इधर काफी समय से संजयलीला भंसाली की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' के फर्स्ट लुक और पोस्टर रिलीज़ हो रहे हैं। निर्देशक संजयलीला भंसाली अपनी फिल्म के टीज़र, पोस्टर और फर्स्ट लुक को काफी धूमधाम से रिलीज़ कर रहे हैं। पिछले दिनों बाजीराव मस्तानी के तीन करैक्टर पोस्टर रिलीज़ हुए । इन पोस्टरों और समय समय पर जारी फिल्म की वर्किंग स्टिल्स देख कर ऐसा लगता है कि बाजीराव मस्तानी की कमज़ोर कड़ी, इसके बाजीराव और मस्तानी ही हैं। ज्यादा चुभता हुआ कहा जाये तो रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण 'बाजीराव मस्तानी' की कमज़ोर कड़ी कहे जा सकते हैं, जो इस फिल्म में यही दोनों भूमिकाये कर रहे हैं। प्रियंका चोपड़ा अपने लुक में सुंदर भी हैं और गरिमावान भी लगती हैं। उनमे एक मराठा रानी का वैभव झलकता है। उन्होंने जैसे खुद को काशीबाई के रूप में ढाल लिया है। लेकिन, ठीक यही बात रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण के बारे में नहीं कही जा सकती। फिल्म में रणवीर सिंह बाजीराव बने हैं। बताते हैं इसके लिए उन्होंने काफी मेहनत की है। जिम में घंटों पसीना बहाया है। एक योद्धा की तरह फिट और तैयार रखने की कोशिश की है। इसके लिए उन्होंने सर घुटा लिया था, लम्बी मूछे तान ली थी। इसके बावजूद वह बाजीराव वाला प्रभाव नहीं छोड़ पाते। बाजीराव बहादुर मराठा योद्धा और राजनीतिक थे। उनकी आन, बान और शान थी। रणवीर सिंह यह प्रभाव अपने किरदार में नहीं ला पाते। इसके लिए ज़िम्मेदार है उनकी इमेज। रणवीर सिंह ने अभी तक एक भी फिल्म में ढंग की गंभीर भूमिका नहीं की है। उनकी ज़्यादातर फ़िल्में उनकी खिलंदड़ी, बेपरवाह और कैसानोवा इमेज बनाती थी। दीपिका के साथ 'गोलियों की रास लीला :राम-लीला' में तो उन्होंने लम्पटई की हद तक रोमांस किया था। उनकी ऑफ स्क्रीन इमेज भी लम्पट किस्म की है या कहें वह इसे दिखाते रहते हैं । वह दीपिका पादुकोण के चापलूस और तफ़रीबाज़ आशिक़ लगते हैं। रणवीर सिंह की यह इमेज दर्शकों के दिमाग में कुछ इस तरह चस्पा है कि वह बाजीराव में भी उसी को देख पा रहे हैं। रणवीर सिंह से ज़्यादा कमज़ोर कड़ी दीपिका पादुकोण हैं। वह फिल्म में कोर्टेसन मस्तानी का किरदार कर रही हैं। खुद संजयलीला भंसाली ने इस किरदार को अकबर के ज़माने की अनारकली बनाने की कोशिश की है। उन्होंने आईना महल तैयार कर 'बाजीराव मस्तानी' को 'मुग़ल ए आज़म जैसी भव्य फिल्म के बतौर पेश करने का प्रयास किया है। दीपिका पादुकोण के मस्तानी किरदार वाली फोटोज ख़ास तौर पर आगे की जा रही हैं। लेकिन, दीपिका पादुकोण वह बात नहीं पैदा कर पा रही हैं। इसमे आड़े आ रहा है दीपिका पादुकोण का अल्ट्रा मॉडर्न लुक और उनकी फिल्म की अपनी इमेज। ऐतिहासिक- काल्पनिक तवायफ किरदारों के लिए अभिनेत्री को बादशाह के दरबार में नाच सकने वाली तवायफ जितना ग्रेस और आकर्षण होना ही चाहिए कि एक राजा या राजकुमार उस पर फ़िदा हो जाये। दीपिका में इसकी काफी कमी है । वह मराठा काल की मुस्लिम तवायफ जैसी नहीं लगती । हम जब किसी ऐतिहासिक- काल्पनिक तवायफ किरदार की कल्पना करते हैं तो हमारी आँखों के सामने 'मुग़ल ए आज़म' और 'अनारकली' फिल्मों की अनारकली मधुबाला और बीना राय तथा फिल्म 'उमरावजान' की तवायफ उमरावजान रेखा की तस्वीर तैर जाती है। यही तीन अभिनेत्रियां ख़ास तौर पर कोर्टेसन किरदारों का पैमाना समझी जाती हैं। इनसे दीपिका पादुकोण की मस्तानी की तुलना की जाये तो दीपिका पादुकोण कहीं नहीं ठहरती। बाजीराव मस्तानी में दीपिका का गेटअप भी झल्लाहट पैदा करने वाला है। उनके आगे को फैले नकली बाल, उनका भारी कॉस्ट्यूम और सामान्य सा डांस प्रभावित नहीं करता। पहली नज़र के बाद उनके लुक को देखने का मन नहीं करता। यहाँ ध्यान देने की बात हैं कि 'बाजीराव मस्तानी' की रिलीज़ के कोई तीन हफ्ता पहले (२६ नवंबर को) इम्तियाज़ अली की फिल्म 'तमाशा' रिलीज़ हो रही है। इस फिल्म में दीपिका का तारा का किरदार मॉडर्न और सेक्सी है। तमाशा और बाजीराव मस्तानी का प्रमोशन भी साथ साथ चल रहा है। दर्शकों को दीपिका पादुकोण भ्रमित सा कर देती हैं। करेला पर नीम है रणवीर सिंह का दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के साथ प्रेम त्रिकोण। इसी साल वह फिल्म 'दिल धड़कने दो' में प्रियंका चोपड़ा के भाई की भूमिका में दिखाई पड़े थे। 'गुंडे' में वह उनके पीछे घूमने वाले घटिया रोमियो थे। अब वह इस फिल्म में पीसी के शौहर बने हैं। हालाँकि, इस ऐतिहासिक रोमांस ड्रामा में मुख्य है बाजीराव और मस्तानी का रोमांस। इन दोनों को किसी सीन में देख कर वही 'गोलियों की रास लीला : राम-लीला' वाला सड़क छाप रोमांस दर्शकों की आँखों में कौंध सकता है। ऐसे में 'बाजीराव मस्तानी' का रोमांस दर्शकों को आकर्षित नहीं कर सकेगा। जबकि, १८ दिसंबर को 'बाजीराव मस्तानी' के मुकाबले रोहित शेट्टी की शाहरुख़ खान, काजोल, वरुण धवन और कीर्ति सेनन की रोमांस कॉमेडी फिल्म 'दिलवाले' रिलीज़ हो रही है। शाहरुख-काजोल कभी सुपर हिट जोड़ी थी। इसलिये, रणवीर-दीपिका के ऐतिहासिक रोमांस ड्रामा पर शाहरुख़-काजोल का समकालीन रोमांस भारी पड़ सकता है।
राजेंद्र कांडपाल
राजेंद्र कांडपाल