Wednesday 28 February 2018

हॉलीवुड की 'टेकेन' है नागार्जुन की ऑफिसर ?

तेलुगु हॉरर कॉमेडी फिल्म राजू गारी गांधी २ में दिमाग को पढ़ सकने वाले रूद्र की भूमिका कर रहे थे। इस फिल्म में नागार्जुन के अभिनय की प्रशंसा हुई थी। अब तक धीमा करियर झेल रहे नागार्जुन को इस फिल्म ने राहत दी थी। अब वह, लगभग २५ साल बाद, निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा के निर्देशन में फिल्म ऑफिसर करने जा रहे हैं। नागार्जुन ने, रामगोपाल वर्मा के साथ आखिरी बार फिल्म द्रोही (१९९२) में काम किया था। द्रोही भी एक एक्शन फिल्म थी।  इसी तर्ज़ पर अफसर भी एक एक्शन ड्रामा फिल्म है। यह फिल्म अंग्रेजी भाषा में पिअर मोरेल निर्देशित फिल्म टेकेन से प्रेरित है। लिएम नीसों की इस एक्शन फिल्म की कहानी सीआईए के रिटायर अफसर की बेटी के अपहरण से शुरू होती थी। अपनी बेटी को छुड़ाने के लिए यह एजेंट अपना सब कुछ लगा देता है।  २००८ में रिलीज़ टेकेन के  निर्माण में २५ मिलियन डॉलर खर्च हुए थे तथा इस फिल्म २२६.८ मिलियन का  कारोबार किया था।  इस फिल्म के दो सीक्वल टेकेन २ और टेकेन ३ भी बनाये गए।  इन दोनों ही सीक्वल फिल्मों में भी लिएम नीसों एजेंट ब्र्यान मिल्स का किरदार कर रहे थे। इस हिट फ्रैंचाइज़ी पर फिल्म, नागार्जुन के लिए बढ़िया मौक़ा है।  यह कहानी नागार्जुन की उम्र के लिहाज़ से भी बढ़िया है। लिएम ने ब्र्यान का किरदार ५६ साल की उम्र में किया था।  नागार्जुन इस समय ५८ साल के हैं।  वह एक बेटी का पिता बन भी सकते हैं।  पिछले दिनों इस फिल्म की शूटिंग मुंबई में शुरू  हो गई। इस फिल्म की शूटिगं १६ फरवरी से शुरू हुई।  १९८९ में १६ फरवरी को नागार्जुन ने रामगोपाल वर्मा के निर्देशन में पहली बार कैमरा फेस किया था।  इस दौरान कई एक्शन दृश्य फिल्माए गए। जिनमे एक छोटी लड़की के साथ नागार्जुन बन्दूक ताने नज़र आ रहे थे। खबर है कि यह फिल्म हिंदी और तेलुगु में होगी। अगर अफसर हिट हो गई तो नागार्जुन के साथ दो सीक्वल बनाने का रामगोपाल वर्मा का रास्ता साफ़ हो जायेगा। 

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क्या बाजीराव रणवीर से दबंगई करेंगे सलमान खान !

पिछले दिनों, यह खबर थी कि सलमान खान ने अपनी दबंग टीम को साफ़ कह दिया है कि वह शाहरुख़ खान की फिल्म से कोई टकराव नहीं करना चाहेंगे।  उनका साफ़ इशारा जीरो की तरफ था, जो २१ दिसंबर को रिलीज़ हो रही है। सलमान खान, इस समय रेमो डिसूज़ा की फिल्म रेस ३ की शूटिंग पूरी तेज़ी से ख़त्म कर रहे हैं।  इस फिल्म को ईद २०१९ को रिलीज़ होना है।  इस फिल्म के बाद, वह रियलिटी शो दस का दम की तमाम किस्ते पूरी करेंगे।  इस काम के बाद, वह अली अब्बास ज़फर की फिल्म भारत की शूटिंग शुरू कर देंगे।  जून से भारत की शूटिंग शुरू कर देंगे। भारत का एक लम्बा शिड्यूल करने के बाद, वह फिल्म से ब्रेक लेंगे।  इस दौरान वह एक शिड्यूल में लगातार प्रोडूसर अरबाज़ खान की फिल्म दबंग ३ की शूटिंग शुरू कर देंगे।  इस फिल्म का निर्देशन प्रभुदेवा कर रहे हैं।  अरबाज़ खान का इरादा दबंग ३ की शूटिंग जल्दी जल्दी पूरी करने के बाद, लम्बे समय से बनने का  इंतज़ार कर रही दबंग फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म को २०१८ के आखिर में रिलीज़ करने का है।  किसी साल का आखिर दिसंबर, ख़ास तौर पर, क्रिसमस वीकेंड होता है।  अरबाज़ खान  ने फिल्म दबंग २ का निर्देशन किया था और यह फिल्म २१ दिसंबर २०१२ को रिलीज़ होकर बड़ा कारोबार कर पाने मे कामयाब हुई थी।  अरबाज़ खान, छह साल बाद बनाये जा रहे सीक्वल को २१ दिसंबर २०१८ को रिलीज़ करना चाहते थे।  लेकिन, इस तारिख को शाहरुख़ खान की फिल्म जीरो रिलीज़ हो रही है।  ऐसे में सलमान  खान के यह कहने के बाद, दबंग ३ को एक हफ्ते बाद यानि २८ दिसंबर को ही रिलीज़ किया जा सकता है।  जबकि, २८  दिसंबर को रोहित शेट्टी निर्देशित फिल्म सिम्बा रिलीज़ हो रही है।  इस फिल्म के नायक रणवीर सिंह है।  अगर ऐसा होता है तो यह एक बार फिर इतिहास दुहराने जैसा होगा, जब रणवीर सिंह से एक खान अभिनेता टकरायेगा।  २०१५ में १८ दिसंबर को रणवीर सिंह की फिल्म बाजीराव मस्तानी और शाहरुख़ खान की फिल्म दिलवाले टकराई थी।  इस टकराव में शाहरुख़ खान की फिल्म को नुकसान हुआ था। अगर, इस साल भी ऐसा ही होता है तो यह दो पुलिस किरदारों का टकराव होगा।  सिम्बा में जहाँ, रणवीर सिंह एक भ्रष्ट पुलिस अधिकारी बने हैं, वही दबंग ३ का चुलबुल पांडे रॉबिनहुड टाइप का है।  यह वर्दियों का टकराव रणवीर सिंह का इम्तिहान होगा।  वह अपनी फिल्म से शाहरुख़ खान को मात दे चुके हैं।  अगर वह दबंग खान को भी मात दे गए तो फिर रणवीर सिंह बॉलीवुड में खान अभिनेताओं की बदल साबित हो जायेंगे।  देखिये, क्या होता २८ दिसंबर को ?

दूसरी बार गरम मसाला पीसेंगे अक्षय और जॉन - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

दूसरी बार गरम मसाला पीसेंगे अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम !

अक्षय कुमार से  पांच साल छोटे जॉन अब्राहम का फिल्म करियर अक्षय के फिल्म सौगंध (२०११) में आने के १२ साल बाद, फिल्म जिस्म से शुरू हुआ था। दो साल बाद, जॉन अब्राहम ने अक्षय कुमार के साथ फिल्म गरम मसाला की।  प्रियदर्शन की इस कॉमेडी मसाला फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली।  लेकिन, इस सफल फिल्म के बावजूद यह सफल मेल पेअर तीन साल बाद दोस्ताना में नज़र आया।  इन दोनों की तीसरी फिल्म हाउसफुल २ चार साल बाद आई।  दिलचस्प बात यह थी कि लगातार तीन हिट फिल्म देने वाली जोड़ी को चौथी बार बनाने का कोई ख़ास प्रयास नहीं किया गया। अब १३ साल बाद, गरम मसाला का दूसरा हिस्सा बनाये जाने की सुगबुगाहट है। यह सुगबुगाहट जॉन अब्राहम के एक इंटरव्यू में दिए जवाब के कारण शुरू हुई थी, जिसमे जॉन अब्राहम ने यह खुलासा किया था कि वह कोई हँसी मज़ाक वाली फिल्म करना चाहेंगे। अक्षय कुमार से उनका दोस्ताना है।  दोनों को एक दूसरे के साथ काम करने में भी मज़ा आता है। ऐसा संकेत है कि जॉन अब्राहम और अक्षय कुमार के बीच गरम मसाला २ को लेकर शुरूआती बात हुई है। लेकिन, फिलहाल, सब सुगबुगाहट ही है। जॉन अब्राहम की, कई बार से टलती आ रही फिल्म परमाणु द स्टोरी ऑफ़ पोखरण ८ अप्रैल को रिलीज़ होने वाली है।  यह उनकी घरेलु फिल्म है।  इसलिए, इसे पूरी तैयारी के साथ रिलीज़ करने की ज़िम्मेदारी भी जॉन अब्राहम की ही है।  परमाणु, भारतीय सेना द्वारा १९९८ में किये गए परमाणु विस्फोट की पृष्ठभूमि पर है। अभिषेक शर्मा निर्देशित फिल्म में जॉन अब्राहम कैप्टेन अश्वेत रैना की भूमिका कर रहे हैं। उधर, अक्षय कुमार तो कुछ ज़्यादा ही व्यस्त हैं।  उनकी तीन फ़िल्में २.०, गोल्ड और केसरी इसी साल रिलीज़ होनी है।  अक्षय कुमार इन सभी फिल्मों में काफी ज़्यादा व्यस्त है।  इसलिए, जॉन अब्राहम अक्षय कुमार के साथ गरम मसाला तभी पीस पाएंगे, जब अपनी हाथ की फिल्मों से फारिग होंगे। 

अब कहानी की ज़रुरत है होली गीत - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

अब कहानी की ज़रुरत है होली गीत

संजय लीला भंसाली की इसी साल रिलीज़ फिल्म पद्मावत में एक होली गीत है। लेकिन, यह आम फ़िल्मी होली गीतों की तरह तेज़ रफ़्तार और अबीर गुलाल बिखेरने वाला नहीं। गीत भी काफी धीमा मगर सम्मोहक है। यह गीत मांगनियार और लंगा लोक धुन पर है। इसमे रानी पद्मावती रावल रतन सिंह का तिलक कर होली मनाती है। भंसाली की फिल्म का यह गीत उनकी पहले की फिल्म गोलियों की रास लीला राम-लीला के लहू मुंह लग गया से बिलकुल अलग है, जो उछाह और छेड़छाड़ वाला गीत था। इस गीत में दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के किरदार लप्पा-झप्पी करते एक दूसरे को छूते छेड़ते रंग लगाते और गुलाल उड़ाते हैं। दोनों ही फिल्मों के गीत विज़ुअल्स और इमोशन के लिहाज़ से उत्कृष्ट हैं। यह गीत प्रमाणित करते हैं कि संजय लीला भंसाली अपनी फिल्मों में होली को अपने ढंग से, भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। 
पुराने जमाने की फिल्मों से अलग, जब हर उत्साह और ख़ुशी का मतलब होली हुआ करता था, बॉलीवुड की फिल्मों में होली का अब यह मतलब या उपयोग नहीं रह गया है। अब होली गीत फिल्म निर्माता या निर्देशक की सोच पर निर्भर करते हैं। अब हिंदी फिल्मों के फॉर्मूले में होली के रंग शामिल नहीं हैं। इसके बावजूद कुछ फिल्म निर्माता अपनी फिल्मों में होली गीत किसी न किसी तरीके से शामिल कर लेते हैं। जैसे संजय लीला भंसाली की फिल्मों में होली का कोई रंग ज़रूर देखने को मिलता है।  ऐसे ही नए पुराने जमाने के निर्माता-निर्देशक अपनी पसंद के अनुरूप होली गीत रख लेते हैं। 
चोपड़ा बंधुओं की फिल्मों के गीत
चोपड़ा बंधुओं की फिल्मों में होली गीतों को हमेशा स्थान मिलता रहा है। यश चोपड़ा या बीआर चोपड़ा की फिल्मों के गीत सिर्फ उत्साह, उछाह या छेड़छाड़ तक ही सीमित नहीं रहा करते थे। बीआर चोपड़ा की फिल्म मशाल का गीत होली आयी रे महत्वपूर्ण मोड़ पर आया गीत है। इसी गीत के दौरान दिलीप कुमार और अनिल कपूर एक साथ होली खेलते हैं। यह गीत अनिल कपूर की उन भावनाओं को व्यक्त करता है, जिसमे दिलीप कुमार के दिल में उसके लिए बुरी भावनाओं के ख़त्म हो जाने के कारण उत्साह है।  दिलीप कुमार भी बस्ती के लोगों के साथ होली खेलने निकल पड़ते है। सिलसिला में रंग बरसे गीत के ज़रिये अमिताभ बच्चन का चरित्र भंग के नशे में अपने पुराने प्यार रेखा के प्रति भावनाए व्यक्त करता है, जबकि दोनों विवाहित है। यह गीत दो विवाहित जोड़ों के बीच गलतफहमी की दीवार कड़ी कर देता है। आदित्य चोपड़ा की फिल्म मोहब्बतें का होली गीत सोनी सोनी चार मोहब्बत भरे दिलों की धड़कने सुनाने वाला है। जहाँ गुरुकुल के प्राचार्य की बेटी का गुरुकुल के एक गिटार टीचर से प्रेम है तो वही गुरुकुल के तीन छात्र भी मोहब्बत के रंग में खोये हुए हैं। जिमी शेरगिल का किरदार तो एक विधवा के सूने जीवन में रंग भरने के लिए इस होली गीत का इस्तेमाल करता है। फिल्म डर में जूही चावला और सनी देओल प्यार करने वाले जोड़े हैं। शाहरुख़ खान का चरित्र उनके बीच ज़बरदस्त घुसने का प्रयास करता है। फिल्म का अंग से अंग लगाना सनी और जूही के चरित्रों के बीच गहरे प्यार का चित्रण करने वाला है। इस गीत के ज़रिये यह समझा जा सकता है कि जब कोई तीसरा बीच में घुसाने की कोशिश करता है तो उसका क्या हश्र होता है। बीआर चोपड़ा के बेटे रवि चोपड़ा की फिल्म बागबान का गीत होली खेले रघुबीरा भी चार दशक के पति पत्नी अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की भावनाओं के अनुरूप है। इस गीत को अमिताभ बच्चन की आवाज़ में रख कर स्वाभाविकता बनाने की कोशिश की गई है। 
अक्षय कुमार और विपुल शाह की जोड़ी की होली
अक्षय कुमार आज की पीढ़ी के एक्शन कुमार हैं। उनके खतरनाक एक्शन युवा दर्शकों के पसंदीदा हैं। लेकिन, अक्षय कुमार अपनी फिल्मों में अपने चरित्रों को देसी गंध में डुबोये रहते हैं। विपुल अमृतलाल शाह की फिल्म वक़्त द रेस अगेंस्ट टाइम का प्रियंका चोपड़ा के साथ अक्षय कुमार पर फिल्माया गया गीत डू मी फेवर लेट्स प्ले होली गीत पानी के रंगों से भिगोने वाला नहीं, लेकिन रोमांस के गुलाल से पटा ज़रूर है। यह उस समय के गीतों में है, जब अक्षय कुमार ट्विंकल खन्ना से विवाहित नहीं थे। फिल्म के इस गीत में उनकी और प्रियंका चोपड़ा की केमिस्ट्री गज़ब लगती है। कुछ ऐसी ही होली शाह और कुमार की फिल्म एक्शन रिप्ले के छन के मोहल्ला गीत में भी है।  हालाँकि, यह गीत बैक टू द पास्ट यानि बीते समय का गीत है। लेकिन इस होली गीत में भी परंपरागत रंग भरी पिचकारियों का इस्तेमाल नहीं किया गया है। फिल्म के गीत में ऐश्वर्या राय बच्चन, अक्षय कुमार और आदित्य रॉय कपूर और उनके साथी अबीर और गुलाल, ख़ास तौर पार लाल गुलाल का इस्तेमाल करते हुए होली मनाते हैं। विपुल अमृतलाल शाह अपनी होली गीतों को ज़रिये सूखी होली के सन्देश को देने वाले लगते हैं। 
अक्षय कुमार की अकेली होली
रंगों वाली अक्षय कुमार की होली देखनी और खेलनी हो तो जॉली एलएलबी २ और टॉयलेट एक प्रेम कथा देखनी होगी। इन दोनों फिल्मों की पृष्ठभूमि में उत्तर प्रदेश के नगर हैं। जॉली एलएलबी २ का कथानक लखनऊ शहर का है। फिल्म की होली बिलकुल लखनऊ के रंग में रंगी रंगों, गुलाल, भंग और उड़दंग वाली है। इस फिल्म के गो पागल गीत में अक्षय कुमार और हम कुरेशी के किरदार दूसरे अन्य किरदारों के साथ पानी के रंगों से भीगी उत्साहपूर्ण होली खेलते नज़र आते हैं। वैसे यह गीत फिल्म के अदालती तनाव को ख़त्म करने के लिहाज़ से रखा गया लगता है। लेकिन, दूसरी तरफ अक्षय कुमार की गाँव में संडास की समस्या पर श्रीनाथ सिंह की फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा की होली मथुरा की होने के कारण बरसाने की लट्ठ मार होली है। यह गीत अक्षय कुमार की भूमि पेडनेकर के किरदार के प्रति प्रेम की अभिव्यक्ति करने का ज़रिया बनता है। भूमि पेडनेकर उन्हें लट्ठ से मारती है और अक्षय कुमार गोरी तू लट्ठ मार गा कर उसे अपने सच्चे प्रेम का परिचय देने की कोशिश करते है। यह दोनों ही गीत देसी स्वभाव के ठेठ होली गीत हैं। 
वरुण धवन की पिंजड़े वाली मुनिया होली
बॉलीवुड के होली गीतों में से एक नवीनतम गीत वरुण धवन और अलिया भट्ट की फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया का बद्री की दुल्हनिया गीत भी है। इस गीत में भी होली है। इस होली गीत को गवई रंग देने के लिए फ़िल्मी गीतों के रीमिक्स बनाने के लिए मशहूर तनिष्क बागची ने इस गीत में तीसरी कसम के बिहारी फोक वाले गीत चलत मुसाफिर मोह लियों रे को इस्तेमाल किया है। यह इस्तेमाल बढ़िया बन पडा है। होली की मस्ती से भरा यह गीत स्टेज पर अबीर गुलाल उड़ाते एक्स्ट्राओं के बीच वरुण धवन और उनकी दुल्हनिया अलिया भट्ट पर फिल्माया गया है। इन दोनों की बढ़िया केमिस्ट्री है। इसलिए इस गीत में होली का उत्साह नज़र आता है। यह गीत काफी पॉपुलर भी हुआ है। इस गीत के साथ, अयान मुख़र्जी की फिल्म यह जवानी है दीवानी के बलम पिचकारी गीत का ज़िक्र करना इसलिए ज़रूरी है कि यह नए जमाने के युवाओं पर फिल्माया गया, मस्ती भरा  गीत है। इस गीत में दीपिका पादुकोण का किरदार अपने दब्बू खोल से निकल कर उन्मुक्त हो जाती है।  उस पर फ़िदा रणबीर कपूर भी उसे भिगोने में कोई कसर नहीं छोड़ते। इसी गीत के ख़त्म होते होते दीपिका पादुकोण रणबीर के प्रति अपना प्रेम व्यक्त करना चाहती है कि तभी आदित्य रॉय कपूर राज खोलते हैं कि रणबीर कपूर विदेश जाना चाहता है। दीपका की बात उसके मन में रह जाती है।
तीन ख़ास होली गीत 
हिंदी फिल्मों के सैकड़ों होली गीतों में तीन गीतों का ज़िक्र कुछ ख़ास है। पहला गीत फिल्म नवरंग (१९५९) का अरे जा रे हट नटखट खूबसूरत और यादगार होली गीत है। यह गीत अपने संगीत और बोलों के साथ साथ विज़ुअल ट्रीट के लिहाज़ से भी शानदार है। इस गीत को संध्या पर फिल्माया गया है। संध्या एक पारंगत नृत्यांगना थी। वह इस गीत के हर टुकडे पर अपने कदमों का धीमी और तेज़ गति से बखूबी इस्तेमाल करती हैं। गाढे रंगों से भीगा यह गीत एक हाथी के नृत्य के कारण चकित करने वाला बन पड़ा है।  राजेश खन्ना और आशा पारेख की फिल्म कटी पतंग का गीत राजेश खन्ना के किरदार को विधवा आशा पारेख को प्रेम व्यक्त करने के साथ साथ उसे समाज के बंधनों को तोड़ने का सन्देश भी देता है, जब राजेश खन्ना आशा पारेख के बालों पर लाल गुलाल लगा देते हैं। तीसरा गीत शोले फिल्म में ज़बरदस्त क्लाइमेक्स की तरफ बढ़ने वाला गीत है। गाँव वाले गब्बर सिंह के डाकुओं को भगा देने की ख़ुशी होली खेल कर व्यक्त करते हैं। जहाँ वीरू (धर्मेन्द्र) अपनी बसंती (हेमा मालिनी) को रंगों से सरोबार कर अपने उन्मुक्त प्रेम का प्रदर्शन करता है, वही जय (अमिताभ बच्चन) गुलाल मुट्ठी में बांधे होली खेल रहा है। यकायक उसकी नज़र विधवा राधा (जया बच्चन) पर जाती है। वह खुद को नियंत्रित कर गंभीर हो जाता है। क्योंकि जानता है कि विधवा होली के रंग नहीं खेल सकती। इस गीत के ख़त्म होते होते गब्बर सिंह अपने साथियों के साथ रामगढ पर हमला कर देता है। इसके साथ ही संजीव कुमार के किरदार की कहानी का खुलासा होने का समय आ जाता है। 


शुरू हुआ गुलशन कुमार के नाम पर फिल्म इंस्टिट्यूट

संगीत कंपनी टी-सीरीज के संस्थापक एवं म्यूजिक मुगल के नाम से प्रख्यात गुलशन कुमार हमेशा प्रतिभाओं को हरसंभव बेहतर प्लेटफाॅर्म मुहैया कराते रहे थे। उनकी मृत्यु के बाद उनकी उम्मीदों, आकांक्षाओं एवं सपनों को साकार करने का बीड़ा उनके पुत्र भूषण कुमार ने उठाया है। वह अपनी फिल्मों से नई पीढ़ी के कलाकारों को लाइमलाइट में ला कर अपने पिता के अधूरे सपनों को पूरा कर रहे हैं। अब उन्हें इस काम में छोटी बहन एवं बाॅलीवुड की नामचीन प्लेबैक सिंगर तुलसी कुमार का साथ-सहयोग भी मिलने लगा है। दरअसल, गुलशन कुमार के आम प्रतिभाओं को भी संपूर्ण कलाकारबनाने के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम एठाते हुए तुलसी ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित फिल्मसिटी में गुलशन कुमार फिल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया (जीकेएफटीटीआई) की स्थापना की है। यह इंस्टिट्यूट 27 फरवरी से केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, नामचीन फिल्म निर्देशक निखिल आडवाणी, प्लेबैक सिंगर तुलसी कुमार, रंगकर्मी-कवि-सह-अभिनेता डाॅ. सईद आलम, गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ ध्रुव गलगोटिया की मौजूदगी में शुरू हो गया । जीकेएफटीटीआई के उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि गुलशन कुमार खुद एक काॅमनमैनथे, जिन्होंने अपने जीवन में फर्श से अर्श तक का सफर अपनी मेहनत, लगन, समर्पण, ईमानदारी और बेमिसाल व्यक्तित्व के दम पर किया। यही वजह रही कि जीवन एवं कारोबार के क्षेत्र में ऊंचाइयों को छूने के बावजूद वे हमेशा काॅमनमैनही बने रहे। इसी कारण उनकी हमेशा कोशिश रही कि वे प्रतिभाशाली काॅमनमैनको हरसंभव मदद करें। हालांकि, आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन जीकेएफटीटीआई की स्थापना करके तुलसी कुमार ने साबित कर दिया है कि वह भी अपने पिता के दिखाए नेकी के रास्ते एवं नक्शेकदम पर चल रही हैं। जीकेएफटीटीआई की स्थापना वाकई प्रतिभाशाली युवाओं के लिए बेहतर मंच साबित होगा, जो उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सहायक बनेगा।
फिल्म निर्देशक निखिल आडवाणी ने कहा कि गुलशन कुमार जी ने उस वक्त आमलोगों का साथ दिया, उनके साथ एक बड़े भाई की तरह मजबूती के साथ खड़े रहे, जब वे खुद कुछनहीं थे। जैसे-जैसे उनकी ताकत बढ़ी, उनके सहयोग का दायरा बढ़ता गया। उनकी सदाशयता और सहयोग से बाॅलीवुड में कई ऐसे कलाकार पैदा हुए, जो आज टाॅपपर विराजमान हैं। मुझे यह कहने में हिचक नहीं कि गुलशन जी का आम प्रतिभाओं को संपूर्ण कलाकार बनाने जो सपना अधूरा रह गया था, जीकेएफटीटीआई को स्थापित करके तुलसी कुमार उसे संपूर्णता प्रदान करेंगी।

तुलसी कुमार ने कहा कि देश में एक से बढ़कर एक फिल्म इंस्टीट्यूट मौजूद हैं। वहां से भी कलाकार पैदा किए जा रहे हैं। लेकिन, उन फिल्म संस्थानों से जीकेएफटीटीआई बिलकुल अलग होगा, क्योंकि यहां प्रतिभाओं को केवल एक्टर, सिंगर, डायरेक्टर, कैमरामैन, स्टोरी राइटर आदि ही नहीं बनाया जाएगा, बल्कि हमारा जोर उन्हें संपूर्णकलाकार बनाने पर होगा। जीकेएफटीटीआई की स्थापना का मूल उद्देश्य धनोपार्जन करना नहीं, बल्कि अन्य संस्थानों से अलग राह अख्तियार करते हुए इस फील्ड में खुद को एक माइलस्टोनके रूप में स्थापित करना होगा। जीकेएफटीटीआई में प्रतिभाशाली छात्रों को उनकी रुचि एवं प्रतिभा के कारण ही प्रवेश मिलेगा। इसके लिए बाकायदा संस्थान के नामचीन शिक्षकों के द्वारा आॅडिशन लिया जाएगा और चयनित छात्रों को संपूर्णकलाकार के तौर पर विकसित एवं प्रशिक्षित किया जाएगा।"



क्या फिर बनेगी अभिषेक-ऐश्वर्या जोड़ी ?

क्या, ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन की जोड़ी फिर बनेगी ? शैलेश आर सिंह एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता हैं. उन्होंने, बस एक पल, दिल कबड्डी और तनु वेड्स मनु के अलावा अलीगढ, मदारी और सिमरन जैसी फिल्मों का निर्माण भी किया है . वह ऐश्वर्या राय बच्चन और अभिषेक बच्चन की पति-पत्नी जोड़ी को लेकर कोप फिल्म बनाना चाहते हैं. यह फिल्म उत्तर प्रदेश की पृष्ठभूमि पर होगी. इस फिल्म में ऐश्वर्या और अभिषेक दोनों ही पुलिस किरदार करेंगे. इस जोड़ी ने अब तक, ढाई अक्षर प्रेम के, कुछ न कहो, उमराव जान, धूम २, गुरु, सरकार राज और रावण जैसी फ़िल्में एक साथ की हैं. कुछ फिल्मों में यह नायक नायिका थे. धूम २ और गुरु की बात न की जाए तो यह जोड़ी अभी तक दर्शकों को आकर्षित नहीं कर सके हैं. इसके बावजूद इन दोनों को जोड़ी में लेने की कोशिश की जाती रही है. अब शैलेश ऐसा ही एक प्रयास कर रहे हैं. लेकिन, कुछ समय पहले यह खबर थी कि बजट के झंझटों के कारण इस जोड़ी की फिल्म को बंद कर दिया गया है. यह भी कहा गया कि ऐश्वर्या राय फिल्म की स्क्रिप्ट में काफी बदलाव चाहती थी. बहरहाल, अब कहा जा रहा है कि ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन को लेकर यह फिल्म बनाई जाएगी. ज़ल्द ही इस फिल्म की दूसरी महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया जायेगा. यह भी खबर है कि शैलेश इस फिल्म के निर्देशन के लिए किसी नए निर्देशक की तलाश में हैं. अगर यह फिल्म बनाई जाती है तो फिल्म की तुलना बेशरम से होगी . रणबीर कपूर अभिनीत बेशरम में रणबीर के माँ-पिता नीतू सिंह और ऋषि कपूर ने पुलिस किरदार किये थे, जो एक ही थाने में तैनात थे.  बेशरम के निर्देशक अभिनय कश्यप ने अपनी फिल्म में रियल लाइफ पति-पत्नी और माँ-पिता को इसी लिए लिया था कि दर्शकों का फिल्म के प्रति कौतूहल बढेगा. लेकिन, दबंग जैसी फिल्म के निर्देशक की बेशरम बॉक्स ऑफिस पर धुल चाट गई थी. 


इहाना ढिल्लन से प्यार करने लगेंगे - पढ़ने के लिए क्लिक करें

हेट स्टोरी ४ देख कर इहाना ढिल्लन से प्यार करने लगेंगे !

दावा किया जा रहा है कि बॉलीवुड की हिट हेट स्टोरीफ्रैंचाइज़ी की चौथी फिल्म हेट स्टोरी ४ की  रिलीज के साथ ही दर्शकों का परिचय एक पंजाबी कुड़ी इहाना ढिल्लन से होगा । पंजाबी फिल्मों की यह कातिल हसीना डायरेक्टर विशाल पंड्या की हेट स्टोरी ४ से अपने करियर की शुरुआत करने जा रही हैं। फिल्म  मार्च को रिलीज हो रही है। 
अपनी इस डेब्यू बाॅलीवुड फिल्म के बारे में इहाना ने बताया, ‘दरअसल टी-सीरीज की कास्टिंग टीम से मुझे एक कॉल मिला। मुझे बताया गया कि उन लोगों ने मेरी पंजाबी फिल्म टाइगरको देखा है और उस फिल्म में मेरा प्रदर्शन उन लोगों को पसंद आया है । इसके बावजूद मुझे हेट स्टोरी ४ में काम करने को लेकर थोड़ा संशय था, क्योंकि मैं बोल्ड किरदार के साथ बॉलीवुड में एंट्री नहीं करना चाहती थी। इसकी वजह यह थी कि साल २०१२ में आई विवेक अग्निहोत्री निर्देशित इस सीरीज की पहली फिल्म में बंगाली एक्ट्रेस पाओली दाम ने सनसनीखेज तरीके से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, तो वहीं २०१४ में आई विशाल पंड्या निर्देशित सीरीज की दूसरी फिल्म ने पंजाबी और साउथ की फिल्मों की हिट एक्ट्रेस सुरवीन चावला को रातोंरात बॉलीवुड में भी सुर्खियों में ला दिया था। जबकि, दो साल पहले आई इस सीरीज की तीसरी फिल्म में भी दर्शकों ने एक्ट्रेस जरीन खान को पहली बार बेहद बोल्ड अवतार में देखा था। स्वाभाविक तौर पर हेट स्टोरीसीरीज की चैथी फिल्म को लेकर भी मेरे मन में ऐसा ही कुछ भाव था। मेरे मन में यह बात घुसी हुई थी कि अगर आप ऐसी फिल्म से शुरुआत करते हैं, तो आप केवल उसी प्रकार की भूमिकाएं पा सकते हैं, क्योंकि बाॅलीवुड का दस्तूर रहा है कि आप जैसा काम करते हो, आपकी छवि वैसी ही बनती है। इसलिए पहले मैंने इस फिल्म के लिए इनकार कर दिया था, क्योंकि मैं इतने बोल्ड किरदार के साथ बॉलिवुड में अपना करियर शुरू नहीं करना चाहती थी। 
तब इस फिल्म को आपकी मंज़ूरी कैसे मिली, पूछे जाने पर इहाना  बताती हैं, "लेकिन जब फिल्म की टीम के साथ दूसरी बार मेरी मुलाकात हुई, तो मैंने पूरी कहानी सुनी। कहानी सुनने और फिल्म में अपने किरदार के बारे में और ज्यादा जानने के बाद मैंने फौरन हांकह दिया, क्योंकि मुझे पता चल गया था कि हेट स्टोरी ४ पिछली तीन फिल्मों की तरह नहीं है, बल्कि यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है। इसकी कहानी बहुत अच्छी है। दरअसल, यह अपनी पूर्ववर्ती तीनों फिल्मों की तरह नफरत की कहानी नहीं है, बल्कि यह बदला लेने की कहानी है।
इस फिल्म में अपनी भूमिका के बारे में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान ही मॉडलिंग की शुरुआत कर चुकी इहाना ने कहा, ‘फिल्म में मेरी एक कॉरपोरेट लड़की रेशमा की भूमिका है, जो फिल्म की कहानी पर जबरदस्त और प्रभावी असर डालती है। इसलिए एक अभिनेत्री के रूप में मैंने सोचा कि यह मेरे लिए एक बेहतरीन शुरुआत है, क्योंकि इसके जरिये मुझे देश की सबसे बड़ी प्रोडक्शन हाउस में से एक टी-सीरीज के साथ काम करने का मौका भी मिल रहा था।’ 
उन्होंने फिल्म में अपनी भूमिका की तैयारी कैसे की, के बारे में पूछने पर इहाना ने बताया, ‘इस रोल को समझने एवं उसी रूप में पर्दे पर साकार करने के लिए हमने निर्देशक विशाल पंड्या के साथ एक महीने की एक कार्यशाला की। उसके बाद मुझे पता चला कि एक कॉरपोरेट लड़की का मेरा किरदार ग्रेशेड वाला है, इसलिए इसमें भरपूर विविधताएं हैं। इसी वजह से फिल्म में मेरे अभिनय को, लुक के बजाय ज्यादा महत्व दिया गया है। इसीलिए मैं इस फिल्म को लेकर काफी उत्सुक भी हूं। इस फिल्म में गुलशन ग्रोवर भी काफी समय बाद फिर से नजर आने वाले है और उनका भी इस फिल्म में बेहद अहम किरदार है। फिल्म की कहानी समीर अरोड़ा ने लिखी है और इसका निर्देशन विशाल पांड्या ने किया है।
यह पूछने पर कि रील लाइफ की रेशमा एवं रियल लाइफ की इहाना के बीच क्या और कितनी समानताएं हैं, तो इहाना ने कहा कि वास्तविक जीवन में रेशमा और इहाना के बीच कोई भी समानता नहीं हैं। रियल लाइफ में मैं एक साधारण लड़की हूं, जो हर समय मुस्कुराती रहती है। जबकि रेशमा बहुत जिद्दी, लेकिन मजबूत इरादों वाली भी है। दोनों के बीच एकमात्र समानता यह है कि दोनों ही बहुत आसानी से भावुक हो जाती हैं। चूंकि यह मेरे रियल लाइफ से बहुत अलग कैरेक्टर है, इसलिए यह बेहद चुनौतीपूर्ण भी था। मेरे लिए थोड़ा मुश्किल भी था, लेकिन ऐसा अद्भुत काम और किरदार हर किसी को नहीं मिलता है। इसलिए इस किरदार को जीने में बहुत मजा आया।’ 
र्जुन रामपाल की आने वाली फिल्म नास्तिकमें इहाना का कैमियो हैं।