दिसंबर में रिलीज़ होने जा रही सनी लियॉन की फिल्म 'मस्तीज़ादे' में दर्शकों को सनी लियॉन की डबल मस्ती देखने को मिलेगी। इस फिल्म में सनी लियॉन दोहरी भूमिका में हैं। वह फिल्म में दो बहनों हॉट और सेक्सी लैला लेले और सुन्दर मगर मूर्ख लिली लेले की भूमिकाएं कर रही हैं। हालाँकि, लिली लेले बेवक़ूफ़ किस्म की है, इसके बावजूद वह अपनी बहन के साथ मिल कर स्ट्रिपटीज़ डांस करते हुए वीर दास और तुषार कपूर को ललचाते हुए नज़र आएंगी। चूंकि, एक सनी के यह दो किरदार हैं तो स्वाभाविक रूप से इनमे उन्हें फर्क रखना ही होगा। सनी लियॉन ने दो बहनों के इस फर्क को फिल्म में अपने स्ट्रिपटीज़ डांस में भी कायम रखा है। उन्होंने, जहाँ लैला लेले की स्ट्रिपटीज़ डांस की शैली फिल्म 'वी आर द मिलरस' में जेनिफर एनिस्टन के स्ट्रिपटीज़ डांस वाली रखी हैं, वहीँ लिली लेले का स्ट्रिपटीज़ डांस फिल्म 'स्ट्रिपटीज़' में डेमी मूर के स्ट्रिपटीज़ की शैली में किया है। 'मस्तीज़ादे' फिल्मों के कथा-पटकथा लेखक मिलाप जावेरी की बतौर निर्देशक दूसरी फिल्म है। उनकी पहली फिल्म 'जाने कहाँ से आई है' बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई थी। इसलिए, 'ग्रैंड मस्ती' के इस लेखक मिलाप कामुक हावभाव और द्विअर्थी संवादों वाली फिल्म से हिंदी फिल्म दर्शकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। इस दो बहनों के स्ट्रिपटीज़ डांस सीक्वेंस के बारे में मिलाप जावेरी बताते हैं, "मैंने जब सनी लियॉन को यह सीक्वेंस सुनाया तो उनकी आँखों के सामने जेनिफर एनिस्टन और डेमी मूर के स्ट्रिपटीज़ डांस सीक्वेंस घूम गए। मैं इस सीक्वेंस से चकित कर देने वाला प्रभाव चाहता था। सनी लियॉन ने ज़बरदस्त डांस किये हैं।" मस्तीज़ादे पिछले दो सालों से बनती रुकती और बनती फिल्म है। इस फिल्म में सनी लियॉन, वीर दास और तुषार कपूर के अलावा रितेश देशमुख का एक्सटेंडेड कैमिया है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday 5 November 2015
जेनिफर एनिस्टन और डेमी मूर से प्रेरित हुई 'मस्तीज़ादे' की सनी लियॉन
Labels:
ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment