवैत से बाहर भी निकाल ले गया। इसमें उसके ईराक़ के साथ सम्बन्ध भी काम आये। एयरलिफ्ट का रंजीत कत्याल का करैक्टर रियल लाइफ के एक कुवैती भारतीय बिजनेसमैन मथुन्नी मैथ्यूज का रील करैक्टर था। इस फिल्म के कुछ दूसरे करैक्टर भी रियल लाइफ थे। इसी साल अक्षय कुमार दूसरी बार रियल लाइफ किरदार की भूमिका में नज़र आये। फिल्म थी रुस्तम। यह फिल्म पचास के दशक की मुंबई में घटी एक सनसनीखेज वारदात, जिसमे एक नेवी अफसर अपने व्यवसाई मित्र की हत्या कर देता है, क्योंकि व्यवसाई के उसकी पत्नी से अवैध सम्बन्ध थे । इस हत्याकांड ने न्याय व्यवस्था पर ऐसा असर डाला था कि तत्कालीन प्रचलित जूरी व्यवस्था को ही ख़त्म कर दिया गया। इस हत्याकांड पर निर्माता निर्देशक और अभिनेता सुनील दत्त ने एक फिल्म यह रास्ते हैं प्यार के (१९६३) का निर्माण किया था। लेकिन फिल्म असफल हुई थी। मगर, अक्षय कुमार की फिल्म रुस्तम ने न केवल ६५ करोड़ के बजट के ऐवज में निर्माताओं को २१६ करोड़ वापस लौटाए, बल्कि अक्षय कुमार के श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी दिलाया।
स्पेशल २६ से शुरुआत !
अक्षय कुमार की रियल लाइफ पर फिल्मों का सिलसिला २०१३ से शुरू हुआ, जब उन्होंने १७८७ की मशहूर ओपेरा हाउस डकैती पर फिल्म स्पेशल २६ की। इस डकैती में २६ लोग नकली इनकम टैक्स अफसर और कर्मचारी बन कर हीरा व्यापारियों को लूट ले जाते हैं, वह भी पुलिस और सीबीआई को चैलेंज के साथ। इस फिल्म का मास्टरमाइंड का केंद्रीय किरदार अक्षय कुमार कर रहे थे। हर घटना का बारीक विश्लेषण और प्रदर्शन करने वाली नीरज गुप्ता की इस फिल्म ने दर्शकों को मोहित कर दिया। २०१३ में प्रदर्शिदूसरी रियल लाइफ किरदार फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में अक्षय कुमार ने गैंगस्टर और मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपी दाऊद इब्राहिम के रील लाइफ किरदार शोएब खान का किरदार किया था। लेकिन, यह फिल्म फ्लॉप हुई थी।
कुछ दूसरी रील में रियल लाइफ फ़िल्में
ज़रूरी नहीं कि अक्षय कुमार की फिल्मों के किरदार रियल हो। ऎसी तमाम फ़िल्में हैं, जिनमे मुख्य किरदार रियल नहीं था। लेकिन घटनाएं रियल लाइफ थी। मसलन गब्बर इज बैक को ही लीजिये। यह फिल्म देश में फैले भ्रष्टाचार पर प्रहार करती थी। अक्षय कुमार का किरदार भ्रष्ट लोगों को सरेआम दंड दिया करता है। बेबी के किरदार भी एनआईए या एसटीएफ से प्रेरित थे। अक्षय कुमार की २००९ में रिलीज़ फिल्म चांदनी चौक टू चाइना, हालाँकि एक काल्पनिक कथा थी, लेकिन इसमें अक्षय कुमार वाला किरदार खुद अक्षय कुमार की रियल लाइफ कहानी से प्रेरित था। अक्षय कुमार भी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में काम करते हुए बैंकाक गए थे। एक अन्य फिल्म पटियाला हाउस में अक्षय कुमार का सिख युवा गट्टू का किरदार रियल लाइफ के क्रिकेटर मोंटी पनेसर पर आधारित था। एक प्रेस वार्ता में अक्षय कुमार ने इसे स्वीकार भी किया था।
रियल लाइफ पर फिल्मों का हिट होना ज़रूरी नहीं। ऐसी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर बहुत ज़्यादा रिस्पांस नहीं मिलता, अगर इसमें स्टार पावर नहीं है तो। ऐसे में अक्षय कुमार की फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता अक्षय कुमार का उत्साह बढ़ाने वाली है। वह कहते हैं, "बॉक्स ऑफिस पर आंकड़ों के लिहाज़ से इस प्रकार की फ़िल्में उत्साहित नहीं करती। लेकिन, एयरलिफ्ट ने मुझे प्रेरित किया है कि मैं कुछ और ऎसी फ़िल्में करूँ । क्योंकि, एयरलिफ्ट को बॉक्स ऑफिस पर सफलता भी मिली और प्रशंसा भी।" टॉयलेट एक प्रेमकथा के बाद उनकी कोई रियल या रील लाइफ फिल्म रिलीज़ नहीं होगी। लेकिन, अगले साल फिर अक्षय कुमार की रियल लाइफ फिल्मों का सिलसिला शुरू हो जायेगा। पहले रिलीज़ होगी पैडमैन। गरीब महिलाओं में पीरियड्स के दौरान होने वाली गन्दगी को ध्यान में रखते हुए सस्ते पैड बनाने वाले मशीन की ईज़ाद करने वाले अरुणाचलम मुरुगनंथम पर केंद्रित हैं पैडमैन। इस फिल्म में अरुणाचलम का किरदार अक्षय कुमार कर रहे हैं। फिल्म के निर्देशक आर बल्कि हैं। दूसरी, रीमा कागती की फिल्म गोल्ड १९४८ के ओलंपिक्स में हॉकी का गोल्ड लाने वाली भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी बलबीर सिंह पर फिल्म में अक्षय कुमार बलबीर सिंह के किरदार में होंगे। यह फिल्म अगले साल १५ अगस्त को रिलीज़ होगी। हो सकता है कि उस समय तक दर्शकों को अक्षय कुमार की दूसरी रियल लाइफ चरक्टेरों में अक्षय कुमार क फिल्मों के नाम सुनाने को मिल जाएँ।
Thursday 10 August 2017
खान के बाद इमरान की ज़रुरत है सनी लियॉन का आइटम
बात इसी साल की शुरू की है। सनी देओल की फिल्म भैयाजी सुपरहिट के निर्माता चाहते थे कि फिल्म के प्रमोशनल सांग से सनी लियॉन को जोड़ा जाये। लेकिन फिल्म के नायक सनी देओल इससे इत्तफ़ाक़ नहीं रखते थे। उन्होंने ऐसे किसी प्रस्ताव को इंकार कर दिया कि वह सनी लियॉन के साथ स्क्रीन शेयर नहीं करेंगे। जानते हैं कि सनी लियॉन के इंकार के पीछे कारण क्या था ? उनका मानना था कि उनकी एक पारिवारिक व्यक्ति वाली इमेज है। सनी लियॉन के साथ स्क्रीन शेयर करने पर यह इमेज बदरंग होगी। इसका मतलब यह हुआ कि लम्बे समय से फ्लॉप फ़िल्में झेल रहे सनी देओल को भी एक पूर्व पोर्न स्टार सनी लियॉन के साथ स्क्रीन शेयर करने में शर्म महसूस हो रही है।
अपवाद हैं सनी देओल
लेकिन, आज सब कुछ बदला हुआ सा है। सनी देओल अपवाद नज़र आ रहे हैं। उनकी फिल्म भैयाजी सुपरहिट अभी तक रिलीज़ ही नहीं हो सकी है। मगर, बॉलीवुड के तमाम बड़े या छोटे सितारों को सनी लियॉन के साथ आइटम करने से परहेज नहीं। वह हिंदी फिल्मों में आइटम करती ही हैं, साउथ की फिल्मों में भी उनके आइटम ख़ास पॉपुलर हैं। वास्तविकता तो यह है कि सनी लियॉन को सबसे पहले साउथ की फिल्मों ने ही स्वीकार किया। आज तक सनी लियॉन तमिल, तेलुगु, कन्नड़, आदि दक्षिण की सभी भाषाओं की फिल्मों में आइटम सांग कर चुकी हैं।
लेकिन बिपाशा बासु से मात खा गया सनी लियॉन का 'जिस्म'
सनी लियॉन को महेश भट्ट ने २००३ की सुपरहिट फिल्म जिस्म के सीक्वल जिस्म २ की नायिका के रूप में पेश किया था। इस फिल्म को इरोटिक थ्रिलर फिल्म बताया गया था। चूंकि, सनी लियॉन को पेश ही पोर्न स्टार सनी लियॉन की की तरह पेश किया जा रहा था। दर्शकों को इस फिल्म से कुछ ज़्यादा की उम्मीद थी। लेकिन, अपने बोल्ड और इरोटिक दृश्यों के कारण सेंसर बोर्ड से वयस्कों के लिए फिल्म का प्रमाण पत्र पाई जिस्म २ दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। हालाँकि, फिल्म ने पहले सप्ताह में २९.५० करोड़ का बढ़िया बिज़नेस कर फिल्म के निर्माता महेश भट्ट को निराश नहीं किया। इसके बावजूद सनी लियॉन १० साल पहले की बिपाशा 'जिस्म' बिपाशा के इरोटिसिस्म को छू तक नहीं पाई। इरोटिक जिस्म के मामले में बिपाशा बासु से मात खा गई बिपाशा बासु।
सनी ऐसे बनी आइटम की लैला
सनी लियॉन पोर्न फिल्मों के बजाय बॉलीवुड फिल्मों में अपना करियर बनाना चाहती थी। इस लिए उन्हें जैसे ही संजय गुप्ता की फिल्म के लिए आइटम सांग का प्रस्ताव मिला, सनी ने मंजूर कर लिया। दरअसल संजय गुप्ता अपनी फिल्मों आइटम सांग रखने के कारण मशहूर हैं। उनकी २०१३ में रिलीज़ गैंगस्टर फिल्म शूटआउट एट वडाला में तीन तीन आइटम सांग थे। इनमें से एक आइटम सांग 'बबली बदमाश' को प्रियंका चोपड़ा कर रही थी। सनी लियॉन पर लैला आइटम फिल्माया गया था। तीसरा आइटम आला रे आला सोफी चौधरी कर रही थी। इन तीन आइटम सांग्स में बाज़ी मार ले गया सनी लियॉन का लैला आइटम। सनी ने आइटम के मामले में प्रियंका चोपड़ा की हॉटनेस को भी मात दे दी थी। हालाँकि, इस गीत में कैमरा ज़्यादातर सनी लियॉन की भारी छातियों पर ही घूम रहा था। इसके साथ ही आइटम गर्ल के रूप में सनी लियॉन का क्रेज़ बन गया।
दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड की 'लैला'
लैला आइटम के बाद सनी लियॉन का २०१४ में तमिल फिल्म डेब्यू हुआ। लेकिन यह डेब्यू एक आइटम सॉंग के लिए था। इस तमिल कॉमेडी थ्रिलर फिल्म वाडाकरी में सनी लियॉन पर 'लो आना लाइफ यू' गीत फिल्माया गया था। इसी साल रिलीज़ तेलुगु फिल्म करंट ठीगा में वह एक छोटा रोल कर रही थी। वह फिल्म में नायक राजू की इंग्लिश टीचर बनी थी, जिसे राजू चाहने लगता है। फिल्म में सनी लियॉन और नायक मनोज वांचू पर फिल्माए गए ले ले ले राजा गीत को सेंसर बोर्ड ने उत्तेजक मानते हुए फिल्म को वयस्कों वाला प्रमाणपत्र दे दिया। फिल्म से जुड़े लोग दावा करते हैं कि अन्यथा फिल्म को यूए सर्टिफिकेट मिलता। सनी लियॉन का कन्नड़ फिल्म डेब्यू भी आइटम सांग के लिए हुआ।फिल्म थी डीके। फिल्म डीके के 'सेसम्मा' आइटम गीत में सनी लियॉन बंटी और बबली के कजरारे कजरारे गीत जैसे ठुमके लगा रही थी। सनी ने अब तक दो कन्नड़ फिल्मों में आइटम किये हैं। दूसरी कन्नड़ फिल्म लव यू अलिया में वह कामाक्षी गीत पर कामुक हावभाव के साथ थिरक रही थी।
फिल्म छोटी हो या बड़ी सनी का आइटम है न !
हिंदी फिल्मों में सनी के आइटम की ख़ास बात यह है कि उस फिल्म की नायिका में सेक्स अपील हो सकती है, लेकिन आइटम वाली अपील सनी लियॉन में ही है। हेट स्टोरी २ इस तथ्य को पुख्ता करती है। विशाल पंड्या की इरोटिक थ्रिलर फिल्म हेट स्टोरी २ में सुरवीन चावला जैसी सेक्स बम थी। उन पर फिल्माया गया आज फिर तुम पर प्यार आया है गीत काफी सेक्सी बन पड़ा था। इसके बावजूद विशाल पंड्या को सनी लियॉन के पिंक लिप्स की ज़रुरत पड़ गई। कॉमेडी ड्रामा फिल्म बलविंदर सिंह फेमस हो गया से गायकों शान और मीका सिंह का स्क्रीन डेब्यू हो रहा था। इस फिल्म में मीका सिंह और शान के साथ सनी लियॉन शेक द बूटी आइटम के ज़रिये लूट मचाये हुई थी। नए चेहरों स्वाति और शुभम की फिल्म फुद्दू में सनी लियॉन ने तू ज़रूरत नहीं तू ज़रूरी है पर डांस किया था। अंडरवर्ल्ड की लव स्टोरी पर फिल्म डोगरी का राजा में सनी लियॉन की 'चोली ब्लॉकबस्टर' ज़रूर हुई। लेकिन फिल्म बुरी तरह से पिटी।
खान की और इमरान की ज़रुरत सनी
कभी सनी लियॉन के साथ फिल्म करने से बड़े सितारे परहेज करते थे। अक्षय कुमार की फिल्म सिंह इज ब्लिंग (२०१५) से यह परहेज टूटा। इस फिल्म में सनी लियॉन एक पैसेंजर के कैमिया में थी। सनी लियॉन को आइटम सांग ही सही बड़ा ब्रेक मिला राहुल ढोलकिया की गुजरात के गैंगस्टर पर फिल्म रईस में आइटम सांग लैला ओ लैला से। यह गीत सनी लियॉन और शाहरुख़ खान पर फिल्माया गया था। साफ़ तौर पर सनी लियॉन खान की फिल्म की ज़रुरत थी हीं, इमरान हाश्मी की फिल्म की ज़रुरत भी हो गई है। आजकल मिलन लुथरिया की फिल्म बादशाहो में सनी लियॉन और इमरान हाश्मी पर फिल्माया गया पिया मोरे गीत टेलीविज़न पर टेलीकास्ट हो रहा है। यह गीत दर्शकों को काफी पसंद आ रहा है। इस फिल्म के अलावा संजय दत्त की वापसी फिल्म भूमि में भी सनी लियॉन एक आइटम कर रहे हैं। भूमि में ट्रिप्पी ट्रिप्पी आइटम सनी पर संजय दत्त के साथ फिल्माया गया है। सनी लियॉन दक्षिण के सुपर सितारे राजशेखर की फिल्म पीएसवी गरुड़ वेगा में भी एक आइटम कर रही हैं।
अल्पना कांडपाल
स्टॉकर से घबराई केट बैकिंसेल
क्या कोई कल्पना कर सकता है कि जिसके नाम से मौत सिहर जाती हो, वह पिछले दो सालों से एक स्टाकर से सहमी हुई हो। लेकिन रील लाइफ की डेथ डीलर सेलेन की अभिनेत्री के साथ ऐसा ही हुआ है। एक्शन हॉरर अंडरवर्ल्ड सीरीज की पांच फिल्मों में पिशाचिनी सेलेन का किरदार करने वाली अभनेत्री केट बैकिंसेल के स्टाकर को गिरफ्तार कर लिया है। यह व्यक्ति बैकिंसेल को पिछले दो सालों से छेड़ता चला आ रहा है। एक बार टेक्सासमें एक इवेंट के दौरान इस शख्स ने केट को पीछे से छुआ। केट की अमेरिकन ड्रामा फिल्म द ओनली लिविंग बॉय इन न्यू यॉर्क ११ अगस्त को रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म के अलावा वह दो दूसरी फिल्मों द चॉकलेट मनी और अंडर वर्ल्ड सीरीज की छठी फिल्म ने सेलेन का किरदार कर रहीं हैं।
Tuesday 8 August 2017
अब दो फिल्मों में जेम्स बांड बनेंगे डेनियल क्रैग
खबर पुख्ता है कि अभिनेता डेनियल क्रैग मान गए हैं। प्रोडूसर्स के मनाने के बाद डेनियल अब एक नहीं दो जेम्स बांड फिल्मों में अभिनय करेंगे। २००५ में पहली बार इस ब्रिटिश अभिनेता ने इऑन प्रोडक्शंस के साथ तीन बांड फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। डेनियल क्रैग फिल्म कैसिनो रोयले में पियर्स ब्रॉसनन की जगह जेम्स बांड की गन थामे नज़र आये थे। इसके बाद वह क्वांटम ऑफ़ सोलस (२००८), स्काईफाल्स (२०१२) और स्पेक्टर (२०१५) में भी बांड के किरदार में नज़र आये। स्पेक्टर के बाद डेनियल क्रैग बांड का चोला नहीं पहनना चाहते थे। लेकिन, बांड फिल्मों की निर्माता बारबरा ब्रोक्कोली डेनियल क्रैग से लगातार छह बांड फ़िल्में करने का अनुरोध कर रही थी। इसमें से एक फिल्म बांड २५ का तो ऐलान भी कर दिया गया था। यह फिल्म ८ नवंबर २०१९ को रिलीज़ होनी थी। हालाँकि, क्रैग के मना कर देने पर दूसरे विकल्प भी देखे जा रहे थे। डेनियल क्रैग को दो अन्य बांड फिल्मों के लिए मना लेने के पीछ बारबरा ब्रोक्कोली की मान मनौवल तो था ही, अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि डेनियल क्रैग ने अपना इरादा तब बदला, जब उन्हें मालूम हुआ कि बांड फिल्म का निर्देशन सैम मेंडेस करेंगे। डेनियल क्रैग और सैम मेंडेस की आपस में बढ़िया जमती हैं। दोनों दो बांड फिल्मों स्काईफॉल और स्पेक्टर कर चुके हैं। इन दोनों ने २००२ में पहली बार रोड टू पर्डीशन एक साथ की थी। रोड टू पर्डीशन के निर्माता सैम मेंडेस ही थे। चूंकि, सैम ने अगली बांड फिल्म डायरेक्ट करने से मना कर दिया था, इसलिए डेनियल क्रैग भी अलग हो गए थे।
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