Sunday 20 May 2018

रॉ बनेंगे जॉन अब्राहम

कुछ समय पहले, यह खबर दी गई थी कि रॉबी ग्रेवाल की फिल्म रॉ से सुशांत सिंह राजपूत बाहर हो गए हैं।

सुशांत सिंह राजपूत के रॉ एजेंट लुक वाले रॉ के पोस्टर बड़े जोरशोर से रिलीज़ किये गए थे।

सुशांत सिंह के बाहर निकल जाने के बाद, इस फिल्म के बारे में काफी समय तक ख़ामोशी छा गई थी। ऐसा लगा था कि फिल्म बंद कर दी गई है।

लेकिन, बाद मे, फिल्म में जॉन अब्राहम को लिए जाने की ख़बरें आने लगी।

रॉ में, जॉन अब्राहम एक रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग ऑफ़ इंडिया) एजेंट भूमिका कर रहे हैं।

इन एजेंटों को, विभिन्न देशों में जासूसी करते समय भिन्न वेश धरने पड़ते हैं। मनोज बाजपेई की फिल्म ऐय्यारी में इसके एक झलक नज़र आती थी।

रॉ में भी जॉन अब्राहम भेष बदलते दिखाई देंगे।

इसी रॉ एजेंट के किरदार हैं रोमियो, अकबर और वॉल्टर तथा इन्ही तीन किरदारों के पहले अंग्रेजी अक्षर से फिल्म का टाइटल रॉ (RAW) रखा गया है।

इससे साफ़ है कि पूरी फिल्म जॉन अब्राहम के किरदार के चारों ओर ही घूमती नज़र आएगी।

अपनी भूमिका को लेकर अब्राहम कहते हैं, "रॉ मेरी सबसे कठिन फिल्म है।

इस फिल्म की कहानी इतनी ठोस है कि यह मेरे लिए कठिन बन जाती है। मैं इसके लिए नर्वस हूँ।

मैंने इस प्रोजेक्ट से खुद को चैलेंज किया है। मुझे ख़ुशी है कि मैं इसे कर रहा हूँ।"

स्पाई थ्रिलर फिल्म रॉ की शूटिंग अगले दो महीनों में गुजरात, कश्मीर, दिल्ली और नेपाल में होगी।  इस फिल्म में जैकी श्रॉफ की भूमिका भी काफी अहम् है।

अस्सी के दशक की फिल्मों के 'हीरो' जैकी श्रॉफ इस समय काफी व्यस्त हैं।

उनकी फेमस, पल्टन, फिरकी, साहो, आदि हिंदी फिल्मों के अलावा कई बंगाली, गुजराती, पंजाबी, आदि फ़िल्में रिलीज़ होने वाली है।  

जॉन अब्राहम की फिल्म परमाणु २५ मई को रिलीज़ हो रही है।  


अभिषेक बच्चन और प्रियंका चोपड़ा की बेटी ज़ायरा वसीम- पढ़ने के लिए क्लिक करें 

अभिषेक बच्चन और प्रियंका चोपड़ा की बेटी ज़ायरा वसीम

अभिषेक बच्चन और प्रियंका चोपड़ा फिल्म ब्लफमास्टर 
हॉलीवुड पलट प्रियंका चोपड़ा को दूसरी हिंदी फिल्म भी मिल गई है।

सलमान खान के साथ भारत के बाद प्रियंका चोपड़ा की दूसरी फिल्म अभिषेक बच्चन के साथ होगी। 
वह, शोनाली बोस की अगली फिल्म में अभिषेक बच्चन की पत्नी की भूमिका में नज़र आएँगी।

१९८४ के सिख विरोधी दंगों पर फिल्म अमु से हिंदी फिल्म डेब्यू करने वाली शोनाली बोस की फिल्म आइशा चौधरी की रियल लाइफ स्टोरी पर आधारित है।

इम्यूनोडेफिशियेंसी डिसऑर्डर की शिकार आइशा को १३ साल की उम्र में फेफड़े की गंभीर बीमारी हो गई थी।

अभिषेक बच्चन और प्रियंका चोपड़ा की ब्लफमास्टर जोड़ी, इस फिल्म में इसी बीमार बच्ची के माता-पिता बनेंगे। शोनाली की फिल्म में आइशा की भूमिका, दंगल की गीता फोगाट और सीक्रेट सुपरस्टार की इंसिया ज़ायरा वसीम करेंगी।

गंभीर बीमारी के बावजूद दूसरों को प्रेरणा देने वाली आइशा की भूमिका ज़ायरा को काफी पसंद आई है।

इस समय, शोनाली बोस फिल्म के प्रीप्रोडक्शन व्यस्त हैं। वह अपनी फिल्म की शूटिंग साल के मध्य में शुरू कर देंगी।

अभिषेक बच्चन और प्रियंका चोपड़ा, एक साथ तीन फिल्मों ब्लफमास्टर, द्रोण और दोस्ताना में अभिनय कर चुके हैं।  

फिलहाल, जहाँ तक प्रियंका चोपड़ा और अभिषेक बच्चन की व्यस्तता का सवाल है, अभिषेक बच्चन इस समय अनुराग कश्यप की फिल्म मनमर्ज़ियाँ कर रहे हैं। हालाँकि, उन्हें हाउसफुल ३ के दो साल बाद कोई फिल्म मिली है। इस फिल्म में तापसी पन्नू और विक्की कौशल भी हैं।

प्रियंका चोपड़ा को सलमान खान के साथ फिल्म भारत में अपने किरदार की तैयारी में जुट जाना है।

रील लाइफ में स्मोकिंग करनी पड़ी स्वरा भास्कर को ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

रील लाइफ में स्मोकिंग करनी पड़ी स्वरा भास्कर को !

स्वरा भास्कर अपनी फिल्मों के किरदार डूब कर करती है। वह मेहनत और लगन से उस फिल्म में अपने किरदार को पूरी तरह असल बना देती है ।

लेकिन कभी कभी रील किरादर को असल बनाना बहुत कठिन लगने लगता है। वह तब, जब आप को कोई अनचाही बात करनी पड़ती है ।

स्वरा भास्कर अपने असल जीवन में स्मोकिंग नहीं करती है। लेकिन, अपने किरदार की ख़ातिर और उसे रियल बनाने के लिए उन्होंने स्मोकिंग की।

स्वरा की यह स्मोकिंग फिल्म वीरे दी वेडिंग के लिए हुई।  इस फिल्म में वह स्मोकिंग करती नज़र आएँगी ।

हालाँकि, यह पहली बार नही हुआ था कि स्वरा ने स्मोक किया हो।  फ़िल्म अनार कली ऑफ आरा  में भी किरदार के रहन-सहन के लिहाज से उन्हें बीड़ी का सुट्टा मारते हुए देखा गया था।

इस प्रकार से, वह अब दूसरी बार फ़िल्म वीरे दी वीडिंग के लिए स्मोक कर रही है।

वीरे दी वेडिंग में उनका चरित्र चेन स्मोकर है।

इसलिए, स्वरा को सिगरेट पीनी पड़ी। दिलचस्प बात यह है कि वह फ़िल्म में सिगार पीती भी नज़र आई हैं।

अपने फ़िल्मी किरदार के सिगरेट पीने को लेकर स्वरा कहती है " स्मोकिंग का सेहत पर बुरा असर होता है। यह मैंने फ़िल्म में स्मोकिंग करते हुए बेहतर तरीके से जाना है।

दरअसल, स्मोकिंग मुझे पहले से ही पसंद नही है। पर किरदार की जरूरत को देखते हुए करना होता है । मैंने सिगार स्मोक किया। उसका स्वाद मुझे अब तक का बेहद घिनौना लगा। मैं इसे रिपीट  नही करना चाहूंगी ।


इस फ़िल्म का शूट जब पूरा हुआ तो मुझे बहुत दुख हो रहा था। क्योंकि हम लोग बहुत मजा कर रहे  थे। लेकिन मैं इस बात से खुश थी कि अब मुझे स्मोकिंग नहीं करनी पड़ेगी ।

लेखक भी हैं, बॉलीवुड के यह एक्टर  - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

लेखक भी हैं, बॉलीवुड के यह एक्टर !

सोनाली बेंद्रेशिल्पा शेट्टी और ट्विंकल खन्ना में कई समानताये हैं। सबसे बड़ी समानता यह है कि यह तीनों सुखी विवाहित जीवन जी रही हैं। ट्विंकल सोशल वर्क करती है तो बाकी की दोनों अभिनेत्रियाँ टीवी शो कर लेती हैं। लेकिनइन तीनों में एक दूसरी बड़ी समानता यह है कि यह तीनों लेखिकाएं भी हैं। सोनाली बेंद्रे की पुस्तक द मॉडर्न गुरुकुल : माय एक्सपेरिमेंट्स विथ पेरेंटिंग काफी चर्चित हुई है। वह फेसबुक परसोनाली बेंद्रे बहल्स बुक क्लब चलाती हैंजो पुस्तकों और लिखने के शौकीनों के लिए जानकारी भरा अड्डा है। शिल्पा शेट्टी की दो पुस्तकें द ग्रेट इंडियन डाइट और द डायरी ऑफ़ अ डोमेस्टिक दिवा प्रकाशित हो चुकी हैं। वह सेहत पर ब्लॉग भी लिखती हैं। ट्विंकल खन्ना ने भी दो किताबे मिसेज फनीबोन और द लीजेंड ऑफ़ लक्ष्मीप्रसाद लिखी हैं। कहा जाता है कि अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन उनकी दूसरी किताब पर आधारित थी।

बॉलीवुड में ऐसे एक्टर्स की कमी नहींजो बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। अलिया भट्टपरिणीती चोपड़ाआदि बढ़िया गा भी लेती हैं। कृति सेनन आधुनिक और भारतीय नृत्यों में पारंगत हैं। सोनाली बेंद्रेशिल्पा शेट्टी और ट्विंकल खन्ना की तरह कई ऐसे भी एक्टर हैंजो लिखते भी हैं। इनमे भी उन एक्टर्स की संख्या कम नहींजो फिल्मों की कहानीगीत और संवाद लिख लेते हैं। ज़रूरी नहीं कि बॉलीवुड एक्टरों का यह लेखन कार्य खुद के लिए हो। इन एक्टर लेखकों की कहानी में कोई दूसरा भी फिट हो सकता हैं। इन लेखकों को गुरेज़ नहींयदि कोई उनकी कहानी पर अभिनय करे। ऐसे ही कुछ एक्टरों के बारे में।

ऋचा चड्डा- सुधीर मिश्र की फिल्म दास देव में ऋचा चड्डा की राजनीतिक पारो की काफी चर्चा है।  वह एक दूसरी राजनीतिक फिल्म अभी तो पार्टी शुरू हुई है भी कर रही हैं। ऋचा चड्डा एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण करेंगी। उनकी यह शॉर्ट फिल्म लॉजिकल एक व्यंग्य होगी। ऋचा चड्डा की निर्देशित यह शॉर्ट फिल्म आज की दुनिया में घट रही घटनाओं पर तीक्ष्ण दृष्टि है। इस शॉर्ट फिल्म को उनका निजी प्रोजेक्ट मानना ठीक होगा। इस फिल्म में मुख्य किरदार ऋचा चड्डा ने ही किया है। एक भूमिका उनके रियल लाइफ प्रेमी अली फज़ल ने की है।  इस फिल्म को ऋचा चड्डा के विचारों का चित्रण कहना उपयुक्त होगा। वह असमानतालैंगिक समस्यामहिला समस्या और ग्लोबल वार्मिंग जैसे विषयों पर बोलना पसंद करती है। इस फिल्म में इसी की झलक मिलेगी। ऋचा चड्डा को लिखने का शौक है तो वह अपनी किताब छपवाना भी चाहती हैं।

फरहान अख्तर- फरहान अख्तर को ज्यादा दर्शक पहले निर्देशक के बतौर पहचानते थे। फिर उन्होंने रॉकऑन फिल्म से खुद के लिए एक्टर और गायक का दर्जा भी प्राप्त कर लिया। फरहान अख्तर लेखक भी हैंइसका पहला परिचय दिल चाहता है से मिला था। इस फिल्म को फरहान ने ही लिखा था। भाग मिल्खा भाग की सफलता में फरहान अख्तर की कलम का बड़ा योगदान हैं। वह दोनों डॉन फिल्मों के लेखक भी रहे हैं। फरहान अख्तर को अपने पिता जावेद अख्तर की तरह गीत लिखना भी पसंद है। उन्होंने गुरिंदर चड्डा की फिल्म ब्राइड एंड प्रेज्यूडिस के गीत लिखे। आमिर खान और करीना कपूर खान की फिल्म तलाश के संवाद फरहान अख्तर ने लिखे थे। आजकल वह डॉन ३ को लिखने में मशगूल हैं। 

अरुणोदय सिंह- सुधीर मिश्र की फिल्म ये साली ज़िन्दगीपूजा भट्ट की फिल्म जिस्म २आशुतोष गोवारिकर की फिल्म मोहनजोदड़ो और अभी हाल ही में रिलीज़ अभिनय देव की फिल्म ब्लैकमेल के एक्टर अरुणोदय सिंह को सोशल मीडिया पर एक कवि के रूप में पहचाना जाता है। वह छद्म नाम सूफी सोल से कविताएं लिखते हैं। उनकी कविताएं प्रेमप्यार और विछोह पर केन्द्रित होती हैं। फिलहालखुद के लिए लिख रहे अरुणोदय सिंह की इच्छा है कि उनकी कविताओं का संकलन प्रकाशित हो। 

सुमीत व्यास- हिंदी फिल्म दर्शक सुमीत व्यास को परमानेंट रूममेटस के मिकेशहाई जैक के डीजे रॉकेश और रिबन के करण के किरदारों से पहचानते हैं। लेकिनकितने दर्शक जानते हैं कि ट्रिपलिंग के चन्दनलव पर स्क्वायर फुट के संजय चतुर्वेदी और बैंग बाजा बारात के पवन जैसे किरदारों को सुमीत व्यास ने ही लिखा है। अब यह बात दीगर है कि परदे पर यह किरदार विक्की कौशल और अली फज़ल ने किये हैं। ट्रिपलिंग को देश-विदेश के दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया गया और सुमीत व्यास के लेखन की प्रशंसा हुई। यही कारण है कि अब इस शो के दूसरे सीजन के लिए आकर्ष खुराना के साथ सुमीत व्यास को भी लिखने के लिए शामिल कर लिया गया है। 

विनीत कुमार सिंह- विनीत कुमार सिंह की बतौर एक्टर पहचान अनुराग कश्यप की फिल्म मुक्काबाज़ से बनी। इस फिल्म को अनुराग कश्यप तथा दूसरे लेखकों के साथ विनीत ने भी लिखा था। विनीत कुमार सिंह को इंडस्ट्री में १६ साल हो गए हैं। उन्होंने को २० फिल्मों में अभिनय किया है। उनकी आगामी फिल्मों में रीमा कागती की फिल्म गोल्ड शामिल है। विनीत कुमार सिंह भी बतौर लेखक अपना नाम स्थापित करना चाहते हैं। 

फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखने वाले एक्टर  
कुछ ऐसी एक्ट्रेस हैंजिन्होंने अपनी फिल्मों की स्क्रिप्ट भी लिखी। कल्कि कोएच्लिन ने द गर्ल इन येलो बूट्स की पटकथा लिखी थी।  उन्होंने फिल्म में अभिनय भी किया था।  इस फिल्म के बादउन्होंने कसम खाई कि वह जिस फिल्म को लिखेंगीउसमे अभिनय नहीं करेंगी।  कोंकणा सेन शर्मा के लेखक की शुरुआत एक शॉर्ट फिल्म नामकरण से हुई थी। उन्होंने अ डेथ इन द गंज पटकथा लिखीनिर्देशन किया और अभिनय भी किया।  इस फिल्म के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले। सनी देओल ने अपनी कमबैक फिल्म घायल वन्स अगेन की पटकथा लिखी और अभिनय किया। इस  फिल्म के निर्देशक सनी देओल ही थे। सलमान खान ने चंद्रमुखीबागी: अ रिबेल फॉर लव और वीर की पटकथा लिखी थी। ईद वीकेंड पर रिलीज़ होने जा रही फिल्म रेस ३ के दो रोमांटिक गीत सलमान खान ने लिखे और गाये हैं।  

इन एक्टर्स के अलावा कुछ दूसरे एक्टरों का लेखकउनके एक्टर के पीछे कही गुम हो गया है।  अमिताभ बच्चन का ब्लॉग काफी पढ़ा जाता है। ऋषि कपूर ने मीना अय्यर के साथ अपनी आत्मकथा खुल्लम खुल्ला लिखी है। खबर है कि शाहरुख़ खान अपनी अभिनय शैली पर एक किताब लिख रहे हैं। लेकिनउनका यह लेखन अपनी बेटी तक सीमित है।  इस किताब का टाइटल टू सुहानाऑन एक्टिंगफ्रॉम पापा है।  सीरियल किसर के विशेषण से मशहूर इमरान हाश्मी ने अपने बेटे के कैंसर से संघर्ष को शामिल करते हुएएक लेखक बिलाल सिद्दीक़ी के साथ एक किताब द किस ऑफ़ लाइफ लिखी है।  जो २०१६ में प्रकाशित हुई। एक्टर आयुष्मान खुराना की किताब क्रैकिंग द कोड: माय जर्नी इन बॉलीवुड २०१५ में प्रकाशित हो चुकी है। नसीरुद्दीन शाह की २०१४ में एक किताब अ मेमॉयर : एंड देन वन डे प्रकाशित हो चुकी है। वह अभिनय सीखने के इच्छुक छात्रों के लिए एक किताब लिखना चाहते हैं। महेश भट्ट की फिल्म आशिक़ी की एक्ट्रेस अनु अग्रवाल काएक भीषण कार दुर्घटना में घायल हो जाने के बाद पूरा करियर ही ख़त्म हो गया।  उन्होंने अपनी इसी कथा को अनयूजुअलमेमोरी ऑफ़ अ गर्ल हु केम बैक फ्रॉम डेड में लिखा है।  अनुपम खेर ने अभिनय पर द बेस्ट थिंग अबाउट यू इज यू लिखी है।  

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बॉलीवुड न्यूज़ २० मई

स्वरमाऊलीटायटिल से सम्मानित लता मंगेशकर
भारतरत्न लता मंगेशकर ने हिन्दी और ३६ क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं और विदेशी भाषाओं में हजारों गाने रिकार्ड किए है । वह तीन नेशनल फिल्म अवार्ड्स, १२ बंगाली फिल्म जर्निलस्ट्स एसोसिएशन अवार्ड्स, चार फिल्मफेअर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवार्ड्स, दो फिल्मफेअर स्पेशल अवार्ड्स, फिल्मफेअर लाइफ टाइम एचिवमेंट अवार्ड और दादासाहेब फाल्के अवार्ड और द ऑफिसर ऑफ द लिजन आफ ऑनर अवार्ड (फ्रांस का उच्चतम नागरिक अवार्ड) के अलावा अन्य कई सम्मान और अवार्ड्स से सम्मानित की जा चुकी है इसके बावजूद जब करविर मठ, कोल्हापुर के जगतगुरू शंकराचार्य ने स्वर मौली टायटिल से सम्मानित करने के लिए उनका चयन किया तो लता मंगेशकर अत्यंत प्रसन्न हुईं यह अवार्ड उन्हें उनके प्रभु कुंज स्थित निवास, मुंबई में १२ मई को दिया गया । लता मंगेशकर कहती हैं, “जगतगुरू शंकराचार्य ने मुझे टाइटल स्वर मौली के लायक समझा, यह मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है मैं खुद को बहुत सौभाग्यशाली समझती हूं कि वह मुझे सम्मानित करने के लिए खुद आये उनके इस आशीर्वाद के लिए मैं उनकी आभारी हूं ।“
काबुलीवाला की याद दिलाता बॉयोस्कोपवाला
अभी, निर्देशक देब मेधेकर की फिल्म बॉयोस्कोपवाला का ट्रेलर रिलीज़ हुआ है । फिल्म में बॉयोस्कोपवाला एक अफगान है, जिसकी भूमिका डैनी डैंग्जोप्पा कर रहे हैं। बॉयोस्कोपवाला बच्चों का मनोरंजन एक बॉक्स के अन्दर छोटी छोट तस्वीरे चला कर करता है। यह फिल्म २५ मई को रिलीज़ हो रही है। फिल्म की मुख्य भूमिका में डैनी के अलावा गीतांजलि थापा, आदिल हुसैन और टिस्का चोपड़ा हैं।  बॉयोस्कोपवाला का ट्रेलर देखते समय १९६१ में रिलीज़ बलराज साहनी की मुख्य भूमिका वाली फिल्म काबुलीवाला की याद ताज़ा हो जाती है। इस और उस फिल्म में फर्क सिर्फ यह है कि इस फिल्म का अफगानी एक बॉयोस्कोपवाला है, जबकि १९६१ की काबुलीवाला का अफगान पिसते, बादाम, आदि सूखे मेवे बेचने वाला था। वह अपने खेत बचाने के लिए हिंदुस्तान आता है। दोनों ही फ़िल्में, रबीन्द्रनाथ ठाकुर की कहानी पर आधारित तथा भारत और अफगानिस्तान के पुराने संबंधों की याद दिलाने वाली हैं। एक ख़ास बात यह भी है कि दोनों ही फिल्मों के मुख्य किरदार यानि काबुलीवाला और बॉयोस्कोपवाला के नाम काफी मिलते जुलते हैं। डैनी रहमत खान बने है तो बलराज साहनी के करैक्टर का नाम अब्दुल रहमान खान था। एक दूसरी बात यह कि इन दोनों ही फिल्मों के बालिका के चरित्र का नाम मिनी ही है।  क्या बॉयोस्कोपवाला को दर्शक पसंद करेंगे ?
मामा से भांजे तक रोमांस करने वाली युविका चौधरी !
आजकल, युविका चौधरी, निर्देशक मनोज शर्मा की फिल्म टाइम नहीं है की शूटिंग में व्यस्त हैं।  इस  कॉमेडी फिल्म में वह, कृष्णा अभिषेक की नायिका हैं। कभी शाहरुख़ खान के साथ फिल्म ओम शांति ओम में छोटी भूमिका कर चुकी, युविका चौधरी का कृष्णा अभिषेक तक का सफर मामा से भांजे तक की कहानी बयान करता है। दिल्ली की मॉडल युविका चौधरी ने टैलेंट हंट शो सिने स्टार की खोज में हिस्सा लिया।  इस शो के कारण उन्हें सीरियल अस्तित्व मिला। फराह खान ने युविका से संपर्क कर, उन्हें ओम शांति ओम  में डॉली की भूमिका सौंप दी। यह काफी छोटी भूमिका थी।  दीपिका पादुकोण और शाहरुख़ खान की दोहरी भूमिकाओं के सामने कहीं दब गई। इसी दौरान, युविका को सुहैल तातारी की पहली फिल्म समर २००७ मिल गई।  इस फिल्म के पांच मेडिकल छात्रों में से एक युविका चौधरी भी थी।  फिल्म बुरी तरह मार खाई। इस फिल्म की असफलता के बाद, युविका चौधरी की फिल्म ‘तो बात पक्की’ और कृष्णा अभिषेक के मामा गोविंदा के साथ फिल्म ‘नॉटी @ फिफ्टी’ भी फ्लॉप हुई। बिग बॉस ९ में हिस्सा लेने के दौरान युविका चौधरी और प्रिंस नरूला के बीच रोमांस पैदा हो गया। खबर है कि प्रिंस नरूला ने अपनी गर्दन पर दीपिका पादुकोण की शैली में युविका का नाम लिखवा लिया है। यह भी खबर है कि दोनों जल्द शादी करने वाले हैं। युविका चौधरी की एक फिल्म वीरे की वेडिंग पिछले दिनों रिलीज़ हुई है। 
यशराज फिल्म्स के शमशेर की वाणी (कपूर)
हिंदी फिल्मों में वाणी कपूर को वाणी देने वाले यशराज फिल्म्स के आदित्य चोपड़ा एक बार फिर वाणी कपूर पर मेहरबान हैं । उन्होंने एक बार फिर, अपनी फिल्म शुद्ध देसी रोमांस की गायत्री को शमशेरा का रोमांस बना दिया है । हालाँकि, शमशेरा एक महा एक्शन फिल्म है । रणबीर कपूर के किरदार को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि रणबीर ने पहले कभी ऎसी भूमिका नहीं की । ऐसे में, अनुमान लगाया जा सकता है कि वाणी कपूर की शमशेरा में भूमिका कैसी होगी ! लेकिन, फिल्म के निर्देशक करण मल्होत्रा दावा करते हैं कि फिल्म में वाणी कपूर की भूमिका रणबीर कपूर के शमशेरा के साथ गुंथी हुई है । वाणी का किरदार फिल्म की कहानी से इस तरह जुडा हुआ है कि वह नायक के विद्रोही मिशन को उत्प्रेरित करती है । वाणी इस भूमिका के लिए बिलकुल उपयुक्त है । हम चाहते थे ऐसा चेहरा ताज़गी भरा भी हो और खूबसूरती से किरदार में फिट भी हो जाए ।“ वाणी कपूर की पिछली फिल्म, रणवीर सिंह के साथ फुकरे बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी थी । इस फिल्म में संजय दत्त के क्रूर भाड़े के हत्यारे की भूमिका कर रहे हैं, जो रणबीर कपूर के शमशेरा का भी दुश्मन है । इस फिल्म की शूटिंग अगले साल के मध्य तक पूरी भी हो जायेगी ।
दो पत्नियों के बीच ‘फालूदा’ बना डिलीवरी बॉय  
कॉमेडी फिल्म 'फालूदा' का ट्रेलर और म्यूजिक वरिष्ठ फ़िल्मकार लॉरेंस डिसूज़ा ने लांच किया । फिल्म फालूदा की कहानी एक डिलीवरी बॉय अजय की है, जिसकी दो पत्नियाँ हैं शीतल और रिया दोनों अलग अलग जगह रहती हैं । एक घटना के कारण इंस्पेक्टर के के सिंह को शक हो जाता है कि अजय अंडरवर्ल्ड गैंग का एक सदस्य है । अजय को डर लगने लगता है कि इस वजह से उसकी दो पत्नियों का राज़ सब के सामने खुल जाएगा । अजय अपने दोस्त पप्पू की मदद से दोनों पत्नियों के घर आता जाता रहता है । और कॉमेडी क्रिएट होती है । फिल्म में अजय का रोल आरव सिंह, शीतल का रोल गूँज चंद, रिया का रोल पिहू शर्मा, के के सिंह का रोल गौरव शर्मा कर रहे हैं । फिल्म के निर्देशक धीरज सिंह हैं । फिल्म ज़ल्द ही रिलीज़ होगी ।  
परमाणु की लड़ाई में अकेले थे जॉन अब्राहम
निर्माता जॉन अब्राहम, आज खुश भी हैं और वेदना से भरे हुए भी हैं । वह खुश इसलिए हैं कि उनके दिल के सबसे ज्यादा नज़दीक उनकी बतौर निर्माता और अभिनेता फिल्म परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण २५ मई को रिलीज़ होने जा रही है । इस फिल्म के लिए उन्हें, एक दूसरी सह निर्माता प्रेरणा अरोड़ा के साथ कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी । इसके बाद ही उनकी फिल्म अदालती आदेश के बाद रिलीज़ हो रही है । जॉन अब्राहम को दुःख इस बात का है कि उनकी इस लड़ाई में फिल्म इंडस्ट्री का कोई भी साथ नहीं था । पूरी इंडस्ट्री मूक दर्शक बनी सब देख रही थी । यहाँ तक कि वह दूसरे निर्माता भी, जिन्हें प्रेरणा अरोड़ा के रवैये से कठिनाई हुई थी । जॉन अब्राहम कहते हैं, “मैं किसी से सपोर्ट की उम्मीद भी नहीं कर रहा था । सभी इतना ज़रूर कह रहे थे कि ईश्वर का धन्यवाद कि जॉन के बजाय हम नहीं थे । जबकि, मेरे कारण बहुत से लोगों का झंझट ख़त्म हो गया ।“ जॉन अब्राहम में सच के लिए लड़ने, खड़े होने और साबित होने का जज्बा है । सच भी उनके साथ था ।
क्या रोमांस और  कॉमेडी करेगे अजय देवगन और रणबीर कपूर
लव रंजन ने, राकेट छलांग लगाईं है। कार्तिक आर्यन, दिव्येंदु शर्मा और सनी निज्जर जैसे नए एक्टरों के साथ प्यार का पंचनामा, आकाश-वाणी, प्यार का पंचनामा २ और सोनू के टीटू की स्वीटी जैसी हिट फ़िल्में निर्देशित करने वाले लव रंजन ने जैसे बुलेट की रफ़्तार को भी पीछे छोड़ दिया है। वह एक रोमकॉम यानि रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ले ले प्यार ले बनाने जा रहे हैं। इस फिल्म में अजय देवगन के साथ रणबीर कपूर को लिए जाने की खबर है। लव रंजन की फिल्मों की कहानी की परंपरा में यह फिल्म भी बडी यानि दो दोस्तों की कहानी वाली हास्य और रोमांस से भरपूर फिल्म होगी। अगर यह जोड़ी बनती है, तो रणबीर कपूर और अजय देवगन आठ साल बाद फिर साथ कैमरा फेस करेंगे। यह दोनों, प्रकाश झा के निर्देशन में फिल्म राजनीति  में एक  दूसरे के विपरीत खेमे में खड़े नज़र आ रहे थे। अजय देवगन, इस समय इंद्रकुमार की फिल्म टोटल धमाल, प्रदीप सरकार की फिल्म इला के अलावा आकिव अली के निर्देशन में एक अनाम फिल्म में अभिनय कर रहे हैं। उधर, रणबीर कपूर भी काफी व्यस्त हैं।  आज ही, यशराज फिल्म्स ने उन्हें अपनी फिल्म शमशेरा में लिए जाने का ऐलान किया है।  वह निर्माता करण जोहर की अयान मुख़र्जी निर्देशित फ़न्तासी फिल्म ब्रह्मास्त्र के नायक हैं। उनकी संजय दत्त की बायोपिक फिल्म संजू २९ जून को रिलीज़ होने जा रही है।
दक्षिण की वेदिका का हिंदी फिल्म डेब्यू
मलयालम फ़िल्म निर्देशक जीतू जोसफ की पहली अनाम हिंदी फिल्म में इमरान हाश्मी और ऋषि कपूर को लिए जाने की खबर दी जा चुकी है। अब खबर है कि इस फिल्म से एक साउथ एक्ट्रेस का हिंदी फिल्म डेब्यू होने जा रहा है। हालाँकि, इस फिल्म में एक अन्य एक्ट्रेस शोभिता धुलिपला को भी लिया गया है। शोभिता, रमन राघव २.० तथा सैफ अली खान के साथ दो फ़िल्में शेफ और कालकंडी जैसी हिंदी फ़िल्में कर चुकी हैं। जबकि, फिल्म से दक्षिण की जिस एक्ट्रेस का डेब्यू होने जा रहा है, उसकी ज़्यादातर फ़िल्में फ्लॉप हुई है। यह एक्ट्रेस है वेदिका। वेदिका का हिंदी फिल्म डेब्यू २०११ में हो जाता, यदि परसेप्ट पिक्चर्स द्वारा १९७५ की हिट फिल्म जय संतोषी माँ का रीमेक बनाया जाता। मगर, मंदी के दौर में परसेप्ट पिक्चरस ने इस बड़े बजट की फिल्म को बनाने का इरादा ही छोड़ दिया। वेदिका की सुन्दरता के दक्षिण में चर्चे हैं। वह शोख और चंचल अभिनेत्री मानी जाती है। उनमे सेक्स अपील देखी जाती है। जीतू जोसफ की डेब्यू फिल्म एक अपराध रहस्य थ्रिलर फिल्म है। इस फिल्म को देखते समय डर भी महसूस होगा। इस फिल्म को मई से जुलाई के बीच एक ही शिड्यूल में पूरा कर लिया जायेगा।

‘दिल ही तो है’ की लीड एक्ट्रेस योगिता बिहानी - पढ़ने के क्लिक करें 

Thursday 17 May 2018

‘दिल ही तो है’ की लीड एक्ट्रेस योगिता बिहानी का लकी महीना

किस्मत क्या है सही समय पर सही मौका मिलना और उसे लपकने की क्षमता होना। यह योगिता बिहानी के लिए सही हैजिन्होंने हाल ही में एक बड़ा असाइनमेंट हासिल किया है। योगिता जल्द ही सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के शो दिल ही तो है’ में मुख्य भूमिका निभाती नजर आएंगी। उन्होंने टॉलीवुड स्टार नागार्जुन के साथ हाल ही में एक कमर्शियल एडवर्टाइजमेंट शूट किया है। पिछली बार वह दमदार सलमान खान के साथ दस का दम के प्रोमो में नजर आई थी। योगिता ने कई विज्ञापन किए हैं लेकिन उभरते कलाकार को सलमान खान जैसे अभिनेता के साथ फीचर होने का मौका बार-बार नहीं मिलता। उसके बाद उन्हें एकता कपूर के शो में मुख्य भूमिका मिल गई। अब उन्हें सुपरस्टार नागार्जुन के साथ एक और कमर्शियल में फीचर होने का मौका मिल रहा है। यह सब योगिता के लिए सपने सच होने जैसा है।


अपने रोमांच को शब्द देते हुएयोगिता ने कहा, “यह मेरी जिंदगी का सबसे लकी महीना था। मैं पिछले काफी समय से एक्टिंग में किस्मत आजमा रही थी लेकिन एक महीने में मुझे इतनी सफलताएं मिल गई कि मैं सातवें आसमान पर पहुंच गई हूं। सलमान के साथ काम करना मेरी जिंदगी का अब तक का सबसे जबरदस्त अनुभव था। आखिर हर कलाकार अपने करियर में कम से कम एक बार यह करना चाहता है। उसके बाद एकता कपूर के शो में मुख्य कलाकार की भूमिका मिल गई। अब मैं टॉलीवुड सुपरस्टार नागार्जुन के साथ काम करके सातवें आसमान पर पहुंच चुकी हूं। मैं लंबे समय से अच्छे ब्रेक की तलाश में थी लेकिन अब पीछे मुड़कर इस महीने की ओर देखती हूं तो लगता है कि मेरे सभी प्रयासों का अच्छा नतीजा मिला है। दस का दम प्रोमो शूट होने के बाद मुझसे प्रोजेक्ट के दूसरे विज्ञापन में भाग लेने के लिए संपर्क किया गया है। मुझे उम्मीद है कि लेडी लक मेरे साथ और लंबी अवधि तक रहेगा क्योंकि जल्द ही हमारा शो सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर आने वाला है। 


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टॉम ऑल्टर की आखिरी फिल्म 'किताब' का प्रीमियर

पुराने अभिनेता श्री टॉम ऑल्टर अभिनीत "किताब" नामक पुरस्कार विजेता लघु फिल्म का प्रीमियर नई दिल्ली में आयोजित हुआ। टॉम ऑल्टर को उनकी आखिरी फीचर फिल्म में देखा जाएगा और शानदार अभिनय के लिए याद किया जाएगा, यह फिल्म इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के बढ़ते प्रभाव पर आधारित है, इसलिए, फिल्म स्क्रीनिंग के अलावा, "पुस्तकों  पर इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट के प्रभाव" के विषय पर एक पैनल चर्चा भी की गई।

यह आयोजन महादेव रोड पर फिल्म डिवीजन ऑडिटोरियम में हुआ। पूरे कार्यक्रम में जाने-माने व्यक्तित्वों और पैनलिस्टों, पद्मभूषण डॉ बिंदेश्वर पाठक, संस्थापक सुलभ स्वच्छता आंदोलन, श्रीमती मैत्रेय पुष्पा, उपन्यासकार और हिंदी लेखक, उपाध्यक्ष, हिंदी अकादमी, और साथ ही फिल्म के निदेशक कमलेश के मिश्रा भी उपस्थित थे।

पैनल चर्चा में, डॉ पाठक ने कहा, "आजकल, लोग गैजेट्स और मोबाइल में उलझ गए हैं। इन सभी गैजेट्स को समर्थन की आवश्यकता है, वे बिजली, इंटरनेट और सभी जैसे किसी भी समर्थन के बिना काम नहीं कर सकते हैं, लेकिन हमारी किताबें निःशुल्क हैं। गैजेट भी महत्वपूर्ण हैं लेकिन यह किसी पुस्तक के अनुभव को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है। "

जबकि, श्रीमती मैत्रेयी ने कहा, "किताब का इतिहास पुराना है, यह जीवन के हर चरण में बदलाव करता है और चीजें बहुत बदल गई हैं, हमें किसी पुस्तक के लिए किसी भी तकनीक की आवश्यकता नहीं है। हम किसी भी किताब को कहीं भी पढ़ सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की तकनीक आगे तक पहुंच चुकी है, मोबाइल फोन भी छोटे गांवों में महिलाओं के लिए भी उपयोगी हैं। लेकिन किताबों की संस्कृति कभी खत्म नहीं होगी और इसे खत्म नहीं होना चाहिए। "

पुरस्कार विजेता निर्देशक कमलेश के मिश्रा द्वारा निर्देशित, प्रभावशाली फिल्म बताती है, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के बढ़ते प्रभाव के कारण, किताबें हमसे दूर हो रही हैं। और पौराणिक अभिनेता लेट टॉम ऑल्टर ने इस फिल्म में एक पुराने पुस्तकालय अध्यक्ष की भूमिका निभाई है और पुस्तकालय में आने वाले अंतिम पाठक को लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।

खैर, 'किताब' ने सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फिल्म, कलकत्ता इंटरनेशनल कल्ट फिल्म फेस्टिवल जीता। फील द रील इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (यूके) के लिए फाइनल, टॉम ऑल्टर को दूसरे सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए चुना गया। यहा तक की लास एंजिल्स सिने फेस्ट (अभी भी फाइनलिस्ट की दौड़ में) और रोम स्वतंत्र स्वतंत्रता पुरस्कार के लिए आधिकारिक चयन के लिए सेमीफाइनल में।

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