एक्टर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी फ्रीकी अली के बाद एक बार फिर सोलो हीरो फिल्म में नज़र आने जा रहे हैं। गुनीत अमरप्रीत कौर की इस फिल्म का नाम हरामखोर है। यह फिल्म एक टीचर के अपनी टीनएज छात्रा के साथ अवैध संबंधों की कहानी है। नवाज़ुद्दीन इस हरामखोर टीचर का किरदार कर रहे हैं। श्वेता त्रिपाठी उनकी छात्रा बनी है। इस कहानी के कारण सेंसर बोर्ड ने हरामखोर को पारित करने से इनकार कर दिया था। इस पर फिल्म के प्रोड्यूसर और निर्देशक श्लोक शर्मा ने फिल्म सर्टिफिकेशन अपीलेट ट्रिब्यूनल तक मामले को ले गए। ट्रिब्यूनल ने हरामखोर को न केवल यू/ए सर्टिफिकेट के काबिल समझ, बल्कि उसे सोशल वैल्यू वाली फिल्म भी बताया। बकौल हरामखोर निर्माता गुनीत मोंगा यह फिल्म अब लड़कियों में ऐसे टीचरों के प्रति जागरूकता जगाने के लिए १३ जनवरी को रिलीज़ होगी।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday, 23 December 2016
फ्रीकी अली के बाद नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी हरामखोर
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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