टी सीरीज, फिशऑय नेटवर्क प्रोडक्शंस और वेव सिनेमाज की फिल्म 'कैबरे' के सेट अनोखा मिलन हुआ। महबूब स्टूडियोज में फिल्म की शूट के दौरान मौजूद लोगों को नब्बे का दशक याद आ गया। १९९० में रिलीज़ महेश भट्ट के निर्देशन में म्यूजिकल रोमांस फिल्म 'आशिक़ी' ने राहुल रॉय और अनु अग्रवाल की जोड़ी सुपर हिट साबित हुई थी। इस फिल्म का संगीत टी सीरीज ने जारी किया था। आशिक़ी के बाद गुलशन कुमार और महेश भट्ट की म्यूजिकल जोड़ी जम गई। आशिक़ी के हीरो राहुल रॉय ने महेश भट्ट की बिटिया पूजा भट्ट के साथ जूनून, फिर तेरी कहानी याद आई और जूनून जैसी फिल्मों में जोड़ी बनाई। बाद में राहुल रॉय अपनी सफलता बरकरार नहीं रख सके। पूजा भट्ट भी कुछ फिल्मों के बाद कैमरा के पीछे चली गई। उन्होंने दुश्मन, ज़ख्म, जिस्म, पाप, आदि फिल्मों का निर्माण किया। पाप, हॉलिडे, धोखा, आदि फिल्मों की निर्देशक पूजा भट्ट ही थी। कौस्तव नारायण नियोगी निर्देशित फिल्म 'कैबरे' ने राहुल रॉय, फिल्म की निर्मात्री पूजा भट्ट और महेश भट्ट का मिलन कराया था। वैसे टी सीरीज की भी फिल्म होने के कारण यह चार हस्तियों का मिलन था। फिल्म सेट पर राहुल रॉय का बर्थडे मनाया गया। फिल्म में राहुल रॉय खुद की यानि फिल्म निर्माता की भूमिका कर रहे हैं। बताते चलें कि फिल्मों में बतौर एक्टर असफल होने के बाद राहुल रॉय ने फिल्म निर्माण में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था। कैबरे की मुख्य भूमिका ऋचा चड्डा कर रही हैं। यह फिल्म एक कैबरे गर्ल की कहानी है। इस किरदार में एक औरत का दर्द है, उसकी नाराज़गी है और संघर्ष से भरी जीवन यात्रा भी। एक छोटे किरदार से फिल्मों में वापसी को लेकर राहुल रॉय कहते हैं, "आशिकी से मेरा जन्म हुआ था। मैं अपने जन्मदिन पर कैबरे के सेट पर फिर पैदा हुआ हूँ। मैं उस भट्ट कैंप में वापसी कर बेहद खुश हूँ, जो लोग मुझे सबसे अच्छी तरह जानते हैं ।"
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 13 March 2016
कैबरे के सेट पर पूजा भट्ट से मिले राहुल रॉय
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शूटिंग/लोकेशन
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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