Sunday, 6 March 2016

हॉलीवुड फिल्म से ऑस्कर तक भारतीय सितारे

आजकल बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा अमेरिका में तहलका मचाये हुए हैं । वह एबीसी नेटवर्क के शो 'क्वांटिको' में एफबीआई रिक्रूट अलेक्स परिश के किरदार की कामुक सेक्स अपील के कारण मीडिया चर्चित हो रही थी । इस सीरियल के कारण प्रियंका चोपड़ा को ऑस्कर प्रजेंटर का सम्मान मिला और फिल्म बेवॉच करने का मौका भी । प्रियंका चोपड़ा कहती हैं, "मैं एक एक्टर और  एंटरटेनर हूँ। इसलिए  मैं लगातार नई चुनौतियों को खोजते रहती हूँ।  मैं अपनी क्रिएटिविटी के लिए कोई सीमा तय करना नहीं चाहती।"  
प्रियंका चोपड़ा को यह सफलता मिली है सीएए का सदस्य होने के कारण।  वह २०१२ से सिने आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सीएए) की सदस्य हैं। उन्हें यह सदस्यता अपनी हॉलीवुड में एजेंट अनुजा आचार्या-बाथ के कारण मिली। अब उन्हें अमेरिका के टैलेंट एजेंसी विलियम मारिस एंडवर ने साइन कर लिया है। वह बेवॉच के फिल्म रीमेक में ड्वेन जॉनसन के साथ विलेन किरदार मे नज़र आएंगी। फिल्म बाजीराव मस्तानी में प्रियंका चोपड़ा के अपोजिट मस्तानी का किरदार करने वाली दीपिका पादुकोण  ने भी विन डीजल के साथ ट्रिपल एक्स फिल्म सीरीज की तीसरी फिल्म 'एक्सएक्सएक्स: रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज' साइन कर ली है। उनकी ब्रैड पिट के साथ एक फिल्म करने की भी खबर है।
क्वांटिको जैसा प्रचार नहीं !
हॉलीवुड के परदे पर बॉलीवुड के सितारे 
जब हिंदुस्तानी अख़बारों में क्वांटिको की धूम मची हुई थी, बहुत से भारतीय सितारे विदेशी टेलीविज़न पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे थे। अलबत्ता, एबीसी के शो क्वांटिको की तरह इतना ज़बरदस्त प्रचार किसी दूसरे शो को नहीं मिला। फिल्म '७ खून माफ़' में प्रियंका चोपड़ा के शौहर वसीउल्लाह खान का किरदार निभाने वाले इरफ़ान खान दूसरे विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर एक जापानी शो करने जा रहे हैं।  इस शो में इरफ़ान एक जज की भूमिका करेंगे। इरफ़ान कहते हैं, "मैं इस करैक्टर की छानबीन करने के लिए उत्साहित हूँ।" इस सीरियल को कैनेडियन डायरेक्टर रॉब डब्ल्यू किंग और डच डायरेक्टर पीटर वेर्होएफ कर रहे हैं।  क्या इस शो को इतना प्रचार मिला?  जुरासिक वर्ल्ड के बाद इरफ़ान खान दुनिया के दर्शकों के जाने पहचाने बन गए हैं।  इरफ़ान ने 'द माइटी हार्ट', 'स्लमडॉग मिलियनेयर', 'द नेमसेक',  आदि ढेरों विदेशी फिल्में की हैं। आजकल वह हॉलीवुड  फिल्म 'इन्फर्नो' की  शूटिंग में बिजी हैं। वह २०१० में  सीरीज 'इन ट्रीटमेंट' कर चुके हैं।
और भी हैं बॉलीवुड सितारे
इरफ़ान खान ही नहीं बहुत से दूसरे बॉलीवुड सितारे हैं जो विदेशी टीवी और फिल्मों में चमक रहे हैं। ओम पूरी और नसीरुद्दीन शाह तो काफी पहले से हॉलीवुड और बिर्टिश फिल्में कर रहे हैं। अनुपम खेर तो विदेशी छोटे परदे पर बहुत लोकप्रिय हैं। वह अपनी पत्नी किरण खेर के साथ 'ईआर' के सिंगल एपिसोड में अभिनय कर चुके हैं । नेटफ्लिक्स पर साइंस फिक्शन ड्रामा 'सेंस ८' में तो अनुपम खेर के अलावा टीना देसाई, पूरब कोहली, मीता वशिष्ट और दर्शन जरीवाला जैसे इंडियन एक्टर्स की भरमार है। शबाना आज़मी, पिछले दिनों बीबीसी वन की मिनी सीरीज कैपिटल की लंदन में शूटिंग कर चुकी हैं। हॉलीवुड और ब्रिटेन की इन कस्टडी, द ब्लैक प्रिंस, आदि कई फिल्मों में अभिनय कर चुकी शबाना आज़मी की यह पहली टीवी सीरीज होगी। लंचबॉक्स की एक्टर निम्रत कौर ने आतंकवाद पर ड्रामा 'होमलैंड' में एक पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट तस्नीम कुरैशी का किरदार किया हैं। वह सीरीज वेवर्ड पाइंस कर रही हैं। अनिल कपूर तो काफी मशहूर हैं।  वह २०१० में एक्शन-थ्रिलर ' २४' में राष्ट्रपति ओमर हसन की भूमिका कर चुके थे।  इसी के बाद उन्होंने इस सीरीज को हिंदी में बनाया। अनिल कपूर स्लमडॉग मिलियनेयर और मिशन: इम्पॉसिबल, घोस्ट प्रोटोकॉल जैसी हॉलीवुड फ़िल्में कर चुके हैं। वह एक एडल्ट एनिमेटेड सीरीज 'फैमिली गय' में ग्रिफिन फैमिली के एक किरदार के लिए वॉयस ओवर कर रहे हैं। अनिल कपूर कहते हैं, "ग्रिफिन फैमिली का हिस्सा बन कर मैं उत्तेजित हूँ।" पिछले दिनों, नर्गिस फाखरी हॉलीवुड फिल्म 'स्पाई' में लिया के किरदार में नज़र आई । 
कबीर बेदी जैसा कोई नहीं 
विदेशी टीवी पर हिंदुस्तानी एक्टर्स का अभिनय करना आज की बात नहीं। हिंदुस्तानी एक्टर्स ने विदेशी टीवी पर हमेशा से धूम मचाई है,  बशर्ते कि रोल एशियाई हो। चालीस साल पहले, जब भारत में टेलीविज़न आज का जितना पॉपुलर नहीं था, कबीर बेदी ने इटैलियन मिनी टीवी सीरीज 'संदोकन' से सुदूर इटली में धूम मचा दी थी। इस सीरीज में कबीर बेदी ने एक भारतीय राजकुमार संदोकान का किरदार किया था, जिस का राज्य ब्रितानी हुकूमत छीन लेती है।  वह बदला लेने के लिए समुद्री डाकुओं का नेता बन जाता है और ब्रितानी सेना पर हमले करता रहता है। कबीर बेदी जैसी लोकप्रियता शायद आज की प्रियंका चोपड़ा के लिए स्वप्न सामान ही होगी। कबीर बेदी ने अमेरिकी ओपेरा 'द बोल्ड एंड द ब्यूटीफुल' में प्रिंस ओमर  रशीद का किरदार भी किया। कबीर बेदी इकलौते बॉलीवुड एक्टर हैं, जिन्होंने किसी जेम्स बांड फिल्म में कोई किरदार किया। कबीर बेदी १९८३ में रिलीज़ बांड फिल्म ऑक्टोपसी में विलेन के गुर्गे गोबिंद के किरदार में थे।  कबीर बेदी ऑस्कर पुरस्कारों के वोटिंग मेंबर में शामिल हैं।  वह स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड के भी वोटिंग मेंबर हैं। उन्होंने हॉलीवुड फिल्म प्रिंस ऑफ़ पर्शिया : द सेंड्स ऑफ़ टाइम के हिंदी संस्करण में बेन किंग्सले के चरित्र को आवाज़ दी थी। 
एशियाई चरित्रों के लिए
अमेरिकी सीरीज में हिंदुस्तान के कलाकार खास तौर पर पाकिस्तानी या एशियाई भूमिका के कारण लिए जाते हैं। प्रियंका चोपड़ा क्वांटिको के लिए इसी लिए चुनी गई कि उनका अलेक्स परिश का किरदार भारतीय और कोकेशियान मिश्रित रक्त वाला है। इसी प्रकार से, अनिल कपूर का सीरीज '२४' में ओमर हसन, निम्रत कौर का 'होमलैंड' में तस्नीम खान का किरदार एशियाई लुक वाला हैं। अक्षय खन्ना शीत युद्ध के दौर का ड्रामा 'द अमेरिकन्स' में रूस के जासूस एक पाकिस्तानी अफसर की भूमिका में थे । लिलेट दुबे १९३२ के भारत में ब्रितानी साम्राज्यवादी शासन के खात्मे पर ब्रिटिश सीरीज 'इंडियन समर्स' में रोशना दलाल का किरदार कर रही हैं । इस सीरीज का प्रसारण २७ सितम्बर से शुरू हो चूका है। इस सीरीज में रोशन सेठ और निकेश पटेल जैसे कुछ दूसरे भारतीय चेहरे भी नज़र आएंगे । लिलेट दुबे कहती हैं, "एक्टर्स भी चाहते हैं कि उनके काम को दूसरे देशों में भी देखा जाये।"   
ऑस्कर पुरस्कारों में 
अमेरिका में लोकप्रियता का तकाज़ा है कि प्रियंका चोपड़ा ८८ वे ऑस्कर पुरस्कारों में प्रेजेंटर की हैसियत से नज़र आई । लेकिन, ऑस्कर समारोहों में हिस्सा लेने वाली प्रियंका चोपड़ा पहली भारतीय हस्ती भी नहीं हैं । हिंदुस्तान १९५७ से ऑस्कर अवार्ड्स की विदेशी फिल्मों की श्रेणी में अपनी फ़िल्में भेज रहा है। लेकिन, अब तक केवल तीन फ़िल्में ही आखिरी पांच फिल्मों में शामिल हो पाई । बॉलीवुड सितारे अक्सर ऑस्कर पुरस्कारों में नज़र आते हैं।  दरअसल, इस समारोह में नामित फिल्मों से जुड़ी हस्तियां हिस्सा ले सकती हैं। इसलिए, लगान के नामित होने पर निर्देशक आशुतोष गोवारिकर और आमिर खान रेड कारपेट पर नज़र आये । ७१ वे ऑस्कर अवार्ड्स में शेखर कपूर अपनी इंग्लिश फिल्म एलिज़ाबेथ के नामित होने के कारण ऑस्कर पुरस्कारों के फंक्शन में नज़र आये। दीपा मेहता की फिल्म वॉटर के ऑस्कर में नॉमिनेट होने के कारण जॉन अब्राहम, लिसा रे और सीमा बिस्वास को दीपा मेहता के साथ ७९ वे ऑस्कर अवार्ड्स समारोह में शामिल होने का मौका मिला। लाइफ ऑफ़ पाई के हीरो और भारतीय अभिनेता  सूरज शर्मा २०१३ में हुए ८५ वे ऑस्कर अवार्ड्स समारोह में शामिल हुए थे। इसी फिल्म के लिए बॉम्बे जयश्री भी बेस्ट सांग की श्रेणी में नामित हुई। स्टीवन स्पीलबर्ग और रिलायंस की फिल्म लिंकन के १२ श्रेणियों में नामित होने के कारण इस फिल्म के निर्माता के तौर पर अनिल अम्बानी और टीना मुनीम अम्बानी इस समारोह में मौजूद थी।  डेविड ओ रसेल की फिल्म सिल्वर लइनिंग्स प्लेबुक के ऑस्कर में नामित होने के कारण अनुपम खेर को इस फंक्शन में शामिल होने का मौका मिला। ऑस्कर पुरस्कारों का ८१ वां एडिशन  भारत के लिए ख़ास था। जैसे पूरा बॉलीवुड ऑस्कर समारोह में मौजूद था। भारतीय संगीतकार ए आर रहमान ने २००९ में डैनी बॉयल की इंग्लिश फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए दो श्रेणियों (बेस्ट ओरिजिनल स्कोर और गुलज़ार के साथ बेस्ट ओरिजिनल सांग जय हो) में ऑस्कर पुरस्कार जीता था। इसी फिल्म के लिए रसूल पुकुट्टी ने साउंड मिक्सिंग की श्रेणी में पुरस्कार जीता था। इसी साल स्माइल पिंकी ने शार्ट डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार जीता। १९८३ में रिचर्ड एटनबरो की फिल्म गांधी एकेडेमी अवार्ड्स की आठ श्रेणियों में नामित हुई थी।  इस फिल्म की कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर भानु अथैया थी।  उन्होंने जॉन मोलो के साथ बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइन का पुरस्कार जीता था। सितार वादक रवि शंकर का ऑस्कर अवार्ड्स में बेस्ट ओरिजिनल स्कोर की श्रेणी में नामित किया गया था। सत्यजित रे को १९९२ में मानद ऑस्कर से सम्मानित किया गया। अश्विन कुमार की लघु फिल्म लिटिल टेररिस्ट को २००५ में ऑस्कर नॉमिनेशन मिला था। वह ऑस्कर्स  में नामित होने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय थे। 

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