Sunday 25 August 2019

Puneet Issar के बेटे Siddhant Issar की लास्ट डील


पुनीत इस्सर के पुत्र सिद्धांत इस्सर हिंदी फिल्म 'लास्ट डील' के साथ बॉलीवुड में अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत करने जा रहे हैं। पुनीत इस्सर ने क्लैप देकर फिल्म की आधिकारिक शुरुआत की। इस क्राईम थ्रिलर हिंदी फिल्म के निर्देशक राजेश के राठी हैं। इस फिल्म में सिद्धांत इस्सर के साथ प्रीति चौधरी, सुपर्णा माला कर, अमित पचौरी नजर आएंगे। सिद्धांत को लास्ट डील मिलने का किस्सा दिलचस्प है। सिद्धांत ने अपने पिता श्री पुनीत इस्सर के निर्देशन एक नाटक महाभारत में काम किया है । इस नाटक में सिद्धांत ने दुर्योधन की भूमिका की है । दुर्योधन के इस लुक की वजह से ही सिद्धांत को यह फिल्म मिलने में आसानी हुई। अपनी पहली फिल्म में सिद्धांत, हिंदी फिल्म दर्शकों पर कैसा विश्वास जमा पाते हैं, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन, सिद्धांत के पिता पुनीत इस्सर के लिए पहली फिल्म हादसा साबित हुई। यह फिल्म थी कुली (१९८३) । वही, मनमोहन देसाई निर्देशित मशहूर फिल्म कुली,  जिसके सेट पर अमिताभ बच्चन को घातक चोट लगी और वह मौत से जूझने पर मज़बूर हुए।  दरअसल, अमिताभ बच्चन को यह चोट पुनीत इस्सर के साथ एक एक्शन करते समय हुई।  पुनीत इस्सर ने अमिताभ बच्चन के पेट में एक घूँसा मारा। वह एक मेज से तक़रारा कर कई गुलाटियां खाते हुए लुढ़क गए।  इसके बाद ही, अमिताभ बच्चन के पेट में दर्द उठा। मेज के कोने से पेट टकरा जाने के कारण उन्हें चोट आई थी।  हॉस्पिटल ले जाया गया, जहाँ उनकी हालत गंभीर हो गई।  खबर यह उड़ी की अमिताभ बच्चन को यह चोट पुनीत इस्सर के मुक्के के कारण लगी। इसके परिणामस्वरुप कई बड़े अभिनेता उनके साथ फिल्म करने में कतराने लगे। उन्हें फ़िल्में मिलने में काफी मुश्किलें आई।  खुद अमिताभ बच्चन ने भी पुनीत के साथ दूसरी कोई फिल्म नहीं की।  पच्चीस साल बाद, पुनीत इस्सर अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म बंटी और बबली में रानी मुख़र्जी के करैक्टर के पिता के तौर पर नज़र आये। तब तक पुनीत इस्सर, महाभारत के दुर्योधन और सलमान खान की एक्शन फिल्म गर्व के निर्देशक के तौर पर चर्चित हो चुके थे। 

Tabu के साथ कपूर एंड ब्रदर्स


एक्टर शाहिद कपूर के छोटे भाई ईशान खट्टर, निर्देशक मीरा नायर की अगली फिल्म में फिर से आ गए हैं। पहले यह खबर थी कि ईशान ने, विशाल भरद्वाज की फिल्म के लिए मीरा नायर की फिल्म छोड़ दी है। विशाल भरद्वाज की फिल्म सलमान रुश्दी के उपन्यास मिडनाइट’स चिल्ड्रेन का पटकथा रूपांतरण है। लेकिन, अब ईशान खट्टर ने, विशाल भरद्वाज की फिल्म छोड़ दी है। यह वही विशाल भरद्वाज हैं, जिनकी फिल्म कमीने की दोहरी भूमिका से शाहिद कपूर ने खूब प्रशंसा और सफलता बटोरी थी। लेकिन छोटे भाई ने तो बड़े भाई को शोहरत दिलाने वाले विशाल भरद्वाज की फिल्म ही  छोड़ दी। मीरा नायर की फिल्म विक्रम सेठ के उपन्यास अ सूटेबल बॉय का पटकथा रूपांतरण है। इस फिल्म में, ईशान खट्टर ने कपूर परिवार के युवा बेटे मान की भूमिका की है। मान, एक तवायफ सईदा बाई के रूप पर आसक्त है। इसे एकतरफा प्रेम का कोण कहा जा सकता है। यहाँ दिलचस्प तथ्य यह है कि फिल्म में सईदा बाई की भूमिका तब्बू कर रही हैं। तब्बू ने मीरा नायर की फिल्म द नेमसेक में भी अभिनय किया था। मगर, ईशान खट्टर, मीरा नायर और तब्बू के साथ पहली बार कोई फिल्म कर रहे हैं। ईशान खट्टर और तब्बू का रूपहले परदे का यह साथ काफी दिलचस्पी पैदा करने वाला है। क्योंकि, इस फिल्म को करने के बाद, तब्बू ऐसी अभिनेत्री बन जायेंगी, जो पिता और भाई के साथ फ़िल्में कर चुकी हैं। जी हाँ, तब्बू ने शाहिद कपूर के पिता पंकज कपूर के साथ विशाल भरद्वाज की फिल्म मक़बूल की हैं। तब्बू ने शाहिद कपूर के साथ भी विशाल भरद्वाज की फिल्म हैदर की है। ईशान खट्टर, मीरा नायर की फिल्म में जहाँ तब्बू के प्रति आसक्ति का भाव रखेंगे, वहीँ हैदर में शाहिद कपूर और तब्बू ने बेटा और माँ की भूमिका की थी। यहाँ उस समय दिलचस्पी कुछ ज्यादा बढ़ जायेगी, जब पाठकों को मालूम पड़ेगा कि मक़बूल में, तब्बू ने पंकज कपूर की रखैल की भूमिका की थी। 

Prabhas बने Jacqueline Fernandez के बैड बॉय


बहुत दिनों से चर्चा थी कि फिल्म साहो मेंश्रद्धा कपूर के साथ प्रभास के रोमांटिक नंबर साइको सैयां के बादफिल्म में एक आइटम सांग भी रखा जाएगा। यह भी बताया गया था कि इस आइटम सांग को प्रभास के साथ बॉलीवुड एक्ट्रेस जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ करेंगी। इस गीत के फिल्मांकन के लिए श्रीलंका सुंदरी ऑस्ट्रिया पहुँच भी गई थी । दरअसलश्रद्धा कपूर और जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ के प्रभास के साथ दोनों गीतों का फिल्मांकन एक लोकेशन ट्रिओल ऑस्ट्रिया में किया गया है। पहलेश्रद्धा कपूर वाले गीत की शूटिंग हुईउसके बाद जैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ के गीत का फिल्मांकन किया गया।  इसके बाद से ही इस गीत का इंतज़ार लगा था। एक महीना लम्बा यह इंतज़ार १८ अगस्त को ख़त्म हो गया । हैदराबाद के रामोजी स्टूडियो मेंफिल्म साहो के ट्रेलर और इस आइटम गीत की रिलीज़ का कार्यक्रम आयोजित हुआ । साहो के ट्रेलर और गीत की रिलीज़भारतीय सिनेमा के इतिहास की विशाल पैमाने पर की गई सबसे बड़ी रिलीज़ थी । इस मौके पर प्रभास और श्रद्धा कपूर सहित फिल्म की तमाम स्टारकास्ट मौजूद थी । फिल्म के ट्रेलर और आइटम गीत बैड बॉय की झलक देख कर हीमौजूद एक लाख दर्शक ख़ुशी से पागल हो गए । उन्होंनेजैक्वेलिन फर्नॅंडेज़ पर फिल्माए गएइस आइटम का सीटियाँ बजा कर स्वागत किया । यह एक पार्टी गीत है । कदम थिरकाने वाला । अब यह ३० अगस्त का दिन बतायेगा कि यह आइटम गीत फिल्म के लिए कितने ज्यादा दर्शक आकर्षित कर पाता है या नहीं !

१३ साल बाद घोस्टबस्टर की Bhool Bhulaiya में फंसेगा दर्शक !


भूल भुलैया २ के फर्स्ट लुक पोस्टर के जारी होने के साथ ही, १२ अक्टूबर २००७ को प्रदर्शित  अक्षय कुमार और विद्या बालन की हॉरर कॉमेडी फिल्म भूल भुलैया के सीक्वल की शुरुआत हो गई।  फर्स्ट लुक पोस्टर में अभिनेता कार्तिक आर्यन घोस्टबस्टर की वेशभूषा में नज़र आ रहे हैं।  साफ़ है कि भूल भुलैया की सीक्वल फिल्म के नायक अक्षय कुमार नहीं, कार्तिक आर्यन होंगे।  कार्तिक आर्यन, आज की पीढ़ी के सबसे सफल अभिनेता माने जा रहे हैं।  सोनू के टीटू की स्वीटी के बाद, लुका छुपी की सफलता ने उनका बाजार फैला दिया है। अब वह लव रंजन की फिल्मों के नायक के खोल से बाहर निकल चुके हैं।  आज की तमाम युवा अभिनेत्रियों की फिल्मों के नायक कार्तिक आर्यन ही बनाये जा रहे हैं।  लेकिन, भूल भुलैया २ के पोस्टरों ने कार्तिक आर्यन को तुलना के तराज़ू में तौलवा दिया है। इस पोस्टर में,  कार्तिक आर्यन के किरदार का अंदाज़ अक्षय कुमार के भूल भुलैया अंदाज़ से मिलता जुलता है।  इसलिएइस भूमिका को लेकर, कार्तिक आर्यन की तुलना अक्षय  कुमार से की जाने लगी है कि क्या वह भूल भुलैया के अक्षय कुमार वाला जादू अपनी भूमिका से जगा पाएंगे ? कार्तिक आर्यन को प्रतिभाशाली मानने वालों की कमी नहीं। लेकिन, उससे कहीं ज़्यादा लोग मानते हैं कि अक्षय कुमार के जूतों के लिहाज़ से कार्तिक आर्यन के पाँव काफी छोटे हैं।  अक्षय कुमार तो सुपरस्टार हैं।  भूल भुलैया २ में कार्तिक आर्यन पुराना जादू बिखेर पाएंगे, इसका जवाब तो ३१ जुलाई २०२० को ही मिल पायेगा।  लेकिन, उससे कहीं पहले, ६ दिसंबर २०१९ को ही पता लग जाएगा कि कार्तिक आर्यन में सुपरस्टार बनने या सुपरस्टार के जूतों में पाँव डालने का माद्दा है या नहीं ! क्योंकि, ६ दिसंबर को कार्तिक आर्यन की, १९७८ की संजीव कुमार, विद्या सिन्हा और रंजीता कौर की फिल्म पति पत्नी और वह की रीमेक फिल्म रिलीज़ हो रही है।  अभी से यह सोचा जाने लगा है कि क्या कार्तिक आर्यन इस कल्ट फिल्म के रीमेक के साथ न्याय कर पाएंगे ?  

वडाला से Batla House तक John Abraham


बॉक्स ऑफिस पर बाटला हाउस को मिली सफलता के बाद,  जॉन अब्राहम ऐसे अभिनेता और फिल्म  निर्माता माने जा रहे हैं, जो भिन्न अछूते विषयों पर फ़िल्में बनाना ही नहीं चाहते, अभिनय भी करना चाहते हैं।  दिलचस्प तथ्य यह है कि जॉन अब्राहम की ऎसी तमाम फ़िल्में हिट भी हुई है।  जॉन अब्राहम को दहाई में ओपनिंग दिलवाने वाली पहली फिल्म गैंगस्टर फिल्म थी।  ख़ास बात यह  थी कि मान्या सुर्वे नाम के इस गैंगस्टर को बहुत कम लोग जानते थे। संजय गुप्ता निर्देशित फिल्म शूटआउट एट वडाला गैंगस्टर मान्या सुर्वे पर केंद्रित थी।  यह मुंबई पुलिस का एक निर्दोष को अपराध में फंसा कर गैंगस्टर बनाने ऐसा कारनामा था,  जो मुंबई पुलिस के लिए कलंक था।  फिल्म में गैंगस्टर किरदार खुद जॉन अब्राहम ने किया था। यह फिल्म, जॉन अब्राहम को १०.१० करोड़ की दहाई ओपनिंग दिलवाने वाली फिल्म थी।  शूटआउट एट वडाला से बाटला हाउस शूटआउट तक फिल्मों के जॉन अब्राहम को दहाई अंकों की ओपनिंग दिलवाने का सिलसिला चल निकला। वरुण धवन के फिल्म ढिशूम ने बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन ११.०५ करोड़ का कारोबार किया। ढिशूम का यह कलेक्शन कम था। क्योंकि, उनकी २०१५ में प्रदर्शित कॉमेडी फिल्म वेलकम बैक ने १४.२५ करोड़ की ओपनिंग ले रखी थी।  इन फिल्मों से भी पहले जॉन अब्राहम की रेस सीरीज की दूसरी फिल्म रेस २ ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल की ओपनिंग लेते हुए १५.१० करोड़ का कारोबार कर लिया था। पहले ओपनिंग के इन इन सभी कलेक्शन को पछाड़ा पिछले साल रिलीज़ फिल्म सत्यमेव जयते थी ।  अक्षय कुमार की फिल्म गोल्ड की मौजूदगी में भी जॉन अब्राहम की फिल्म ने २०.५२ करोड़ का कारोबार कर लिया था। जॉन अब्राहम की सोलो फिल्म के लिहाज़ से  सत्यमेव जयते का टॉप क्लास का साबित होता है। तभी तो इस साल १५ अगस्त को रिलीज़ फिल्म बाटला हाउस इस कलेक्शन के आसपास तक नज़र नहीं आती। बाटला हाउस ने पहले दिन १५.५५ करोड़ का  कारोबार कर लिया था। अब यह फिल्म, सत्यमेव जयते के बाद, जॉन अब्राहम की सबसे बड़ी ओपनिंग लेने वाली फिल्म  में  शामिल हो चुकी है। 

राष्ट्रीय सहारा २५ अगस्त २०१९




Prabhas साबित होंगे बॉलीवुड में भी बाहुबली !


बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के साथ, तेलुगु फिल्मों के बाहुबली सितारे प्रभास का हिंदी फिल्म डेब्यू हो रहा है। उन्होंने, २०१५ में रिलीज़ बाहुबली सीरीज की पहली फिल्म बाहुबली द बेगिनिंग के डब संस्करण के साथ दर्शकों को प्रभावित करना शुरू किया था। इस सीरीज की दूसरी फिल्म द कांक्लुजन को ५०० करोड़ से ज़्यादा की सफलता मिली थी। अब, प्रभास की ३०० करोड़ की लागत में बनी एक्शन फिल्म प्रभास रिलीज़ होने जा रही है। यह प्रभास की पहली फिल्म होगी, जो मूल रूप में तमिल और तेलुगु के अलावा हिंदी में भी बनाई गई है। इस फिल्म के ज़ोरदार एक्शन सीक्वेंस और रोमांटिक डांस नंबर दर्शकों में फिल्म के प्रति भारी उत्सुकता और उत्तेजना पैदा कर चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि निर्देशक सुजीत की साहो भी, बाहुबली की तरह बड़ी हिट फिल्म साबित होगी। क्या इससे यह अर्थ निकला जा सकता है कि तेलुगु फिल्मों का यह सुपरस्टार बॉलीवुड में भी बाहुबली साबित होगा ? क्या प्रभास फहरा पाएंगे बॉलीवुड में दक्षिण का परचम ?

एमजी रामचंद्रन की डब फिल्म
अब तक, दक्षिण के बड़े सितारों का बॉलीवुड में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। हिंदी फिल्मों का दर्शक अपने पंजाबी अभिनेताओं के सामने दक्षिण के मूछो वाले अभिनेताओं को तरजीह नहीं देता।  तमिल फिल्मों के सुपरस्टार एम जी रामचंद्रन ने कभी किसी हिंदी फिल्म में अभिनय नहीं किया। उनकी बहुत फ़िल्में भी हिंदी में डब हो कर प्रदर्शित नहीं हुई। एमजी रामचंद्रन की सिर्फ एक फिल्म, १९५१ में निर्मित फिल्म मर्मयोगी को ही हिंदी में डब कर रिलीज़ किया गया था।

गणेशन अभिनेता
कभी दक्षिण की तमिल फिल्मों में दो गणेशन अभिनेताओं का डंका बजा करता था। यह दो अभिनेता थे जैमिनी गणेशन और शिवाजी गणेशन। जैमिनी गणेशन बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री रेखा के पिता हैं।हिंदी फिल्मों में पहले आये शिवाजी गणेशन। शिवाजी गणेशन को हिंदी दर्शकों ने पहली बार फिल्म मनोहर (१९५४) में देखा। शिवाजी के बाद आये जैमिनी गणेशन। जैमिनी गणेशन का हिंदी फिल्म डेब्यू मीना कुमारी के साथ १९५७ में रिलीज़ फिल्म मिस मैरी से हुआ था। शिवाजी गणेशन तमिल सुपरस्टार थे। लेकिन, बॉलीवुड उन्हें फला नहीं। वह मनोहर के बाद स्कूल मास्टर और धरती में मेहमान भूमिका करने के बाद दक्षिण की फिल्मों में रम गए। जैमिनी गणेशन का हिंदी फिल्म करियर कुछ ज़्यादा लम्बा चला।  उन्होंने राज तिलक, नज़राना, बलराम श्रीकृष्ण, जय जगत जननी, आदि हिंदी फ़िल्में ज़रूर की। लेकिन, उन्हें भी बॉलीवुड ने नकार दिया।

कमल हासन और रजनीकांत
दक्षिण की फिल्मों के हिट जोड़ीदार कमल हासन और रजनीकांत का हिंदी फिल्म डेब्यू अपेक्षाकृत ज्यादा प्रभावशाली और छाप छोड़ने वाला रहा। कमल हासन की पहली हिंदी फिल्म एक दूजे के लिए १९८१ में रिलीज़ हुई थी। उन्होंने, सदमा, सनम तेरी कसम, यह तो कमाल हो गया, यह देश, एक नई पहेली, राज तिलक, जैसी फ़िल्में की। अपनी प्रतिभा का सिक्का भी जमाया। लेकिन मुख्य धारा की हिंदी फिल्मों में उनका सिक्का न जम सका। कमल हासन के दो साल बाद, रजनीकांत की एक्शन फिल्म अंधा कानून (१९८३) से रिलीज़ हुई। हालाँकि, फिल्म के नायक रजनीकांत थे, लेकिन अमिताभ बच्चन के एक्सटेंडेड कैमियो ने सब गुड़गोबर कर दिया। इसके बावजूद, रजनीकांत लम्बे समय तक जीत हमारी, मेरी अदालत, गंगवा, जॉन जोनी जनार्दन, गिरफ्तार, महागुरु, बेवफा, भगवान दादा, असली नक़ली, दोस्ती दुश्मनी, डाकू हसीना, इन्साफ कौन करेगा, उत्तर दक्षिण, आदि फिल्मों के ज़रिये हिंदी फिल्मों में अपना सिक्का चलाते रहे। 

तेलुगु फिल्मों से ख़ास
तेलुगु फिल्मों से फिल्म अभिनेता और निर्माता अक्किनेनी नागेश्वर राव (एएनआर) का हिंदी फिल्म डेब्यू सुवर्ण सुंदरी (१९५८) में अंजलि देवी के साथ हुआ था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास नहीं कर सकी थी। चूंकि, एएनआर का, तेलुगु फिल्मों में जलवा था, इसलिए उन्होंने जल्द ही हिंदी फिल्मों से विदा ले ली। बाद में एएनआर परिवार के ७ बच्चे और ११ बच्चों के बच्चे में से, बेटे नागार्जुन और नागार्जुन के बेटे नाग चैतन्य फिल्मों में आये। नागार्जुन का हिंदी फिल्म डेब्यू, रामगोपाल वर्मा की फिल्म शिवा से हुआ था। शिवा बड़ी हिट फिल्म साबित हुई। नागार्जुन ने खुदा गवाह, द्रोही, क्रिमिनल, मिस्टर बेचारा, अंगारे, ज़ख्म, अग्नि वर्षा और एलओसी कारगिल जैसी फिल्मे की। लेकिन, उनका सिक्का  भी बॉलीवुड में जम नहीं सका। अब वह, फिल्म ब्रह्मास्त्र में रणबीर कपूर, अलिया भट्ट और अमिताभ बच्चन के साथ नज़र आयेंगे। डी रामानायडू परिवार यानि डग्गूबाती परिवार से वेंकटेश ने फिल्म अनाड़ी से हिंदी फिल्म डेब्यू किया था। उन्होंने तक़दीरवाला, आदि कुछ हिंदी फिल्मों के बाद तेलुगु इंडस्ट्री का रुख किया। फिल्म निर्माता डी रामानायडू के पोते राणा डग्गूबाती का हिंदी फिल्म डेब्यू दम मारो दम (२०११) से हुआ था। वह बाहुबली सीरीज की फिल्मों के भाल्लालदेवा के तौर पर हिंदी दर्शकों के बीच लोकप्रिय हैं। उनकी आगामी फिल्मों में हाउसफुल ४ और भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया हैं।


दक्षिण से कुछ दूसरे
दक्षिण के कई दूसरे अभिनेताओं ने हिंदी फिल्मों में भाग्य आजमाने की कोशिश की। कुछ ने खल भूमिकाये भी स्वीकार की। इनमे चरणराज एक ऐसे ही एक्टर थे। उन्होंने प्रतिघात, कुदरत का कानून, फूल बने अंगारे, आदि फिल्मों में खल भूमिकाये की। प्रकाश राज हिंदी फिल्मों के विलेन के तौर पर काफी सफल हुए। मलयालम फिल्म एक्टर मम्मूट्टि ने हिंदी फिल्म हल्ला बोल में गेस्ट अपीयरेंस किया था। वह फिल्म धरतीपुत्र में मुख्य भूमिका में थे। पिछले दिनों इनके बड़े बेटे दुल्क़र सलमान फिल्म कारवां में इरफ़ान खान के साथ नज़र आये थे। दुलकर की आगामी फिल्म द जोया फैक्टर है। दक्षिण के सुपरस्टार विक्रम ने रावण और डेविड जैसी असफल फ़िल्में की। वह महाभारत के चरित्र कर्ण पर फिल्म महावीर कर्ण में कर्ण की भूमिका में नज़र आयेंगे। मणिरत्नम की हिंदी में डब फिल्म रोजा और बॉम्बे से अरविद स्वामी ने दर्शकों को प्रभावित किया। लेकिन, उनकी मूल हिंदी फिल्म सात रंग के सपने बुरी तरह से असफल रही। उन्होंने लम्बे समय बाद फिल्म डिअर डैडी से वापस आये की। सत्यराज ने हिंदी फिल्मों में प्रभावशाली चरित्र भूमिकाये की है। चेन्नई एक्सप्रेस में दीपिका पादुकोण के डॉन पिता और बाहुबली सीरीज की फिल्मों में कटप्पा सत्यराज ही हैं। पृथ्वीराज सुकुमारन का फिल्म डेब्यू रानी मुख़र्जी की फिल्म अय्या से हुआ था। उन्हें औरंगजेब और नाम शबाना में खल भूमिकाओं में देखा गया। इनके अलावा अब्बास, धनुष, सिद्धार्थ, जेडी चक्रवर्ती, विष्णु वर्द्धन, रामचरण तेजा, आदि ने भी हिंदी फिल्मों में अपना भाग्य अजमाया। लेकिन असफल रहे।  प्रभुदेवा हिंदी फिल्म दर्शक डायरेक्टर और कोरियोग्राफर के तौर पर ज्यादा पसंद करते हैं।

बॉलीवुड फ़िल्में ! न बाबा न !!
तमिल और तेलुगु फिल्मों के कुछ अभिनेताओं को बॉलीवुड का कोई आकर्षण नहीं। तमिल फिल्म सुपरस्टार विजय, प्रभुदेवा निर्देशित फिल्म राउडी राठौर के चिन ता ता चिता चिता गीत में कमर हिला चुके हैं। उनकी फिल्म पुली को हिंदी में डब कर रिलीज़ किया जा चुका है। लेकिन उन्हें हिंदी फिल्मों में कोई रूचि नहीं है। इसी प्रकार से तेलुगु सुपरस्टार महेश बाबु भी अपनी तमिल तेलुगु फिल्मों से खुश हैं। हालाँकि, उनकी कई फ़िल्में डब हो कर रिलीज़ हो चुकी हैं तथा उनकी हिट फिल्मों के हिंदी रीमेक बनाए जा रहे हैं।

बॉलीवुड स्वीकारेगा प्रभास को !   
प्रभास का हिंदी फिल्म करियर काफी कुछ साहो पर निर्भर करेगा। साहो, एक्शन फिल्म है। इसके एक्शन हैरान करने वाले। इसका गीत संगीत भी काफी हिट हो रहा है। फिल्म में बॉलीवुड के कई सितारे हैं। इस लिहाज़ से, साहो को बड़ी हिट फिल्म बनने से कोई नहीं रोक सकता। लेकिन, कोई बड़ी हिट फिल्म किसी एक्टर को बॉलीवुड में स्थापित नहीं कर पाती। कमल हासन सबसे अच्छा उदाहरण हैं। इसलिए, प्रभास के लिए यह ज़रूरी है कि वह अपने अभिनय पक्ष को भी उभारे।  वह अपने आकर्षण से दर्शकों पर जादू कर दें। उनकी संवाद अदायगी, तालियाँ बटोर ले जाए।  वह परदे पर जो कुछ करे, सिनेमाघर से बाहर निकलते समय दर्शकों के जेहन चस्पा हो जाए।