इस साल के शुरू में
बड़ी फिल्मों के टकराव की कहानियां अख़बारों और पत्रिकाओं में प्रमुखता से छापी गई ।
अक्षय कुमार की फिल्म ‘गब्बर इज बेक’ और सनी लियॉन की फिल्म ‘मस्तीजादे’, जॉन
अब्रहम्म की फिल्म ‘वेलकम बेक’ और कंगना रानौत की फिल्म ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’,
अक्षय कुमार की फिल्म ‘सिंह इज ब्लिंग’ और जॉन अब्राहम की फिल्म ‘रॉकी हैंड्सम’,
सलमान खान की फिल्म ‘प्रेम रतन धन पायो’ और सनी देओल की फिल्म ‘घायल वन्स अगेन’ के
टकराव की खबरे प्रकाशित करते हुए चिंता व्यक्त की गई कि यह फ़िल्में टकराई तो दोनों
ही फिल्मों को नुक्सान होगा । अब निगाहें १८ दिसम्बर को रिलीज़ हो रही रणवीर सिंह
और दीपिका पादुकोण की संजयलीला भंसाली निर्देशित फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ और शाहरुख़
खान और काजोल की रोहित शेट्टी निर्देशित फिल्म ‘दिलवाले’ बड़े टकराव की संभावना
देखी जा रही है । ४ दिसम्बर को सनी लियॉन की फिल्म ‘मस्तीजादे’ और ज़रीन खान की
फिल्म ‘हेट स्टोरी ३’ के सेक्सी टकराव की भी संभावना बनाती नज़र आ रही है ।
बड़ा सवाल यह है कि क्या
यह टकराव होगा ? अब तक के कथित उपरोक्त टकराव को देखे तो इनमे से कोई भी टकराव
नहीं हुआ । सभी फ़िल्में अलग अलग रिलीज़ हुई । ‘मस्तीजादे’ सेंसर के चंगुल में फँस
कर अब ४ दिसम्बर को रिलीज़ हो रही है । रॉकी हैण्डसम अगले साल तक के लिए टल गई है ।
गब्बर इज बेक १ मई को, दो हफ्ते बाद २२ मई को तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, सिंह इज
ब्लिंग २ अक्टूबर को रिलीज़ हुई । मतलब यह कि टकराव अंततः नहीं हुआ । टकराव न होने
के बावजूद अलग अलग रिलीज़ उपरोक्त फिल्मों में कुछ हिट हुई और कुछ फ्लॉप । सनी देओल
की फिल्म ‘घायल वन्स अगेन’ भी अगले साल रिलीज़ होगी । ऎसी दशा में अगर यह फ़िल्में
टकराती भी हैं तो क्या होगा ? आइये डालते हैं एक नज़र -
केवल ‘सांवरिया’
हारी
बॉक्स ऑफिस पर कभी
दो फिल्मों का टकराव हो ही जाता है । कभी दो बड़ी फ़िल्में टकराती हैं, कभी एक छोटी
और एक बड़ी फिल्म । ऐसा ही हुआ १९७५ में जब रमेश सिप्पी की अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र,
हेमा मालिनी, संजीव कुमार, जया बच्चन और अमजद खान की फिल्म ‘शोले’ के सामने एक कम
बजट की फिल्म ‘जय संतोषी माँ’ आ गई । उस समय एक्शन फिल्म ‘शोले’ के हिट होने के
बारे में कोई सोच भी नहीं रहा था । इसके बावजूद ‘शोले’ बड़ी हिट फिल्म साबित हुई ।
इसने कीर्तिमान समय तक चलने का इतिहास बनाया, जो बाद में दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे’
ने तोडा । लेकिन, छोटे बजट की भक्ति भाव वाली फिल्म का बाल भी बांका नहीं हुआ । यह
फिल्म १९७५ की सरप्राइज हिट फिल्म साबित हुई । बजट के लिहाज़ से ‘जय संतोषी माँ’ की
कमाई ‘शोले’ से कही ज्यादा थी । दूसरा टकराव १९८१ में फिर ‘शोले’ की अमिताभ बच्चन,
संजीव कुमार और जया बच्चन की तिकड़ी और रेखा के साथ फिल्म ‘सिलसिला’ का महेश भट्ट
की स्मिता पाटिल, कुलभूषण खरबंदा और शबाना आजमी की फिल्म ‘अर्थ’ का हुआ । यह दोनों
ही फ़िल्में रियल रिलेशन यानि अमिताभ बच्चन और रेखा तथा महेश भट्ट और परवीन बाबी के
संबंधों पर थी । इस विवाद का फायदा दोनों फिल्मों को हुआ । २००१ का मुकाबला देखने
लायक था । आमिर खान की फिल्म ‘लगान’ के सामने सनी देओल की फिल्म ‘ग़दर एक प्रेमकथा’
रिलीज़ हुई । दोनों ही पीरियड फ़िल्में थी । आमिर खान की फिल्म लगान क्रिकेट पर
अंग्रेज़ी राज के दौर की थी, जबकि, ग़दर बंटवारे के दौर की । यह तीसरा मौका था, जब
आमिर खान और सनी देओल टकरा रहे थे । पहले दो मौको पर घायल और दिल तथा घातक और राजा
हिन्दुस्तानी का टकराव एक दो हफ़्तों के अंतराल के टकराव के लिए टाल दिया गया था ।
तीसरी बार यह टकराव हुआ । दोनों ही फ़िल्में हिट हुई । लेकिन बाज़ी मारी सनी देओल की
फिल्म ने । २००७ में ‘ओम शांति ओम’ और ‘सांवरिया’ का टकराव हुआ था दिवाली के वीकेंड
में । शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण की फराह खान निर्देशित फिल्म ‘ओम शांति ओम’ ने
संजयलीला भंसाली की रणबीर कपूर और सोनम कपूर की डेब्यू फिल्म ‘सांवरिया’ को बुरी
तरह से मात दी । इससे साफ़ है कि टकराव ज़्यादातर फलते हैं, बशर्ते कि दोनों फ़िल्में
भिन्न शैली की हो । ऐसे बहुत से टकराव ने किसी फिल्म को नुक्सान नहीं दिया ।
अलबत्ता, मुनाफा थोडा कम ज़रूर हुआ । इस लिहाज़ से इस साल के बाकी दो टकराव या तो टल
जायेंगे या फिर इनका मुनाफा कम हो जायेगा ।
टकराव टालने की
कोशिश
फिल्म निर्माताओं को
यह तो समझ में आ गया है कि टकराव टालने से उनकी फिल्म अनुकूल वीकेंड का पूरा पूरा
फायदा नहीं उठा सकती है। यह फायदा एकाधिक हिस्सों में बंट भी सकता है। वैसे
बॉलीवुड के कुछ फिल्मकार हैं, जो हमेशा से आपसी समझ और समझौते से काम लेते है।
इनके बीच किसी टकराव का सवाल उठ ही नहीं सकता है। ऎसी ही एक जोड़ी एकता कपूर और करण
जौहर की है । दोनों ही फिल्म निर्माता है। इतना ही नहीं दोनों फ़िल्में कोप्रोडूसर
भी करते है। यही कारण था कि जब एकता कपूर की फिल्म ‘एक विलेन’ से करण जौहर की
फिल्म ‘हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया’ का टकराव होता नज़र आया तो करण जौहर ने समझ से
काम लेते हुए अपनी फिल्म को ११ जुलाई तक के लिए टाल दिया । करण जौहर की शाहरुख़ खान
और आदित्य चोपड़ा के साथ भी अच्छा तालमेल है। करण जौहर तो आदित्य चोपड़ा की पहली
फिल्म ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ में उनके असिस्टंट थे । इसी साल आदित्य
चोपड़ा अपनी फिल्म ‘फैन’ को १४ अगस्त को रिलीज़ करने जा रहे थे । फिर ऐसा हुआ कि ‘फैन’
कुछ कारणों से रुक गई । ऐसे में आदित्य ने करण को फ़ोन कर इस बात को बताते हुए,
उन्हें अपनी फिल्म ‘ब्रदर्स’ १४ अगस्त को रिलीज़ करने की सलाह दी । ब्रदर्स १४
अगस्त को रिलीज़ हुई और फिल्म को इसका फायदा भी हुआ । फिल्म अंदाज़ अपना अपना के
जोड़ीदार सलमान खान और आमिर खान की दोस्ती इस हद तक है कि दोनों ही एक दूसरे की
फ़िल्में प्रमोट करने का कोई मौका नहीं जाने देते । जहाँ सलमान खान ने अपने शो बिग बॉस में आमिर की
फिल्म ‘धूम ३’ का प्रमोशन किया, वही आमिर खान ने सबसे पहले बजरंगी भाईजान के
फर्स्ट लुक को ट्वीट कर फिल्म को बढ़िया बढ़त दिला दी । इसी तरह से अजय देवगन और
सलमान खान की दोस्ती ‘हम दिल दे चुके सनम’ से चली आ रही है । दोनों ने ‘लन्दन
ड्रीम्स’ भी साथ की । सलमान खान ने अजय देवगन की फिल्म ‘सन ऑफ़ सरदार के लिए कैमिया
किया तो अजय देवगन उनसे पहले फिल्म रेडी में कैमिया कर चुके थे । सलमान खान ने अजय देवगन की फिल्म सिंघम के
फर्स्ट लुक को भी ट्वीट किया था ।
अब सलमान खान और
शाहरुख़ खान का दोस्ताना बनाता भी नज़र आ रहा है । दिसम्बर में रिलीज़ होने जा रही शाहरुख़ खान की
फिल्म ‘दिलवाले’ का ट्रेलर सलमान खान की फिल्म ‘प्रेम रतन धन पायो’ के साथ रिलीज़
होगा । इसलिए कोई कारण नज़र नहीं आता कि दोस्ती का यह नवीनीकरण रईस और सुलतान का टकराव
कर तोड़ दिया जायेगा । लेकिन, फिलहाल रईस और सुलतान का टकराव हो रहा है । संजयलीला
भंसाली और शाहरुख़ खान की अदावत है कि बाजीराव मस्तानी और दिलवाले का टकराव ज़रूर
होगा । वैसे पिछले दिनों यह खबर थी कि बाजीराव मस्तानी २५ दिसम्बर को रिलीज़ होगी ।
अल्पना कांडपाल
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