पिछले दिनों,
संजयलीला भंसाली के अपनी ऐतिहासिक रोमांस फिल्म पद्मावती की जयपुर में शूटिंग रोक कर मुंबई
वापस लौटने की खबर सुर्ख़ियों में थी । स्थानीय संगठन करणी सेना को यह सूचना मिली थी कि
संजय लीला भंसाली फिल्म के शूट में रानी पद्मावती और हमलावर अलाउद्दीन खिलज़ी पर एक
रोमांटिक गीत फिल्माने जा रहे हैं । करणी
सेना को यह नागवार गुजरा कि सिनेमेटिक लिबर्टी की आड़ में इस तरह तथ्यों को तोड़ा
मरोड़ा जाये । इसलिए सेना के सदस्य सेट पर पहुँच गए और संजयलीला भंसाली को चपतिया
दिया ।
किसी फिल्म की
शूटिंग में रुकावट का इकलौता उदाहरण नहीं है पद्मावती । किसी ऐतिहासिक तथ्य को तोडना मरोडना फिल्म की शूटिंग रोकने के लिए काफी होता है। लेकिन, केवल इसी कारण से किसी फिल्म की शूटिंग नहीं रोकी जाती। अकेला बॉलीवुड ही कोई ढाई सौ से ज़्यादा हिंदी फिल्मों का निर्माण करता है। इन फिल्मों की शूटिंग देश के किसी न किसी हिस्से में होती रहती है। ज़्यादातर फिल्मों की शूटिंग मुम्बई में स्टूडियोज में होती है। इसलिए किसी छोटे कारण से भी फिल्म की शूटिंग में रुकावट पैदा होना स्वाभाविक है। आइये जानते हैं ऎसी ही कुछ फिल्मों और उनकी शूटिंग रोके जाने के कारणों को।
कमर्शियल फिल्म थी
ओस्मानिया
यूनिवर्सिटी में भी फिल्म अजहर की शूटिंग रोकनी बड़ी थी । यह फिल्म भारतीय क्रिकेट
टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन पर बनाई गई थी । इस फिल्म की शूटिंग, जब
ओस्मानिया यूनिवर्सिटी में की जा रही थी, उसी दौरान यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इसे शूट होने से रोक दिया था । कारण यह था कि फिल्म के निर्माताओं ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को इस फिल्म का नॉन
कमर्शियल और डॉक्यूमेंट्री होना बताया था ।
मनसे ने रोका
राज ठाकरे की
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने, राष्ट्र का क्या महाराष्ट्र का कितना निर्माण किया,
यह तो खुद राज ठाकरे को पता नहीं होगा । लेकिन, इस सेना ने मामूली बातों पर भी
फिल्मों की शूटिंग रोकी है । २००८ में जया बच्चन द्वारा एक फिल्म समारोह में
हिंदी स्टेट की होने के कारण हिंदी में बोलने पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने
अमिताभ बच्चन की फिल्म द लास्ट लीअर और अभिषेक बच्चन की फिल्म द्रोण की रिलीज़ में
रुकावट पैदा की थी । इसी सेना ने २००९ में अयान मुख़र्जी की फिल्म वेकअप सिड को
फिल्म में मुंबई शहर को बॉम्बे दिखाने पर रिलीज़ होने से रोक दिया था । कुर्बान के
पोस्टर में नग्न नज़र आने वाली करीना कपूर को साड़ी भेजने वाली शरारती सेना ने महेश
भट्ट की फिल्म मर्डर २ की शूटिंग केवल इस बिना पर रुकवा दी थी कि इसमे कुछ गैर
मान्यता प्राप्त लोग भी काम कर रहे हैं । सेना चाहती थी कि इनकी जगह उनके आदमी लिए
जाएँ । इसी सेना ने अनुमति के बावजूद अक्षय कुमार की फिल्म खिलाड़ी ७८६ की शूटिंग
एक कॉलेज में रुकवा दी थी कि वहां छात्रों के इम्तिहान चल रहे थे ।
हम्पी के राऊडी
प्रभु देवा ने अक्षय
कुमार और सोनाक्षी सिन्हा के साथ अपनी फिल्म की शूटिंग हम्पी के दर्शनीय स्थलों पर
किये जाने की अनुमति तो ले ली थी । परन्तु, जिस हेरिटेज जोन में स्कूटर मोटरसाइकिल
का ले जाना तक मना था, वहां २० से ज्यादा बड़ी गाड़ियों के साथ शूटिंग शुरू कर दी गई ।
यह देख कर स्थल पर हंगामा खडा हो गया । नतीज़तन, ज़िम्मेदार अधिकारियों ने फिल्म की
शूटिंग की अनुमति रद्द करते हुए यूनिट को उलटे पाँव लौटने के लिए मज़बूर कर दिया ।
केरल के परिवार ने
ऐसे सिखाया सबक
कभी इक्का दुक्का
प्रयास भी फिल्मों की शूटिंग रोक सकते हैं । इसे सच कर दिखाया केरल के एक परिवार
ने । यह परिवार एक आयुर्वेद स्पा चलाता है । इस स्पा के नज़दीक फोर्ट कोच्ची में
सैफ अली खान की फिल्म शेफ की शूटिंग की जा रही थी । डायरेक्टर राजा कृष्णा मेनन ने
सम्बंधित अधिकारियों से इसकी अनुमति भी ले ली थी । लेकिन स्पा चलाने वाले परिवार
को फिल्म की शूटिंग कर उनकी शांति भंग होना मंज़ूर नहीं था । इसलिए इस परिवार ने
जोर जोर से स्टीरिओ बजा कर फिल्म की शूटिंग में अड़चन डालनी शुरू कर दी । इस पर
यूनिट ने पुलिस को सूचना दी । अब यह बात दीगर है कि पुलिस आने के बावजूद लाउड
म्यूजिक बंद नहीं हुआ । इससे यूनिट स्पॉट डबिंग का अपना काम पूरा नहीं कर सकी ।
गोल्डन टेम्पल में
सरबजीत को न
२०१३ में पाकिस्तान
की जेल में मार डाले गए एक भारतीय सरबजीत की शूटिंग पंजाब में हुई थी ।
इस फिल्म का एक
दृश्य अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में फिल्माया जाना था । परन्तु शिरोमणि गुरुद्वारा
प्रबंधक समिति से अनुमति नहीं लिए जाने के कारण फिल्म की शूटिंग रोकनी पड़ी ।
प्रशंसकों के कारण
रुका शूट
कभी फिल्म की शूटिंग
देखने के लिए उमड़ी भीड़ भी शूटिंग में रुकावट बन जाती है । ऐसे में फिल्म की शूटिंग
रोकने के अलावा कोई चारा नहीं रह जाता । २०१५ में अमिताभ बच्चन, विद्या बालन और
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म टे3एन की शूटिंग कोलकत्ता में की जा रही थी । रेलवे
स्टेशन में विद्या बालन और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी पर एक सीन की शूटिंग के दौरान इतनी
भीड़ इकठ्ठा हो गई और शोर शराबा होने लगा कि फिल्म के निर्देशक रिभु दासगुप्ता के
सामने शूटिंग रोकने के अलावा को रास्ता बचा नहीं था । इकठ्ठा भीड़ के कारण,
अहमदाबाद में शाहरुख़ खान की फिल्म रईस की शूट भी कैंसिल करनी पड़ी । दरअसल अपने
बयानों के कारण बदनाम शाहरुख़ खान की फिल्म रईस को उनका पाकिस्तानी एक्टर माहिरा
खान का समर्थ भारी पडा । स्थानीय लोगों ने इतना गुलगपाड़ा मचाया और पत्थर फेंके की
राहुल ढोलकिया को पैकअप करना पड़ा । पनवेल मुंबई में बागी : रिबेल्स इन लव की
शूटिंग को केवल इस कारण से रोकना पडा कि जुटी भीड़ में श्रद्धा कपूर के प्रशंसक
उनसे मिलना और ऑटोग्राफ लेना चाहते थे । इसके बावजूद भयभीत श्रद्धा कपूर अपने
गार्ड्स की सलामती जानने के लिए मौके पर जा पहुंची ।
पुलिस की मोरल
पुलिसिंग
पुलिस जब मोरल
पुलिसिंग करने लगती है, तब क्या होता है, इसे जानना हो तो वायकॉम १८ की फिल्म टाइम
आउट की यूनिट से पूछिए । टाइम आउट दो किशोर भाइयों की कहानी है, जो अपनी व्यकतिगत
पहचान बनाना चाहते हैं । इस फिल्म की शूटिंग गुरुग्राम में हो रही थी । स्थानीय
पुलिस को ऐसा लगा कि फिल्म की कहानी होमोसेक्सुअलिटी जैसे संवेदनशील विषय पर है,
जिसके कारण शांति भंग हो सकती है । सो सेट पर पहुँच गई गुरुग्राम पुलिस और टाइम
आउट की टीम को लोकेशन से आउट कर दिया ।
बारिश ने रोका बाबुल
मुंबई की बारिश
दुनिया भर में बदनाम है । जब मूसलाधार बारिश होती है तो पूरे शहर का जन जीवन रुक
सा जाता है । इससे बॉलीवुड कैसे बरी हो सकता है । अमिताभ बच्चन, रानी मुख़र्जी,
हेमा मालिनीं और जॉन अब्राहम की फिल्म बाबुल के पांच सेट फिल्म सिटी में खड़े किये
गए थे । लेकिन यह सेट अपने सितारों का इंतज़ार ही करते रहे । दरअसल, एक दिन पहले ही
शूटिंग के बाद जॉन अब्राहम को घर पहुँचाने के लिए बड़े पापड बेलने पड़े । निरंतर
बारिश के कारण पानी के जमावड़े की वजह से जॉन को घर पहुँचाने के लिए बोट, रिक्शा और
बस का सहारा लेना पड़ा । इसके बावजूद वह घंटों बाद अपने घर पहुँच सके । ऐसे में रवि
चोपड़ा के लिए फिल्म की अगले दिन की शूटिंग रद्द करने के अलावा कोई चारा नहीं था ।
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