Thursday 27 February 2020

“I feel like I have been reborn since turning producer” – says AR Rahman


With 99 Songs, music maestro AR Rahman will be seen turning producer and writer for the first time. The trailer which was recently launched has created tremendous curiosity among fans and cinegoers about the upcoming musical drama. At the recently held event of the movie, when quizzed about the same, a delighted Rahman said, “I feel like I have been reborn since the time I have decided to turn producer. It’s an entirely new feeling”.
  
Speaking further on the challenges of making a film he says, “It's like being born again as a new man. When I started as a film music composer, I already had ten years of experience. But as a producer, it felt so new and seemed like I was starting all over again and I wanted to leave no stone unturned in giving it my best. Also, since I was working with other debutants – the director and the actor - I was reminded that I have a completely new team and we had a modest budget. I didn’t want to spare any effort in presenting it well and try to make our own epic (smiles) ”.
  
When asked if he was a regular on sets during the shoot, he said, “I knew that if some important scenes needed to be expanded, I ensured I would be present on set. Our executive producer would tell me that we have time constraints and will have to wrap the scene in a day while I was keen on four because those are the scenes that need love and complete justice. It's an art to balance between creative and commercial. However, if you get too creative then you may have to sell your property”, he laughingly added.
  
It is a first attempt and I hope we have done our best. My wife and daughters have been a great support”, he signed off. 

The movie is directed by debutant director Vishwesh Krishnamoorthy and will release in three languages, including Hindi, Tamil & Telugu. 99 Songs will also introduce to Bollywood a fresh new face, Ehan Bhat. 

Presented by Jio Studios, the film is produced by A. R. Rahman's production company YM Movies and co-produced by Ideal Entertainment

व्हिस्पर के कैम्पेन #KeepGirlsInSchool के साथ Bhumi Pednekar



महिलाओं की देखभाल से जुड़े अग्रणी ब्रांड व्हिस्पर® ने आज भावोत्तेजक अभियान #KeepGirlsInSchool रिलीज़ किया है। यह अभियान लड़कियों को माहवारी शुरू होने पर उनका स्कूल जाना छोड़ने से रोकता है। इस अभियान के एक भाग के तहत, व्हिस्पर® ने अपनी नई फिल्म लॉन्च की जिसका लक्ष् इस बारे में जागरुकता फैलाना है कि कैसे आज भी पूरे भारत में यौवनारंभ (प्यूबर्टी) के साथ ही लड़कियाँ स्कूल जाना छोड़ देती हैं। यह फिल्म चौंकाने वाले तथ्य प्रकाश में लाती है कि हर साल प्रत्येक 5 लड़कियों में से एक लड़की स्कूल जाना छोड़ देती है और हम इस पर ध्यान भी नहीं देते इस अंतर को भरने के लिए, व्हिस्पर® ने उनके मौजूदा माहवारी के दौरान स्वच्छता से जुड़े शैक्षणिक कार्यक्रम के प्रभाव को दोगुना करते हुए साल 2022 तक 5 करोड़ लड़कियों तक पहुँचने की अपनी प्रतिज्ञा को सुदृढ़ किया है।

इस फिल्म की संकल्पना एडवर्टाइज़िंग एजेन्सी लियो बर्नेट की है जो इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे माहवारी के दौरान लड़कियाँ स्कूल से गायब हो जाती हैं और इस पर किसी का ध्यान भी नहीं जाता। फिल्म में स्कूल जाने वाली लड़कियों की मस्ती और कौतुहल से भरी रोजमर्रा की ज़िंदगी दर्शाई गई है, जब तक उनका एक के बाद एक स्कूल से गायब होना शुरु नहीं होता। यह फिल्म दर्शकों को इस गंभीर स्थिति की वास्तविकता से झकझोर देती है कि आज भी कई लड़कियाँ स्कूल नहीं जा पाती क्योंकि उन्हें यह नहीं पता है कि माहवारी को कैसे मैनेज किया जाए, और इस तरह सही समय पर माहवारी से जुड़ी शिक्षा के महत्व पर ज़ोर देती है। यह फिल्म दर्शकों को एक ज़िम्मेदारी की भावना के साथ छोड़ जाती है जिससे वे एक बदलाव लाने के लिए अपना योगदान दें। 

पीएंडजी इंडियन सब-कॉन्टिनेंट के फेमिनाइन केयर की कैटेगरी लीडर, चेतना सोनी ने कहा, अपने महत्वपूर्ण अभियानों के ज़रिए देश में माहवारी संबंधी स्वच्छता से जुड़े सामाजिक अवरोधों को चुनौती देने के लिए व्हिस्पर® इनका समानार्थी बन गया है और ब्रांड के शानदार इतिहास में #KeepGirlsInSchool सबसे नया संस्करण है। हमारे बेहतरीन और अवॉर्ड से सम्मानित कैम्पेन #TouchThePickle और उसके बाद #SitImproper और #Whispers® BreakSilence जैसे क्रांतिकारी अभियानों के ज़रिए हमारी एडवर्टाइज़िंग और मीडिया में अपनी आवाज का इस्तेमाल करते हुए हमने सबसे पहले माहवारी से जुड़ी निषिद्ध चीज़ों और गलत मान्यताओं को दूर करना शुरु किया। 

उन्होंने आगे कहा, माहवारी से जुड़ी गलत मान्यताओं को दूर करने में एक अग्रणी आवाज होने के अलावा, व्हिस्पर®  ने ज़मीनी तौर पर भी उल्लेखनीय प्रभाव का निर्माण किया है। पिछले तीन दशकों में हमने  भारत में 2.5 करोड़ लड़कियों को हमारे पीरियड एजुकेशन  कार्यक्रम के ज़रिए माहवारी से जुड़ी स्वच्छता के बारे में शिक्षित किया है। अगले दो सालों में हम इस प्रभाव को दोगुना करने और साल 2022 तक 5 करोड़ से ज़्यादा किशोरियों को माहवारी से जुड़ी स्वच्छता के बारे में शिक्षित करने की प्रतिज्ञा लेते हैं। यह हमारी स्वस्थ माहवारी से जुड़ी प्रथाओं तरीकों के बारे में जागरुकता बढ़ाने और स्वीकार करने और भारत में 100%  माहवारी से जुड़ी स्वच्छता हासिल करने की हमारी कोशिशों के तर्ज़ पर है। भारत में तीन दशक पहले जब हमने अपने सफर की शुरुआत की तो उस समय सैनिटरी प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की संख्या 1 करोड़ से भी कम थी। इस संख्या को बढ़ाकर आज 7 करोड़ महिलाओं तक ले जाने के लिए जागरुकता निर्माण और शिक्षा के हमारे प्रयत्न महत्वपूर्ण रहे हैं। 


#KeepGirlsInSchool के संदेश को लोगों तक पहुँचाने के लिए व्हिस्पर® ने अभिनेत्री भूमि पेडनेकर के साथ गठबंधन किया है जो माहवारी से जुड़ी स्वच्छता के बारे में जागरुकता और पहुँच उपलब्ध कराने की बड़ी समर्थक हैं। अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने कहा, खासतौर पर जब माहवारी का विषय आज भी निषिद्ध विषय माना जाता है तो लड़कियों को स्कूल में रखने का उद्देश्य बेहद ज़रुरी है और मैं इस मकसद से व्यक्तिगत रुप से जुड़ा महसूस करती हूँ। मुझे ये जानकर गहरा धक्का पहुँचा कि माहवारी से जुड़ी शिक्षा के अभाव में हर साल प्रत्येक 5 लड़कियों में से 1 लड़की स्कूल जाना छोड़ देती है। व्हिस्पर® की ये पहल ऐसे समय में सामने आई है जब सही जानकारी और शिक्षा के साथ भारत की युवा महिलाओं का सशक्तिकरण हमारे देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक दुर्लभ मौका है जहाँ हम सभी मिलकर छोटी लड़कियों की जिंदगी में बदलाव ला सकते हैं। ये वाकई में लड़कियों को स्कूल में रखने का यानि #KeepGirlsInSchool का समय है।

इस कैंपेन के बारे में राजदीपक दास, मैनेजिंग डायरेक्टर- भारत एवं चीफ क्रिएटिव ऑफीसर, लियो बर्नेट साउथ एशिया ने कहा,यह बात चौंकाने वाली है कि आज भी भारत में माहवारी से संबंधित स्वच्छता के कारण 5 में से एक लड़की स्कूल जाना छोड़ देती है। हम सिर्फ इस कहानी को बताने के लिए ही व्हिस्पर से भागीदारी नहीं कर रहे हैं बल्कि #KeepGirlsinSchool पहल के साथ हम लोगों को इन संख्याओं की हकीकत बताकर उन्हें झकझोरना चाहते हैं और सभी को  देश में माहवारी से संबंधित 100 प्रतिशत स्वच्छता हासिल की दिशा में हमारे आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं।

क्रेडिट्स:
एजेन्सीलियो बर्नेट इंडिया 
एमडीइंडिया तथा सीसीओसाउथ एशिया, लियो बर्नेट: राजदीपक दास
एमडीइंडिया तथा सीएसओसाउथ एशिया, लियो बर्नेट: धीरज सिन्हा
चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसरवेस्ट: राकेश हिंदुजा
सीनियर वाइस प्रेसिडेंट: मनिन्दर बाली
एक्ज़ीक्यूटिव क्रिएटिव डायरेक्टर: सोनल छाजरेह, मयुरेश दुभाषी
क्रिएटिव डायरेक्टर्स: गौरव कुमार, टिन्ना राजपुत
असोसिएट क्रिएटिव डायरेक्टर: दीपायन पुरकायस्थ
आर्ट डायरेक्टर: मयुराक्षी बैनर्जी
ब्रांड डायरेक्टर: भास्वती भट्टाचार्य
ब्रांड असोसिएट: अपराजिता देशपांडे
प्रोडक्शन हाउसप्रोडिजियस
डायरेक्टर:सिज़िल श्रीवास्तव
डीओपी: श्रीनिवास रेड्डी
एक्ज़ीक्युटिव प्रोड्यूसर: वरुण शाह
प्रोड्यूसर: अंदलिब पटेल
असोसिएट प्रोड्यूसर: ज़ीशान काजी