एमएस बिट्टा के नाम से मशहूर मनिंदरजीत सिंह बिट्टा के जीवन
पर फिल्म बनाई जायेगी। इस फिल्म का निर्माण शैलेन्द्र सिंह और प्रिया गुप्ता की
जोड़ी करेगी। फिल्म का नाम जिंदा शहीद होगा।
बिट्टा का जीवन प्रेरणा से भरपूर है। वह देश प्रेम की जीती जागती मशाल हैं। राजनीती छोड़ कर, आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करने वाले आल इंडिया एंटी-टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनिंदरजीत सिंह बिट्टा पर १५ बार बमों से हमला किया गया है। इन हमलों के कारण वह अपंग सा जीवन जी रहे हैं। यह हमले भी उन पर उस समय हुए, जब वह भारतीय युवा कांग्रेस के चेयरमैन थे।
बिट्टा का जीवन प्रेरणा से भरपूर है। वह देश प्रेम की जीती जागती मशाल हैं। राजनीती छोड़ कर, आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करने वाले आल इंडिया एंटी-टेररिस्ट फ्रंट के चेयरमैन मनिंदरजीत सिंह बिट्टा पर १५ बार बमों से हमला किया गया है। इन हमलों के कारण वह अपंग सा जीवन जी रहे हैं। यह हमले भी उन पर उस समय हुए, जब वह भारतीय युवा कांग्रेस के चेयरमैन थे।
मनिंदरजीतसिंह बिट्टा ने, जब
पवित्र स्वर्ण मंदिर पर खालिस्तानी आतंकवादियों का कब्ज़ा था. भिंडरावाले की
चेतावनी के बावजूद राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। उस समय से ही वह खालिस्तानी आतंकियों
के निशाने पर हैं।
आज के दौर में ऐसे व्यक्तित्व पर फिल्म बनाने की इच्छा किस
निर्माता में नहीं होगी ! जिंदा शहीद इसी इच्छाशक्ति पर परिणाम है। अभी इस फिल्म
के निर्देशक और दूसरे कलाकारों को लेकर बातचीत चल रही है। जल्द ही इसका ऐलान भी कर
दिया जाएगा।
मनिंदरजीतसिंह बिट्टा पर फिल्म ज़िंदा शहीद विवादों का
पिटारा खोल सकती है। क्योंकि, यह जानते हुए भी कि बिट्टा
आतंकवादियों के निशाने पर हैं, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने, १९९३
में यकायक उनकी पूरी सुरक्षा वापस ले ली थी। इस मामले की जांच के लिए बिट्टा ने
मोदी सरकार से अपील भी की थी।
कांग्रेस से मोह भंग होने के बाद, बिट्टा
ने सक्रिय राजनीती को अलविदा कह दी थी। ज़िंदा शहीद में इन सभी विवादों का खुलासा
हो सकता है। ऐसे में लाजिमी है कि
कांग्रेसी बवाल मचाये।
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