Thursday 11 July 2024

मेरी माँ और बहन मेरी सबसे बड़ी सपोर्ट सिस्टम है- #BhumiPednekar

 

कास्टिंग असिस्टेंट के रूप में अपने शुरुआती दिनों से लेकर 'दम लगा के हईशा' में अपने प्रभावशाली डेब्यू तक, भूमि पेडनेकर ने लगातार मानदंडों को चुनौती दी है, व्यावसायिक सफलता से अधिक भूमिकाओं में सार को प्राथमिकता दी है। मुख्य कहानियों से लेकर जटिल समकालीन पात्रों तक फैला उनका करियर स्क्रीन पर प्रामाणिकता और गहराई का एक अनूठा मिश्रण दर्शाता है। अपनी एक दशक लंबी यात्रा के दौरान, भूमि ने जुनून, परिश्रम और एक साहसी भावना से प्रेरित एक विशिष्ट मार्ग बनाया है जो उनकी प्रत्येक भूमिका के माध्यम से चमकता है। फिल्मफेयर के जुलाई-अगस्त 2024 अंक में, वह एक अभिनेत्री  के रूप में अपने विकास, व्यक्तिगत विकास के मील के पत्थर और सार्थक प्रदर्शन देने में मिलने वाली गहन संतुष्टि पर खुलकर चर्चा करती हैं।

 

 

 

अपने करियर विकल्पों के बारे में विचार साझा करते हुए भूमि ने कहा, “हां। मैं अपनी पसंद को लेकर बहुत स्पष्ट हूं। मैं यह नहीं कहूंगी  कि जब मुझे मेरी पहली फिल्म मिली तो मेरे अंदर स्पष्टता थी, क्योंकि ईमानदारी से कहूं तो पहली फिल्म के साथ आप भाग्यशाली हो जाते हैं। मेरी पहली फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ थी और मुझे लोगों को यह बताने का अवसर मिला कि मैं यहां प्रदर्शन करने आयी  हूं। लेकिन उसके बाद, मैं इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट थी कि मैं लगातार ऐसे किरदार करना चाहती हूं जो मुझे असहज करें, जो मुझे मेरे अस्तित्व पर सवाल उठाने पर मजबूर कर दें, या जो मुझे इस मूल सूत्र पर सवाल उठाने पर मजबूर कर दें कि मैं कौन हूं या मैं जिस दुनिया में रहता हूं। यह मुझे बहुत उत्साहित करता है।"

 

 

 

जीवन में अपनी सहायता प्रणाली के बारे में बात करते हुए, वह कहती हैं, “यह मेरे परिवार से शुरू होता है। हम बहुत करीबी इकाई हैं। जिन स्क्रिप्ट्स पर मैं विचार करती  हूं उन्हें छोड़कर मैं जो भी निर्णय लेती  हूं उसमें मेरी बहन समीक्षा भी शामिल होती है। मेरी माँ उन स्क्रिप्ट्स को पढ़ती हैं जिन पर मैं विचार करती  हूँ। लेकिन जब भी मैंने अपनी फिल्मों के बारे में अपनी मां से सलाह नहीं ली, तो इसका मेरे लिए कोई फायदा नहीं हुआ। मेरी मां और मेरी बहन मेरी सबसे बड़ी सपोर्ट सिस्टम हैं।”

 

 

 

 भागदौड़ या नियति के बीच चयन करते हुए, भूमि ने खुलासा किया, “यह दोनों का एक सा है। मैं उच्च शक्ति और नियति में विश्वास करती  हूं, लेकिन मैं अवसर पैदा करने के लिए लड़ती भी हूं और कड़ी मेहनत भी करती  हूं। मैं कॉल करूंगी , निर्देशकों तक पहुंचूंगा और फिल्म  के लिए ऑडिशन दूंगी । मैं लगातार सीख रही  हूं और एक इंसान और एक कलाकार के रूप में आगे बढ़ना चाहती  हूं। मुझे काम का प्रेशर बहुत पसंद है , मुझे जीवन में कोई परेशानी नहीं है. मैं थक जाती  हूं, लेकिन काम मुझे खुशी देती  है। तो, हां, मैं निश्चित रूप से एक हसलर हूं, न केवल पेशेवर रूप से बल्कि मैं जो कुछ भी करती  हूं उसमें में भी हसलर हूँ ।

#KamalHaasan का #Hindustani२ और हिंदी पेटी का दर्शक !



तमिल फिल्म इंडस्ट्री के #Ulaganayagan कहलाने वाले #KamalHaasan की तमिल फिल्म #Indian२ हिंदी में #Hindustani२ और तेलुगु में #Bharatheeyudu2 अर्थात भारतीय बन कर कल १२ जुलाई को  प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म का निर्देशन #Shankar ने किया है।





#BoxOffice पर चहलपहल की बात करें तो कमल हासन के इस सेनापति का हाल भी अक्षय कुमार के सरफिरे वाला ही है। अर्थात हिंदी पेटी के दर्शको को इंडियन या हिंदुस्तानी या भारतीय से कोई लगाव नहीं दिखाई दे रहा। सरफिरा से भी कम का पहला दिन होता दिखाई दे रहा है।






कमल हासन की पिछली फिल्मों #Vikram को पसंद किया था। छविगृहों में फिल्म  #Kalki2898AD के #Yaskin के लिए तालियां बजाई थी। किन्तु, उन्हें कमल हासन के इस इंडियन विजिलान्ते में कोई रूचि नहीं है। वास्तविकता तो यह है कि हिंदी दर्शक परदे पर विजिलान्ते को देखते देखते थक चुका है। जॉन अब्राहम और अजय देवगन विजिलान्ते बन बन कर दर्शकों को पका चुके है। हिंदी दर्शकों ें तो २०१२ में, जबकि अन्ना हजारे का आंदोलन चरम पर था, अक्षय खन्ना की फिल्म गली गली में चोर है को औंधे मुंह लुढ़का दिया था। ऐसे में शंकर के कमल हासन अभिनीत विजिलान्ते की क्या औकात ?





इंडियन२/हिंदुस्तानी२/भारतीयूडु२ ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर दोपहर बाद तक ६ करोड़ ८८ लाख के अग्रिम टिकट बेच लिए है। इसमें से सबसे अधिक योगदान तमिल दर्शकों का है। हिंदी दर्शकों ने केवल १७ लाख के आसपास के टिकट ही खरीदे हैं। हिंदी पेटी में हिंदुस्तानी की स्थिति में कुछ सुधार होगा। कहना अत्यंत कठिन ही नहीं नामुमकिन भी है।





तमिल फिल्म अभिनेता #Suriya की तमिल फिल्म #SuraraiPottru के अक्षय कुमार के साथ  हिंदी रीमेक #Sarfira को प्रदर्शित होने में केवल कुछ घंटे ही शेष रह गए है। किन्तु,सूर्या को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाने वाली फिल्म के रीमेक को दर्शकों का टोंटा है। अब तक फिल्म के कोई ३०-४० लाख के टिकट ही बिके है। यह अक्षय कुमार की पिछली दो फिल्मों के ओपनिंग डे एडवांस का सबसे कम आंकड़ा है।

#Sarfira की कमजोर कड़ी साबित होंगे #AkshayKumar ?

तमिल फिल्म अभिनेता #Suriya की 
तमिल फिल्म #SuraraiPottru के 
अक्षय कुमार के साथ  हिंदी रीमेक 

#Sarfira को प्रदर्शित होने में केवल 

कुछ घंटे ही शेष रह गए है। 

किन्तु,सूर्या को राष्ट्रीय फिल्म 

पुरस्कार दिलाने वाली फिल्म के 

रीमेक को दर्शकों का टोंटा है। अब 
तक फिल्म के कोई ३०-४० लाख के टिकट ही बिके है। यह अक्षय कुमार की पिछली दो फिल्मों की ओपनिंग डे एडवांस का सबसे कम आंकड़ा है।





वास्तविकता तो यह है कि सरफिरा की कोई हाइप ही नहीं।  यद्यपि फिल्म के कथानक, समीक्षकों की सकरात्मक समीक्षा और सफल तमिल फिल्म का उल्लेख भी दर्शकों को आकर्षित  नहीं कर पा रहा।





वास्तव में, फिल्म सरफिरा की सबसे कमजोर कड़ी स्वयं अक्षय कुमार है। जिन लोगों ने तमिल सुरराई पोत्तरु देखी  है, वह पुष्टि करेंगे कि फिल्म में सस्ती एयरलाइन्स एयर डेक्कन की स्थापना करने वाले कैप्टेन गोपीनाथ को परदे पर सूर्या ने कुछ इस  स्वाभाविक तरीके से किया था कि दर्शक गोपीनाथ के प्रति सहानुभूतिपूर्ण हो गए थे। फिल्म बड़ी हिट हुई थी।






फिल्म सरफिरा की निर्देशक सुरराई पोत्तरु वाली #SudhaKongara ही हैं, किन्तु उन्हें किसी सूर्या को नहीं, अक्षय कुमार को गोपीनाथ बनाना है।  निःसंदेह, अक्षय कुमार ने #MissionRaniganj और#RakshaBandhan जैसी भावनाप्रद फिल्मों में भावभीना अभिनय किया है। किन्तु, सरफिरा का चरित्र जटिल है।  अक्षय कुमार एक्शन कॉमेडी फिल्मो के हीरो हो सकते है।  किन्तु, सुधा कोंगरा के सरफिरा नहीं बन सकते। यही कारण है कि सरफिरा बढ़िया प्रारम्भ करने के लिए तरस रही है।

 




कल सरफिरा प्रदर्शित होने जा रही है। उसके सामने #Indian२ के #KamalHaasan #Hindustani२ बने हिंदी बोल रहे होंगे। सस्ती एयरलाइन के निर्माता को किसी बूढ़े विजिलान्ते का भय नहीं।  किन्तु, दर्शकों की उदासीनता वह सहन नहीं कर सकते। क्या करंट बुकिंग में सरफिरा को दर्शक सहारा देंगे ?

हिंदी पेटी में क्यों सुपरहिट होगी #Suriya की #Kanguva ?

किसी फिल्म की सफलता और विफलता का प्रभाव, आगामी फिल्मों पर कैसा और कितना पड़ता है, उसका उदाहरण फिल्म #Kalki2898AD और #Kanguva  से समझा जा सकता है।





हिंदी दर्शक भलीभांति अवगत हैं कि तमिल फिल्म सितारे #Suriya की तमिल #fantasy #action #thriller फिल्म #Kanguva तमिल के अतिरिक्त हिंदी सहित बहुत सी अन्य भाषाओँ में प्रदर्शित होने जा रही है। इस फिल्म के निर्माता #StudioGreen के #KEGnanavelRaja अपनी फिल्म को १० अक्टूबर २०२४ को प्रदर्शित करने जा रहे थे। इस फिल्म का बजट ३०० करोड़ से अधिक का है।ऐसी फिल्म के लिए बड़ी सफलता आवश्यक होती है।




 

इसीलिए ज्ञानवेल की दृष्टि कल्कि २८९८ एड़ी के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन पर टिकी हुई थी। विशेष रूप से फिल्म के उत्तर भारत के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन पर। एक वेब पत्रिका को साक्षात्कार में ज्ञानवेल ने बताया कि वह कल्कि के प्रदर्शन से तीन पूर्व तक ठीक से सो नहीं सके थे। क्योंकि, कल्कि भी एक बड़े बजट की फिल्म थी। इसकी सफलता अधिकांश सीमा तक हिंदी पेटी में अच्छे प्रदर्शन पर थी। ज्ञानवेल जानते थे कि कल्कि की असफलता दक्षिण की आगामी सभी फिल्मों के बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन को प्रभावित करेगी।





कल्कि २८९८ एडी २७ जून २०२४ को प्रदर्शित हुई। इस फिल्म ने पहले दिन ही, तेलुगु के अतिरिक्त हिंदी पेटी में बड़ी ओपनिंग ली। विशेष रूप से हिंदी दर्शकों का फिल्म के प्रति आकर्षण निरंतर बना हुआ है। आज यह फिल्म वर्ल्ड वाइड बॉक्स ऑफिस पर ९०० करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। हिंदी पेटी में कल्कि ने २२५ करोड़ का नेट कर लिया है। इसका स्पष्ट अर्थ था कि हिंदी दर्शकों ने तेलुगु के डब संस्करण को अपना प्रेम दे दिया है।





एक समय टीजी ज्ञानवेल राजा, फिल्म कँगुआ को अक्टूबर के स्थान पर २०२५ में किसी उपयुक्त तिथि को प्रदर्शित करने की सोचने लगे थे। वह चाहते थे कि पहले #AlluArjun की फिल्म ६ दिसंबर २०२४  #Pushpa2TheRule के प्रदर्शन तथा उसके बॉक्स ऑफिस पर परिणाम को देख ले, तब कँगुआ की २०२५ मे प्रदर्शन की तिथि सुनिश्चित करें ।





किन्तु, कल्कि २८९८ एडी की उत्तर भारत में सफलता के पश्चात् ज्ञानवेल ने अपना निर्णय बदल लिया। अब वह अपने फिल्म कँगुआ को दशहरा १० अक्टूबर २०२४ को ही हिंदी के अतिरिक्त तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम आदि भाषाओँ में विश्व स्तर पर प्रदर्शित करेंगे। क्योंकि, हिंदी  पेटी के दर्शक उत्कृष्ट कोटि की दक्षिण की हिंदी में डब फिल्मो को समर्थन देने के लिए तत्पर है।



 

निःसंदेह, #Suriya की फिल्म #Kangua भी हिंदी पेटी के बॉक्स ऑफिस पर सफल होने जा रही है। कँगुआ के ट्रेलर से स्पष्ट है कि इस फिल्म में मनोरंजन के सभी मसाले है। फिल्म में सूर्या की नायिका #DishaPatani हैं। फिल्म के प्रमुख खलनायक #BobbyDeol है। #Animal में बॉबी देओल की सफलता ने उन्हें दक्षिण की फिल्मों का पसंदीदा खलनायक बना दिया है। उनकी अपील हिंदी पेटी के दर्शको को बॉक्स ऑफिस पर खींच ला सकती है।

Wednesday 10 July 2024

कई देशों में हिट होना - एक दुर्लभ उपलब्धि है - #SiddharthPMalhotra

 

निर्देशक सिद्धार्थ पी. मल्होत्रा 'महाराज' की

 वैश्विक सफलता से बेहद खुश हैं! नेटफ्लिक्स और YRF एंटरटेनमेंट के पहले फिल्म सहयोग

'महाराज' ने कई देशों में लगातार दो हफ्तों तक

 ग्लोबल नॉन-इंग्लिश टॉप टेन लिस्ट में जगह

 बनाकर बड़ी सफलता हासिल की है। वास्तव में,

 'महाराज' इस प्रतिष्ठित सूची में तीसरा सबसे

 अधिक देखा जाने वाला कंटेंट है!

 




21 जून को रिलीज हुई इस फिल्म में जूनैद खान ने अपनी पहली भूमिका निभाई है और उनके साथ जयदीप अहलावत, शालिनी पांडे और शर्वरी (विशेष भूमिका में) नजर आ रहे हैं। 

 






सिद्धार्थ की पिछली फिल्म 'हिचकी', जिसमें रानी मुखर्जी ने मुख्य भूमिका निभाई थी, वह फिल्म भी वैश्विक ब्लॉकबस्टर रही थी और इसने दुनिया भर में 235 करोड़ की कमाई की थी!

 





निर्देशक का कहना है, “एक फिल्म निर्माता के रूप में, मैंने अपनी पिछली दो फिल्मों 'महाराज' और 'हिचकी' के साथ मानवीय कहानियाँ बताने की कोशिश की है। यह अविश्वसनीय है कि ये दोनों फिल्में, जो मानव संघर्ष की कहानियाँ हैं, भारत से वैश्विक हिट बनी हैं!”






वह आगे कहते हैं, “मैं हमेशा ऐसे मजबूत नायकों की तलाश में रहा हूँ जो समाज पर एक अविस्मरणीय छाप छोड़ते हैं और हमारे समुदाय को बेहतर बनाने के लिए बहुत कुछ त्यागते हैं। कर्सनदास (जिनका किरदार जूनैद ने निभाया) और नैना माथुर (जिनका किरदार रानी ने निभाया) में यह समानता है और मैं इन दोनों पात्रों का बहुत सम्मान करता हूँ। वे लोग जो सभी बाधाओं के खिलाफ लड़ते हैं, वे ही समाज में आवश्यक हैं।”






सिद्धार्थ आगे कहते हैं, “मैं वैश्विक दर्शकों का 'महाराज' पर इतना प्यार बरसाने के लिए दिल की गहराई से आभारी हूँ, एक फिल्म जिसके माध्यम से हमने भारत के एक महान सामाजिक सुधारक, कर्सनदास मुलजी को सम्मानित करने की कोशिश की है। उनकी कहानी को बताया जाना चाहिए था और ऐसा लगता है कि दुनिया उन्हें सलाम कर रही है।”






फिल्म निर्माता इस मील के पत्थर पर पूरी टीम को बधाई देते हैं। वह कहते हैं, “विश्व स्तर पर कई देशों में हिट होना एक दुर्लभ उपलब्धि है और मैं इस पल को अपने पूरे कास्ट और क्रू के साथ साझा करता हूँ। हम सभी ने इस फिल्म को कर्सनदास, वैष्णव समुदाय और उस समय की महिलाओं के प्रति सम्मान के साथ बनाया और मुझे गर्व है कि हमारी फिल्म ने कई लोगों के दिलों को छुआ है।”





सिद्धार्थ आगे कहते हैं, “यह अविश्वसनीय है कि YRF के साथ मेरी दोनों फिल्में 'हिचकी' और 'महाराज' वैश्विक हिट रही हैं। YRF के साथ मेरी रचनात्मक साझेदारी बेहद संतोषजनक रही है और परिणाम सभी के सामने है। मुझे आशा है कि 'महाराज' दुनिया भर में दर्शकों का मनोरंजन करता रहेगा। जिस समय विश्व भर की परियोजनाएँ दिल जीत रही हैं, मुझे गर्व है कि 'महाराज' जैसी फिल्में वैश्विक कंटेंट मानचित्र पर भारत को चमकाने का काम कर रही हैं।”

'महाराज' नेटफ्लिक्स पर विशेष रूप से स्ट्रीम हो रही है!

नौ साल पहले लिखा गया था #Bahubali इतिहास !




नौ साल पहले, आज ही के दिन, १० जुलाई २०१५ को दक्षिण से एक फिल्म प्रदर्शित हुई थी।  इस फिल्म ने, न केवल क्षेत्रीय फिल्मों को राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय कर दिया, बल्कि भारतीय फिल्मों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि और पुरस्कार दिला दिए। प्राचीन भारत के इतिहास पर यह फिल्म आधुनिक भारतीय सिनेमा का इतिहास गढ़ने वाले फिल्म बन गई।

 




यह घटनाप्रद फिल्म तेलुगु फिल्म अभिनेता #Prabhas , फिल्म निर्देशक #SSRajamouli  और संगीतकार #MMKeeravani  के पांच साल के अथक परिश्रम और समर्पण का परिणाम थी। यह फिल्म थी राजामौली के पिता  #VVijayendraPrasad द्वारा लिखी गई कहानी पर #BahubaliTheBegining .

 



यह फिल्म १८० करोड़ के बजट से बनाई गई थी। इसके VFX पर ही दो साल का समय लगा था। बड़े परदे पर अनोखा अनुभव देने वाली फिल्म बाहुबली द बिगिनिंग ने बॉक्स ऑफिस पर ६५० करोड़ का ग्रॉस किया था। इस फिल्म से दक्षिण के प्राचीन महिष्मति राज्य की काल्पनिक कथा, पूरे भारत के इतिहास का गर्व गान करने वाली फिल्म बन गई।





फिल्म के निर्देशक #SSRajamouli ने #RRR फिल्म बना कर अंतर्राष्ट्रीय शिखर छू लिया है। किन्तु, भारतीय सिनेमा विशेष रूप से तेलुगु सिनेमा उनका आभारी है कि उन्होंने देश के तमाम युवा फिल्मकारों को कुछ नया और बड़ा करने की प्रेरणा दी।





आज तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार #Prabhas अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पहचान वाले अभिनेता बन गए है। उनकी फ़िल्में हिंदी पेटी में बॉलीवुड के किसी खान या कुमार अभिनेता से अधिक व्यवसाय कर ले जाती है।





हिंदी पेटी का दर्शक उनके अतिरिक्त #RanaDaggubati #NTRJr #Ramcharan #PawanKalyan #MaheshBabu #AlluArjun  जैसे अभिनेताओं की फिल्में देखने को उत्सुक रहता है तो केवल बाहुबली के कारण।  आज बाहुबली की TamannaahBhatia  और #AnushkaShett हिंदी फिल्मों में दिखाई नहीं देती। किन्तु, उनकी बदौलत हिंदी दर्शक #Nayanthara #RashmikaMandanna आदि को देखना चाहता है।





बाहुबली१ का प्रारम्भ तेलुगु के अतिरिक्त हिंदी तमिल और मलयालम में प्रदर्शित कर हुआ था ।  किन्तु, इस फिल्म ने, दक्षिण की तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ भाषा में बनी अन्य  फिल्मों को अखिल भारतीय स्तर पर अन्य भारतीय भाषाओं में प्रदर्शित होने का साहस दिया और उत्साह पैदा किया । इस समय दक्षिण में निर्मित हो रही अधिकांश फ़िल्में कई भाषाओँ में प्रदर्शित होने जा रही  है।