फिलहाल, सिनेमाघरों में और सिनेमाघरों के बाहर, ब्रह्मास्त्र पार्ट १ शिवा के सिनेमाघर खाली होने और हाउसफुल होने के ब्रह्मास्त्र, वानरास्त्र और अग्नेयास्त्र छोड़े जा रहे है. इन भरे सिनेमाघरों का जिक्र करते हुए ब्रह्मास्त्र हिट बताई जा रही है और इन्हें खाली दिखाते हुए इसे फ्लॉप भी बताया जा रहा है. इस अस्त्र युद्ध में बॉलीवुड के पत्रकार भी ट्रेड पंडित बन कर भिन्न भिन्न आंकड़ों के अस्त्र छोड़ कर ब्रह्मास्त्र को करण जोहर का सफल अस्त्र बता रहे है.
कमजोर ब्रह्मास्त्र की दुआ - पर शेष बॉलीवुड और सिनेमाघरों के अगले सप्ताह का इस युद्ध से कोई सम्बन्ध नहीं. ब्रह्मास्त्र द्वारा ४०१ करोड़ के मुकाबले १३४ करोड़ का नेट फिल्म को कैसे हिट बना देता है, इसका फार्मूला तो ट्रेड पंडित ही बता सकते है. परन्तु, ब्रहमास्त्र के ४०१ करोड़ के बजट बजट की तुलना में काफी कम यानि १० करोड़ के बजट पर बनी सनी देओल, दुलकर सलमान, श्रेया धन्वन्तरी और पूजा भट्ट की फिल्म चुप द रिवेंज ऑफ़ आर्टिस्ट और २० करोड़ के बजट से बनी खुशाली कुमार की पहली फिल्म धोखा राउंड द कार्नर को कुछ पर्दों की दरकार है, ताकि वह दिखा सकें कि उनमें कितना है दम. इसलिए यह फ़िल्में बेशक ब्रह्मास्त्र के अस्त्र को भोथरा नहीं बताएं, पर यह तो जरूर चाहेंगी कि बॉक्स ऑफिस पर ब्रह्मास्त्र थोडा कमजोर साबित हो ताकि उन्हें कुछ भी शो मिल सकें.
थ्रिलर की तलाश में दर्शक - वास्तविकता तो यह है कि २३ सितम्बर का सप्ताह छोटे बजट की फिल्मों के लिहाज से महत्वपूर्ण है. तब तक ब्रह्मास्त्र का तेज कम हो चुका होगा. दर्शक किसी थ्रिलर फिल्म की तलाश में हो सकते है. ऐसे में चुप और धोखा इन्हें राहत दे सकती है. क्योंकि, जहाँ चुप द रिवेंज ऑफ़ आर्टिस्ट साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म है, वहीँ धोखा राउंड द कार्नर एक मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है. इन दोनों फिल्मों का थ्रिल दर्शकों को आकर्षित कर सकता है. अगर इन्हें परदे मिल पायें.
कुकी की थ्रिलर - धोखा राउंड द कार्नर के निर्देशक कुकी गुलाटी का थ्रिलर से लगाव है. उनकी पहली फिल्म टिप्स कंपनी की प्रिंस एक्शन थ्रिलर थी. विवेक ओबेरॉय की मुख्य भूमिका वाली २०१० में प्रदर्शित प्रिंस को बड़ी असफलता मिली. इसके बाद, कुकी को अगली फिल्म के लिए १२ साल का इंतज़ार करना पड़ा. परन्तु, कुकी की फाइनेंसियल थ्रिलर फिल्म द बिग बुल को बड़े परदे नसीब नहीं हुए. हर्षद मेहता पर यह फिल्म डिज्नी प्लस हॉट स्टार पर स्ट्रीम हुई. अब जबकि, उनकी तीसरी फिल्म धोखा सिनेमाघरों पर प्रदर्शित होने जा रही है, कुकी चाहेंगे कि इस बार दर्शक उन्हें धोखा न दें.
सनी देओल की चुप - कुछ ऐसा ही सनी देओल और दुलकर सलमान भी चाहेंगे कि उनकी फिल्म चुप के सिनेमाघरों पर चुप यानि साइलेंस न छाया रहे. दर्शकों की उत्तेजनात्मक सीटियाँ सुनाई दें. साइकोलॉजिकल थ्रिलर चुप से निर्देशक आर बल्कि की कोई ४ साल ७ महीने बाद वापसी हो रही है. उनकी पिछली फिल्म पेड मैन थी. चुप की स्टार कास्ट निर्देशक के लिहाज से अनोखी है. बॉलीवुड के एक्शन किंग सनी देओल मलयालम फिल्मो के रोमांटिक हीरो दुलकर सलमान के साथ है. फिल्म में सनी देओल निरंतर हो रही हत्याओं के रहस्य को सुलझाने में जुटे पुलिस अधिकारी की भूमिका में है. रोमांटिक दुलकर सलमान के पल्ले एक ऐसे कलाकार की भूमिका पड़ी है, जो समीक्षकों की गलत समीक्षाओं का शिकार है और उनकी ह्त्या करने से पहले उनके माथे पर सितारे बना देता है. इस फिल्म से बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा भट्ट डेढ़ दशक बाद वापसी कर रही है. उनकी मेहमान भूमिका वाली फिल्म सड़क २ ओटीटी पर प्रदर्शित हुई थी. उनकी बतौर नायिका फिल्म मिस्टर चालू शूट होने से पहले ही बंद हो गई. उनकी २००९ में प्रदर्शित फिल्म सनम तेरी कसम भी १५ साल की प्रतीक्षा के बाद प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म को लारेंस डिसौज़ा ने १९९४ में पूरा कर लिया था. पर मुक़दमे में फंसी रहने के कारण यह फिल्म २००९ में ही प्रदर्शित हो सकी.
थ्रिलर को विदेशी चुनौती - अब देखने वाले बात होगी कि साइकोलॉजिकल थ्रिलर का सस्पेंस थ्रिलर फिल्म से टकराव परदे पर क्या रंग लाता है. क्या यह थ्रिलर फ़िल्में दर्शकों में इतना थ्रिल पड़ा कर सकेंगी कि वह ढाई घंटे तक सीटों पर चिपके रह सके और बाहंर निकल कर दूसरे दर्शकों कोई भी टिकट खरीदने के लिए उत्साहित कर सकें? जवाब देना आसान नहीं होगा. क्योंकि, इन दोनों फिल्मों को दो विदेशी फिल्मों से चुनौती मिल सकती है. यह दो फ़िल्में हॉलीवुड की २००९ में प्रदर्शित फिल्म अवतार का उच्चीकृत संस्करण और भारत-नेपाल सहकर से बनी पहली नेपाली- हिंदी फिल्म प्रेम गीत २ है. अवतार से भारतीय दर्शक परिचित है. वह इसे उच्च तकनीक में देखना भी चाहेंगे. अपने शीर्षक के विपरीत प्रेम गीत ३ रोमांटिक नहीं बल्कि पीरियड एक्शन फिल्म है.
अवतार ७५ रुपये में - स्पष्ट है कि चुप द रिवेंज ऑफ़ आर्टिस्ट और धोखा राउंड द कार्नर के लिए दर्शक बटोरने का अच्छा अवसर है. परन्तु यह अवसर शतप्रतिशत होता अगर अवतार ने चुनौती नहीं पैदा कर दी होती. अवतार को उच्च तकनीक में प्रदर्शित करने के बावजूद फिल्म के निर्माता चाहते हैं कि हिंदी फिल्म दर्शक उनकी अवतार को देखे. कियोंकि इस फिल्म की सीक्वल फिल्म अवतार द वे ऑफ़ वाटर तीन महीने बाद १६ दिसम्बर २०२२ को प्रदर्शित होने जा रही है. दिलचस्प स्थिति यह बन गई है कि अवतार अधिक से अधिक दर्शक देख सकें, इसलिए इस फिल्म की प्रवेश दरें ७५ रुपये तक सीमित कर दी गई है.कौन दर्शक इन गर्मियों में ठन्डे सिनेमाघरों में तीन घंटों तक अवतार का मजा लिए, वह भी ७५ रुपये में!
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