नवंबर में, जवानी जानेमन के सामने दिल बेचारा नज़र आ
सकता है। २९ नवंबर को, बॉलीवुड की दो ड्रामा फ़िल्में जवानी
जानेमन और दिल बेचारा रिलीज़ हो रही हैं। जवानी जानेमन से सैफ अली खान के साथ कबीर
बेदी की नातिन आलिया ऍफ़ का फिल्म डेब्यू हो रहा है। जबकि, दिल बेचारा से सुशांत सिंह राजपूत और
संजना सांघी की जोड़ी के साथ बतौर डायरेक्टर मुकेश छाबरा का फिल्म डेब्यू हो रहा
है। इन दो फिल्मों से जुड़े तमाम लोगों के लिए उनकी फिल्म का सफल होना ज़रूरी है।
दर्शकों की
जानेमन आलिया ऍफ़
सैफ अली खान
की नितिन कक्कड़ निर्देशित फिल्म जवानी जानेमन की सफलता पर, नवोदित आलिया फर्नीचरवाला का करियर निर्भर
है। क्योंकि,
फिल्म सफल
हुई तो सफलता का बड़ा सेहरा तो सैफ अली खान के सर बंधेगा। लेकिन, आलिया भी पहली हिट फिल्म की अभिनेत्री बन
जाएंगी। क्योंकि,
आलिया की माँ
पूजा बेदी का फिल्म करियर विषकन्या से डेब्यू के साथ ही ख़त्म हो गया था। आलिया को
फिल्म में जवानी से कहीं ज़्यादा अभिनय से दर्शकों को आकर्षित करना होगा।
विवादों से
दिल बेचारा
इस लिहाज से, बॉक्स ऑफिस पर दिल बेचारा की बेचैनी काफी
जायज़ है। इस फिल्म के नायक सुशांत सिंह राजपूत, राब्ता और सोन चिड़िया जैसी फ्लॉप फ़िल्में दे चुके हैं। हालाँकि, केदारनाथ को सफलता मिली। लेकिन, राब्ता जैसी बड़ी असफलता के सदमे से वह
उबार नहीं पाए हैं। दिल बेचारा के डायरेक्टर मुकेश छाबरा की, बतौर कास्टिंग डायरेक्टर तौर पर कमाई गई
सारी प्रतिष्ठा दांव पर है। वह साबित कर पाएंगे कि उनमे किसी फिल्म के लिए
कास्टिंग का चुनाव करने के जितनी समझ है, उतनी अपनी फिल्म की कास्ट को सीन समझा पाने में भी है।
ड्रामा क्वीन
संजना सांघी
संजना सांघी, तीन फिल्मों रॉकस्टार, हिंदी मीडियम और फुकरे रिटर्न्स के बावजूद
अपना कोई मुकाम नहीं बना सकी हैं। वह ड्रामा क्वीन हैं। जब यह फिल्म किज़्ज़ी और
मैनी हुआ करता था। उस समय फिल्म के सेट पर संजना ने बड़ा ड्रामा किया था। उन्होंने
सेट पर सुशांत द्वारा कुछ ज़्यादा दोस्ताना होने का आरोप लगाते हुए अपने माँ-पिता
को बुला लिया था तथा सेट छोड़ कर ही नहीं, देश छोड़ कर घूमने निकल पड़ी थी। इसी के बाद, मुकेश छाबरा पर भी मीटू का आरोप लगा और
फिल्म के निर्माताओं ने किज़्ज़ी और मैनी को बंद कर दिया। बाद में सब कुछ साफ़ होने पर फिल्म दिल बेचारा
के टाइटल के साथ पूरी हुई।
No comments:
Post a Comment