२०१४ में प्रदर्शित तेलुगु फिल्म कार्तिकेय एक शापित मंदिर के रहस्य को एक डॉक्टर द्वारा उजागर करने के कथानक वाली फिल्म थी. इस फिल्म के आठ साल बाद प्रदर्शित सीक्वल कार्तिकेय २ में वही डॉक्टर और वही रहस्य का पर्दाफाश है. पर यहाँ कथानक में धार्मिक मोड़ अधिक गहरा है.
कृष्ण के पैरों की पायल से गंभीर बीमारियों की भ्रान्ति से गुजरता हुआ डॉक्टर समुद्र में डूबी कृष्ण की द्वारिका तक जा पहुंचता है. यह फिल्म ११ अगस्त २०२२ को आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा और अक्षय कुमार की फिल्म रक्षाबंधन की रिलीज़ के दो दिन बाद १३ अगस्त को प्रदर्शित हुई थी.
इस फिल्म के हिंदी संस्करण को हिंदी बेल्ट के प्रदर्शकों और वितरकों ने आमिर खान और अक्षय कुमार की फिल्म के सामने महत्त्व नहीं दिया. पूरे देश में कार्तिकेय २ के हिंदी संस्करण को सिर्फ ५० शो दिए गए थे. मुंबई में इसके सिर्फ ८ शो थे.
परन्तु, पहले दिन ही कार्तिक की फिल्म ने झंडे गाड़ दिए. फिल्म ने ६ लाख का कारोबार किया. पर्दों और कारोबार के लिहाज से इस फिल्म के प्रत्येक शो को कम से कम १०० दर्शकों ने देखा.
इसे देखते हुए प्रदर्शकों को शो बढ़ा कर १५० करने पड़े. खबर है कि अगर लाल सिंह चड्डा और रक्षाबंधन का कारोबार बढ़ता नहीं है तो इनके स्थान पर कार्तिकेय २ के शो रखे जायेंगे.
मुंबई के गैएटी गैलेक्सी के मनोज देसाई ने निर्णय लिया है कि अगर बॉलीवुड की दो फिल्मों की दर्शक संख्या में १४ और १५ अगस्त तक सुधार नहीं हुआ तो इनके परदे कार्तिकेय २ को दे दिए जायेंगे.
यह है माहिमा हिन्दू पौराणिक कथानकों और चरित्रों की.
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